jonny khan
Nawab hai hum .... Mumbaikar
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jo 1st page se lekar 8 tak kahaniya hai wo padho ,,, sabke updates aate rehte hai aur kahaniya mast hoti hai ,,,,,,, padhke achcha lagega ,aur aage ki kahani jaanne ki ichcha hogi ...Sabhi ko Mera haiii, main new hu es forum pe eske bare main mujhe meri saheli se pata chala, and ye meri first story hai Jo pad Rahi hu, kahani bahut hi piyari hai
Par agar aap logo main se koi mujhe Kuch aur Achi kahaniyon k bare main suggest Kar sake toh meri thodi help ho jayegi, qki Yaha bahut si kahani so samajh Nahi aata, waise mujhe aisi kahaniya Pasand hai Jo gaon main ho
Bahut badiya update.. Aap bahut aacha likhti ho.. Bas aise hi likhte rhe aur hum sabhi ka manorajan karte rhe..रूबी धीरे धीरे बोझल क़दमों से चलती हुई अपने कमरे तक पहुंची और बेड पर लेट गई। वो साहिल द्वारा किए गए अपनाम की आग में जल रही थी और उसकी आंखो से रह रह कर आंसू टपक रहे थे। उस अपने सगे बेटे से इतनी बेरुखी की उम्मीद नहीं की, इस तरह को कोई दूसरो का भी अपमान नही करता जिस तरह से साहिल ने उसका किया था। रूबी जानती थी कि इसमें अनूप के साथ साथ उसकी खुद की भी गलती हैं क्योंकि अगर वो पहले ही अपने बेटे को सब कुछ बता देती तो आज ये दिन नहीं देखना पड़ता।
उसने एक नजर उठाकर अनूप की तरफ देखा तो मजे से चैन की नींद सोया हुआ था तो उसे अनूप की शक्ल से ही नफरत होने लगी और उसका मन किया कि अभी उसका सिर फोड़ दे लेकिन वो ऐसा नहीं कर पाई। वो चाहती थी कि पहले वो सारी सच्चाई अपने बेटे साहिल के आगे लाए ताकि उसे अपने बाप के असली रूप का पता चल सके और रूबी अपने बेटे की नजरो में खुद को सही साबित कर सके। ये सब सोचते धीरे धीरे उसकी आंख बंद हो गई और वो नींद में चली गई।
अगले दिन सुबह रूबी एक नई उम्मीद के साथ उठी कि आज तो कम से कम उसके हाथ कुछ ना कुछ जरूर लगेगा क्योंकि प्रिया ऑफिस में कैमरा लगा चुकी थी। रूबी ने सबसे पहले योगा सेंटर के ग्रुप में एक मेसेज छोड़ दिया कि आज वो नहीं अा पायेगी। शांता घर की सफाई कर रही थी तभी साहिल उठकर अपने कमरे से बाहर आया तो शांता ने उसे एक स्माइल दी लेकिन साहिल उसकी तरफ नफरत से देखते हुए बाथरूम में घुस गया। शांता को हैरानी हुई कि ये साहिल को अचानक से क्या हो गया और अपने काम में लग गई।
वहीं अनूप करीब आठ बजे के बाद ऑफिस की तरफ निकल गया। रूबी ने खाना टेबल पर लगा दिया था और साहिल को आवाज दी
" साहिल बेटा मैंने तुम्हारे लिए पनीर पराठा तैयार कर दिया हैं अा जाओ नाश्ता कर लो तुम।
अंदर से ही साहिल की आवाज अाई:" मुझे भूख नहीं हैं अभी, मैं बाहर जाऊंगा थोड़ी देर बाद वहीं खा लूंगा।
रूबी जानती थी कि उसका बेटा उससे बहुत ज्यादा नाराज हैं इसलिए नाश्ते की थाली लेकर उसके कमरे की तरफ चल पड़ी। रूबी को अपने कमरे में देखकर साहिल गुस्से से बोला:"
" मम्मी आपको शर्म नहीं आती क्या ? मुझे नहीं खाना आपके हाथ से बना हुआ कुछ भी, मुझे नफरत हैं आपकी सूरत से भी, जाओ अब यहां से !!
रूबी : देख साहिल कभी कभी जो हमें दिखाया जाता हैं वो सच नहीं होता, तू मुझे एक मौका दे बस खुद को सही साबित करने का बेटा।
साहिल:" रहने दो मम्मी आप, अब आप पापा के बाद पता नहीं अगला आरोप किस पर लगाओगी ?
रूबी थोड़ा गुस्से से:" साहिल बस बहुत हो गया, तुम मेरे बेटे हो इसलिए रात से मैं तुम्हे बर्दाश्त कर रही हूं, मेरी भी अपनी इज्जत हैं लोग मुझे कितना मानते हैं ये तुम अपनी आंखो से देख चुके हो खुद ।
साहिल के होंठो पर हल्की सी स्माइल अाई और तंज कसते हुए कहा:"
" और आपकी सच्चाई जब उन लोगो के सामने आएगी तब वहीं लोग जो आज आपको पसंद करते है कल आपके नाम पर थूकना भी पसंद नहीं करेंगे।
रूबी:' साहिल तुम्हे मुझे एक मोका देना चाहिए बेटा, तुम्हारे सामने सब कुछ साफ हो जाएगा।
साहिल:" और अगर नहीं हुआ तो ?
रूबी आगे बढ़ी और साहिल के सिर पर हाथ रख कर बोली
" तेरे सिर की कसम बेटा मैं तुझे कभी मुंह नहीं दिखाऊंगी।
साहिल को अपनी मा के उपर यकीन करने को मन किया क्योंकि वो जानता था कि उसकी मम्मी दुनिया मा सबसे ज्यादा प्यार उससे ही करती हैं।
साहिल:" ठीक हैं लेकिन आपको ये पहला और आखिरी मौका होगा।
रूबी ने जुबान से बिना कुछ बोले अपनी गर्दन हिला दी और साहिल को बोली:'
" बेटा चलो तुम पहले नाश्ता कर लो फिर मै तुम्हे कुछ दिखाती हूं आज जिसके बाद तुम सब समझ जाओगे।
साहिल:" नहीं मम्मी अभी नहीं, पहले आप वो मुझे दिखाओ जो आप दिखाना चाहती हों।
रूबी ने मोबाइल निकाला और प्रिया को कॉल किया।
रूबी:" हेल्लो कहां हो तुम ? कितनी देर बाद घर अा जाओगी ?
प्रिया:" मैडम मैं बस पहुंचने वाली हूं, कोई पांच मिनट और लगेगे।
थोड़ी देर बाद ही प्रिया अा गई तो उसे देखते ही साहिल हैरान हो गया और बोला:"
" प्रिया मैडम आप यहां ? अापको तो इस टाइम ऑफिस में होना चाहिए था।
प्रिया:" सर वो मुझे आपकी मम्मी ने बुलाया है कुछ जरूरी काम था आज इसलिए।
रूबी तभी हॉल में अा गई और प्रिया ने अनूप के ऑफिस के खुफिया कमरे के कैमरे का कनेक्शन सामने दीवार पर टंगी हुई एल ई डी से कर दिया। रूबी नहीं चाहती थी कि प्रिया उसके पति की कोई भी हरकत देखे इसलिए बोली:"
" आओ प्रिया मैं तुम्हे उपर छोड़ आती हूं तुम आराम से वहीं बैठ जाओ थोड़ी देर।
प्रिया समझ हुई कि रूबी क्यों ऐसा कर रही है इसलिए वो बिना किसी बोले चुपचाप उपर की तरफ चल पड़ी। रूबी प्रिया को उपर छोड़कर अा गई। रूबी के जाते ही प्रिया ने अपना मोबाइल निकाला और कैमरा सॉफ्टवेयर ऑन किया तो अनूप का ऑफिस उसके मोबाइल पर लाइव आने लगा। साहिल और रूबी दोनो हॉल बैठे हुए थे और कैमरे का फोकस अनूप के ऑफिस पर था।
थोड़ी देर के बाद कैमरे पर लीमा नजर आईं जो ऑफिस के अंदर घुस गई थी। लीमा आराम से अनूप की सीट पर बैठ गई तो साहिल को हैरानी हुई क्योंकि उसे अपने बॉस की कुर्सी पर नहीं बैठना चाहिए था।
साहिल:" मम्मी ये तो लीमा हैं पापा की सेक्रेटरी लेकिन ये पापा की कुर्सी पर क्यों बैठी हैं ?
रूबी को पता था कि अभी आगे बहुत कुछ होने वाला है इसलिए बोली:"
" शायद बेटा लीमा का सपना हो हैं कि वो भी एक दिन अपना खुद का ऑफिस खोले इसलिए बैठ गई हो।
साहिल:" लेकिन मम्मी फिर भी ये तो गलत हैं ना, ऐसे नहीं बैठना चाहिए।
इससे पहले कि रूबी कोई जवाब देती अनूप ऑफिस के अंदर दाखिल हुआ और उसने लीमा को अपनी सीट पर बैठे हुए देखकर एक स्माइल दी और बोला:'
" तुम एक कुर्सी पर बैठ कर बहुत ही स्मार्ट लग रही हो लीमा, अच्छा सुनो सिर में हल्का दर्द हो रहा हैं।
लीमा कुर्सी पर बैठे हुए ही कामुक अदा के साथ बोली:_
" मैं सिर दबा दू क्या ?
अनूप:" पहले तुम मुझे एक पैग बनाकर दो, शायद उससे आराम मिल जाए।
लीमा कुर्सी से उठ गई और बाथरूम में घुस गई और उसने शीशे के पीछे से जुड़े हुए रूम का दरवाजा खोल दिया तो एक शानदार कमरा अंदर नजर अाया जिसमे एक डबल बेड पड़ा हुआ था। रूबी समझ गई कि प्रिया सच बोल रही थी कि ऑफिस से जुड़ा हुआ एक कमरा भी हैं। वहीं कमरा देखते ही साहिल के दिमाग में धमाका सा हुआ क्योंकि ये तो बिल्कुल उसी तरह से खुफिया कमरा था जैसे उसके घर में चुदाई लोक बना हुआ है।
लीमा ने अलमारी खोली और दारू की बोतल निकाल कर एक लार्ज पैग बना दिया और उसने बहुत ही अदा के साथ अपनी ब्रा में हाथ डाला और वो पुड़िया बाहर निकाल ली जिसे वो पिछले कुछ महीने से अनूप को दारू में मिलाकर पिलाती अा रही थी।
लीमा ने रोज की तरह पैग के अंदर पुड़िया मिलाई और लेकर जैसे ही बाहर की तरफ चली तो उसकी नजर कैमरे पर पड़ी और डर के मारे उसके हाथ से ट्रे छूट गई, वो ट्रे पकड़ने के लिए नीचे की तरफ झुकी और उसकी ब्रा से पुड़िया निकल कर नीचे जा गिरी।
लीमा पूरी कोशिश के बाद भी ट्रे को पकड़ नहीं पाई और ग्लास फर्श से टकराकर टूट गया तो लीमा डर के मारे भागती हुई अनूप के पास अाई और बोली:"
" सर सर वो बहुत बड़ी गड़बड़ हो गई,
अनूप ने देखा कि लीमा के चहरे पर पसीना छलक रहा था और सांसे उखड़ी हुई थी और वो बहुत बुरी तरह से डर गई थी। अनूप एक झटके के साथ कुर्सी से खड़े होते हुए बोला:"
" क्या हुआ बताओ मुझे
लीमा:" सर वो अंदर कमरे में कैमरा लगा हुआ हैं।
अनूप के चेहरे पर हवाइयां उड़ने लगी और बोला:"
" क्या बकवास कर रही हो तुम ? मेरे और तुम्हारे सिवा उसके बारे में कोई नहीं जानता, फिर कैमरा कहां से अा गया ?
लीमा बुरी तरह से कांप रही थी और डरते हुए बोली:"
" मुझे नहीं पता सर लेकिन वहां सच में कैमरा लगा हुआ है।
अनूप:" एक काम करो जल्दी से प्रिया को बुलाओ क्योंकि सारे कैमरे की कंट्रोलिंग वो हूं करती हैं ऑफिस में।
लीमा ने झट से दरवाजा खोला और दौड़ती हुई बाहर चली गई लेकिन जल्दी ही निराश होती हुई वापिस लौट आई और बोली:"
" सर प्रिया तो आज नहीं अाई, आपने उसे छुट्टी दी हैं क्या ?
अनूप प्रिया के ना आने की बात सुनकर कांप उठा और बोला:_
" है भगवान ऐसा कैसे हो सकता हैं? इसका मतलब प्रिया को इस रूम के बारे में जानकारी थी और उसने है अंदर कैमरा लगाया और भाग गई। इसका मतलब साफ उसन है कि वो अंदर क्या हुआ हैं सब देख चुकी है। पता नहीं कब से कैमरा लगा हुआ था अंदर।
लीमा की तो हालत खराब हो गई थी क्योंकि इज्जत तो खराब होनी ही थी और साथ साथ ही उसका बुरी तरह से फंस जाना तय था क्योंकि वो जानती थी कि उसकी अनूप के पैग में पाउडर मिक्स करने का भी किसी को पता चल चुका था।
लीमा:" अब क्या होगा ? मेरी तो सारी इज्जत मिट्टी में मिल जाएगी। मैं तो किसी को मुंह दिखाने के काबिल नहीं रहूंगी।
अनूप:" एक काम करो जल्दी से गाड़ी निकालो और प्रिया के घर चलते हैं ताकि उसे पकड़ सके।
लीमा और अनूप ने गाड़ी निकाली और प्रिया के घर की तरफ दौड़ा दी। दूसरी तरफ साहिल और रूबी दोनो ये देखकर हैरान हो गए।
साहिल:" मम्मी ये तो ठीक उसी तरह का कमरा था जैसे अपने घर में बना हुआ है। इसका मतलब पापा झूठ बोल रहे थे कि उन्हें इसके बारे में नहीं पता हैं।
रूबी ने एक सुकून की सांस ली और बोली:"
" वो सब तो ठीक हैं लेकिन ये कमीनी लीमा तेरे पापा को पैग में क्या मिलाकर पिला रही है ?
साहिल:" हान मम्मी ये तो मैंने सोचा ही नहीं, इस लीमा का तो मैं मुंह तोड़ दूंगा।
रूबी कुछ सोचते हुई बोली:"
" बेटा उसकी ब्रा से पुड़िया निकल कर फर्श पर गिरी थी जिसका उसे पता नहीं चला, अगर वो पुड़िया हमारे हाथ लग जाए तो सब पता चल जाएगा।
साहिल:" आपकी बात तो ठीक हैं मम्मी, लेकिन सोचने वाली बात ये हैं कि लीमा ऐसा कर क्यों रही हैं इससे उसे क्या फायदा होगा ?
रूबी:" मुझे तो इस सब के पीछे नीरज की चाल नजर आ रही है बेटा।
साहिल:" लेकिन मम्मी वो तो पापा के दोस्त हैं वो भला ऐसा क्यों करेंगे ?
रूबी:" बेटा वो कितना नीच इंसान हैं मैं बहुत अच्छे से जानती हूं उसे, उसने तेरे पापा को पूरी तरह से अपने चंगुल में फसा लिया हैं। लेकिन पहले हम कुछ भी करके वो पुड़िया हासिल करनी होगी।
साहिल:" ठीक हैं मम्मी आज रात को पुड़िया मै निकाल लाऊंगा वहां से,।
रूबी:" लेकिन अगर उससे पहले ही वो लीमा या अनूप ने उठा की तो फिर ?
साहिल:" मम्मी जिस तरह से लीमा भागी थी उसे तो ये भी नहीं पता कि उसकी पुड़िया वहां गिर गई है और मुझे पक्का यकीन हैं कि जब तक वहां कैमरा लगा हुआ है पापा और लीमा उस कमरे में घुसने कि हिम्मत नहीं करेंगे"!
रूबी उसकी बात से सहमत हो गई और बोली:"
" बेटा क्या तुम्हे अब भी अपनी मा पर यकीन नहीं आया ?
साहिल:" मम्मी देखो एक बात तो साफ हैं कि पापा ने मुझसे जरूर कुछ ना कुछ झूठ तो बोला हैं लेकिन मेरा अपना मानना हैं कि एक पति चाहे कितना भी गिरा हुए क्यों ना हो वो अपनी पत्नी को किसी दूसरे के साथ सेक्स की कहानी की किताब और सेक्स करने के लिए नहीं कह सकता।
रूबी को हैरानी हुई कि अभी भी उसका बेटा उसका यकीन नहीं कर रहा हैं तो वो बोली:"
' बेटा एक दिन तुझे मुझ पर यकीन करना ही होगा बस थोड़े दिन और रुक जा, फिर सब कुछ शीशे कि तरह साफ हो जाएगा।
साहिल उदास होते हुए बोला:"
" मम्मी आपके चरित्र का तो बाद में फैसला होगा लेकिन आज पापा ने मेरी नजरो में अपनी इज्जत हमेशा के लिए खो दी हैं। लेकिन वो जैसे भी हैं मेरे पापा हैं और मुझे उन्हें इस साजिश से बचाना हो होगा। क्या आप मेरी मदद करेगी ?
रूबी:" देख साहिल वो तेरे पापा होने के साथ साथ मेरे पति भी है लेकिन मेरे मन में अनूप के लिए नफरत भर गई हैं लेकिन फिर भी मैं तेरे साथ हूं।
साहिल रूबी की बात सुनकर इतना तो समझ गया कि उसकी मा चाहे जैसी भी हैं लेकिन घर की इज्ज़त के लिए उसका साथ देने को तैयार हैं। कहीं ना कहीं पापा ने जरूर मम्मी का दिल दुखाया है और ये सब उसका ही नतीजा हैं।
उपर प्रिया भी इतना तो समझ गई थी अनूप और लीमा के बीच में कुछ चल रहा है लेकिन ये पुड़िया वाली बात उसके लिए पूरी तरह से हैरान कर देने वाली थी। उस समझ में नहीं अा रहा था कि लीमा ऐसा क्यों और किसके कहने पर कर रही है। वो समझ गई थी कि अब कैमरे पर और कुछ भी नहीं आने वाला लेकिन फिर भी वो इंतजार कर थी थी कि कब रूबी उपर आएगी। प्रिया को समझ नहीं आ रहा था कि अब वो कहां रहेगी क्योंकि लीमा और अनूप उसे ढूंढने के लिए उसके घर गए थे जहां वो पिछले कुछ टाइम से किराए पर रह रही थी।
कैमरा बंद होने के बाद रूबी उपर अा गई और प्रिया से बोली:"
" चलो आओ मैंने तुम्हारे लिए कुछ हल्का फुल्का खाने का इंतजाम कर दिया है आओ कुछ खा लो तुम।
प्रिया:" अरे मैडम उसकी कोई जरूरत नहीं थी आपने इतना कष्ट क्यों किया ? । अच्छा तो केमरे का क्या हुआ ?
रूबी:" अरे वो कमरे में तो अनूप ने अपने सोने के लिए बेड लगाया हुआ और और वहां छुप छुप कर दारू पीता है वो। मुझे लग रहा था कि उसका लीमा के साथ चक्कर चल रहा होगा लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।
प्रिया ने एक नजर रूबी पर डाली और उसके साथ नीचे की तरफ चल पड़ी। प्रिया सोच रही थी कि यहां ये रूबी भी कुछ जरूरत से ज्यादा तेज है। सब कुछ इतनी आसानी से छुपा गई जबकि मैं तो सब कुछ खुद देख चुकी हूं।
नीचे जाने के बाद रूबी ने अंदर से साहिल को भी बुला लिया और तीनो बैठ कर नाश्ता करने लगे। शांता अंदर से जैसे ही परांठे लेकर अाई टी उसने प्रिया को देखा तो उसे अपनी बेटी की याद आ गई।
प्रिया आराम से बैठी हुई नाश्ता कर रही थी जबकि साहिल बार बार उसकी तरफ देख रहा था। रूबी तो नाश्ता करते हुए जैसे अपनी ही दुनिया में खोई हुई थी और खुद की सही साबित कैसे रहे ये सोच रही थी।
शांता ने गौर से प्रिया के चेहरे को देखा तो उसे लगा जैसे उसकी बेटी सपना वापिस लौट आई हैं। शांता उसे एक परांठा और देते हुए बोली:"
"लो बेटी ये गर्म गर्म परांठा खाओ तुम ।
प्रिया ने नजरे उठाकर शांता की तरफ देखा और एक प्यारी सी स्माइल दी तो शांता को याद अा गया कि उसकी बेटी के गालों में भी बिल्कुल ऐसे ही स्माइल करते हुए गड्ढे पड़ते थे जैसे प्रिया के गालों में पड़ रहे है।
शांता:" रूबी बेटी आपने बताया नहीं कि ये नई मेम साहब कौन है ?
रूबी :" अरे मा जी ये तो प्रिया हैं अनूप के ऑफिस में काम करती हैं। मैं कल ऑफिस गई तो मुझे ये अच्छी लगी इसलिए घर आने को बोल दिया था।
शांता:" अच्छा बेटी, प्रिया बेटी तुम्हारे घर में कौन है और ?
प्रिया एक पल के लिए तो बुरी तरह से डर गई क्योंकि उसे शांता से इस तरह के सवाल की उम्मीद नहीं थी लेकिन फिर अपने आपको संभालते हुए बोली:"
" जी मम्मी पापा हैं बस।
प्रिया के इतना बोलते ही शांता की सोच को ब्रेक अपने आप लग गया और बोली:".
" ठीक हैं बेटी, तुम बहुत अच्छी लड़की हो प्रिया, भगवान तुझे हमेशा खुश रखे।
उसके बाद शांता अंदर किचेन में चली गई जबकि तीनो नाश्ता कर चुके थे।
प्रिया:" अच्छा मैडम मैं अब चलती हू , मेरी जॉब का क्या होगा अब ?
रूबी ने जेब से कुछ पैसे निकाले और प्रिया की तरफ बढ़ाते हुए बोली:"
" लो ये रख लो, जल्दी ही मैं तुम्हे एक अच्छी जॉब दिलवा दूंगी।
प्रिया:" अरे नहीं मैडम, मुझे पैसे नहीं चाहिए, मैं बहुत स्वाभिमानी लड़की हूं मुझे बस आप कोई जॉब दिलवा देना जल्दी ही।
रूबी:" ठीक हैं प्रिया, एक दो दिन रुको, मैं करती हूं कुछ।
इतना कहकर रूबी ने वो रुपए जबरदस्ती उसके हाथ में थमा दिए और प्रिया कुछ ना कर सकी और रुपए लेकर घर की तरफ चल पड़ी। दूसरी तरफ लीमा और अनूप प्रिया के घर के सामने खड़े थे और बेल बजाई तो एक औरत बाहर निकल अाई।
औरत:" जी बोलिए क्या काम था ?
लीमा:" जी मुझे प्रिया से मिलना था कुछ जरूरी काम हैं।
औरत:" प्रिया, कौन प्रिया यहां तो कोई प्रिया नहीं रहती हैं
लीमा और अनूप दोनो ये सुनकर परेशान हो उठे और लीमा बोली:"
" जी एड्रेस तो ये ही दिया था मुझे,
औरत:" अरे आपको गलत एड्रेस दिया गया हैं। यहां तो इस पूरी कॉलोनी में कोई प्रिया नाम कि लड़की नहीं रहती हैं।
इतना कहकर उस औरत ने गेट बंद कर लिया।अनूप के मुंह पर 12 बज चुके थे और लीमा को लग रहा था जैसे उसने अपनी आखिरी उम्मीद भी खो दी थी। दोनो के पास अब कोई रास्ता नहीं बचा था इसलिए वापिस ऑफिस की तरफ लौट पड़े।
लीमा बेहद डरी हुई थी क्योंकि वो जानती थी कि उसका राज अब खुल जाएगा और अनूप उसे ज़िंदा नहीं छोड़ेगा इसलिए वो कुछ सोचने लगी और अनूप को बोली:"
" एक मिनट गाड़ी रोकना प्लीज़, मुझे बाथरूम जाना हैं।
अनूप ने गाड़ी रोक दी और लीमा सड़क के पास ही बने एक पब्लिक टॉयलेट में घुस गई। अनूप को समझ नहीं आ रहा था कि उसकी साथ ये सब क्या हो रहा हैं और ज्यादा सोचने की वजह से उसके सिर में दर्द होने लगा तो उसने आंखे बंद कर ली। दूसरी तरफ लीमा तो किसी जंगली बिल्ली की तरह मौके की तलाश में थी और अनूप पर नजर गड़ाए हुए थी। जैसे ही पीछे से एक बस अाई तो लीमा उसमे सवार हो गई।
जब काफी देर के बाद भी लीमा नहीं अाई तो अनूप को लगा कि कहीं उसके साथ कोई गड़बड़ तो नहीं हो गई। इसलिए वो गाड़ी से उतरा और पब्लिक टॉयलेट में घुस गया लेकिन लीमा उसे कहीं नहीं दिखाई दी तो उसने परेशान होकर उसका नंबर मिलाया लेकिन नंबर भी बंद मिला। कहीं ये साली भी तो भाग नहीं गई, उफ्फ ये भगवान ये कहां फस गया मैं। प्रिया ने कैमरा लगा दिया, लीमा भाग गई मेरे साथ आखिर से सब क्या हो रहा हैं। दुखी हताश निराश परेशान अनूप अपने ऑफिस की तरफ लौट पड़ा।
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Ek aur shaandaar update dene ke liye aapka dhanyavaad.." आह उफ्फ हायएचएचएच आह
प्रिया के मुंह से मस्ती भरी सिसकारियां निकल रही थी और वो टेबल पर झुक कर खड़ी हुई थी और उसकी चूत में लंड फटाफट अंदर बाहर हो रहा था जिससे प्रिया का जिस्म पूरी तरह से हिल रहा था।
प्रिया की चूत में तूफान सा उठ रहा था और उसने मस्ती में आकर पीछे की तरफ देखा और सिसकते हुए बोली:"
" आह उफ्फ नीरज चोद मुझे ऐसे ही, रूबी को मैंने फसा लिया है।
रूबी का नाम सुनते ही नीरज के धक्के तेज हो गए और प्रिया की सिसकियां भी बढ़ गई और उसकी आंखे मस्ती से बंद हो गई।
नीरज ने एक तेज धक्का लगाया और जड़ तक लंड को प्रिया की चूत में उतर दिया तो प्रिया की चूत भी तड़प उठी और लंड को चारो और से कस लिया मानो उसका सारा रस चूस लेना चाहती हो। इसके साथ ही नीरज प्रिया के उपर गिर पड़ा और दोनो सिसकते हुए झड़ गए।
जैसे ही स्खलन का उफान खत्म हुआ तो नीरज उसके उपर से हट गया तो प्रिया भी खड़ी हो गई। नीरज ने प्रिया को गोद में उठाया और बेड की तरफ लेकर चल दिया।
नीरज:" अच्छा बताओ क्या क्या हुआ आज रूबी के घर पर ?
प्रिया:" अरे अनूप के ऑफिस से एक कमरा जुड़ा हुआ हैं और उसमे एक शानदार बेडरूम हैं,लेकिन ये लीमा का चक्कर कुछ समझ नहीं अा रहा मुझे।
नीरज:" क्या हुआ ?
प्रिया:" वो अनूप को दारू में कुछ घोल घोल कर पिला रही थी। मतबल कुछ तो हैं जो वो करना चाहती हैं।
नीरज एक दम से हैरान हो गया और बोला:" सच में क्या ? ये लीमा तो बडी खतरनाक निकली यार!!
प्रिया:" हा मुझे भी बहुत अजीब लगा ये सब देखकर, पता नहीं किसके कहने पर वो ऐसा कर रही है ?
नीरज:" हम्म, इसका मतलब साफ़ हैं कि यहां तो लीमा की अनूप से कोई जाति दुश्मनी हैं या फिर वो किसी के कहने पर ऐसा कर रही हैं।
प्रिया:" इसका पता लगाने के लिए तो हमे लीमा को पकड़ना होगा ताकि उससे पूछ सके। अरे हान मुझे याद आया कि लीमा की जेब से पुड़िया निकल कर वहीं गिर गई थी। अगर वो पुड़िया हमारे हाथ लग जाए तो ??
नीरज:" प्रिया बात तो ठीक हैं तुम्हारी लेकिन सीधी सी बात हैं कि वो चोरी छिपे अनूप को अमृत तो पिला नहीं रही, जरूर वो उसका कुछ बुरा ही कर रही है कि हमारे लिए अच्छा होगा। कहीं ऐसा ना हो कि रूबी ने भी वो पुड़िया देख ली हो और वो भी रात को वहां से निकालने की कोशिश करे तो पंगा हो सकता हैं फिर।
प्रिया: ठीक हैं लेकिन लीमा ने उसे क्या पिलाया हैं ये पता चल जाए तो हमारा काम आसान हो जायेगा।
नीरज:" हान मैं लीमा को अपने कुछ आदमी भेजकर उठवा लूंगा फिर वो हमारे हर सवाल का जवाब देगी। तुम अब रूबी पर फोकस करो और तुम्हारी जानकारी के लिए बता दू कि उसके घर में जो विटामिन सिरप हैं उसमे सेक्स पॉवर की दवा मिली हुई हैं कहीं गलती से तुम मत पी लेना।
प्रिया के होंठो पर रख कामुक स्माइल अा गई और बोली:"
" चिंता मत करो, मैं उसे नहीं पियूंगी बल्कि रूबी को पिला दूंगी और इतना पिला पिला कर उसके जिस्म में आग भर दूंगी कि वो तुम्हारे हाथ लगाते ही तुमसे लिपट जाएगी।
नीरज:" बस उसी दिन का तो इंताज़र है मुझे जिस दिन उसे कुतिया बनाकर चोदूंगा।
इतना कहते हुए उसने बेड पर नंगी पड़ी हुई प्रिया की कमर को बीच से मोड़ दिया और अपने लंड को उसकी चूत पर टिका दिया और दोनो हाथो से उसका मुंह आगे की तरफ करते हुए लंड का तेज धक्का मारा और लंड सीधे प्रिया की चूत में घुस गया।
" आह नीरज, उफ्फ मर गई कितना मोटा हैं तेरा लंड। चोद अपनी रूबी की चूत मेरे राजा !!
नीरज तेजी से धक्के लगाने लगा और बोला:"
" आह तेरी मा की चूत, उफ्फ रूबी कब देगी मुझे अपनी गांड़ !
प्रिया ने पीछे मुड़कर देखा और बोली:'
" आह नीरज दे दूंगी, गांड़ भी दूंगी पहले तो चूत का मजा लो आह मेरी जाना।
प्रिया जैसे ही पीछे मुडी तो नीरज को उसका चेहरा नजर आ गया तो नीरज ने एक जोरदार थप्पड़ उसकी गांड़ पर जड़ दिया और बोला:"
" कमीनी कितनी बार कहा हैं कि पीछे मत देखा कर चुदती हुई, मुड खराब कर देती हैं।
प्रिया थप्पड़ पड़ने से दर्द से बिलबिला उठी और बोली:"
" आह गलती हो गई, तेरे लंड की कसम जब तक तुझसे रूबी को नहीं चुदवा दूंगी तुझसे शादी नहीं करूंगी।
शादी शब्द सुनकर नीरज के होंठो पर ज़हरीली स्माइल अा गई और उसने रूबी को तेज तेज चोदना शुरू कर दिया। थोड़ी देर की चुदाई के बाद दोनो एक साथ झड़ गए और नीरज प्रिया के उपर गिर पड़ा।।
प्रिया के जाने के बाद रूबी और साहिल दोनो घर ही थे और आज रात को अनूप के ऑफिस से पुड़िया निकालने का प्लान कर रहे थे।
रूबी:" एक बार फिर से सोच लो साहिल, क्या रात को तुम्हारा ऑफिस में जाना सही होगा ?
साहिल:" मम्मी आप चिंता ना करे, मैं जाऊंगा और आराम से पुड़िया लेकर अा जाऊंगा।
रूबी:" लेकिन अगर अभी हम वहां जाए तो अनूप अभी वहां नहीं होगा, दिन में आराम से निकाल लेना तुम।
साहिल:" मम्मी आप प्रिया को कब से जानती हो ?
रूबी:" अभी दो दिन से बस, लेकिन मेरे सवाल का प्रिया से क्या मतलब ?
साहिल:" मम्मी जो लड़की सिर्फ आपसे दो दिन बात करके अपने बॉस के ऑफिस में जाकर खुफिया कमरे ढूंढ कर कैमरा लगा सकती हैं वो विश्वास के लायक नहीं हैं।
रूबी: ऐसा नहीं है बेटा, वो अच्छी लड़की हैं, मेरी मदद कर रही हैं बेचारी।
साहिल:" भगवान करे कि ऐसा ही हो, लेकिन सोचने वाली बात ये है कि जो कैमरे को आपके मोबाइल पर कनेक्ट कर सकती हैं थी क्या वो अपने मोबाइल पर नहीं कनेक्ट करेगी क्या ?
रूबी का दिमाग तेजी से काम किया और वो बोली:"
" इसका मतलब तुम ये कहना चाहते हो कि प्रिया ने भी सुबह जो कुछ अनूप के ऑफीस में हुआ वो सब देखा हैं।
साहिल:" वाह मम्मी आप तो एक दम सही सोच रही हो, अगर मै दिन में पुड़िया लेने गया तो लाइट में प्रिया को भी पता चल जाएगा और ऑफिस के लोग पापा को भी बता देंगे जबकि मैं नहीं चाहता कि इनमें से किसी को भी पता चले।
रूबी: बात तो तुम्हारी ठीक है बेटा, रात में ही ठीक रहेगा, अगर प्रिया देखेगी भी तो उसे सिर्फ टॉर्च की रोशनी नजर आएगी तुम्हारा चेहरा नहीं।
साहिल स्माइल करते हुए:" बस मम्मी ये सब बाते सोचकर ही तो मैं रात का प्लान कर रहा हूं। दूसरी बात कैमरा चालू हैं ही अगर कोई अंदर घुसा तो पता चल जाएगा।
रूबी:" बिल्कुल सही, तुम तो बहुत तेज हो साहिल, आजकल तो बहुत दिमाग चल रहा हैं तुम्हारा बेटा।
साहिल के चेहरे पर अपनी तारीफ सुनकर भी कोई भाव नहीं उभरा तो रूबी ने हैरानी से उसकी तरफ देखा तो साहिल बोला:" मम्मी एक बात कहूं सच अगर आपकी बुरा ना लगे तो ?
रूबी:" हान बेटा बोलो मुझे क्यों बुरा लगेगा ?
साहिल:" मम्मी सच तो ये हैं कि आप और पापा दोनो ही मेरी नजरो से गिर गए हो, मुझे ये सोचकर खुद से नफ़रत होती हैं कि मेरे मा बाप दोनो के चरित्र कितने गिरे हुए हैं!!
साहिल की बात सुनकर रूबी अंदर ही अंदर तड़प उठी और उसके खूबसूरत चेहरे पर दर्द की लकीरें साफ उभर आई और बोली:"
" बेटा तुझे कहीं ना कहीं बहुत बड़ी गलतफहमी हो रही हैं, अच्छा एक बात बता तेरे पापा ने तो मना किया था कि वो चुद... के बारे में कुछ नहीं जानते!!
रूबी के मुंह से चुदाई लोक निकलते निकलते बचा और साहिल समझ गया कि उसकी मा क्या कहना चाह रही हैं तो साहिल बोला:"
" मम्मी पापा तो झूठे हैं ही क्योंकि उन्होंने अपने घर के साथ साथ ऑफिस में भी खुफिया कमरा बनवाया हुआ हैं। उन्होंने मुझे साफ झूठ बोला कि उन्हें घर में बने हुए लोक के बारे में नहीं पता इतना तो मैं समझ गया।
रूबी:" बेटा कुछ दिन और रुक जाओ, जल्दी ही तुम्हे सब समझ अा जाएगा और तुम्हे पता चल जाएगा कि तुम्हारी मा कैसी है ।
साहिल रूबी की बात सुनकर खामोश हो गया क्योंकि वो जानता था कि अगर गलती से उसकी मा अपनी जगह ठीक निकल गई तो वो उसे मुंह दिखाने लायक नहीं रहेगा।
शांता अा गई तो दोनो की बातो को ब्रेक लगा। रूबी नहीं चाहती थी कि कैमरे ये बारे ने शांता को पता चले इसलिए बोली:"
" मा आप रहने दीजिए, मैं आज घर पर ही तो सारा काम मैं खुद कर लूंगी।
शांता:" कोई बात नहीं बेटी , मैं भी थोड़ा तेरा हाथ बटा देती हूं वैसे भी तो तू रोज काम ही करती हैं। बहुत दिनों के बाद आज तुझे छुट्टी लेते हुए देखा है।
रूबी:" नहीं मा, मैं मना कर रही हूं ना आपको, आप काम नहीं करेगी, आप आराम कीजिए आप।
शांता ने अब कुछ नही बोला और चुपचाप नीचे की तरफ चल पड़ी और अपने कमरे में चली गई।
दूसरी तरफ अनूप लीमा के गायब होते ही बुरी तरह से डर गया। उसकी कुछ भी समझ में नहीं अा रहा था कि क्या करे कहां जाए। आखिर कार वो अपने ऑफिस में अा गया और अंदर जाने के बजाय बाहर ही बने गेस्ट हाउस में बैठ गया और सोचने लगा कि प्रिया ने ऐसा किसके कहने पर किया होगा लेकिन वो किसी का नाम ठीक से नहीं सोच पा रहा था।
क्या प्रिया मुझे ब्लैकमेल करना चाहती हैं ?
लेकिन सबसे बड़ी बात उसे कमरे के पता कैसे चला ?
क्या लीमा उसके साथ मिली हुई हैं और उसने ही कमरे के बारे में बताया हैं ?
लीमा भाग क्यों गई ?
अगर गलती से भी रूबी को ये सब पता चल गया तो मेरी तो इज्जत खाक में मिल जाएगी ,!!
ऐसे और भी बहुत सारे सवाल थे जिनके जवाब वो सोच रहा था लेकिन कोई निर्णय नहीं कर पा रहा था।