IncestNepal
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Superb updateUpdate 05
कार्तिकने सोचा ऐसा मौका दुसरी बार मिले न मिले अभी फायदा ले लेते है जो होगा देखा जाएगा ।
कार्तिक पूरी तरह से वासना में डूब चुका था ।
तभी थोड़ी हलचल हुई कार्तिकने तुरन्त हाथ हटा लिया । कार्तिक का दील जोरो से धडक रहा था । सुधा को शायद जगह कम पड़ रही थी इसलिए उसने नींदमें पैरो को ऊपर किया इससे उसकी सिल्की साडी घुटनो तक आ गयी ।
वेसे लाइट बंध थी लेकिन बाहर से आ रही चांद की रोशनी में सुधा को कार्तिक सही तरीके से देख सकता था । उसने देखा सुधा की गोरी गोरी पिंडलियां दिख रही थी ।
कार्तिक ने फिरसे एकबार कन्फर्म किया कि सुधा घोड़े बेचके सो रही थी । कार्तिकने अब अपना हाथ सुधा की टांगो पे रख लिया । वो हाथ घुमा रहा था । सुधा ओर कार्तिक के होंठो के बीच बस थोड़ा ही फांसला था । सुधा गरम गरम सांसे छोड़ रही थी । कार्तिक से अब रहा नही गया उसने धीरे से अपने होठों को सुधा के होठ से मिलाया । ओर छोटी सी किस करली । कार्तिक के लिये ये नया अनुभव था ।
कार्तिक ने अब अपने हाथों से सुधा की साड़ी को ऊपर उठा लिया । और फिरसे आजुबाजु देखा सब लोग गहरी नींद में थे । रातके दो बजे थे ट्रैन अपनी पूरी रफ्तार से चल रही थी इधर कार्तिक का लंडभी टाइट हो के रॉकेट बन चुका था उसके लंडमे बह रहा रक्त प्रवाह बुलेट ट्रेन बन चुका था । साड़ी ऊपर करने की वहज से सुधा ने पहनी लाल रंग की पेंटी अब एकदम क्लियर दिख रही थी ।
सुधा की गाँड का कटाव अब क्लीन दिखने लगा था । सुधा कार्तिक धीरे धीरे गाँड पे हाथ घुमा रहा था ।
उसने हिम्मत करके नीचे की ओर से पेंटिं में हाथ डालना शरू किया । धीरे से बिना हिले उसका पूरा हाथ पेंटिं के अंदर चला गया था । वाह क्या मखमली अहसास था । वासना अब पूरी तरह से भड़क चुकी थी । उसका हाथ अब गाँड की गोलाई के थोड़ा नीचे चला गया ।
उसकी दो उंगली अब सुधा की चूत से बस थोड़ी ही दूर थी । उसने तभी ट्रेनमे एक झटका लगा और उसकी दो उंगलियो नर सुधा की चूत को आख़ीर छू ही लिया । वाह क्या अहसास था ।
कार्तिक का लंड एकदम तन गया था तभी सुधा ने नींदमें कार्तिक को ओर दबोच लिया जिससे चलते आगे की ओर से कार्तिक का लंड सुधा की चूत से सट गया । कार्तिक की हालत पागलो जैसी थी । कार्तिक ने धीरे से पीछे से चुत को सहलाया । हालांकि जगह कम थी इसलिए उंगलियों का आगे का हिस्सा ही टच हो रहा था । फिरभी कार्तिक के लिए ये अनुभव किसी सपने से कम नही था । कार्तिक ने साड़ी को ओर ऊपर उठाना चाहा तभी कोई बड़ा स्टेशन आ गया और ट्रेन रुक गयी कार्तिक ने मौके की नजाकत को देखते हुए जल्दी से हाथ हटा कर साड़ी को सही कर लिया और सुधा की नींद टूट गयी । सुधा ने धीरे से पूछा बेटा देख तो कोनसा स्टेशन आया तभी कार्तिकने देखा इसके बाद का अगला स्टेशन पे वो लोगो को उतरना था । दोनो सीट पे बेठ गए । बिस मिनट पे उनका अगला स्टेशन आ ने वाला था । सुधा ने पानी की बोतल मांगी और पानी पीने लगी । कार्तिक ने पास में पड़ी छोटी चादर उठा के अपने गोद मे रखली ताकि सुधा उसका तना हुआ लंड न देख ले । थोड़ी देरमें स्टेशन आ गया । दोनो उतर के टेक्सी करके सुधा के पापा के घर पहोच गए । थोड़ी देरमें सुबह हो गयी ।
उधर चेन्नई में अर्ली मॉर्निंग पम्मी पेशाब करने के लिए उठी । वो बहोत नींद में थी क्योंकि अपने पापा बलबीरने दिए हुए नए लेपटॉप में उसने मिडनाइट तक प्रोजेक्ट वर्क किया था । वो उठी और टॉयलेट की तरफ जाने लगी तभी उसका पैर चीज़ से टकरा गया उसके पैरमे मोच आ गयी ।
पम्मी का पैर मुड़ गया नींदमें होने की वजह से उसको कुछ खयाल नही रहा वो धड़ाम से गिर गयी ओर जोरसे चिल्लाई "पापा"
बलबीर एकदम नींदसे जाग गया और टॉयलेट की ओर जाने लगा ओर बोला "क्या हुआ बेटा"