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Incest जीजा जी की चाहत (incest)

neeRaj@RR

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भाई जितने अपडेट पड़ो उतनी ही और अपडेट की भूख बढ़ जाती है बेहतरीन स्टोरी
धन्यवाद भाई आप अपनी भूख बढ़ाते रहिये मैं पेट भरने का प्रबंध करता हूँ 😀
 

neeRaj@RR

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सच बताना भाई लोग
अगर सच मे ऐसी गांड मिल जाये तो कितने लोग चाटेंगे ????
ऐसी गांड़ कौन नही चाटेगा 🤔
 

Lucky..

“ɪ ᴋɴᴏᴡ ᴡʜᴏ ɪ ᴀᴍ, ᴀɴᴅ ɪ ᴀᴍ ᴅᴀᴍɴ ᴘʀᴏᴜᴅ ᴏꜰ ɪᴛ.”
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नमस्कार दोस्तो मेरा नाम विकास पटेल है और ये मेरे जीवन की घटना है कोई कहानी नही। मेरे परिवार में 4 लोग हैं। मैं विकास उम्र 19 साल मम्मी शालिनी पटेल उम्र 39 साल पापा राजेश पटेल उम्र 42 साल और मेरी दीदी निकिता जो कि अभी अभी 21 की हुई हैं और वो एक मस्त बेहद गोरी दुबली लंबी किसी मॉडल जैसी खूबसूरत हैं ।

हम इलाहाबाद में रहते हैं वैसे तो हमारा परिवार एक सामान्य परिवार है पापा जल निगम में इंजीनियर हैं मम्मी हाउसवाइफ और हम भाई बहन स्टूडेंट सब अपने अपने कामो में लगे हुए थे लाइफ नार्मल चल रही थी।

ये कहानी तब से शुरू होती है जब मैं 11th में पढ़ रहा था और निकिता दीदी कॉलेज में सेकेंड ईयर में एक दिन पापा किसी काम से अचानक ऑफिस से घर लौट रहे थे दोपहर के समय तो उन्होंने क्या देखा कि निकिता दीदी एक बाइक पर किसी लड़के के साथ बहुत चिपक कर बैठी हुई कहीं जा रही थींं वो लड़का हमारे ही मुहल्ले का विनय सिंह था जो कि काफी बदनाम था अपनी बुरी आदतों के चलते शराब पीना सट्टा खेलना नई नई लड़कियों को घुमाना जैसे सारे ऐब थे उस लड़के में, ये देख कर पापा का पारा चढ़ गया उन्होंने फौरन घर आ कर मम्मी को ये सब बताया उस समय मैं भी घर पर था और विनय को अच्छी तरह से जानता था तो मुझे भी बुरा लगा कि मेरी दीदी जो कि एक अच्छी पढ़ने वाली लड़की है वो ऐसे गलत इंसान के चक्कर मे कैसे फंस गई ।

सारी बात सुनने के बाद मम्मी ने कहा आप अभी अपना गुस्सा शान्त करो मैं बात करती हूँ निकिता से पर पापा नही माने उन्होंने तुरंत ही दीदी को कॉल की ।
दीदी ने कॉल रिसीव की और पापा ने लहजा सामान्य रखते हुए पूछा निकिता बेटा कहाँ हो तुम ??
दीदी ने बताया कि वो कॉलेज में है। वो साफ झूठ बोल रही थी जबकि अभी 10 मिनट पहले ही पापा ने उसे विनय के साथ घूमते देखा था ।

फिर भी पापा ने खुद पर संयम रखते हुए कहा कि बेटा ऐसा है मेरी तबियत कुछ खराब है तुम्हे फौरन घर आना होगा मैं विकास को तुम्हारे कॉलेज भेज रहा हूँ तुम जितनी जल्दी हो सके घर आ जाओ।
ये सुन कर दीदी कुछ हड़बड़ा सी गयी और बोली नही पापा आप किसी को मत भेजो मैं आ जाती हूँ ना जल्दी से ।

पापा ने एक गहरी सांस ली और बोले ठीक है आ जाओ। फिर उन्होंने फोन काट दिया और मुझे बुला कर कहा विकास कल से तुम दो तीन दिन अपना स्कूल छोड़ कर सुबह और शाम में अपनी दीदी पर नजर रखोगे सुबह जब वो कॉलेज जाती है और जब उसकी छुट्टी होती है उस टाइम वो किस के साथ आती जाती है । कॉलेज बंक कर के किस के साथ जाती है सारी इन्फॉर्मेशन मुझे चाहिए मैं अपनी बेटी को गलत हाथों में नही जाने दे सकता ।

मैंने कहा ठीक है पापा मैं दीदी पर नजर रखूंगा फिर हम सब दीदी का इंतजार करने लगे और कोई आधे घंटे बाद वो आयी घंटी बजते ही मम्मी ने दरवाजा खोला दीदी अंदर और हम सब को ड्राइंग रूम में बैठा देख कर वो थोड़ी चिंतित हो गयी ।
पापा ने दीदी को बैठने को बोला वो बैठ गयी फिर पापा ने गंभीरता से कहा निकिता आज सुबह से तुम कॉलेज में थी?
दीदी- ह ह हां और कहाँ होउंगी कॉलेज में ही थी पापा ....
पापा- पर मैंने तो तुम्हे चन्द्रलोक पैलेस के पास वाले चौराहे पर देखा था किसी लड़के के साथ उसकी बुलेट पर .....
दीदी का चेहरा एकदम उतर गया वो चुपचाप सर झुका कर बैठ गईं उन्होंने कोई जवाब नही दिया
पापा- चुप क्यों हो निकिता जवाब दो तुम किस के साथ और क्यों थी वहां ?
मम्मी ने भी वो सवाल दोहरा दिया थोड़ा सख्त लहजे में।
दीदी ने सर झुकाए हुए मरी मरी हुई आवाज़ में कहा वो मेरा एक दोस्त है उसी के साथ मूवी देखने जा रही थी ।
ये सुनते ही पापा एकदम से दहाड़ते हुए बोले दोस्त कैसा दोस्त उस लड़के को जानती हो तुम एक नंबर का आवारा और बदचलन लड़का है वो हर रोज नई लड़की को ले कर घूमता है उस से तुम्हारी दोस्ती हुई कैसे कहाँ मिला वो तुम्हे ??

दीदी ने फिर बताना शुरू किया वो पिछले कुछ दिनों से रोज उनके कॉलेज आने जाने के समय उनका पीछा किया करता था और एक दो रास्ते मे उनसे बात करने की भी कोशिश की शुरू में दीदी ने उस पर ध्यान ना देते हुए इग्नोर किया पर फिर एक दिन उसके बहोत अनुरोध करने पर वो उसके साथ कॉफी पीने चली गयी और उसी दिन से उनकी दोस्ती की शुरुवात हो गयी दीदी ने बताया कि वो सिर्फ उसके साथ तीन चार बार रेस्तरां गयी हैं और दो बार मूवी देखने ।

ये सुन कर पापा को तसल्ली हुई कि शायद अभी तक दीदी के साथ कुछ गलत नही किया विनय ने पर वो अभी सच से अनजान थे । उन्होंने गहरी सांस लेते हुए कहा निकिता आज के बाद तुम उस लड़के से कभी नही मिलोगी ना ही कोई बात करोगी किसी भी तरह का कोई भी सम्बन्ध दोस्ती कुछ भी नही रखना है तुम्हे उस आवारा लड़के के साथ ये मेरी पहली और आखिरी चेतावनी है इसके बाद मैंने कभी कुछ गलत देखा या सुना तो मुझसे बुरा कोई नही होगा।

दीदी ये सुन कर सहम सी गयीं और पापा उठ कर चले गए उनके जाने के बाद मम्मी ने क्लास लगाई मैं उठ कर अपने रूम में आ गया पर मेरे कान मम्मी और दीदी की बातों पर ही लगे हुए थे ।

मम्मी दीदी से कुरेद कुरेद कर पूछ रही थी कि उनकी विनय सिर्फ दोस्ती है या उसके आगे भी कुछ है आखिर मम्मी ने दीदी को ये भरोसा दिलाया कि वो पापा से कुछ नही कहेंगी पर वो उन्हें सब सच सच बता दें तब जा कर दीदी ने हिचकते हुए बताया कि वो दोनो एक दूसरे से प्यार करते हैं और विनय ने उनके साथ कई बार शारीरिक संबंध भी बनाये हैं ।
ये सुन कर मम्मी भी शॉक हो गईं और दीदी को बुरी तरह से डांटने लगी घर का माहौल काफी खराब हो गया ।

और ये सुन कर मुझे भी बेहद गुस्सा आ रहा था उस विनय पर लेकिन मैं उसका कुछ कर नही सकता था क्योंकि मैं लड़ाई झगड़े से दूर रहने वाला लड़का था और अगर मैं कुछ करता और पापा मम्मी को पता चलता तो वो भी मुझे सुनाते खैर मैं उठ कर बाहर निकल गया और अपने दोस्त संजय के यहां चला आया उस के साथ थोड़ा समय बिताने के बाद मेरा मूड कुछ ठीक हुआ तब तक पापा का कॉल आ गया उन्होंने पूछा कहाँ हो मैंने बताया कि संजय के यहां हूँ उन्होंने फौरन घर आने का हुक्म दिया मुझे लगा फिर से कुछ गड़बड़ हुई है और मैं फौरन घर चला आया ।

घर आ कर देखा तो मम्मी पापा ड्राइंग रूम में बैठे हुए गहन विचार विमर्श में लगे हुए थे मुझे देख कर दोनो चुप हो गए पर मुझे तो सब मालूम था कि दीदी के विनय के साथ बने शारीरिक संबंधों की वजह से ही सारा बखेड़ा हुआ है ।

मैं जा कर चुपचाप बैठ गया पापा ने थोड़ा सोच कर बोलना शुरू किया । बेटा विकास तुम्हारी दीदी उस कमबख्त विनय के चक्कर मे पड़ गयी है पता नही कैसे हांलाकि मैंने उसे अच्छी तरह से समझा दिया है और डांट भी लगाई है पर ये उम्र ऐसी है कि बच्चों को ज्यादा समझ नही आता इसलिए मैंने उसका फोन भी उस से ले लिया है और कल से तुम रोज उसे कॉलेज छोड़ने और लेने जाओगे और हां इसके अलावा भी उसे कहीं जाना हो तुम उसके साथ जाओगे मैं उसकी पढ़ाई डिस्टर्ब नही करना चाहता वरना मन तो कर रहा कि बस घर मे ही बंद कर के रखूं जैसे कर्म किये हैं इसने ......

पापा इस समय बेहद तनाव और गुस्से में थे मैंने पापा के हाथ पर हाथ रख कर कहा पापा आप निश्चिन्त रहो अब से मैं हर टाइम दीदी के साथ रहूंगा घर से बाहर पापा ने मेरी आँखों मे देखते हुए कहा बेटा ये जिम्मेवारी का काम है घर की इज्जत का सवाल है किसी तरह की कोई लापरवाही मत करना मैंने कहा नही पापा ऐसा कुछ नही होगा आप परेशान मत हो ।

फिर पापा ने अपनी बाइक की चाभी मुझे देते हुए कहा अब से तू साइकिल से स्कूल नही जाएगा ये पकड़ बाइक की चाभी कल से निकिता को कॉलेज छोड़ने और लाने की जिम्मेवारी तेरी और फिर वो उठ कर अपने रूम में चले गए ।

किसी तरह रात बीती और सुबह मैं साढ़े आठ बजे स्कूल के लिए तैयार हो गया निकिता दीदी सुबह से एक भी बार नजर नही आई थी वो अपने ही रूम में थी जब मैं नाश्ता करने लगा तो मैने मम्मी से पूछा भी की दीदी कहाँ है वो कॉलेज नही जा रही क्या तो मम्मी ने कहा सुबह उठा तो दिया था पर तब से वो कमरे से बाहर निकली ही नही मैं जा कर देखती हूँ और मम्मी उनके कमरे में गयीं तो दीदी अपने कमरे में तैयार बैठी थी पर वो शायद सबको फेस करने में हिचक रही थीं तो चुपचाप अपने कमरे में बैठी थीं मम्मी ने उन्हें बताया कि विकास तैयार है जाने के लिए चल बाहर तो वो बाहर आईं मम्मी ने उन्हें भी नाश्ता दिया और वो चुपचाप नाश्ता करने लगीं आज वो एकदम चुप थीं एक भी शब्द बोले बिना उन्होनें नाश्ता किया और फिर बैग ले कर बाहर आ गयी मैं भी उनके पीछे बाहर आ गया।

बाहर आ कर मैंने बाइक निकाली स्टार्ट की तो चुपचाप बैठ गईं मम्मी दरवाजे तक आईं और उन्होंने मुझे चेताया कि सीधा इसजे कॉलेज गेट पर ड्राप करना और जब से अंदर चली जाए तो सीधे अपने स्कूल जाना और शाम को इसे कॉलेज से ले कर सीधा घर आना ..... मैंने सर हिलाते हुए उन्हें आश्वस्त किया कि मैं पूरा ख्याल रखूंगा और फिर हम चल पड़े दीदी के कॉलेज की ओर।

घर से थोड़ी दूर आ कर मैंने बाइक चलाते हुए कहा दीदी एक बात कहूँ दीदी ने सिर्फ हूँ बोल कर उत्तर दिया मैंने कहा दीदी देखो वो विनय सच मे अच्छा लड़का नही है आप प्लीज उस से दूर ही रहना अब वरना पापा शायद आपकी पढ़ाई भी छुड़वा दें दीदी ने गहरी सांस ले कर कहा अब तू भी लेक्चर देगा मुझे मैंने नही एकदम नही दीदी मैं आपको लेक्चर नही दे रहा हूँ बस बता रहा हूँ कि अगर आप ने पापा की बातों को नही माना तो ऐसा भी हो सकता है इतना कह कर मैंने साइड मिरर से दीदी को ओर देखा हमारी आंखे मिली और वो थोड़ा सा मुस्कुराई तभी अगले चौराहे पर मेरी नजर विनय पर पड़ी वो अपनी काली बुलेट पर बैठा हुआ था और दीदी के मेरे साथ बाइक पर देख कर उसने बुरा से मुह बनाया रेड सिग्नल की वजह से मुझे बाइक रोकनी पड़ी मैंने मिरर में देखा दीदी उसी की ओर देख रही थीं तभी विनय अपनी बाइक स्टैंड पर लगा कर हमारी ओर आने लगा दीदी ने उसे चुपके से ना आने का इशारा किया जिसे मैंने देख लिया विनय ने इसे कॉल करने का इशारा किया पर दीदी ने उसे ना में सर हिलाते हुए एक कागज का पुर्जा सड़क पर गिरा दिया और उसकी ओर देख कर हाथ जोड़ते हुए उसे पास ना आने का इशारा किया मैं ये सब गौर से देख रहा था ।

तभी सिग्नल ग्रीन हुआ और मैंने बाइक बढ़ा दी थोड़ा आगे जा कर मैंने फिर से देखा कि विनय अपनी बुलेट से हमारा पीछा का रहा था ये देख कर मुझे गुस्सा आया और मैंने एकदम से एक्सीलेटर खींच कर स्पीड बढ़ा दी और दीदी को झटका लगा तो उन्होंने एकदम से मेरी कमर को कस के पकड़ लिया और बोली क्या कर रहा है विक्की गिरायेगा क्या ।
मैंने थोड़ा गुस्से में कहा .... वो हरामजादा विनय हमारा पीछा कर रहा है आपको दिखा नही क्या ये सुन कर दीदी चुप हो गयी और फिर कुछ देर बाद वो बोली विक्की प्लीज घर पर कुछ मत बताना नही तो फिर से वही सब शुरू हो जाएगा मैंने कहा क्या मतलब है आपका की मैं पापा से झूठ बोलूं अभी चौराहे पर वो और आप इशारों इशारों में बात कर रहे थे जबकि पापा ने मना किया है आपको उस से किसी भी तरह का संपर्क रखने से और अब आप चाहती हो कि मैं ये सब देख कर भी चुप रहूं या झूठ बोलूं दीदी ने कहा देखो विक्की मुझे भी पापा की बात समझ आयी है पर आखिर मुझे भी तो उसे ये सब बता कर उस से पीछा छुड़ाना पड़ेगा ना उसे क्या पता कल क्या हुआ घर पर वो तो रोज की तरह मुझसे मिलने के लिए आया है बातें करना चाहता है पर उसे बताए बिना वो कैसे जानेगा की मेरा और उसका रिश्ता मेरे घर वालों को पता लग गया है और अब आगे मैं उस से नही मिल सकती कोई संबंध नही रख सकती यही बताने के लिए मैंने उसे वो लेटर लिख कर दिया है हांलाकि मैं तुझसे छिपा कर उसे वो देना चाहती थी पर मुझे नही पता था तेरी नजर इतनी तेज है।

दीदी की बात सुन कर मुझे भी लगा कि वो सही कह रही हैं जब कल तक उन दोनों की अच्छी खासी दोस्ती चल रही थी वो साथ घूम रहे थे मूवी जा रहे थे तो एकदम से दीदी उस से मुह कैसे मोड़ लें आखिर उसे भी तो उनकी हालत पता चले हो सकता है सब मालूम होने के बाद वो खुद ही दीदी से किनारा कर ले ये सोचते हुए हम दीदी के कॉलेज पहुंच गए मैन दखा की विनय भी थोड़ी दूर पर अपनी बुलेट के साथ खड़ा हुआ दीदी को ही घूर रहा है ।

दीदी बाइक से उतरी उनके चेहरे पर चिंता और उदासी छाई हुई थी वो मुड़ कर अंदर जाने लगी मैंने उन्हें आवाज़ दी .... दीदी सुनो उन्होंने मुड़ कर मेरी ओर देखा मैंने कहा दीदी ऐसा है आपकी बात मुझे सही लग रही है बेहतर होगा आप एक बार विनय से इस मामले में साफ बात कर लो कि अब आप उस से आगे कोई संबंध नही रख सकती और वो इस तरह से आपका पीछा करना या आपसे मिलने और बात करनेके प्रयास करना छोड़ दे इसी में सबकी भलाई है ।

दीदी ने आश्चर्य से मेरी ओर देखते हुए पूछा और पापा को पता चला तो मैंने थोड़ा संजीदा होते हुए कहा मैं पापा से कुछ नही बताऊंगा पर ये आखिरी बार आपकी उस से बात होगी इसके बाद कभी नही दीदी ने थोड़ा सोचते हुए कहा ठीक है तो मैं अभी उस से मिल कर बात कर लूं मैंने कहा ठीक है कर लो दीदी कुछ सेकेंड्स मुझे देखते रही फिर मेरा हाथ पकड़ कर बोली थैंक्स विक्की तुमने मेरी परेशानी को समझा और मेरा साथ दिया वो जरा सा मुस्कुराई और फिर विनय की ओर बढ़ गईं ।

विनय के पास पहुंच कर वो कुछ देर उस से बात करती रहीं विनय के चेहरे के भाव देख कर मुझे लगा कि वो इतनी आसानी से दीदी का पीछा नही छोड़ने वाला वो कई बार ग़ुस्से में मेरी ओर देखता और फिर दीदी से उलझ जाता दीदी बार बार उसके हाथ जोड़ रही थीं ये देख कर मुझे गुस्सा आने लगा और मन किया कि जा कर इस विनय के बच्चे के चार हाथ लगाऊं सबके सामने पर फिलहाल मैंने खुद को शांत रखा लगभग 20 मिनट तक दीदी और विनय सड़क के किनारे खड़े बातें करते रहे फिर विनय ने ना में सर हिलाई और बाइक स्टार्ट कर के एकदम से बड़ी तेजी से मेरी बगल से निकल गया और चंद सेकेंड में ही नजरो से ओझल हो गया।

मैंने दीदी को ओर देखा वो अभी भी वही चुपचाप चिंता में डूबी हुई खड़ी थीं मैंने अपनी बाइक स्टैंड पर लगाई और दीदी के पास आया दीदी ने मुझे देखा और बोली वो नही मान रहा विक्की कह रहा है हम एक दूसरे से प्यार करते हैं और वो मुझसे ही शादी करेगा अगर किसी ने उसे मुझसे मिलने से रोका तो वो उसे जान से मार देगा ये कहते हुए दीदी रोने लगी उनकी आंखों से आंसू टपकने लगे मैं भी उनकी बात सुन कर परेशान हो गया एक ओर पापा का गुस्सा दुसरी ओर दीदी का दुख मेरी समझ नही आ रहा था क्या करूँ ........

दोस्तों ये था पहला अपडेट जल्दी ही फिर मुलाकात होगी आपसे पढ़िए और मेरा प्रयास कैसा है अपने सुझाव दीजिये।
Nice starting
 

A.A.G.

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सुबह 6 बजे मेरी आँख खुली दीदी अब भी नंगी मेरी बाहों में सिमटी सो रही थीं ...... उनके मासूम चेहरे पर प्यारी सी मुस्कान खुशी और संतुष्टि थी ..... मैंने दीदी के होंठो पर किस किया ऊऊम्म्म्म्म और उठने लगा इस हलचल से दीदी जाग गयीं ...... और मेरी बांह पकड़ कर एकदम से लिपट गयीं मुझसे और बोली गुड मॉर्निंग मेरी जान .......


उनकी नंगी चूची मेरी बांह से चिपकी हुई थी और सुबह सुबह मेरा लंड फिर से सर उठाने लगा था ...... गुड मॉर्निंग स्वीटहार्ट मैंने दीदी को रिप्लाई करते हुए खड़े हो रहे लंड को दबा कर शांत करने की कोशिश की ........

लेकिन दबाने से कभी लंड शांत हुआ है दीदी के हार्ड निप्पल की चुभन बांह पर महसूस करते ही और वो और तेजी से सर उठाते हुए झटके मारने लगा ......... दीदी वो नज़ारा देख कर हंसने लगी फिर मैं उठ कर बाथरूम चला गया और फ्रेश हो कर नहा कर रेडी हो कर नीचे आ गया ........

थोड़ी देर में दीदी भी नहा कर नीचे आ गईं आज उन्होंने येलो ड्रेस पहनी हुई थी और गजब की सुंदर दिख रही थीं कल रात हुई गरमा गरम मस्ती से उनके चेहरे की चमक मानो और बढ़ गयी हो .......

तभी पापा भी तैयार हो कर नाश्ते के लिए आ गए और हम सब ने साथ मे नाश्ता किया ....... पापा ने पूछा कि मैंने कुछ काम शुरू किए या नही मैंने कहा बस आज से सब शुरू करना है पापा , तभी मम्मी बोली मैं सोच रही थी कि ऊपर तीसरी मंजिल पर दो कमरे और एक बाथरूम और बनवा लें तो ठीक रहेगा शादी के घर मे मेहमान आएंगे चार कमरों में बिस्तर लगवा देंगे तो सही रहेगा....... और इसी टाइम ऊपर वाले तीनो कमरों का फर्श भी फिर से बनवा दें ...... ऊपर के तीनों कमरों में बस साधारण फर्श था मम्मी चाहती थीं कि उनमें भी टाइल्स या मार्वल लग जाएं।

उनकी बात हम सभी को जंची और तय हुआ कि जल्दी से ऊपर काम शुरू करवा दिया जाए और बुकिंग वगैरह का काम निपटा दिया जाए बाकी बाद में देखा जाएगा .........

फिर हम सब निकल पड़े अपने अपने रास्ते पापा आफिस और मैं दीदी को कॉलेज छोड़ कर अपने कॉलेज ....... कॉलेज में संजय मिला वो भी अब बहोत खुश था और इसी खुशी में मैंने उसे अपना पिछड़ा कॉलेज वर्क पूरा करने की जिम्मेवारी दे दी जिसे उसने खुशी से स्वीकार भी कर लिया.......

फिर लंच में मैंने उससे कहा यार ऊपर कुछ काम करवाना है ....... कोई बढ़िया बन्दा चाहिए जो जिम्मेवारी से सब काम कर दे ........ वो बोला तू टेंशन ना ले मेरी बुआ का लड़का प्रकाश यहीं प्रयागराज में ठेकेदारी का काम करता है उसके पास सारा इंतजाम है मैटेरियल से ले कर लेबर इलेक्ट्रिशियन प्लम्बर सब का जुगाड़ वो कर देगा और घर का बन्दा है तो बढ़िया काम भी करेगा .........

मैंने कहा फिर उसे जल्दी से बुला ले काम शुरू करवा देते हैं वो बोला ठीक है मैं शाम को उससे बात करता हूँ ......

फिर 3 बजे मैं दीदी को ले कर घर पहुंचा और खाना खाते हुए संजय का कॉल आया उसने बताया कि प्रकाश से बात हो गयी है और वो उसे ले कर मेरे घर आ रहा है .......


फिर आधे घंटे में प्रकाश और संजय आ गए मैंने सबको साथ ले जा कर ऊपर अपनी रिक्वायरमेंट बताई प्रकाश ने सब ठीक से समझा और बोला ठीक है भाई जी सब हो जाएगा कमरे और बाथरूम बनवाने से ले कर प्लम्बर इलेक्ट्रिशियन का सारा काम उसके बाद पूरे घर की पेंटिंग वगैरह सब मैं करवा दूंगा .......


फिर हम नीचे आ गए मम्मी ने सबको चाय नाश्ता कराया और जाते जाते संजय ने प्रकाश को हिदायत भी दी कि काम बढ़िया होना चाहिए और फालतू पैसा नही खर्च होना चाहिए ......


प्रकाश बोला भैया आप मुझे एक लाख रुपये दे दो मैटेरियल गिरवाने के लिए मैं कल सब इंतजाम करवा के परसों से काम शुरू करवा देता ....... मैंने उसे तुरंत एक लाख की चेक पकड़ाई और वो ले कर चला गया ......


फिर मैंने संजय को बाकी कामो के बारे में बताया उसने कहा हर रोज एक काम निपटाएंगे तो हफ्ते 10 दिन में सब हो जाएगा सबसे पहले तो एक बढ़िया मैरिज हाल या लॉन बुक करना था चूंकि नवंबर में शादी थी तो ज्यादा ठंड नही होनी थी इसलिए मैं ओपन लॉन से करना चाहता था ........

फिर मैंने बाइक उठाई संजय के साथ अपने एरिया के दो तीन सबसे अच्छे लॉन गया उन्हें देखा समझा रेट पता किया ........ उनके वीडियोस बनाये और घर आ कर मम्मी और दीदी के साथ डिस्कस करने लगा ....... तभी पापा भी आ गए मैं उन्हें भी दिखाने लगा तो वो बोले भाई ये सब तू और निकी ही देख ले जो भी पसन्द आये .......


फिर दीदी ने एक लॉन सेलेक्ट किया यहां काफी ज्यादा खुला स्पेस था और साथ ही 12 बड़े कमरे भी थे स्टेज भी शानदार और बड़ा था ....... आखिर में वही फाइनल हुआ और फिर ........ मैं संजय को घर छोड़ने चला गया वापस आ कर हम सबने खाना खाया और फिर रोज की तरह हम अपने कमरों में पहुंच गए .......


दीदी चेंज कर के मेरे रूम में आईं दरवाजा बंद कर के लेट गयी मेरे बगल में उन्होंने मुझसे चिपकने की कोशिश की पर मैंने उन्हें बाहों में भर के किस किया और बोला दीदी आज सोने दो ना कल से बहोत भाग दौड़ करनी है दीदी बोली ठीक है ......

आज प्रतीक का कॉल भी नही आया ..... और हम जल्दी ही सो गए ......


अगले दिन सुबह रोज की तरह दीदी ने पहले उठ कर मुझे जगाया और मैं उन्हें किस कर के जल्दी से रेडी हो कर नीचे आ गया थोड़ी देर में ही प्रकाश का काल आया उसने बताया कि भैया ईंट और मोरंग भेज दिया है आप उसे जगह बता देना उतारने की मैंने कहा ठीक है और फिर थोड़ी देर में ही ईंट मोरंग की गाड़ियां और 3 लेबर आये मैंने घर के बाहर ही वो सब उतरवा दिया और थोड़ी देर में ही प्रकाश भी आ गया वो मजदूरों को ले कर ऊपर आया और उसने कहा कि ये तीनो कमरे 20-25 दिन के लिए खाली करने पड़ेंगे ...... ये सुन कर मुझे बड़ा बुरा लगा साला अपना कमरा छोड़ना किसी मुसीबत से कम नही .......

लेकिन काम करवाना था तो करना ही पड़ेगा तो ये तय हुआ कि दीदी मम्मी के कमरे में शिफ्ट होंगी और मैं नीचे वाले गेस्ट रूम में रहूंगा ......

और फिर मैंने और दीदी ने अपने अपने कमरों से जरूरी सामान निकाल कर नीचे वाले कमरों में शिफ्ट किया और बाकी का सामान अलमारी में भर कर लॉक कर दिया ......


प्रकाश ने ही कहा कि भैया इन कमरों में आप ताला लगा दो क्यों कि मजदूरों का कोई भरोसा नही कब क्या सामान पार कर दें मौका पा कर दिन में वैसे भी घर पर सिर्फ मम्मी होती हैं वो अकेली कहाँ कहाँ नजर रख पाती और हमारे कमरे फिलहाल के लिए बंद हो गए .........

दीदी का मूड थोड़ा ऑफ था इस वजह से ....... की अब हमें काफी दिनों तक कोई मौका नही मिलने वाला था साथ मे सोने का कॉलेज जाते हुए रास्ते मे वो इस वजह से काफी उखड़ी हुई थीं और मुझसे बोली पहले ऊपर का काम करवा लेते उसके बाद हमारे रूम खाली करते मैंने कहा यार फर्श का काम ज्यादा से ज्यादा 8-10 दिन में हो जाएगा उसके बाद हम रह सकते हैं अपने कमरों में ....... फिर भी उनका मूड सही नही हुआ ....... वो बोली बड़ी मुश्किल से तुझे मनाया था तो अब ये नई मुसीबत .......

खैर अब उनका मूड सही करने का मेरे पास कोई इंतजाम फिलहाल तो नही था तो उन्हें कॉलेज ड्राप कर के मैं अपने कॉलेज निकल गया ........ पहला पीरियड ऑफ था तो मैं फील्ड में निकल गया और प्रकाश को कॉल की उसने कॉल रिसीव की तो मैंने कहा यार एक काम करो तुम सबसे पहले ऊपर वाले तीनो कमरों का फर्श बनवा दो और भले ही ज्यादा आदमी लगें पर जल्दी जल्दी से उनका काम फिनिश करवा के उनकी सीलिंग बनवा कर पेंट करवा के सब ok करवाओ ताकि हम अपने कमरों में शिफ्ट हो सकें बाकी काम करवाते रहना ..........

वो बोला भाई जी फर्श का काम वैसे भी दूसरा मिस्त्री करेगा मैं आज ही फर्श तोड़ने के लिए 4 लेबर लगा देता हूँ कल तक वो फर्श तोड़ लेंगे और परसो से मैं फर्श का काम शुरू करा दूंगा उपर के कमरों और बाथरूम का काम दूसरे लोग करेंगे .......

बस आप आज या कल में थोड़ा टाइम दो मुझे और फर्श के लिए टायल्स सेलेक्ट कर लो मैंने कहा ठीक है शाम को चलते हैं .........


वो बोला ठीक है मैं शाम को आपको कॉल करूंगा और फर्श का काम 4-5 दिन में निपट जाएगा उसके बाद बस एक एक दिन तीनो कमरों की सीलिंग में और दो दिन पेंटिंग में ...... मैं 10 दिन में आपके वो तीनो कमरे फिनिश करवा देता हूं ....... मैंने कहा भाई तेरा बहोत अहसान होगा वो बोला क्या भाई जी मैं कौन सा फ्री में करवा रहा हूँ पैसे भी तो दे रहे हो आप ...........

फिर सारा दिन कॉलेज में बिता कर शाम 3 बजे घर पहुंच कर खाना खा कर मैं निकल गया मैरिज लॉन वाले से बात कर के उसे एडवांस दे कर बुकिंग फाइनल की और वहां से निकलते ही प्रकाश का कॉल आ गया उसने एक शॉप का एड्रेस दिया और बोला आप वहां जा कर सैम्पल देख कर माल सेलेक्ट कर को जो भी लगवाना हो बस फिर आप फ्री हो उसके बाद मेरी जिम्मेवारी .........

मैं वहां से सीधा शॉप पर गया और फर्श के लिए खूबसूरत डिजाइनर टायल्स सेलेक्ट कर के घर निकल गया ........ शाम के 7 बजे मैं घर पहुंचा ......., कपड़े बदल कर एक बार ऊपर गया मेरे और दीदी के कमरे का कबाड़ बना हुआ था सारा फर्श उधड़ा पड़ा था और चारो ओर धूल जमी हुई थी ....... मैं नीचे आ गया और tv देखने लगा तभी पापा आये और मुझसे आज दिन भर की जानकारी लेने लगे मैंने आज की रिपोर्ट दी उन्हें ....... फिर हमने खाना खाया और दीदी और मम्मी , मम्मी के कमरे में पाप गेस्ट रूम में और मैं ड्राइंग रूम में पड़े सोफे पर ही लेट गया .........


जल्दी ही मुझे नींद आने लगी और मैंने tv ऑफ की और सो गया ...... रात के 11 बजे मुझे ऐसा लगा कोई मुझे किस कर रहा है और मेरी आँख खुल गयी देखा तो दीदी मुझ पर झुकी हुई मुझे किस कर रही थीं ....... मैंने फुसफुसा कर कहा क्या कर रही हो यहां जाओ अपने कमरे में किसी ने देख लिया तो मुसीबत होगी ...... वो मुह फुला कर खड़ी हो गईं और बोली अच्छा अब एक किस भी नही मिलेगी उसके लिए भी तरसना पड़ेगा ...... मैं उनकी बात सुन कर मुस्कुरा दिया और एक बार मम्मी और पापा के कमरों की ओर देखा वहां एकदम शांति थी फिर मैंने उनकी गर्दन में हाथ डाल कर उन्हें अपनी ओर खींचा और उनके गुलाबी नरम होंठो को अपने होंठो में दबा कर चूसने लगा ........


पूरे दो मिनट तक हम एक दूसरे के होंठो को चूसने चाटने में मगन रहे और फिर मैंने दीदी को अलग करते हुए कहा बस अब जाओ आप दीदी ने बड़ी लाचारगी से मेरी ओर देखा उनका मन नही कर रहा था जाने का लेकिन फिर वो मुड़ी और चली गई मम्मी के रूम में .........

और मैं दोबारा सोने की कोशिश करने लगा ....... आखिर नींद आ ही गयी और मैं सो गया ........

अगले 13 दिन बड़ी भाग दौड़ और व्यस्तता रही रोज का वही रूटीन सुबह नहा धो कर कॉलेज और वापस लौट कर संजय के साथ कभी हलवाई कभी माली कभी लाइट और बैंड और कभी आतिशबाजी और घोड़ी ........


लेकिन इस मेहनत का नतीजा ये निकला की सारे बुकिंग के काम निपट गए अब सिर्फ शॉपिंग का काम बाकी था मैं रोज के रोज मम्मी पापा को सारी रिपोर्ट दे देता था पिछले 10 दिन से मैं ऊपर गया ही नही था वहां इतनी गंदगी फैली हुई थी चारो ओर धूल मिट्टी ........



लेकिन आज शाम को घर आने के बाद प्रकाश आया और मैंने उस से अब तक काम की रिपोर्ट मांगी उसने बताया कि भैया ऊपर वाले कमरों का काम निपट गया है मैं उसके साथ ऊपर आया अपने कमरे में ....... कमरे की रंगत एकदम बदल चुकी थी नया चमचमाता हुआ फर्श छत पर डिजाइनर सीलिंग और पूरे कमरे में पेंट की गंध फैली हुई थी .......


मुझे पेंट की स्मेल से एलर्जी है और फौरन ही मुझे छींक आने लगी एक बार कमरे का मुआयना कर के संतुष्ट हो के मैं बाहर आ गया और फिर बाकी बाकी दोनो कमरों का भी निरीक्षण किया यहां का सब काम बढ़िया तरीके से हो चुका था फिर और ऊपर छत पर गया तो देखा नए कमरो की दीवारें खड़ी हो चुकी थीं ..........

और छत डालने के लिए शटरिंग लग रही थी ....... प्रकाश ने बताया कि बस कल छत ढल जाएगी फिर 10 दिन बाद फिनिशिंग का काम शुरू करा दूंगा और 10-12 दिन में सब खत्म मैं काम की गति से सन्तुष्ट था ....... उसने कहा भैया पैसा खत्म हो गया है कुछ पेमेंट और मिल जाता तो मैंने उसे दो लाख रुपये का एक चेक और दिया वो खुशी खुशी चला गया ........

अभी कमरे में पेंट की गंध तेज थी तो मैंने सोचा एक दो दिन और इंतजार कर लूं और मैंने सभी कमरों के खिड़की दरवाजे खोल कर पंखे चला दिए .........

फिर मैं नीचे आया और रात का खाना खा कर हम सब सोने चले गए अपनी अपनी जगह पर इन 13 दिनों में मुझे और दीदी को बस थोड़ी बहुत चुम्मा चाटी का ही मौका मिला था ...... लेकिन कल संडे था ....... ।
mast update..!!
vikas toh aisi tayyari kar raha hai jaise uski aur nikita ki hi shaadi hone wali hai..nikita toh jayegi apne dusre lover ke paas shaadi karke aur khub chudwayegi bhi lekin vikas akela pad jayega..kya woh kabhi kisise itna pyaar kar payega..??
 
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