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Incest आह..तनी धीरे से.....दुखाता.

whether this story to be continued?

  • yes

    Votes: 43 97.7%
  • no

    Votes: 1 2.3%

  • Total voters
    44

Lovely Anand

Love is life
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159
आह ....तनी धीरे से ...दुखाता
(Exclysively for Xforum)
यह उपन्यास एक ग्रामीण युवती सुगना के जीवन के बारे में है जोअपने परिवार में पनप रहे कामुक संबंधों को रोकना तो दूर उसमें शामिल होती गई। नियति के रचे इस खेल में सुगना अपने परिवार में ही कामुक और अनुचित संबंधों को बढ़ावा देती रही, उसकी क्या मजबूरी थी? क्या उसके कदम अनुचित थे? क्या वह गलत थी? यह प्रश्न पाठक उपन्यास को पढ़कर ही बता सकते हैं। उपन्यास की शुरुआत में तत्कालीन पाठकों की रुचि को ध्यान में रखते हुए सेक्स को प्रधानता दी गई है जो समय के साथ न्यायोचित तरीके से कथानक की मांग के अनुसार दर्शाया गया है।

इस उपन्यास में इंसेस्ट एक संयोग है।
अनुक्रमणिका
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भाग 126 (मध्यांतर)
 
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Lovely Anand

Love is life
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Hume update nhi bheja avi tak ...

Update No 119 is the awesome update, please send the UPDATE NO 120.

You are the best writer on xForum and your story is the best incest story in Erotic World.

Waiting for Update No 120 eagerly, please send it ASAP 🙏

Kindly send update 119/120.

Bahut hi behtarin updates … ab khani ka ek bhaut jabardast mod aa raha hai…

Nice update 119, Please send 120 also, PLEASE.
Regards.

जबरदस्त
आप सभी को कहानी के पटल पर आकर अपनी उपस्थिति और जुड़ाव दिखाने के लिए धन्यवाद

साथ ना छोड़े क्योंकि यही इस कहानी की जान है।।

अब तक जो भी पाठक इस कहानी से जुड़े हुए हैं और उन्होंने अपडेट 119 के बाद अपनी प्रतिक्रिया दी है उन्हें मैंने अपडेट 120 भेज दिया है यदि कोई गलती से छूट गया हो तो कृपया मुझे याद दिलाने का कष्ट करें..

आप सबके सहयोग और धैर्य के लिए एक बार फिर धन्यवाद।
 
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Sing is king 42

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आप सभी को कहानी के पटल पर आकर अपनी उपस्थिति और जुड़ाव दिखाने के लिए धन्यवाद

साथ ना छोड़े क्योंकि यही इस कहानी की जान है।।

अब तक जो भी पाठक इस कहानी से जुड़े हुए हैं और उन्होंने अपडेट 119 के बाद अपनी प्रतिक्रिया दी है उन्हें मैंने अपडेट 120 भेज दिया है यदि कोई गलती से छूट गया हो तो कृपया मुझे याद दिलाने का कष्ट करें..

आप सबके सहयोग और धैर्य के लिए एक बार फिर धन्यवाद।
Pls send sir update 120
 
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