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Uptade 6
कॉलेज छूटने के बाद पायल सीधे रवि के पास आती है और उसकी पीठ पर हाथ मारते हुए चल स्टार्ट कर अपनी बाइक,
रवि- दीदी 5 मिनिट रूको और रवि कॉलेज के गेट की ओर देखने लगता है
पायल- किसी का वेट कर रहा है क्या
रवि- नही वो बस ऐसे ही
पायल- तो फिर मुँह उठाए गेट की ओर क्यो देख रहा है,
रवि दीदी तुम बस 5 मिनिट यही रूको मे अभी आता हू और रवि कॉलेज के गेट के अंदर जाकर सोनिया को अपनी नज़रो से
खोजने लगता है, तभी उसे सोनिया आते हुए नज़र आती है और वह जल्दी से दौड़ कर सोनिया के पास पहुच जाता है और
उसके सामने जाकर खड़ा हो जाता है, सोनिया उसको देख कर रुक जाती है और उसके चेहरे को देखने लगती है,
रवि- हाय सोनिया
सोनिया- तो तुमने मेरा नाम मालूम कर लिया
रवि- सोनिया को देख कर मुस्कुराते हुए, सोनिया कुछ दिन रुक जाओ मे तुम्हारी पूरी जिंदगी मालूम कर लूँगा
सोनिया- मेरा रास्ता छोड़ो और मुझे जाने दो
रवि- सोनिया मे तुमसे कुछ कहना चाहता हू
सोनिया- अपनी आँखे उसे दिखाती हुई, मुझे तुम्हारी कोई बकवास नही सुन्नी है,
रवि- सोनिया का हाथ पकड़ लेता है,
सोनिया- अपना हाथ उसके हाथो से छुड़ाने की कोशिश करती हुई, मेरा हाथ छोड़ो
रवि- सोनिया की आँखो मे देखता हुआ, सोनिया तुम जानती हो तुम गुस्से मे कितनी खूबसूरत लगती हो,
सोनिया- अपना हाथ छुड़ाते हुए, अपनी बकवास बंद करो और आगे से मेरे पास आने की ज़रूरत नही है वरना मे तुम्हारी
प्रिन्सिपल से शिकायत कर दूँगी,
रवि- उसका हाथ छोड़ते हुए, अब तुम चाहे तो मुझे सूली पर चढ़ा दो लेकिन अब रवि के मुँह से अगर कोई अल्फ़ाज़ निकलेगा तो
वह सिर्फ़ और सिर्फ़ एक ही होगा, सोनिया, सोनिया, सोनिया
रवि की बातो को सुन कर सोनिया की साँसे थोड़ी तेज हो जाती है और वह जल्दी से उसके पास से चल देती है और तेज-तेज कदमो से
अपनी स्कूटी स्टार्ट करके उड़ जाती है, रवि जब गेट के बाहर आता है तो
पायल- कहाँ गया था
रवि- कुछ नही बस ऐसे ही थोड़ा कम था,
पायल- उसको घूरते हुए मे सब जानती हू आज कल तू लड़कियो के पीछे बहुत भागने लगा है
रवि- अपने मन मे बाते करता हुआ, दीदी तुम अपने पीछे लगा लो तो मे लड़कियो के पीछे भागना बंद कर दू, पर तुम्हारी
गदराई चूत तो ना जाने किसके लंड को देख कर फड़केगी, और अपनी बाइक स्टार्ट करके पायल को बैठा कर चल देता है,
घर पहुच कर रवि सोफे पर बैठा-बैठा सोनिया के हुस्न को याद करता हुआ बैठा रहता है तभी, पायल दौड़ कर रवि के
पास आकर रवि का हाथ पकड़ कर उठाते हुए
पायल- रवि इधर आ तुझे एक चीज़ दिखाती हू
रवि- उठता हुआ धीमी आवाज़ मे, क्या अपनी चूत खोल कर दिखा रही हो दीदी
पायल- उसके कुछ शब्द को सुनते हुए, क्या कहा तूने
रवि- कुछ भी तो नही कहा , क्या दीदी तुम्हारे भी कान बजते रहते है
पायल- रवि को घूर कर देखती हुई रवि तूने कुछ तो उल्टा सीधा कहा है मेरे बारे मे,
रवि- ओफ्फ हो दीदी मे भला आपके बारे मे कोई उल्टी बात कह सकता हू क्या, आप भी ना, अब खड़ी -खड़ी मुझे क्या देख रही
हो बताओ भी क्या दिखा रही थी
पायल- उसका हाथ पकड़ कर अपने भैया रोहित के रूम मे लेजा कर बेड पर पड़ी बुक को दिखाते हुए जा देख उस बुक मे
क्या है, रवि उस बुक को देख कर सारी बात समझ जाता है और नाटक करते हुए, अरे बुक मे क्या होगा,
पायल- तू बुक खोल कर देख तो सही
रवि- जाकर बुक खोल कर देखता है और पायल को देख कर दीदी क्या गदराया माल है,
पायल- उसको घूर कर क्या बोला
रवि- मेरा मतलब है कितनी खूबसूरत लड़की है कौन है यह
पायल- अपना मुँह बना कर मे भी नही जानती पर भैया की बुक मे है तो हो सकता है भैया की कोई गर्लफ्रेंड हो
रवि- उस फोटो को देखते हुए, हे भैया आप कितने लकी है
पायल- रवि के हाथो से फोटो लेकर वापस बुक मे रखती हुई, अब और कितना देखेगा खा जाएगा क्या उसे,
रवि- दीदी तुम भी ना
पायल- चल निकल बाहर और अपने भैया के रूम का दरवाजा बंद करके बाहर आ जाती है और सोफे पर जाकर बैठ जाती है
रवि भी उसके सामने बैठ जाता है, पायल सोफे से अपनी पीठ टिका कर एक मागज़िने उठा कर पढ़ने लगती है और अपने पैर को
उठाकर टी-टेबल पर रख लेती है, उसके ऐसा करने से सामने बैठे रवि को अपनी दीदी की पूरी पेंटी नज़र आने लगती है, और
उसका मोटा लंड अपनी बहन की पेंटी मे कसी फूली हुई चूत देख कर खड़ा हो जाता है और रवि पायल की नज़रे बचा कर
उसकी चूत को देखने लगता है उसकी मोटी-मोटी कसी हुई जंघे पूरी नंगी लगती है,
कॉलेज छूटने के बाद पायल सीधे रवि के पास आती है और उसकी पीठ पर हाथ मारते हुए चल स्टार्ट कर अपनी बाइक,
रवि- दीदी 5 मिनिट रूको और रवि कॉलेज के गेट की ओर देखने लगता है
पायल- किसी का वेट कर रहा है क्या
रवि- नही वो बस ऐसे ही
पायल- तो फिर मुँह उठाए गेट की ओर क्यो देख रहा है,
रवि दीदी तुम बस 5 मिनिट यही रूको मे अभी आता हू और रवि कॉलेज के गेट के अंदर जाकर सोनिया को अपनी नज़रो से
खोजने लगता है, तभी उसे सोनिया आते हुए नज़र आती है और वह जल्दी से दौड़ कर सोनिया के पास पहुच जाता है और
उसके सामने जाकर खड़ा हो जाता है, सोनिया उसको देख कर रुक जाती है और उसके चेहरे को देखने लगती है,
रवि- हाय सोनिया
सोनिया- तो तुमने मेरा नाम मालूम कर लिया
रवि- सोनिया को देख कर मुस्कुराते हुए, सोनिया कुछ दिन रुक जाओ मे तुम्हारी पूरी जिंदगी मालूम कर लूँगा
सोनिया- मेरा रास्ता छोड़ो और मुझे जाने दो
रवि- सोनिया मे तुमसे कुछ कहना चाहता हू
सोनिया- अपनी आँखे उसे दिखाती हुई, मुझे तुम्हारी कोई बकवास नही सुन्नी है,
रवि- सोनिया का हाथ पकड़ लेता है,
सोनिया- अपना हाथ उसके हाथो से छुड़ाने की कोशिश करती हुई, मेरा हाथ छोड़ो
रवि- सोनिया की आँखो मे देखता हुआ, सोनिया तुम जानती हो तुम गुस्से मे कितनी खूबसूरत लगती हो,
सोनिया- अपना हाथ छुड़ाते हुए, अपनी बकवास बंद करो और आगे से मेरे पास आने की ज़रूरत नही है वरना मे तुम्हारी
प्रिन्सिपल से शिकायत कर दूँगी,
रवि- उसका हाथ छोड़ते हुए, अब तुम चाहे तो मुझे सूली पर चढ़ा दो लेकिन अब रवि के मुँह से अगर कोई अल्फ़ाज़ निकलेगा तो
वह सिर्फ़ और सिर्फ़ एक ही होगा, सोनिया, सोनिया, सोनिया
रवि की बातो को सुन कर सोनिया की साँसे थोड़ी तेज हो जाती है और वह जल्दी से उसके पास से चल देती है और तेज-तेज कदमो से
अपनी स्कूटी स्टार्ट करके उड़ जाती है, रवि जब गेट के बाहर आता है तो
पायल- कहाँ गया था
रवि- कुछ नही बस ऐसे ही थोड़ा कम था,
पायल- उसको घूरते हुए मे सब जानती हू आज कल तू लड़कियो के पीछे बहुत भागने लगा है
रवि- अपने मन मे बाते करता हुआ, दीदी तुम अपने पीछे लगा लो तो मे लड़कियो के पीछे भागना बंद कर दू, पर तुम्हारी
गदराई चूत तो ना जाने किसके लंड को देख कर फड़केगी, और अपनी बाइक स्टार्ट करके पायल को बैठा कर चल देता है,
घर पहुच कर रवि सोफे पर बैठा-बैठा सोनिया के हुस्न को याद करता हुआ बैठा रहता है तभी, पायल दौड़ कर रवि के
पास आकर रवि का हाथ पकड़ कर उठाते हुए
पायल- रवि इधर आ तुझे एक चीज़ दिखाती हू
रवि- उठता हुआ धीमी आवाज़ मे, क्या अपनी चूत खोल कर दिखा रही हो दीदी
पायल- उसके कुछ शब्द को सुनते हुए, क्या कहा तूने
रवि- कुछ भी तो नही कहा , क्या दीदी तुम्हारे भी कान बजते रहते है
पायल- रवि को घूर कर देखती हुई रवि तूने कुछ तो उल्टा सीधा कहा है मेरे बारे मे,
रवि- ओफ्फ हो दीदी मे भला आपके बारे मे कोई उल्टी बात कह सकता हू क्या, आप भी ना, अब खड़ी -खड़ी मुझे क्या देख रही
हो बताओ भी क्या दिखा रही थी
पायल- उसका हाथ पकड़ कर अपने भैया रोहित के रूम मे लेजा कर बेड पर पड़ी बुक को दिखाते हुए जा देख उस बुक मे
क्या है, रवि उस बुक को देख कर सारी बात समझ जाता है और नाटक करते हुए, अरे बुक मे क्या होगा,
पायल- तू बुक खोल कर देख तो सही
रवि- जाकर बुक खोल कर देखता है और पायल को देख कर दीदी क्या गदराया माल है,
पायल- उसको घूर कर क्या बोला
रवि- मेरा मतलब है कितनी खूबसूरत लड़की है कौन है यह
पायल- अपना मुँह बना कर मे भी नही जानती पर भैया की बुक मे है तो हो सकता है भैया की कोई गर्लफ्रेंड हो
रवि- उस फोटो को देखते हुए, हे भैया आप कितने लकी है
पायल- रवि के हाथो से फोटो लेकर वापस बुक मे रखती हुई, अब और कितना देखेगा खा जाएगा क्या उसे,
रवि- दीदी तुम भी ना
पायल- चल निकल बाहर और अपने भैया के रूम का दरवाजा बंद करके बाहर आ जाती है और सोफे पर जाकर बैठ जाती है
रवि भी उसके सामने बैठ जाता है, पायल सोफे से अपनी पीठ टिका कर एक मागज़िने उठा कर पढ़ने लगती है और अपने पैर को
उठाकर टी-टेबल पर रख लेती है, उसके ऐसा करने से सामने बैठे रवि को अपनी दीदी की पूरी पेंटी नज़र आने लगती है, और
उसका मोटा लंड अपनी बहन की पेंटी मे कसी फूली हुई चूत देख कर खड़ा हो जाता है और रवि पायल की नज़रे बचा कर
उसकी चूत को देखने लगता है उसकी मोटी-मोटी कसी हुई जंघे पूरी नंगी लगती है,