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अध्याय 1 – गलती से पॉर्न तक पहुँच
रात का टाइम था।घर के सब लोग सो चुके थे।
बस हॉल में राहुल (19 साल) और उसकी चचेरी बहन नेहा (22 साल) लैपटॉप लेकर मूवी ढूँढ रहे थे।
नेहा बोली —
"यार राहुल, कोई हल्की-फुल्की कॉमेडी या रोमांटिक मूवी ढूँढ... पढ़ाई से दिमाग़ पक गया है।"
राहुल नेट पर सर्च कर रहा था, टाइप करते-करते उसने गलती से कोई अजीब लिंक खोल दिया।
स्क्रीन पर अचानक एक औरत के बूब्स और नंगे लंड वाला वीडियो चल पड़ा।
नेहा चौंककर बोली —
"अरे ये क्या खोल दिया तूने? साला ये तो... पॉर्न है!"
राहुल हड़बड़ाकर बोला —
"ओहो... सॉरी दीदी, गलती से क्लिक हो गया।"
लेकिन दोनों ने लैपटॉप बंद नहीं किया।
स्क्रीन पर एक जवान लड़की को चूत मारते दिखाया जा रहा था।
उसकी चीखें और कराहें हॉल में गूंज गईं।
"आह्ह्ह... और जोर से... फाड़ दे मेरी चूत...!"
नेहा के गाल लाल हो गए।
उसने सोचा बंद कर दे, लेकिन आँखें स्क्रीन पर जमी रह गईं।
उधर राहुल का लंड हिलने लगा, पजामे के अंदर से हल्की सी फूलावट दिखने लगी।
नेहा ने उसे देखा और मुस्कुरा दी —
"तू तो बड़ा गंदा है रे... अभी से खड़ा हो गया क्या?"
राहुल झेंप गया —
"नहीं... कुछ नहीं है... बस ऐसे ही..."
लेकिन उसकी आँखें स्क्रीन से हट नहीं रही थीं।
नेहा भी बार-बार होंठ दबा रही थी।
वीडियो में आदमी औरत की गांड मार रहा था, “ठप-ठप-ठप” की आवाज़ आ रही थी।
नेहा का गला सूखने लगा।
उसकी चूत में हल्की सी गर्मी फैलने लगी।
सोफे पर बैठी-बैठी उसने पैर जोड़ लिए ताकि भाई को उसकी हालत न दिखे।
राहुल ने धीरे से आवाज़ में कहा —
"दीदी... ये लोग सच में ऐसा करते होंगे? मतलब... ये सब मज़ाक नहीं है?"
नेहा थोड़ी देर चुप रही, फिर बोली —
"अरे पागल, ये सब रियल होता है... औरतें भी मज़े लेती हैं... मर्द भी... तभी तो इतना शोर मचाती हैं।"
राहुल हँसते हुए बोला —
"मतलब तूने भी कभी ऐसा सोचा है?"
नेहा की आँखें फैल गईं, उसने गुस्से में कहा —
"चुप हरामी... मुझसे गंदे सवाल मत कर... बस मूवी देख।"
लेकिन दोनों जानते थे कि अब उनके बीच कुछ बदलने लगा है।
उस रात वीडियो खत्म होने के बाद भी दोनों देर तक चुप बैठे रहे।
मन में बस वही आवाजें गूंज रही थीं —
"आह्ह्ह... जोर से... और अंदर डाल... फाड़ दे मेरी चूत...!"
नेहा का दिल धड़क रहा था, और राहुल का लंड अब भी आधा खड़ा था।
दोनों ने लैपटॉप बंद कर दिया, लेकिन नज़रें मिलते ही हल्की सी शरारती मुस्कान आ गई।
यही वो शुरुआत थी... जो आने वाले दिनों में उन्हें धीरे-धीरे अपनी सबसे गंदी हदों तक ले जाएगी।