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Incest एक पाकीजा परिवार

बताओ किस्से ओर कैसा सेक्स पढ़ना चाहोगे ?


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Ass licker

❤️❤️
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अपडेट 18❤️

भाई को इजाजत मिलते ही मेरी चुचियाँ पर टूट पड़े और बारी बारी से अपनी बाजी के मीठे मीठे खरबूजों का रस पीने लगे।
मेरी चूची की घुंडीया चूसते तो मैं झरझरा जाती कभी भाई आधे से ज्यादा मम्मा मुँह में भर लेते ओर खींचते अहहहह कितना कामुक समय बीत रहा था एक भाई छोटे बच्चे की तरह अपनी कुँवारी बाजी के दुध पी रहा था।
चुचियाँ पीने से मेरी चुत में चींटियां रेंगनी शुरू हो गयी ओर में मचलती हुई भाई के सिर पर हाथ फेरने लगी अहहहह भाईई आराम से, अहहह ओह्ह भाईईई धिरेईई
भाई मेरे मोटे निप्पल को खींच खींच कर पी रहे थे जिससे मीठा मीठा दर्द होने लगा।
कुछ देर मेरी चुचियाँ पी ओर फिर चादर को एक साइड फेंक दिया और जल्दी से मेरे पैरों की तरफ बैठ गए
इतना जल्दी ये सब हुआ कि मुझे सम्भलने समझने का मौका ही नही मिला तो मैने अपनी चुत पर हाथ रख लिया।
मैं शर्म से सिमट गई और आंखे बंद कर ली
अहह भाई क्या कर रहे हो, चादर क्यों फेंक दी तुमने कमीने
मेने कोई कपड़ा भी नही पहना है अहहहह
भाई:- बाजीईईई क्या हुआ ऊपर का तो दिखा दिया अब नीचे का भी दिखा दो, मैं भी देखु केसी चीज है जो बाजी को इतना गर्म रखती है।
मैं:- अहह भाई नही ना, क्यों शर्म से मार रहे हो, वो जगह दिखाने लायक नही होती भाईई
भाई:- नही बाजी मुझे तो देखनी है आपकी वो जगह, प्लीज बाजी दिखा दो अपनी चीजी को
मैं:- नही ना भाई, मुझे शर्म आ रही है और भाई ने मेरिई चुत पर रखा हाथ पकड़ लिया तो मैने एक हाथ अपनी आंखों पर रख लिया।
भाई ने धीरे से मेरा हाथ हटाया ओर मेरे मुँह पर रख दिया, मैं शर्म से मर गयी कि आज मेरा भाई मेरी नंगी जवान चुत को बहुत पास से देख रहा था और में कुछ भी नही कर पा रही थी।
जब कोई हरकत भाई की तरफ से नही हुई तो
मेने थोड़ा हाथ हटा कर देखा तो भाई मेरी कुँवारी तपती हुई चुत को आंखे फाड़ कर देख रहा था जैसे कोई खजाना मिल गया हो, खजाना तो मिल ही गया था उसे जो अपनी बाजी की हरी भरी मोती फांको वाली ताजा चुत को देख रहा था और कुछ करने भी वाला था।
55270
भाई:- बाजी असली मजा तो चुत चाटने में ही है, देखना तुम्हे भी मजा आएगा
भाई ने चुत चाटकर अपनी जीभ अंदर की ओर चुत का टेस्ट चेक करने लगे।
अहहह बाजीईईई बहुत चटपटी चुत है तुम्हारी तो मजा आएगा आज तो बाजीईईई।
मैं:- आहहहहह भाई तुम्हे गन्दा नही लग रहा वहां, कितनी नापाकी जगह है, वहां मुँह मत लगाओ भाईईई
में खुली आँखों से भाई की हरकते देखने लगी। चुत चटवाना वाला अमल बहुत रोमांटिक था, हमारे माशरे में ये काम नही होता लेकिन बहुत सी औरते अपने शौहर की ख्वाईश के तौर पर करवा लेती है
भाई ने चुत का पानी टेस्ट करके दोबारा से मेरी आँखों मे आंखे डालकर जीभ निकाली और चुत पर टिका कर जोरदार तरीके से फिरा कर रिसते हुए चुत अमृत को चाट लिया जिससे मेरी सिसकी निकल गयी और रोमांच में मुँह इधर उधर करने लगी
अहहहहहहह भाईईई जान
भाई:- हां बाजीईईई मजा आया ना अपनी गर्म चुत चटवा कर मेरी सेक्सी बाजीईईई।
चलो दोनों हाथों से फैलाओ अपनी नंगी चुत को बाजीईईई
ओर मजा दूंगा फिर तुम्हे
मेने रोमांच ओर चुत चुसाई के मजे को दोबारा लेने के लिए अपने हाथों से मजबूरन चुत के होंठ खोल दिये और भाई ने जीभ दिखाते हुए मेरी आँखों मे देखा और चुत पर टूट पड़े।
भाई गर्म चुत को चाटते हुए मेरी आँखों मे देखकर रहे थे जिससे अपने आप ही मेरा मुँह खुल गया और मैने भी कुतिया की तरह जीभ निकाल ली।
भाई ने जब मेरी ऐसी हालत देखी तो जोश में चुत को तेज तेज़ चाटने लगे ओर मैं भी जीभ निकाले ऐसे बर्ताव कर रही थी जैसे में भी किसी चीज को चाटने को लालायित हूँ। इस समय मेरी जीभ कुतिया की तरह बाहर निकली हुई थी ।
बहरहाल भाई पूरी ईमानदारी से मेरी चुत की फांको ओर अंदर के गुलाबी भाग को चाटने में लगे हुए थे। भाई तो मेरी कमसिन कुँवारी चुत में ऐसे खोए हुए थे जैसे उसे कोई पसंदीदा खिलौना मिल गया हो। मेरी भी कामुकता निकलने लगी और मैने पहली बार भाई को प्यार से देखा और उसके सर को थामा ओर अपनी नंगी चुत को उसके मुँह पर दे मारा और भाई ने जबरदस्त तरीके से मेरी चुत चुसाई करने लगे।
अहहहह भाईईई ऐसे ही चाटो अपनी बाजी की चुत को अहहहह खा जाओ इसे भाईईई, आह्दह ऐसे ही ऐसे ही चाटो दिल लगाकर भाईईई जानननननन।
अहह बाजीईईई कितनी चटपटी चुत है तुम्हारी आज इसका सारा पानी पी जाऊंगा मेरीईई जाननननन
हां खूब दिल लगाकर चाटो भाईईई तुम्हारे सामने रखी है जितना पानी निकालो तुम्हारी मर्जी अहहहह भाई और तेज़ तेज़ चाटो ना
बहुत खुजली करती है आज निकाल दो इसकी गर्मी को भाईई जान अहह हहहह भाईईई प्यार से ये नाजुक चुत है तेरी बाजी आराम से चाटो, कोई रहम मत करो निकाल दो इसकी रसमलाई जानननन
बाजीईईई आज इसका सारा मख्खन निकाल दूंगा चाट चाट कर,
दोनों सगे भाई बहन इसी तरह चुत चुसाई का मजा लेने लगे और में सिसकती हुई और चुत को अपने भाई से चटवा रही थी।
मेरी आँखें मजे से उलट पुलट हो रही थी, भाई की जीभ मेरी चुत की आग को ठंडा करने में लगी थी
5 मिनट चुत चूसने के बाद मेरी चुत ने जवाब दे दिया और मेरा पहला मर्दाना ओर्गास्म भाई के मुँह में चला गया।
गर्म खारा पानी चुत से निकल कर भाई के मुँह में जाने लगा
मेरा गर्म चुत का खारा पानी भाई चटकारे लेकर चाट रहे थे और
सारा पानी चुत से साफ कर दिया और ऊपर आकर मेरे होंठो को चूसने लगे जिससे मुझे मेरी ही कुँवारी चुत का जायका मुझे महसूस करना पड़ा।
भाई:- बाजीईईई कैसा लगा अपनी गर्म चुत का शर्बत तुम्हे
मैं:- कमीने मुझे ही चखा दिया अहह कितना गन्दा सा स्वाद है (लेकिन मुझे इतना बुरा भी नही लगा)
मेरे ऊपर पड़े हुए भाई ने अपना खड़ा लोडा मेरी पनियाती चुत पर रख दिया और घिसने लगे
बाजी बहुत गर्म चुत है तुम्हारी पानी छोड़कर भी इसकी गर्मी कम नही हुआ देखो कैसे तप रही है अहहहह बाजीईईई
बाजी कैसे बर्दास्त करती हो इस गर्मी को तुम, अहह इसने मेरा लोडा भी गर्म कर दिया है बाजीईईई
कमीने में क्या करूँ, कुदरत की बनाई हुई चीज है इसमें में क्या कर सकती हूँ अहहहह धीरे रगड़ो भाईईई जान
भाई:- ये ले मेरिई जान महसूस करो अपने भाई के लोडे को अपनी कमसिन चुत पर
लन्ड चुत की घिसाई से में दोबारा गर्म होने लगी में अनाप शनाप बकती हुई मजा लेने लगी
मैं:- कर रही हूं भाईईई बहुत अच्छे से महसूस कर रही हूं कितना सुकून है तुम्हारे नीचे लेटने में भाईई जान ऐसे ही लेटा कर मजा दो, अहह अम्मी आज तो मजे में मर जाना है मेने
भाई:- बाजी तुम्हे ऐसे ही नीचे लेटना होगा चुत फैला कर तभी तुम्हारा भाई इसकी आग ठंडी करेगा मेरिई गर्म चुत की रानी
मैं:- हां मेरे गर्म लन्ड के भाईई, पूरा लोडा रगड़ो मेरी चुत पर अहह हहहहह भाईईई
भाई;- बाजीईईई मेरा लोडा कब निगलोगी इस चुत में जान, देखो तो कैसे इस चुत के लिए तड़प रहा है मेरा लोडा,
मैं:- भाई अभी नही अभी बस ऊपर ऊपर मजे करो भाईईईई
भाई:- ठीक है बाजीईईई पर सबसे पहले ये चुत मेरा लोडा खाएगी कह देता हूँ अभी अहहहह क्या गर्म अहसास होगा जब मेरा पूरा लोडा तुम्हारी चुत में फंसा होगा और में तेज तेज चोदकर इसका पानी निकलूंगा मेरी बाजीईईई
मैं:- अहहहह भाईई बहुत गर्म कर दिया अब तेज़ तेज़ रगड़ो इस हलब्बी लोडे को अपनी सगी बाजी की चुत पर, निकाल दो इसपर अपना माल मेरी जान

भाई:- अहहहह बाजीईईई तुम्हारी नंगी चुत के ऊपर माल गिराऊंगा ओर चुत के अंदर भी मेरी जाननननन
मैं:- हां भाईईई जहां दिल करे वहां गिराना बस इस चुत को ठंडा कर दो मेरे सगे भाई जान, अपनी अंजुम की चुत को ठंडा करो अहह भाईईई
दोनों भाई बहन जोश में अनाप शनाप बक रहे थे और अपनी हवस की गर्मी को शांत करने में लगे थे।
भाई ने मेरे दोनों पैर फोल्ड किये और मेरी चुचियों से मिला दिए इस तरह भाई का लोडा अच्छी तरह मेरी गर्म चुत पर घिसड रहा था। मेरी छोटी सी चुत भाई के लोडे से ढकी ही थी जिस तरह भाई ने अपने लोडे को मोटा कर रखा था।
भाई:- लो लोडे को महसूस करो अपनी चुत पर मेरी गर्म रानी, लोडे की घिसाई से पानी पानी कर दूंगा तुझे बाजीईईई अहह ये ले
मैं:- हां भाईईईई ऐसे ही गर्मी निकालो इस चुत की अहह इतना मजा तो कभी नही आया ,या ऊपर वाले कैसे महरूम (दूर) रखा इस लुफ्त से मुझे अहह अम्मिईईईईई मर गयिईईई
तभी भाई ने लोडा चुत से हटाया ओर मेरे सीने पर बैठ गए जिससे मेरी भारी मुलायम चुचियाँ भाई के दोनों चूतड़ों के नीचे दब गई।
हालात ये थे कि भाई ने अपने दोनों चूतड़ मेरी चुचियों पर रखे हुए थे और लोडा हिला कर माल निकालने में लगा हुआ था।
मेरी आँखों मे झांकते हुए भाई लोडा हिला रहे थे कोई 2 मिनट बाद भाई ने दोनों हाथों से मेरा मुँह चोडा किया और लोडे को मुँह पर लगाकर अपना माल गिराने लगे
भाई:- ओह्हहह अहह लो पियो मेरे लोडे का पानी मेरीईई जान, पूरा पानी पिलाऊंगा आज तुझे मेरी गर्म चुत की रानी ये ले
ओर वीर्ये की मोटी मोटी धार मेरे मुँह में जमा होने लगी

में मुँह फाड़े अपने भाई का गाढ़ा मट्ठा इकट्ठा कर रही थी और भाई अपने लोडे को निचोड़ निचोड़ कर पानी डाल रहे थे।
जब लास्ट बून्द भी मेरे तालीम याफ्ता मुँह में डाल दी तो मेरी तरफ देखने लगे जहां उसकी उर्दू पढ़ी लिखी तहजीबदार दार बाजी मुँह में गर्म वीर्या जमा करके मुँह फाड़े लेटी हुई थी।
तभी भाई मुस्कुराते हुए अपने मुँह में कुछ इकट्ठा करने लगे और मेरे मुँह से थोड़ा ऊपर मुँह खोलकर एक थूक की धार मेरे मुँह में आने लगी जिसे मैं मुँह फाड़े खुली आँखों से देख रही थी।
अब ढेर सारा थूक भाई के वीर्या के ऊपर तैर रहा था भाई ने मेरा मुँह बन्द किया और इधर उधर हिला कर मुँह में जमा गर्म वीर्या थूक से मिक्स कर दिया और निगलने के लिए बोला तो ताबेदार बाजी की तरह 3 घूंट में सारा गर्म लावा निगल गयी अहहहह ओर होठों पर जीभ घुमा कर बचा हुआ पानी भी निगल गयी।
भाई सुस्ती में साइड में लेट गए ओर सांस बहाल करने लगे।
थोड़ी देर बाद भाई:- कैसा लगा बाजीईईई अपने भाई का शर्बत
मैं:- कमीने कितना पानी जमा कर रखा है पूरा ही मुँह भर देता है और तुमने मेरे मुँह में थूका क्यों? शर्म नही आती घिनोनी हरकत से तुम्हे
भाई:- बाजीईईई तुम्हारा खुला मुँह देखकर जोश में आ गया तो मैने थूक दिया वैसे भी थूक तो मैने तुम्हारा भी पिया है नाराज ना हो मेरीईई जान ओर भाई ने मेरी चुत को सहला दिया अहह भाई
ऐसा ना करो, अभी भी मन नही भरा क्या
भाई:- ऐसी सेक्सी बाजीईईई हो तो मन कैसे भर सकता है जान
मैं:- पूरा गन्दा कर दिया मुझे चलो अब जाने दो मुझे बहुत देर हो गयी है। देखो 3 बज गए है टाइम का पता भी नही चला।
अम्मी सुबह की दुआ के लिए खड़ी होने वाली होगी
मैं बेड से खड़ी हुई और कपड़े लेकर सलवार पहनने लगी, ऐसा करते हुए भाई लेट कर मुझे देख रहे थे।
जैसे ही मैं ब्रा पहनने लगी भाई खड़े हुए और ब्रा छीन कर मेरी एक चूची को मुँह में गप्प से भर लिया
अहह कमीने छोड़ दे अब तो, अब क्या रह गया है।

भाई ने कोई जवाब नही दिया और चूची को खींच खींच कर पीने लगे जिससे मुझे दोबारा जोश आने लगा, मेने भाई को धकेला तो मेरी चूची भाई के मुँह के साथ खिंचती हुई चली गयी
अहहहहहह अम्मी छोड़ो कमीने भाईईई
भाई को धकेल कर मेने ब्रा ली और पहनने लगी और फिर कमीज दुपट्टा पहन कर बाहर आने लगी
भाई भी मेरे साथ दरवाजे तक आये ओर दरवाजे पर पहुंच कर मेने भाई से अलविदा कहा तो भाई ने मुझे पकड़ कर झुका दिया और दोनों चूतड़ फैला कर मेरी गांण्ड पर नाक मुँह लगा दिया ओर सूंघने लगे। ये सब इतनी जल्दी हुआ कि सम्भलने का मौका नही मिला। एक इज्जतदार पर्दा पसन्द लड़की झुकी हुई थी और उसका सगा छोटा भाई अपनी बहन के चौड़े चौड़े चूतड़ों को फैला कर उसकी गांण्ड की गर्म महक को सूंघ रहे थे। ये सीन देखकर ही मुझे चुत में फिर से झुरझुराहट हुई और 2-3 मर्तबा सूंघ कर भाई ने मुझे छोड दिया
मैं:- ये क्या बत्तमीजी थी भाईईई
भाई:-तुम्हारी गांण्ड सलवार में कयामत लग रही थी मन किया तो सूंघ लिया अब नींद अच्छी आएगी मेरिई जवान बाजीईईई
क्या महक है अहहहह गर्म गर्म गांण्ड की गर्म महक
अब जाओ बाजी कहीं ऐसा ना हो कि में यही झुका कर अपना हलब्बी लुल्ला तुम्हारी चौड़ी गर्म गाँड़ में गाड़ दु, इस गाँड़ ने मेरा जीना मुश्किल कर रखा है बाजीईईई।
में भाई को गर्म होता देख निकलने में ही भलाई समझी ओर नीचे आ गयी और अम्मी के कमरे का दरवाजा खोला तो अम्मी अस्त व्यस्त सोई हुई थी जिससे उसकी कमीज ऊपर उठी हुई थी। अम्मी जान के विशाल मदमस्त चूतड़ बिस्तर पर फैले हुए थे। कोई भी देखे तो अम्मी की सलवार फाड़ कर गांण्ड में गच्च से लोडा ठूस दे, कितने कातिल चूतड़ थे हमारी अम्मी के अहहहहहहह
मैं अंदर गयी और पुराने दिनों को याद करके अपना मुँह अम्मी के विशाल चूतड़ों के पास लाकर सुंघा तो एक गर्म तपिस सा अहसास हुआ। जब भी मैं अम्मी की गांण्ड सूंघती गर्म गर्म तपिस जैसी हवा महसूस करती जैसे गांण्ड ना होकर एक आग की भट्टी हो जिस्से गर्म गर्म आग निकल रही हो।
2-3 बार सूंघकर में साइड में आकर लेट गयी और सो गई।

वक़ार भाई की जुबानी❤️
सुबह में थोड़ी देर से उठा क्योंकि बाजी के साथ बिताए हुए पलों से मुझे अच्छी नींद आई तो मैं देर तक सोता रहा।
मैं फ्रेश हुआ और नहा धो कर नीचे आ गया जहां मेरी प्यारी सी अम्मी किचन में बर्तन धो रही थी। बाजी सुबह मदरसे निकल गयी थी। घर पर सिर्फ अम्मी ही रह जाती थी क्योंकि मैं भी दुकान के लिए निकल जाता था।

अम्मी:- बेटा आज काफी लेट हो गए नास्ता ठंडा हो गया होगा, तुम बाहर बैठो मैं अभी गर्म करके लाती हूँ।
मैं:- हां अम्मी आज पता नही कैसे आंखे नही खुली, नींद काफी देर तक आई, अब जल्दी से नास्ता दो ताकि मैं जा सकू
मेने अम्मी से चाल लगा दी, अब उसे क्या बताता की उसकी कच्ची कली का रस पिया है रात भर।
बहरहाल में नास्ते की टेबल पर गया और कुर्सी पर बैठ गया और मोबाइल में खेल लग गया।
थोड़ी देर बाद अम्मी नास्ता प्लेट में करके ले आई
ओर टेबल पर रखने लगी जो थोड़ा नीचे थी, जिसपर झुक कर प्लेट रखनी पड़ती थी।
अम्मी झुक कर नास्ता रखने लगी जिससे उसका दुप्पटा सरक कर नीचे हो गया और मेरी निगाहें अचानक की अम्मी के क्लीवेज पर चली गयी जहां दुनियां का बेहतरीन नजारा मेरी आँखों के सामने था। मदमस्त मोटी मोटी चुचियाँ जो 60% नंगी मेरे सामने थी। चुचियों का गोश्त अहहहह एक दम भरी हुई सफेद सफेद चूची अहहहह यही बहुत था मेरी हवस को जगाने के लिए।
अम्मी का ध्यान अभी भी नास्ता पर था पर मैं अपनी आंखें गर्म करने में लगा था। अम्मिईईईईई जान ऐसी मादक सुडौल चुचिया क्या कहने इनके। क्या यही वो चुचियां हैं वक़ार जिनसे तूने दूध पिया है, इन्हें मुँह में भरकर खींच खींच कर दूध निकाला है।
इनके दूध से ही तुम्हारा जिस्म हट्टा कट्टा ओर लन्ड मजबूत पाया है। इन्ही सोचो के बीच मे अम्मी की चुचियाँ ताड़ता रहा और गर्म होता रहा तभी अम्मी की आवाज " बेटा नास्ता कर लो गर्म गर्म है फिर ठंडा हो जाना है" और अम्मी की निगाहें मुझ पर पड़ी और मुझे टकटकी निगाहे डालता हुआ देख मेरी नजरों को भांप गयी और जल्दी से खड़ी हो गयी। उसे यकीन नही हुआ कि में अम्मी को ऐसे भी घूर सकता हूँ। जैसे भी हो पर आज किस्मत से मैने अच्छी तरह अम्मी की मादक सुडौल चुचियाँ देख ली थी।
अम्मी ने दुपट्टा सही किया और किचन में चली गयी बची हुई चीजें लेने।

थोड़ी देर के बाद अम्मी ग्लास में दूध लेकर आ गयी, अबकी बार अम्मी ने दुप्पटा सही से ओढा हुआ था पर उभार फिर भी महसूस हो रहा था चुचियाँ थी ही मोटी मोटी अम्मी की
मेने दूध पिया ओर कमरे में जाकर बेग उठाया जिसमे हिसाब किताब के रजिस्टर ओर कुछ पैसे थे।
मेने नीचे आकर अम्मी को सलाम दुआ के बाद बाइक निकाली और दुकान की तरफ चल दिया।
अब्बू की एक्सीडेंट वाली बाइक मेने कबाड़ में बेच दी थी और नई बाइक ले ली थी।
दुकान पर पहुंच कर मेने काम साथ संभाला। मेरी दुकान के कपड़े काफी मशहूर हो चले थे जिससे आमदनी बढ़िया हो जाती।
शाम तक दुकान सम्भालकर में घर चल दिया और रास्ते से कुछ मिठाईयां ओर चॉकलेट का डिब्बा ले लिया, बाजी को चॉकलेट बहुत पसंद थी तो ले लिया।
घर पहुंचकर में फ्रेश होने चला गया और फिर खाना खा कर अम्मी के पास जाकर बतियाने लगा।
अम्मी बाजी ओर मैं आपस मे घर की बाते करने लगे और एक दूसरे के सुख दुख का हाल पूछने लगे।
आज अम्मी कुछ झिझक में थी जैसे उसे कोई बात उलझा रही हो। मैंने अम्मी के चेहरे की तरफ देखा तो काफी परेशान लग रही थी।
मैं:- अम्मी क्या हुआ, क्यों उदास हो आप

अम्मी:- बेटा तुझे देखकर तरस आता है कि पढ़ाई लिखाई की उम्र में घर संभालना पड़ रहा है। वक़्त ने हम सबके साथ क्या खेल खेला है
मैं:- अम्मी जो होना था हो गया, मैं खुश हूं कि मैने घर की जिम्मेदारी अच्छे से सम्भली हुई है। अब्बू के बाद अब मुझे ही इस घर को संभालना है, जो अब्बू छोड़कर गए हैं उसको अच्छे से सम्भाल कर रखना है।
अम्मी:- अहह मेरा बच्चा कितना समझदार हो गया है
ओर बाहें फेल दी तो मैं छोटे बच्चे की तरह अम्मी के सीने से चिपक गया
अम्मी आप खुश रह करो, आपको खुश देखकर ही हमे चैन रहता है और मैने प्यार से अम्मी के गाल पर चुम्मी ली। अम्मी के मखमली गालों पर चूमने से मेरे लन्ड ने बगावत कर दी और तुनक कर खड़ा होने लगा।
अम्मी इस तरह पहली बार चूमने से थोड़ा असहज हुई पर कुछ सोचकर मुस्कुराते हुए मेरे बालों में हाथ फेरा ओर दुआ देने लगी।
थोड़ी देर गपशप के बाद हम सोने के लिए अपने अपने कमरे की तरफ चल दिये.
कमरे में पहुंच कर मैं मोबाइल में खेल लग गया और समय 11 बज गए थे, मुझे बाजी की याद आने लगी तो मैने उसे मेसेज कर दिया
मैं:- हेलो बाजी
कोई 5 मिनट के बाद बाजी का रिप्लाई आया
बाजी:- हां भाई बोलो
मैं:- क्या कर रही बाजी
बाजी:- कुछ नही सोने लगी हूँ।
मैं:- अम्मी सो गई है क्या ??
बाजी:- हां लगभग सौ गईई है। बताओ क्या काम है
बाजी को सब पता था फिर भी मुझे छेड़ रही थी तो मैने
मैं:- कुछ नही बस थोड़ी बहुत बातें करनी है। मन करर रहा है कि बाजी का हाल चाल पुछु कोई चीज चाहिए तो नही।
बाजी:- मुझे कुछ नही चाहिए भाई सो जाओ
मैं:- प्लीज यार आ जाओ मन नही लग रहा अकेले का, थोड़ी देर बात करेंगे।
बाजी:- आ रही हूं पर ज्यादा बदमाशी नही समझे, कल भी बहुत देर लगा दी तुमने
मुझे पता था बाजी भी अब मेरे गर्म जाल में फंसती जा रही है उसे भी मेरी हरकते अच्छी लग रही थी।
(उधर बाजी ने चैट खत्म की ओर अम्मी की तरफ देखा जो करवट लेकर लेटी हुई थी
अम्मी तुम सो रही हो तुम्हारा लाडला बेटा क्या गुल खिला रहा है पता है आपको
वो मुझे नंगा करके लेटाता है और फिर लन्ड की गर्म घिसाई से पानी पानी कर देता है तुम्हारी लाडली की नाजुक चुत को
अहह अम्मी मैं बहक गयी हूँ, मुझे भी अच्छा लगता है भाई के साथ क्या करूँ वो मेरा भाई है और मेरा जिस्म मेरा साथ नही देता। अम्मी माफ कर देना हम दोनों बहुत आगे निकल चुके हैं जहां सिर्फ गुनाह ही गुनाह है, सारी उम्र पर्दे में रहने वाली आपकी लाडली अब मजबूर है जिस्म के आगे, मैंने कोशिश की सम्भलने की पर नही कर पाई, अम्मी आप इजाजत दो की मैं भाई की उम्मीदों पर खरा उतरु ओर सेक्स लाइफ को एन्जॉय करू।
अम्मी में जा रही हूं अपने भाई के पास को मुझे बहाने मार कर बुला रहा है और वहां वो एक तगड़ा लन्ड लिए मेरा इंतज़ार कर रहा है। अम्मी सर् पर हाथ रखो ओर मेरी कामयाबी की दुआ दो
ओह्ह अम्मी तुम कैसे दुआ दोगी तुम तो सोई हुई हो
मेने अम्मी की कमीज को साइड किया और पाओं की तरफ आकर अपना मुँह/नाक अम्मी की मदमस्त चूतड़ों के बीच घुसा दिए और एक गहरी सांस ली अहह हहहहह यही खुसबू तो मुझे पागल कर देती है। ऊपर से तुम मेरी सगी पर्दादार वालिदा अहह कितना मजा है सगे रिस्तो में सेक्स का।
अम्मी तुम्हारी गर्म गांण्ड की खुसबू सूंघकर मुझे आशीर्वाद मिल गया है
कोई 5 मिनट अम्मी की गांण्ड सूंघ कर में धीरे से बेड से उतर गई और अपने मुकाम पर जाने लगी )
 
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malikarman

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भाई को इजाजत मिलते ही मेरी चुचियाँ पर टूट पड़े और बारी बारी से अपनी बाजी के मीठे मीठे खरबूजों का रस पीने लगे।
मेरी चूची की घुंडीया चूसते तो मैं झरझरा जाती कभी भाई आधे से ज्यादा मम्मा मुँह में भर लेते ओर खींचते अहहहह कितना कामुक समय बीत रहा था एक भाई छोटे बच्चे की तरह अपनी कुँवारी बाजी के दुध पी रहा था।
चुचियाँ पीने से मेरी चुत में चींटियां रेंगनी शुरू हो गयी ओर में मचलती हुई भाई के सिर पर हाथ फेरने लगी अहहहह भाईई आराम से, अहहह ओह्ह भाईईई धिरेईई
भाई मेरे मोटे निप्पल को खींच खींच कर पी रहे थे जिससे मीठा मीठा दर्द होने लगा।
कुछ देर मेरी चुचियाँ पी ओर फिर चादर को एक साइड फेंक दिया और जल्दी से मेरे पैरों की तरफ बैठ गए
इतना जल्दी ये सब हुआ कि मुझे सम्भलने समझने का मौका ही नही मिला तो मैने अपनी चुत पर हाथ रख लिया।
मैं शर्म से सिमट गई और आंखे बंद कर ली
अहह भाई क्या कर रहे हो, चादर क्यों फेंक दी तुमने कमीने
मेने कोई कपड़ा भी नही पहना है अहहहह
भाई:- बाजीईईई क्या हुआ ऊपर का तो दिखा दिया अब नीचे का भी दिखा दो, मैं भी देखु केसी चीज है जो बाजी को इतना गर्म रखती है।
मैं:- अहह भाई नही ना, क्यों शर्म से मार रहे हो, वो जगह दिखाने लायक नही होती भाईई
भाई:- नही बाजी मुझे तो देखनी है आपकी वो जगह, प्लीज बाजी दिखा दो अपनी चीजी को
मैं:- नही ना भाई, मुझे शर्म आ रही है और भाई ने मेरिई चुत पर रखा हाथ पकड़ लिया तो मैने एक हाथ अपनी आंखों पर रख लिया।
भाई ने धीरे से मेरा हाथ हटाया ओर मेरे मुँह पर रख दिया, मैं शर्म से मर गयी कि आज मेरा भाई मेरी नंगी जवान चुत को बहुत पास से देख रहा था और में कुछ भी नही कर पा रही थी।
जब कोई हरकत भाई की तरफ से नही हुई तो
मेने थोड़ा हाथ हटा कर देखा तो भाई मेरी कुँवारी तपती हुई चुत को आंखे फाड़ कर देख रहा था जैसे कोई खजाना मिल गया हो, खजाना तो मिल ही गया था उसे जो अपनी बाजी की हरी भरी मोती फांको वाली ताजा चुत को देख रहा था और कुछ करने भी वाला था।
55270
भाई:- बाजी असली मजा तो चुत चाटने में ही है, देखना तुम्हे भी मजा आएगा
भाई ने चुत चाटकर अपनी जीभ अंदर की ओर चुत का टेस्ट चेक करने लगे।
अहहह बाजीईईई बहुत चटपटी चुत है तुम्हारी तो मजा आएगा आज तो बाजीईईई।
मैं:- आहहहहह भाई तुम्हे गन्दा नही लग रहा वहां, कितनी नापाकी जगह है, वहां मुँह मत लगाओ भाईईई
में खुली आँखों से भाई की हरकते देखने लगी। चुत चटवाना वाला अमल बहुत रोमांटिक था, हमारे माशरे में ये काम नही होता लेकिन बहुत सी औरते अपने शौहर की ख्वाईश के तौर पर करवा लेती है
भाई ने चुत का पानी टेस्ट करके दोबारा से मेरी आँखों मे आंखे डालकर जीभ निकाली और चुत पर टिका कर जोरदार तरीके से फिरा कर रिसते हुए चुत अमृत को चाट लिया जिससे मेरी सिसकी निकल गयी और रोमांच में मुँह इधर उधर करने लगी
अहहहहहहह भाईईई जान
भाई:- हां बाजीईईई मजा आया ना अपनी गर्म चुत चटवा कर मेरी सेक्सी बाजीईईई।
चलो दोनों हाथों से फैलाओ अपनी नंगी चुत को बाजीईईई
ओर मजा दूंगा फिर तुम्हे
मेने रोमांच ओर चुत चुसाई के मजे को दोबारा लेने के लिए अपने हाथों से मजबूरन चुत के होंठ खोल दिये और भाई ने जीभ दिखाते हुए मेरी आँखों मे देखा और चुत पर टूट पड़े।
भाई गर्म चुत को चाटते हुए मेरी आँखों मे देखकर रहे थे जिससे अपने आप ही मेरा मुँह खुल गया और मैने भी कुतिया की तरह जीभ निकाल ली।
भाई ने जब मेरी ऐसी हालत देखी तो जोश में चुत को तेज तेज़ चाटने लगे ओर मैं भी जीभ निकाले ऐसे बर्ताव कर रही थी जैसे में भी किसी चीज को चाटने को लालायित हूँ। इस समय मेरी जीभ कुतिया की तरह बाहर निकली हुई थी ।
बहरहाल भाई पूरी ईमानदारी से मेरी चुत की फांको ओर अंदर के गुलाबी भाग को चाटने में लगे हुए थे। भाई तो मेरी कमसिन कुँवारी चुत में ऐसे खोए हुए थे जैसे उसे कोई पसंदीदा खिलौना मिल गया हो। मेरी भी कामुकता निकलने लगी और मैने पहली बार भाई को प्यार से देखा और उसके सर को थामा ओर अपनी नंगी चुत को उसके मुँह पर दे मारा और भाई ने जबरदस्त तरीके से मेरी चुत चुसाई करने लगे।
अहहहह भाईईई ऐसे ही चाटो अपनी बाजी की चुत को अहहहह खा जाओ इसे भाईईई, आह्दह ऐसे ही ऐसे ही चाटो दिल लगाकर भाईईई जानननननन।
अहह बाजीईईई कितनी चटपटी चुत है तुम्हारी आज इसका सारा पानी पी जाऊंगा मेरीईई जाननननन
हां खूब दिल लगाकर चाटो भाईईई तुम्हारे सामने रखी है जितना पानी निकालो तुम्हारी मर्जी अहहहह भाई और तेज़ तेज़ चाटो ना
बहुत खुजली करती है आज निकाल दो इसकी गर्मी को भाईई जान अहह हहहह भाईईई प्यार से ये नाजुक चुत है तेरी बाजी आराम से चाटो, कोई रहम मत करो निकाल दो इसकी रसमलाई जानननन
बाजीईईई आज इसका सारा मख्खन निकाल दूंगा चाट चाट कर,
दोनों सगे भाई बहन इसी तरह चुत चुसाई का मजा लेने लगे और में सिसकती हुई और चुत को अपने भाई से चटवा रही थी।
मेरी आँखें मजे से उलट पुलट हो रही थी, भाई की जीभ मेरी चुत की आग को ठंडा करने में लगी थी
5 मिनट चुत चूसने के बाद मेरी चुत ने जवाब दे दिया और मेरा पहला मर्दाना ओर्गास्म भाई के मुँह में चला गया।
गर्म खारा पानी चुत से निकल कर भाई के मुँह में जाने लगा
मेरा गर्म चुत का खारा पानी भाई चटकारे लेकर चाट रहे थे और
सारा पानी चुत से साफ कर दिया और ऊपर आकर मेरे होंठो को चूसने लगे जिससे मुझे मेरी ही कुँवारी चुत का जायका मुझे महसूस करना पड़ा।
भाई:- बाजीईईई कैसा लगा अपनी गर्म चुत का शर्बत तुम्हे
मैं:- कमीने मुझे ही चखा दिया अहह कितना गन्दा सा स्वाद है (लेकिन मुझे इतना बुरा भी नही लगा)
मेरे ऊपर पड़े हुए भाई ने अपना खड़ा लोडा मेरी पनियाती चुत पर रख दिया और घिसने लगे
बाजी बहुत गर्म चुत है तुम्हारी पानी छोड़कर भी इसकी गर्मी कम नही हुआ देखो कैसे तप रही है अहहहह बाजीईईई
बाजी कैसे बर्दास्त करती हो इस गर्मी को तुम, अहह इसने मेरा लोडा भी गर्म कर दिया है बाजीईईई
कमीने में क्या करूँ, कुदरत की बनाई हुई चीज है इसमें में क्या कर सकती हूँ अहहहह धीरे रगड़ो भाईईई जान
भाई:- ये ले मेरिई जान महसूस करो अपने भाई के लोडे को अपनी कमसिन चुत पर
लन्ड चुत की घिसाई से में दोबारा गर्म होने लगी में अनाप शनाप बकती हुई मजा लेने लगी
मैं:- कर रही हूं भाईईई बहुत अच्छे से महसूस कर रही हूं कितना सुकून है तुम्हारे नीचे लेटने में भाईई जान ऐसे ही लेटा कर मजा दो, अहह अम्मी आज तो मजे में मर जाना है मेने
भाई:- बाजी तुम्हे ऐसे ही नीचे लेटना होगा चुत फैला कर तभी तुम्हारा भाई इसकी आग ठंडी करेगा मेरिई गर्म चुत की रानी
मैं:- हां मेरे गर्म लन्ड के भाईई, पूरा लोडा रगड़ो मेरी चुत पर अहह हहहहह भाईईई
भाई;- बाजीईईई मेरा लोडा कब निगलोगी इस चुत में जान, देखो तो कैसे इस चुत के लिए तड़प रहा है मेरा लोडा,
मैं:- भाई अभी नही अभी बस ऊपर ऊपर मजे करो भाईईईई
भाई:- ठीक है बाजीईईई पर सबसे पहले ये चुत मेरा लोडा खाएगी कह देता हूँ अभी अहहहह क्या गर्म अहसास होगा जब मेरा पूरा लोडा तुम्हारी चुत में फंसा होगा और में तेज तेज चोदकर इसका पानी निकलूंगा मेरी बाजीईईई
मैं:- अहहहह भाईई बहुत गर्म कर दिया अब तेज़ तेज़ रगड़ो इस हलब्बी लोडे को अपनी सगी बाजी की चुत पर, निकाल दो इसपर अपना माल मेरी जान

भाई:- अहहहह बाजीईईई तुम्हारी नंगी चुत के ऊपर माल गिराऊंगा ओर चुत के अंदर भी मेरी जाननननन
मैं:- हां भाईईई जहां दिल करे वहां गिराना बस इस चुत को ठंडा कर दो मेरे सगे भाई जान, अपनी अंजुम की चुत को ठंडा करो अहह भाईईई
दोनों भाई बहन जोश में अनाप शनाप बक रहे थे और अपनी हवस की गर्मी को शांत करने में लगे थे।
भाई ने मेरे दोनों पैर फोल्ड किये और मेरी चुचियों से मिला दिए इस तरह भाई का लोडा अच्छी तरह मेरी गर्म चुत पर घिसड रहा था। मेरी छोटी सी चुत भाई के लोडे से ढकी ही थी जिस तरह भाई ने अपने लोडे को मोटा कर रखा था।
भाई:- लो लोडे को महसूस करो अपनी चुत पर मेरी गर्म रानी, लोडे की घिसाई से पानी पानी कर दूंगा तुझे बाजीईईई अहह ये ले
मैं:- हां भाईईईई ऐसे ही गर्मी निकालो इस चुत की अहह इतना मजा तो कभी नही आया ,या ऊपर वाले कैसे महरूम (दूर) रखा इस लुफ्त से मुझे अहह अम्मिईईईईई मर गयिईईई
तभी भाई ने लोडा चुत से हटाया ओर मेरे सीने पर बैठ गए जिससे मेरी भारी मुलायम चुचियाँ भाई के दोनों चूतड़ों के नीचे दब गई।
हालात ये थे कि भाई ने अपने दोनों चूतड़ मेरी चुचियों पर रखे हुए थे और लोडा हिला कर माल निकालने में लगा हुआ था।
मेरी आँखों मे झांकते हुए भाई लोडा हिला रहे थे कोई 2 मिनट बाद भाई ने दोनों हाथों से मेरा मुँह चोडा किया और लोडे को मुँह पर लगाकर अपना माल गिराने लगे
भाई:- ओह्हहह अहह लो पियो मेरे लोडे का पानी मेरीईई जान, पूरा पानी पिलाऊंगा आज तुझे मेरी गर्म चुत की रानी ये ले
ओर वीर्ये की मोटी मोटी धार मेरे मुँह में जमा होने लगी

में मुँह फाड़े अपने भाई का गाढ़ा मट्ठा इकट्ठा कर रही थी और भाई अपने लोडे को निचोड़ निचोड़ कर पानी डाल रहे थे।
जब लास्ट बून्द भी मेरे तालीम याफ्ता मुँह में डाल दी तो मेरी तरफ देखने लगे जहां उसकी उर्दू पढ़ी लिखी तहजीबदार दार बाजी मुँह में गर्म वीर्या जमा करके मुँह फाड़े लेटी हुई थी।
तभी भाई मुस्कुराते हुए अपने मुँह में कुछ इकट्ठा करने लगे और मेरे मुँह से थोड़ा ऊपर मुँह खोलकर एक थूक की धार मेरे मुँह में आने लगी जिसे मैं मुँह फाड़े खुली आँखों से देख रही थी।
अब ढेर सारा थूक भाई के वीर्या के ऊपर तैर रहा था भाई ने मेरा मुँह बन्द किया और इधर उधर हिला कर मुँह में जमा गर्म वीर्या थूक से मिक्स कर दिया और निगलने के लिए बोला तो ताबेदार बाजी की तरह 3 घूंट में सारा गर्म लावा निगल गयी अहहहह ओर होठों पर जीभ घुमा कर बचा हुआ पानी भी निगल गयी।
भाई सुस्ती में साइड में लेट गए ओर सांस बहाल करने लगे।
थोड़ी देर बाद भाई:- कैसा लगा बाजीईईई अपने भाई का शर्बत
मैं:- कमीने कितना पानी जमा कर रखा है पूरा ही मुँह भर देता है और तुमने मेरे मुँह में थूका क्यों? शर्म नही आती घिनोनी हरकत से तुम्हे
भाई:- बाजीईईई तुम्हारा खुला मुँह देखकर जोश में आ गया तो मैने थूक दिया वैसे भी थूक तो मैने तुम्हारा भी पिया है नाराज ना हो मेरीईई जान ओर भाई ने मेरी चुत को सहला दिया अहह भाई
ऐसा ना करो, अभी भी मन नही भरा क्या
भाई:- ऐसी सेक्सी बाजीईईई हो तो मन कैसे भर सकता है जान
मैं:- पूरा गन्दा कर दिया मुझे चलो अब जाने दो मुझे बहुत देर हो गयी है। देखो 3 बज गए है टाइम का पता भी नही चला।
अम्मी सुबह की दुआ के लिए खड़ी होने वाली होगी
मैं बेड से खड़ी हुई और कपड़े लेकर सलवार पहनने लगी, ऐसा करते हुए भाई लेट कर मुझे देख रहे थे।
जैसे ही मैं ब्रा पहनने लगी भाई खड़े हुए और ब्रा छीन कर मेरी एक चूची को मुँह में गप्प से भर लिया
अहह कमीने छोड़ दे अब तो, अब क्या रह गया है।

भाई ने कोई जवाब नही दिया और चूची को खींच खींच कर पीने लगे जिससे मुझे दोबारा जोश आने लगा, मेने भाई को धकेला तो मेरी चूची भाई के मुँह के साथ खिंचती हुई चली गयी
अहहहहहह अम्मी छोड़ो कमीने भाईईई
भाई को धकेल कर मेने ब्रा ली और पहनने लगी और फिर कमीज दुपट्टा पहन कर बाहर आने लगी
भाई भी मेरे साथ दरवाजे तक आये ओर दरवाजे पर पहुंच कर मेने भाई से अलविदा कहा तो भाई ने मुझे पकड़ कर झुका दिया और दोनों चूतड़ फैला कर मेरी गांण्ड पर नाक मुँह लगा दिया ओर सूंघने लगे। ये सब इतनी जल्दी हुआ कि सम्भलने का मौका नही मिला। एक इज्जतदार पर्दा पसन्द लड़की झुकी हुई थी और उसका सगा छोटा भाई अपनी बहन के चौड़े चौड़े चूतड़ों को फैला कर उसकी गांण्ड की गर्म महक को सूंघ रहे थे। ये सीन देखकर ही मुझे चुत में फिर से झुरझुराहट हुई और 2-3 मर्तबा सूंघ कर भाई ने मुझे छोड दिया
मैं:- ये क्या बत्तमीजी थी भाईईई
भाई:-तुम्हारी गांण्ड सलवार में कयामत लग रही थी मन किया तो सूंघ लिया अब नींद अच्छी आएगी मेरिई जवान बाजीईईई
क्या महक है अहहहह गर्म गर्म गांण्ड की गर्म महक
अब जाओ बाजी कहीं ऐसा ना हो कि में यही झुका कर अपना हलब्बी लुल्ला तुम्हारी चौड़ी गर्म गाँड़ में गाड़ दु, इस गाँड़ ने मेरा जीना मुश्किल कर रखा है बाजीईईई।
में भाई को गर्म होता देख निकलने में ही भलाई समझी ओर नीचे आ गयी और अम्मी के कमरे का दरवाजा खोला तो अम्मी अस्त व्यस्त सोई हुई थी जिससे उसकी कमीज ऊपर उठी हुई थी। अम्मी जान के विशाल मदमस्त चूतड़ बिस्तर पर फैले हुए थे। कोई भी देखे तो अम्मी की सलवार फाड़ कर गांण्ड में गच्च से लोडा ठूस दे, कितने कातिल चूतड़ थे हमारी अम्मी के अहहहहहहह
मैं अंदर गयी और पुराने दिनों को याद करके अपना मुँह अम्मी के विशाल चूतड़ों के पास लाकर सुंघा तो एक गर्म तपिस सा अहसास हुआ। जब भी मैं अम्मी की गांण्ड सूंघती गर्म गर्म तपिस जैसी हवा महसूस करती जैसे गांण्ड ना होकर एक आग की भट्टी हो जिस्से गर्म गर्म आग निकल रही हो।
2-3 बार सूंघकर में साइड में आकर लेट गयी और सो गई।

वक़ार भाई की जुबानी❤️
सुबह में थोड़ी देर से उठा क्योंकि बाजी के साथ बिताए हुए पलों से मुझे अच्छी नींद आई तो मैं देर तक सोता रहा।
मैं फ्रेश हुआ और नहा धो कर नीचे आ गया जहां मेरी प्यारी सी अम्मी किचन में बर्तन धो रही थी। बाजी सुबह मदरसे निकल गयी थी। घर पर सिर्फ अम्मी ही रह जाती थी क्योंकि मैं भी दुकान के लिए निकल जाता था।

अम्मी:- बेटा आज काफी लेट हो गए नास्ता ठंडा हो गया होगा, तुम बाहर बैठो मैं अभी गर्म करके लाती हूँ।
मैं:- हां अम्मी आज पता नही कैसे आंखे नही खुली, नींद काफी देर तक आई, अब जल्दी से नास्ता दो ताकि मैं जा सकू
मेने अम्मी से चाल लगा दी, अब उसे क्या बताता की उसकी कच्ची कली का रस पिया है रात भर।
बहरहाल में नास्ते की टेबल पर गया और कुर्सी पर बैठ गया और मोबाइल में खेल लग गया।
थोड़ी देर बाद अम्मी नास्ता प्लेट में करके ले आई
ओर टेबल पर रखने लगी जो थोड़ा नीचे थी, जिसपर झुक कर प्लेट रखनी पड़ती थी।
अम्मी झुक कर नास्ता रखने लगी जिससे उसका दुप्पटा सरक कर नीचे हो गया और मेरी निगाहें अचानक की अम्मी के क्लीवेज पर चली गयी जहां दुनियां का बेहतरीन नजारा मेरी आँखों के सामने था। मदमस्त मोटी मोटी चुचियाँ जो 60% नंगी मेरे सामने थी। चुचियों का गोश्त अहहहह एक दम भरी हुई सफेद सफेद चूची अहहहह यही बहुत था मेरी हवस को जगाने के लिए।
अम्मी का ध्यान अभी भी नास्ता पर था पर मैं अपनी आंखें गर्म करने में लगा था। अम्मिईईईईई जान ऐसी मादक सुडौल चुचिया क्या कहने इनके। क्या यही वो चुचियां हैं वक़ार जिनसे तूने दूध पिया है, इन्हें मुँह में भरकर खींच खींच कर दूध निकाला है।
इनके दूध से ही तुम्हारा जिस्म हट्टा कट्टा ओर लन्ड मजबूत पाया है। इन्ही सोचो के बीच मे अम्मी की चुचियाँ ताड़ता रहा और गर्म होता रहा तभी अम्मी की आवाज " बेटा नास्ता कर लो गर्म गर्म है फिर ठंडा हो जाना है" और अम्मी की निगाहें मुझ पर पड़ी और मुझे टकटकी निगाहे डालता हुआ देख मेरी नजरों को भांप गयी और जल्दी से खड़ी हो गयी। उसे यकीन नही हुआ कि में अम्मी को ऐसे भी घूर सकता हूँ। जैसे भी हो पर आज किस्मत से मैने अच्छी तरह अम्मी की मादक सुडौल चुचियाँ देख ली थी।
अम्मी ने दुपट्टा सही किया और किचन में चली गयी बची हुई चीजें लेने।

थोड़ी देर के बाद अम्मी ग्लास में दूध लेकर आ गयी, अबकी बार अम्मी ने दुप्पटा सही से ओढा हुआ था पर उभार फिर भी महसूस हो रहा था चुचियाँ थी ही मोटी मोटी अम्मी की
मेने दूध पिया ओर कमरे में जाकर बेग उठाया जिसमे हिसाब किताब के रजिस्टर ओर कुछ पैसे थे।
मेने नीचे आकर अम्मी को सलाम दुआ के बाद बाइक निकाली और दुकान की तरफ चल दिया।
अब्बू की एक्सीडेंट वाली बाइक मेने कबाड़ में बेच दी थी और नई बाइक ले ली थी।
दुकान पर पहुंच कर मेने काम साथ संभाला। मेरी दुकान के कपड़े काफी मशहूर हो चले थे जिससे आमदनी बढ़िया हो जाती।
शाम तक दुकान सम्भालकर में घर चल दिया और रास्ते से कुछ मिठाईयां ओर चॉकलेट का डिब्बा ले लिया, बाजी को चॉकलेट बहुत पसंद थी तो ले लिया।
घर पहुंचकर में फ्रेश होने चला गया और फिर खाना खा कर अम्मी के पास जाकर बतियाने लगा।
अम्मी बाजी ओर मैं आपस मे घर की बाते करने लगे और एक दूसरे के सुख दुख का हाल पूछने लगे।
आज अम्मी कुछ झिझक में थी जैसे उसे कोई बात उलझा रही हो। मैंने अम्मी के चेहरे की तरफ देखा तो काफी परेशान लग रही थी।
मैं:- अम्मी क्या हुआ, क्यों उदास हो आप

अम्मी:- बेटा तुझे देखकर तरस आता है कि पढ़ाई लिखाई की उम्र में घर संभालना पड़ रहा है। वक़्त ने हम सबके साथ क्या खेल खेला है
मैं:- अम्मी जो होना था हो गया, मैं खुश हूं कि मैने घर की जिम्मेदारी अच्छे से सम्भली हुई है। अब्बू के बाद अब मुझे ही इस घर को संभालना है, जो अब्बू छोड़कर गए हैं उसको अच्छे से सम्भाल कर रखना है।
अम्मी:- अहह मेरा बच्चा कितना समझदार हो गया है
ओर बाहें फेल दी तो मैं छोटे बच्चे की तरह अम्मी के सीने से चिपक गया
अम्मी आप खुश रह करो, आपको खुश देखकर ही हमे चैन रहता है और मैने प्यार से अम्मी के गाल पर चुम्मी ली। अम्मी के मखमली गालों पर चूमने से मेरे लन्ड ने बगावत कर दी और तुनक कर खड़ा होने लगा।
अम्मी इस तरह पहली बार चूमने से थोड़ा असहज हुई पर कुछ सोचकर मुस्कुराते हुए मेरे बालों में हाथ फेरा ओर दुआ देने लगी।
थोड़ी देर गपशप के बाद हम सोने के लिए अपने अपने कमरे की तरफ चल दिये.
कमरे में पहुंच कर मैं मोबाइल में खेल लग गया और समय 11 बज गए थे, मुझे बाजी की याद आने लगी तो मैने उसे मेसेज कर दिया
मैं:- हेलो बाजी
कोई 5 मिनट के बाद बाजी का रिप्लाई आया
बाजी:- हां भाई बोलो
मैं:- क्या कर रही बाजी
बाजी:- कुछ नही सोने लगी हूँ।
मैं:- अम्मी सो गई है क्या ??
बाजी:- हां लगभग सौ गईई है। बताओ क्या काम है
बाजी को सब पता था फिर भी मुझे छेड़ रही थी तो मैने
मैं:- कुछ नही बस थोड़ी बहुत बातें करनी है। मन करर रहा है कि बाजी का हाल चाल पुछु कोई चीज चाहिए तो नही।
बाजी:- मुझे कुछ नही चाहिए भाई सो जाओ
मैं:- प्लीज यार आ जाओ मन नही लग रहा अकेले का, थोड़ी देर बात करेंगे।
बाजी:- आ रही हूं पर ज्यादा बदमाशी नही समझे, कल भी बहुत देर लगा दी तुमने
मुझे पता था बाजी भी अब मेरे गर्म जाल में फंसती जा रही है उसे भी मेरी हरकते अच्छी लग रही थी।
(उधर बाजी ने चैट खत्म की ओर अम्मी की तरफ देखा जो करवट लेकर लेटी हुई थी
अम्मी तुम सो रही हो तुम्हारा लाडला बेटा क्या गुल खिला रहा है पता है आपको
वो मुझे नंगा करके लेटाता है और फिर लन्ड की गर्म घिसाई से पानी पानी कर देता है तुम्हारी लाडली की नाजुक चुत को
अहह अम्मी मैं बहक गयी हूँ, मुझे भी अच्छा लगता है भाई के साथ क्या करूँ वो मेरा भाई है और मेरा जिस्म मेरा साथ नही देता। अम्मी माफ कर देना हम दोनों बहुत आगे निकल चुके हैं जहां सिर्फ गुनाह ही गुनाह है, सारी उम्र पर्दे में रहने वाली आपकी लाडली अब मजबूर है जिस्म के आगे, मैंने कोशिश की सम्भलने की पर नही कर पाई, अम्मी आप इजाजत दो की मैं भाई की उम्मीदों पर खरा उतरु ओर सेक्स लाइफ को एन्जॉय करू।
अम्मी में जा रही हूं अपने भाई के पास को मुझे बहाने मार कर बुला रहा है और वहां वो एक तगड़ा लन्ड लिए मेरा इंतज़ार कर रहा है। अम्मी सर् पर हाथ रखो ओर मेरी कामयाबी की दुआ दो
ओह्ह अम्मी तुम कैसे दुआ दोगी तुम तो सोई हुई हो
मेने अम्मी की कमीज को साइड किया और पाओं की तरफ आकर अपना मुँह/नाक अम्मी की मदमस्त चूतड़ों के बीच घुसा दिए और एक गहरी सांस ली अहह हहहहह यही खुसबू तो मुझे पागल कर देती है। ऊपर से तुम मेरी सगी पर्दादार वालिदा अहह कितना मजा है सगे रिस्तो में सेक्स का।
अम्मी तुम्हारी गर्म गांण्ड की खुसबू सूंघकर मुझे आशीर्वाद मिल गया है
कोई 5 मिनट अम्मी की गांण्ड सूंघ कर में धीरे से बेड से उतर गई और अपने मुकाम पर जाने लगी )
Bahut sundar update...pics kam lage
 
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Update please bhai bur fad chudai karna baji ki
 
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