भाग २
अगले दिन जब कैलास के दादा उठे तो अचानक उनकी तबीयत खराब होने लगी। तो समर चाचा उन्हे डॉक्टर के पास ले गए। डॉक्टर ने बताया कि ज्यादा मीठी चाय वगैरह पीने की वजह से उनके शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ गई थी. उन्होंने उनको इंजेक्शन द्वारा कुछ दवा दी और उन्हें चाय कम करने या पूरी तरह से बंद करने के लिए कहा।
जब उसके ससुर खाना खा रहे थे तब नंदिता चाची उन्हें बहुत डाट रही थी । खाना खाने के बाद कैलास अपने मोबाइल पर गेम खेल रहा था, जबकि उसकी चाची अपने ससुर से कुछ कह रही थी, लेकिन गेम की आवाज के कारण उसे ठीक से सुनाई नहीं दे रहा था। जब उसके दादा गोलियां खाकर सो गए तब जाकर वह चुप हो गई।
भोजन करके कैलास फिर उसी स्थान पर सो गया जहाँ कल सोया था। लेकिन इस बार उसके दादा सबसे आखिर में सोए और उनसे पहले कैलाश की नंदिता चाची। चाचा कैलास के पास सो गया और फिर चाचा-चाची के बीच उन्होंने अपने बेटे को सुलाया। उसके बेटे के सो जाने के बाद, चाची अपने ससुर की ओर मुड़ी और उन्हें कल की तरह अपनी बाहों में लेकर सुलाने लगी। अब भी वह उन्हें खूब सुना रही थी।
"मैने आपको इस उम्र में चाय नहीं पीने के लिए कहा था।"
"हाँ बहुरानी। हुआ ये हज़ार बार बताकर।"
थोड़ी देर बाद नंदिता चाची ने उनसे कहा,
"मैं कब से कह रही हूँ कि रोजाना मेरा दूध पी लिया करो। वैसे भी बच्चा अब नही पिता है। आप सुनते ही नहीं।"
"लेकिन बहु, मैंने तुम्हें यह बताया था की वह केवल बच्चे ही पीते हैं। तुम मेरे पीछे क्यों पड़े हो? क्या मैं अब एक बच्चा हूँ?"
लेकिन चाची ने उनका पीछा छोड़ा नही। तब चाचा ने भी उनसे कहा,
"इतना कह रही है तो एक बार पी लो ना पिताजी। पसंद न आए तो दोबारा मत पीना।"
दोनों के बहुत आग्रह के बाद आखिरकार कैलास के दादा तैयार हुए।
नंदिता चाची ने अपने हाथ को पल्लू के नीचे डालकर अपने ब्लाउज के कुछ बटन खोल दिए और फिर पल्लू को अपने ससुर के सिर के उपर से ओढ लिया । फिर ब्लाउज को एक तरफ से उठाकर उन्हें अपना दूध पिलाने लगी। लेकिन महज थोड़ी ही पलो बाद कैलास के दादा ने दूध पीना रोक दिया और बहू से कहा,
"दूध थोड़ा खट्टा है।"
लेकिन चाची,
"बेटे ने कुछ दिनों पहिले दूध पीना बंद कर दिया इसलिए यह थोड़ा खट्टा होगा। बाद में मीठा हो जायेगा।" यह कहते हुए, उसने उसके स्तन को वापस ससुर के मुँह में घुसा दिया और उसे दो उंगलियों के बीच कस कर पकड़ लिया। चाचा मुस्कुराए और उससे बोले,
"नखरे बहुत करते है पिताजी।"
चाची भी हसते हुए बोलीं,
"हाँ जी।"
उसने ससुर को दोनों स्तनों पर बारी-बारी से पीला दिया। अब उन्हें बहुत नींद आ रही थी इसलिए चाची ने अपने ब्लाउज के बटन लगाकर उन्हें वापस अपनी बाहों में ले लिया और फिर वो भी सो गई।