" चैट विथ सोफिया आलम नकवी "
"दोस्तों चैट करो मेरे साथ "
अपने अपने अनुभब शेयर करो . तन्हाई के आलम में जहाँ केबल "में और आप " होंगे
जहाँ आप अपनी फीलिंग्स बिना झिझक मुझे बता सकते हो.
लेकिन याद रखना आप "हैवानो" की दुनिया में जा रहे हो "नरपिशाचों "की दुनिया में जा रहे हो.
सम्हलकर कर जाना कही आप को प्यार न हो जाए, कही आप की जान न चली जाए .
दोस्तों यहाँ जो भी सबाल होंगे वो बुल्कुल सच होंगे,जो मेरे से लोगो ने चैट पर पूछे होंगे, यदि आप के पास उन सबालो के जबाब हो तो आप भी कमेंट कर के उन सबालो के जबाब दे सकते हो, होसकता है आप का एक कमेंट किसी की परेशानी का हल बन जाये.
दोस्तों हाजिर हूँ आप की बारगाह में आप लोगो के साथ की हुई चैट के अनुभब साझा करने आप के सबालो
का जबाब देने.तो शुरू करते है " चैट विथ सोफिया आलम नकवी "
सबाल- में सात साल से अपनी माँ को चोदता हूँ ,लेकिन तीन महीने पहले मेरी दो बहनो ने हमें देख लिया और बो भी हमारे साथ चुदाई के खेल में शामिल हो गई ,कुछ दिन तो मुझे बहुत मज़ा आया लेकिन रोज रोज में तीन तीन लोगो को नहीं चोद पा रहा हूँ,माँ तो फिर भी मान जाती है लेकिन मेरी दोनों बहिने तो दिन में तीन चार बार चुदाई करने को कहती है , जो काम मुझे पहले मज़ा लगता था अब सजा लगने लगा.उन तीनो को रोज कैसे ठंडा करू घर की बात ही किसी बाहर बाले को शामिल भी नहीं कर सकता हो सके तो मेरी समस्या का कोई हल बताइये ?