Shah40
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Accha update tha bhaiजैसे ही जिस्म की आग ठंडी हुई तो रूबी की उखड़ी हुई सांसे धीरे धीरे नॉर्मल हुई और उसने अपने कान पर लगे हेड फोन को देखा तो उसे याद अा गया कि वो तो अभी बेटे से बात कर रही थी।
रूबी ने डरते हुए फोन की तरफ देखा तो पाया कि कॉल तो कट गया था लेकिन साहिल ने उसकी आवाज सुनी या नहीं वो ये तय नहीं कर पा रही थी।
अगर साहिल ने मेरी बात सुन ली होगी तो मैं तो उसकी नजरो में हमेशा के लिए गिर जाऊंगी। है भगवान मैं क्या करू अब, काश फोन पहले ही कट गया हो और साहिल ने मेरे मुंह से कुछ ना सुबह हो,अगर ऐसा हो गया तो मैं तो गरीबी को खाना और दान दूंगी।
तभी रूबी की नजर किताब पर पड़ी तो उसका चेहरा गुस्से से लाल हो गया और वो समझ गई कि ये किताब जरूर अनूप लेकर आया हैं। आज मैं इसकी ऐसी खबर लूंगी कि आज के बाद कोई ऐसी गिरी हुई हरकत नहीं करेगा।
रूबी ऐसे ही पूरी नंगी चल पड़ी गुस्से से दहकती हुई, उसकी आंखो से अंगारे बरस रहे थे। उसने गेट खोला और देखा कि अनूप सोया हुआ पड़ा था उसने फ्रिज से ठंडा पानी निकाला और जग में भर कर उसके मुंह पर दे मारा तो अनूप के मुंह से एक जोरदार चींख़ निकल गई और एक झटके के साथ उठते हुए बोला :"
" ये साली बदतमीजी हैं रूबी , मेरे उपर पानी क्यों डाला ?
रूबी ने कुछ नहीं बोला और किताब अनूप के मुंह पर फेंक कर मारी और बोली:
" कुत्ते अपनी गांड़ मरा ले ना तू नीरज से, सुन तू यही चाहता हैं ना कि मैं नीरज से चुद जाऊ तो सुन मैं नंगी ही सड़क पर जा रही हूं और जो कोई भी मिलेगा सब से चुदवओगी, चल साले तू पैसे गिनता रहना।
रूबी ने गेट खुला और चल पड़ी बाहर की तरफ तो अनूप जैसे पागल हो गया और भागते हुए उसे पकड़ लिया और बोला:"
" तुम्हारा दिमाग तो खराब नहीं हो गया रूबी, तुम्हे शर्म हैं या नहीं नंगी ही सड़क पा जाओगी।
रूबी:" नंगी ही तो होना हैं एक के आगे हो या सबके, इज्जत तो एक ही बार जाती हैं, और दिमाग मेरा नहीं तुम्हरा खराब हुआ हैं।
रूबी ने एक धक्का देकर अपना हाथ छुड़वा लिया और फिर से बाहर की तरफ चल दी और जैसे ही गेट खोलने वाली थी अनूप ने फिर से उसे पकड़ लिया और बोला:"
" मुझे माफ़ कर से, आज के बाद नहीं कहूंगा कभी भी, मेरी शहर में बहुत इज्जत हैं वो सब मिट्टी में मिल जाएगी।
रूबी ने उससे अपने आपको छुडाया और फिर से बाहर जाने लगी तो अनूप उसके पैरो में लेट गया और माफी मांगते हुए कहा;"
" बस कर रूबी मै बहक गया था लेकिन अब तुझे ऐसा कोई मोका नहीं दूंगा कि तुझे बुरा लगे, आखिरी बार मुझे माफ़ कर दे।
रूबी के बढ़ते हुए कदमों को ब्रेक लगे और उसने अनूप की तरफ देखा और उसे लगा कि अनूप सच में माफी मांग रहा है इसलिए अपने कदम वापिस खीच लिए और बोली:"
" ध्यान रखना अनूप ये आखिरी मौका हैं, अगर आगे तुमने कोई गलती की तो....
अनूप बीच में ही बोल पड़ा:"
" नहीं करूंगा, कभी नहीं करूंगा,।
रूबी नंगी ही अपने कमरे की तरफ चल पड़ी तो अनूप उसकी मटकटी हुई गांड़ देखकर मुस्कुरा उठा और मां ही मन बोला
" साली जल्दी ही नीरज का लंड तेरी चूत में होगा और मेरा तेरी गांड़ में, रण्डी बनाकर चोदूंगा तुझे चुदाई लोक में।
रूबी अपने कमरे में अा गई और सो गई जबकि अनूप सारी रात सोचता रहा कि किस तरह से अब रूबी को फंसाया जाए। अनूप ने बिस्तर पर पड़ी किताब देखी और उसे उठाकर अलमारी में रख दिया और सो गया।
वहीं साहिल अपनी मा के मुंह से किसी दूसरे मर्द का नाम सुनकर हैरान था, उसे यकीन नहीं हो पा रहा था कि इतनी भोली और सीधी सी दिखने वाली उसकी मा इतने खराब और गिरे हुए चरित्र की औरत होगी।
साहिल को चुदाई लोक में अपनी मा की कामुक अदाएं याद आने लगी और याद आने लगा कि किस तरह उसके पापा उसकी मम्मी से नफ़रत करते हैं। शायद इसलिए कि उन्हें मम्मी के बारे में सब पता होगा और इसलिए ही वो मम्मी को ठीक से प्यार और इज्ज्त नहीं देते हैं। आज उसके दिल में अपनी मा के लिए नफरत पैदा हो गई।
अगले दिन सुबह अनूप बिना कुछ खाए ही जल्दी ऑफिस चला गया और जाते ही ऑफिस से जुड़े हुए कमरे में लगे हुए बेड पर सो गया।
लीमा अपने सही समय पर ऑफिस अा गई और जैसे ही अनूप के ऑफिस में पहुंची तो देखा कि अनूप आराम से बेड पर सोया पड़ा हैं तो उसके होंठो पर स्माइल थिरक उठी एक ज़हरीली और रहस्य भरी।
उसने अनूप को काफी बार आवाजे लगाई लेकिन अनूप बिना कोई जवाब दिए सोता रहा तो लीमा निश्चिंत हो गई कि अनूप गहरी नींद में चला गया हैं तो वो ऑफिस में अनूप की चेयर पर बैठ गई और अपना मोबाइल निकाला और एक नंबर डायल कर दिया।
लीमा एक मुस्कान के साथ बोली:"
" सर आपका काम हो गया हैं अनूप पूरी तरह से नींद में डूबा हुआ हैं और उसका ध्यान अब किसी भी काम या प्रोजेक्ट पर नहीं हैं, मुबारक हो सर अब शहर में आप ही सबसे बड़ी स्पोर्ट्स कंपनी के मालिक होंगे।
अजनबी:" थैंक्स लीमा आखिर कार तुमने तो कर दिखाया जिसका सपना मैं सालो से देख रहा था। तुमने वाकई में बहुत अच्छा काम किया है।
लीमा:" सर मैं आज जो कुछ भी हूं सब आपकी मेहरबानी की वजह से हूं।
अजनबी: नहीं लीमा ये सब तुम्हारा अपना टैलेंट हैं, बताओ क्या चाहिए तुम्हे ?
लीमा एक दम से गंभीर हो गई और बोली:"
" सर सबसे पहले तो मंदिर में माथा टेक कर अपनी गलती की माफी मांगनी चाहती हूं। उसके बाद ही बाकी बाते होगी।
लीमा ने फोन काट दिया और हालत पर विचार करने लगी। उसने अपनी की ज़िन्दगी को पूरी तरह से तबाह कर दिया था। उसके जिस्म की सारी ताकत खतम कर दी और वो जानती थी रोज रात को पति पत्नी में लड़ाई होती होगी इसलिए अनूप यहां दिन में आकर सो रहा है।
लीमा का जमीर उसे कहीं का कहीं धिक्कार रहा था क्योंकि वो जानती थी कि उसने एक औरत की सबसे बड़ी खुशी छीन ली है और उसे ज़िन्दगी भर अब जिस्म की आग में जलना होगा। एक औरत होने के नाते वो अपनी की पत्नी का दर्द महसूस कर रही थी इसलिए उसकी आंखे भर आई तो उसने अपनी आंखे साफ कर ली और काम में लग गई।
Superb updateजैसे ही जिस्म की आग ठंडी हुई तो रूबी की उखड़ी हुई सांसे धीरे धीरे नॉर्मल हुई और उसने अपने कान पर लगे हेड फोन को देखा तो उसे याद अा गया कि वो तो अभी बेटे से बात कर रही थी।
रूबी ने डरते हुए फोन की तरफ देखा तो पाया कि कॉल तो कट गया था लेकिन साहिल ने उसकी आवाज सुनी या नहीं वो ये तय नहीं कर पा रही थी।
अगर साहिल ने मेरी बात सुन ली होगी तो मैं तो उसकी नजरो में हमेशा के लिए गिर जाऊंगी। है भगवान मैं क्या करू अब, काश फोन पहले ही कट गया हो और साहिल ने मेरे मुंह से कुछ ना सुबह हो,अगर ऐसा हो गया तो मैं तो गरीबी को खाना और दान दूंगी।
तभी रूबी की नजर किताब पर पड़ी तो उसका चेहरा गुस्से से लाल हो गया और वो समझ गई कि ये किताब जरूर अनूप लेकर आया हैं। आज मैं इसकी ऐसी खबर लूंगी कि आज के बाद कोई ऐसी गिरी हुई हरकत नहीं करेगा।
रूबी ऐसे ही पूरी नंगी चल पड़ी गुस्से से दहकती हुई, उसकी आंखो से अंगारे बरस रहे थे। उसने गेट खोला और देखा कि अनूप सोया हुआ पड़ा था उसने फ्रिज से ठंडा पानी निकाला और जग में भर कर उसके मुंह पर दे मारा तो अनूप के मुंह से एक जोरदार चींख़ निकल गई और एक झटके के साथ उठते हुए बोला :"
" ये साली बदतमीजी हैं रूबी , मेरे उपर पानी क्यों डाला ?
रूबी ने कुछ नहीं बोला और किताब अनूप के मुंह पर फेंक कर मारी और बोली:
" कुत्ते अपनी गांड़ मरा ले ना तू नीरज से, सुन तू यही चाहता हैं ना कि मैं नीरज से चुद जाऊ तो सुन मैं नंगी ही सड़क पर जा रही हूं और जो कोई भी मिलेगा सब से चुदवओगी, चल साले तू पैसे गिनता रहना।
रूबी ने गेट खुला और चल पड़ी बाहर की तरफ तो अनूप जैसे पागल हो गया और भागते हुए उसे पकड़ लिया और बोला:"
" तुम्हारा दिमाग तो खराब नहीं हो गया रूबी, तुम्हे शर्म हैं या नहीं नंगी ही सड़क पा जाओगी।
रूबी:" नंगी ही तो होना हैं एक के आगे हो या सबके, इज्जत तो एक ही बार जाती हैं, और दिमाग मेरा नहीं तुम्हरा खराब हुआ हैं।
रूबी ने एक धक्का देकर अपना हाथ छुड़वा लिया और फिर से बाहर की तरफ चल दी और जैसे ही गेट खोलने वाली थी अनूप ने फिर से उसे पकड़ लिया और बोला:"
" मुझे माफ़ कर से, आज के बाद नहीं कहूंगा कभी भी, मेरी शहर में बहुत इज्जत हैं वो सब मिट्टी में मिल जाएगी।
रूबी ने उससे अपने आपको छुडाया और फिर से बाहर जाने लगी तो अनूप उसके पैरो में लेट गया और माफी मांगते हुए कहा;"
" बस कर रूबी मै बहक गया था लेकिन अब तुझे ऐसा कोई मोका नहीं दूंगा कि तुझे बुरा लगे, आखिरी बार मुझे माफ़ कर दे।
रूबी के बढ़ते हुए कदमों को ब्रेक लगे और उसने अनूप की तरफ देखा और उसे लगा कि अनूप सच में माफी मांग रहा है इसलिए अपने कदम वापिस खीच लिए और बोली:"
" ध्यान रखना अनूप ये आखिरी मौका हैं, अगर आगे तुमने कोई गलती की तो....
अनूप बीच में ही बोल पड़ा:"
" नहीं करूंगा, कभी नहीं करूंगा,।
रूबी नंगी ही अपने कमरे की तरफ चल पड़ी तो अनूप उसकी मटकटी हुई गांड़ देखकर मुस्कुरा उठा और मां ही मन बोला
" साली जल्दी ही नीरज का लंड तेरी चूत में होगा और मेरा तेरी गांड़ में, रण्डी बनाकर चोदूंगा तुझे चुदाई लोक में।
रूबी अपने कमरे में अा गई और सो गई जबकि अनूप सारी रात सोचता रहा कि किस तरह से अब रूबी को फंसाया जाए। अनूप ने बिस्तर पर पड़ी किताब देखी और उसे उठाकर अलमारी में रख दिया और सो गया।
वहीं साहिल अपनी मा के मुंह से किसी दूसरे मर्द का नाम सुनकर हैरान था, उसे यकीन नहीं हो पा रहा था कि इतनी भोली और सीधी सी दिखने वाली उसकी मा इतने खराब और गिरे हुए चरित्र की औरत होगी।
साहिल को चुदाई लोक में अपनी मा की कामुक अदाएं याद आने लगी और याद आने लगा कि किस तरह उसके पापा उसकी मम्मी से नफ़रत करते हैं। शायद इसलिए कि उन्हें मम्मी के बारे में सब पता होगा और इसलिए ही वो मम्मी को ठीक से प्यार और इज्ज्त नहीं देते हैं। आज उसके दिल में अपनी मा के लिए नफरत पैदा हो गई।
अगले दिन सुबह अनूप बिना कुछ खाए ही जल्दी ऑफिस चला गया और जाते ही ऑफिस से जुड़े हुए कमरे में लगे हुए बेड पर सो गया।
लीमा अपने सही समय पर ऑफिस अा गई और जैसे ही अनूप के ऑफिस में पहुंची तो देखा कि अनूप आराम से बेड पर सोया पड़ा हैं तो उसके होंठो पर स्माइल थिरक उठी एक ज़हरीली और रहस्य भरी।
उसने अनूप को काफी बार आवाजे लगाई लेकिन अनूप बिना कोई जवाब दिए सोता रहा तो लीमा निश्चिंत हो गई कि अनूप गहरी नींद में चला गया हैं तो वो ऑफिस में अनूप की चेयर पर बैठ गई और अपना मोबाइल निकाला और एक नंबर डायल कर दिया।
लीमा एक मुस्कान के साथ बोली:"
" सर आपका काम हो गया हैं अनूप पूरी तरह से नींद में डूबा हुआ हैं और उसका ध्यान अब किसी भी काम या प्रोजेक्ट पर नहीं हैं, मुबारक हो सर अब शहर में आप ही सबसे बड़ी स्पोर्ट्स कंपनी के मालिक होंगे।
अजनबी:" थैंक्स लीमा आखिर कार तुमने तो कर दिखाया जिसका सपना मैं सालो से देख रहा था। तुमने वाकई में बहुत अच्छा काम किया है।
लीमा:" सर मैं आज जो कुछ भी हूं सब आपकी मेहरबानी की वजह से हूं।
अजनबी: नहीं लीमा ये सब तुम्हारा अपना टैलेंट हैं, बताओ क्या चाहिए तुम्हे ?
लीमा एक दम से गंभीर हो गई और बोली:"
" सर सबसे पहले तो मंदिर में माथा टेक कर अपनी गलती की माफी मांगनी चाहती हूं। उसके बाद ही बाकी बाते होगी।
लीमा ने फोन काट दिया और हालत पर विचार करने लगी। उसने अपनी की ज़िन्दगी को पूरी तरह से तबाह कर दिया था। उसके जिस्म की सारी ताकत खतम कर दी और वो जानती थी रोज रात को पति पत्नी में लड़ाई होती होगी इसलिए अनूप यहां दिन में आकर सो रहा है।
लीमा का जमीर उसे कहीं का कहीं धिक्कार रहा था क्योंकि वो जानती थी कि उसने एक औरत की सबसे बड़ी खुशी छीन ली है और उसे ज़िन्दगी भर अब जिस्म की आग में जलना होगा। एक औरत होने के नाते वो अपनी की पत्नी का दर्द महसूस कर रही थी इसलिए उसकी आंखे भर आई तो उसने अपनी आंखे साफ कर ली और काम में लग गई।
जैसे ही जिस्म की आग ठंडी हुई तो रूबी की उखड़ी हुई सांसे धीरे धीरे नॉर्मल हुई और उसने अपने कान पर लगे हेड फोन को देखा तो उसे याद अा गया कि वो तो अभी बेटे से बात कर रही थी।
रूबी ने डरते हुए फोन की तरफ देखा तो पाया कि कॉल तो कट गया था लेकिन साहिल ने उसकी आवाज सुनी या नहीं वो ये तय नहीं कर पा रही थी।
अगर साहिल ने मेरी बात सुन ली होगी तो मैं तो उसकी नजरो में हमेशा के लिए गिर जाऊंगी। है भगवान मैं क्या करू अब, काश फोन पहले ही कट गया हो और साहिल ने मेरे मुंह से कुछ ना सुबह हो,अगर ऐसा हो गया तो मैं तो गरीबी को खाना और दान दूंगी।
तभी रूबी की नजर किताब पर पड़ी तो उसका चेहरा गुस्से से लाल हो गया और वो समझ गई कि ये किताब जरूर अनूप लेकर आया हैं। आज मैं इसकी ऐसी खबर लूंगी कि आज के बाद कोई ऐसी गिरी हुई हरकत नहीं करेगा।
रूबी ऐसे ही पूरी नंगी चल पड़ी गुस्से से दहकती हुई, उसकी आंखो से अंगारे बरस रहे थे। उसने गेट खोला और देखा कि अनूप सोया हुआ पड़ा था उसने फ्रिज से ठंडा पानी निकाला और जग में भर कर उसके मुंह पर दे मारा तो अनूप के मुंह से एक जोरदार चींख़ निकल गई और एक झटके के साथ उठते हुए बोला :"
" ये साली बदतमीजी हैं रूबी , मेरे उपर पानी क्यों डाला ?
रूबी ने कुछ नहीं बोला और किताब अनूप के मुंह पर फेंक कर मारी और बोली:
" कुत्ते अपनी गांड़ मरा ले ना तू नीरज से, सुन तू यही चाहता हैं ना कि मैं नीरज से चुद जाऊ तो सुन मैं नंगी ही सड़क पर जा रही हूं और जो कोई भी मिलेगा सब से चुदवओगी, चल साले तू पैसे गिनता रहना।
रूबी ने गेट खुला और चल पड़ी बाहर की तरफ तो अनूप जैसे पागल हो गया और भागते हुए उसे पकड़ लिया और बोला:"
" तुम्हारा दिमाग तो खराब नहीं हो गया रूबी, तुम्हे शर्म हैं या नहीं नंगी ही सड़क पा जाओगी।
रूबी:" नंगी ही तो होना हैं एक के आगे हो या सबके, इज्जत तो एक ही बार जाती हैं, और दिमाग मेरा नहीं तुम्हरा खराब हुआ हैं।
रूबी ने एक धक्का देकर अपना हाथ छुड़वा लिया और फिर से बाहर की तरफ चल दी और जैसे ही गेट खोलने वाली थी अनूप ने फिर से उसे पकड़ लिया और बोला:"
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रूबी ने उससे अपने आपको छुडाया और फिर से बाहर जाने लगी तो अनूप उसके पैरो में लेट गया और माफी मांगते हुए कहा;"
" बस कर रूबी मै बहक गया था लेकिन अब तुझे ऐसा कोई मोका नहीं दूंगा कि तुझे बुरा लगे, आखिरी बार मुझे माफ़ कर दे।
रूबी के बढ़ते हुए कदमों को ब्रेक लगे और उसने अनूप की तरफ देखा और उसे लगा कि अनूप सच में माफी मांग रहा है इसलिए अपने कदम वापिस खीच लिए और बोली:"
" ध्यान रखना अनूप ये आखिरी मौका हैं, अगर आगे तुमने कोई गलती की तो....
अनूप बीच में ही बोल पड़ा:"
" नहीं करूंगा, कभी नहीं करूंगा,।
रूबी नंगी ही अपने कमरे की तरफ चल पड़ी तो अनूप उसकी मटकटी हुई गांड़ देखकर मुस्कुरा उठा और मां ही मन बोला
" साली जल्दी ही नीरज का लंड तेरी चूत में होगा और मेरा तेरी गांड़ में, रण्डी बनाकर चोदूंगा तुझे चुदाई लोक में।
रूबी अपने कमरे में अा गई और सो गई जबकि अनूप सारी रात सोचता रहा कि किस तरह से अब रूबी को फंसाया जाए। अनूप ने बिस्तर पर पड़ी किताब देखी और उसे उठाकर अलमारी में रख दिया और सो गया।
वहीं साहिल अपनी मा के मुंह से किसी दूसरे मर्द का नाम सुनकर हैरान था, उसे यकीन नहीं हो पा रहा था कि इतनी भोली और सीधी सी दिखने वाली उसकी मा इतने खराब और गिरे हुए चरित्र की औरत होगी।
साहिल को चुदाई लोक में अपनी मा की कामुक अदाएं याद आने लगी और याद आने लगा कि किस तरह उसके पापा उसकी मम्मी से नफ़रत करते हैं। शायद इसलिए कि उन्हें मम्मी के बारे में सब पता होगा और इसलिए ही वो मम्मी को ठीक से प्यार और इज्ज्त नहीं देते हैं। आज उसके दिल में अपनी मा के लिए नफरत पैदा हो गई।
अगले दिन सुबह अनूप बिना कुछ खाए ही जल्दी ऑफिस चला गया और जाते ही ऑफिस से जुड़े हुए कमरे में लगे हुए बेड पर सो गया।
लीमा अपने सही समय पर ऑफिस अा गई और जैसे ही अनूप के ऑफिस में पहुंची तो देखा कि अनूप आराम से बेड पर सोया पड़ा हैं तो उसके होंठो पर स्माइल थिरक उठी एक ज़हरीली और रहस्य भरी।
उसने अनूप को काफी बार आवाजे लगाई लेकिन अनूप बिना कोई जवाब दिए सोता रहा तो लीमा निश्चिंत हो गई कि अनूप गहरी नींद में चला गया हैं तो वो ऑफिस में अनूप की चेयर पर बैठ गई और अपना मोबाइल निकाला और एक नंबर डायल कर दिया।
लीमा एक मुस्कान के साथ बोली:"
" सर आपका काम हो गया हैं अनूप पूरी तरह से नींद में डूबा हुआ हैं और उसका ध्यान अब किसी भी काम या प्रोजेक्ट पर नहीं हैं, मुबारक हो सर अब शहर में आप ही सबसे बड़ी स्पोर्ट्स कंपनी के मालिक होंगे।
अजनबी:" थैंक्स लीमा आखिर कार तुमने तो कर दिखाया जिसका सपना मैं सालो से देख रहा था। तुमने वाकई में बहुत अच्छा काम किया है।
लीमा:" सर मैं आज जो कुछ भी हूं सब आपकी मेहरबानी की वजह से हूं।
अजनबी: नहीं लीमा ये सब तुम्हारा अपना टैलेंट हैं, बताओ क्या चाहिए तुम्हे ?
लीमा एक दम से गंभीर हो गई और बोली:"
" सर सबसे पहले तो मंदिर में माथा टेक कर अपनी गलती की माफी मांगनी चाहती हूं। उसके बाद ही बाकी बाते होगी।
लीमा ने फोन काट दिया और हालत पर विचार करने लगी। उसने अपनी की ज़िन्दगी को पूरी तरह से तबाह कर दिया था। उसके जिस्म की सारी ताकत खतम कर दी और वो जानती थी रोज रात को पति पत्नी में लड़ाई होती होगी इसलिए अनूप यहां दिन में आकर सो रहा है।
लीमा का जमीर उसे कहीं का कहीं धिक्कार रहा था क्योंकि वो जानती थी कि उसने एक औरत की सबसे बड़ी खुशी छीन ली है और उसे ज़िन्दगी भर अब जिस्म की आग में जलना होगा। एक औरत होने के नाते वो अपनी की पत्नी का दर्द महसूस कर रही थी इसलिए उसकी आंखे भर आई तो उसने अपनी आंखे साफ कर ली और काम में लग गई।