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Fantasy 'सुप्रीम' एक रहस्यमई सफर

Raj_sharma

यतो धर्मस्ततो जयः ||❣️
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Hum bhi aapse bilkul 100% sahmat hain kamdev bhaiya, ye kahani, baaki sab kahaniyon se kahi uper hai, sex, fight, bla bla ye sab to kahi bhi padhne ko mil jaayega, per aisa kuch, ya to bachpan me chandrakanta santati padhi thi, ya fir ye kahani :bow: :bow: :bow: kya jabardast likh rahe ho Raj bhai:bow::bow::bow:
Kamdev bhaiya Raj bhai .
Thanks for your compliments man :thanx:
 

Raj_sharma

यतो धर्मस्ततो जयः ||❣️
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To isi liye emu tota suyash ko apna dost bolta tha, ki uski sakal Aaryan se milti hai, ya fir wo uska agla janam hai, awesome update bhai, too good 👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻
Thank you very much for your valuable review bhai :thanx:
 

Raj_sharma

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To isi liye emu tota suyash ko apna dost bolta tha, ki uski sakal Aaryan se milti hai, ya fir wo uska agla janam hai, awesome update bhai, too good 👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻
Thank you very much for your valuable review bhai :thanx:
 

Raj_sharma

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Raj_sharma

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Raj_sharma

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#102.

इसी के साथ तौफीक और जैक ने अपनी जेब से रिवाल्वर निकाल ली। जैक के हाथों में इस समय रबर के दस्ताने दिखाई दे रहे थे, जबकि तौफीक ने रिवाल्वर को अपने रुमाल से पकड़ रखा था।

दोनो की ही नजर एक ही जगह पर थी, पर उनके निशाने अलग-अलग थे।

जहां तौफीक के निशाने पर अंधेरे में चमकता वह लॉकेट था, वहीं जैक के निशाने पर जॉनी था क्यों की वह बैंक से लूटा हुआ पूरा पैसा हड़पना चाहता था।

तभी पूरे हॉल में एक फॅायर की आवाज गूंजी- “धांयऽऽऽऽऽऽ।"

अजीब सी किस्मत थी कि दोनों गोलियां एक साथ चली। तौफीक के द्वारा चलायी गयी गोली तो निशाने पर लगी, पर जैक के द्वारा चलाई गयी गोली स्टेज पर पीछे जाकर लकड़ी में धंस गयी।

जैक ने गोली चलाने के बाद अपनी रिवाल्वर वहीं पर फेंक दी। जबकि तौफीक ने रिवाल्वर की नाल से निकलते धुंए को उड़ाया और फ़िर रिवाल्वर को अपनी जेब में डाल लिया।

दृश्य-11

जेनिथ डारथी के कमरे से बाहर निकलकर डेक की ओर चल दी।

जेनिथ ने गलती से डारथी के कमरे का दरवाजा खुला छोड़ दिया था। तौफीक छिपकर यह सब देख रहा था।

जेनिथ के जाते ही वह धीरे से डारथी के कमरे में घुस गया। किस्मत से डारथी इस समय स्नानघर में थी।

तौफीक को जेनिथ का पर्स वहीं बेड पर पड़ा हुआ दिखाई दिया। तौफीक को पता था कि जेनिथ के कमरे की चाबी जेनिथ के पर्स में है, उसने जेनिथ के पर्स से जेनिथ के रूम की चाबी निकाली और चुपचाप पर्स को बंद कर बाहर आ गया।

तौफीक ने एक नजर गैलरी में मारी और फ़िर धीरे से चाबी को जेनिथ के रूम के की-होल में लगाकर जेनिथ के रूम का दरवाजा खोल दिया।

तौफीक की नजर अब तेजी से हर अलमारी को उलझने में लग गयी।

“लॉरेन ने कहा था कि उसने मेरी और उसकी फोटो को अलमारी में ही रखा है।" तौफीक मन ही मन बुदबुदाया।

पर आधा घंटे के बाद भी जब तौफीक को फोटो नहीं मिली तो उसने अपनी जेब से ट्रेंच सिगरेट निकाली और वहीं सोफे पर बैठकर पीने लगा।

अभी उसने आधी सिगरेट ही पी थी कि तभी उसे लगा कि कहीं वह फोटो लॉरेन की जेब में ही तो नहीं थी। यह सोच तौफीक ने घबराकर अपनी सिगरेट बुझाई और अपने जेब से निकालकर एक स्प्रे अपने पूरे शरीर पर किया। इस स्प्रे के प्रभाव से तौफीक के शरीर की गंध छिप गयी।

अब वह तेजी से कमरे से निकलकर स्टोर रूम की ओर भागा। स्टोर रूम का दरवाजा खुला हुआ था।

तौफीक ने स्टोर रूम के दरवाजे को अंदर की ओर धक्का दिया। दरवाजा धीरे से आवाज करता हुआ खुल गया।

तौफीक स्टोर रूम में दाख़िल हो गया। तौफीक ने पहले उसे जगह को देखा, जहां लॉरेन की लाश रखी गयी थी, पर वहां लाश को ना पाकर तौफीक घबरा गया और वह स्टोर रूम का पिछला दरवाजा खोलकर उधर से बाहर निकल गया।

तभी तौफीक को दूसरे डेक पर खड़ा एक सुरक्षा गार्ड दिखाई दिया।

सुरक्षा गार्ड को देख तौफीक वहीं रखे ड्रम के पीछे छिप गया। छिपते वक्त तौफीक की जेब में रखा लॉरेन का दिया हुआ नीला चेकदार रूमाल वहीं गिरगया, जिसे तौफीक देख नहीं पाया।

सुरक्षा गार्ड के जाते ही तौफीक ने 2 खम्भों के पास गिणत के 8 का निशान बनाया और वहां से निकल गया।

तौफीक ने ब्रेंडन के मुंह से ब्रूनो की बात सुन ली थी। उसे लगा कि कहीं कैप्टन उसका पीछा ब्रूनो से ना करवाये।

अब तौफीक एक गैलरी से निकलकर जा रहा था कि तभी क्रिस्टी के रूम से आती आवाज ने उसके कदमों को उधर मोड़ दिया।

क्रिस्टी के कमरे से एक हरा कीड़ा उछलता हुआ बाहर निकलने की कोशिश कर रहा था, जिसे तौफीक ने एक गार्ड के हाथ से रिवाल्वर छीनकर मार दिया।

दृश्य-12

तौफीक बिना आवाज किये लैब में प्रविष्ट हो गया।
थॉमस अपनी लैब में बैठा हुआ था। उसके बगल में रूमाल का एक ढेर लगा था।

वह बार-बार अलग-अलग रूमाल उठाता और उस पर कोई केमिकल डालकर रूमाल को चेक कर रहा था।

अचानक एक रूमाल पर केमिकल डालते ही उसकी आँखे चमक उठी। रूमाल पर कुछ छोटे-छोटे कण अब चमकने लगे थे।

“निश्चित ही यह बारूद के कण हैं।" थॉमस मन ही मन बड़बड़ाया-“इसका मतलब है कि जिसने भी हॉल में लॉरेन को गोली मारी, यह रूमाल उसी का है और उसने रिवाल्वर को रूमाल से पकड़ रखा था।"
रूमाल का एक हिस्सा रिवाल्वर की नाल की वजह से थोड़ा जल भी गया था, जो अब थॉमस को साफ दिख रहा था। रूमाल से अभी भी संदल की खुशबू आ रही थी।

थॉमस ने तुरंत रूमाल को उठाकर उसे पीछे पलटा। रूमाल के पीछे की ओर तौफीक का नाम और उसका रूम नंबर पड़ा था।

“खाना खाने नहीं चलना है क्या सर?" पीछे से उसके सहायक पीटर ने आवाज लगाई- “सभी लोग लंच के लिए जा चुके हैं, बस हम ही लोग बाकी बचे हैं।"

“2 मिनट रुक जाओ पीटर। ........ या फिर ऐसा करो कि तुम खाने के लिए चलो, मैं बस थोड़ी ही देर में आ रहा हूँ।" थॉमस ने पीटर से कहा।

“ओ.के. सर।" कहकर पीटर रूम से बाहर निकल गया, शायद उसे तेज भूख लगी थी।

“मुझे तुरंत कैप्टन को कातिल का नाम बता देना चाहिए।" थॉमस मन ही मन बड़बड़ाया।
यह सोचकर वह फोन की ओर बढ़ गया।

थॉमस को फोन की ओर बढ़ते देख तौफीक ने वहां रखे दूसरे फोन का रिसीवर उठा लिया।

थॉमस ने जैसे ही फोन को उठाकर अपने कान से लगाया, उसे फोन पर तौफीक खरखराती आवाज सुनाई दी- “तुझे अपनी जिंदगी प्यारी नहीं है क्या? जो मेरे बारे में कैप्टन को बताने जा रहा है।"

एकदम से फोन पर आयी आवाज ने थॉमस को चोंका दिया। वह एक पल में समझ गया कि इस फोन के पैरलल में लगे किसी फोन पर तौफीक मौजूद है और वह उसे भली भाँति देख रहा है। यह अहसास ही उसे एक पल के लिये कंपा गया।

थॉमस ने तुरंत आसपास के सभी फोन पर नजर मारी। उसकी निगाहें एक दिशा में जाकर ठहर गई। एक खंभे के पास अंधेरे में खड़ा, उसे तौफीक नजर आया। जो उसी की तरफ देख रहा था।

“कौन हो तुम?" थॉमस ने हिम्मत करते हुए जोर से पूछा और फिर रिसीवर को धीरे से क्रैडल पर रख दिया।

“अभी-अभी तुमने मेरा नाम रूमाल पर से पढ़ा तो है, फिर भी भूल गए।" तौफीक की गुर्राती हुई आवाज वातावरण में गूंजी।

“तो क्या तुम ......?"

“मेरा नाम लेने की कोशिश मत करो।" तौफीक ने थॉमस के शब्दो को बीच में ही काटते हुए, उसे चुप करा दिया- “क्योंकी मेरे हिसाब से हवा के भी कान होते हैं और मैं नहीं चाहता कि मेरी आवाज, मेरा नाम अभी किसी तक पहुंचे।"
“क्या चाहते हो तुम?" थॉमस के शब्दो में भय साफ नजर आ रहा था।

“अजीब पागल हो तुम ......।" तौफीक के स्वर में खतरनाक भाव आ गये- “अब जब तुमने मेरा नाम ‘जान’ लिया है, तो अब मैं भी तुम्हारी ‘जान’ ही लूंगा।"

“तुम ..... तुम मुझे नहीं मार सकते।" थॉमस ने गिड़गिड़ाते हुए कहा।

थॉमस की आँखे अब अंधेरे में भी तौफीक के हाथ में थमे रिवाल्वर को स्पस्ट देख रही थी।

और इससे पहले कि थॉमस अपने बचाव में कुछ कर पाता, एक ‘पिट्’ की आवाज हुई और एक गोली उसके गले में सुराख कर गई।

थॉमस किसी कटे पेड़ की तरह धड़ाम से फ़र्श पर गिर गया। उसकी आँखों में आश्चर्य के भाव थे। शायद मरते दम तक उसे अपनी मौत पर विश्वास नहीं था।

तौफीक ने रिवाल्वर की नाल से निकलते हुए धुंए को फूंक मारकर हवा में उड़ाया और फिर रिवाल्वर की नाल पर लगा साइलेंसर हटाकर, दोनों ही चीज अपनी जेब के हवाले कर ली।
अब तौफीक रूमाल के ढेर के पास पहुंच गया।

उसने अपनी जेब में हाथ डालकर एक लाईटर निकाल लिया। ‘खटाक’ की आवाज के साथ लाइटर ऑन हुई और उससे निकलती हुई लौ ने तुरंत ही रूमाल के गट्ठरों को अपने घेरे में ले लिया।

तौफीक ने एक-दो जलते हुए रूमाल थॉमस के ऊपर व कुछ रूमाल कमरे में इधर-उधर फेंक दिये।
धीरे-धीरे पूरे कमरे ने आग पकड़ ली।

कुछ ज्वलनशील रसायन को भी आग ने अपने घेरे में ले लिया। तौफीक अब सधे कदमों से रूम के बाहर निकला और एक दिशा में चल दिया।

कुछ आगे जाने पर उसकी रफ़्तार एकाएक तेज हो गई। अब वह तेजी से चिल्ला रहा था- “आग.....आग .....लैब में आग लग गई......गार्ड.....गार्ड..जल्दी सीजफायर लाओ।"

उसके चिल्लाते ही बहुत से लोगों का का ध्यान उस ओर आकर्षित हो गया।

तब तक लैब से काला धुआं निकलने लगा था। बहुत से लोग लैब से धुंआ निकलते देख वहां पर एकत्रित हो गए। कुछ लोगों ने शीशे तोड़कर आग बुझाने के यन्त्र निकाल लिये। वह सिलेंडर हाथ में लेकर लैब में घुस गए।

आग अभी इतनी ज्यादा नहीं फैली थी कि उसे बुझाया न जा सके। धीरे-धीरे गार्ड्स ने आग पर काबू पा लिया।
तौफीक भी अब भीड़ में शामिल हो गया था। आग पर नियंत्रण होते देख उसके चेहरे पर एक दबी-दबी सी मुस्कान आ गयी।

इसी के साथ नक्षत्रा ने रुका हुआ समय फिर से चालू कर दिया और जेनिथ के सामने दिखने वाले दृश्य हवा में विलोप हो गये।

इसी के साथ जेनिथ वहां पर लहराकर गिर गयी। उसके गिरने की आवाज काफ़ी तेज थी, जिसे सुनकर अल्बर्ट की खुल गयी। उसने दूर जेनिथ को पड़ा देखा तो सबको उठा दिया।
सभी भागकर जेनिथ के पास आ गये।

“क्या हुआ जेनिथ?" तौफीक ने जेनिथ का हाथ पकड़ते हुए पूछा।

तौफीक के हाथ पकड़ते जेनिथ को बहुत तेज़ गुस्सा आया, तभी उसे अपने मस्तिष्क में नक्षत्रा की आवाज सुनाई दी- “अपनी भावनाओं पे नियंत्रण करो दोस्त...तुमने मुझसे वादा किया था।"

यह सुन जेनिथ ने अपने गुस्से को अंदर दबाया, पर तौफीक का हाथ अपने हाथ से धीरे से छुड़ाते हुए कहा- “कुछ नहीं हुआ मुझे ... बस थोड़ी सी बेचैनी हो रही थी इसिलये टहलने आ गयी थी। टहलते-टहलते चक्कर आ गया था बस।"

यह सुनकर सबने राहत की साँस ली।

“बहुत अच्छे दोस्त... अच्छा नियंत्रण किया तुमने।" नक्षत्रा ने कहा- “थोड़ा सा ठहर जाओ, वक्त आने पर इस तौफीक से भी निपट लेंगे, बस तुम अपने होश को संभाले रखो।"

“मैं अब ठीक हूँ।" जेनिथ ने अपने मन में नक्षत्रा से कहा- “और बहुत-बहुत धन्यवाद मुझे आइना दिखाने के लिये।"

इतना कहकर जेनिथ उठी और क्रिस्टी के साथ वापस सोने वाले स्थान की ओर चल दी।



जारी रहेगा______✍️
 

Raj_sharma

यतो धर्मस्ततो जयः ||❣️
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Baawri Raani
Bhut hi badhiya update
To vyom us machine ki madad se samra rajy ke andar teleport ho gaya hai aur usne atlantis ke ped ko bhi chu liya jisse uske andar bhi kuch shaktiya chali gayi jiska use bhi pata nahi chala
Vahi yugaka aur kalat bhi atlantis ke ped ke pass ja rahe hai
Dekhte hai ab aage kya hota hai

thank you will check it out

Nice story

Gazab ki story likhi he Raj_sharma Bhai,

"PATT" lajawab gazab awesome

Bhai maja aa gaya

Mstt update👌👌

Badhiya update bhai

Mujhe to lagta ha Shefali hi mekgra ha jis prakar mayawan me vrakshon ne Shefali ka sath diya tha kyonki shayd wo pechan gaye the ki unki nirmata yahi ha isse lagta ha ki mekgra or koi nahi shefali hi ha or jaise sapna aya ha usse lagta bhi yahi ha

Wonderful update bhai

Read Harley Quinn GIF

Gayab kahi nahi hu... bas aajakl idhar k chakkar kam hi lag rahe hai.....

आप के थ्रीड पर एक तो वैसे भी रीडर्स की तादात बहुत कम है और ऊपर से उनमे भी कुछ मेरे जैसे रीडर्स है जो महीने मे एकाध बार ही यहां आ पाते है । इस के बावजूद भी आप न ही हतोत्साहित हुए और न ही आपका इस कहानी के प्रति समर्पण मे कोई कमी आई । इस के लिए आप को बहुत बहुत साधुवाद ।

अपडेट की बात या इस कहानी की बात क्या करें ! आप ने इस कहानी के लिए जैसा होम वर्क किया है , जितना इतिहास खंगाला है उस से यह कहानी बुरी हो ही नही सकती ।
इस कहानी के अंदर ऐसा बहुत कुछ है जिसके बारे मे मैने कभी पढ़ा ही नही । शायद इसका कारण चमत्कारिक और फैंटेसी कहानी के प्रति मेरी उदासीनता रही होगी । लेकिन आप की इस कहानी ने मेरे सारे मिथक तोड़ दिए । बहुत ही बेहतरीन कहानी लिखा है आपने ।


फैंटेसी कहानी पर तथ्यात्मक रूप से समीक्षात्मक विचार विमर्श करना किसी भी रीडर्स के लिए आसान नही होता ।
क्षण भर मे हालात बदल जाते है , घटनाक्रम बदल जाती है , भूमि बदल जाती है , परिवेश बदल जाता है और किरदार की भुमिका भी बदल जाता है ।

यह कहानी शुरू होती है " सम्राट " शिप के बरमूडा ट्राइंगल मे भटकने से । बहुत यात्री मारे जाते हैं और जो चंद लोग बच जाते हैं वह भटकते हुए पोसाइडन के शलाका द्वीप पर पंहुच जाते हैं ।
इतने सारे अपडेट पढ़ने के बाद अब लगता है इन भटके हुए यात्रीगण मे कुछ की उपस्थिति अवश्यंभावी थी और कुछ लोग हालात के शिकार होकर यहां पहुंचे ।
सिर्फ सम्राट शिप के पैसेंजर ही इस तिलिस्मी द्वीप पर नही आए हैं , कई देश के कुछ लोग यहां पहुंच गए है ।

एक भारतीय महिला जिसे शलाका का हमशक्ल कहा जा रहा है , इस आइलैंड पर मौजूद है । विल्मर और जेम्स जो अमेरिकन है वह भी यहां मौजूद है । अमेरिकन सीआईए एजेंट व्योम साहब भी इस मिस्ट्रीयस लैंड पर मौजूद है ।
जिस तरह सुयश साहब और शेफाली की मौजूदगी इस आइलैंड पर अवश्यंभावी थी उसी तरह तथाकथित हमशक्ल मोहतरमा शलाका मैडम और व्योम साहब की मौजूदगी भी अवश्यंभवी लग रहा है ।
इस नए अपडेट से अब यह भी प्रतीत हो रहा है कि जेनिथ भी इसी श्रेणी मे आती है । कालचक्र उर्फ नक्षत्रा का जेनिथ के साथ सम्पर्क होना इस बात की तरफ इशारा कर रहा है ।
शेफाली की कहानी अब तक सबसे अधिक मिस्ट्रीयस लगा है । मेडूसा > मैग्रा > शेफाली ....सम्भवतः एक आत्मा के तीन स्वरूप हो सकते है ।

मेडूसा की लाइफ भी क्या दुखद भरी लाइफ थी । बहुत पहले ही मैने कहा था , पोसाइडन कोई देवता और भगवान नही है । इस व्यक्ति ने अपनी पत्नी को कैद किया , एक लंबी चौड़ी सभ्यता का नामोनिशान मिटा दिया और मेडूसा के साथ बलात्कार किया और वह भी मंदिर मे ।
यह आदमी किस एंगल से देवता नजर आ रहा है !

बहुत बढ़िया लिख रहे है आप शर्मा जी ।
सभी अपडेट बेहद ही शानदार थे ।

Accha chal rha h ab story ka flow

अपडेट 94 :
इतना तो समझ में आया कि युगाका चाहता है कि केवल समर्थ मानव ही तिलिस्मा में जा सके। सभी भी है - यह कोई कंपनी बाग़ तो है नहीं, कि कोई भी ऐरा गैरा चला आए। लेकिन शेफ़ाली ने उसके ‘श्रेष्ठ’ होने के गुब्बारे की हवा निकाल दी। क्लिटो को छुड़ाने के लिए उसको मानवों की आवश्यकता है। इस बात से इंकार नहीं कर सकता वो। हो सकता है कि अटलांटियन लोग मानवों को अपने से निम्न मानते हैं, फिर भी इस बात से मानवों की महत्ता कम नहीं हो जाती। हमारे यहाँ तो “आयुद्ध पूजा” करी जाती है : अस्त्र-शस्त्र-यंत्र इत्यादि को निम्न नहीं, बल्कि अपने काम और सुविधा का साधन मान कर उनका आदर किया जाता है।
अंत में शेफ़ाली ने यह दर्शा दिया कि पेड़ों को नियंत्रित करने की शक्ति उसके अंदर युगाका से अधिक है। इसलिए वो अधिक न उड़े! लेकिन अलेक्स का यूँ अचानक गायब होना एक और खतरे का संकेत लग रहा है।

अपडेट 95 :
जेम्स और विल्मर एक अलग ही तरह के तिलिस्म में फँसे हुए से लगते हैं। जेम्स को एक हिमालयन ‘यति’ ने पकड़ लिया और एक अन्य नए पात्र, नीमा के पास ले आया। नीमा कहीं उस शिक्षण संस्थान से तो सम्बंधित नहीं जहाँ सुयश का ‘भूत रूप’ और यह नकली ‘शलाका’ पढ़ते थे? कुछ अन्य नए पात्र रूद्राक्ष और शिवन्या भी दिखाई देंगे!
यार - बहुत सारे पात्र हैं अब तो! दिमाग चकराने लगा है। वैसे ही बुढ़ापे के कारण कम याद रहता है, लेकिन अब तो बहुत मुश्किल हो रहा है।

अपडेट 96 :
जेम्स और विल्मर के बारे में जल्दी ही कह दिया।
व्योम एक बड़े तिलिस्म में है और अकेले ही उससे दो-चार हो रहा है। लाल - हरे फलों का पूरा राज़ शायद आगे पता चले। लाल आकार को छोटा करता है; लेकिन हरा? देखते हैं।
व्योम जिस वृक्ष से मिला, वो “अवतार” फिल्म के पैंडोरा ग्रह के होमट्री जैसा प्रतीत होता है - ज्ञान का भण्डार! स्पष्ट है कि अब वो वृक्ष (अटलांटिस वृक्ष) और व्योम आपस में कनेक्ट हो गए हैं।
महाशक्ति कौन है?

अपडेट 97 :
कैस्पर और मैग्रा - अपने नल और नील जैसे लग रहे हैं... या फिर माया असुर (जिसने इंद्रप्रस्थ में माया सभा का निर्माण किया था)!
कलाट के हिसाब से महाशक्ति मैग्रा अपनी शेफ़ाली हो सकती है। सही है - उसके जैसी रचनात्मक क्षमता के लिए आँखों का होना कोई आवश्यक नहीं। बढ़िया भाई! बहुत बढ़िया!!
महावृक्ष की बात से लगता है कि व्योम के अंदर भी परा-शक्तियाँ हैं। लेकिन अभी उसको स्वयं पता नहीं।
भाई, सागरिका किताब की प्रोफेसी तो हमको भी समझ में नहीं आई। शायद आगे के अपडेट्स में बताया गया हो?!

अपडेट 98 :
जॉनी गोरिल्ला बन गया - यह शायद उसको उसके लालच का दण्ड मिला है। लेकिन उसके जाने का दुःख किसी को नहीं हुआ - यह जान कर मुझे थोड़ा दुःख ज़रूर हुआ। कोई व्यक्ति इतना vestigial नहीं होना चाहिए कि उसके जाने का कोई ग़म ही न करे! ख़ैर...!

अपडेट 99 :
अब्बे यार! और भी अधिक पात्र!
दिमाग में पात्रों की खिचड़ी बन चुकी है अब।
ख़ैर, मेडूसा ने शेफाली को मैग्रा की मेमोरी दिखा दी।

अपडेट 100 :
समय-चक्र किसी ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफ़ेस जैसा लगता है, जिससे किसी आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस को मानव मस्तिष्क से वार्तालाप करने में आसानी हो सकती है। ये दोनों एक ही वस्तु हो सकती हैं।
ई ल्यौ! और भी अधिक पात्र! अबकी बार गिरोट (डेल्फानो)! यार, सच में - इतने अधिक किरदारों को प्रॉसेस करना कम से कम मेरे लिए असंभव है। पहले ही लोगों के नाम याद नहीं होते थे, लेकिन ये तो अनगिनत पात्र हो गए हैं! पूरी महाभारत ही लिख दी है भाई आपने -- सच में, बेहद कठिन काम कर डाला है आपने। काश, यह कहानी किसी नॉवेल के रूप में प्रकाशित हो सकती!!
हम्म्म... कम से कम ये समयचक्र कहीं और से आया है और एक परा-शक्ति है। इसका इस्तेमाल कर के मानवों को अटलांटिस / तिलिस्मा के ऊपर एक एडवांटेज ज़रूर मिलेगी।
अंत में लगता है नक्षत्रा / समय-चक्र ने जेनिथ को तौफ़ीक़ की सच्चाई दिखा दी।

**

सौ तिलिस्म रुपी अपडेट्स लिखने की बहुत बहुत बधाइयाँ मेरे भाई! बेहद कठिन काम है ऐसा कुछ सोच पाना, और फिर उस सोच को शब्दों का जामा पहना पाना। मैं मामूली कहानी लिखने में संघर्ष करने लगता हूँ - ये तो गज़ब की कथा है मित्र! वाह... वाह!!

बीवी बच्चों के संग लम्बी छुट्टियों पर गया हुआ था। वापसी की यात्रा के दौरान मैंने आपके अपडेट्स पर अपनी प्रतिक्रियाएँ लिखीं। शायद इसीलिए ठीक से टीका टिप्पणी नहीं कर सका। लेकिन यह बात तो मैं बार बार कहूँगा कि आपकी जैसी सोच, समझ, और जानने / पढ़ने की ललक इस फ़ोरम पर शायद ही किसी अन्य में हो! शब्द-रुपी तिलिस्म जो आपने यहाँ रचा है, वो अद्भुत है। आप किसी के रिएक्शन की बाट न जोहें। यह अद्भुत और कालजयी रचना है। फिर से कहूँगा - इसको उपन्यास का रूप देने का प्रयास करें! लोगों को बहुत पसंद आएगी!

Excellent!!!! Super excellent 👌 👌
Not a review, but just a quick reaction.

Bhut hi badhiya update
To jenith ke us locket me samay chakr urf nakshtra hai
Aur usne use taufik aur loren ka past dikhaya aur pata chala ki 31st December ki night tak kya huva tha
Lagta hai loren ko goli taufik ne hi mari hai lekin kyu
Dekhte hai ab aage kya hota hai

Ab saare rahsyo se parda uth rha h excellent update 👍

तो लॉरेन मर्डर मिस्ट्री सॉल्व होने वाली है 🤔🤔


Nice update👌


msat update

romanchak update.taukif ki kahani samajh aa gayi. jenith ko ye sab dekha raha hai nakshtra ..

((Mega Review for mega update))

Jitna captain Louis gaddar hai utna hi *TAUFIQ* hai. Yadi Taufiq khud ko bekasur prove karna chahta tha toh usko aise kisi nirdosh civilian ko jaan se nahi marna chahiye tha, usko Jenith ko kisi dusri tarike se target karna chahiye tha.

Lauren apni pyar mein itna pagal ho gayi ki wo hamesha galat ka sath deti rahi isliye usko kiye ki saza mil gayi aur jaldi hi Taufiq ko uske kiye ki saza milne wali hai kyunki usne jo kiya hai uske liye aapne TAUFIQ ke liye koi na koi punishment jarur soch rakha hoga.

Bechara ALEX, Suyash ke suspect list mein aa gaya tha Lauren ki wajah se.

Aur ab sara majra samajh aa raha hai Taufiq ne hi Lauren ki hatya ki hogi taki kabhi Jenith ko Taufiq aur Lauren ka sach pata na chale.

Yadi yahan Taufiq mara jata hai phir France government ko captain Louis ke bare mein kaise pata chalega kyunki wo bhi saza ka hakdar hai jisne apni country FRANCE ke against weapons becha hai aur uska allegations Taufiq par laga diya jiske karan Lauren ke murder ke sath Supreme mein khooni khel ki shuruaat ho gayi.

Aapne har ek scene ko bahut achhe se likha hai aur mujhe pata hai ki aise scenes likhne ke liye pahle hi bahut sare plans, draft aur skills ki jarurat hoti hai.

Let's see Jenith ab Taufiq ke sath kya karti hai???

Nice and beautiful update brother, respect ki aapne Lauren ki murder ke pichhe itne sare secrets chhup
a rakha tha.

Nice update....

बहुत ही सुंदर लाजवाब और गजब का शानदार अपडेट है भाई मजा आ गया
ये नक्षत्रा ने जेनिथ को तौफिक की पुरी जन्मकुंडली दिखा दी साथ ही साथ लाॅरेन की भी
बहुत ही जबरदस्त अपडेट
खैर देखते हैं आगे क्या होता है
अगले रोमांचकारी धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा

Ju na sudhroge :haha:

intezaar rahega next update ka Raj_sharma bhai....

Update Posted Friends :declare:
 
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