Studxyz
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Rang mein bhang pad gya radhika ki choot bhi sukhi hi reh gyi aur rahul ka lund bhi akdane ke baad sukh ke rui jesa ho gya hai
Good start to the story. Make it very erotic.मज़ाक मस्ती और जलनरत्ना भाभी.. क्यूं राहुल तू तो कहता था की तू मेरे होते हुए कभी शादी नहीं करेगा आज तू मेरी शौतन को लाके अच्छा नहीं किया।
माधवी भाभी..राहुल के कान में क्यूं राहुल मैं भी तो तुझे वही बुर देती जो मेरी शौतन तुझे देने वाली है फिर मुझसे ये रुसवाई क्यूं...
हद तो तब हो गई जब उसकी भाभी जानकी ने सबके होते हुए उसका लौड़ा पकड़कर मसल दिया और बोली...तूने मुझसे भी ज्यादा सुंदर मेरी शौतन लाके अच्छा नहीं किया राहुल और उसने राहुल की गोटिया मसल दी जिससे राहुल बिलबिलकर रह गया।
इधर राहुल की गोटिया तो मसल चुकी थी उधर राधिका भी कुछ भाभियों से और कुछ गांव की उसकी नन्दे उसे छेड़ रही थी।
अर्चना..जो राहुल को बहुत ही प्यार करती थी लेकिन घर की इज्जत और बदनामी के चलते वह कभी राहुल से अपने प्यार का इजहार नहीं कर पाई और आज जब राधिका इतनी सुंदर लड़की को राहुल की बीबी बनते देख उसकी जलन उससे बर्दास्त नही हो रही थी।
अर्चना...मेरी नई नवेली राधिका भाभी आज तेरी सुहागरात है जरा हमे भी बताओ इस रात को कैसे मनाते है हमने तो सुना है आज रात काला नाग अपनी बिल में जाकर आता है भाभी आपने बिल को अच्छे खुलवा लिया है नहीं तो कही ऐसा ना हो नाग बिल के ऊपर ही ठोकर मार मारकर अपना दम तोड दे।
आशा भाभी...हां तू तो ऐसे कह रही है जैसे ये अपने बाप के घर काले नाग पाल रखे थे जिसे यह अपने बिल में रोज घुसवाती थी बता ना राधिका क्या सच में तू रोज काले नाग को बिल में घुसवती थी।
राधिका..लोगो की ऐसी बाते सुन सुनके उसकी बुर पानी से भीगी जा रही थी उसकी सांसे गर्म हवा छोड़ने लगी थी और उसकी धड़कन किसी ट्रेन की तेज रफ्तार जैसी तेज भाग रही थी।
अभी ये सब चल ही रहा था की अचानक एक कमरे से किसी के चीखने की आवाज आई जिसे सुन सभी उस कमरे की ओर दौड़ पड़े...
कमरे में किशन को अचानक दिल का दौरा पड़ने से उसकी हालत बहुत बुरी हो गई थी उसकी आंखे तंग चुकी थी और मुंह से झाग सा निकल रहा था जिसे देखकर घर के सभी लोग किशन को जल्दी जल्दी से हॉस्पिटल की ओर भागे हॉस्पिटल गांव से दूर था लेकिन साधन उचित समय पर मिल जाने के कारण लोगो ने शहर में हॉस्पिटल में ही एडमिट करने को कहां कभी लोगो के साथ साथ राहुल भी गाड़ी में बैठ गया उसे भी अपने पिता की चिंता अधिक थी।