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मैंने तेरे लिए, तेरी ज़िद के लिए ले
तोड़ दी हर कसम, के चल आ गले लग जा सनम
आइला ये भौजी शर्माती भी है। For a change I m with lekhak ji.
कांड आप करवाओ और दोष लेखक जी को ये अच्छी बात नहीं है।
लगता है आज सूर्य पश्चिम से उगे हैं, तभी तो आज अमित जी ने मेरी तरफदारी की!