मोहे रंग दे ,मोहे रंग दे ,रंग की यह कहानी साजन के रंग में सजनी के रंगने की है ,सजनी के रंग में साजन के रंगने की है ,और होली की है , ...और होली की नहीं भी है ,...मन और तन दोनों रंगने की है ,नेह के रंग की , देह के रंग की ,... एक ऐसी कहानी जो सिर्फ इस देस में हो...