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Incest चाचा बनें सैंया

HornyRiya

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यह कहानी एक ठरकी चाचा और उसकी जवान कुंवारी भतीजी की है । यह कहानी उत्तर प्रदेश के एक गाँव की है । मैं अब कहानी के पात्रों के संदर्भ में जानकारी देती हूँ । लेकिन पात्रों की जानकारी देने से पहले मैं उस गाँव के वातावरण के संदर्भ में थोडी जानकारी देती हूँ । इस गाँव में ज्यादातर परिवार गरीब है । यहाँ आस पास नौकरी नही मिलती । गाँव के बहुत से लोग अपनी बेटियों को बेच देते हैं धंधे पर लगा देते हैं या घर मैं ही मर्द बुलाकर चुदवाने लगते हैं यहाँ लड़कियों और लड़को दोनो की शादी होने में बहुत समस्या उत्पन्न होती है। ऐसे परिवेश में वातावरण सामान्य नही होता उसके कारण लोगो के आपसी व्यावहार सामान्य नही होते । तो अब इस परिवार मे एक पिता, एक मां, एक भाई, एक चाचा, एक चाची, एक चचेरा भाई, दो मामा और उनके परिवार है । मैं अब एक एक करके परिवार के सभी सदस्यों की विस्तार से जानकारी दूंगी । ( धन्यवाद ) बाकी अगले लेख में.....
 

pussylover20

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यह कहानी एक ठरकी चाचा और उसकी जवान कुंवारी भतीजी की है । यह कहानी उत्तर प्रदेश के एक गाँव की है । मैं अब कहानी के पात्रों के संदर्भ में जानकारी देती हूँ । लेकिन पात्रों की जानकारी देने से पहले मैं उस गाँव के वातावरण के संदर्भ में थोडी जानकारी देती हूँ । इस गाँव में ज्यादातर परिवार गरीब है । यहाँ आस पास नौकरी नही मिलती । गाँव के बहुत से लोग अपनी बेटियों को बेच देते हैं धंधे पर लगा देते हैं या घर मैं ही मर्द बुलाकर चुदवाने लगते हैं यहाँ लड़कियों और लड़को दोनो की शादी होने में बहुत समस्या उत्पन्न होती है। ऐसे परिवेश में वातावरण सामान्य नही होता उसके कारण लोगो के आपसी व्यावहार सामान्य नही होते । तो अब इस परिवार मे एक पिता, एक मां, एक भाई, एक चाचा, एक चाची, एक चचेरा भाई, दो मामा और उनके परिवार है । मैं अब एक एक करके परिवार के सभी सदस्यों की विस्तार से जानकारी दूंगी । ( धन्यवाद ) बाकी अगले लेख में.....
Kab aayega update ji
 

HornyRiya

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(1) पिता:- धनेश्वर उर्फ धनु, आयु :- 54 , पड़ोसी गाँव की एक लड़की के साथ भागा हुआ है । उस लड़की के घरवाले उसे खोज रहे हैं । (2) माँ:- रमावती, आयु:- 46, पिता और मां की ज्यादा नहीं बनती थी । उनमें आये दिन झगडा होता था । अब पिता के जाने के बाद मां को ही घर की रोजमर्रा की आवश्यकताओं को पूरा करना पड़ता है। (3) मैं रोहिनी , आयु:- 27, कुंवारी हूं, स्नातक किया है । यहां पर यह बहुत बड़ी उपलब्धी है। सोचा था कि अच्छा काम मिल जायेगा, लेकिन अभी तक कोई विशेष सफलता नहीं मिली है । मैं देखने में "कलयुग" फिल्म की "दीपल शॉ" जैसी दिखती हूं । (4) छोटा भाई राघव, आयु :- 18, स्नातक के प्रथम वर्ष का छात्र है । इसकी पढ़ाई का खर्चा चाचा उठाते हैं । ये बहुत ठरकी, मुँहफट और तिकड़मबाज है । (5) चाचा सुधेश्वर, आयु :- 45, इनको लोग साधु या मजाक में सुधा भी कह देते हैं । ये बिजली विभाग में कार्यरत हैं । चाची को छोड़ दिया है । लेकिन तलाक नहीं लिया है। चाची इनके व्यावहार को अच्छे से समझती थी । वो एक अच्छे घर से थी । पता नहीं चाचा के व्यावहार को कैसे बर्दाश्त कर लेती थी । (6) चचेरा भाई विभव, आयु :- 14, ये अब चाची के साथ ही रहता है । इसकी और राधव की बहुत लड़ाई होने लगी थी । जब तक वो यहाँ था वे लड़ते हे रहते थे। वो मुझसे ज्यादा बात नहीं करता है । (7) चाची सुधा😂, सुधा+ सुधा, समझ में आया । आयु :- 40। ये कालेज मे पढ़ाती हैं। ये मेरी समझ में कभी नही आयी । इनका व्यावहार दूसरों से अलग है। वो कैसे ये आगे पता चलेगा । मेरे दो मामा है लेकिन उनका और उनके परिवार की कोई खास भूमिका नहीं है । ( अब के लिए इतना ही, अगर कोई प्रश्न हो तो लिखना। धन्यवाद) और मिलेंगें अगले लेख में......
 

mahic4f

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(1) पिता:- धनेश्वर उर्फ धनु, आयु :- 54 , पड़ोसी गाँव की एक लड़की के साथ भागा हुआ है । उस लड़की के घरवाले उसे खोज रहे हैं । (2) माँ:- रमावती, आयु:- 46, पिता और मां की ज्यादा नहीं बनती थी । उनमें आये दिन झगडा होता था । अब पिता के जाने के बाद मां को ही घर की रोजमर्रा की आवश्यकताओं को पूरा करना पड़ता है। (3) मैं रोहिनी , आयु:- 27, कुंवारी हूं, स्नातक किया है । यहां पर यह बहुत बड़ी उपलब्धी है। सोचा था कि अच्छा काम मिल जायेगा, लेकिन अभी तक कोई विशेष सफलता नहीं मिली है । मैं देखने में "कलयुग" फिल्म की "दीपल शॉ" जैसी दिखती हूं । (4) छोटा भाई राघव, आयु :- 18, स्नातक के प्रथम वर्ष का छात्र है । इसकी पढ़ाई का खर्चा चाचा उठाते हैं । ये बहुत ठरकी, मुँहफट और तिकड़मबाज है । (5) चाचा सुधेश्वर, आयु :- 45, इनको लोग साधु या मजाक में सुधा भी कह देते हैं । ये बिजली विभाग में कार्यरत हैं । चाची को छोड़ दिया है । लेकिन तलाक नहीं लिया है। चाची इनके व्यावहार को अच्छे से समझती थी । वो एक अच्छे घर से थी । पता नहीं चाचा के व्यावहार को कैसे बर्दाश्त कर लेती थी । (6) चचेरा भाई विभव, आयु :- 14, ये अब चाची के साथ ही रहता है । इसकी और राधव की बहुत लड़ाई होने लगी थी । जब तक वो यहाँ था वे लड़ते हे रहते थे। वो मुझसे ज्यादा बात नहीं करता है । (7) चाची सुधा😂, सुधा+ सुधा, समझ में आया । आयु :- 40। ये कालेज मे पढ़ाती हैं। ये मेरी समझ में कभी नही आयी । इनका व्यावहार दूसरों से अलग है। वो कैसे ये आगे पता चलेगा । मेरे दो मामा है लेकिन उनका और उनके परिवार की कोई खास भूमिका नहीं है । ( अब के लिए इतना ही, अगर कोई प्रश्न हो तो लिखना। धन्यवाद) और मिलेंगें अगले लेख में...

lagta hain yeh chachi bhi kaafi shaukeen hai
 
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HornyRiya

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मेरी स्नातक होने के बाद मैं नहीं पढ़ सकी क्योंकि हमारे परिवार के आर्थिक हालात ठीक नही थे। मेरे पिता गांव की एक लड़की के साथ भाग गए थे। हमने अपने रिश्तेदारी के लोगो से बहुत सहायता मांगी, परन्तु किसी ने कोई मदद नहीं की। जिस घर की लड़की हमारे पिता के साथ भागी थी वे भी आकर हमको धमकी देते थे। मेरे भाई की पढ़ाई छूटने के आसार दिखने लगे थे। मेरी मां लोगो के घर जाकर नौकरानी का काम करती थी, परंतु सिर्फ उनकी कमाई से घर चलना कठिन था। मैंने भी कई जगह कोशिश की परंतु बात बनती नहीं दिख रही थी। एक दिन मेरे चाचा सुधेश्वर हमारे घर आए।
चाचा सुधेश्वर:– भाभी, ओ भाभी, किधर हो।
मैं:– मां घर पे नहीं है चाचा। शाम को आएंगी। कुछ काम था क्या?
चाचा सुधेश्वर:– हां, काम तो है, चल मैं थक गया हूं मेरे लिए पानी ला थोड़ा मटकी से।
मै:– ठीक है चाचा अभी देती हूं (मै पानी लेने के लिए नीचे जमीन पर रखी मटकी से पानी लेने के लिए झुकी)
 
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HornyRiya

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मैंने पीले रंग की छींट वाली सलवार कमीज डाली थी। मैंने देखा की चाचा मेरी तरफ घूर के देख रहे थे। आज उनकी नजर में खोट साफ साफ दिख रहा था। लेकिन मैं कुछ नहीं बोली। मैंने पानी लिया और गिलास चाचा की तरफ बढ़ाया। मैं:– ये लो चाचा पानी पी लो (ये कहते हुए मैने गिलास उनकी तरफ बढ़ाया)। चाचा:– ला रोहिणी (ये कह के वो गिलास मेरे हाथ से लेने लगे, गिलास लेते समय उन्होंने ऐसी तरह लिया गिलास लिया की वो मेरे हाथ को छू सकें, उन्होंने मेरे हाथ की थोड़ा मसला भी)। चाचा:– बहुत प्यास लगी है रोहिणी, आज मेरी प्यास बुझा दे। क्या चाचा? (मैंने सकपका कर कहा)। चाचा:– मतलब मेरी प्यास अभी बुझी नही है। थोड़ा और पानी ला
 
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