सभी पाठकों को आदाब,
यह इस मंच पर मेरी पहली कहानी है और मुझे आशा है कि आप सभी इसे पसंद करेंगे और इसकी सराहना करेंगे और मुझे अपना समर्थन और प्यार देंगे। यह कहानी इंटरनेट पर पढ़ी गई एक अन्य कहानी से प्रेरित है।
इस कहानी में कई पात्र हैं लेकिन यह मुख्य रूप से नगमा खातून-मेरी अम्मी और मेरे और मेरे भाई के प्यार और उनके प्रति वासना के इर्द-गिर्द घूमती है।
मेरे परिचय से शुरू करते हैं। मैं शाहिद हूँ, जो 20 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्र है।
मेरा छोटा भाई आदिल कुछ महीने पहले ही 18 साल का हो गया है और अब उसी कॉलेज में पढ़ता है जिसमे में। हमारा कॉलेज हमारे घर के पास है।करीब 20 मिनट की ड्राइव पर।
हम एक महानगरीय शहर में रहते हैं और एक उच्च मध्यम आय वाले परिवार से हैं।
मेरे अब्बू एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में बहुत अच्छे वेतन के साथ काम करते हैं इसलिए हमने बहुत आरामदायक जीवन जीया। अब्बू बहुत उदार हैं और हमारे साथ कभी कठोर नहीं रहे। उन्होंने कभी भी हम पर रूढ़िवादी मुस्लिम विश्वासों और प्रथाओं को थोपा नहीं बल्कि हमें अपने मज़हब की सुंदरता सिखाई और कैसे ये सब दुनिया में प्रेम और शांति फैलाने का एक तरीका है ये बताया।
अब आते है कहानी की मुख्य पात्र जिनकी वजह से अफ़साना लिखा जा रहा है- मेरी अम्मीI मेरी अम्मी नगमा भी मेरे अब्बू की तरह ही एक बहुत ही उदार महिला हैं।39 साल की उम्र में भी अम्मी किसी स्वर्ग की अपसरा, किसी जन्नत की हूर जैसी लगती है।उनकी सुंदरता, उनकी खूबसूरती को चंद शब्दों में बयाँ कर पाना नामुमकिन है।
तो यही है हमारी छोटी सी दुनिया।अक्सर अब्बू काम के सिलसिले में बाहर रहते है और फिर घर पे अधिकतर समय मैं अम्मी और आदिल एक साथ ही बिताते हैं।इस वजह से हम लोग एक दूसरे के कुछ ज्यादा ही करीब है।अम्मी मुझसे और मेरे भाई से बेहद प्यार करती है। हम भी अम्मी को बेेेहद प्यार करते है और उनकी हर बात मानते है।अम्मी ने हमें हमेेशा मिल के रहना सिखाया है।बचपन से वह जो कुछ भी हम दोनों को देती रही है उसे साझा करना सिखाया ताकि हमारे बीच कभी कोई लड़ाई न हो।अम्मी ने हमे सिखाया की जो भी मिले एक दूसरे से बांटे,साझा करें,शेयर करे एक दूसरे से।
घर पर अक्सर अम्मी सूट सलवार पहनती है,गर्मियों के मौसम में नाईट ड्रेस भी पहन लेती है।
हम एक गेटेड सोसाईटी में रहते हैं ।अम्मी अधिकतर समय घर पे ही बिताती है।बाहर बस जरूरी कामों के लिए ही जाती है वो भी अब्बू,मुझे या आदिल को साथ लेके ही।
हमारे घर के पास के ही अपार्टमेंट में अम्मी के कुछ दोस्त हैं। जब हम घर पे नही होते और अम्मी ऊब जााती है तो वह उनके साथ थोड़ा समय बिताती है।
जैसा कि मैंने पहले ही बताया कि अम्मी एक बेहद हसीन जिस्म वाली खूबसूरत महिला है। उनके जिस्म को पाने के लिए तो लोग अपनी जान तक दे सकते है।इतने हसीन जिस्म को देख कर किसी का भी दिल मचल सकता है। लेकिन हमारी अम्मी होने की वजह से हम हमेशा कोशिश करते हैं कि हम उन्हें उस तरह से न देखें।हमने हमेशा उनका सम्मान किया,उन्हें इज़्ज़त दी है। हम अपनी अम्मी के साथ किसी भी चीज़ के बारे में सब कुछ साझा करते हैं और बात करते हैं। हम दोनों उनकी दुनिया है और वह हमसे बेहद प्यार करती है।लेकिन कभी-कभी अपने आप को,अपने अरमानो को रोक पाना बेहद मुश्किल हो जाता है। मैं और मेरा भाई हम दोनों युवा है,हम दोनों ही उम्र के उस पड़ाव पर है जिसमे हर वक़्त औरत के जिस्म को पाने की भूख लगी रहती हैं। मैंने अपने छोटे भाई को हर समय किसी न किसी तरह से अम्मी के शरीर को छूने का बहाना बनाते देेेखा है। मैंने उसे अम्मी के चुचियो और गांड को घूरते हुए भी देखा है। ऐसा कतई नही है कि मैंंने कभी ऎसा कुछ नही किया। बल्कि कई दफा मेंने अम्मी की ब्रा या पैनटी चुरा के अम्मी के जिस्म के बारे में सोचते हुए कई बार मुुुठ मारी है।
हालांकि मैं और आदिल आपस में सब कुछ सांझा करते थे।एक दूसरे को सारी बात बताते थे लेकिन दोनों एक दूसरे के दिल का हाल जानते हुए भी ये बात एक दूसरे से नही करते थे।थोड़ी शर्म थी,थोड़ा डर भी था आखिर जिस औरत के बारे में हम ये सोचते थे वो हमारी अपनी अम्मी थी।
लेकिन वो कहते है ना कि किस चीज़ को पूरी शिद्दत से चाहो तो सारी कायनात उसे तुमसे मिलने में लग जाती है।ऐसा ही कुछ हमारे साथ भी होने वाला था।