UPDATE 016
झड़ी सिर्फ दीदी थी लेकिन सांसे ऊपर नीचे हम दोनो की हो रही थी
: दीदी
: हम्म्म ( अभी भी नथुना से उनके उनके सांसों की आहट आ रही थी )
: अब ठीक हो आप ?
: हा क्यों ?
: कुछ नहीं , बस ...
: क्या हुआ बोल न
: वो ... मेरा बहुत टाइट हो गया है
दीदी एकदम से चुप हो गई
: कुछ करो न प्लीज .... दर्द हो रहा है
: मै .. मै क्या करूं ( वो थोड़ी घबराई लग रही थी जैसे उन्होंने कुछ कल्पना कर लिया हो )
: आप वो वाली फिल्में नहीं देखते क्या ?
: कौन सी वाली ?
: वो गंदी वाली , इंग्लिश फिल्म
दीदी फिर से चुप हो गई और शायद ये उनकी हा करने का तरीका था कि बिना जवाब दिए चुप हो जाना
: बोलो न
: देखी हूं तो ? ( वो थोड़ी हिचक कर बोली)
: तो मेरा हेल्प कर दो न
: क्या वीडियो देखा दूं ?
: नहीं वो ... पकड़ कर ( मै बड़ी हिम्मत करके बोला )
: हीही पागल है क्या ? भाई है तू मेरा , मै नहीं छूने वाली उसको ( दीदी थोड़ा हंसी लेकिन उनका गोल क्लियर था )
: प्लीज न दीदी
: हा तो वीडियो देख ले और ... निकाल ले ( दीदी ने हौले से कहे अपने आखिर के अल्फ़ाज़ )
: बक्क मै थोड़ी न देखता हूं ये सब , मुझे खोजने नहीं आता ।
: फिर तुझे कैसे पता ?
: वो बहुत पहले देखा था दोस्त के फोन में
तभी दीदी ने अपने फोन को ऑन किया , फुल ब्राइटनेस की रोशनी में एक बार फिर उनकी दूधिया चूचों के दर्शन हो गए और निप्पल भी चोंच उठाए हुए ऊपर की ओर
दीदी ने फोन में पोर्न वीडियो सर्च करने लगी और मै सरक कर उनके पास आ गया
: क्या सर्च कर रहे हो ?
: तेरे काम ही की खोज रही हूं चीज , ले इसमें से जो पसंद हो देख ले
मैने उनके हाथ से मोबाइल लिया और उठ कर बैठ गया ।
मै अभी भी कमर के नीचे कम्बल में था और मेरा मूसल भी कम्बल में था
दीदी मेरे कूल्हे के पास सोई थी कंबल में
सच कहूं तो मुझे बहुत कुछ समझ नहीं आ रहा था कि कैसे देखा जाए और मैने एक वीडियो प्ले किया और वो पॉप अप ने मुझे किसी दूसरे पेज पर ले गया
मैने वापस से वीडियो पेज पर आकर ओपन किया और उसपर फुल वैल्यूम पर ऐड चलने लगा
" If you tried off continue masturbation.. call us we help you to find out your nearest sexy call girls "
: अरे पागल है क्या , आवाज कम कर न
मैने झट से आवाज 50% कम कर दी
मैने एक वीडियो चलाई जिसमें सेक्सुअल रोमांस टाइप का था जो मुझे मजा नहीं आ रहा था, दुबली सी लड़की को देख कर मै स्क्रोल करके नीचे गया और एक वीडियो देखने लगा , फैमिली स्टॉक्स के
मुझे पता नहीं था कि दीदी कब उठ कर मोबाइल में झांकने लगी
: अरे नहीं उसे मत देख
: क्यों ?
साफ पता चल रहा था कि दीदी इन सब के बारे में कितनी एक्सपेरिएंस है
: वो ... अच्छी नहीं है ( वो उठ कर मेरे बगल में आ गई , कम्बल से अपनी छातियां छिपाती हुई
: अरे देखने तो दो , आपने देखा है क्या इसे ?
इसपर वो कुछ नहीं बोली
फिर मैने वो वीडियो चला दी
कुछ देर के सीन के समझ आता है कि एक लड़की एक लड़कों तंग करती है और दोनों एक ही घर में रहते है , जबतक कि वो ये शब्द नहीं दुहराती " lets see how Big my step brother's dick
ये सुनते ही मेरे कान खड़े हुए और मैने जब जाकर वीडियो का टाइटल पढ़ा
Step sis dreams about his step brother's cock
मैने चुपचाप ने बस मुस्कुरा कर दीदी को देखा वो तो वीडियो में मशगुल थी
वीडियो में वो लड़की अपने सोते हुए भाई का अंडरवियर में बने तंबू को देख कर एक्साइटेड थी और उसने हौले से उसका लंड निकाल कर जल्दी जल्दी उसकी तस्वीरें निकालने लगती है और उसके साथ सेल्फी लेती है
ये सब देख कर मेरा लंड अकड़ जाता है और सांसे तेज हो जाती है। तभी वीडियो में वो लड़का उठ जाता है और अपनी हालत के लिए अपनी step sister से बहस करने लगता है और उसको धमकाता है कि वो इस बारे ने अपनी मां से शिकायत करेगा । तो वो लड़की कहती है कि वो कुछ भी करेगी कि वो बात आगे न जाए तो । लड़का शर्त रखा है कि वो भी उसे नंगा करके देखेगा और वो लड़की मान जाती है ,
फिर वो लड़का उसके बड़े बड़े रसीले चूतड़ों से उसके शॉर्ट खींच कर नंगा करता है और उसकी गाड़ चाटने लगा है और बुर के फांके चुंबलाने लगता है
मै आंखे सन्न कर दीदी को देखा और दीदी ने मुझे फिर वो अपना लंड उस लड़की के मुंह में दे देता है जिसे वो चूसने लगती है और ये सब देखकर मेरा लंड अकड़ गया था , कम्बल के मै उसे सहलाने लगा था
एकदम से क्या हुआ कि दीदी ने मोबाइल छीन लिया: गंदा कही का बोल रही थी मत देख इसे
: अरे क्या हुआ अच्छा तो है
: पागल है क्या , वो दोनों भाई बहन है
: हा लेकिन ये सब तो नकली होता है असली थोड़ी है
: पक्का यही देखेगा
: आप लगाओ फिर कोई अच्छा सा वही देखेंगे साथ में
दीदी मुस्कुराई और मोबाइल में जल्दी जल्दी कुछ टाइप करके एक वीडियो चालू कर दिया
बड़ा ही सेंशुअल वीडियो था , एकदम इरोटिक , उसमें लड़का बहुत डोमिनेट होकर लड़की को नोचता और मसलता है , उसके बबल जैसे चूतड़ बिल्कुल दीदी जैसे थे और चूचे भी पूरे गुलाबी
: उफ्फ दीदी ये बहुत हॉट है सीईईई
: पागल चुप रह न
: ओह्ह्ह्ह दीदी ये कैसे कर रहा है , ये लोग तो कई लड़कियों के साथ करते होंगे न ( मै लंड सहलाते हुए बोला )
: हम्ममम ... ( दीदी थोड़ा कसमसा रही थी )
: ओ इसका कितना बड़ा है दीदी
: बक्क पागल , हीही चुपचाप देख न बोल मत
वो लड़की उसका बड़ा सा लंड हाथों में लेकर सहला रही थी और उसे सूंघ रही थी और फिर चाटने लगी और वो लड़का उसके मुंह में लंड उतार कर पेलने लगा
मेरा तो हलक सूखने लगा और आंखे बड़ी हो गई जब वो पूरा लंबा लंड उसके गले में उतार दिया और वो लड़की उसे पूरा घोट गई
: उफ्फ उसे तो फर्क ही नहीं पड़ा कुछ दीदी
: हम्ममम उनको अनुभव होता है ऐसा
: दीदी ( मैने अपना लंड मिस कर बोला )
: हा बोल न
: जीजू ने कभी आपके साथ ऐसा किया है
वो आंखे उठा कर मुझे देखी और मोबाइल स्क्रीन की रोशनी में उनकी मुस्कुराहट ने सब कुछ साफ कर दिया था
: आपको तकलीफ नहीं हुई थी
: होती है अह्ह्ह्ह लेकिन प्यार में ये सब सहना पड़ता है रोहन , तू छोड़ न उनकी बातें
वो लड़का वीडियो में उस लड़की को घुमा कर उसकी पैंटी निकाल दिया और उसके मोटे मोटे चर्बीदार लचीले चूतड़ों को फैला कर पंजे से चट्ट चट्ट मारने लगा और वो लड़की इनको इंजॉय रही थी और हस रही थी
: सीईईई दर्द नहीं हो रहा है क्या उसे
: जा कर पूछ ले , हाहाहाहा , हा नहीं तो पागल कही का , चुपचाप देख नहीं सकता क्या ?
मै चुप हो गया और वो आदमी उसकी गाड़ के सुराख पर जीभ लगाने लगा और वो पागल होने लगी
ये देखकर मै भी अपने लंड को हिलाने लगा और दीदी भी आंखे बंद कर अपने होठ काटने लगी , साफ पता चल रहा था कि उनकी उंगलियों ने उसके बुर को फिर से कुरेदना शुरू कर दिया था
: दीदी
: क्या हुआ बोल ( वो आंखे खोल कर बोली )
: मै बाहर निकाल दूं इसको
: किसको ?
: ये ( मैने अपना लंड कम्बल से बाहर कर दिया और वो हवा में ऐसे लहराया जैसे झाड़ लहराती हो )
दीदी ने मोबाइल पर चलती हुई वीडियो स्क्रीन की रोशनी से मेरे लंड को देखा
: ये इतना बड़ा .... कैसे ? ( दीदी ने होठ हिले )
: ज्यादा है क्या ?
: हा है तो ... ( उनकी सांसे भारी हो रही थी और मैने अपना लंड पकड़ कर उसकी चमड़ी आगे पीछे कर सुपाड़ा खोल दिया , वो भी पूरा गुस्से से लाल हुआ पड़ा था )
: मुझे लग रहा है कि मेरा बड़ा है , अब मेरी शादी नहीं होगी न ?
: क्यों ऐसा क्यों कह रहा है
: वो मैने पढ़ा था कि किसी जगह सुहागरात पर एक औरत अपने पति का बड़ा है जानकर भाग गई थी
: धत्त ऐसा थोड़ी होता है ... इसका रेट बहुत high है बाजार में
: मतलब ?
: कुछ नहीं ...
: दीदी , बस टच कर दो न ( मै समझ रहा था दीदी का मन भी ललचा रहा था)
: बस टच करूंगी और कुछ नहीं
: हम्ममम ठीक है सीईईई ओह्ह्ह उफ्फ कितना सॉफ्ट हाथ है आपका
: और तेरा कितना टाइट और गर्म है भाई उम्ममम ये तो जल रहा है जैसे
: हा वो ऐसे ही रहता है जब खड़ा होता है ओह्ह्ह्ह दीदी उम्ममम सीईईई
: धत्त ये क्या लड़कियों जैसे सिसक रहा है
: तो ?
: मर्द को शांत रहना चाहिए
: लेकिन मै खुद को कंट्रोल नहीं कर पा रहा हूं आपका टच बहुत अच्छा लग रहा है
: कोशिश कर हो जाएगा
मै गहरी सांस भरने लगा और दीदी लगातार मेरे लंड को सहला रही थी
मोबाइल बंद हो गया था , अंधेरे में मेरे लंड को राहत मिल रही थी
: दीदी
: हा रोहन ( दीदी की आवाज बैठ रही थी एक सुस्ती सी आ रही थी उसमें )
: जीजू का भी ऐसे होगा न
: हम्ममम .... लेकिन तेरा ज्यादा है
: क्या बड़ा है ?
: उम्हू मोटा है अह्ह्ह्ह
: क्या हुआ दीदी
: कुछ नहीं
: आप भी टच कर रहे हो न नीचे
: हम्ममम क्या करु फिर तू बता
: किस करो न मेरे उसपर
एकदम से दीदी ने अपने फेफड़ों में सास भरी और उनकी मुठ्ठी मुझे मेरे लंड के तने पर कसती हुई महसूस हुई , मै समझ गया था कि दीदी वो पल सोच कर सिहर उठी थी मन ही मन उनके बीच ये कामना थी भी ।
: मै किसी से नहीं कहूंगा प्रोमिस
: लेकिन भाई .... उम्मम
: करो न प्लीज बस थोड़ा सा .. मुझे फील करना है कैसा लगता है प्लीज दीदी न
दीदी कसमसाई और सरक गई नीचे । मै अंदर से बेचैन होने लगा और वो मेरे लंड को पूरे हाथ में लेकर सहलाने लगी । अंधेरे में बस मुझे उनके हाथों की हरकते महसूस हो रही थी और वो दोनों हाथों से मेरा लंड मथ रही थी
: उन्ह्ह्ह दीदी करो न .... उफ्फफ
एकदम से मेरे चूतड़ टाइट हो गए जब दीदी ने अपने जीभ को लंड के नीचे से ऊपर तक फिराया फिर मेरे सुपाड़े के टिप पर रखा और नीचे की गांठ को होठों से दुलारा
पूरा लंड ऐसे अकड़ गया मानो नसों के सलीया घुस गया हो , एकदम बांस जैसा टाइट
बार बार वो होठों से मेरे सुपाड़े को चुभला रही थी और उसके हाथ मेरे लंड को सहला रहे थे और फिर उसने मुंह खोलकर भर लिया
उफ्फ क्या रसीला अहसास था मानो लंड को सीरे की ठंडी गाढी चासनी में डुबोया गया हो
दीदी थोड़ा थोड़ा करके आधे से ज्यादा लंड मुंह में लिया और उसको अंदर ही शेक करने लगी नीचे जड़ के पास से उंगलियों का छल्ला बना कर नसे आगे पीछे करते हुए मुंह में सुपाड़े को सुरकने लगी , उनका पूरा मुंह लार से लबालब था और होठों के किनारे बजबजा कर बाहर आ रहा था
दीदी के लंड चूसने के तरीके से साफ पता चल रहा था कि वो इन सब मामले में कितनी अनुभवी है और उन्होंने मेरे आड़ को टटोलने लगी
वो तो जैसे मेरी कमजोर कड़ी हो , सोशल मीडिया पर रेट भी 06 करोड़ था तब
पूरी हथेली में भर कर उसे गार रही थी और सच कहूं तो मुझे मेरे लंड की नसों में तनाव महसूस होने लगा था , कितनी अनुभवी रग रग के वाकिफ हो जैसे दीदी , कब कहा कौन सी नस दबानी है
: सीई ओह दीदी आयेगा आएगा दर्द हो रहा है उफ्फ
पूरा सुपाड़ा फूल गया था और लंड एक फटने पर था , लगा अभी दीदी के मुंह में ही फब्बारा फूटेगा , लेकिन दीदी भी कम चतुर नहीं , ना जाने कहा से उनको उनकी पैंटी मिल गई मुंह से सुपाड़ा निकाल कर सीधा पैंटी से कवर कर दिया
ओह्ह्ह्ह दीदी उम्ममम अह्ह्ह्ह सीईईई ओह्ह्ह आ रहा है
एक के बाद एक मोटी थक्केदार पिचकारियां उनकी पैंटी में छुटती रही और वो कस के दोनों हाथों से पैंटी को मेरे सुपाड़े पर कवर कर रही थी कि किसी तरह बिस्तर खराब न हो
लेकिन दीदी ने कुछ ज्यादा ही गार दिया था मेरे आड़ को और फिर न पिचकारियां रुक रही थी और न लंड झटके देने छोड़ रहा था
: उम्ममम कितना निकल रहा है तेरा रोहन
: ओह्ह्ह्ह दीदी निकल जाने दो बहुत सुकून है दीदी अह्ह्ह्ह्ह सीईईई ओह्ह्ह उम्ममम
उनका हाथ पैंटी लगाने के बाद भी वीर्य से सन चुका था और मै हाफ रहा था
धीरे धीरे मेरा शरीर सुस्त पड़ने लगा और लंड भी सिकुड़ गया , लेकिन वो कमजोरी जो मुझे महसूस हो रही थी मानो बदन में कुछ जान नहीं बची हो , सब कुछ बाहर आ गया हो और शरीर रिस्टोर मोड में कब चला गया पता नहीं
कब दीदी कमरे से बाहर गई हाथ धूल कर आई कोई पता नहीं
आंख खुली तो कमरे में हल्का उजाला था , सुबह के सूरज की रोशनी रोशनदान से छन कर कमरे में आ रही थी
मोबाइल देखा तो साढ़े 07 बजे थे । इतना लेट तो कभी नहीं हुआ ।
फिर एकदम से बगल में सोई हुई बबली दीदी पर गई जो कम्बल में गहरी नींद में थी ।
मैने मुस्कुरा कर कंबल हटाया और उठने को हुआ कि सामने का नजारा देख कर लंड फिर से बगावत पर आ गया
सामने बबली दीदी नंगी सोई थी और उनके बड़े पतीले जैसे चूतड़ नंगे थे
जी में आया कि अभी चूम लूं , लेकिन रात की कहानी का सोच कर दिल अभी गदगद था , और मै इस दोस्ती को धीरे धीरे ही आगे बढ़ाने वाला था ।
मैने वापस कम्बल उन्हें ओढ़ा कर निकल गया फ्रेश होने
सुबह बाथरूम में बैठा हुआ मैने मोबाइल चेक किया तो होली की पहली wish मुझे मिल चुकी थी मेरी सोना की तरफ से
HAPPY HOLI MY LOVE 


उसके भेजे हुए व्हाट्सअप इमोजी में झलकते उसके प्यार को देख कर मेरा मन निराश हो गया , उन सब के लिए जो कुछ मैने अपनी दीदी के साथ किया , कही न कही मेरी हसरतों को चाह में ये मेरे इश्क़ की हार ही थी ।
लेकिन मेरे इश्क़ से जुड़ी उन हसरतों का क्या जिसकी उम्मीद भी तो मुझे मेरी सोना से थी , शायद मेरी हसरतों के सैलाब में मेरा इश्क किनारे पर ही रह गया और मै आगे चला आया ।
मैने उदास मन से उसको विश किया और कुछ बात चीत करके नीचे आ गया ।
नीचे आया तो देखा कि
और वापस आया तो क्या नायाब नजारे थे
दीदी उठ कर बैठी कंबल में और मोबाइल चला रही थी बिना इसकी परवाह के कि मै उनके रसीले मम्में जो नंगे होकर बाहर झांक रहे है कंबल से उन्हें देख रहा था ।
: गुड मॉर्निंग रोहन & हैप्पी होली
: हैप्पी होली दीदी ( मै आंखे गड़ाए उनके गुलाबी दूध देख रहा था )
जैसे ही वो मेरी आंखों का पीछा की झट से अपनी छातियां छिपा ली और मै भी उस लूप से निकल कर वापस गिल्टी जोन में चला गया ।
: रोहन मेरी टॉप नहीं मिल रही है
मैने बिना बोले तकिए के नीचे से उनकी टॉप निकाल कर देदी
: हाव , कमीना , तू छिपा कर रखा था न
मुझे थोड़ी हंसी आई लेकिन फीकी पड़ने लगी कुछ ही देर में , लेकिन दीदी के चेहरे की खुशी अलग थी आज
: बक्क नहीं सुबह देखा मैने
और वो मुझे घूरती हूं टॉप पहन ली।
: आज लेट हो गया , जल्दी आओ नीचे नहीं तो डांट मिलेगी
: हा मेरी वजह से ही लेट हुआ है जैसे ( दीदी ने एक छिपी हुई शरारती मुस्कुराहट से मुझे देख कर बोली )
जैसे वो चाह रही थी कि रात की वो सब बातें दोहराई जाए , उनपर गॉसिप हो लेकिन मै मूड में नहीं था । ना जाने क्यों मन थोड़ा उखड़ा हुआ था ।
मै बिना कुछ बोले नीचे चला आया
बाथरूम में देखा तो पापा नहा कर अपने बनियान और अंडरवियर धूल रहे थे , जो उनका रोज का रूटीन था । इस घर में सबको अपने अंडरगार्मेंट खुद धुलने है इसके लिए मम्मी बहुत स्ट्रिक्ट थी , पापा भी नहीं कहते थे कुछ और न वाशिंग मशीन में डाले जाते थे वो कपड़े ।
मै सीधा किचन ने गया और पानी गर्म करने लगा नहाने के लिए
मै किचन स्लैब से टेक लगाए मोबाइल देख रहा था और तभी मम्मी के कमरे से बुआ बाहर आई , वही कल वाली नाइटी में , जिसके पीछे से कूल्हों के पास सिलवटें बना गई थी और उसमें उनके भड़कीले चूतड़ों की थिरकन को देख कर आंखों की चमक बढ़ गई
बुआ ब्रश कर रही थी और बाथरूम के बाहर लगे सिंक के पास कुल्ले करने लगी और फिर पानी के छीटें मुंह पर मार कर मुंह धुलने लगी
जैसे जैसे पानी उनके चेहरे से रिस कर नीचे जाता वैसे वैसे उनकी नाइटी भीग रही थी ऊपर से , बुआ बड़ी देर तक मुंह अच्छे से धुली और सामने से उनकी काटन नाइटी का गला सीने तक पूरा भीग गया , इतना कि गीला होकर उनके रसीली छातियो से चिपक गया , सुबह सुबह ठंडे पानी का अहसास पाते ही बुआ के निप्पल फूल कर मुनक्के जितने साइज के जैसे उभर आए नाइटी में
वो नजारा देखते ही मेरी आँखें बड़ी हो गई
और फिर बुआ सामने घूमी तो उनकी गोरी चूचियों के भूरे घेरे साफ साफ झलक रहे थे उनकी नाइटी के ऊपर
बुआ ने तौलिया खोजा तो नहीं मिला और उसी समय पापा तौलिया लपेटे उनके सामने आ गए बाथरूम सामने बंधी हुई अरगन पर अपने बनियान और अंडरवियर फैलाने
एकदम से दोनों का आमना सामना हुआ और पापा की नजर सीधे बुआ के भीगे रसीले मम्में पर गई और बुआ ने भी पापा को सिर्फ तौलिया में देखा
फिर दोनों नजरे फेर लिए
बुआ चल कर मम्मी के कमरे की ओर गई और फिर मम्मी जो बाहर थी झाड़ू लगा रही थी वो अंदर आई
: कुसुम , ये तौलिया दीदी को देदो , खोज रही थी ( पापा तौलिया के ऊपर से जांघिया डाल आकर फिर तौलिए को बाहर खींच लिया और उसे मम्मी को दे दिया )
मन गिनगिना गया ये सोच कर जिस गिले तौलिए को पापा अपने नंगे बदन पर लपेटे थे और जिस तरह से उसे अपने जांघिया से खींच कर निकाला था अब उसे मम्मी बुआ को देंगी मुंह पोछने के लिए
मै जान रहा था मम्मी की आदत , कुछ न कुछ बात का फांक करेगी जरूर
: ये लो दीदी , भैया ने आपके तोहफा दिया है
: धत्त पागल है तू , ला कबसे खोज रही हूं एक तौलिया नहीं मिल रहा है ( बुआ तुरंत अपने चेहरे और गले के पानी को सोक करने लगी उससे )
: हीही अरे सच कह रही हूं , अभी अभी अंडरवियर पहन कर तुरंत कमर से खोल कर दिए है
: हा तो क्या हुआ ?
: अरे खुशबू लेलो , आपके भैया के हथियार को छू कर आया है हीही
मम्मी की बात पर बुआ ने झट से वो तौलिया मम्मी के ऊपर फेक दिया शर्म से झेप कर और हसने लगी , एकदम से मम्मी की नजर बुआ के भीगे रसीले मम्में पर गई
: ओहो एक तो बेचारे सुबह सुबह अपने कच्छी का दाग छुड़ा नहीं पाए और उसपे से फिर से खड़ा कर दिया होगा अपने इसे दिखा कर ( मम्मी ने बुआ के नाइटी झांकते से मम्मे को देख कर बोली )
: क्या कुसुम तु भी और कैसा दाग छुड़ा रहा था विजय ?
मम्मी को तो जैसे गॉसिप का मौका मिल गया
वो बुआ को लेकर बैठ गई और मेरी भी जिज्ञासा बढ़ गई
: अरे मै किचन से हाल तक पूरा झाड़ू लगा ली , तब तक बैठ कर कच्छे को खूब ब्रश लगा कर एक ही जगह साफ कर रहे थे , लग रहा है उनका रात में निकल गया होगा , हमारी बातें सुनकर हीहीही
: बक्क क्या सच में , लेकिन वो दूसरे कमरे में था न
: हा लेकिन वहा से आवाज गई होगी !! ( मम्मी दोनों कमरे में सीलिंग से अटैच एक रोशनदान की ओर इशारा किया और बुआ की आंखे सन्न रह गई)
: भक्क सब तेरी ही मस्ती से हुआ है, रात तूने मुझे बहका दिया और... अब क्या होगा ?
: कुछ नहीं , आज होली है थोड़ा छूट देदो अपने भैया को अरे थोड़ा टटोल लेंगे उनका भी दिल हलका हो जायेगा
: तू न पागल है कुसुम हट यहां से
बुआ शर्माई और मम्मी खिलखिलाने लगी
तभी मुझे कुछ छरछराने की आवाज आई तो देखा पानी उबल कर चूल्हे पर गिरने लगा और मै जल्दी जल्दी साफ करने लगा ।
फिर मै नहाने के लिए चला गया
नहाने के बाद अपना अंडरवीयर पापा के अंडरवियर के बगल में फैलाते हुए फिर से मुझे मम्मी की कही बातें याद आई
क्या सच में पापा ने उन दोनों की बात सुनकर हिलाया होगा ?
हो भी सकता है , जब उनकी बातें बंद कमरे से बाहर आ सकती है तो बगल के रोशनदान से क्यों नहीं ?
उफ्फ साल तौलिए में ही लंड अकड़ गया और तभी बबली दीदी हाल मे आई
: हाय हैंडसम ( उन्होंने मुस्कुरा कर शरारत भरी आंख मारी मुझे तौलिए में देख कर )
मै कुछ नहीं बोला , ना जाने क्यों अंदर से कुछ अच्छा नहीं लग रहा था दीदी से रिश्ता आगे बढ़ाने में ,
मै अपने कमरे में चला गया कपड़े पहनने के लिए और वो कमरे में आई थी बैग से अपने कपड़े निकाल रही थी
मै भी अपने बैग से अपना अपना कपड़ा निकाला और तभी मुझे मेरे कमर पर कुछ ठंडी उंगलियों की हरकत महसूस हुई ये दीदी ही थी
: अरे रुको यार , पहन लू दे रहा हूं न ( मैंने कस कर तौलिया पकड़ लिया जो मस्ती के दीदी खींच रही थी )
: अरे दे न , मुझे नहाना है
: एक मिनट बस हो गया
: खोल दे , अब क्या करेगा छुपा कर उम्मम ( दीदी थोड़ा इतरा रही थी लेकिन मुझे पसंद नहीं आ रहा था )
मैने झट से अंडरवियर डाल कर उन्हें तौलिया दे दिया , लेकिन मेरा लंड अभी भी पापा और बुआ को सोच कर तनमनाया हुआ और तौलिया खींचते ही अंडरवियर में बड़ा सा तंबू बन गया
जिसे देखते ही दीदी की आंखे बड़ी हो गई
: ये तेरा हमेशा ऐसे ही रहता है क्या
: नहीं तो ?
: फिर क्या देख लिया जो हीहीही
: भक्क दीदी आप भी , जाओ अब ( मै थोड़ा शर्मा भी गया था उस वक्त सच कहूं तो और झट से अपना लंड सेट किया और दीदी भी हस्ते हुए बाहर चली गई )
तभी मेरे मोबाइल स्क्रीन पर व्हाट्सअप नोटिफिकेशन पॉप हुआ ये मेरी सोना का ही मैसेज था
मैसेज के साथ एक फोटो आई थी
वो फोटो देखते ही मेरे अंडरवियर का तंबू फिर से बड़ा होने लगा , उसने अपनी एक तस्वीर भेजी थी पानी वाले रंगों से नहाई हुई , उसके गिले टॉप उसके देह से चिपके हुए थे और पानी की ठंडक ने उसके रसभरे गोल मटोल फुले हुए बड़े बड़े पाव जैसे चूचे का असल साइज तो मैने आज देखा , उसके नुकीले निप्पल पानी में फूल कर अंगूर हो गए थे
उफ्फ कयामत लग थी आज मेरी सोना
: happy holi 


: are itna subah suabh ( मैने उसको रिप्लाई किया )
: Ha yaar wo bagal wale gali me gayi thi saman lene aur bachcho ne bhigo diya to mai bhi color lekar gayi thi lekin pura nahala diye sb log mujhe 
: 
mast ab bas gulal lagana baaki hai , mujhe to do jagah bahut saf dikh rhi h lagane ke liye 
: bkk Ganda babu... Apko wahi kyo lgana hai
: kaha ho abhi , fir btau 
: video call kro dikhau?
: sach me dikhaoge kya ? 
: bkk pagalu kro n ...
फिर मैने झट से उसको वीडियो काल घुमा दिया और रिंग जाने लगी । मेरे दिल में कुछ कुछ शरारती ख्याल उठने लगे थे जिन्हें छोड़ कर मेरा लंड अकड़ रहा था ।
जारी रहेगी
( अपडेट पढ़ने के बाद लाइक्स और रेवो जरूर करें .... धन्यवाद )
बहुत ही गरमागरम कामुक और उत्तेजना से भरपूर उन्मादक अपडेट हैं भाई मजा आ गया
ये बबली ने रोहन के बबले राॅकेट या लंड को चुस कर उसे सातवें आसमान में पहुंचा दिया
वैसे भाभी ननद की चुहलबाजी बडी ही मजेदार हैं
अब रोहन का सोना विडिओ काॅल पर क्या गुल खिलाता हैं
खैर देखते हैं आगे क्या होता है
अगले रोमांचकारी धमाकेदार और चुदाईदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा