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Shandaar shuruwaat
Jabardast update![]()
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धन्यवाद ellysperry तुम तो बहुतों की क्रश हो।Awesome update bhai
Ye Vicky to bahut fast nikla aur nidhi ko bhi accha hi lag raha hai
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धन्यवाद ellysperry तुम तो बहुतों की क्रश हो।Awesome update bhai
Ye Vicky to bahut fast nikla aur nidhi ko bhi accha hi lag raha hai
Shaandar Updateअपडेट -5
करीब 8 बजे विक्की अपने घर से अनूप के घर के लिए निकल जाता है जहां पे विक्की की मुलाकात पहले तो उसकी मां रजनी से होती है।
अब यहाँ पे बता दूं कि अनूप के परिवार में उसके पापा- सुरेंद्र कुमार
मम्मी- रजनी
3 बड़े भाई- मोहन, राकेश, राघवेन्द्र
बड़ी बहन श्रेया इनकी शादी हो गई ये यहां कभी कभी आती है। ये अनूप के घर की सबसे बड़ी बेटी थी इनके 2 बच्चे भी हैं। लेकिन ये यहाँ से मतलब कम रखते है।
छोटी बहन निकी ये अनूप से 2 साल बड़ी थी।ये दिखाने में एक नंबर की माल थी क्यों कि इन्होंने अभी अभी जवानी में कदम रखा था।
ये गांव से रोज अपडाउन करती शहर के लिए क्योंकि ये मेडिकल में डी.फार्मा कर रही है।
अनूप के पापा शहर में फैक्ट्री मैनेजर हैं। उनको गांव से ज्यादा शहर अच्छा लगता था इसलिए वो गांव कम आते थे। वही हाल उनके लड़को का था शादी के बाद सब लोग शहर में रहने लगे क्यूं कि गांव में सुविधाएं कम होती हैं।
अनूप के घर में उसकी बहन निक्की उसकी मां रजनी और अनूप रहते थे।
लेकिन त्योहार के समय सभी लोग घर पर आते हैं।
अब कहानी पे,
रजनी- और विक्की बहुत दिनो बाद आया।
विक्की- वो आंटी जी इस टाइम पढ़ाई पे ज्यादा ध्यान दे रहा हूं इसलिए टाइम कम मिल पता है।
रजनी- अच्छा मैं आंटी जी हो गयी।
विक्की- अरे सॉरी मेरी छोटी मां गलती हो गई।(मैं रजनी को छोटी मां कहे के बुलाता हूं)
रजनी- और कैसी रहेगी होली का प्रोग्राम है कि नहीं,
विक्की- जी छोटी माँ होली तो बढ़िया रही बस दोस्त लोगो के साथ थोड़ा प्रोग्राम है।
रजनी- चलो बढ़िया बात है ऐसे ही दोनों लोग घुल मिल के रह रहे हो। और सुनो विक्की कभी हमसे भी मिलने आया करो सिर्फ अपने दोस्त के लिए ही आते हो।
विक्की- जी छोटी मां बिल्कुल अब आया करूंगा वैसे अनूप कहा है।
रजनी- वो अपने कमरे ही होंगे।
विक्की- हां छोटी मां मैं जाता हूं विक्की से मिलने को बाय।
इतना कहे कर विक्की वहां से ऊपर अनूप के रूम में चला गया।
अनूप के रूम पहले उसकी बड़ी बहन निक्की का रूम पड़ता है।
"निक्की एक सुंदर सभ्य प्यारी हमेशा चहेरे पर हल्की मुस्कान रखने वाली लड़की, जिसका उमर होगी करीब 22 साल चहेरे का रंग बिलकुल दूध की तरह साफ और मीडियम साइज के मस्त बूब्स जिस पर कॉलेज के काफी लड़के अपनी जान छिड़कते थे। लेकिन निक्की किसी को भाव नही देती थी।"
विक्की जो निक्की को पसंद करता है लेकिन उमर में बड़ी होने के कारण और दोस्ती के उसूल के चलते वो निक्की को इग्नोर करता था।
निक्की अच्छी तरह से जानती थी कि विक्की उसे पसंद करता है लेकिन निक्की हमेशा विक्की से मजे लेने की फिराक में रहती थी।
स्कूल में 1-2 बार लड़कियों ने विक्की को परपोज भी किया लेकिन विक्की के मन में तो सिर्फ निक्की ही थी।
सामने निक्की को देखते ही विक्की ने आंख छुपाकर अनूप के रूम में जाने लगा।
निकी- अरे विक्की कहा जा रहे हो चोरी छिपे जरा यहां आओ।
विक्की- अरे वो नही दी ऐसी बात नही में तो यूंही,
विक्की जो निक्की को देख एक दम से सब भूल गया क्योंकि निक्की आज एक हीरोइन की तरह लग रही थी।
निक्की -क्या हुआ विक्की कहा घूम हो गए।
विक्की - अरे वो कही नही दी अनूप के पास जा रहा हूं।
निक्की- अच्छा, और बहुत दिन बाद दिखाई दिया।
विक्की - हा दी वो एग्जाम नजदीक है ना इसलिए,
निक्की - अच्छा एक बता
विक्की - हा दी
निक्की - कैसी लग हूं मै
विक्की, निक्की की बात सुन कर शर्मा गया और आंख चुराते हुए,अच्छी लग रही है आप
निक्की - अच्छी कितनी अच्छी
विक्की - बहुत अच्छी
निक्की -मुझे तो यकीन नही हो रहा तू आंख में आंख डाल कर बोल फिर मैं मनु की तू सच बोल रहा है।
विक्की ने अपना चेहरा और जैसे आंख से आंख मिलाई उसका दिल जोरो से दधकने लगा और विक्की वहा से भाग गया सीधे अनूप के रूम में जाके रुका।
और इधर निक्की पीछे से आवाज लगा कर विक्की को रोकने की कोशिश की लेकिन तब वहां जा चुका था और निक्की मन ही मन हसने लगी।
निक्की से मिलने के बाद विक्की अनूप के साथ गांव के बाहर बने फार्महाउस पर पार्टी करने चला गया।
वाहा सिर्फ अनूप, विक्की और उसके 2 दोस्त और 2 रंडिया थी।
अगला अपडेट कल
Behtreen storyअपडेट -5
करीब 8 बजे विक्की अपने घर से अनूप के घर के लिए निकल जाता है जहां पे विक्की की मुलाकात पहले तो उसकी मां रजनी से होती है।
अब यहाँ पे बता दूं कि अनूप के परिवार में उसके पापा- सुरेंद्र कुमार
मम्मी- रजनी
3 बड़े भाई- मोहन, राकेश, राघवेन्द्र
बड़ी बहन श्रेया इनकी शादी हो गई ये यहां कभी कभी आती है। ये अनूप के घर की सबसे बड़ी बेटी थी इनके 2 बच्चे भी हैं। लेकिन ये यहाँ से मतलब कम रखते है।
छोटी बहन निकी ये अनूप से 2 साल बड़ी थी।ये दिखाने में एक नंबर की माल थी क्यों कि इन्होंने अभी अभी जवानी में कदम रखा था।
ये गांव से रोज अपडाउन करती शहर के लिए क्योंकि ये मेडिकल में डी.फार्मा कर रही है।
अनूप के पापा शहर में फैक्ट्री मैनेजर हैं। उनको गांव से ज्यादा शहर अच्छा लगता था इसलिए वो गांव कम आते थे। वही हाल उनके लड़को का था शादी के बाद सब लोग शहर में रहने लगे क्यूं कि गांव में सुविधाएं कम होती हैं।
अनूप के घर में उसकी बहन निक्की उसकी मां रजनी और अनूप रहते थे।
लेकिन त्योहार के समय सभी लोग घर पर आते हैं।
अब कहानी पे,
रजनी- और विक्की बहुत दिनो बाद आया।
विक्की- वो आंटी जी इस टाइम पढ़ाई पे ज्यादा ध्यान दे रहा हूं इसलिए टाइम कम मिल पता है।
रजनी- अच्छा मैं आंटी जी हो गयी।
विक्की- अरे सॉरी मेरी छोटी मां गलती हो गई।(मैं रजनी को छोटी मां कहे के बुलाता हूं)
रजनी- और कैसी रहेगी होली का प्रोग्राम है कि नहीं,
विक्की- जी छोटी माँ होली तो बढ़िया रही बस दोस्त लोगो के साथ थोड़ा प्रोग्राम है।
रजनी- चलो बढ़िया बात है ऐसे ही दोनों लोग घुल मिल के रह रहे हो। और सुनो विक्की कभी हमसे भी मिलने आया करो सिर्फ अपने दोस्त के लिए ही आते हो।
विक्की- जी छोटी मां बिल्कुल अब आया करूंगा वैसे अनूप कहा है।
रजनी- वो अपने कमरे ही होंगे।
विक्की- हां छोटी मां मैं जाता हूं विक्की से मिलने को बाय।
इतना कहे कर विक्की वहां से ऊपर अनूप के रूम में चला गया।
अनूप के रूम पहले उसकी बड़ी बहन निक्की का रूम पड़ता है।
"निक्की एक सुंदर सभ्य प्यारी हमेशा चहेरे पर हल्की मुस्कान रखने वाली लड़की, जिसका उमर होगी करीब 22 साल चहेरे का रंग बिलकुल दूध की तरह साफ और मीडियम साइज के मस्त बूब्स जिस पर कॉलेज के काफी लड़के अपनी जान छिड़कते थे। लेकिन निक्की किसी को भाव नही देती थी।"
विक्की जो निक्की को पसंद करता है लेकिन उमर में बड़ी होने के कारण और दोस्ती के उसूल के चलते वो निक्की को इग्नोर करता था।
निक्की अच्छी तरह से जानती थी कि विक्की उसे पसंद करता है लेकिन निक्की हमेशा विक्की से मजे लेने की फिराक में रहती थी।
स्कूल में 1-2 बार लड़कियों ने विक्की को परपोज भी किया लेकिन विक्की के मन में तो सिर्फ निक्की ही थी।
सामने निक्की को देखते ही विक्की ने आंख छुपाकर अनूप के रूम में जाने लगा।
निकी- अरे विक्की कहा जा रहे हो चोरी छिपे जरा यहां आओ।
विक्की- अरे वो नही दी ऐसी बात नही में तो यूंही,
विक्की जो निक्की को देख एक दम से सब भूल गया क्योंकि निक्की आज एक हीरोइन की तरह लग रही थी।
निक्की -क्या हुआ विक्की कहा घूम हो गए।
विक्की - अरे वो कही नही दी अनूप के पास जा रहा हूं।
निक्की- अच्छा, और बहुत दिन बाद दिखाई दिया।
विक्की - हा दी वो एग्जाम नजदीक है ना इसलिए,
निक्की - अच्छा एक बता
विक्की - हा दी
निक्की - कैसी लग हूं मै
विक्की, निक्की की बात सुन कर शर्मा गया और आंख चुराते हुए,अच्छी लग रही है आप
निक्की - अच्छी कितनी अच्छी
विक्की - बहुत अच्छी
निक्की -मुझे तो यकीन नही हो रहा तू आंख में आंख डाल कर बोल फिर मैं मनु की तू सच बोल रहा है।
विक्की ने अपना चेहरा और जैसे आंख से आंख मिलाई उसका दिल जोरो से दधकने लगा और विक्की वहा से भाग गया सीधे अनूप के रूम में जाके रुका।
और इधर निक्की पीछे से आवाज लगा कर विक्की को रोकने की कोशिश की लेकिन तब वहां जा चुका था और निक्की मन ही मन हसने लगी।
निक्की से मिलने के बाद विक्की अनूप के साथ गांव के बाहर बने फार्महाउस पर पार्टी करने चला गया।
वाहा सिर्फ अनूप, विक्की और उसके 2 दोस्त और 2 रंडिया थी।
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Shaandar Update
Thoda jaldi update de![]()
Behtreen story
सभी लोगो का शुक्रिया अब जल्दी अपडेट मिलेंगे।बहुत बहुत आभार देवनागरी लिपि में कहानी लिखने पर
Welcome back Bhaiअपडेट -5
करीब 8 बजे विक्की अपने घर से अनूप के घर के लिए निकल जाता है जहां पे विक्की की मुलाकात पहले तो उसकी मां रजनी से होती है।
अब यहाँ पे बता दूं कि अनूप के परिवार में उसके पापा- सुरेंद्र कुमार
मम्मी- रजनी
3 बड़े भाई- मोहन, राकेश, राघवेन्द्र
बड़ी बहन श्रेया इनकी शादी हो गई ये यहां कभी कभी आती है। ये अनूप के घर की सबसे बड़ी बेटी थी इनके 2 बच्चे भी हैं। लेकिन ये यहाँ से मतलब कम रखते है।
छोटी बहन निकी ये अनूप से 2 साल बड़ी थी।ये दिखाने में एक नंबर की माल थी क्यों कि इन्होंने अभी अभी जवानी में कदम रखा था।
ये गांव से रोज अपडाउन करती शहर के लिए क्योंकि ये मेडिकल में डी.फार्मा कर रही है।
अनूप के पापा शहर में फैक्ट्री मैनेजर हैं। उनको गांव से ज्यादा शहर अच्छा लगता था इसलिए वो गांव कम आते थे। वही हाल उनके लड़को का था शादी के बाद सब लोग शहर में रहने लगे क्यूं कि गांव में सुविधाएं कम होती हैं।
अनूप के घर में उसकी बहन निक्की उसकी मां रजनी और अनूप रहते थे।
लेकिन त्योहार के समय सभी लोग घर पर आते हैं।
अब कहानी पे,
रजनी- और विक्की बहुत दिनो बाद आया।
विक्की- वो आंटी जी इस टाइम पढ़ाई पे ज्यादा ध्यान दे रहा हूं इसलिए टाइम कम मिल पता है।
रजनी- अच्छा मैं आंटी जी हो गयी।
विक्की- अरे सॉरी मेरी छोटी मां गलती हो गई।(मैं रजनी को छोटी मां कहे के बुलाता हूं)
रजनी- और कैसी रहेगी होली का प्रोग्राम है कि नहीं,
विक्की- जी छोटी माँ होली तो बढ़िया रही बस दोस्त लोगो के साथ थोड़ा प्रोग्राम है।
रजनी- चलो बढ़िया बात है ऐसे ही दोनों लोग घुल मिल के रह रहे हो। और सुनो विक्की कभी हमसे भी मिलने आया करो सिर्फ अपने दोस्त के लिए ही आते हो।
विक्की- जी छोटी मां बिल्कुल अब आया करूंगा वैसे अनूप कहा है।
रजनी- वो अपने कमरे ही होंगे।
विक्की- हां छोटी मां मैं जाता हूं विक्की से मिलने को बाय।
इतना कहे कर विक्की वहां से ऊपर अनूप के रूम में चला गया।
अनूप के रूम पहले उसकी बड़ी बहन निक्की का रूम पड़ता है।
"निक्की एक सुंदर सभ्य प्यारी हमेशा चहेरे पर हल्की मुस्कान रखने वाली लड़की, जिसका उमर होगी करीब 22 साल चहेरे का रंग बिलकुल दूध की तरह साफ और मीडियम साइज के मस्त बूब्स जिस पर कॉलेज के काफी लड़के अपनी जान छिड़कते थे। लेकिन निक्की किसी को भाव नही देती थी।"
विक्की जो निक्की को पसंद करता है लेकिन उमर में बड़ी होने के कारण और दोस्ती के उसूल के चलते वो निक्की को इग्नोर करता था।
निक्की अच्छी तरह से जानती थी कि विक्की उसे पसंद करता है लेकिन निक्की हमेशा विक्की से मजे लेने की फिराक में रहती थी।
स्कूल में 1-2 बार लड़कियों ने विक्की को परपोज भी किया लेकिन विक्की के मन में तो सिर्फ निक्की ही थी।
सामने निक्की को देखते ही विक्की ने आंख छुपाकर अनूप के रूम में जाने लगा।
निकी- अरे विक्की कहा जा रहे हो चोरी छिपे जरा यहां आओ।
विक्की- अरे वो नही दी ऐसी बात नही में तो यूंही,
विक्की जो निक्की को देख एक दम से सब भूल गया क्योंकि निक्की आज एक हीरोइन की तरह लग रही थी।
निक्की -क्या हुआ विक्की कहा घूम हो गए।
विक्की - अरे वो कही नही दी अनूप के पास जा रहा हूं।
निक्की- अच्छा, और बहुत दिन बाद दिखाई दिया।
विक्की - हा दी वो एग्जाम नजदीक है ना इसलिए,
निक्की - अच्छा एक बता
विक्की - हा दी
निक्की - कैसी लग हूं मै
विक्की, निक्की की बात सुन कर शर्मा गया और आंख चुराते हुए,अच्छी लग रही है आप
निक्की - अच्छी कितनी अच्छी
विक्की - बहुत अच्छी
निक्की -मुझे तो यकीन नही हो रहा तू आंख में आंख डाल कर बोल फिर मैं मनु की तू सच बोल रहा है।
विक्की ने अपना चेहरा और जैसे आंख से आंख मिलाई उसका दिल जोरो से दधकने लगा और विक्की वहा से भाग गया सीधे अनूप के रूम में जाके रुका।
और इधर निक्की पीछे से आवाज लगा कर विक्की को रोकने की कोशिश की लेकिन तब वहां जा चुका था और निक्की मन ही मन हसने लगी।
निक्की से मिलने के बाद विक्की अनूप के साथ गांव के बाहर बने फार्महाउस पर पार्टी करने चला गया।
वाहा सिर्फ अनूप, विक्की और उसके 2 दोस्त और 2 रंडिया थी।
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Nice updateअपडेट -6
फार्महाउस पर अनूप ने लॉन में दारू का इंतजाम एक डीजे उसपे 2 रंडी बढ़िया नाच रही और उसके 2 दोस्त राहुल, राका और अनूप मिलके दारू पी रहे थे। जबकी विक्की सिर्फ चखना के मजा ले रहा था और साथ रंडियों के साथ नाच रहा था।
थोड़ी देर बाद राका ने 1 रंडी को पकड़ा और दूसरे कमरे में ले जाकर चोदने लगा।
कुछ देर बाद राहुल ने भी बिल्कुल वैसे ही किया।
अनूप दारू पीते-पीते रूम (जहा चुदाई चल रही थी) में गया और अपनी जेब से पैसे की गाड़ी निकली और उन चुदने बाली रंडियों के ऊपर पैसे उड़ाने लगा।
पीछे से विक्की भी पहुुंच गया। और आज पहली बार विक्की ने लाइव चुदाई देखी थी।
वो ये सब देख कर गरम हो गया था और उसका लंड खड़ा हो गया।
करीब 20 मिनट बाद चुदाई का कार्यक्रम खत्म हुआ वो दोनो रंडियों ने पैसे लिए और हम चली गई।
करीब आधे घंटे बाद राहुल और राका भी चले गए। अब सिर्फ विक्की और अनूप अकेले।
विक्की- अच्छा यार अनूप अब मैं भी चलता हूँ।
अनूप- अबे पागल वागल है अब तो पार्टी शुरू हुई है।
विक्की- मतलब
अनूप- अबे मतलब के बच्चे अब तेरे और अपने लिए 2 रशियन बुलाई मस्त आज रात उनको बजाये गे।
विक्की- नहीं यार ये सब गलत है और मुझसे नहीं होगा।
अनूप- अबे यार कब तक वर्जिन रहेगा हा, तुझे कितनी बार एक बात समझ आएगी।
कभी तो जिंदगी में मजा आएगा या ऐसे मर जाएगा। और उनके लिए देख देसी अपने लिए रसियन मतलब मजे मजे है।
तभी विक्की के फोन पर निधि का फोन आने लगा।
अनूप ने फोन पकड़ा और बोला, जो फैसला लेना सोच समझ कर लेना।
विकी ने फोन रिसीव किया,
निधि- विक्की अभी कितनी देर लगेगी
विक्की कुछ सोचते हुए,
मम्मी अभी तो दोस्त लोग आये हुए हैं अभी लगभाग 1 बजे जायेंगे आने।
निधि- ठीक है तू ऐसे कर रात ज्यादा हो जाएगी तो तू वही रुक जाना और कल सुबह टाइम पर आ जाना।
मेरा फोन कट हुआ और इधर अनूप चल भाई आज तुझे असली मर्द बनाता है।
विक्की और अनूप ने दारु और चकना उठाया और अपने कमरे में चले गए।
अनूप ने दारू गिलास में दाल 2 पैग बनाने लगा।
अनूप- विक्की कभी तूने दारू पी है।
विक्की- ना भाई इसको मुझसे दूर रख बहुत ज्यादा अच्छा मेरे लिए।
अनूप- अच्छा आज मेरे खाने पर ट्राई करो
विक्की- नहीं भाई ये नहीं हो पायेगा
अनूप- अच्छा भाई दोस्ती की खातिर
विक्की- नहीं भाई किसी के लिए खातिर नहीं,
अनूप ने पेग बहुत हल्का बनाया जिसमें सिर्फ पानी था और हल्की सी दारु।
और अनूप ने जबरदस्ती विक्की का मुंह पकड़ के उसको दारु पिला दी।
पहले विक्की को दारु का स्वाद कुछ ख़राब और बदबूदार लगा।
लेकिन एक पेग के बाद अनूप ने दोबारा विक्की को गिलास दिया इस बार विक्की ने कोई झिग झीग नहीं की और चुप चाप पी लिया।
करीब आधे घंटे बाद विक्की को दारू कर असर होने लगा और उसका सर घूमने लगा और उसे ऐसा लगा रहा जैसे वो आसमान में उड़ रहा हो।
विक्की नशे में- क्यू बे तू तो काहे रहा था रसियन आएगा।
अनूप पहले से नशा करता था तो उसे ज्यादा असर हुआ नहीं।
अनूप- हा आएगी बस 5 मिनट और वेट कर।
अब यहां से शुरू होता है अनूप का प्लान, जो चाहता था अनूप को टल्ली कर उसका इस्तेमाल करना था।
(अब आप लोगो को बताऊं कि अनूप एक गांड मारा है मतलब उसे गांड मारने का शौक है।
ये लत उसे बहुत पहले से थी। इसके बारे में विक्की को भी पता नहीं था।)
अनूप ने गेट बंद कर के अपने पूरे कपड़े उतारे और नंगा होके बिस्तर पर चढ़ गया।
विक्की- क्यू बे तू नंगा क्यू घूम रहा है।
अनूप- अबे तुझे चुदाई नहीं करनी क्या?
अपना मोबाइल निकाल कर उसने एक गे पोर्न लगा दी।
विक्की ने पहली बार देखा था कि लड़के आपस में कैसे करते हैं।
इतना कहे अनूप ने विक्की के पेंट के ऊपर से लंड पकड़ लिया और उसे दबाने लगा।
विक्की अभी बाहर चुदाई देख कर गरम था तो उसे भी बहुत मजा आ रहा था।
विक्की- अबे रहने दे,
अनूप- बस अब तू चुप चाप बैठा रहे तुझे मजे दे रहा हूँ।
अनूप ने बेल्ट और बटन खोल कर विक्की की पेंट निकाल दी और अंडरवियर के ऊपर से लंड पकड़ के दबने लगा।
विक्की- अबे यार ये तू क्या कर रहा है. यह सब ग़लत है।
नशे में सिर्फ विक्की बात कर रहा था। और अनूप से छूटने की कोशिश भी की लेकिन नाकामयाब रहा।
यह सब करने का विक्की पहला अनुभव था उसे बहुत ही मजा भी आ रहा था।फिर अनूप ने उसका शर्ट और बनियान उतार दिए।
और उसकी छाती, कमर और पेट पर हाथ फेरने लगा.उसके शरीर पर किस करने लगा और जीभ से छाती को चाटने लगा।
फिर अनूप ने उसे खड़ा किया और उसका अंडरवियर उतार दिया और झटके से उसका 7.5 इंच लंबा लंड सामने आ गया।
अनूप उस पर हाथ फिराने लगा तो विक्की सिसकारी लेने लगा।
फिर अनूप ने उसके लन्ड पर किस किया और जीभ फेरने लगा। विक्की भी अब मजे लेने और सर पर हाथ फेरने लगा.
फिर अनूप उसका लन्ड अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगा.
उसके मुख से आह … उह … उम्म … आह्ह उम्म्ह की आवाज़ आने लगी और वह सिर को पकड़ कर अपने लन्ड पर दबाने लगा।
लगभग 5 मिनट तक मैंने उसका लन्ड चूसा और फिर अनूप खड़ा हो गया।और बिस्तर पर घोड़ी बन कर खड़ा हो गया।
फिर अनूप एक तेल की शीशी लाया और अपनी गान्ड पर तेल लगाया और थोड़ा तेल विक्की के लन्ड पर भी उसने तेल लगाया।
और अपने हाथ से लन्ड पकड़ कर अपनी गांड़ के छेद पर लगा दिया और विक्की से बोला की अब धक्का लगाए।
तेल लगाने से गांड़ का छेद थोड़ा नर्म हो गया।
जिससे उसका सुपारा एक ही बार में गांड के अंदर चला गया।
और अनूप को बहुत तेज दर्द हुआ, एकदम से चीख पड़ा ,ऐसा लगा जैसे किसी ने ब्लेड चला दिया है गांड में,
लेकिन विक्की नशे में था उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा था वो बिना रुके धक्के मारने लगा और अनूप दर्द के मारे चिल्लाये जा रहा था थोड़ी देर में अनूप को दर्द में मजा आने लगा और वह अपनी कमर आगे पीछे करने लगा और झटका मारने लगा।
कुछ देर बाद विक्की झटके तेज-तेज मार रहा था, जो अनूप के लिए बर्दास्त करना मुश्किल था, 10 मिनट बाद भी विक्की का पानी नहीं निकला था।
अनूप ने अपनी गांड से विक्की का लंड निकाल कर विक्की को लिटा दिया और उसका लंड मुँह में लेकर चूसने लगा।
विक्की- अबे साले क्या कर रहा है तू.
विक्की को बहुत अजीब सा लगा लेकिन कुछ देर बाद विक्की को भी मजा आने लगा।
थोड़ी देर चूसते-2 विक्की ने पूरा माल अनूप के मुंह में झाड़ दिया और अनूप ने बिना देर किया पूरा माल पी लिया।
और ऐसे दोनो लोग बिना कपड़ो के और अनूप विक्की का लंड पकड़ के सो गए।
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