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Mast update Bhaiपार्ट 2 - मेरा और माँ का हनीमून
सामान तो पैक था पर मुझे फिर भी लगा के गोवा के लिए प्रॉपर माँ के कपडे नहीं थे जो लेने चाहिए थे। गोवा में खूबसूरती तो छलकनी ही चाहिए माँ की।
मैं: माँ कुछ शॉर्ट्स खरीद ने जाए?
माँ: इतने सारे तो है!
मैं: माँ मई सोच रहा था के गोवा में तुम सिर्फ ब्रा और बरमूडा में रहो।
माँ: खाली ब्रा और बरमूडा? ये कुछ ज्यादा नहीं हो गया?
मैं: हां माँ बस इतना तो ज्यादा हो जायेगा
माँ: तुम मुझे घर में ब्रा नहीं पहनने देते और वहां ब्रा पहनने दोगे? नहीं बाबा मुजे नंगा नहीं घूमना
मैं: माँ प्लीज चलो न कुछ नए कपडे लेते है। कुछ मस्त से!
माँ: अब्दुल चच्चा से जो बैग पैक करवाया उसका क्या फिर?
मैं: माँ प्लीज हां? चलो जाते है।
माँ: बेटा तेरा रिजल्ट कब आने वाला है?
मैं: माँ रिजल्ट से पहले मेरा माल तेरी चूत में होगा
ये सुनते ही माँ ने हां में हां कर दी। और माँ रेडी होने चली गई। आज माँ से बाहर थोड़ा ओपन करवाते है। क्या बोलते हो। माँ तो ड्रेस पहन के आई
मैं: ये क्या है
माँ: मॉल में जाना है तो यही कपडे लगेंगे
मैं: तो फिर नहीं जायेंगे
माँ: हां तो मुझे कहा कपडे खरीदने है
मैं: क्या माँ तुम भी मेरी इतनी सी बात नहीं मानती?
माँ: बच्चू ये 18 19 दिन हो गए मैंने कोई लण्ड लिया हो। मुह ही चुदवा रही हु सिर्फ। अब चूत में लण्ड चाहिए वरना मुह में भी नहीं लेने वाली।
माँ ने तो बगावत कर दी।
मैं: मेरी प्यारी माँ, हम जा रहे है गोवा और पता है वहाँ क्या है? हमारी सुहागरात, हमारा हनीमून और पता है के वहां होटल में हमारा कमरा मिस्टर एंड मिसिस समीर के नाम से बुक है। बोलो
माँ: सच?
मैं: हां अब सिर्फ 2 दिन की बात है। फिर तेरी चूत की प्यास बुझा दूंगा। वादा है। जाओ कपडे चेंज करके आओ। और सुनो मस्त एकदम
माँ पिघल गई। वो जा कर शॉर्ट्स पहन कर आई।
हम जा रहे थे के अब्दुल चाचा आये खाने का पूछने। हमने बोला के हम घर ही आ कर खाएंगे। प्रॉब्लम यही है न के पापा को अभी सब कुछ नहीं पता। माँ को मैं अपनी बाइक में बिठा कर मॉल ले गया। वहां हमने अलग अलग जगह नए नए कपडे ट्राय किये। बारी बारी से हम यहाँ वहां गए और फिर 3 जोड़ी कपडे सेलेक्ट किये। यहाँ मैंने माँ के साथ कोई छेड़खानी नहीं की क्योंकि इसी मॉल पर मेरे दोस्त के पिताजी की शॉप भी है याद हो तो बताया था के मम्मी के ब्रा का जुगाड़ करवा सकता हु। अगर मेरा दोस्त होता तो करता। पर नहीं आज नहीं किसीं और दिन। मैं सही से तो माँ को छुपाके रख रहा हु हर एक से। पहले मैंने तो अच्छे से इस्तेमाल कर लूं
आख़िरकार हमारे जाने का दिन आ गया। पापा हमें एयरपोर्ट छोड़ने आए। पापा ने मुझे साइड में बुला कर बात की
पापा: बेटा संभल के थोड़ा क्योंकि वो कैमरा वगैरा होता है।
मैं: आप चिंता न करे पापा
पापा: और सुन धीरे से हां!? कोमल है मेरी बीवी
मैं: पापा स्टॉप प्लीज बच्चा नहीं हूं बड़ा हो गया हूं
पापा: इसिलए तो तुम्हे कपल के तौर पर जाने दे रहा हु। सुन जल्दी जल्दी सुहागरात मना ले फिर हम लोग साथ में तेरी माँ को चोदेंगे
मैं: हां ये तो मेरी भी इच्छा है के बाप बेटे साथ में इस रंडी को चोदे
मैं और पापा ने एक दूसरे के हाथ में ताली मरी और हँसने लगे। इस तरफ माँ हमें देख रही थी पर ठीक है। उसने मुझे औरत बन कर पापा के जाने के बाद पूछ ही लिया के क्या बात हो रही थी तो मैंने टाल दिया उल्टा खफा हुआ मैं माँ ऊपर के उसने ब्रा पहनी है तो ढंग से दिकही क्यों नहीं। तो माँ ने हँस के ब्रा की पट्टी को बाहर निकाल दिया। पर इससे मेरा काम नहीं बना कुछ खल रहा था फिर भी
मैं: माँ ये टीशर्ट नहीं जम रहा
माँ: अभी यहाँ कहा चैंजे करू?
मैं: बाथरूम में जाओ और वो डीप नेक पहनके आओ कुछ और हां ब्रा निकाल ही देना
माँ थोड़ी ना नुकुर करती रही पर फिर हार कर बाथरूम में चली गई। और मस्त तैयार हो कर आई। ये हुई न बात रंडी हो तो ऐसा लगना तो चाहिए न। मम्मे हिल रहे रहे टीशर्ट से पर कोई न इतना तो चलता है। फिर माँ की कमर में हाथ डाल कर मैं माँ के साथ सिक्योरिटी चेकिंग में पहुंच गया। वहां मैंने देखा तो फीमेल वाली केबिन में औरत की जगह एक लड़के पुलिस वाले ने ले ली। ठरकी साला हाहाहाहा। कोई न वो भी मजा कर ले थोड़ा
औरतों का बंद केबिन था जिसमे माँ अंदर गई। मेरा ध्यान अंदर ही था पर कुछ दिखाई नहीं दे रहा था जाहिर सी बात है। पर 4 5 मिनिट में ही माँ निकल गई। पर माँ खुश थी। वो पुलिस वाला भी खुश था। कुछ बाते कर रहे थे और फिर निकल गए। मैंने पूछा माँ से
मैं: अच्छा इतनी ख़ुशी केबिन में जा कर?
माँ: हां कोई तो था जो अंदर मुझे चेक करना चाहता था
मैं: अच्छा तो करवाया चेक?
माँ: नहीं पूछ रहा था के अंदर कुछ है जो चेक करना पड़े? तो मैंने बोल दिया मंगलसूत्र टीशर्ट और ये बरमूडा के अलावा कुछ भी नहीं पहना तो वो है दिया।
मैं: फिर?
माँ: फिर उसने ऊपर मम्मे दबा कर चेक किया और गांड पर हाथ घुमाया।
मैं: मम्मे अच्छे से दबाए?
माँ: नहीं ऊपर ऊपर से
मैं: तो हँसे क्यों
माँ: वो निपल को 2 बार गलती से छू गया था तो बोल रहा था के आपने तो सच में नहीं पहना कुछ भी तो मैं है के जवाब दे रही थी पहले ही बोला था के कुछ नहीं पहना!
माँ तेज बहुत है इसे पकड़ के रखना पड़ेगा। 20 दिन से चुदी नहीं है ये फट जायेगी लग रहा। आज रात को गोवा पहुँच कर सुहागरात मना ही लेनी पड़ेगी। प्लेन में कोई कांड नहीं हुआ हमरा बिजनेस क्लास था और सब का ध्यान तो पहले से ही माँ की और ही था। एयर होस्टेस को ले लो तो भी लड़की लड़का सब माँ को ही देख रहे थे। गोवा हमारा प्लेन लेंड हो गया और फिर हम लोग एयरपोर्ट से बाहर निकले। बाहर हमारे नाम से गाडी रेडी थी। मिस्टर एंड मिसिस समीर लिखा हुआ था। ड्राइवर माँ को फ़टी आंखो से देखे ही जा रहा था। हम कार में बैठे सामान तो कुछ था नहीं खास। ड्राइवर ने मिरर प्रॉपर सेट किया ताके पीछे अच्छे से माँ को देख पाए।
ड्राइवर: सर हनीमून के लिए आए हो?
मैं: हां
ड्राइवर: सर और साइट सिन के लिए कही जाना हो तो मुझे बता देना। वैसे ऐसी खूबसूरत बीवी हो साथ में तो कमरे के अलावा कहा साईट सिन करोगे आप भी। कोई न बता देना
मैंने माँ की और देख कर मुस्कुरा दिया। माँ से रहा नहीं जा रहा था साफ़ दिख रहा था। मैंने माँ के नंगे पैरो पर हाथ क्या घुमाया वो तो सीधा मेरे ऊपर टूट पड़ी। सीधा मुझे किस कंरने के लिए खीच दिया
मैं: होटल तो आ जाने दे
माँ: भाड़ में गई होटल
और वो तुरंत मेरी गोदी में आ गई। और तो और बालों को एक साइंड करके मुझे किस पर किस चालू कर दी।
मैं: अरे रुक जा होटल तो आने दे। ड्राइवर देख रहा है
ड्राइवर: सर ये मेरा रोज का है आप लगे रहो मैं आपके विंडोज पर वो ब्लैक फिल्म चढ़ा देता हूं
ऐसा बोलते ही ब्लैक फिल्म चढ़ गई। आगे फ्रंट विंडो में भी एक ब्लैक फिल्म आ गई
ड्राइवर: सर अब आधा घंटा है होटल पहुँचने को आप बिंदास जो कुछ करना है करो। बाहर से कोई भी अंदर जांख नहीं सकता। और ये होटल की कार को पुलिस वाले भी नहीं रोकते
माँ: बस खुश?
इतना बोलते ही माँ तो मुझे किस पर किस करने लगी। थोड़ा मैं डर रहा था पर माँ तो बिंदास। ड्राइवर तो देख ही रहा। ठीक है मनाएंगे हम भी हनीमून।
मैं: 2 किलोमीटर दूर हो तब बता देना ठीक है?
ड्राइवर: जी सर
मैंने माँ की टीशर्ट फटाफट उतार दी। माँ ऊपर से पूरी नंगी। माँ मेरा टीशर्ट उतारने जा रही थी तो मैंने रोक दिया उसे। नहीं मतलब नहीं सिर्फ रात को ही। माँ के मम्मो को जोर जोर से चूस रहा था दबा रहा था किस कर रहा था। माँ को होठो पर किस कर रहा था। वो ड्राइवर का ध्यान बार बार इधर आ रहा था। मैंने माँ की पीठ पर नाख़ून भी चुभाए। माँ आह कर रही रही।
मैं: नंगी हो जाओगी?
इतना पूछ लिया गलती कर दी। माँ तुरंत साइंड में गई और गांड ऊपर कर के बरमूडा भी निकाल दिया। और मुझे न्योता देने लगी
मैं: ड्राइवर अभी कितना टाइम है?
ड्राइवर: बस अब 2 किलोमीटर पर आप बोलो तो एक राउंड लगा लेते है
माँ: हां लगा लो
मैं: नहीं होटल चलो सीधा
समय का पता ही नहीं चला इन सब में। माँ गुस्सा थी। क्योंकि ये मैंने पिछले 20 दिनों में कई बार किया है। माँ ने कपडे वापव पहने और मुझसे रूठ गई। रात को मना लूंगा। कार एंटर हुई हमारी शानदार होटल में। हम कार से उतरे और फिर रिसेप्शन में मिले। माँ के बाल बिखराये हुए थे। माँ के लबो की लिपस्टिक कुछ मेरे होठ पर भी थी। तो मेनेजर ने समज के सब से पहले ये पूछा
मेनेजर: सर आपका सुहागरात वाला रूम अलग है और हनीमून के लिए अलग है। आप को पहले कहा जाना है? वैसे भी शाम हो चुकी है तो मैं राय दूंगा के सुहागरात मना ही लो
माँ: नहीं अभी ये मेरी पूजा करेंगे और फिर पता नहीं क्या
ड्राइवर: मेनेजर साहब आप पहले सुहागरात वाला कमरा देदो। मेरी बात मानो
मेनेजर: चल भाग अपना काम कर। सर बताइए
मैं: मैनेजर साहब बीवी का गुस्सा देख कर आपको नहीं लगता के सुहागरात मना लेनी चाहिए?
मेनेजर: जी जरूर सर
मैं: और कौन है इस होटल में?
मेनेजर: सर ये पूरा रिसोर्ट अभी आपका ही है। यहाँ और कोई गेस्ट नहीं है। आपको आपके फ्रेंड ने गिफ्ट किया है।
वाह क्या बात है। ये करीब अच्छा होटल था। 5 विला टाइप रूम थे बस और बड़ा गार्डन। मजा आएगा यहाँ तो
मेनेजर: आइए सर इस तरफ। पहले मैं आपको बता दू के ये होटल में एक भी कैमरा नहीं है। यहाँ सिर्फ और सिर्फ कपल ही आते है और ज्यादातर पूरा रिसोर्ट ही बुक कर लेते है। और माँ कसम सच में कोई भी कैमरा नहीं है। आइए सर ये आपका सुहागरात वाला कमरा है और अंदर सब चीजें है जो जो भी लगती है। 7 दिन है आप शांति से पूरे विला और भाभी को इस्तेमाल करे और फिर ख़ुशी ख़ुशी अपने घर जाए। यही हमारा मकसद है। आइए भाभी। समीर सर बेस्ट ऑफ़ लक
इतना कह कर वो निकल गया और हम रूम में एंटर हुए।
माँ: और अब क्या करना बाकी है मेरे को?
मैं: अब तो बस पहले फ्रेश हो जाते है। और ये देख शादी का जोड़ा है इधर वहां नाइटी है। वाह क्या इंतेज़ाम है। हथकड़ी भी है! बढ़िया है।
माँ: तू एक बात बता समीर तू नामर्द तो नहीं है न?
माँ अब फट चुकी
मैं: नहीं क्यों?
माँ: साला 20 दिन हो गए मैं चुदने के लिए घर पर नंगी हो गई। कार में नंगी हो गई।
साली लंड मुह में लिया तो भी ये बोल रही है
मैं: नहीं माँ ऐसा नहीं है। जाओ फ्रेश हो कर आओ
माँ: साला हिजड़ा पैदा किया क्या मैंने?
ये तलब मुझे माँ में चाहिए थी। अब मैं ये सोच सकता हूँ के माँ को मैं जो कुछ बोलूंगा वो करेगी।
मैं: साली हराम की पिल्ली। तेरी जात की। तू मेरा लण्ड नहीं ले पायेगी। पेलने बैठूंगा न तो तू रो जायेगी
माँ: दिखा दम अगर है तो
मैं: मैं बोलूंगा वो करना पड़ेगा
माँ: तू जो बोल रहा है कर ही रही हु न पिछले 20 दिन से अब नहीं प्लीज
और माँ टूट पड़ी। इमोशनल हो गई और अब मैंने माँ की टीशर्ट को बिच से जा कर जोर से फाड़ दिया। माँ मुझे एकदम से गले लगा दिया
माँ: अब नहीं ही रहा जा रहा। तू जैसा कहेगा करुँगी। चोद दे मुझे तेरी असली मायने में रंडी बना दे...