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कैसे कैसे परिवार: Chapter 72 is posted
पात्र परिचय
अध्याय ७२: जीवन के गाँव में शालिनी ९
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पात्र परिचय
अध्याय ७२: जीवन के गाँव में शालिनी ९
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prkin bhai...maine Raji ke thread/story "Rishton mein Haseen Badlaav" mein procedure likha hain..ki kaise multiple update kaa ek saath reply kar sakte hain..ek baar wahan dekh lijiye..pata chal jaayega...else I can repeat it here...do let me know. Thanks.Mujhe bhi ye seekhna hai.
Par main is prakar se chahunga:
Update # xyz
Comments:
Update #abc
Comments:
Ya har update ke liye alag bhi de sakte ho kyonki sabme character different hain aur khel bhi.
As you wish.
super parkas bhai...aapne seekh hi liya hain ki multiple updates kaa ek saath reply kaise kar sakte hain...great!!Congrats!! :PNice and lovely update.....
Wow..super hot update sirji...indeed a "Mega Update"...Enjoy this Mega Update.
अध्याय ४: चौथा घर - मिशेल और रिचर्ड डिसूज़ा १
शाम को अपने कार्यालय से आने पर रिचर्ड ने मिशेल को किस किया.
"कैसी हो हनी?"
"आई ऍम फाइन. तुम?" मिशेल इतने साल बाद भी हिंदी में ठीक से बात नहीं कर पाती थी. रिचर्ड इस पर आश्चर्य करता था क्योंकि केरल का होने के बाद और विदेश में रहने के बाद भी उसकी हिंदी अच्छी थी.
"जैसन का कॉल आया था, वो दो सप्ताह बाद आ रहा है. कह रहा था की ईव, ऐलिस और मार्क भी आने को मान गए हैं." रिचर्ड ने बताया.
"वाओ, देट इस गुड न्यूज़. बहुत मजा आएगा. शैली तो ऐलिस की बड़ी फैन है."
"और मैं भी." रिचर्ड ने हंस कर कहा.
"यू नॉटी मैन ! बस तुम्हारा दिमाग में बस एक ही चीज़ रहता है."
"अरे जिसे तुम्हारे जैसी जूसी (रसीली) बीवी मिली हो वो और सोच भी क्या सकता है. अच्छा, सुनो वो क्लब के केयर टेकर को कहना चार रूम ब्लॉक कर दे. जैसन के बिज़नेस पार्टनर्स भी आ रहे हैं उसके साथ. कह रहा था यहीं रोक लें तो ठीक है."
"ओह, अच्छा, रिकी और डॉन से मिले हुए बहुत दिन हो गए."
"यू नॉटी गर्ल." रिचर्ड ने मिशेल के कुछ देर किये कथन को ही मोड़कर बोला।
दोनों हंस दिए. फिर रिचर्ड नहाने चला गया.
*************
"हे सिस !" डेविड ने खाने के बाद शैली को पुकारा।
"यस, ब्रदर डियर."
"तुमने सुना, मामा और फॅमिली आ रहे हैं."
"ओ या. कूल. पिछली बार बहुत मजा आया था साथ में. मार्क बहुत हॉट है."
"और ऐलिस बहुत स्वादिष्ट."
"हम्म्म, पापा की भी लार टपकने लगती है उसे देखकर. और तेरा कुछ बना एंजिल आंटी के साथ?"
एंजिल शैली की सहेली शिरीन की माँ थी. डेविड उसकी माँ के चक्कर में था.
"कल बुलाया है घर में कुछ सामान एडजस्ट करने के लिए. तुम और शिरीन कल कोई मूवी देखने चले जाओ. "
"अच्छा जी! और मुझे क्या मिलेगा?"
डेविड ने उसके कान में कुछ फुसफुसाया.
"ओके, मैन. डन. मैं उसे मूवी ले जाऊँगी और रात में तेरी मूवी देखूँगी."
डेविड ने अपनी हर आंटियों के साथ चुदाई का वीडियो बनाता था. इनका तात्पर्य मात्र मनोरंजन होता था. शैली को इनका ज्ञान था और वो कभी कभी उनका उपयोग भी करती थी.
"ओके गुड नाईट."
दोनों अपने अपने कमरों में चले गए.
**********
दो सप्ताह बाद:
मिशेल ने दरवाज़ा खोला तो अपने बड़े भाई जैसन को खड़ा देखा. उसके साथ कुछ सूटकेस भी थे.
"जैसन!" मिशेल ने ख़ुशी दिखते हुए कहा, "कैसे हो?"
"बहुत अच्छा!" जैसन ने अपनी बहन को बाँहों में लेकर कहा.
और फिर उसने मिशेल को अपनी बाँहों में उठा लिया. मिशेल उसके ताकतवर शरीर में सिमट गई. मिशेल ने अपनी बाहें जैसन के गले में डाल दीं। उसे उठाए हुए जैसन सोच रहा था कि हालाँकि वो हमेशा उसे अपनी बेबी समझता था, पर अब उसे देखकर उसकी परिपक्वता का अहसास होता था. ये सोचते हुए उसका लंड खड़ा होने लगा. मिशेल के चेहरे पर मुस्कान आ गई.
उसने मन में सोचा, "मेरा ठरकी भाई, फिर चुदाई के बारे में सोचने लगा है."
जैसन ने उसे नीचे उतारा और ध्यान से देखा. अब चूँकि वो घर में अकेली थी और ये अनुमान किये हुए थी कि जैसन २ घंटे बाद आएगा, तो वो एक हलके टॉप और शॉर्ट्स ही पहने हुए थी.
"तुम इन कपड़ों में बिलकुल गुड़िया लग रही हो."
"मैं इनके बाहर और भी अच्छी लगती हूँ, लोग तो यही कहते हैं."
"तुम पिछले ६ महीने में बहुत अच्छी लगने लग गई हो, मिशेल." जैसन बोला, "इतना जितना कि तुम सोच भी नहीं सकते." उसने मन ही मन सोचा.
"ईव और बच्चे कहाँ है?" मिशेल ने पूछा.
"वो थोड़ा कुछ सामान लेने के लिए रुक गई. आ जाएगी १ घंटे में."
"अरे मैं भी कितनी बुद्धू हूँ, बाहर खड़ा किया हुआ है. अंदर आओ और विश्राम करो."
मिशेल अंदर की ओर मुड़ी और जैसन उसके पीछे हो लिया. वो मिशेल के मटकते हुए नितम्ब देखकर विचलित हो गया. सोचने लगा की वो उनके साथ क्या क्या न करेगा. अपने बैग उसने बाहर ही छोड़ दिए.
"सब लोग कहाँ हैं?" जैसन ने पूछा।
'रिचर्ड तो ऑफिस में है, शैली अपनी सहेली के घर गई है, आएगी शाम तक. डेविड स्विमिंग पूल में तैर रहा है."
"हाँ गर्मी तो बढ़ गई है."
"चाहो तो उसको ज्वाइन कर लो पूल में."
"अभी नहीं. बाद में देखेंगे. अभी बहुत थकान है. अगर एक ड्रिंक मिल जाये तो अच्छा लगेगा." सोफे पर लुढ़कते हुए जैसन ने कहा.
मिशेल ने जैसन को उठाया और ऊपर के एक कमरे में ले गई. "ये तुम्हारा और ईव का कमरा है. मार्क सामने के कमरे में रहेगा. लड़कियों को मैंने एक साथ कर दिया है."
"थैंक्स, सिस!" जैसन ने अपने बैग बिस्तर पर रखते हुए कहा.
"तुम फ्रेश हो जाओ, और फिर नीचे आओ. कॉफी या ड्रिंक जो भी इच्छा हो, ले लेना. मुझे घर की सारी न्यूज़ और गॉसिप चाहिए."
मिशेल ने जैसन के होठों पर एक हल्का सा चुम्बन जड़ा और चली गई. बाहर डेविड ने अपने कसे शरीर को स्विमिंग पूल से बाहर खींचा और तौलिये से पोंछते हुए घर की ओर आने लगा. वो अपने मामा के परिवार के बारे में ही सोच रहा था. ऐलिस के बारे में सोचकर उसका लंड अकड़ने लगा. उसकी मामी भी कुछ कम न थी, झरहरी और हर अंग मानो नपा तुला हो.
"ये दो हफ्ते सच में बहुत आनंद दायक होने वाले हैं." उसने मन में सोचा.
घर में प्रवेश करते ही उसकी ऑंखें रसोई की ओर गयीं जहाँ उसकी माँ मिशेल कुछ काम कर रही थी. शॉर्ट्स में उसकी हिलती हुई गांड देखकर डेविड के लंड का हाल और बुरा हो गया. वो चुपके से मिशेल के पीछे गया और बाएं हाथ से एक मम्मा पकड़ लिया और दाएं हाथ सी उसकी चूत को कपडे के ऊपर से ही मसलने लगा.
"मॉम, कैन वी फक?" पलक झपकते ही उसे अपने दाएं हाथ में कुछ गीलापन महसूस हुआ.
"डेविड, नो !" मिशेल ने फुसफुसाते हुए कहा.
"क्या हुआ, मॉम. क्या मन नहीं है? "
"नहीं बेटा , जैसन आ गया है अभी 15 मिनट पहले. हमें अब संयम रखना होगा. समझे।"
पर डेविड ने रुकने की जगह अपने दाएं हाथ से मिशेल को चूत को मुट्ठी में ले लिया.
"तो हम अब ये सब नहीं कर सकते, मॉम?" डेविड ने चूत पर दबाव बढ़ाते हुए पूछा.
"मेरा भी बहुत मन है, मैंने सोचा था की जैसन २ घंटे बाद आएगा और हमारे पास समय रहेगा. पर वो पहले ही आ गया. हम अब कुछ नहीं कर सकते. समझो प्लीज."
"अरे वो सो गए होंगे इतनी लम्बी फ्लाइट के बाद, चलो एक राउंड लगाते हैं."
"नहीं, बिलकुल नहीं. बाद में. प्रॉमिस. जब सब सो जायेंगे."
"ओके मॉम"
डेविड को भी समझ में आ गया कि उसकी माँ, पिता और बहन के बीच जो है, उसे किसी को पता नहीं चलना चाहिए.
"आज रात, पक्का. अपनी ताकत बचा कर रखना।"
मिशेल ने अपने कपडे बदलने के लिए अपने कमरे ओर प्रस्थान किया. उसे चिंता थी की जैसन उसे इस गीली शॉर्ट्स में देख न ले. पर देर हो चुकी थी. जैसन ने जब डेविड की आवाज़ सुनी थी तो वो नीचे आ गया था उससे मिलने. पर उसने जो सुना उसके बाद उसका मन प्रसन्न हो गया. उसे अपने बेटे मार्क, पत्नी ईव और बेटी ऐलिस की याद आ गई. खास तौर पर पत्नी ईव की जिसे लम्बे चौड़े पुरुष जिनके लंड बड़े और मोटे हों अत्यंत लुभावने लगते थे. और जैसन को कमसिन लड़कियों में ज्यादा दिलचस्पी थी, वो भी लंड के मामले में कम नहीं था, वर्ना ईव उससे शादी कभी न करती. दोनों आपसी अनुमति से बाहर भी सेक्स का सुख उठाते थे. और कई बार एक साथ.
अब डेविड और मिशेल की बातें सुनकर उसे नई आशा दिखी कि जो हुआ अच्छे के लिए हुआ. पिछली बार दोनों परिवार निकट आने से कुछ ही दूर रह गए थे. समय के अभाव के कारण वो अंतिम सीमा पर न कर सके थे. पर ये अवश्य ही था कि वो इस बार चुदाई करने वाले थे, एक परिवार के रूप में.
"हमम्म , ये दो हफ्ते बहुत आनंदकर होने वाले हैं." सोचते हुए जैसन ने मिशेल के कमरे की ओर चल दिया.
कमरे का दरवाज़ा हल्के से ही अटका था. अंदर मिशेल कपडे बदल रही थी. इतने में ही जैसन को उसकी चूचियों और कसी गांड का दर्शन हो गया. उसका हाथ अनायास ही अपने लंड पर गया और वो उसे पैंट में ठीक करने लगा. मिशेल ने एक हल्की सी ड्रेस निकाली और पहनने लगी. ऐसा करने में जैसन को उसकी पनियाई हुई चूत भी दिख गई. घर के वातावरण के कारण आजकल मिशेल अंगवस्त्र नहीं पहनती थी.
"अब बहुत हो गया. इसे अब चोदना ही होगा। नहीं तो मैं पागल हो जाऊँगा." सोचते हुए जैसन मिशेल के पीछे गया और उसे बाँहों में ले कर उसके मम्मे दबाने लगा. मिशेल बिचक गई.
"डेविड, मैंने मना किया न. रात में चोद लेना मुझे, प्लीज अभी छोड़ो. जैसन कहीं देख न ले ".
"अब देर हो गई, सिस डियर!" जैसन ने उसके कान में हलके से फुसफुसाया और अपने हाथों से मम्मे दबाना चालू रखा, “ये जैसन ही है.”
मिशेल के मुंह से एक हलकी सी कराह निकल गई. जैसन अब उसके मम्मे और घुंडियां मसल रहा था.
"जैसन तुम! मैंने सोचा कि..." वो रुक गई "तुम यहाँ क्या कर रहे हो?"
"वही जो हम कई बार पहले भी कर चुके हैं,"
"नहीं जैसन, अब नहीं. प्लीज." मिशेल ने ऐतराज़ जताते हुए कहा. पर उसे जैसन का लंड पीछे से कड़ा होते हुए अनुभव हो रहा था.
"तो कब, स्वीट सिस? रात तो तुमने डेविड को प्रॉमिस किया है." जैसन ने एक हाथ से मिशेल के मांसल नितम्ब दबाते हुए पूछा.
"अहम्म्म्म" मिशेल को उत्तर नहीं सूझा. फिर यकायक उसने जैसन के मुंह को अपनी और खींचा और एक गहरा चुम्बन लिया.
"सच है, अभी जैसा कोई समय नहीं. मैं तुम्हें चोदना चाहता हूँ. अभी. शायद मुझे दुनिया में अभी कुछ और नहीं चाहिए." जैसन ने आग्रह किया.
"उउउउउउउह, मैं भी चाहती हूँ जैसन. पर ईव और बच्चे"
"उनकी चिंता न करो, वो इतनी जल्दी नहीं आने वाले। आ जाओ."
"इन कपड़ों के साथ? तुम कपड़े तो निकालो."
जैसन की ऑंखें मिशेल पर से हठ नहीं रही थीं. मिशेल आकर उसके गले लग गई.
"ओह जैसन! कितने दिनों बाद मिले हो. तरस गई थी मैं तुम्हारे लिए."
"मैं भी, सिस, मी टू. पर अब दो सप्ताह यहीँ हूँ. और तुम्हारे परिवार में अब लगता है म्हारे देश का खुलापन भी आ गया है, तो हम इसका पूरा बेनिफिट लेंगे."
जैसन ने जल्दी में अपने कपड़े उतारे और मिशेल को चूमते हुए उसे बिस्तर पर लिटा दिया. मिशेल के दोनों पांव फैलाकर अपना मुंह मिशेल की सुबकती चूत पर रखा और भूखों की तरह चाटने लगा. मिशेल की चूत तो पहले ही से पनियाई हुई थी, जैसन की जीभ अंदर जाते ही उसने पानी छोड़ दिया. मिशेल से भी अब रहा नहीं जा रहा था. डेविड ने उसके शरीर की अग्नि को प्रज्ज्वलित कर दिया था. अब वो चाहती थी कि जैसन देर न करे और जल्दी से उसे चोद दे, जैसे कि उसका बेटा और पति चोदते हैं.
"ओहहहह जैसन, माई डार्लिंग ब्रदर. अब मुझे चोद ही डालो, मुझसे सहन नहीं हो रहा. पुट योर कॉक इन माई पूसी."
जैसन ने दो उँगलियों को उसकी चूत में चलते हुए हलकी गर्जना के साथ कहा," येअहह बेबी सिस , मैं अब अपने मोटे लंड से तुम्हारी पूसी की धज्जियाँ उड़ा दूंगा."
"प्रॉमिसेस, प्रॉमिसेस!" मिशेल ने मचलते हुए उत्तर दिया, "बोलो मत करके दिखाओ."
"अपने पाँव और फैलाओ. क्योंकि बिग ब्रदर अपना ये लंड तुम्हारी चूत में पेलने वाला है."
जैसन ने अपना लंड चूत के मुंह पर रखा और धीरे धीरे अंदर डालने लगा.
"तुम्हें मेरा लंड बहुत पसंद है न, सिस ?"
मिशेल ने हामी भरी.
"अब पेल दो पूरा, अब देर मत करो, फक मी लॉन्ग एंड हार्ड."
"ओके, सिस ! एज़ यू विश." कहते हुए जैसन ने एक लम्बा शॉट मारा और पूरा लंड अंदर पेल दिया.
"आह!" मिशेल ने सीत्कार भरी. "क्या तुम ऐलिस को भी ऐसे ही चोदते हो?"
"एह एह यह." जैसन ने अपने लंड को अंदर बाहर करते हुए कुछ बुदबुदाया.
"तुम्हें उसकी चूत का स्वाद बहुत पसंद होगा, है न?" मिशेल ने जैसन को उकसाते हुए पूछा, "उउउउउउउह, फक!'
"और तुम्हें डेविड के लंड का स्वाद पसंद होगा. क्यों, सिस ?" जैसन ने प्रश्न किया.
"बहुत ज्यादा, मामा। " डेविड ने पीछे दरवाज़े से टिप्पणी की. "अरे मॉम, तुम चुदते हुए इतना हल्ला क्यों करती हो? मुझे किचन तक सुनाई दे रहा था."
मिशेल ने डेविड की ओर सिर किया तो देखा वो दरवाज़े से टेक लगाकर मुस्कुरा रहा था. स्विमिंग ट्रंक्स में से उसका तना हुआ लौड़ा टेंट बनाये हुआ था. जैसन की तो साँस रुक गई. उसने धक्के मारना बंद कर दिया और हतप्रभ खड़ा हो गया.
"डेविड!" मिशेल ने डांटने के अंदाज़ में कहा, "तुम दरवाज़ा खटखटाना कब सीखोगे? तुमने तो हमें डरा ही दिया."
डेविड ने उनकी बात को नकारते हुए जैसन को सम्बोधित किया, "हेलो जैसन अंकल, मॉम की चूत बहुत स्वादिष्ट और रसीली है, है न?"
जैसन और मिशेल इस प्रश्न पर हक्के बक्के हो गए.
अंततः मिशेल ने कहा "डेविड, इतनी अश्लीलता की कोई ज़रुरत नहीं थी. "
"पर आपको तो मेरी ऐसी ही बातें पसंद हैं न मॉम?" डेविड ने अपनी माँ के पास बिस्तर पर बैठकर उसके नंगे शरीर को भूखी आँखों से देखकर कहा, "और दूसरी बात ये कि ये सच है. हैं न जैसन अंकल?"
जैसन ने हकलाते हुए कहा, "ह ह ह हाँ. सच तो है." जैसन थोड़ा अजीब सा मह्सूस कर रहा था. यहाँ वो अपना लंड अपनी बहन की चूत में डाले खड़ा था और उसका भांजा ऐसे बातें कर रहा था जैसे ये साधारण घटना हो. हालाँकि रसोई में सुनी बातों से उसे अनुमान था कि ऐसा सम्भव है, परन्तु देखना और सुनना एक भिन्न अनुभव होता है.
"चोदने में भी बहुत मजा आता है न?"
मिशेल ने डेविड के पेट पर कोहनी मारी। "तुम बहुत नटखट हो रहे हो."
"क्या मॉम, चुदवा तुम रही हो और नटखट मैं. वाह क्या तर्क है."
सुनकर तीनों हंसने लगे. मिशेल ने डेविड को पास खींचकर उसे अपनी बाँहों में भर लिया.
"तुम क्या स्विमिंग से सीधे आ गए हो? तुम अपने कपडे निकाल ही दो, पूरा बेड गीला हो रहा है."
"अब आपने सार्थक बात की है, मॉम"
डेविड ने अपने स्विमिंग शॉर्ट्स को उतार फेंका. मिशेल के मुंह से लार टपकने लगी. जैसन भी उसके बलिष्ट शरीर और तगड़े लंड को देखकर इम्प्रेस हुआ. ईव इससे चुदवाती हुई कैसी दिखेगी? ये सोचकर उसका लंड और तन गया, और इसे मिशेल ने भी अनुभव किया. मिशेल को दो लौडों से एक चुदने में बहुत आनंद आता था. पति और पुत्र के साथ तो वो चुदवाती ही थी, पर आज वो उसके भाई और बेटे से चुदेगी तो सोने पर सुहागा होगा! मिशेल ने दोनों लंड अपने हाथों में ले लिए.
"क्या दमदार हथियार हैं ये दोनों. समझ नहीं आता कि किसे पहले चूसूं."
"फर्स्ट कम, फर्स्ट सर्वड, मॉम। तो पहले जैसन अंकल. वैसे भी वो हमारे गेस्ट हैं तो पहले उनकी ही सर्विस होनी चाहिए."
"क्या संस्कार दिए हैं तुमने अपने बच्चों को, सिस !" जैसन ने व्यंग्य से हँसते हुए कहा.
"तुम इसे अच्छे से समझ लो, बिग ब्रदर." जैसन को बिस्तर पर लिटाते हुए मिशेल ने कहा, "क्योंकि अगले दो सप्ताह हम सब एक दूसरे को बहुत अंतरंग रूप से जानने वाले है." ये कहकर मिशेल ने बिस्तर पर घुटनों के बल होकर जैसन का खड़ा लंड अपने मुंह में गपक लिया.
पीछे से डेविड ने मिशेल के पिछवाड़े का निरीक्षण किया। दोनों नितम्बो की गोलाईयों पर प्यार से हाथ फिराते हुए उसने अपने दाएं हाथ से चूत की पंखुड़ियों पर घर्षण आरम्भ किया. मिशेल ने अपने पांव थोड़े और फैला दिये. डेविड ने उस आनंद की गुफा को फड़फड़ाते हुए महसूस किया.
"ये लंड माँग रही है." उसने सोचा. “परन्तु जैसन अँकल को ही पहले चोदना चाहिए. वैसे भी मैंने उनकी चुदाई में रोक भी लगाई है.”
मिशेल ने पीछे मुड़कर डेविड के चेहरे के भाव देखे. वो जान गई की डेविड को क्या चाहिए था. पर आज वो पहले अपने भाई से चुदवाने के लिए कटिबद्ध थी. उसे डेविड का दिल तोडना पड़ा.
"डेविड, सन. थोड़ी देर मेरी चूत से खेलो जब तक में तुम्हारे अंकल के लंड को तैयार कर लूँ। "
"मॉम, मैं तो इसे चोदना ज्यादा पसंद करूंगा." डेविड ने मायूसियत से कहा, "पर कि अंकल गेस्ट हैं और उनको पहले हक़ है."
"डेविड, प्लीज मुझे चुदने के लिए तैयार करो. बदले में तुम जो चाहोगे मैं करूंगी."
"ओके, मॉम, डील." गांड लुपलुपाते छेद पर नज़र डालकर डेविड ने अपनी उंगलियां मिशेल की खुली चूत में डाल दीं।
मिशेल ने फिर अपना ध्यान जैसन के लण्ड को चूसने में लगाया. मिशेल इस कला में पारंगत थी. कुछ ही समय में जैसन की हवा निकल गई. उसका पानी छूटने लगा और वो मिशेल के मुंह में ही झड़ गया. मिशेल ने बिना किसी आपत्ति के सारा रस पी लिया. नीचे उसकी चूत अब बेचैन हो रही थी. उसने एक बार फिर से चाट चाट कर जैसन के लंड को तैयार किया.
“एक बार झड़ चुके हो ब्रो डियर, अब लम्बी चुदाई कर सकते हो. प्लीज फक मी नाउ! अब वेट नहीं हो रहा."
"और मेरा क्या, मॉम ?"
"तुम माय डियर सन, कम टू मम्मी. मैं तुम्हारा लंड को चूसूंगी."
"ओह येह!"
जैसन ने उसकी चूत में लंड पेला और डेविड ने उसके मुंह में लंड पेलना आरम्भ कर दिया. सब इतने उत्तेजित थे, कि कुछ ही क्षणों में द्रुत गति पकड़ ली. पर इस आसान में मिशेल को परेशानी हो रही थी, तो उसने दोनों को रोका, डेविड को लिटाया और घोड़ी के आसन में उसका लंड मुंह में भर लिया. जैसन ने पीछे जाकर उसकी चूत में लंड वापिस पेल दिया और जबरदस्त धक्के लगाने लगा.
"ओह्ह्ह्हह, आआआआह जैसन, तुम कितने अंदर तक दस्तक दे रहे हो. चोदो जोर से, हार्डर ब्रदर हार्डर। "
"माँ चिल्लाओ मत, मेरा लंड चूसो."
"मममममपहहहफ़फ़फ़फ़फ़."
"तुम्हारी चूत तो बहुत कसी हुई है." जैसन धक्कों के साथ बोला।
"बिलकुल टीन-एजर लड़कियों की तरह, है न अंकल? ये सब मम्मी की विशेष व्यायाम का कमाल है. केजेल एक्सरसाइज का."
"सच में, ऐसा लग रहा है की लंड वैक्यूम क्लीनर में हो. प्लीज़ ईव को भी सीखा देना।"
“अवश्य सीखा दूँगी.”
परन्तु मिशेल अब झड़ कर अपने घर के काम में लगना चाहती थी. सबकी सहमति से बाद में कभी भी चुदाई की जा सकती थी. न जाने कब ईव और बच्चे आ जाएँ और अवसर आपदा बन जाये. उसने दोनों को उकसाते हुए तेज होने को कहा.
"अब ये कमेंटरी बंद करो और फटाफट चोदो , मैं झड़ने के निकट हूँ."
"ओके" मामा भांजा एक स्वर में बोले और लगे धुआंधार चुदाई करने.
कुछ ही क्षणों में मिशेल चीखती हुई झड़ गई. ये देखकर जैसन और डेविड भी गति बढ़ाते हुए शिखर पर पहुँच गए. पहले जैसन का पानी छूटा. उसके पानी से जैसे मिशेल की चूत में झील बन गई. और फिर डेविड ने उसके मुंह में अपना पानी छोड़ दिया. मिशेल ने लगभग पूरा पी लिया, जो बचा उसे अपने मुंह पर मल लिया.
"आज मेरे प्रोटीन शेक के दो डोज़ हो गए." उसने संतुष्टि से कहा.
"अभी और बाकी हैं मॉम. अभी मॉर्निंग ही है."
"चलो, अब हटो और मुझे रेडी होने दो."
तीनों ने फटाफट कपडे पहने, और कमरे के दरवाज़े को खोला तो स्तब्ध रह गए. सामने रिचर्ड और शैली खड़े थे और मुस्कुरा रहे थे. जैसन हड़बड़ा गया. पर शैली ने उसे गले लगा लिया. और गाल पर एक चुम्बन दिया. रिचर्ड ने अपना जैसन के हाथ से मिलाया.
"लगता है तुम्हारी बहन ने तुम्हे वेलकम पार्टी दे दी है. वेलकम टू अवर होम, ब्रो इन लॉ. " रिचर्ड ने आंख मारते हुए कहा.
जैसन ने थोड़ा सकुचाते हुए रिचर्ड से हाथ मिलाया।
“अगर थके न हो तो, एक ड्रिंक हो जाये.” रिचर्ड ने आग्रह किया.
“ठीक है.”
जीजा साले बैठक में अपनी ड्रिंक लेकर बैठ गए.
रिचर्ड: “मुझे तुम्हारे और मिशेल के पूर्व संबंधों के बारे में पहले से पता है. उसने मुझे विवाह से पहले ही सब कुछ बता दिया था. और अब तुम ये भी जान गए होगे कि हमारे घर में भी हम सब एक दूसरे के साथ चुदाई करते हैं. मेरा और मिशेल का ये समझौता भी है कि हम बाहर भी किसी से सेक्स कर सकते हैं, कुछ नियमों को मानकर.”
जैसन: “अच्छा.”
रिचर्ड: “तुम तो जानते हो साउथ अफ्रीका में उन्मुक्त सेक्स का चलन है. इसी कारण हम दोनों ने एक दूसरे को कभी रोका नहीं. परन्तु, ये बात बाहर भी किसी को पता न हो, इसीलिए हम अन्य लोगों से संबंध इस नगर में नहीं करते. अब जब तुम यहाँ हो तो समस्या नहीं रहेगी. हालाँकि तुम्हारा संघर्ष मेरे और डेविड के समय से भी होगा. ये तो हमारी बात हुई. क्या तुम ये सब मैनेज कर पाओगे? तुम्हारे घर में कैसा वातावरण है?”
जैसन: “मैं जैसे आपकी बात सुन रहा था तो मुझे लग रहा था कि आप मेरे ही शब्द बोल रहे हैं और मेरे ही परिवार की बात सुना रहे हैं. हमारी भी एकदम यही जीवन शैली है. ईव और मैं एक क्लब के सदस्य भी हैं जहाँ हम अदला बदली करके एक दूसरे की पत्नियों को चोदते हैं. ये हमारे लिए और भी सटीक बैठता है क्योंकि मुझे अफ़्रीकी औरतें बहुत भाती हैं, और ईव को पुरुष.”
“हाँ, मिशेल बता रही थी कि ईव को लम्बे,कड़क और तगड़े लंड बहुत पसंद हैं. इसीलिए उसने तुमसे शादी भी की थी क्यूंकि तुम इस विभाग में वरदान प्राप्त है. “मार्क और ऐलिस भी इसमें भाग लेते हैं?”
“हाँ आपके पिछले बार आने के बाद एक और शयनकक्ष बनवाया है जिसमे हम चारों एक साथ चुदाई कर पाते हैं. इसका उपयोग हम सप्ताह में १-२ दिन कर ही लेते हैं. परन्तु वो कक्ष केवल हम चारों के ही लिए है. ईव तो अब कह रही है कि वहीँ सोने लगें, पर उसमे बिस्तर के सिवाय कुछ और लगाने का स्थान ही नहीं है.”
“आइडिया बहुत अच्छा है, हमने तो पहले ही ऐसा एक क्रीड़ांगन बनवा लिया था, नीचे तलघर में. आओ, तुम्हें दिखाता हूँ.”
ये कहकर रिचर्ड ने ड्रिंक समाप्त की और खड़ा हो गया और जैसन को लेकर तलघर में चला गया.
नीचे पहुंचकर जैसन की ऑंखें चौंधिया गयीं। तलघर इतना बड़ा था, जितना कि ऊपर का पूरा घर. उसके अंदर एक आधुनिक जिम था, एक छोटा तरण ताल, एक बार जिसमें अभी कोई बोतल नहीं थी. एक छोटी रसोई जिसमें फ्रिज और डीप फ्रिज थे. उसमे बारबेक्यू करने का भी प्रबंध था, और एक प्रोजेक्टर था.
एक कांच से बना हुआ कमरा था जो कि काफी बड़ा था. अंदर दो बड़े टीवी थे और बड़े बड़े सोफे लगे हुए थे. ये सोफे कम और बिस्तर अधिक लग रहे थे. इतना विहंगम दृश्य देखकर जैसन सम्मोहित ही गया.
“ब्रो, दिस इस अमेजिंग. यहाँ पार्टी भी करते हो क्या?”
“हाँ घर की पार्टियां यहीं होती हैं.” रिचर्ड ने आँख मारते हुए कहा, “बाहर की भी पार्टी में इधर ही करते हैं, पर उस समय हम कुछ परिवर्तन कर देते हैं.”
“ईव तो इसे देखकर पागल ही हो जाएगी. पर ये रह कहाँ गई है? दो घंटे होने को आये, अभी तक न जाने कहाँ है. ऐलिस भी साथ में ही है. मार्क का भी कुछ पता नहीं.” उसने फोन निकाला तो सिग्नल नहीं था.
“ऊपर चलकर कॉल करता हूँ.”
ऊपर आने के पश्चात् उसने ईव को फोन मिलाया.
क्रमशः
1128200
Nice and lovely update.....अध्याय ५: पाँचवाँ घर - शोनाली और जॉय चटर्जी १
दृश्य १
समय: शाम के आठ बजे
स्थान:घर में .
हलकी मद्धिम प्रकाश से नहाये हुए कमरे में तीन लोग थे. एक नंगी स्त्री अपने पांव फैला कर लेटी हुई थी. एक दूसरी स्त्री, जो उस ही की तरह नंगी थी, उसके ऊपर लेटी थी और उसकी जांघों के बीच अपना चेहरा छुपाये हुए थी. पहली स्त्री अपने मोटे और गुदाज मम्मों को अपने ही हाथों से मसल रही थी. बीच में रह रह कर वो दूसरी स्त्री का सिर अपने जांघों के बीच में जोर से दबा देती. उसके मुंह पर दूसरी स्त्री अपनी चूत लगाए हुए थी जिसे वो बड़ी बेसब्री और प्यार से अपनी जीभ से कुरेद रही थी. दूसरी स्त्री बीच बीच में सिहर उठती थी. उसकी सुन्दर मखमली नितम्बों के बीच इस समय एक लम्बा और मोटा लंड घुसा हुआ था जो उसकी गांड के अंदर आवागमन कर रहा था.
"सागरिका, तुम बार बार मेरी चूत से अपना मुंह क्यों हटा लेती हो?" नीचे वाली स्त्री ने शिकायत से कहा.
"बुआ, अभी थोड़ी देर में जब हमारी जगह बदलेगी और पापा का ये लौड़ा तुम्हारी गांड फाड़ रहा होगा न तब मैं भी तुमसे यही पूछूँगी."
सुमति हल्के से हंस दी. "अभी देर है उसमें. जॉय तेरी गांड को इतनी जल्दी नहीं छोड़ने वाला. मेरा नंबर आने में अभी समय है. ऊई माँ. काटती क्यों है! "
सागरिका ने अपना सिर घुमाकर पीछे अपने पिता को प्यार से देखा. "पापा थोड़ा तेज करो न. मेरी गांड में खुजली हो रही है आपके इतना धीरे करने से."
"ओके, बेटी." कहकर जॉय ने अपनी गति थोड़ी बड़ा दी. पर बहुत नहीं. उसे अपनी बेटी की अपेक्षा का अच्छे से पता था. उसे पता था की कब और कितना गहरा और तेज़ जाना है.
दृश्य २: उसी दिन दोपहर ४ बजे.
स्थान: दिंची क्लब
दिंची क्लब में आज नए सदस्य का साक्षात्कार था. ये एक बहुत ही विशिष्ट क्लब था, जिसकी सदस्यता मात्र और एकमात्र अनुशंसा या आमंत्रण से मिलती थी. इस समय इसके मात्र १३ सदस्य थे. ये सभी महिलाएं थीं. १५ युवक भी थे परन्तु उनका विवरण और पद सदस्य नहीं था, इन्हें रोमियो की उपाधि दी गई थी. इस क्लब का विचार और संकल्पना शोनाली की थी. परन्तु इसका सञ्चालन पार्थ के ही हाथ में था.
इस क्लब की विशेषता थी, इसकी सदस्यता के माप दंड.
१. इसमें स्त्रियों को ३० वर्ष की आयु से अधिक, विवाहित, तलाकशुदा, या विधवा होना आवश्यक था. अविवाहित महिलाओं को इसमें सदस्यता वर्जित थी.
२. युवकों की आयु की १९ वर्ष से २६ वर्ष की सीमा थी. २६ वर्ष के बाद उन्हें रिटायर कर दिया जाना था. हालाँकि अभी तक ऐसा हुआ नहीं था क्योंकि अभी कोई भी अगले ३ वर्ष तक २६ की आयु का नहीं होने वाला था.
३. ये वो विशेषता थी जिस के आधार पर इस क्लब का नाम रखा गया था. उस में रोमियो युवकों के लंड की लम्बाई १० इंच या अधिक होनी चाहिए थी. इस कारण इसका नाम दिंची (दस इंची) क्लब रखा गया था. पहले इसे Ten Plus का नाम देने का विचार था, परन्तु इससे शंका होने का भी था. हालाँकि इसका पूरा नाम सिर्फ चुने हुए लोगों को ही पता था.
४. इस बात का ध्यान रखने के लिए कि किसी भी तरह की सूचना बाहर न जाये, हर सदस्य के लगभग दस प्रकरण वीडियो में रिकॉर्ड किये जाते थे. इन्हे एक बहुत सुरक्षित स्थान पर रखा जाता था, जिसका पता केवल पार्थ और शोनाली को ही था. इन्हें एक क्लाउड स्टोरेज में भी रखा गया था जिसकी पहुँच भी केवल इन दोनों को ही थी.
५. क्लब का सदस्यता शुल्क २ लाख प्रति माह था और युवकों को प्रति माह १ लाख का पारश्रमिक मिलता था. इसका मात्र २५% ही उन्हें हर माह दिया जाता था, अनुबंध के अनुसार, उन्हें २९ वर्ष की आयु प्राप्त करने या क्लब से जाने के तीन वर्ष पश्चात् उन्हें उनकी शेष राशि दे दी जानी थी. नयी सदस्या का पंजीकरण शुल्क १० लाख था, जो सुरक्षा जमा राशि के रूप में ली जाती थी और छोड़ने के ३ साल बाद वापिस की जाती थी. एक वर्ष के पहले छोड़ने पर ये राशि नहीं लौटाई जाती थी.
क्लब के रखरखाव इत्यादि के व्यय के कारण अभी तक इसमें लाभ मिलना आरम्भ नहीं हुआ था. कुछ अन्य सदस्यों को जोड़ने के लिए वर्तमान सदस्याओं ने नाम सुझाये थे. उनके बारे में प्राथमिक जानकारी प्राप्त कर ली गई थी.
आज इस क्लब में एक नए स्त्री सदस्य और एक रोमियो का साक्षात्कार था. सदस्या का साक्षात्कार पार्थ दायित्व था और रोमियो का शोनाली का.
घर में :
जॉय सागरिका की मखमली गांड में अब तेज और लम्बे धक्के लगा रहा था. सागरिका एक सुखद पीड़ा से कराह रही थी. पर उसने अपनी बुआ की चूत चाटने में कोई ढील नहीं दे रही थी. उसकी चूत में सुमति बुआ की जीभ अपना जादू दिखा रही थी और उसकी गांड में उसके पिता का लंड अपना पराक्रम। इस समय वो स्वर्ग के द्वार पर थी. अचानक जॉय ने हाथ बढाकर उसकी भगनासे को दो उँगलियों से मसल दिया. बस फिर क्या था, सागरिका चरम सुख की सीमा लाँघ गई. उसने अपना मुंह अपनी बुआ की चूत में गाढ़ दिया और स्खलित होने लगी. उसके मुंह से एक भी शब्द नहीं निकला. उसका शरीर उन्माद से कम्पित हो रहा था. उसकी बुआ के मुंह में उसका ये रस पूरा भर गया.
सागरिका के इस आक्रमण से सुमति भी अब ठहर नहीं पायी और वो भी गों गों की ध्वनि करते हुए झड़ने लगी. दोनों स्त्रियों के चेहरे एक दूसरे के काम रस से भीग गए. उधर जॉय भी अब अपने आप को ज्यादा देर तक रोकने में सक्षम नहीं था. उसने सागरिका की गांड में धक्के तेज कर दिए और कुछ ही क्षणों में अपना लंड अंदर गाढ़ कर अपना पानी अपनी बड़ी बेटी की गांड में डाल दिया. सब लोग कुछ देर के लिए यूँ ही स्थिर रहे.
"सग्गू, मुझे ऊपर आने दे न." सुमति ने हिलते हुए कहा. "मुझे अपना टॉनिक लेना है."
सागरिका समझ गई की बुआ क्या चाहती है.
"बुआ, आप वहीँ रहो, मैं आपको आपकी खुराक पिलाती हूँ."
ये कहते हुए सागरिका उठी और अपनी गांड को सुमति के मुंह पर रख दिया. जॉय के लंड का प्रसाद सुमति के मुंह में गिरने लगा. जब प्राकृतिक रूप से रस गिरना बंद हुआ तो सुमति ने अपना मुंह सागरिका की गांड के छेद पर रखा और लम्बे लम्बे सांसों के साथ अंदर का रस खींचने और चूसने लगी. हालाँकि सागरिका ये कई बार कर चुकी थी पर फिर भी इस अश्लील और घिनौने कृत्य से वापिस एक बार और झड़ गई और इस पानी ने सुमति के चेहरे को नहला दिया. गांड के अंदर से सारा रस खींचने के बाद सुमति ने सागरिका को उठने को कहा.
सागरिका उठ कर एक ओर बैठ गई और लम्बी लम्बी सांसों से अपने आपको संयत करने लगी.
"दीदी, अमार की होबे (मेरा क्या होगा) ?"
"एखाने आशुन (इधर आओ )"
जॉय सुमति के पास गया तो सुमति ने बड़े प्यार से उसका लंड अपने हाथ में लिया और फिर मुंह में लेकर चाटने और चूसने लगी.
"सच में तुम्हारे लंड और सागरिका की गांड का ये मिला जुला स्वाद मुझे बहुत अच्छा लगता है."
"दीदी, मुझे आज तक नहीं समझ आया कि तुम्हे ऐसा करना कैसे पसंद है. मैं शिकायत नहीं कर रहा. पर ये इतना गन्दा काम है कि मुझे बहुत अजीब लगता है."
"हाँ बुआ. पापा सही बोल रहे हैं."
"सबके अपने अपने स्वांग होते हैं. मुझे गांड मरवाने और उसके अंदर से वीर्य पीने में बहुत आनन्द आता है. अगर वो गांड किसी और की भी हो तो मुझे अच्छा लगता है. आवश्यक नहीं कि तुम्हे भी रुचिकर लगे. पर कभी स्वाद लेना, हो सकता है इसका व्यसन लग जाये।” सुमति बोली, “मुझे अगर वो कुछ समय बाद पीने मिले तो और स्वादिष्ट लगता है. इसीलिए मैं शोनाली की प्रतीक्षा करती हूँ. उसकी गांड में जब भी क्लब जाती है तो माल एक डेढ़ घंटे पकने के बाद आता है."
सागरिका के भाव देखकर वो समझ गई कि लड़की कहीं भाग न जाये.
"हम्म्म लगता है तुझे अभी नहीं भायेगा, सग्गू, एक बड़ा ड्रिंक बना दे मेरे लिए." सुमति उठकर पास पड़े सोफे पर बैठती हुई कहती है.
सागरिका उठती है और दो ड्रिंक्स बनती है और सुमति और जॉय को थमा देती है.
"अब अच्छी बच्ची की तरह मेरी चूत और गांड चाट और अपने बाप के लंड के लिए तैयार कर."
सागरिका नीचे बैठकर अपने काम में जुट जाती है. जॉय अपने मोबाइल पर कुछ देखने में व्यस्त हो जाता है. फिर वो एक मैसेज करता है.
"कहाँ हो?"
"घर वापिस आ रही हूँ. आज एक साक्षात्कार था नए लड़के का क्लब में."
"पास हुआ?"
"अव्वल नंबर से. दीदी के लिए उपहार भी ला रही हूँ. बस ठहरो १० मिनट में पहुँच रही हूँ."
जॉय ने फ़ोन एक ओर रख दिया.
"शोनाली तुम्हारे लिए प्रसाद ला रही है, दीदी."
"वो सच में अपनी ननद से बहुत प्यार करती है."
दिंची क्लब में:
क्लब में साक्षात्कार करने के पहले दोनों सदस्यों से अलग अलग फॉर्म भरवाए गए और साक्षात्कार का शुल्क (मात्र रु १०,०००) लिया गया जिसे वापिस नहीं किया जाना था. दोनों आवेदकों को अलग अलग लाया गया था और दोनों ने एक दूसरे को देखा नहीं था.
फॉर्म के स्वीकृत होने के पश्चात्, दोनों को अलग अलग कमरे में ले जाया गया. दोनों कमरे आलीशान ५-सितारा होटल की तरह थे. दोनों कमरों में कई वीडियो कमरे लगे थे और उनका सञ्चालन दूर से कण्ट्रोल रूम से होता था. क्लब का एक वीडियो ग्राफर था जो इस तरह की फिल्में बनाने में निपुण था. महीने में तीसरे शनिवार को ही सिर्फ ये इंटरव्यू होते थे.
घर में:
बताये समय पर शोनाली घर पहुँच गई और गाड़ी पार्क करके घर में चली गई. फिर उसने जॉय को फ़ोन लाया और पता किया कि वो किसके कमरे में हैं. जानने के बाद उसने अपने कदम तेजी से उस ओर बढ़ा दिए. सुमति उसे देखकर आनंदित हो जाती है.
"मेरी प्यारी भाभी!" सुमति उससे लिपट जाती है. फिर उसे देखकर कहती है, "भाभी क्या बहुत मजा आया?"
"हाँ, बहुत बड़े लंड वाला था. मेरी गांड के तो तार ढीले कर दिए. सच कहूँ दीदी तो मैं तुम्हारे प्रसाद के ही लिए अब गांड मरवाती हूँ. किसी दिन कोई मेरी गांड सच में न फाड़ दे."
"अरे भाभी, गांड अगर तरीके से मारने वाला हो तो एक क्या दो दो लंड भी ले ले, इतनी लचीली बनाई है ऊपर वाले ने. अब समय न गंवाओ, लाओ मुझे मेरा प्रसाद खिलाओ."
जॉय और सागरिका एक साथ बैठकर इस प्रसंग को देख रहे थे. न जाने कितनी बार देखने के बाद, आज भी उन्हें घिन और रोमांच दोनों का अनुभव होता था. शोनाली ने अपने कपडे उतर कर अलग किये. सुमति तो नंगी ही थी, वो बिस्तर पर लेट गई और शोनाली ने अपनी गांड का छेद उसके मुंह पर रख दिया. सुमति ने बड़े प्यार के साथ प्लग के इर्द गिर्द शोनाली की गांड को चाटा और फिर प्लग बाहर खींच लिया. प्लग के बाहर आते ही शोनाली की गांड से निखिल का वीर्य बहने लगा. सुमति ने अपना पूरा मुंह शोनाली के गांड में डाल दिया और चूसने लगी.
"ओह शिट " इस आघात से शोनाली की गांड में कीड़े चलने लगे और उसके मुंह से अनायास ही निकला.
सागरिका दूर से खिलखिलाई. जब सुमति को विश्वास हो गया कि शोनाली की गांड में कुछ बाकी नहीं है तो उसने शोनाली की गांड पर एक चपत लगाई. शोनाली उठी और सीधे लेट गई. उसे पता था की सुमति का अगला आक्रमण कहाँ होना है. सुमति ने भूखी आँखों से शोनाली को देखा. उसके सुन्दर चेहरे और वक्ष पर एक पतली सी पपड़ी जमी थी.
"क्या मैं जो सोच रही हूँ ये वही है?"
"हाँ, आपकी खुराक. दीदी, पर इस तरह इतनी देर रहने में मुझे अच्छा नहीं लगता."
"मेरी प्यारी भाभी, इसीलिए तो मैं तुम्हें इतना प्यार करती हूँ. तुम मेरे लिए बेमन भी सब कुछ करती हो." कहते हुए सुमति ने शोनाली के चेहरे से सूखा वीर्य चाटना शुरु किया.
सागरिका ने जॉय से कहा, "आइये पापा, आपको तैयार कर दूँ, अभी बुआ बुलाने वाली है. उससे पहले ही आप छोटे भाई का कर्तव्य निभाइये और पहले ही हमला कर दीजिये."
ये कहकर सागरिका ने जॉय के लंड को मुंह में लेकर चाटते हुए अच्छे से खड़ा और गीला कर दिया. जॉय आगे रणक्षेत्र की ओर चल दिया. उधर सुमति शोनाली के चेहरे, वक्ष और पेट से चाटती हुई उसकी चूत के द्वार पर पहुंची. उसने चूत की फाँके खोलीं और सागरिका की ओर देखा. जॉय को न देखकर उसे हैरानी हुई.
"जॉ..." कहने के पहले ही जॉय ने अपना लंड एक ही झटके में सुमति की गांड में पेल दिया. सुमति की ऑंखें बाहर आ गयीं. जॉय ने शोनाली को इशारा किया और शोनाली ने सुमति के सिर पर हाथ रखकर अपनी चूत पर दबा दिया.
"चाटो मेरी चूत दीदी. उसके अंदर भी मेरे घोड़े का पानी है."
सुमति गुं गुं की आवाज़ के साथ छटपटाती हुई चूत चाटने लगी. पीछे जॉय उसकी गांड में लम्बे करारे धक्के लगा रहा था. सागरिका सोफे पर बैठी संतुष्टि में ये कामक्रीड़ा देख रही थी. शोनाली ने अपना हाथ सुमति के सिर से हटाया तो सुमति ने साँस लेने के लिए अपना चेहरा ऊपर लिया. उसका चेहरा शोनाली के रस से सराबोर था.
"तुम दोनों मुझे शॉक दिए न." उसने हल्के शिकायत भरे स्वर में कहा.
"नहीं दीदी, वही किये जो आप हर बार चाहती हैं. बस इस बार हमने पहल की. आपको बुरा लगा क्या."
"तुम्हारी चूत पीना, और अपने भाई से गांड मरवाने में मुझे क्यों बुरा लगेगा. जॉय अब तू अच्छे से पेल मेरी गांड और इसकी खुजली मिटा दे."
"बिलकुल, दी." ये कहकर जॉय ने तेज और लम्बे धक्के लगाने शुरू कर दिए.
शोनाली नीचे से उठी और फिर दूसरी ओर जाकर नीचे लेट गई और सुमति की चूत चाटने लगी. सुमति ने तुरंत ही शोनाली के मुंह पर अपना पानी छोड़ दिया. उधर जॉय भी अब झड़ने वाला था. सुमति ने उसके लंड को अपनी गांड में फूलते हुए महसूस किया.
"जॉय, मेरे मुंह में डालना, गांड में नहीं."
ये सुनकर जॉय ने अपना लंड हल्के से बाहर खींच लिया. सुमति की गांड का छेद इस समय दस रुपये की सिक्के जितना खुला हुआ था और उसकी गांड का छेद लुप लुप कर रहा था. जॉय अपना लंड लेकर सुमति के सर के पास आकर खड़ा हो गया. शोनाली नीचे से हटी और सोफे पर सागरिका के साथ बैठ गई. दोनों माँ बेटी सामने हो रहे भाई बहन की प्रणय लीला देख रहे थे. सुमति ने जॉय का लंड अपने गले तक लिया हुआ था और वो अपना सिर आगे पीछे कर रही थी. जॉय का शरीर अकडने लगा और वो कांपते हुए उसने अपनी बहन के मुंह में अपने लंड का प्रसाद छोड़ दिया. सुमति ने कुछ पिया और कुछ अपने चेहरे पर मल लिया. फिर वो थक कर लेट गई और गहरी सांसे लेने लगी.
कुछ समय पश्चात् सागरिका ने सबके लिए एक डबल ड्रिंक बनाया और इस बार खुद भी लिया.
"तो माँ, कैसा रहा आज का इंटरव्यू." सागरिका ने शोनाली से पूछा.
"एकदम फर्स्ट क्लास. और जॉय मुझे शायद अपना पहला दामाद मिल गया है. सागरिका के लिए मुझे ऐसा लड़का मिला है जो हमारे परिवार के लिए बिल्कुल उपयुक्त है."
कहकर उसने अपनी पूरी ड्रिंक एक ही साँस में समाप्त कर दी.
"और उसका नाम है ......”
“निखिल!”
“क्या?”
“वो समर्थ सिंह का नाती!”
“यस! और अब सुनो क्या हुआ.....”
क्रमशः
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Thanks Mass.Wow..super hot update sirji...indeed a "Mega Update"...