सम्भोग ही जीवन का सत्य हैं...
एक औरत कितनी प्यासी और कितनी कामवासनाओं से भारी पूरी है। एक औरत अपने मन के अश्लील और कामुक विचार को सिर्फ बिस्तर पर किसी मर्द की बाहों में लिपट कर आपने अदाओं से व्यक्त करती है। जो मर्द उस की इन अदाओ को समझ जाता है
सिर्फ वही मर्द चरम सुख पाने का हक दार होता है। सम्भोग में किये वादे और बातें कभी झूठी नहीं होती हैं और मौसम ठंड का हो तो योग के साथ साथ संभोग के भी भरपूर आनंद आता है।