• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Incest अम्मी vs मेरी फैंटेसी दुनिया

DREAMBOY40

सपनों का सौदागर 😎
7,139
20,002
174
सभी सम्मानित नागरिकों को सुचित किया जा रहा है
परसों देर रात आपके भाई का चार लोगों ने जबरन पकड़ कर
तिलक कर दिया है , तबसे घर से बाहर आना जाना नहीं हो पा रहा है
मक्खियों के जैसे कजिन्स और कजिंसीया पूरा दिन आगे पीछे भिनभिना रही है , मोबाइल खोलने तक की फुरसत नहीं हो पा रही है । ऐसे में अपडेट न लिख पा रहा हु और जो है उसे पोस्ट करने की फुरसत नहीं है ।
अभी भी पाखाने के बाहर दरवाजा पीटा जा रहा है , हगने भी नहीं दे रहे है
घुइयां के बीज सारे:buttkick:

अत: आप सभी बंधुओ से निरोध है कि अगर इधर दो चार रोज में अपडेट देने में सक्षम रहा तो जरूर मिल जाएगा
अन्यथा क्षमा प्रार्थी रहूंगा ।
सारी कहानी
फेरे और सुहागरात के बाद ही बढ़ेगी ।


आपके बधाईयों की प्रतीक्षा रहेगी
सुहागरात के लिए चियरअप जरूर करिएगा 🙏
आपका बड़े लौड़े वाला छोटा भाई
DREAMBOY40
 
Last edited:

DREAMBOY40

सपनों का सौदागर 😎
7,139
20,002
174
सभी प्यारे पाठको को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई
💥💐💥
त्योहारो के समय मे व्यस्तता के कारण अपडेट देने मे असमर्थ हू
जल्द ही एक तडकते भड़कते अपडेट के साथ आता हू जो आपके रॉकेट को उचाईयो पर ले जायेगा 😁
 
  • Like
Reactions: Deepaksoni

DREAMBOY40

सपनों का सौदागर 😎
7,139
20,002
174
आभार पट्टिका

परम पिता परमेश्वर की असीम अनुकम्पा एवं मात-पिता , गुरूजनो के आशिर्वाद से इस कहानी ने पहले एक लाख व्यूज पार कर लिये है ।

इस मौके पर मेरे बिजिबल पाठको के साथ साथ उन गुप्त पाठकों को भी विशेष आभार जो चोरी छिपे बिना टिका टिप्पणी किये हिला कर सो जाते है ।

आपका अपना
DREAMBOY40
 
Last edited:

Enjoywuth

Well-Known Member
3,786
4,264
158
जल्दी अपडेट की प्रतीक्षा है भाई। जैसे हे फ्री हो चिपका दो। अम्मी वाला पोर्शन ज्यादा हो
 
  • Like
Reactions: DREAMBOY40

Deepaksoni

Active Member
944
1,643
123
सभी प्यारे पाठको को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई
💥💐💥
त्योहारो के समय मे व्यस्तता के कारण अपडेट देने मे असमर्थ हू
जल्द ही एक तडकते भड़कते अपडेट के साथ आता हू जो आपके रॉकेट को उचाईयो पर ले जायेगा 😁
Intjar rahega bhai
 
  • Like
Reactions: DREAMBOY40

DREAMBOY40

सपनों का सौदागर 😎
7,139
20,002
174
UPDATE 007


हॉफ डे

सुबह सुबह उठ कर मै फ्रेश हो रहा था कि मेरा मोबाइल बजना शुरू हो गया । स्क्रीन पर नाम देखा तो चिढ़ सी हुई मगर बॉस तो बॉस होता है । मैने कॉल पिक की ।

: जी गुड मॉर्निंग मैम
: गुड मॉर्निंग शानू , आज ऑफिस चल रहे हो न ( बड़े खुशनुमा अंदाज में उसने कहा )
: जी मैम आना तो पड़ेगा न
: अच्छा नाश्ता कर लिया तुमने ( वो चहक कर बोली , फोन पर कुछ बर्तन की खटपट भरी आवाजें भी आ रही थी )
: जी नहीं , वो मै बस नहाने ..
: ठीक है फिर नहा कर सीधा तुम मेरे घर पर आ जाना , यही साथ नाश्ता करेंगे और ऑफिस चल चलेंगे
: ओके मैम
: जल्दी नहीं तो ब्रेकफास्ट ठंडा हो जाएगा हीहीही बाय ( वो खिलखिलाती हुई बोली और फोन कट हो गया )

मै फटाफट से नहाया और तैयार होने लगा , रोज मै नॉर्मली तैयार होता था मगर आज मेरी एक बॉडी स्प्रे पर गई और अनायास मैने उसे स्प्रे कर लिया।
तभी अलीना का फोन रिंग हुआ ।

: कैसे हो मेरी जान
: ओह्ह्ह्ह हाय उठ गई तुम , बस रेडी हो गया हु ऑफिस के लिए निकल रहा हूं
: ऑफिस ? ओ हैलो आज तुम मिलने नहीं आ रहे ( अलीना चौक कर एकदम से उखड़े हुए स्वर में बोली )
: आऊंगा न बाबू , वो रेशमा मैम ने फोन किया था उनको भी ऑफिस लेकर जाना है ( मैने झिझक भरे लहजे में बोला , इस डर में कही अलीना भड़के नहीं )
: वो डायन क्या लेगी तुम्हारा पीछा छोड़ने का हूह ( अलीना रेशमा के नाम पर चिड़चिड़ी हो गई )
: बाबू वो मेरी सीनियर है और उसकी गाड़ी आज आ जाएगी फिर मुझे नहीं आना पड़ेगा
: ये आखिरी बार है न ( उसने मुझसे कबूलवाया )
: हा मेरा बेबी आखिरी
: प्रोमिस ?
: अरे बाबू ये कैसी जिद , आपको मुझपे भरोसा नहीं है , वो मेरी सीनियर है मै कैसे उनको मना कर सकता हु ( मै उखड़ते हुए स्वर में बोला )
: हा हा ठीक है , लेकिन ध्यान रखना ब्रेकर पर स्पीड कम हो और चिपकने मत देना उसे पीछे से , नहीं तो तुम्हारी खैर नहीं समझे ( वो गुस्से में भभकती हुई बोली )
: हा मेरी मां सब जैसा तुम कहोगी वैसे करूंगा , अब निकलूं ( भीतर उबलती खीझ को मै दबाता हुआ बोला )
: ऐसे नहीं , मम्मा को किस्सी चाहिए ( उसने मुंह बनाया )
: उम्म्म्ममआआह्ह्ह्ह्ह खुश ?
: इधर भी , दूसरे वाले पर भी ।
: उम्म्माआआह अब ठीक है न
: हम्म्म लव यू ( वो फोन पर ऐसे इतराई जैसे मेरे सीने पर लोट रही हो )
: लव यू मेरा बेबी बाय
मैने फोन रखा और निकल गया फिर रेशमा मैम के फ्लैट की ओर


कुछ देर दरवाजा बजाने पर वो बाहर आई
: अरे आप अभी रेडी नहीं हुई ( मैने उन्हे उलझे हुए बालों में देखा )
: बस 5 मिनट , आजा अंदर आजा
: मामी जल्दी करो , मुझे कॉलेज जाना है देर हो जाएगी ( अम्मी की सहेली वो सेठानी मेरे आगे आगे सूट सलवार में अपने कूल्हे मटकाते हुए चल रही थी )
: हा हा मुझे सब पता है क्यों लेट हो रहा है तुझे , वो पास के गांव की छोरियां आती है न उनके पीछे हॉर्न बजा कर बाइक निकाल कर हीरो गिरी करेगा और क्या ( मामी ने झल्ला कर जवाब दिया )
: क्या मामी , आपके रहते मै किसी और के पीछे हॉर्न मारूंगा ( मै हंसते हुए उनको आइने में देखा वो मुझे देख कर पूरी मुस्कुराई )
: धत्त बदमाश कही का ( वो शर्म से पूरी लाल होते हुए मुझे कंधी दिखाते हुए बोली )
: चलो न मामी बहुत देर हो गई है , आप तो वैसे भी हीरोइन लग रही हो
: आज बड़ी तारीफ हो रही है , इतना मक्खन पालिश किस लिए भाई
: अब क्या बताऊं , आज तो मेरा हॉफ डे का प्लान है और अम्मी को देखने का भी ( मै खुद से बड़बड़ाया )
: क्या हुआ इतनी जल्दी क्यों है बोल



: जी ? जी कुछ नहीं मैम वो बस लेट हो गया है तो
: अरे मै हु न , अहूजा सर से मै बात कर लूंगी ( वो रिलैक्स होते हुए बोली )
: मैम एक और बात थी ( मै हिचकते हुए बोला )
: हा बोलो ( वो अपने साइड पर्स को चेक करते हुए बोली )
: मैम वो .... वो आज आप .... ( मै उनको देखे जा रहा था जींस कुर्ती में गजब कहर ढा रही थी , कूल्हे कुर्ती ऊपर तक टंगी थी और गाड़ बाहर की ओर निकली हुई जिसपे चुस्त लेगी के जैसे जींस जांघों पर कसी हुई थी । देख कर ही ईमान डोल जाए । )

GYLFTjias-AAh0ib
: क्या ? ऐसे क्या देख रहे हो ? बोलो न ? ( वो थोड़े शर्माती हुई अपने बालों को कान के पास उलझाने लगी )
: मैम वो मुझे आज हॉफ डे चाहिए था तो क्या आप आहूजा सर से .... प्लीज
वो इतराते हुए मुस्कुराने लगी और मैं उलझने लगा । हम नीचे आ गए और मै बाइक स्टार्ट कर चुका था वो मेरे पास बैठ गई थी , उनका एक हाथ मेरे कंधे पर था । मै भीतर से सिहर रहा था , मानो रेशमा मैम की मुलायम उंगलियों से शिमला की सर्दी मेरे पूरे जिस्म में उतर रही थी। मगर मन उलझा हुआ था क्योंकि अभी तक उन्होंने मेरे सवाल का जवाब नहीं दिया था ।
: आप कुछ बोली नहीं मैम
: किस बारे में ( वो रियर मिरर में मुझे मुस्कुरा कर देखते हुए बोली )
: वो अहूजा सर से बात करने के लिए, आज हॉफ डे चाहिए था ( मै लगभग उखड़े मन से बोला , मुझे पसंद नहीं आ रहा था कि रेशमा मैम को दुबारा से इस छोटी सी बात के लिए सिफारिश करना )
: कॉफी पीने आना पड़ेगा मेरे यहां
: जी ? ( मै खिल उठा एकदम से उनकी बातों का मतलब समझ कर और गाड़ी रेस कर दी )


: अरे अरे आराम से चला , लेकर भागेगा क्या मुझे
: आपको लेकर भागने में मेरा क्या फायदा होगा ?
: अरे बिना खर्चे के इतनी सुंदर लुगाई मिल जाएगी और चाहिए तुझे
: फिर भी मेरा घाटा ही होगा ?
: वो कैसे ? ( मामी चौकी )
: इतना मेकअप का खर्चा मेरे बस का नहीं है बाबा हिहिहीही ( मै बाइक चलाते हुए जोर से खिलखिलाया )
: धत्त कामिना कही का ( लजाते हुए वो हस्ते हुए एक हल्का सा मुक्का मेरे कंधे पर मारी और मैं भी हसने लगा )
: हम्म्म लो आ गया आपका स्टॉप
: ठीक है अब सीधे कालेज जाना इधर उधर मस्ती करने मत निकल जाना ( वो मुझे हिदायत देते हुए बोली और आगे बढ़ गई )
उन्हें मटकते कूल्हे देख कर मैने खड़े खड़े ही बाइक पर हॉर्न बजाया और वो घूम कर मुझे हंसता हुआ देख कर हस दी और वापस जाने का इशारा किया ।
मै भी बाइक लेकर कालेज के लिए निकल गया ।


घड़ी की सुइयां मानो आज रेंग रही थी
मेरी टेबल से आहूजा सर के केबिन का दरवाजा थोड़ी सी कुर्सी इधर उधर सरका कर देखा जा सकता था ।
केबिन में फैन की हवा से दरबाजे का कर्टन हिल रहा था । उन हिलते हुए पर्दो और दरवाजे के गेट के गैप से हल्की फुल्की झलक मुझे रह रह कर दिखती।
उंगलियां जो रेशमा मैम के फाइल पर घूम रही थी , साफ नजर आ रहा था कि आहूजा कुछ डिमांड ही कर रहा है उनसे और रेशमा मैम की नजरो ने परदों के बीच मुझे देख लिया । मैं नजरे फेर कर अपने काम में लग गया ।
जानता था कि जितना रेशमा मैम मेरे लिए दीवानी है उतना ही हवस लिए आहूजा भी रेशमा मैम के चौड़े कूल्हे निहारता है । आहूजा के रंगीन मिजाज से ऑफिस ही नहीं आस पास के लोकल पब्लिक भी अच्छे से वाकिफ है और रेशमा मैम मेरे लिए उसे उतनी तवज्जो नहीं देती इसीलिए वो मुझसे अच्छी खासी जलन रखता है ।

कुछ ही देर बाद रेशमा मैम उसके केबिन से निकल कर आई और फिर मुस्कुराते हुए मुझे देखा

: एक बजे
: जी थैंक यू ( मै असहज भरी मुस्कुराहट से उनको देखा , भीतर से मुझे अच्छा महसूस नहीं हो रहा था )
ठीक एक बजे मै बाइक लेकर निकल गया ।


अजीब सी घबराहट हो रही थी मैने बाइक घर से पहले ही लगा दी थी। दिन के इस पहर में वैसे तो सब खा पी कर आराम करते है मगर आज ना जाने क्या हुआ था सब के सब मुझे ही निहार रहे थे घूर रहे थे मानो मुझे इस समय होना ही नहीं चाहिए था ।
: आज हॉफ डे था क्या शानू (चाय की दुकान पर बैठे एक काका ने तो पूछ भी लिया )
: अह नहीं नहीं काका वो बुक लेने आया हु ( मेरी बुरी तरह से फटी पड़ी थी )
: कुछ भी हो बड़े बाबू का लड़का है बहुत होनहार ( वो काका अपने पास बैठे दूसरे काका से बात करते हुए बोले और मै आगे निकल गया )

उम्मीद के हिसाब से घर का चैनल बंद था अंदर से ताला लगा हुआ , ताले को देखकर मेरी सांसे और चढ़ने लगी । नीचे लंड अलग ही फड़फड़ा रहा था ।
गहरी सास भरता हुआ मैने इधर उधर देखा और मौका देख कर बिलाल ट्रेलर के बंद पड़े मकान का दरवाजा खोल कर , जो पहले ही जुआरियों और शराबियों ने तोड़ रखा हुआ था मै घुस गया ।
उमहु पेशाब और नमी की गंध से मेरे मन में उल्टी जैसा लगने लगा , ताज्जुब नहीं हुआ मुझे भीतर जाने के बाद जीने के पास मुझे वीर्य भरे कंडोम और गुटके सिगरेट के पैकेट के फेंके पड़े हुए दिखे । अजीब सी घिनघिनाहट सी हुई और मैं तेजी से ऊपर निकल गया। दो मंजिला पर आकर मैने इधर उधर देखा और मेरी नजर मेरी छत पर गई , जिसके जीने का दरबाजा मैने सुबह ही खोलकर भीड़का कर रखा हुआ था एक ईंट लगा कर ताकि अम्मी को पता न चले । एक राहत भरी मुस्कुराहट थी मगर मंजिल अभी 3 मकान दूर थी ।
बीच में जुबैदा चच्ची का मकान पीछे से एक मंजिला उसको फांदना ज्यादा रिस्की था क्योंकि जुबैदा चच्ची घर के पीछे में आंगन पूरा खुला था छत नहीं थी ।
अपने मन के इरादे फौलादी करता हुआ मैने चारदीवारी फांद कर बगल के दो छत पारकर के जुबैदा चच्ची छत पर आते ही मेरी नजर नीचे आंगन में गई और मैं फौरन फर्श पर लेट गया ।
जुबैदा चच्ची आंगन में कपड़े डाल रही थी और वो बाल्टी से झुकझुक कर कपड़े निकाल रही थी , जब वो फिर से कपड़े निकालने को हुईं मै झुके हुए ही तेजी से उनकी छत को दौड़ कर पार करता हुआ एक ही जंप में उनकी चारदीवारी कूद कर सीधा अपने छत पर आ गया

5 मिनट तक मै खुद की सास संभालता रहा और कोई मुझे मुहल्ले का देखे नहीं इसीलिए मै नीचे बैठे हुए ही घुटने के बल चलता हुआ दरवाजे तक आया और ईंट हटा कर होले से दरवाजा खोला और धीरे से जीने से नीचे उतर गया ।
पूरे घर में एक चुप्पी सी थी और उस एक चुप सन्नाटे में अम्मी की हल्की फुल्की आवाजों में खनक भरी हंसी की किलकारियां शामिल थी ।
जूते मैने ऊपर ही निकाल दिए और दबे पाव सीढ़िया सरकता हुआ अपनी सांसों को थामे नीचे आने लगा ।
इधर अम्मी की आवाओ की फ्रीक्वेंसी तेज हो रही थी उधर मेरी दिल की धड़कने।
नीचे जीने पर आकर अपनी मनपसंद जगह पर रुक कर रोशनदान से अम्मी के कमरे में झांका तो दिल गदगद हो गया ।
पूरा घर बंद करने के बाद भी अम्मी को ना जाने क्या डर कि कमरे का दरवाजा भिड़का रखा था ।एक तरह से मेरे लिए सही भी था ।
क्योंकि अम्मी के कमरे के दरवाजे से जीने का रास्ता बिल्कुल सामने ही था ।
मै बिल्लियों के जैसे बिना आहट के लपक कर अम्मी के कमरे के दरबाजे के पास पहुंचा। दरवाजे के महीन गैप से अपनी आंखों का फोकस बढ़ा कर कमरे का जायजा लिया तो अजीब सा लगा

पूरा घर बंद अन्दर से बंद है , कमरा भिड़का रखा और उसपे से अम्मी बुरखे में बैठी हुई भला किस्से पर्दा कर रही थी ।
अब्बू की आवाजें स्पीकर पर आ रही थी ।

: ओहो मेरी जान और कितना समय लगेगा , तुम्हारे दीदार के लिए ही आज हॉफ डे लिया है ( अब्बू की बातें सुनकर मुझे हसी आई फिर सोचा अम्मी के लिए हॉफ क्या फुल डे भी काफी नहीं पड़ता )
: बस बस मेरे सरताज आपकी कनीज आपके हुजूर में हाजिर है ( अम्मी ने मोबाइल को जो आलमारी पर सुला कर रखी थी उसको सहारे से खड़ा करती हुई बोली )
अब्बू की छोटी तस्वीर वीडियो काल पर साफ साफ नजर आ रही थी ।
: ओहो सुभानल्लाह , अब जरा रुख से नकाब हटा कर हमें अपने कनीज के रुखसार का दीदार तो कराओ

IMG-20241105-204859
: ऊहू , आज ये हमारे रुख से ये पर्दा न हटेगा , भले पूरी कुदरत जहांपनाह के आगे बेपर्दा करना पड़ जाए ( अम्मी ने अब्बू को तड़पा और ललचाया भी , साथ मेरे लंड की हालत और बुरी होने लगी )
: अह्ह्ह्ह मेरी जान तुम्हारी बातों से मेरा दिल बेकाबू हो कर कही खो न जाए सीईईईई अह्ह्ह्ह
: तो आप मेरा ये दिल ले लीजिए न हुजूर ( अम्मी ने अपने बड़े से चूचे को अपने दोनों पंजे से दिल का शेप देते हुए बोली)

GIF-20241105-231616-334
उफ्फ उधर अम्मी खेल अब्बू के दिल से रही थी और जज्बात मेरे मचल रहे थे ।
: अह्ह्ह्ह मेरी जान , तुम्हारे दिल के लिए ही मेरा दिल बैचेन हुआ जा रहा है जरा उसे रोशनी में तो ले आओ , क्यों छिपा रखी हो उसे अंधेर दरख़्तो में ( अब्बू के आवाज में अम्मी के लिए तड़प साफ साफ झलक रही थी
: इन मुलायम मखमली दरखतों ने ही तो आपकी कनीज का दिल बड़ी हिफाजत से रखा है मेरे राजा ( अम्मी ने अपने दोनों चूचों के पहाड़ के बीच उंगली फसा कर बुरके में दोनों चूचों के पहाड़ जैसे उभार बाहर निकाल दिए )

IMG-20241105-204812

: अह्ह्ह्ह्ह क्या नायब कुदरती जोड़े है मेरी जान सीईईईई जी करता है अपनी उंगलियों को इनपर सैर करवाऊं ( अब्बू लगभग सिसकते हुए बोले और मै भी अम्मी की चूचियों का शेप देख कर लिए लार टपकाने लगा )

मगर अगले ही अम्मी ने अब्बू और मुझे दोनों को चौका दिया

: और इन पहाड़ी गुफाओं के बारे में क्या ख्याल है , इनमें सैर नहीं करेंगे हुजूर उम्मम ( अम्मी खड़ी होकर अपने भारी भरकम चूतड बुरके में मोबाइल के आगे हिलाने लगी , जिसे देख आकर मेरी हालत और खराब होने लगी , लंड का सुपाड़ा पूरा टमाटर जैसे फूल चुका था लंड पूरी तरह रॉड हुआ जा रहा था । )

: ओह्ह्ह फरीदा मेरी जान तुम्हारे ये पहाड़ जैसे ऊंचे ऊंचे चूतड देखकर मेरी तो हालत खराब हो जाती है सीईईईई इन्हें देखता हू तो किसी की यादें ताजा हो जाती है ( अब्बू की बातें सुनकर मेरा दिमाग ठनका मगर अम्मी पर इसका जरा भी असर नहीं हुआ , जैसे ये सब बातें उनके लिए नई न हो )
: किसकी मेरे सरताज , मेरे ये पहाड़ी चूतड आपको किसकी याद दिलाती है बोलो न मेरे राजा ( अम्मी मोबाईल के आगे अपने कूल्हे मटकाती हुई उन्हें बुर्के के ऊपर से अपने हाथों से सहलाती हुई अब्बू को उकसाते हुए बोली )
मेरा गला सूखने लगा और दिल की धड़कने बढ़ने लगी कि अब्बू किसका नाम लेने वाले थे , लंड में अब एक अलग ही उत्तेजना दौड़ रही थी ।
: अह्ह्ह्ह्ह जानू तुम्हे तो सब पता ही है मै किसकी बात कर रहा हु ओह्ह्ह्ह सोच कर ही मेरा अकड़ रहा है , देखो न ( अब्बू ने मोबाइल पर अपना लंड बाहर निकाल दिया और वो उसको सहला रहे थे , अम्मी अब्बू का मोटा मूसल देख कर सिहर उठी और अगले ही पल उन्होंने पीछे से अपना बुरका उठा कर आगे झुकती अपनी बड़ी सी फैली हुईं गाड़ को नंगी कर दी )

GIF-20241105-231738-804
: क्या वो भी आपके आगे मेरी तरह ऐसे अपने गाड़ खोल देती है मेरे राजा उम्मम्म ( ये बोल कर अम्मी ने अपने दोनों पंजे से अपने मोटे मोटे चूतड़ों फाड़ते हुए फैला दिया , जैसे ही मेरी नजर अम्मी के गहरे भूरे गाड़ की मोटी सुराख पर गई मेरे लंड से रस की बूंदे टपक पड़ी, पूरी ताकत से मैने मेरे फड़फड़ाते लंड को पकड़ कर भींच लिया और खुद को काबू करने लगा ,मेरा दिल अब मेरे बस में नहीं था , धड़कने पूरी शिद्दत जोरो से धड़क रही थी । अम्मी के नंगे चूतड़ देख कर एक अलग ही प्यास से गला सूखने लगा )
: ओह्ह्ह्ह फरीदा मेरी जान अह्ह्ह्ह क्या मस्त चूतड़ है तेरे ओह्ह्ह्ह ( अब्बू मेरी तरह अम्मी के बड़े भड़कीले चूतड देख कर तड़प उठे )
: ऊहू आज फरीदा नहीं ( अम्मी बोली और मै भी अचरज से थम सा गया एक पल को और हाथ भी लंड को मसलते हुए रुक गए )
: फिर ? ( अब्बू ने बड़ी खुमारी में सवाल किया )
: आज मै आपकी नगमा फूफी हु ( ये बोलते हुए अम्मी ने अपने आगे से बुरखे को हटाया और अपने दोनों बड़े बड़े खरबूजे जैसे दूध से लबालब चूचों को नंगे अब्बू के आगे परोस दिया )

IMG-20241105-223959
: या खुदा क्या कयामत हो तुम ओह्ह्ह्ह , आज तुमने मेरा दिल जीत लिया मेरी जान
: ऊहू पूरा बोलो न फूफी..जान ( अम्मी ने अपने नरम नरम चूचे उनके आगे सहलाए और इधर मेरी हालत और खराब हो गई, अम्मी का ये रूप मेरी समझ और सोच के दायरे के बाहर की चीज थी । उसपे से अब्बू भी अपनी सगी फूफी के चूतड़ों के दीवाने निकले )
: ओह्ह्ह्ह नगमा फूफी ( अब्बू सिहर उठे )
: हम्म्म बेटा बोलो न ( अम्मी ने भी कसमसा कर अब्बू के आगे अपने दोनों चूचे मसल दिए
: ओह्ह्ह मेरी प्यारी फूफी मुझे मेरे नाम से बुलाओ न ( अब्बू अपना लंड सहलाते हुए बोले )
: क्या धत्त नहीं , नाम नही ले सकती मै आप मेरे शौहर हो ( अगले ही पल अम्मी अपने घरेलू रूप में लौट आई और मुस्कुराने लगी )
: अच्छा बाबा मेरी इजाजत है
: ऊहू , नहीं मुझसे नहीं होगा शानू के अब्बू ( अम्मी शरमाई )
: प्लीज न मेरी प्यारी फूफी, अपने अकरम बेटे की बात मान जाओ न , देखो न आपके रसीले दूध देख कर मेरे होठ सुख रहे है पीला दो न थोड़ा दूध मुझे ( एक बार फिर अब्बू ने अम्मी को लपेटा और अम्मी ने एक गहरी सास लेते हुए अपने जोबन को मसल दिया और सिसक पड़ी)
: अह्ह्ह्ह्ह सीईईई अकरम बेटा ( अम्मी ने जैसे ही अब्बू का नाम लिया मेरा लंड एकदम से फ़नफ़नाने लगा पूरे तन बदन में सुरसुरि सी चढ़ने लगी और अब्बू अपने पैर टाइट कर लंड को भींचने लगे । )
: हा फूफी जां, कहो न
: और क्या मन करता है आपका अपनी फूफी को देख कर ( अम्मी लगातार अपने चूचे हाथों से सहलाये जा रही थी , एक मादक भी कसमसाहट सी उठ रही थी उनकी आवाज में मानो वो किसी नशे में हल्के हल्के उतर रही हो )
: अह्ह्ह्ह्ह मेरी सेक्सी फूफी आपको देखकर जी करता है आपके बदन से ये बुरका उतार फेकू और आपके गदराए जिस्म को देखते हुए अपना लंड हिलाऊ ( अब्बू ने अपने जज्बात जाहिर करते हुए बोले और अगले ही पल अम्मी ने अपने जिस्म से बुरका उतार दिया मगर अभी भी उनके चेहरे से नकाब नहीं उतरा था )
: लो अकरम बेटा, निहार लो अपनी नगमा फूफी को उम्मम्म इन रसभरे फूले हुए चूचे के लिए ही तुम तरसते हो न ( अम्मी पूरी नंगी होकर अब्बू के आगे अपने तने हुए निप्पलों वाले गोरे गोरे चूचे दिखाते हुए बोली )

GT-Tv2g-WYAEpo-Lb
: अह्ह्ह्ह हा फूफी मै तो आपकी चूचियों का दीवाना हु , आपके थन जैसे मोटे मोटे चूचे देख कर मुंह में पानी आ जाता है अह्ह्ह्ह जी करता आपके ऊपर आकर इनको खूब चूसू ( अब्बू अपना लंड मसलते हुए बोले )
: आजाओ न बेटा लो पिलो , इनपे तो तुम्हारा ही हक है आओ न ( अम्मी अब्बू के आगे चूचे को लाती हुई बोली )
: क्या सिर्फ इन्हीं पर ही मेरा हक है फूफी आपके रसीले भोसड़े पर नहीं ( अब्बू की बातें सुन कर अम्मी ने आंखे बन्द कर गहरी गहरी सांस लेने लगी उनकी चूचियां और भी फुलने लगी )
: दिखाओ न फूफी अपना रसदार गुलाबी भोसड़ा ओह्ह्ह्ह उसे देखने के लिए देखो मेरा लंड कितना बौराया हुआ है ( अब्बू अपने लंड का सुपाड़ा कैमरे के आगे ले जाते हुए बोले , अब्बू का लाल सुपाड़ा देख कर अम्मी मचल उठी और वो बिस्तर पर लेट कर मोबाईल के आगे अपनी दोनो टांगे हवा में उठा दी और उनकी लंबी फांके वाली चूत खुल कर अब्बू के आगे से आगे आ गई । जिसे देखकर मेरे लंड की नसे टपकने लगी मैने जोरो से उसको भींच रखा था , पूरा सुपाड़ा खून से भरा हुआ जल रहा था । कभी कभी मेरा फब्बारा फूट सकता था और फूटा भी

GIF-20241105-231831-376
: लो बेटा देख लो अपनी फूफी का भोसड़ा अह्ह्ह्ह्ह लो देखो मैं फैला रखा है ( अम्मी अपनी टांगे उठाए हुए चूत फैलाते हुए बोली और उनकी गुलाबी चौड़ी सुरंग देख कर मुझसे रहा नही गया और मेरे हाथ में ही मेरी पिचकारी छूटने लगी ।)
अम्मी के भोसडेदार गुलाबी चूत की तस्वीर मेरे जहन में बस चुकी थी मेरे दिल में अम्मी का नाम धड़क रहा था , आसपास सब कुछ एकदम से सुन्न हो गया था कुछ पल के लिए और बंद आंखो से हाथों में मेरे लंड की धार पर धार छूट रही थी ।

: क्या हुआ जानेमन ( धड़कने थमी तो पहले अब्बू की आवाज आई)
: लगता है बाहर कोई है ( अम्मी की बातें सुनकर मैं एकदम से सतर्क हो गया और जल्दी जल्दी अपना वीर्य से सना लंड अपने पेंट में घुसाने लगा )



: अरे शानू बेटा तुम ??



जारी रहेगी
 
Last edited:

DREAMBOY40

सपनों का सौदागर 😎
7,139
20,002
174

Zabardast update

Super Update Bhai ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️👍👍❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️👍👍❤️👍❤️❤️❤️❤️

Shandar kamuk super hot update 🔥 🔥 🔥


Awesome update super hot n erotic

Bahut gajab ke update Diya bhai..mast walla tha..siraj ki ammi Aaj degi lgta hai..Annika ka kisa bhi Susu se susu karo bhai

Ammi ke sath walla section thoda jayada rako

फरीदा मैम अपने हसबैंड के साथ वगैर ईयर फोन का इस्तेमाल किए फोन सेक्स कर रही होती है और वह भी तब जब शानू घर मे ही मौजूद होते थे ।
इसके पहले इन दोनो की म्यूचुअल अंडरस्टेंडिंग और केमेस्ट्री हम देख ही चुके है । इसका स्पष्ट मतलब है सेक्स को लेकर यह फेमिली काफी एडवांस है । बस , 2+2 = 4 होना बाकी है । लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि पहल कौन करे ! शेर के गले मे घंटी कौन बांधे !

एलिना मैडम अपने आशिक के हर मिजाज से भलीभांति परिचित है इसीलिए वो अपने हीरो के साथ अक्सर माॅम - सन रोल प्ले करते हुए नजर आती है ।
लेकिन सिराज की अम्मा और शानू साहब के जिस रिश्ते पर मैने शक जाहिर किया था कि इनकी खिचड़ी ऑलरेडी पक चुकी है वह गलत साबित हुआ । इनकी खिचड़ी चुल्हे पर चढ़ी जरूर है पर पकना बाकी है ।

बेहतरीन अपडेट भाई ।
आउटस्टैंडिंग एंड हाॅट अपडेट ।

Bhut khoob shandaar update......#
Agle update ki besabri se intzar hai......#

Gjb ka mixing combination hai bro super

Nice story
Up 3


Bahut badiya update

Super Hot maa

Outstanding and absolutely amazing story 👏 ❤️ 👌

Super erotic and absolutely amazing update ❤️

Ekdom terrific update!
Bahut bahut shandaar writings!

lajawab aur ekdom faadu update, fataka aur bahut hi kamuk writings!

Super sensational and extremely exciting story!

bahut badiya update,
lajawab aur mast story!
Bahut hi shandaar writings!

bahut bahut garam aur mast update!

bahut bahut hi mast, bahut bahut hi kamuk,garam aur exciting update!

कुछ अलग सी कहानी हैक प्लॉट्स मैं बटी हुई सी लग रही है. देखते हैं कब मिक्स होती है

गुड गोइंग

Intjar rahega bhai

Waiting for update
कहानी का अगला अपडेट पोस्ट कर दिया गया है
देर सवेर होने के लिए छोटे भाई को माफ करना

अपडेट पढ़ कर जो भी अच्छा बुरा लगे दो शब्द जरूर लिखे
मुझे अच्छा लगेगा और उम्मीद मिलेगी कि मेहनत रंग लाई ।

धन्यवाद
 

Iron Man

Try and fail. But never give up trying
41,050
104,296
304
UPDATE 007


हॉफ डे

सुबह सुबह उठ कर मै फ्रेश हो रहा था कि मेरा मोबाइल बजना शुरू हो गया । स्क्रीन पर नाम देखा तो चिढ़ सी हुई मगर बॉस तो बॉस होता है । मैने कॉल पिक की ।

: जी गुड मॉर्निंग मैम
: गुड मॉर्निंग शानू , आज ऑफिस चल रहे हो न ( बड़े खुशनुमा अंदाज में उसने कहा )
: जी मैम आना तो पड़ेगा न
: अच्छा नाश्ता कर लिया तुमने ( वो चहक कर बोली , फोन पर कुछ बर्तन की खटपट भरी आवाजें भी आ रही थी )
: जी नहीं , वो मै बस नहाने ..
: ठीक है फिर नहा कर सीधा तुम मेरे घर पर आ जाना , यही साथ नाश्ता करेंगे और ऑफिस चल चलेंगे
: ओके मैम
: जल्दी नहीं तो ब्रेकफास्ट ठंडा हो जाएगा हीहीही बाय ( वो खिलखिलाती हुई बोली और फोन कट हो गया )

मै फटाफट से नहाया और तैयार होने लगा , रोज मै नॉर्मली तैयार होता था मगर आज मेरी एक बॉडी स्प्रे पर गई और अनायास मैने उसे स्प्रे कर लिया।
तभी अलीना का फोन रिंग हुआ ।

: कैसे हो मेरी जान
: ओह्ह्ह्ह हाय उठ गई तुम , बस रेडी हो गया हु ऑफिस के लिए निकल रहा हूं
: ऑफिस ? ओ हैलो आज तुम मिलने नहीं आ रहे ( अलीना चौक कर एकदम से उखड़े हुए स्वर में बोली )
: आऊंगा न बाबू , वो रेशमा मैम ने फोन किया था उनको भी ऑफिस लेकर जाना है ( मैने झिझक भरे लहजे में बोला , इस डर में कही अलीना भड़के नहीं )
: वो डायन क्या लेगी तुम्हारा पीछा छोड़ने का हूह ( अलीना रेशमा के नाम पर चिड़चिड़ी हो गई )
: बाबू वो मेरी सीनियर है और उसकी गाड़ी आज आ जाएगी फिर मुझे नहीं आना पड़ेगा
: ये आखिरी बार है न ( उसने मुझसे कबूलवाया )
: हा मेरा बेबी आखिरी
: प्रोमिस ?
: अरे बाबू ये कैसी जिद , आपको मुझपे भरोसा नहीं है , वो मेरी सीनियर है मै कैसे उनको मना कर सकता हु ( मै उखड़ते हुए स्वर में बोला )
: हा हा ठीक है , लेकिन ध्यान रखना ब्रेकर पर स्पीड कम हो और चिपकने मत देना उसे पीछे से , नहीं तो तुम्हारी खैर नहीं समझे ( वो गुस्से में भभकती हुई बोली )
: हा मेरी मां सब जैसा तुम कहोगी वैसे करूंगा , अब निकलूं ( भीतर उबलती खीझ को मै दबाता हुआ बोला )
: ऐसे नहीं , मम्मा को किस्सी चाहिए ( उसने मुंह बनाया )
: उम्म्म्ममआआह्ह्ह्ह्ह खुश ?
: इधर भी , दूसरे वाले पर भी ।
: उम्म्माआआह अब ठीक है न
: हम्म्म लव यू ( वो फोन पर ऐसे इतराई जैसे मेरे सीने पर लोट रही हो )
: लव यू मेरा बेबी बाय
मैने फोन रखा और निकल गया फिर रेशमा मैम के फ्लैट की ओर


कुछ देर दरवाजा बजाने पर वो बाहर आई
: अरे आप अभी रेडी नहीं हुई ( मैने उन्हे उलझे हुए बालों में देखा )
: बस 5 मिनट , आजा अंदर आजा
: मामी जल्दी करो , मुझे कॉलेज जाना है देर हो जाएगी ( अम्मी की सहेली वो सेठानी मेरे आगे आगे सूट सलवार में अपने कूल्हे मटकाते हुए चल रही थी )
: हा हा मुझे सब पता है क्यों लेट हो रहा है तुझे , वो पास के गांव की छोरियां आती है न उनके पीछे हॉर्न बजा कर बाइक निकाल कर हीरो गिरी करेगा और क्या ( मामी ने झल्ला कर जवाब दिया )
: क्या मामी , आपके रहते मै किसी और के पीछे हॉर्न मारूंगा ( मै हंसते हुए उनको आइने में देखा वो मुझे देख कर पूरी मुस्कुराई )
: धत्त बदमाश कही का ( वो शर्म से पूरी लाल होते हुए मुझे कंधी दिखाते हुए बोली )
: चलो न मामी बहुत देर हो गई है , आप तो वैसे भी हीरोइन लग रही हो
: आज बड़ी तारीफ हो रही है , इतना मक्खन पालिश किस लिए भाई
: अब क्या बताऊं , आज तो मेरा हॉफ डे का प्लान है और अम्मी को देखने का भी ( मै खुद से बड़बड़ाया )
: क्या हुआ इतनी जल्दी क्यों है बोल



: जी ? जी कुछ नहीं मैम वो बस लेट हो गया है तो
: अरे मै हु न , अहूजा सर से मै बात कर लूंगी ( वो रिलैक्स होते हुए बोली )
: मैम एक और बात थी ( मै हिचकते हुए बोला )
: हा बोलो ( वो अपने साइड पर्स को चेक करते हुए बोली )
: मैम वो .... वो आज आप .... ( मै उनको देखे जा रहा था जींस कुर्ती में गजब कहर ढा रही थी , कूल्हे कुर्ती ऊपर तक टंगी थी और गाड़ बाहर की ओर निकली हुई जिसपे चुस्त लेगी के जैसे जींस जांघों पर कसी हुई थी । देख कर ही ईमान डोल जाए । )

GYLFTjias-AAh0ib
: क्या ? ऐसे क्या देख रहे हो ? बोलो न ? ( वो थोड़े शर्माती हुई अपने बालों को कान के पास उलझाने लगी )
: मैम वो मुझे आज हॉफ डे चाहिए था तो क्या आप आहूजा सर से .... प्लीज
वो इतराते हुए मुस्कुराने लगी और मैं उलझने लगा । हम नीचे आ गए और मै बाइक स्टार्ट कर चुका था वो मेरे पास बैठ गई थी , उनका एक हाथ मेरे कंधे पर था । मै भीतर से सिहर रहा था , मानो रेशमा मैम की मुलायम उंगलियों से शिमला की सर्दी मेरे पूरे जिस्म में उतर रही थी। मगर मन उलझा हुआ था क्योंकि अभी तक उन्होंने मेरे सवाल का जवाब नहीं दिया था ।
: आप कुछ बोली नहीं मैम
: किस बारे में ( वो रियर मिरर में मुझे मुस्कुरा कर देखते हुए बोली )
: वो अहूजा सर से बात करने के लिए, आज हॉफ डे चाहिए था ( मै लगभग उखड़े मन से बोला , मुझे पसंद नहीं आ रहा था कि रेशमा मैम को दुबारा से इस छोटी सी बात के लिए सिफारिश करना )
: कॉफी पीने आना पड़ेगा मेरे यहां
: जी ? ( मै खिल उठा एकदम से उनकी बातों का मतलब समझ कर और गाड़ी रेस कर दी )


: अरे अरे आराम से चला , लेकर भागेगा क्या मुझे
: आपको लेकर भागने में मेरा क्या फायदा होगा ?
: अरे बिना खर्चे के इतनी सुंदर लुगाई मिल जाएगी और चाहिए तुझे
: फिर भी मेरा घाटा ही होगा ?
: वो कैसे ? ( मामी चौकी )
: इतना मेकअप का खर्चा मेरे बस का नहीं है बाबा हिहिहीही ( मै बाइक चलाते हुए जोर से खिलखिलाया )
: धत्त कामिना कही का ( लजाते हुए वो हस्ते हुए एक हल्का सा मुक्का मेरे कंधे पर मारी और मैं भी हसने लगा )
: हम्म्म लो आ गया आपका स्टॉप
: ठीक है अब सीधे कालेज जाना इधर उधर मस्ती करने मत निकल जाना ( वो मुझे हिदायत देते हुए बोली और आगे बढ़ गई )
उन्हें मटकते कूल्हे देख कर मैने खड़े खड़े ही बाइक पर हॉर्न बजाया और वो घूम कर मुझे हंसता हुआ देख कर हस दी और वापस जाने का इशारा किया ।
मै भी बाइक लेकर कालेज के लिए निकल गया ।


घड़ी की सुइयां मानो आज रेंग रही थी
मेरी टेबल से आहूजा सर के केबिन का दरवाजा थोड़ी सी कुर्सी इधर उधर सरका कर देखा जा सकता था ।
केबिन में फैन की हवा से दरबाजे का कर्टन हिल रहा था । उन हिलते हुए पर्दो और दरवाजे के गेट के गैप से हल्की फुल्की झलक मुझे रह रह कर दिखती।
उंगलियां जो रेशमा मैम के फाइल पर घूम रही थी , साफ नजर आ रहा था कि आहूजा कुछ डिमांड ही कर रहा है उनसे और रेशमा मैम की नजरो ने परदों के बीच मुझे देख लिया । मैं नजरे फेर कर अपने काम में लग गया ।
जानता था कि जितना रेशमा मैम मेरे लिए दीवानी है उतना ही हवस लिए आहूजा भी रेशमा मैम के चौड़े कूल्हे निहारता है । आहूजा के रंगीन मिजाज से ऑफिस ही नहीं आस पास के लोकल पब्लिक भी अच्छे से वाकिफ है और रेशमा मैम मेरे लिए उसे उतनी तवज्जो नहीं देती इसीलिए वो मुझसे अच्छी खासी जलन रखता है ।

कुछ ही देर बाद रेशमा मैम उसके केबिन से निकल कर आई और फिर मुस्कुराते हुए मुझे देखा

: एक बजे
: जी थैंक यू ( मै असहज भरी मुस्कुराहट से उनको देखा , भीतर से मुझे अच्छा महसूस नहीं हो रहा था )
ठीक एक बजे मै बाइक लेकर निकल गया ।


अजीब सी घबराहट हो रही थी मैने बाइक घर से पहले ही लगा दी थी। दिन के इस पहर में वैसे तो सब खा पी कर आराम करते है मगर आज ना जाने क्या हुआ था सब के सब मुझे ही निहार रहे थे घूर रहे थे मानो मुझे इस समय होना ही नहीं चाहिए था ।
: आज हॉफ डे था क्या शानू (चाय की दुकान पर बैठे एक काका ने तो पूछ भी लिया )
: अह नहीं नहीं काका वो बुक लेने आया हु ( मेरी बुरी तरह से फटी पड़ी थी )
: कुछ भी हो बड़े बाबू का लड़का है बहुत होनहार ( वो काका अपने पास बैठे दूसरे काका से बात करते हुए बोले और मै आगे निकल गया )

उम्मीद के हिसाब से घर का चैनल बंद था अंदर से ताला लगा हुआ , ताले को देखकर मेरी सांसे और चढ़ने लगी । नीचे लंड अलग ही फड़फड़ा रहा था ।
गहरी सास भरता हुआ मैने इधर उधर देखा और मौका देख कर बिलाल ट्रेलर के बंद पड़े मकान का दरवाजा खोल कर , जो पहले ही जुआरियों और शराबियों ने तोड़ रखा हुआ था मै घुस गया ।
उमहु पेशाब और नमी की गंध से मेरे मन में उल्टी जैसा लगने लगा , ताज्जुब नहीं हुआ मुझे भीतर जाने के बाद जीने के पास मुझे वीर्य भरे कंडोम और गुटके सिगरेट के पैकेट के फेंके पड़े हुए दिखे । अजीब सी घिनघिनाहट सी हुई और मैं तेजी से ऊपर निकल गया। दो मंजिला पर आकर मैने इधर उधर देखा और मेरी नजर मेरी छत पर गई , जिसके जीने का दरबाजा मैने सुबह ही खोलकर भीड़का कर रखा हुआ था एक ईंट लगा कर ताकि अम्मी को पता न चले । एक राहत भरी मुस्कुराहट थी मगर मंजिल अभी 3 मकान दूर थी ।
बीच में जुबैदा चच्ची का मकान पीछे से एक मंजिला उसको फांदना ज्यादा रिस्की था क्योंकि जुबैदा चच्ची घर के पीछे में आंगन पूरा खुला था छत नहीं थी ।
अपने मन के इरादे फौलादी करता हुआ मैने चारदीवारी फांद कर बगल के दो छत पारकर के जुबैदा चच्ची छत पर आते ही मेरी नजर नीचे आंगन में गई और मैं फौरन फर्श पर लेट गया ।
जुबैदा चच्ची आंगन में कपड़े डाल रही थी और वो बाल्टी से झुकझुक कर कपड़े निकाल रही थी , जब वो फिर से कपड़े निकालने को हुईं मै झुके हुए ही तेजी से उनकी छत को दौड़ कर पार करता हुआ एक ही जंप में उनकी चारदीवारी कूद कर सीधा अपने छत पर आ गया

5 मिनट तक मै खुद की सास संभालता रहा और कोई मुझे मुहल्ले का देखे नहीं इसीलिए मै नीचे बैठे हुए ही घुटने के बल चलता हुआ दरवाजे तक आया और ईंट हटा कर होले से दरवाजा खोला और धीरे से जीने से नीचे उतर गया ।
पूरे घर में एक चुप्पी सी थी और उस एक चुप सन्नाटे में अम्मी की हल्की फुल्की आवाजों में खनक भरी हंसी की किलकारियां शामिल थी ।
जूते मैने ऊपर ही निकाल दिए और दबे पाव सीढ़िया सरकता हुआ अपनी सांसों को थामे नीचे आने लगा ।
इधर अम्मी की आवाओ की फ्रीक्वेंसी तेज हो रही थी उधर मेरी दिल की धड़कने।
नीचे जीने पर आकर अपनी मनपसंद जगह पर रुक कर रोशनदान से अम्मी के कमरे में झांका तो दिल गदगद हो गया ।
पूरा घर बंद करने के बाद भी अम्मी को ना जाने क्या डर कि कमरे का दरवाजा भिड़का रखा था ।एक तरह से मेरे लिए सही भी था ।
क्योंकि अम्मी के कमरे के दरवाजे से जीने का रास्ता बिल्कुल सामने ही था ।
मै बिल्लियों के जैसे बिना आहट के लपक कर अम्मी के कमरे के दरबाजे के पास पहुंचा। दरवाजे के महीन गैप से अपनी आंखों का फोकस बढ़ा कर कमरे का जायजा लिया तो अजीब सा लगा

पूरा घर बंद अन्दर से बंद है , कमरा भिड़का रखा और उसपे से अम्मी बुरखे में बैठी हुई भला किस्से पर्दा कर रही थी ।
अब्बू की आवाजें स्पीकर पर आ रही थी ।

: ओहो मेरी जान और कितना समय लगेगा , तुम्हारे दीदार के लिए ही आज हॉफ डे लिया है ( अब्बू की बातें सुनकर मुझे हसी आई फिर सोचा अम्मी के लिए हॉफ क्या फुल डे भी काफी नहीं पड़ता )
: बस बस मेरे सरताज आपकी कनीज आपके हुजूर में हाजिर है ( अम्मी ने मोबाइल को जो आलमारी पर सुला कर रखी थी उसको सहारे से खड़ा करती हुई बोली )
अब्बू की छोटी तस्वीर वीडियो काल पर साफ साफ नजर आ रही थी ।
: ओहो सुभानल्लाह , अब जरा रुख से नकाब हटा कर हमें अपने कनीज के रुखसार का दीदार तो कराओ

IMG-20241105-204859
: ऊहू , आज ये हमारे रुख से ये पर्दा न हटेगा , भले पूरी कुदरत जहांपनाह के आगे बेपर्दा करना पड़ जाए ( अम्मी ने अब्बू को तड़पा और ललचाया भी , साथ मेरे लंड की हालत और बुरी होने लगी )
: अह्ह्ह्ह मेरी जान तुम्हारी बातों से मेरा दिल बेकाबू हो कर कही खो न जाए सीईईईई अह्ह्ह्ह
: तो आप मेरा ये दिल ले लीजिए न हुजूर ( अम्मी ने अपने बड़े से चूचे को अपने दोनों पंजे से दिल का शेप देते हुए बोली)

GIF-20241105-231616-334
उफ्फ उधर अम्मी खेल अब्बू के दिल से रही थी और जज्बात मेरे मचल रहे थे ।
: अह्ह्ह्ह मेरी जान , तुम्हारे दिल के लिए ही मेरा दिल बैचेन हुआ जा रहा है जरा उसे रोशनी में तो ले आओ , क्यों छिपा रखी हो उसे अंधेर दरख़्तो में ( अब्बू के आवाज में अम्मी के लिए तड़प साफ साफ झलक रही थी
: इन मुलायम मखमली दरखतों ने ही तो आपकी कनीज का दिल बड़ी हिफाजत से रखा है मेरे राजा ( अम्मी ने अपने दोनों चूचों के पहाड़ के बीच उंगली फसा कर बुरके में दोनों चूचों के पहाड़ जैसे उभार बाहर निकाल दिए )

IMG-20241105-204812

: अह्ह्ह्ह्ह क्या नायब कुदरती जोड़े है मेरी जान सीईईईई जी करता है अपनी उंगलियों को इनपर सैर करवाऊं ( अब्बू लगभग सिसकते हुए बोले और मै भी अम्मी की चूचियों का शेप देख कर लिए लार टपकाने लगा )

मगर अगले ही अम्मी ने अब्बू और मुझे दोनों को चौका दिया

: और इन पहाड़ी गुफाओं के बारे में क्या ख्याल है , इनमें सैर नहीं करेंगे हुजूर उम्मम ( अम्मी खड़ी होकर अपने भारी भरकम चूतड बुरके में मोबाइल के आगे हिलाने लगी , जिसे देख आकर मेरी हालत और खराब होने लगी , लंड का सुपाड़ा पूरा टमाटर जैसे फूल चुका था लंड पूरी तरह रॉड हुआ जा रहा था । )

: ओह्ह्ह फरीदा मेरी जान तुम्हारे ये पहाड़ जैसे ऊंचे ऊंचे चूतड देखकर मेरी तो हालत खराब हो जाती है सीईईईई इन्हें देखता हू तो किसी की यादें ताजा हो जाती है ( अब्बू की बातें सुनकर मेरा दिमाग ठनका मगर अम्मी पर इसका जरा भी असर नहीं हुआ , जैसे ये सब बातें उनके लिए नई न हो )
: किसकी मेरे सरताज , मेरे ये पहाड़ी चूतड आपको किसकी याद दिलाती है बोलो न मेरे राजा ( अम्मी मोबाईल के आगे अपने कूल्हे मटकाती हुई उन्हें बुर्के के ऊपर से अपने हाथों से सहलाती हुई अब्बू को उकसाते हुए बोली )
मेरा गला सूखने लगा और दिल की धड़कने बढ़ने लगी कि अब्बू किसका नाम लेने वाले थे , लंड में अब एक अलग ही उत्तेजना दौड़ रही थी ।
: अह्ह्ह्ह्ह जानू तुम्हे तो सब पता ही है मै किसकी बात कर रहा हु ओह्ह्ह्ह सोच कर ही मेरा अकड़ रहा है , देखो न ( अब्बू ने मोबाइल पर अपना लंड बाहर निकाल दिया और वो उसको सहला रहे थे , अम्मी अब्बू का मोटा मूसल देख कर सिहर उठी और अगले ही पल उन्होंने पीछे से अपना बुरका उठा कर आगे झुकती अपनी बड़ी सी फैली हुईं गाड़ को नंगी कर दी )

GIF-20241105-231738-804
: क्या वो भी आपके आगे मेरी तरह ऐसे अपने गाड़ खोल देती है मेरे राजा उम्मम्म ( ये बोल कर अम्मी ने अपने दोनों पंजे से अपने मोटे मोटे चूतड़ों फाड़ते हुए फैला दिया , जैसे ही मेरी नजर अम्मी के गहरे भूरे गाड़ की मोटी सुराख पर गई मेरे लंड से रस की बूंदे टपक पड़ी, पूरी ताकत से मैने मेरे फड़फड़ाते लंड को पकड़ कर भींच लिया और खुद को काबू करने लगा ,मेरा दिल अब मेरे बस में नहीं था , धड़कने पूरी शिद्दत जोरो से धड़क रही थी । अम्मी के नंगे चूतड़ देख कर एक अलग ही प्यास से गला सूखने लगा )
: ओह्ह्ह्ह फरीदा मेरी जान अह्ह्ह्ह क्या मस्त चूतड़ है तेरे ओह्ह्ह्ह ( अब्बू मेरी तरह अम्मी के बड़े भड़कीले चूतड देख कर तड़प उठे )
: ऊहू आज फरीदा नहीं ( अम्मी बोली और मै भी अचरज से थम सा गया एक पल को और हाथ भी लंड को मसलते हुए रुक गए )
: फिर ? ( अब्बू ने बड़ी खुमारी में सवाल किया )
: आज मै आपकी नगमा फूफी हु ( ये बोलते हुए अम्मी ने अपने आगे से बुरखे को हटाया और अपने दोनों बड़े बड़े खरबूजे जैसे दूध से लबालब चूचों को नंगे अब्बू के आगे परोस दिया )

IMG-20241105-223959
: या खुदा क्या कयामत हो तुम ओह्ह्ह्ह , आज तुमने मेरा दिल जीत लिया मेरी जान
: ऊहू पूरा बोलो न फूफी..जान ( अम्मी ने अपने नरम नरम चूचे उनके आगे सहलाए और इधर मेरी हालत और खराब हो गई, अम्मी का ये रूप मेरी समझ और सोच के दायरे के बाहर की चीज थी । उसपे से अब्बू भी अपनी सगी फूफी के चूतड़ों के दीवाने निकले )
: ओह्ह्ह्ह नगमा फूफी ( अब्बू सिहर उठे )
: हम्म्म बेटा बोलो न ( अम्मी ने भी कसमसा कर अब्बू के आगे अपने दोनों चूचे मसल दिए
: ओह्ह्ह मेरी प्यारी फूफी मुझे मेरे नाम से बुलाओ न ( अब्बू अपना लंड सहलाते हुए बोले )
: क्या धत्त नहीं , नाम नही ले सकती मै आप मेरे शौहर हो ( अगले ही पल अम्मी अपने घरेलू रूप में लौट आई और मुस्कुराने लगी )
: अच्छा बाबा मेरी इजाजत है
: ऊहू , नहीं मुझसे नहीं होगा शानू के अब्बू ( अम्मी शरमाई )
: प्लीज न मेरी प्यारी फूफी, अपने अकरम बेटे की बात मान जाओ न , देखो न आपके रसीले दूध देख कर मेरे होठ सुख रहे है पीला दो न थोड़ा दूध मुझे ( एक बार फिर अब्बू ने अम्मी को लपेटा और अम्मी ने एक गहरी सास लेते हुए अपने जोबन को मसल दिया और सिसक पड़ी)
: अह्ह्ह्ह्ह सीईईई अकरम बेटा ( अम्मी ने जैसे ही अब्बू का नाम लिया मेरा लंड एकदम से फ़नफ़नाने लगा पूरे तन बदन में सुरसुरि सी चढ़ने लगी और अब्बू अपने पैर टाइट कर लंड को भींचने लगे । )
: हा फूफी जां, कहो न
: और क्या मन करता है आपका अपनी फूफी को देख कर ( अम्मी लगातार अपने चूचे हाथों से सहलाये जा रही थी , एक मादक भी कसमसाहट सी उठ रही थी उनकी आवाज में मानो वो किसी नशे में हल्के हल्के उतर रही हो )
: अह्ह्ह्ह्ह मेरी सेक्सी फूफी आपको देखकर जी करता है आपके बदन से ये बुरका उतार फेकू और आपके गदराए जिस्म को देखते हुए अपना लंड हिलाऊ ( अब्बू ने अपने जज्बात जाहिर करते हुए बोले और अगले ही पल अम्मी ने अपने जिस्म से बुरका उतार दिया मगर अभी भी उनके चेहरे से नकाब नहीं उतरा था )
: लो अकरम बेटा, निहार लो अपनी नगमा फूफी को उम्मम्म इन रसभरे फूले हुए चूचे के लिए ही तुम तरसते हो न ( अम्मी पूरी नंगी होकर अब्बू के आगे अपने तने हुए निप्पलों वाले गोरे गोरे चूचे दिखाते हुए बोली )

GT-Tv2g-WYAEpo-Lb
: अह्ह्ह्ह हा फूफी मै तो आपकी चूचियों का दीवाना हु , आपके थन जैसे मोटे मोटे चूचे देख कर मुंह में पानी आ जाता है अह्ह्ह्ह जी करता आपके ऊपर आकर इनको खूब चूसू ( अब्बू अपना लंड मसलते हुए बोले )
: आजाओ न बेटा लो पिलो , इनपे तो तुम्हारा ही हक है आओ न ( अम्मी अब्बू के आगे चूचे को लाती हुई बोली )
: क्या सिर्फ इन्हीं पर ही मेरा हक है फूफी आपके रसीले भोसड़े पर नहीं ( अब्बू की बातें सुन कर अम्मी ने आंखे बन्द कर गहरी गहरी सांस लेने लगी उनकी चूचियां और भी फुलने लगी )
: दिखाओ न फूफी अपना रसदार गुलाबी भोसड़ा ओह्ह्ह्ह उसे देखने के लिए देखो मेरा लंड कितना बौराया हुआ है ( अब्बू अपने लंड का सुपाड़ा कैमरे के आगे ले जाते हुए बोले , अब्बू का लाल सुपाड़ा देख कर अम्मी मचल उठी और वो बिस्तर पर लेट कर मोबाईल के आगे अपनी दोनो टांगे हवा में उठा दी और उनकी लंबी फांके वाली चूत खुल कर अब्बू के आगे से आगे आ गई । जिसे देखकर मेरे लंड की नसे टपकने लगी मैने जोरो से उसको भींच रखा था , पूरा सुपाड़ा खून से भरा हुआ जल रहा था । कभी कभी मेरा फब्बारा फूट सकता था और फूटा भी

GIF-20241105-231831-376
: लो बेटा देख लो अपनी फूफी का भोसड़ा अह्ह्ह्ह्ह लो देखो मैं फैला रखा है ( अम्मी अपनी टांगे उठाए हुए चूत फैलाते हुए बोली और उनकी गुलाबी चौड़ी सुरंग देख कर मुझसे रहा नही गया और मेरे हाथ में ही मेरी पिचकारी छूटने लगी ।)
अम्मी के भोसडेदार गुलाबी चूत की तस्वीर मेरे जहन में बस चुकी थी मेरे दिल में अम्मी का नाम धड़क रहा था , आसपास सब कुछ एकदम से सुन्न हो गया था कुछ पल के लिए और बंद आंखो से हाथों में मेरे लंड की धार पर धार छूट रही थी ।

: क्या हुआ जानेमन ( धड़कने थमी तो पहले अब्बू की आवाज आई)
: लगता है बाहर कोई है ( अम्मी की बातें सुनकर मैं एकदम से सतर्क हो गया और जल्दी जल्दी अपना वीर्य से सना लंड अपने पेंट में घुसाने लगा )



: अरे शानू बेटा तुम ??


जारी रहेगी
Shandar super hot erotic update 🔥🔥🔥
 
  • Love
Reactions: DREAMBOY40

sunoanuj

Well-Known Member
3,195
8,472
159
UPDATE 006


नाइटी

कमज़ोरी ही है मेरी , सैटिन की नाइटी ।
वो मखमली सा अहसास जिसपर हाथ फिराने से एक अलग ही तरह की ठंडी मुलायम तरंग दौड़ती है बदन में दिल की धड़कने बढ़ा जाती है मेरी ।
उस कपड़े में मानो एक अजीब सी मादक गंध सनी होती है , जिसकी खुशबू सासो में बसते ही पैंट में वाइब्रेशन होने लगता है ।

बाइक चलाते हुए पैंट में हाथ डाल कर मैने मोबाइल खोला , अलीना ने एक और sexy सेल्फी भेजी थी । उस तस्वीर के साथ मैसेज भी था ।

m-ldpwiqacxt-E-Ai-mh-NVLZOMCi-FJ5m-SDEi-21745902b
" Lo beta dudh pi lo "


: ले बेटा दूध पी ले
मगर मेरी नजर अम्मी पर थी पहली बार आज वो बिना दुपट्टे के मेरे आगे थे वो भी नाइटी में , उनके बड़े बड़े मोटे दाने के निप्पल नाइटी फाड़ कर आने को बेताब थे । मेरा मुंह कुछ बोलने को खुला मगर मैं वैसे ही ठहर सा गया

GWAEE0ka-YAAm18-V
: ले पकड़ न ( मै नजरे हटा कर अम्मी के हाथ से दूध का ग्लास लिया और अम्मी ने लपक कर मेरे बिस्तर से मोबाइल उठा ली )
: अरे क्या हुआ मोबाइल क्यों ( मानो मेरी रूह उठा कर ले जा रही हो अम्मी ऐसा महसूस हुआ , ना जाने कैसा जुड़ाव हो गया था चंद दिनों में मोबाइल से )
: तेरे अब्बू ने खास बोला है कि रात में मोबाइल तेरे पास नहीं होगी ( अम्मी के दिखावटी गुस्से में भी मुझे एक छिपी हुई शरारत की झलक दिखी , मै समझ गया कि अम्मी अब्बू से बाते करेंगी )



फोन पर ..
: ऊहू इतना तड़प रहे थे क्या कि आधी काफी छोड़ कर चले आए मेरे लिए
: mommy ने दूध के लिए बुलाया था तो कैसे नहीं आता ( मैने अलीना को फुसलाया )
: उस ब्लू आइज वाली है कही तुम्हे हिप्नोटाइज तो नहीं न कर दिया ( उसने शक किया)
: तुम्हारे प्यार के जादू के आगे सब धुंधला हो जाता है मेरी जान ( उफ्फ क्या कसा हुआ जोबन है इसका , मोबाइल के आई तस्वीरों में उसके कड़क भूरे निप्पलों को निहारता हुआ मै सिहरा )
: और खबरदार जो उसके शर्ट से झांकते कबूतरों को दाना दिया तो , कामिनी जानबूझ कर चोंच उठाए घूमती है तुम्हारे आगे हूह ( वो पूरी पोजेसिव होकर मुझ पर भड़की )
: मै क्यू उन्हें दाना डालूंगा भला , मेरे पसंदीदा कबूतरों के जोड़े तो तुम्हारे पास है ओह्ह्ह्ह कितने कड़क और तने हुए है ओह्ह्ह्ह जी चाहता है कि
: क्यायाआ? बोलो न क्या मन कर रहा है ? ( अलीना की सांसे बेताब थी मेरे मुंह से लब्ज़ सुनने को , उसके बदन में उठती मदहोशी और वासना की खुमारी में मोबाइल पर महसूस कर सकता था , गर्म सासो की आहट और उसमें छिपी हुई मादक कसमसाहट , मानों वो फोन को मुंह के पास रखे हुए अपने दोनों दूधिया रस भरे चूचियों को मसल रही हो ।
: सच में बोलूं क्या ? ( मैने उसे तड़पाया )
: उम्मम्म बोलो न ( वो पूरे जोश में सिसकती हुई कुनमुनाई)
: पहले ये बताओ इसके साथ जो दिलाया था वो क्यों नहीं पहना ?




: आपने ही बोला था कि इसके साथ दूसरे कपडे पहनने की जरूरत नहीं होती
: तो क्या नीचे भी नही पहनी हो (फोन स्पीकर पर था और अब्बू की बात सुन कर मेरा लंड एकदम से तनमना गया )
फरीदा शर्मा कर : धत्त चुप करिए आप , नटखट कही के । सारी शरारत जानती हु मै आपकी
अब्बू : अब मत तरसाओ न , वीडियो कॉल करू
अम्मी : उन्हू वो इसमें कान में लगाने वाला म्यूजिक वाला नही है , आवाज ऊपर तक जाएगी
अम्मी की बात सुन कर मेरा लंड एकदम से तनामना गया कि आज रात तो पूरा फुल प्रोग्राम सेट कर रखा है अम्मी और अब्बू ने वीडियो कॉल पर
अब्बू : अच्छा ठीक है इस बार आऊंगा तो वो इयरफोन लेके आऊंगा , फिर तो अपने गदराए जिस्म का दीदार कराओगी न बेगम
अम्मी इतरा कर: उहू बिलकुल भी नही ,
अब्बू : क्या ? पर क्यू ?
अम्मी : नही आप बहुत वो हो , और मुझे शर्म भी आयेगी
अब्बू और अम्मी की बातें सुनकर मेरा लंड और मैं दोनो खुश हुए जा रहे थे


: ऊहू देखो तो मेरी शेरनी को , अब मुझसे ही शर्मा रही है उम्म्म ( मैने उसे चिढ़ाया )
: नहीईई तुम ऐसे मुझे तंग नहीं कर सकते , तुम तुम पहले जैसे रहो न ( अलीना ऐसे उखड़कर बोली जैसे उसने कुछ खो सा दिया मुझमें , मुझे पाने के बाद )
: अच्छा जी कैसे होना चाहिए मुझे फिर ( मै हंसता हुआ उससे सवाल दोहराया )
: जैसे पहले तुम मुझे देख कर डर जाते थे , मेरे करीब आने पर कांपने लग जाते थे । मै छूती थी तुम्हे तो घबरा जाते थे वैसे ही एकदम मासूम और प्यारे से । मुझे तुम्हे छेड़ना परेशान करना पसंद है समझे बुद्धु हूह ( वो अपनी बीती मीठी यादों को जबान से दुहराती हुई तुनकी)
: याद है दुकान के उसे चेंजिंग रूम में जब तुमने मुझे अपनी ओर खींचा था एकदम से मुझे अपने करीब कर लिया था , तुम्हारे वो बड़े बड़े मोटे नुकीले तीर मेरे सीने को चिर रहे थे
: हम्म्म ( अलीना की सांसे फिर से गरमाने लगी )
: तुमने ही कहा था कि मुझसे डरो मत और फिर जब तुम मेरे रूम पर आई थी जहां मैं लेता हु वहां तुम मेरे बाहों में थी चिपकी हुई बिना कपड़ो के , तुम्हारी मखमली जांघें मेरे जांघों के बीच गर्म हो रही थी और तुम मेरे सीने से लिपटी हुई मुझे कसके पकड़े हुए थी , याद है वो पल
: सीईईईई उम्मम्म वो सब मै कैसे भूल सकती हु मेरे राआजाह ( अलीना कसमसाती हुई बोली )
: मै भी नहीं भूल सकता हूं , तुमने मुझे मेरे खामियों और मेरी जिद के साथ मुझे अपनाया था । फिर तुमसे कैसे डरना , डरता था कही तुम मुझसे नफरत न कर बैठो मेरे अतीत मेरे फैंटेसी को जानने के बाद , बस इसीलिए कतराता था ।
: धत्त बुद्धू , तुम इतने प्यारे हो तुमसे नफरत कैसी और mommy अपने बेटू से कभी नाराज नहीं होती समझे हिहीही ( वो प्यार से मुझे समझाते हुए एकदम से चुलबुली सी हो गई )

: mommy
: यस्स माय बेबी ( अलीना ने बड़े लुभावने स्वर में जवाब दिया )
: I wanna see you your booby mommy ... वीडियो कॉल करो ( मै पूरे कामोत्तेजना में डूबता हुआ अपने पैर आपस में रगड़ता हुआ बोला )





: धत्त नहीइइ मै वीडियो बना कर भेज दूंगी आपको , ऐसे मुझे शर्म आएगी ( अम्मी लगभग शरमाते हुए लहजे में बोली )
: तो कुछ तस्वीरें भी भेजना मेरी जान अपने बड़े फैले हुए चूतड़ों के । उन्हें याद करता हूं तो लंड मचल उठता है मेरा ( स्पीकर पर अब्बू की बातें सुन कर मेरे आंखो में अम्मी के बड़े फैले हुए चौड़े चूतड बस से गए और लंड लोवर में अकड़ सा गया ।
: धत्त गंदे , आपको तो बस बड़ी बड़ी हिलती डुलती चीजे ही भाती है , चाहे वो मेरी हो या फिर उस हुह्ह्ह ( अम्मी ने बीच में बात को रोक दिया और मैं उलझ गया कि अब दूसरी कौन है जिसकी बड़ी हिलकोरे खाती गाड़ के अब्बू दीवाने है )
: हा मेरी जान लेकिन तुम्हारी मोटे मोटे चूतड़ों की कसी दरारों को फैलाकर कर पेलने में जो मजा आता है अह्ह्ह्ह सीईईईईई मेरी जान देखो न मेरा लंड तुम्हारे बड़े बड़े मटके जैसे चूतड़ों को याद कर लार छोड़ रहा है आओ न चाट लो सीईईईई ओह्ह्ह्ह
: अब बस भी करिए शानू के अब्बू मुझसे रहा नही जायेगा । आप दूर से मुझे तंग कर खुद को शांत कर लेते है और मुझे आपकी यादों में तड़पना पड़ता है सीईईईई अह्ह्ह्ह ( अम्मी सिसकिया लेने लगी )
: मेरी यादों में तड़पती हो या मेरे इस फौलादी लंड के जो तुम्हारी लंबी बुर के फांके चीरता हुआ तुम्हे सुकून देता है ( अब्बू की बातों से मेरी हालत खस्ता हुई जा रही थी और अम्मी की सिसकिया और कमरे से आती मादक कुनमुनाहट से साफ पता चल रहा था कि अम्मी बिस्तर पर मचल रही है । )
: ओह्ह्ह मेरे सरताज अह्ह्ह्ह्ह मेरे साजन ओह्ह्ह उसे याद करती हू तो मेरी सलवार गीली हो जाती है सीईईईई आजाओ न जल्दी से , कब तक मुझे ऐसे तड़पाओगे मेरे राजा ओह्ह्ह्ह
: तुम कहो तो कल ही आ ज़ाऊ तुम्हारे पास




: ओह्ह्ह यस्स बेटू कम टू योर हॉर्नी मम्मा उम्मम
: उम्मम माय सेक्सी mommy कल आऊंगा तो दूधू पिलाओगी न

GIF-20241028-041430-487
: हा बेटू क्यू नहीं , mommy का दूधू बेटू के लिए ही है मेरा बच्चा अह्ह्ह्ह अब चूस लो न इसे ओह्ह्ह्ह यस्स ऐसे ही पी लो मेरा बच्चा ( अलीना ने वीडियो कॉल पर अपने गोरे गोरे चूचे दिखाते हुए उन्हें मस्ती में मसलने लगी और मैं भी अपना लंड बाहर निकाल कर उन्हें देख कर हिलाने लगा )
: ओह्ह्ह mommy आपके बूब्स बहुत जूसी है उम्म्म सो टेस्टी उम्मम्म सीईईईई आई लव टू सक योर बूबी उम्मम्म आह्ह्ह ( मै अपनी मोबाइल स्क्रीन पर दिखते अलीना के निप्पल को जीभ से चाटने लगा और अलीना पागल होकर अपने पैर पटकने लगी )
: ओह्ह्ह यस्स बेबी सक इट उम्मम सक इट ओह्ह्ह्ह गॉड माय सेक्सी बेटू सक योर मम्मा बूबी ओह्ह्ह्ह यस्स अह्ह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह शानू मेरा आयेगा ओह्ह्ह्ह डाल दो न अंदर
: कहा डाल दु मेरी जान



: अपनी फरीदा की बुर में मेरे राजा , फाड़ो न मेरी चूत को अओहह्ह घुसा दो अपना मोटा बड़ा लंड ओह्ह्ह्ह मेरे राजा ( अम्मी सिसकियां लेती हुई तड़पती हुई बोली )
: लो मेरी जान अह्ह्ह्ह घुसा दिया ओह्ह्ह कितनी गरम और मुलायम चूत है तेरी अह्ह्ह्ह्ह कितना तप रहा है ( अब्बू की बातें सुनकर मैं भी अपना लंड मुठियाता हुआ अम्मी की चूत की गर्मी को महसूस करने लगा )
: है न मेरे राजा , आना इस बार पूरा लंड पिघला लूंगी अपनी बुर ओह्ह्ह्ह शानू के अब्बू अह्ह्ह्ह्ह मेरे राजा अह्ह्ह्ह्ह चोदो मुझे अह्ह्ह्ह्ह कस कस के चाहिए मुझे अह्ह्ह्ह
: हा मेरी जान लेहह्हा अह्ह्ह्ह हचक हचक कर तेरे ऊपर चढ़ कर पेल रहा हु तेरी बुर में ओह्ह्ह्ह कितनी रसीली है इसे और भी रसीली कर दु क्या मेरी जान
: हा मेरे राजा कर दो न , भर दो मेरी चूत को अपने गर्म रस से अह्ह्ह्ह जब आपके रस से मेरी रस मिलती है तो उसे अपने बुर पर मलने में मुझे मजा आता है आह्ह्ह्ह मेरे राजा झड़ने वाली हु मै अह्ह्ह्ह्ह आओ न झड़ जाओ न
: अह्ह्ह्ह्ह सच में मेरी जान और जब मैं तेरी गाड़ में अपनी पिचकारी छोड़ता हु तब , तब अच्छा नहीं लगता ( अब्बू की बातें सुनकर मैं चरम पर पहुंच चुका था कि अब्बू अम्मी के गाड़ में झड़ते है । )
: आह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह्ह मेरे राजा मै आ रही हू ओह्ह्ह्ह निकल रहा है अह्ह्ह्ह ( अम्मी तेज सिसकिया लेते हुए पैर पटकने लगी जिसकी आहट मुझे साफ साफ दरवाजे के पास खड़े होकर सुनाई दे रही थी )
और मेरी भी वही खड़े खड़े पिचकारी छूटने लगी ।


मन की हवस शांत हो गई थी मगर
आने वाली सुबह को लेकर मै बेचैन था । अलीना के चंद सवाल मुझ पर भारी हो रहे थे जो उसने सोने से पहले मेरे जहन में छोड़े हुए थे ।
क्या ही जवाब दूंगा मैं उसको ?
क्या बताऊंगा मै उसको ?
कैसे समझाऊंगा उसको अपने और सिराज की अम्मी के रिश्ते के बारे में ?

सिराज की अम्मी जो रूप उस रात मैने देखा था मैने कभी नहीं सोचा था इतनी मजहबी और खुद को पर्दे में रखने वाली खातून के जज्बात इस तरह से निराले होंगे ।

इधर सिराज नशे में चूर था और मैं बड़ी मुश्किल से उसको संभाल पा रहा था।
कम से कम 5 से 6 बार मुझे आवाज देनी पड़ी तब उसकी अम्मी ने दरवाजा खोला और करीब 48 साल की महिला , जिसके भारी भरकम देह पर बड़ी सी चादर डली हुई थी , सिराज की अम्मी ने पूरी कोशिश की थी सामने वाले को भनक न लगे कि वो चादर के नीचे से पूरी नंगी है , मगर जल्द ही वो भी समझ गई कि मेरी नजरो ने उनके ऊपरी हिस्से का सिटी स्कैन कर ही लिया है ।
असहज होकर वो इधर उधर देखने लगी : अरे शानू बेटा इतनी रात गए , 1 बजने को हो रहे थे और तुम सब तो कल आने वाले थे न ।
: हा अम्मी लेकिन इसने कुछ ज्यादा ही पी ली और घर जाना घर जाना की जिद पकड़ ली ( सिराज को बाहों में संभालते हुए मैने कहा )
: अह्ह्ह्ह्ह अम्मी हेल्प करिए न , नहीं तो गिर जायेगा ये ( अब मै और उसको सहारा नहीं दे पा रहा था , पूरा बदन दुख रहा था )
सिराज की अम्मी ने उसको थामा और गैलरी में ले गई, मै दरवाजा लगा कर उनके साथ हो लिया
दोनो साइड से हमने सिराज को पकड़ कर आगे बढ़ रहे थे ।
: यहां नही बेटा , कमरे में ले चल वहां अच्छे से सो पाएगा ये
: फिर इस वाले कमरे में ही चलो , वहा दूर तक ले जाना नहीं होगा मुझसे अम्मी ( ना चाहते हुए सिराज की अम्मी को मेरे थके हुए चेहरे को देखकर कर मेरी बात माननी पड़ी और हम दोनो सिराज की अम्मी के कमरे में घुस गए । )

बिस्तर तक आते आते मै एकदम से ठिठक कर खड़ा हो गया और मेरी नजर बिस्तर पर रखे हुए सिराज की अम्मी के कपड़ो थी । ये वही कपड़े थे जो आज शाम को उसकी अम्मी ने पहने थे , मगर उसके साथ साथ उनकी ब्रा और उलझी हुई पैंटी भी थी ।

Gaw-VTh-Bao-AA5-Xz-W
सिराज की अम्मी भी अबतक समझ चुकी थी कि मैं पूरी तरह से जान चुका था कि वो चादर के नीचे से पूरी नंगी है और वो इससे असहज होने लगी थी ।
: यही सुला देते है बेटा इसे ( उन्होंने उसका हाथ अपने कंधे से हटाते हुए कहा और उसको घुमाने की कोशिश करने लगी । मैने भी ऐसा ही कुछ प्रयास किया ताकि सिराज को पीठ के बल लिटाया जा सके )

मगर मेरे हाथ बहुत बुरी तरह दुख रहे थे और जैसे तैसे वो अपनी अम्मी के कपड़ो पर ही पसर गया , सिराज के अम्मी की पैंटी उसके मुंह के पास ही थी । जिसे हम दोनो देख पा रहे थे और जैसे ही मैने उसकी अम्मी की ओर देखा उनका चादर कंधे से सरका हुआ था जिसे उन्होंने लपेट रखा था और आगे से उनकी पेट और मोटी मोटी छातियों की झलक मिल रही थी ।
जिसे देखते ही मेरा लंड एकदम से फ़नफ़नाने लगा और उन्हें जैसे ही इसका अहसास हुआ वो चादर फिर से कंधे पर फेंकते हुए आगे से खुद को ढक ली ।

: जा बेटा सिराज के कमरे में तू भी आराम कर ले
: और आप ?
: मै भी देख रही हु , अभी कही तो सोना ही पड़ेगा न !! यहां तो इसकी बदबू से मेरा सर घूमने लगा है । सोच रही हु ऊपर कमरे में साफ करके बिस्तर लगा लू
: इतनी रात में आप कहा परेशान होंगी , आप सिराज के कमरे में सो जाइए मै बाहर सोफे पर सो जाऊंगा
: नहीं नहीं वहा मच्छर बहुत है बेटा तू नहीं सो पाएगा , ऐसा कर तू भी मेरे साथ सो जाना।
: जी ठीक है ( मै ये बोल कर कुछ पल चुप रहा )
: तू चल बेटा मैं आती हूँ जरा ( वो नजरे चुराते हुए बोली और मै समझ गया कि वो कपड़े पहने वाली थी )

मै कमरे से बाहर निकल आया मगर दिल को चैन कहा ।
कमरे से निकल कर मै सिराज के कमरे की चल तो दिया मगर चार कदम चल कर धीरे से वापस
वही दरवाजे के पास से झांका तो पूरे बदन में सुरसुरि सी चढ़ने लगी थी।
पेंट में लंड एकदम फड़फड़ाने लगा था उसको भींचते हुए मैने सिसक कर सामने देखा तो सिराज की अम्मी अपने जिस्म से वो चादर उतार चुकी थीं और आलमारी से कपड़े निकाल रही थी ।

GPi-U2-Na-Xk-AEf-Y02
उनकी बड़ी सी गाड़ पूरी दरारों सहित नहीं मेरे आंखो के आगे कमरे की उजली रोशनी में चमक रही थी ।
आगे लटके हुए उनके मोटे भारी भरकम चूचे देख कर मेरे मुंह में लार घुलने लगी थी ।

तभी उन्हें कुछ अहसास हुआ और इससे पहले वो मेरी ओर देखती मै पीछे हो गया , मगर मेरी होशियारी शायद पकड़ी ही गई थी क्योंकि ठीक मेरे पीछे एक एल.ई.डी. बल्ब जल रही थी हाल के जिससे मेरी परछाई कमरे के दरवाजे के पास फर्श पर उभरी हुई थी ।
मै झेप भरी शर्मिंदी के साथ वापस सिराज के कमरे की ओर बढ़ गया कि जरूर उसकी अम्मी ने मेरी परछाई देखी होगी और वो न जाने क्या सोचेगी ।
" क्या वो कमरे में सोने आएंगी भी "
एक डर सा लग रहा था कि न जाने आगे क्या होने वाला , कही उसकी अम्मी ने मुझे घर आने से मना कर दिया तो फिर सिराज को क्या कहूंगा , उससे मेरी दोस्ती खत्म ? न जाने क्या क्या सवाल उभर रहे थे मेरे मन में और तभी कमरे में आहट हुई और मेरी नजर सामने गई ।

GUm8-Fv-WMAENYDb
ब्लैक साटिन नाइटी में अपनी मोटी मोटी खरबूजे जैसे चूचीयो को समाए हुए सिराज की अम्मी मेरे सामने थी ।


जारी रहेगी
बहुत ही शानदार अपडेट है ! मित्र फोंट साइज थोड़ा बड़ा कर लो नहीं तो सबको चस्मा लग जाएगा !

बहुत ही अच्छा लिख रहे हैं आप 👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻
 
  • Like
Reactions: DREAMBOY40
Top