एक बार लो निहार नैनो में लेके प्यार, बार बार आपके मै द्वार नहीं आऊंगा
फूल महकाए सारे गांव महकाए, आये , चाहे चली जाए ये बहार नही आऊंगा
आज आर पार, प्यार हो या टकरारा, जाऊंगा जो उस पार, इस पार नही आऊंगा,
कजरारे नयनों से, आज लो निहार ,कल कितना भी करोगी, श्रृंगार, नही आऊंगा