इस दफा ईश्क उसे भी होना चाहिए,
इस दफा ईश्क उसे भी होना चाहिए,
मेरी यादों मे उसे रात भर रोना चाहिए,
और ए-खुदा मुझे हर सजा छोटी लगती है,
मौत से बढकर भी कुछ होना चाहिए. ।।
(राज)
इस दफा ईश्क उसे भी होना चाहिए,
मेरी यादों मे उसे रात भर रोना चाहिए,
और ए-खुदा मुझे हर सजा छोटी लगती है,
मौत से बढकर भी कुछ होना चाहिए. ।।
(राज)
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