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Incest घर की जवान बूरें और मोटे लंड - [ Incest - घरेलू चुदाई की कहानी ]

पायल किस से अपनी सील तुड़वाये ?

  • पापा

    Votes: 196 70.0%
  • सोनू

    Votes: 80 28.6%
  • शादी के बाद अपने पति से

    Votes: 4 1.4%

  • Total voters
    280
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BDSM lover

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प्रिय पाठकों,

मैं अपनी कहानी के किरदारों को किसी चित्र के रूप में पेश कर के अपने पाठकों की कल्पना को बांधना नहीं चाहती.
मैं चाहती हूँ की वो मेरे किरदारों के वर्णन से अपनी कल्पना के आधार पर उन्हें खुद वो रूप दें जो उन्हें पसंद हो.
पर आज मेरा कुछ ऐसे चित्रों से आमना सामना हुआ जिन्होंने मेरी कहानी के उन सभी किरदारों में जैसे जीवन डाल दिया हो.

न जाने क्यूँ मुझे ऐसा लगने लगा की ये चित्र मेरी कहानी के किरदारों के लिए ही बनाये गए है.
ऐसे ही कुछ चित्रों को मैं आप सब के सामने पेश करना चाहती हूँ. हो सकता है की ये आपकी कल्पना से भिन्न हो.
पर मेरी कल्पना में ये एकदम सटीक है.

-मस्तरानी
Carry on BBY
 
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Koi mera bahan ya ma bnegi
 

Seedhasada

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Ye kahani ruk kyon gayi hai
 

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अपडेट १:

उधर सोनू अंगडाई लेता हुआ अपने कमरे से जैसे ही बाहर निकला उसकी नज़र अपनी दीदी पायल पर पड़ी. पायल गले में तोवेल लिए हुए बाथरूम की तरफ जा रही थी. पायल ने टाइट पजामा पहना हुआ था जो पीछे से उसकी चौड़ी चूतडों पर अच्छी तरह से कसा हुआ था. पायल की बलखाती हुई चाल से उसके चुतड किसी घड़ी के पेंडुलम की तरह दायें - बाएँ हो रहे थे. सोनू ने एक नज़र रसोई में डाली तो मम्मी खाना बनाने में वैस्थ थी. सोनू ने अपनी गन्दी नज़र फिर से एक बार पायल दीदी के चूतड़ों पे गड़ा दी और एक हाथ चड्डी में दाल के अपने लंड को मसलने लगा. तभी पायल के हाथ से उसकी ब्रा छुट के निचे गिर गई और वो उसे उठाने के लिए झुकी. पायल के झुकते ही उसकी चौड़ी चुतड पजामे में उभर के दिखने लगी. ये नज़ारा सोनू के लंड की नसों में खून भरने के लये काफी था. अपनी बहन की उभरी हुई चुतड देख उसके लंड ने विराट रूप ले लिया और एक एक नस उभर के दिखने लगी. सोनू ने बिना वक़्त गवाएँ दोनों हाथो को आगे कर के इस अंदाज़ में रखा जैसे पायल दीदी की कमर पकड़ रखी हो. फिर अपनी कमर को पीछे ले जा कर जोर से झटका दे कर ऐसे आगे लाया मानो पायल के चूतड़ों के बीच के छोटे से छेद में अपना विशाल लंड एक ही बार में पूरा ठूँस दिया हो. फिर वैसे ही अपनी कमर को आगे किये सोनू १-२ कदम आगे की ओर गया जैसे वो पायल की गांड के छेद में अपना लंड जड़ तक घुसा देना चाहता हो. तब तक पायल अपनी ब्रा उठा चुकी थी और बाथरूम में घुसने लगी. सोनू झट से अपने कमरे में घुस गया.


कमरे का दरवाज़ा बंद कर सोनू ने बिस्तर पर छलांग लगा दी और तकिये के निचे से एक कहानी की किताब निकाल के पन्ने पलटने लगा. एक पन्ने पर आते हे उसकी नज़रे टिक गई. एक हाथ किताब को संभाले हुए था और दूसरा हाथ चड्डी उतारने लगा था. चड्डी घुटनों से उतरते ही सोनू के हाथ ने लंड को अपनी हिरासत में ले लिया और लंड को अपने अंजाम तक पहुँचाने में लग गया. उसकी आँखे उस पन्ने में लिखे हर शब्द को ध्यान से पढ़ रही थी और हाथ लंड पे तेज़ रफ़्तार में चल रहा था. कुछ ही पलो में सोनू की कमर अपने आप ही बिस्तर से ऊपर उठने लगी और उसके शरीर ने किसी कमान (bow) का रूप ले लिया. सोनू का शरीर ऐसी अवस्था में था की अगर उसकी कमर बिस्तर से उठने के पहले किसी लड़की को उसके लंड पे बिठा दिया जाता तो सोनू का लंड ना केवल उस लड़की की बूर में जड़ तक घुस जाता बल्कि वो लड़की भी २ फीट हवा में उठ जाती. सोनू तेज़ी से अपना हाथ लंड पे चलाये जा रहा था. अचानक उसका बदन अकड़ने लगा और उसके मुहँ से कुछ शब्द फूट पड़े, "आह..!! पायल दीदी...!!". उसके लंड से सफ़ेद गाढ़े पानी के फ़ौवारे छुटने लगे. हर एक फ़ौवारे पर सोनू की कमर झटके खाती और उसके मुहँ से "आह.. पायल दीदी" निकल जाता. ७-८ फ़ौवारे और हर फ़ौवारे पर पायल का नाम लेने के बाद सोनू बिस्तर पर जंग में हारे हुए सिपाही की तरह निढ़ाल हो कर लेट गया. उसकी आँखे कब लग गई पता ही नहीं चला.


इस घटना से पहले एक और घटना हो चुकी थी जिसका अंदाज़ा सोनू को नहीं था. जब सोनू पायल दीदी की चुतड को देख के वो सारी हरकतें कर रहा था तब उर्मिला सीढीयों के पास खड़ी हो के वो सब देख रही थी. लेकिन वहां से उर्मिला सिर्फ सोनू को देख पा रही थीं, पायल को नहीं. सोनू के जाने के बाद उर्मिला वहां आई और बाथरूम के पास वाली खिड़की से बहार देखने लगी. उसे लगा की सोनू खिड़की से बाहर किसी लड़की को देख के वो सब कर रहा था. लेकिन खिड़की से बाहर कोई भी नहीं था. उर्मिला का माथा ठनका. वो रसोई में उमा देवी के पास आती है.


उर्मिला : मम्मी जी...बाथरूम के साथ वाली खिड़की पर अभी कोई था क्या ?

उमा : पगली ... कौन आएगा ? गेट तो बंद है और ना ही मैंने गेट खुलने की आवाज़ सुनी थी. पर तू ये क्यूँ पूछ रही है ?

उर्मिला : कुछ नहीं मम्मी जी.. बस ऐसे ही... मुझे लगा की शायद कोई आया हो. लगता है मेरा वहम था... अच्छा मम्मी जी पायल कहाँ है ?

उमा : पायल नहाने गई है. बस अभी अभी गई है तो थोडा वक़्त लगेगा उसे निकलने में. क्यूँ तुझे कोई काम था क्या पायल से ?

उर्मिला : अरे नहीं मम्मी जी. बस वो कुछ कपडे लेने थे बाथरूम से... कोई बात नहीं. मैं उसके निकलने के बाद ले लुंगी.


उर्मिला वहां से सीधा अपने कमरे में आती है. बिस्तर पर लेटते ही उसके चेहरे पर मुस्कान आ जाती है. "तो मेरा नन्हा देवर अपनी ही दीदी के पीछे लगा हुआ हैं. "दीदी तेरा देवर दीवाना तो सुना था पर यहाँ तो देवर अपनी ही दीदी का दीवाना है". पायल के चहरे पर फिर से मुस्कान आ जाती है. "जो हरकत सोनू कर रहा था जरुर पायल की पीठ उसकी तरफ होगी. ऐसा उसके सामने थोड़ी ना करेगा. वो जरुर पायल की चुतड देख रहा होगा, और क्यूँ ना देखे. पायल की चुतड है ही ऐसी की किसी का भी लंड खड़ा कर दे. भाई-बहन का मिलन तो अब करवाना ही पड़ेगा. पायल और सोनू को बिस्तर पर एक साथ नंगा सोचते ही बदन में आग लग गई. सच में देखूंगी तो ना जाने क्या होगा ?". उर्मिला पायल और सोनू के बारें में सोचते हुए मुस्कुराये जा रही थी. उसका दिमाग वो सारे उपाए खोजने में लग गया जिस से सोनू और पायल के भाई बहन वाले पवित्र रिश्ते को लंड और बूर के गंदे रिश्ते में बदल दिया जाए.


(कहानी जारी है. अब तक कैसी लगी कृपया कर के बतायें )
Mast update. Bhabhi ho toh esi
 

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शादी की सालगिरह पति के साथ मनाकर एक हफ्ते बाद बहन अकसर मायके अपने छोटे भाई के पास आ जाती है, सुहागरात की सालगिरह मनाने...!!

-मस्तरानी
Mera koi bahan bn jao
 

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पाठको के लिए किसकी चुत की कल्पना करते हैं



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Kiski chut h yr
 

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अपडेट ६:

दोपहर के २:३० बज रहे है. घर के सभी लोग खाना खा कर अपने अपने कमरों में अराम कर रहे है. उर्मिला बिस्तर पर लेटी हुई है. उसके दिमाग में सुबह की घटना बार बार घूम रही थी. "बाबूजी तो सोनू से भी दो कदम आगे निकले. सोनू का लंड भी पायल को देख के खड़ा होता है, लेकिन कम से कम वो ऐसे उसे घूरते हुए तो लंड का पानी तो नहीं निकालता. अपने कमरे में जाता है, दरवाज़ा बंद करता है और फिर अपना काम करता है. बाबूजी तो सरेआम वहीँ खड़े हो के पायल को घूरते हुए लंड हिला रहे थे. बेशरम है बाबूजी. सोनू के भी बाप". अपनी इस बात पर उर्मिला को हंसी आ जाती है. "सच ही तो है. बाबूजी सोनू के बाप ही तो है. दो क्या, वो तो ४ कदम आगे रह सकते है. और ये पायल भी बड़ी किस्मत वाली है. घर के दोनों लंड उसकी बूर के लिए उतावले हो रहे है. उसकी गदराई जवानी देख कर किसी दिन बाप बेटे पगला गए तो दोनों एक साथ अपना लंड पायल की बूर में ठूँस देंगे. फिर उच्चलती रहेगी दोनों बाप बेटे के बीच, कभी हाय पापा तो कभी हाय भैया चिल्लाते हुए". ऐसे ही गंदे ख्यालों के मन में आते ही उर्मिला के चेहरे पर मुस्कराहट आ जाती है. कुछ देर बिस्तर पर पड़े रहने के बाद उर्मिला कड़ी होती है और पायल के रूम की तरफ चल देती है.

वहां अपने रूम में पायल बिस्तर पर लेटी हुई है. कान के अन्दर हेडफोन्स घुसाए वो गाने सुन रही है.

उर्मिला : पायल... अरी ओ पायल रानी..!! सो रही है क्या? (पायल का कोई जवाब ना पा कर उर्मिला उसके पास जाती है और उसके कंधे हो हिलाते हुए कहती है) पायल...!!!

पायल : (हडबडा के आँखे खोलते हुए) अरे भाभी आप? सॉरी... मैं हेडफोन्स लगा के थी तो मुझे पता ही नहीं चला.

उर्मिला : (बिस्तर पर पायल के पास बैठते हुए) कोई बात नहीं. ननद भाभी के बीच नो सॉरी नो थैंक्यू. वैसे तेरा दिल तो लग रहा है ना घर में?

पायल : हाँ भाभी... लग रहा है. और छुट्टियाँ किसे नहीं अच्छी लगती?

उर्मिला : (हँसते हुए) वो बात तो है. लेकिन स्कूल कॉलेज की बात ही कुछ और होती है. आज पहला दिन है इसलिए तू खुश है. २-३ दिन के बाद तुझे बोर होने लगेगा घर में.

पायल : (मुहँ बना के) हाँ भाभी. ये बात तो है. कॉलेज में फ्रेंड्स के साथ कैसे समय बीत जाता है पता ही नहीं चलता.

उर्मिला : हाँ एकदम सही कहा... वैसे पायल, तू इतनी सुन्दर है, दूध जैसी गोरी. तेरी फिगर भी एकदम बॉलीवुड की हीरोइन की तरह है. कॉलेज में तो बहुत से लड़के तेरे पीछे होंगे ना?

भाभी के इस सवाल पर पायल थोडा शर्मा जाती है.

पायल : (थोडा शर्माते हुए) हाँ..!! पीछे तो पड़ते है...लेकिन भाभी मैं किसी को भी भाव नहीं देती... गॉड प्रॉमिस....

उर्मिला : अरे मैं ये सब एक सहेली के नाते पूछ रहीं हूँ. ऐसा नहीं है की मैं ये सब घरवालों को बता दूंगी. और एक राज़ की बात बताऊँ? मैं जब कॉलेज में थी तो मैंने एक साथ ३ लड़कों को फंसा रखा था....

उर्मिला की बात सुन के पायल फ़ोन लॉक कर के बिस्तर पर उठ के बैठ जाती है और बड़ी बड़ी आँखों से भाभी को देखते हुए कहती हैं.

पायल : क्या बोल रहे हो आप भाभी? एक साथ ३ लड़के?

उर्मिला : हाँ और क्या? कोई मेरा फ़ोन रिचार्ज करा देता था, कोई मुझे शौपिंग करा देता था तो कोई रोज मुझे कॉलेज से लेने और छोड़ने आता था.

पायल : (हँसते हुए) भाभी आप भी ना...!! सच में..!! ये सोच के ही मेरा दिल घबरा रहा है.

उर्मिला : क्यूँ ? वो लड़के मुझे गर्लफ्रेंड बना के अपने दोस्तों के सामने इतरा सकते है तो उसका थोडा भुगतान तो करना ही पड़ेगा ना?

पायल : लेकिन भाभी .... फिर तो वो लड़के भी आपके साथ 'वो' सब करते होंगे ना....

उर्मिला : वो सब? जरा खुल के बोलो पायल रानी. ये भाषा मेरी समझ में नहीं आती.

पायल : (मुस्कुराते हुए ) आई मीन भाभी...किस्सिंग, यहाँ वहां हाथ लगाना.....

उर्मिला : हाँss..!! थोडा बहुत तो करने देती थी. लेकिन इस से कभी कुछ ज्यादा नहीं.

पायल (मुस्कुराते हुए) हम्म...! मतलब आपने अपने आप को भैया के लिए बचा के रखा था, हैं ना?

उर्मिला : मैंने ऐसा तो नहीं कहा ....

भाभी का जवाब सुन के पायल के चेहरे का रंग उड़ जाता है.

पायल : मतलब भाभी आपने.... शादी से पहले ही वो सब.....

उर्मिला : शादी से पहले? पगली उस वक़्त तो मैं स्कूल में थीं, १२ वीं कक्षा में.

पायल : (बड़ी बड़ी आँखे कर के) बापरे भाभी..!! स्कूल में ही? वो क्या आपकी क्लास में था?

उर्मिला : अब वो कौन था ये मत पूछ. तू यकीन नहीं करेगी.

पायल : (हाथो से भाभी की जांघो को झिंझोड़ते हुए) भाभी प्लीज... बताइए ना...कौन था वो...प्लीज भाभी....

उर्मिला : रहने दे पायल. मेरी सारी बातें जान लेगी और जब तेरी बारी आएगी तो मुझे कुछ नहीं बताएगी तू.

पायल : सच भाभी...मैं भी आपसे कुछ नहीं छूपाउंगी....गॉड प्रॉमिस...(पायल अपने गले को छु कर कहती है)

उर्मिला : वादा करती है? मुझसे सब शेयर करेगी? कभी कुछ नहीं छुपाएगी?

पायल : हाँ भाभी ... आई प्रॉमिस...

उर्मिला : (दोनों पैरों को उठा के बिस्तर पर रख लेती है और एक गहरी सांस लेकर) वो मेरे सगे चाचा का लड़का था, मेरा चचेरा भाई...

उर्मिला की बात सुन के पायल की आँखे बड़ी बड़ी हो जाती है, मुहँ खुल जाता है और उसका हाथ अपने आप ही मुहँ पर आ जाता है.

पायल : माई गॉड भाभी....आपने अपने भाई के साथ ही......

उर्मिला : तो इसमें क्या है पायल? देख ... जब लड़की की जवानी में आग लगती है ना, तो उसे सिर्फ लंड दिखाई देता है. अब वो लंड किसका है इस बात से उसे कोई फरक नहीं पड़ता. उस लंड से बूर की प्यास बुझनी चाहिए बस.

पायल : (उर्मिला की बात से पायल कुछ हद तक सहमत है) बात तो आपकी ठीक है भाभी. लेकिन.....(पायल कुछ सोच में पड़ जाती है)

उर्मिला : लेकिन? बोल ना? क्या पूछना चाह रही थी तू?

पायल : (थोड़ी हिचकिचाते हुए एक बार उर्मिला की और देखती है फिर नज़रे झुका के ऊँगली से दुसरे हाथ की ऊँगली के नाख़ून को कुरादने लगती है. उर्मिला भी उसे समय देती है. कुछ समय की ख़ामोशी के बाद) भाभी... मैं ये बोल रही थी की आपकी बात से मैं सहमत हूँ की जब लड़की को कुछ कुछ होता है...(उर्मिला एक बार फिर पायल की बात काट देती है)

उर्मिला : ये क्या शाहरुख़ खान और काजोल की फिल्म चल रही है? मैडम .... फिल्म में जो 'कुछ कुछ होता है' वो दिल में होता है, यहाँ जो 'कुछ कुछ होता है' वो बूर में होता है. और मैंने तुझसे कहा ना की मेरी समझ में ये भाषा नहीं आती. खुल के बोल....

पायल : (उर्मिला की बात सुन के पायल को जोरो की हँसी आ जाती है. वो हँसते हुए कहती है) हाहाहाहाहा भाभी...आप भी ना..!! (फिर अपनी हंसी को काबू करते हुए) अच्छा भाभी आई एम सॉरी ... अब मैं उसी भाषा का इस्तेमाल करुँगी जो आपको समझ आती है, अब ठीक है?

उर्मिला : ये हुई ना बात...!! अब बोल, क्या पूछ रही थी तू ?

पायल : भाभी मैं बोल रही थी की आपकी बात से मैं कुछ हद तक सहमत हूँ की जब किसी लड़की को कु...मेरा मतलब है की उसकी बूर में आग लगती है तो उसे सिर्फ लंड ही दीखता है. लेकिन भाभी इसका ये मतलब तो नहीं की वो किसी का भी लंड ले ले... चचेरा भाई भी तो आखिर भाई ही होता है ना?

उर्मिला : पगली तू चचेरे भाई की बात कर रही है ? यहाँ को लड़कियां अपने सगे भाई का लंड भी ले लेती है....

उर्मिला की बात सुन के पायल की आँखे बड़ी हो जाती है, मुहँ खुल जाता है. कुछ ही क्षण में पायल हाथों से अपने कान बंद कर लेती है.

पायल : छीssss भाभी...!!! कुछ भी बोल रही हैं आप.

उर्मिला : अरे सच बोल रही हूँ. भाई तो छोड़, लडकियाँ तो अपने बाप का लंड भी ले लेती है....

ये सुन के पायल फिर से हाथों से अपने कान बंद कर लेती है और आँखे भी.

पायल : छीssssss भाभी...आप कितनी गन्दी हो...

उर्मिला : वाह री मेरी ननद रानी..!! बाहर कोई लड़की अपने बाप भाई से चुदवाये और गन्दी बनू मैं?

पायल : भाभी मेरे कहने का मतलब है की कहीं भी ऐसा कुछ नहीं होता. ये सब आप मुझे परेशान करने के लिए बोल रहीं है...हैं ना?

उर्मिला : हाँ हाँ ... तू मेरी सबसे बड़ी दुश्मन जो है. मैं तुझे वही बता रही हूँ पायल जो सच में घरों में होता है. तुझे परेशान कर के मुझे क्या मिलेगा ?

पायल : लेकिन भाभी मुझे अब भी यकीन नहीं हो रहा की ऐसा भी कुछ होता है.

उर्मिला : और अगर मैंने साबित कर दिया की ऐसा होता ही नहीं बल्कि बहुत ज्यादा भी होता है तो ?

पायल : (भाभी का आत्मविश्वास देख के थोड़ा हिचकिचा जाती है) तो...तो...तो मैं आपकी बात मान लुंगी..

उर्मिला : फिर ठीक है. तू यहीं रुक, मैं ५ मिनट में आती हूँ.

उर्मिला कमरे से बाहर चली जाती है. उसके जाते ही पायल एक हाथ अपने सर पर रखती है और 'धम्म' से बिस्तर पर गिर जाती है. "ओह माई गॉड...!!! भाभी ये सब क्या बोल रही थी?", उसके मन में उथल पुथल होने लगती है. कई सवाल एक साथ उसके मन मेंMast update👍👍 गते हैं. "कोई लड़की अपने ही पापा और भाई के साथ....?? नो नेवर...ऐसा हो ही नहीं सकता...". पायल अपने मन को यकीन दिलाने की कोशिश करती है की ये सब मात्र एक झूठ था. लेकिन उसके अन्दर एक उत्सुकता भी थी जो उसे कहीं ना कहीं उर्मिला की बातों पर यकीन करने के लिए उकसा रहा थी. "अगर भाभी की बात सच हुई तो?....क्या सच में कोई लड़की अपने पापा और भाई का लंड ले सकती है?". ऐसे ही कई सवालों में घिरी पायल बिस्तर पर लेट के उर्मिला का इंतज़ार करने लगती है.

(कहानी जारी है. अब तक कैसी लगी कृपया कर के बतायें )
Mast update👍👍👍
 
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