kamdev99008
FoX - Federation of Xossipians
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संतुलन बनाये रखें....भाई जी आप तो फिर भी अच्छे हैं सबकी नजर में, हम तो मुफ्त में बदनाम कर दिए गए हैं इधर।
भावनाओं में ना बहें....
"बदनाम जो होंगे, तो क्या नाम ना होगा"
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संतुलन बनाये रखें....भाई जी आप तो फिर भी अच्छे हैं सबकी नजर में, हम तो मुफ्त में बदनाम कर दिए गए हैं इधर।
कल जंगल सफारी का हिंदी डब में देख रहा था, उसमे एक डायलॉग थासंतुलन बनाये रखें....
भावनाओं में ना बहें....
"बदनाम जो होंगे, तो क्या नाम ना होगा"![]()
control bhai control jinna samjh unna gyan baki sab pareshan kuch hamare hath nai sab upar wale ka khel hai wahi hoga jo manjoor use hoga sukhad ya dukhad jada pareshan ho to aao himalai par chalen humकल जंगल सफारी का हिंदी डब में देख रहा था, उसमे एक डायलॉग था
अमेजन से ज्यादा खतरनाक नदी, जिसमे सब बह जाते है, वो भावनाओं को नदी है।
खैर, मुझे जहां तक लगता है कि मैं खुद भावना बेन से बहुत कम ही बहाता हूं।
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अब क्या लिखूँमैं अभी तक एक साइलेंट रीडर बन कर आप सभी के कमेंट पढ़ रही थी............................आप सभी का मेरे प्रति गुस्सा ..................मेरे लिए नफरत देख रही थी................... मन ही मन आप सभी ने मुझे जो मन ही मन गालियां दीं उनकी कल्पना कर रही थी.................... मैं खामोश थी तो बस इसलिए की मैं चाहती थी की इस फोरम पर जिन्हें मैं अपना दोस्त मानती थी वो भी अपनी प्रतिक्रिया दें ताकि मैं एक ही बार में सबसे बात कर सकूं....................... लेकिन इस बिग रिवील ने सभी को दुःख पहुंचाया है……………. Lib am अमित जी...............आपने भी मेरे मैसेज का कोई जवाब नहीं दिया................और न ही अबतक अपना रिव्यु पोस्ट किया.................शायद आप अपने निजी जीवन में वयस्त होंगें.................कोई बात नहीं............. Kala Nag जी शायद मुझसे नाराज़ हैं......................इसीलिए मेरे पी ऍम का जवाब नहीं दे रहे........................... और मुझे इग्नोर कर रहे हैं................. Rekha rani जी का तो शायद इनबॉक्स ही फुल था इसलिए उन्हें मैसेज कर के कुछ बात ही न कर पाई.....................कुछ दीं पहले उन्होंने कहा था की वो १-२ दिन में अपना रिव्यु पोस्ट करेंगी लेकिन शायद वो अपनी परेशानियों में उलझी होंगी................ Akki ❸❸❸ अक्कीवा................मेरा मैसेज देख कर इसने बस हैरानी जताई और उसके बाद से ये भी गायब है......................शायद काम में व्यस्त होगा....................... journalist342 शिवम शायद मुझसे नाराज़ है ....................इसीलिए वो भी मेरे मैसेज का जवाब नहीं दे रहा....................... Abhi32 आपसे एक रिव्यु की उम्मीद थी......................आपसे तो मेरी बातें होती थीं...................कम से कम मुझे कोसते हुए ही रिव्यु दे देते तो मुझे लगता की मेरे दोस्तों में कोई तो है जिसने सच बोला.........एक बस मेरे भैया समान kamdev99008 भैया हैं जो मैसेज कर मुझसे बात कर रहे थे......................बाकी सब तो जैसे मुझसे मुँह ही मोड़ चुके हैं……………………………खैर.....................मैं उन्हें दोष नहीं देती................हाँ उनसे इतनी उम्मीद रखती थी की कम से कम वो मेरी बात तो सुनेंगे..............................लेकिन शायद सच जानकार उनका दिल इतना दुख की उन्होंने मुझसे बात करना ही मुनासिब नहीं समझा.............................
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https://xforum.live/threads/नहीं-हूँ-मैं-बेवफा.101621/अब क्या लिखूँ
कहानी एक धारा में बह रही थी पर अचानक मालुम पड़ा कि वह प्रवाह का अंत एक भंवर था
एक सुंदर भावनात्मक संसार जिसे समझ रहे थे वह एक सुंदर सपना मात्र था
Rockstar_Rocky भाई एक जबरदस्त झटका दिया आपने अभी तक उबर ही नहीं पाए
आपका मुनार जाना फिर उसके बाद कोमा में जाना और उस दौरान संगीता जी के द्वारा कहानी को आगे बढ़ाना क्या था फिर
यह आपकी सृजन है सृजन कर्ता आप विन्यास कर्ता आप और विनाश कर्ता भी आप हो
काला इश्क में दो नायिकाओं में एक से संसार और दुसरे से प्रतिशोध थी मतलब एक में सकारात्मक और दुसरे में नकारात्मक
पर यहाँ आपने एक ही नायिका में दोनों को डाल दिए अब तक संगीता जी के प्रति जो भाव थे वह अचानक से परिवर्तित हो गया
नहीं नहीं भाई यह एक दर्द भरा क्षण था
अब कहानी की आगे क्या मोड़ है मैं नहीं जानता पर आप बुरा ना माने तो भाभीजी की दृष्टि से कहानी में पूर्णता लाएं
Wah ji wahआपके अपनाने से कोई अपना नहीं हो जाता....
अपना तो वो है, जो आपको अपनाता है....