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Incest आह..तनी धीरे से.....दुखाता.

whether this story to be continued?

  • yes

    Votes: 43 97.7%
  • no

    Votes: 1 2.3%

  • Total voters
    44

Lovely Anand

Love is life
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159
आह ....तनी धीरे से ...दुखाता
(Exclysively for Xforum)
यह उपन्यास एक ग्रामीण युवती सुगना के जीवन के बारे में है जोअपने परिवार में पनप रहे कामुक संबंधों को रोकना तो दूर उसमें शामिल होती गई। नियति के रचे इस खेल में सुगना अपने परिवार में ही कामुक और अनुचित संबंधों को बढ़ावा देती रही, उसकी क्या मजबूरी थी? क्या उसके कदम अनुचित थे? क्या वह गलत थी? यह प्रश्न पाठक उपन्यास को पढ़कर ही बता सकते हैं। उपन्यास की शुरुआत में तत्कालीन पाठकों की रुचि को ध्यान में रखते हुए सेक्स को प्रधानता दी गई है जो समय के साथ न्यायोचित तरीके से कथानक की मांग के अनुसार दर्शाया गया है।

इस उपन्यास में इंसेस्ट एक संयोग है।
अनुक्रमणिका
Smart-Select-20210324-171448-Chrome
भाग 126 (मध्यांतर)
 
Last edited:

moonandstar

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धन्यवाद
अपना पक्ष रखने हेतु। सच कहूँ तो
कहानी पढ़कर हस्तमैथुन करने वाले सम्मानित पाठको के लिए लिखना मेरा उद्देश्य नहीं है।
हां कभी-कभी उत्तेजना को नया रूप देने के लिए इन कहानियो में कामुक अंश भी डालना मुझे ठीक लगता था सो किया है।

संभव है जिन पाठकों की इच्छा आपसे मेल खाती होगी उन्हें शायद निराश होना पड़ेगा। कहानी में सेक्स वहीं आएगा जहां वो आवश्यक होगा।

दूसरी बात आपने जो कहा
"Kamuk Likhein, Na Ki LUND jaise Shbd Ko "L***" Likh Kar Ghaas Kaatein! "
ऐसी टिप्पणी करने से अच्छा था कि आप न करते। दुसरो के प्रति प्रयोग किये गए शब्द आपके व्यक्तित्व को दर्शाते हैं।
मुझे आपसे यह उम्मीद नहीं थी।

खैर जब तक पाठक पढ़ेंगे मैं लिखता रहूंगा पर आप के लिए एक बार फिर कहूंगा
"पाप ने बचाया"कहानी पढ़िए यह आपकी अपेक्षाओं पर खरी उतरेगी।
धन्यवाद।
Anand hi Anand ho aap
 

Bittoo

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आह ....तनी धीरे से ...दुखाता
(Exclysively for Xforum)
यह उपन्यास एक ग्रामीण युवती सुगना के जीवन के बारे में है जोअपने परिवार में पनप रहे कामुक संबंधों को रोकना तो दूर उसमें शामिल होती गई। नियति के रचे इस खेल में सुगना अपने परिवार में ही कामुक और अनुचित संबंधों को बढ़ावा देती रही, उसकी क्या मजबूरी थी? क्या उसके कदम अनुचित थे? क्या वह गलत थी? यह प्रश्न पाठक उपन्यास को पढ़कर ही बता सकते हैं। उपन्यास की शुरुआत में तत्कालीन पाठकों की रुचि को ध्यान में रखते हुए सेक्स को प्रधानता दी गई है जो समय के साथ न्यायोचित तरीके से कथानक की मांग के अनुसार दर्शाया गया है।

इस उपन्यास में इंसेस्ट एक संयोग है।
अनुक्रमणिका
Smart-Select-20210324-171448-Chrome
भाग 126 (मध्यांतर)
 

Bittoo

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लव्ली भाई एपिसोड 91,92 ,102 और 127 से आगे भेज दें
 

himale

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अध्याय 2 127 part 1 के बाद भी कोई अपडेट आया है क्या? यदि हाँ तो मुझे भी कृपया भेजें.
 

himale

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साथियों ,
इस कहानी को बीच में रोकने के लिए क्षमापार्थी हूं।
दरअसल इस फोरम पर मैं जब भी आता हूं मेरे पेज पर हद से ज्यादा एडवरटाइजमेंट और अनवांटेड पॉप अप्स आते रहते हैं जिससे मैं तंग आ गया हूं मैंने इस फोरम के प्रमोटर्स से इस बात का अनुरोध किया था कि वह कम से कम मेरे पेज पर अनवांटेड एडवर्टाइजमेंट को रोके ताकि में कहानी को पोस्ट कर सकूं तथा पाठकों के कमेंट पर जवाब दे सकूं

परंतु शायद यह इस फोरम की पॉलिसी में नहीं है और इसके लिए मुझे पैड मेंबरशिप लेनी होगी।
मैं नहीं समझता की यह कहानी लिखकर में कोई पुण्य का कार्य कर रहा हूं जिसके लिए मुझे पैसे खर्च करने की आवश्यकता है यह तो मात्र इंटरटेनमेंट के लिए लिखी गई कहानी है यदि आयोजकों का साथ मिला और मैं बिना किसी एडवर्टाइजमेंट के अपने पेज को देख पाया तो शायद आगे की कहानी जारी रख पाऊंगा अन्यथा आप सभी से विदा लेना चाहूंगा।
धन्यवाद


अध्याय 2 127 part 1 के बाद भी कोई अपडेट आया है क्या? यदि हाँ तो मुझे भी कृपया भेजें.

कम से कम कहानी को एक मोड़ देकर समाप्त तो कर ही दें
 

KKNRPL

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Pese ka prblm h to hum bej denge but story complet kar ke jayeye
 

jpjindal

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lovely Anand ji plz update and send updates 91,92 ,101,102 & 127....waiting since months
 
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jpjindal

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lovely Anand ji plz update and send updates 91,92 ,101,102 & 127....waiting since months
 
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