बहुत दिनों से दबी हुई काम वासना आखिर पुरी हुई । जिस कबिले में भाई बहन के बीच शादियां होती है वहां गुरु शिष्य के बीच सेक्सुअल सम्बन्ध बन भी गया तो कोई बुरा नहीं है ।
अकृत मिश्रा ने अपने से बहुत छोटी आर्या के साथ संभोग करके जन्नत का सुख पा तो लिया पर अब उसे अपने लक्ष्य पर भी ध्यान केंद्रित करना चाहिए । ब्लैक कोबरा उसके लिए बहुत बड़ी चुनौती है ।
चूंकि आर्या उस रहस्यमई किताब को पढ़ सकती है तो शायद वो ब्लैक कोबरा तक पहुंचने में अकृत मिश्रा का साथ दे । वो तीरंदाजी में काफी निपुण है , यह भी अकृत के लिए प्लस प्वाइंट साबित हो सकता है ।
बहुत ही बेहतरीन और आउटस्टैंडिंग अपडेट डॉ साहब ।