Rahul007
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Superb! Lovely! Fantastic update! Mind blowing story! Extraordinary writings.
Nice updateUpdate 5
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अनु ने फाइनली राहत कि सांस ली कि अब उसे मासी के घर के उस गंदे से कमरे में नहीं सोना पड़ेगा।
फिर भी उसने कहा
अनु - भैया !! आपने रूम क्यों बुक किया , हम कर लेते ना एडजस्ट एक रात कि ही तो बात थी। कल तो रात में शादी है ही।
समीर - अनू!! मुझे पता है तुम वहा कभी नहीं सोती। ओर रात भर छत पर बैठ के बिताती
अनु ने एक हल्की सी मुस्कान देते हुए मुझे देखा जैसे मन ही मन मुझे थैंक्स बोल रही हो।
मैंने भी वापस मुस्कान दी और कहा
समीर - अच्छा अब आराम करो। हम बहुत थक गए है सुबह के लिए कोई बहाना भी सोचना होगा कि क्या बोलना है।
अनु जानती थी कि मैं कुछ ना कुछ कर लूंगा जिससे कोई प्रॉब्लम ना हो तो वो ज्यादा परेशान नहीं थी
मैं अनू को आराम करने का बोलके बाथरूम मे घुस गया। ओर अच्छे से फ्रेश हुआ।
फाइनली मुझे दिन भर कि परेशानी के बाद कुछ सुकून मिल रहा था, 3 स्टार होटल का महकता कमरा मेरी हर थकान दूर कर दे रहा था, मैंने कुछ ज्यादा ही समय लिया , मुझे लगा कि अनू सो गई होगी अबतक qki मुझे बाथरूम मे आधा घंटा हो गया था हर तरह से फ्रेश होते होते।
जब मै बाहर निकाल तो मैने वो नजारा देखा जिससे मेरे पूरे बदन में एक आग सी दौड़ गई। अनु ने अपना दुपट्टा हटाया हुआ था और उसकी ब्लाउस में उसके बूब्स मुझे साफ महसूस हो रहे थे।
इस तरह अकेले रूम में अपनी बहन को इस तरह देखकर मेरे लन्ड में आग लगना स्वाभाविक था।
अनु - भैया ! एक प्रॉबलम है
समीर - क्या हुआ बेबी बोलो ना!
अनु - मुस्कुराते हुए
भैया हम सोने के कपड़े तो लाए ही नहीं
समीर - अरे हां !! ये तो प्रॉब्लम हो गई
अनु - सैड सा मुंह बनाते हुए
समीर - अच्छा कोई बात नहीं । तू फ्रेश हो जा पहले फिर देखते है
अनु - क्या भैया मैं कैसे फ्रेश होऊंगी इस ड्रेस में
खराब हो जाएगी ये तो आप ने तो बदलने भी नहीं दी।
समीर - कुछ सोचते हुए, सॉरी अनू , मैंने ध्यान नहीं दिया।
अनु - अरे सॉरी मत बोलो भैया , अच्छा आप टॉवेल दो मुझे
मैंने अनू को कहा कोन कोन सा टॉवेल ??
अनु - वही जो आपने अपने कमर में पहन रखा है
दरअसल कपड़े तो थे नहीं तो मैंने जींस खोल के टॉवेल पहन लिया तो ओर सोचा था कि टॉवेल में ही सो जाऊंगा पर मुझे अनू का ध्यान ही नहीं था कि वह सोएगी कैसे। शायद मुझे ध्यान था कि होटल में AC है तो हम कंबल होगा ही तो शायद हमे सोने में दिक्कत ना हो। पर यहां तो बात कुछ और हो रही थी
अनु - भैया दो ना आप ये चादर ओढ़ लो ।
समीर अच्छा लो
मैंने चादर ओढ़ी ओर अंदर में टॉवेल निकाल के से दिया
अनु मुझे देख के हसने लगी
तभी हम दोनों को नजर मिली और शायद हम दोनों को कल रात वाली बात याद आ गई तो अनू अचानक झेप गई और टॉवेल लेके बाथरूम मे घुस गई
मैं अनू का इंतजार करने लगा, अंदर से नल चलने कि आवाज मुझे जगाई हुई थी। थोड़ी देर में मेरी आंख लगने लगी।। मैं आंखे बंद ही करने वाला था कि मैंने अनू को बाथरूम का दरवाजा खोलते हुए सुना।
अनु - भैया !!
समीर - हा अनू!!
अनु - ईईईईई भैया इधर मत देखो उधर देख के ही बात करो
मैं समझ गया अनू ने लंहगा उतार दिया है,पर अभी वो किस हालत में है में ये नहीं जानता था
समीर - अच्छा बोल ना क्या बात है बेबी
अनु - भैया।।। शायद उसे शर्म आ रही थी
अनु - भैया वो
समीर - है बेबी बोल ना ! क्या हुआ ! मैंने प्यार से कहा
अनु - में लंहगे में ही सो जाती हूं भैया
समीर - क्यों अनू । कैसे सोओगी उसमे । नींद भी नहीं आयगी
अनु - पर मैं टॉवेल में कैसे??
समीर - अरे बेबी तुम शर्मा क्यों रही हो । हम फ्रेंड्स है ना । यूं कैन कम आउ ट
अनु - रिएली भैया??
समीर - हा अनू
अनु - ओके, कहते हुए उसने बाथरूम का दरवाजा पूरा खोला ओर रूम में आ गई।
टॉवेल उसके बदन से पूरी चिपकी हुई थी , उसके बूब्स के उभार मुझे साफ साफ दिखाई दे रहे थे। उसके कंधो पर उसके ब्रा के स्ट्रिप्स मुझे पागल कर रहे थे, मेरा लन्ड पूरा हार्ड हो गया था जो की चादर के अंदर ही था और चादर पे टेंट बना रहा था।
अनु के बाल भीगे हुए थे। मैंने कहा अनू टम्हारे बाल भीगे हुए है, इनको सूखाओगी नहीं तो सर्दी हो जाएगी तुम्हे,
अनु ने फिर मुझे एक सैड् सा लुक दिया
अनु - भैया पर सुखाऊं किससे, टॉवेल तो ……
कुछ सोचते हुए
रहने दो भैया मैं ऐसे ही सो जाउंगी
अनु ने खीजते हुए कहा
समीर - बाबू तुम क्यों परेशान है रही हो, तुम उसी टॉवेल को यूज करो ना
मैंने थोड़ा सकुचाते हुए कहा
क्या तुमने अंदर कुछ नहीं पहना बेबी
अनु मेरी झिझक को समझते हुए बोली
अरे नहीं भैया पहना तो है तो पर आपके सामने ???
मैं कैसे ???
समीर - क्या अनू , अभी तो मैंने कहा ना कि वी अर फ्रेंड्स , तो इट्स फाइन विथ मी।
अनु - अच्छा ओके भैया , मैं सूखा लेती हूं
ऐसे कहके उसने धीरे धीरे अपने बदन से टॉवल को हटाना शुरू किया
शर्म से उसके आंख बंद हो गए थे और मेरी नजर उससे हट ही नहीं रही थी
अनु - भैया !! उधर देखो ना
समीर - किधर अनू ( उसके टॉवेल को देखते हुए)
अनु - अरे उधर भैया , ऐसा कहके वो मुस्कुरा दी और टॉवेल हटाने लगी क्योंकि उसे पता था कि में उसे ही देखूंगा, शायद अनू को भी अब मजा आ रहा था
अनु के बदन से टॉवेल हटते ही मुझे लगा कि मेरे सामने दुनिया की सबसे सेक्सी लड़की खड़ी है,
अनु ने लाल रंग कि ब्रा और लाल रंग कि ही पैंटी पहनी हुई थी।
वो टॉवेल उठने के कि नीचे झुकी तो उसके बूब्स ठीक मेरे सामने आ गए जिसे देखकर मेरा लन्ड कंबल के अंदर पूरा हार्ड हो गया और ऊपर बहुत बड़ा टेंट बन गया जिसे शायद अनू ने भी नोटिस किया था।
उसने टॉवेल उठाया और अपने बाल पोछने लगी। वो बहुत आराम आराम से अपने बालो को सूखा रही थी, जैसे उसे किसी बात कि जल्दी ना हो, बाल सूखने के बाद उसने टॉवेल को अपने बालो पर ही बांधा और मेरी तरफ देखा
मैंने अचानक से अपना मुंह दूसरी तरफ कर लिया
अनु ने ये देख लिया
अनु - भैया बहुत नॉटी हो रहे हो आजकल
समीर - अच्छा जी, कैसे
अनु - अच्छा छोरो ¡¡ देखो ना दिन भर गर्मी के कारण थोड़ी खुजली हो रही है
समीर - अच्छा पाउडर लगा देता हूं , रूम सर्विस से मांगा के।
यह कहते हुए में उसकी तरफ देखने लगा
अनु - नहीं भैया बहुत रात हो गई है, अब हमें सोना चाहिए
समीर - अच्छा ठीक है, आओ !! मैंने उसके बेड के तरफ का चादर हटा दिया जिससे वो अपने चादर मे आके सो सके
वो धीरे धीरे मेरे पास आ गई, उसके गाल शर्म से पूरे लाल हो गए थे , वो अपने हाथो से कभी अपने बूब्स तो कभी अपने पैंटी को ढक रही थी,
बेड के बगल मे आकर उसने एक नजर मेरे लंड के जगह पे डाली जहा एक ऊंचा टेंट बना हुआ था
जब मैंने उसको अपने लन्ड को घूरते हुए देखा ओर हमारी नजर मिली तो अनू बुरी तरह शर्मा गई, मेरा तो जैसे पैंट मे ही निकलने वाला था
वो जल्दी से बेड मे आके चादर में मेरे दाए तरफ घुस गई , ओर अपने आप को गले तक ढक लिया
मैं ये देख कर हस पड़ा और अनू भी अब कंफर्टेबल थी तो वो भी हसने लगी
अनु - आप ना भैया बहुत बदमाश हो गए हो
कैसे देख रहे थे मुझे
समीर - अरे अपनी बहन को देख रहा था कि कितनी सुन्दर हो गई है मेरी अनू
अनु - अच्छा कोई अपनी बहन को ऐसे देखता है
समीर - है बिल्कुल, अगर कोई अपनी बहन से प्यार करता है तो जरूर देखेगा, यु नो ना अनू हाउ मच आई लव यू, में तुम्हारे कम्फर्ट के लिए कुछ भी कर सकता हूं अनू, ओर जहा तक तुम्हे देखने कि बात है तो तुम बिल्कुल परी लग रही थी अनू इसलिए मेरी नजर तुमसे हटी ही नहीं, अगर तुम्हे बुरा लगा तो……..
ये कहते कहते ही अनू ने अपने हाथ मेरे होठों पे रख दिए और कहा n
अनू - नहीं भैया , आप सॉरी मत बोलो , मै बहुत लकी हूं जो मुझे आप जैसे भाई मिला जो मेरे लिए इतना कर सकता है, आई लव यू सो मच भैया
ओर ऐसे कहकर अनू ने अपनी बाहें फैला दी
हम दोनों ने लेटे लेटे ही हग किया, इस हग मे कोई वासना नहीं बल्कि सिर्फ भाई बहन का प्यार था