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Adultery जबरजस्त संस्कारी परिवार की प्यार की ये एक कहानी !!! भाग-01

Loveyounaagi

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फिर मिमी ने हस्ते हुए अपना टॉप चूचू के मुंह पर फेका,
चूचू ने पकड़ा और ओह माय गॉड वाव मिमी आप तो दिन में भी नंगी हो रही हो और अभी आ तो पी भी नहीं हे कोई शराब वगैरह
मिमी: हम्ममम
चूचू: हम्ममम क्या??? बोलो ना आप कुछ पी कर आई हे क्या,?
मीमि: नहीं तो में अब कभी नहीं पीने वाली कोई शराब या बियर वगैरह?
चूचू: तो फिर ये जन्नत जैसी क्यों बन के चल रही हो,?
मिमी: ही ही ही ही.... में जन्नत बन कर चल रही हु,?
चूचू: और भी तो क्या कितनी मस्त चाल हे आपकी
ऐसे दिन में आपको कभी ऐसा बिंदास नहीं देखा,एक दम बच्ची की तरह,
मिमी: क्यों मेरे बच्चे ??क्या में तेरे सामने पहेली बार बिना कपड़ों के ऐसे आई हूं क्या?
चूचू: देखा हे पर पता नहीं पर हर बार आप को पहेली बार दिन के समय पर पब्लिक रास्ते पर ऐसे चलते हुए देख कर उत्तेजित हो गया हु इसीलिए,

मिमी: हा तो उसने क्या हे मेरे पास इतनी बड़ी घोड़े जैसी दीवार हे छुपने के लिए, तो में कैसे डेयरिंग क्यों नहीं कर सकती ऐसी शरारत करने में भला?
चूचू: दीवार कहा हे याह तो सिर्फ रास्ता हे पेड़ हे पौधा हे,में और आप हो,
तब मिमी चूचू की और घूम जाती हे और चूचू की आंखों में प्यार से देखते हुए मुस्कुराती हुई देखे जा रही है,
फिर पास आकर चूचू के पेनिस से खेलती हुई चूचू के लिप्स पर अपने लिप्स रख कर किस करने लगती हे,फिर चूचू के दोनों हाथ को अपनी कमर पर लपेट देती हे,
फिर दोनों डूब गए एक दूसरे को किस करने में,
चूचू ने मिमि की कमर को पकड़ फिर नीचे हाथ ले जा कर मिमि के कूल्हे को सहलाने लगा,मिमी के गोरे गोरे कूल्हे की गोलाई मापते हुए सहलाने लगा,दोनों एकदूसरे को सहलाते हुए एकदम एकमय हो गए एक दूसरे के प्यार में,
तभी धीरे धीरे चूचू ने एक हाथ की एक उंगली को कूल्हे के बीच में डालनी चाही तो मिमी उछल पड़ी
मिमी : ऊई मा.......नहीं...हटा अपना हाथ चूचू .......
आई...... बदमाश हटाना....यार क्या कर रहा हे?
चूचू: क्या हुआ माय डियर डार्लिंग?
मिमी: तेरी डियर डार्लिंग के उसमें उंगली क्यों डालता हे? तुझे पता हे न मुझे ऐसा पसंद नहीं हे?
चूचू: तो उसने क्या हुआ?
मिमी: बड़ा आया माय डियर डार्लिंग वाला , क्या हुआ क्या? मुझे गुदगुदी होती है वहां बहुत,
चूचू: तो मजे लो उस गुदगुदी का आप?

मिमी: हा हा हा.....मजे क्या लू? में उछल पड़ती हु ऐसा करने से, तू सिर्फ सहला नही सकता था क्या जैसे हर वक्त करता हे वैसा?

इससे पहले चूचू कुछ बोले या समझे मिमी फटाफट चुचू के पीछे जा कर झुक कर छुप गई, और पीछे से आगे हाथ रख कर चूचू का पेनिस छुपाना चाहा,
चूचू: क्या हुआ मिमी पीछे क्यों गई?
मिमी : अरे पीछे घूमना मत आगे देखो कोई विहीकल आ रहा हे,
चूचू: ओह हा ..... तो आप इस दीवार की बात कर रही थी
मिमी: उम्मम हम्ममम।
चूचू : वाह तभी तो सोचूं में बिना पिए ऐसी आप कभी बेशर्मों की तरह निर्वस्त्र नहीं चलती कभी पब्लिक रास्ते पर,
मिमी: पर तूने उस रात को मुझे बेशर्मों के जैसे कई सारे व्हीकल वाले को दिखाया होगा न? मेरा पूरा बदन?
चूचू: नहीं मिमी मैने नहीं बल्कि आप ऐसे शरारत कर रही थी की क्या बताऊं?
मैने भी बहुत पी रखी थी और आपने भी, और आप बिल्कुल निर्वस्त्र हो गए थे, अभी तो आपके घुटने में स्कर्ट भी हे जो आप फटाफट ऊपर उठा सकती हो पर उस रात तो आप बिल्कुल दिगम्बर अवस्था में मेरी प्यारी डार्लिंग मोम बच्ची जैसी फुदक रही थी ,
मिमी: में अभी भी बच्ची हु तेरे पीछे छुप गई तो देखा वो व्हीकल वाले ने पीछे से भी मूड कर मुझे नहीं देखा पता हे?
अगर में मोटी होती तो वो पीछे मूड कर जरूर देखता मुझे की ये लोग यहां क्या कर रहे हे,
उन सभी कोई कुछ मालूम नहीं चल रहा हे कि तेरे पीछे कोई लड़की हे,?
चूचू:लड़की? पर आप तो?
मिमी: ऊप्स लड़की तो बड़ी होती हे में तो बच्ची हु न?
चूचू: मेरी प्यारी स्वीट सी औरत बच्ची जैसी स्लिम हे सच में, आप महान हो,
मिमी: और कोई आ रहा हे क्या,,?
चूचू: हा वही रुकना 2 और ट्रक आ रहे हे
मिमी: उस रात मैने कितने लोगों को नंगी हो कर हाई हेलो किया होगा? कोई अंदाजा हे,?
चूचू: शायद इतनी रात को कोई नहीं आ जा रहा था
तो में एकदम शांत हो गया था पब्लिक के लिए पर फिर भी 3 ट्रक एक साथ आए थे, उसमें से 2 ट्रक तो निकल गए थे शायद आपको देखा नहीं भी होगा या देखा होगा तो आपने बाय किया तो निकल गए थे, पर एक ट्रक खड़ा हो गया था और जैसे ही वो नीचे उतरे और कोई हरकत करने की सोचे उससे पहले मैने उसे भगा दिया था ,
मिमी: बस और कोई नहीं?
चूचू: कोई नहीं क्यों?
मिमी: मुझे लगा 15–20 लोगो ने देखा होगा
चूचू: नहीं सच में कोई नहीं आया था
और आए उससे पहले मैने आपको कपड़े पहना दिए थे,
मिमी: वाव सच में?
चूचू: हा मुझे आपकी बहुत फिकर हुईं जब आपको उस ट्रक वाले ने खड़े हो कर देखा तब उसे पीटने का बहुत मन किया पर जैसे ही आपको देखा की आप उसको हस्ते हुए हाय बाय चलो आगे ऐसा बोला तो मेरा गुस्सा शांत हो गया और मैंने भी गुस्से वाली नजर से जाने को कहा,

मिमी: तो फिर कोई बात नहीं चूचू कोई ज्यादा लोगों ने नहीं देखा मुझे, अब मुझे तुझसे कोई शिकायत नहीं हे माफ कर दिया तुझे,
और मिमी आ गई तभी तुंरत एक बाइक वाला कपल वहा आ रहा था, तो बाइक का दूर से आवाज आ रही थी,
चूचू: मिमी वहीं रुकना कोई आ रहा हे,
मिमी: चूचू थोड़ी निकालती हु न?
चूचू : नहीं आप मत निकालना बाइक पर कोई हे
मिमी: एक साइड से थोड़ी बाहर निकलू?
चूचू: प्लीज डार्लिंग नहीं,
मिमी: क्यों पर कोई तो मेरी खूबसूरती देखे?
उसके नसीब में में होगी तो?
चूचू: नहीं अभी नहीं, आप पीछे ही रहो,
बाइक के जाने के बाद मिमी चुचू के सामने आकर खड़ी हो जाती हे और आंखे में देख कर बोलती हे
मिमी: बड़ा डरपोक हे तू, मुझे इतना नहीं निकलने दिया?
चूचू: अरे फालतू में वो लगना गए तो लफड़ा हो जाता,दोनों आदमी थे, अगर कोई लेडीज होती तो पक्का तुझे बाहर निकलने देता,
तब मिमी ने जोर से चिल्लाई ओय....... बाइक वाले...... यहां देखो....... कोई खूबसूरत लड़की....... खड़ी हे......
उसे देखो और आंखे सेक लो अपनी,
चूचू: अब कोई नहीं सुन ने वाला आपकी आवाज,और लोग आपको देखने और आंखे सेकने नहीं आपकी लेने आयेंगे यहां , मुझे पीट कर आप की ले लेगा तब आपको पता चलेगा, कितने बेहरम लोग होते हे आपको क्या पता,
मिमी: तुझे कैसे पता लोग ऐसा करते हे
चूचू: होटल के लोगों से बात सुनी हे,
मिमी: पर में तो किसी पहलवान बंदे के साथ आई हु न जिसके पास इतनी सारी ताकत जो 10–15 को आराम से मार गिराए
चूचू: हा पर अगर वो पहलवान के आगे गन रख दे तो?
मिमी:अरे हा ना ,
मिमी डर गई और अपना स्कर्ट ऊपर चढ़ा लिया और बोली
मिमी: चलो चलो होटल चलो जल्दी कर मेरा टॉप ला जल्दी
फिर दोनों होटल पर आ गए,
खाना खा कर दोनों गेम खेलने बैठ गए,
फिर 10 बजे डीजे की आवाज सुन कर दोनों रेडी होने लगे जब चूचू रेडी हो कर आया तो देखा मिमी कमाल की दिखाई दे रही थी,

कर नीचे डीजे डांस पार्टी में आए
 
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कर नीचे डीजे डांस पार्टी में आए
लेकिन उससे पहले
चूचू फ्रेश होने वॉशरूम में गया और जैसे ही आया तो मिमी देख कर हैरान रह गया
क्या मस्त मिमी तैयार हुई थी,
चूचू: अरे ये कब खरीदा आपने?
मिमी: अरे मेरी नहीं तेरी दीदी की हे ये चोली और ये सब तेरी दीदी का,
चूचू: अच्छा तो आप यहां शोख से पहनने के लिए लाई हो?
मिमी: नहीं ऐसे ही गलती से आ गया, क्यों तुझे बड़ी पंचायत हे मेरे कपड़ों की,...हा??? स्त्रियों के कपड़ों के बारे में ज्यादा मत सोचो, और अपने कपड़े पर ध्यान दो,
बड़ा आया शोख से पहनने को कहने वाला
चूचू: मिमी सच बताओ न आप क्यू लाई यहां, आप तो सती सावित्री के जैसे रहती थी तो?
मिमी: अरे घर में माहौल सेक्सी सा बना हुआ हे तेरी दीदी और तेरे पापा रोज आधी रात तक गेम खेलते हे बहुत सेक्सी कपड़े पहन कर घूमती हे तो मेरे भी मन नहीं करेगा क्या ऐसा घूमने को? और यहां मुझे कौन देखने वाला हे?
तेरे पापा और रिश्तेदार यहां थोड़े ही आने वाला
और सोनल तो चली गई अपना काम करके तो क्या में भला थोड़ी छोटी बच्ची की तरह नहीं घूम फिर सकती हो क्या?
चूच्चू ने मिमी को गले से लगा दिया और बोला अरे मिमी जी मेरा ऐसा बिल्कुल भी मतलब नही था पर आश्चर्य था कि आप कैसे सेक्सी हॉट कपड़ों में डांस पार्टी में जा रही हो आजतक अपने ऐसा नहीं पहना हे इसीलिए, बाकी आपको जैसे घुमना हो घूमो, नाचो गाओ पर आपको कोई परेशान ना करे इसीलिए इतना भी सेक्सी नहीं पहनना चाहिए
मिमी तेरी बॉडी इतनी हे तो वो कब काम आएगी,
चूचू: प्लीज मिमी मुझे लड़ाई झगड़ा पसंद नहीं, किसी के हाथ पैर तोड़ने का शोख नहीं, और आप किसी को उसका ओ मत, आपको छेड पर मजबूर मत करो आपको इसीलिए बोलता हु आप नॉर्मल कपड़ों में ही बाहर निकलो,,,,
मिमी मुंह फूला कर एक कोने में जा कर बैठ गई,
एक तरफ देखते हुए,
चूचू धीरे धीरे मिमी के पास जाता हुआ उसके पास बैठता हे और किस करते हुए बोलता हे आप दीदी को क्या कह कर कपड़े उसके लें आई? दीदी आप पर हसी नहीं,? की मा आप मेरे कपड़ों फाड़ देंगे, या आप इस उम्र में ऐसे लड़की की तरह क्यू जाओगे बाहर ,किसको दिखाने?
मिमी: में अपने कलेक्शन में से ये सब लाई हु,
जो तेरी दीदी जो डैली के कपड़े नहीं पहनती वो मेरे कलेक्शन में छोड़ देती हे ये सोच के कि मां उसे सम्भल कर रखे और ओकेशन पर पहनने को काम आए,
चूचू: वाव तो ये दीदी ने कब लिया होगा?

मिमी: मुझे नहीं पता वो बहुत सारे नए ड्रेस पापा के साथ खरीद कर लाई थी फिर ट्राई कर के मेरे रुम में ही भूल गई होगी, तो ऐसे बहुत सारे नये स्टाइल वाले कपड़े हे,
चूचू: बहुत अच्छा लग रहा हे पर सेक्सी बहुत हे और इसमें
आपने ब्रा भी नहीं पहनी?
तब मिमी खड़ी हो कर चलने लगी तब कुछ ने उनकी पीठ देख कर बोला
चूचू: अच्छा बकलेस हे इसीलिए नहीं पहनना होता हे,
तब मिमी पीछे घूम कर बोली
मिमी: हा
चूचू: वॉव बहुत मस्त लग रही हों आप
मिमी: पर तू तो मना कर रहा हे तो?
चूचू:हा
मिमी:फिर
चूचू: मत निकालना
मिमी: मुझे जाना हे डांस करने
चूचू: टीशर्ट जींस पहन लो आप,
मिमी: नहीं
चुचू: प्लीज:
मिमी: में इसमें जाऊंगी
चूचू: नहीं मानोगी?
मिमी: नहीं
चूचू: प्लीज मान जाओ न आप मेरी डार्लिंग मिमी हो न?
मिमी: हा
चूचू: मेरा एक छोटा सा कहना मानोगी फिर आप बाहर डांस करने जा सकती हो,
मिमी: कौनसी बात ,?
चूचू: यहां आप आओ न,
फिर चूचू मिमी के पास जाता हे मिमी बड़ी सेक्सी अदाओं से चलती ही मटकाती हुई चूचू के पास आई,
चूचू ने उसे पकड़ लिया
फिर मिमी के सेक्सी टॉप में दिखती हुई क्लीवेज जो किस करने लगा,फिर जीभ फेरने लगा
मिमी को गुदगुदी होने लगी,
फिर मिमी हंसने लगी। चूचू मिमी की बैकलेस पीठ ओर हाथ घुमाने लगा और मिमी मदहोश होने लगी,ऐसा करते करते मिमी का टॉप पूरा उतार दिया, बेड पर लेटा कर मिमी के पैर उठा कर ऊपर किया
फिर मिमी का नीचे का स्कर्ट भी उतार दिया
अब मिमी सिर्फ चड्डी में थी,
मिमी की गुलाबी चड्डी खींचते हुए मिमी बोल पड़ी,
मिमी: क्या कर रहा बे बाहर जाना हे रात को ये सब कर लेना चूचू,यार
चूचू: हा हा अभी कुछ भी करने वाला आप उत्तेजित मत होना मिमीजी,
मिमी: तू मेरे सारे कपड़े क्यों उतार रहा हे पर?
चूचू: आप वेट करो ना आपको सब पता चल जाएगा,
और मिमी की चड्डी उतार के मिमी को एकदम नंगी कर दिया और मिमी ने अपना मुंह और अपनी शिश्निका छुपा दिया, और सवाल भरी नजरों से चुचू को देख रही थी,
फिर चूचू बाहर चला गया और 5 मिनिट तक आया ही नहीं
मिमी हैरान रह गया ये क्या किया चूचू ने मुझे निर्वस्त्र कर के खुद डांस करने चला गया
ये सोच कर मिमी उठी और नॉर्मल कपड़े पहनने की सोची और उसने एक ट्रेडिशनल ब्लाउज जिसमें चमकनेवाला सब होता हे ऐसी ब्लाउस निकाला उसके नीचे एक स्कर्ट और चुननी निकाली, और पहनने से पहले सुसु गई, और जैसे ही बाहर निकली देखा चूचू अब भी नहीं आया हुआ था, फिर वो रसोई में पानी पीने ऐसे ही नंगी ही चलती हुई गई, रस्ते में शीशे में खुद को देख कर मुस्कुरा पड़ी,
मिमी:( हंसके चलती हुई )ओह माय गॉड ........चूचू भी ना शरारत से बाज नहीं आता, और मुझे। बिना कपड़ों के बाहर अकेला डांस कर ने चला गया,
तभी अचानक चूच्चू घर में आया बेडरुम में आया तो मिमी नहीं दिखी, रसोई में पानी पी रही मिमी के खुले हुए कूल्हे देख कर उस पर चूचू का दिल आ गया, तो पास आकर उसके बम पर चपेट मार कर उनको सहलाते हुए बोला,
चूचू: मेरी डार्लिंग के बम इतने मस्त हिलते हुए दिख रहे की क्या बताऊ?

मिमी: तू इतनी प्यारी डार्लिंग को छोड़ कर अकेला क्यों घूमने और डांस करने चला गया था ना ? तो वापिस क्यों आया ?
चूचू: अरे में .....छोड़ो में कुछ और प्लानिंग से गया था आप चलो तो सही मेरी स्वीट डार्लिंग जी,
फिर चूचू मिमी के हाथ पकड़ते हुए बेडरुम में ले आया और चूच्चू ने बेड पर से एक चादर उठाई उसमें मिमी को सब साइड से लपेटा और नीचे झुक कर पूरी मिमी को उठा लिया अपनी गोद में,
मिमी: अरे क्या कर रहा हे, नीचे उतार में नॉर्मल कपड़े पहन लेती हु फिर जाते हे
तब तक चुचू रूम के गेट तक पहुंच गया था
मिमी: हे गेट क्यों खोल रहा हे मैने कुछ नहीं पहना यार चुचू मुझे नीचे उतार,
तब चूचू मिमी को चुप रहने का बोल गेट खोल कर देखा तो आजू बाजू में कोई नहीं था फिर सीधा लिफ्ट में आ गया और टॉप फ्लोर पर आ गया
फिर टेरेस का लोक खोल कर होटल की टेरेस पर आ गए दोनों मिमी को खड़ा कर के बाहर से लोक लगा दिया,

और मिमी को खींचते हुए हस्ते हुए चलने लगा
मिमी: ये कहा ले आया तू मुझे और कपड़े क्यों नहीं पहन ने दिया किसी ने रस्ते में देख लिया होता तो तू बहुत मार खाता आज मेरे हाथों का,
चूचू: मुझे इनके बारेंमे यहां की सिस्टम के बारे में पता हे इसीलिए ऐसा डेयरिंग किया माय डायरेस्ट डार्लिंग जी,
अब आप डांस कर सकती हो यहां पर कोई दिक्कत नहीं होगी मुझे अब
और मिमी के ऊपर लपेटी हुई चादर खींचने लगा

मिमी: खबरदार हटाई हे तो, लाइट पड़ रही हे यहां कोई यहां हमे देख सकता हे,
 

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मिमी: खबरदार हटाई हे तो, लाइट पड़ रही हे यहां कोई यहां हमे देख सकता हे,
चूचू: में क्यों हटाऊंगा उसे? में तो आपको यहां डांस करवाने के लिए ले आया,
पर ये आपका ऑफर था या आपका डर,
मिमी: शैतान तेरा भरोसा नहीं तू कुछ भी कर सकता हे पागल,
चूचू: करना होता तो अब तक कर लिया होता माय डार्लिंग श्री,
मिमी: अच्छा बहुत अच्छा मेरा बेटा इसीलिए मुझे बिना कपड़े पहने यहां के आया हां?.....
चूचू: वो तो आपको हॉट बन कर डीजे पर सब के सामने डांस करने का दिल हो रहा था इसीलिए आपको ऐसे लें आया,
मिमी: तू तो मुझे यहां उपर ले आया,अब सब के सामने अब कैसे डांस करुंगी?
चूचू: मिमी अभी आप सब के सामने हो,
पर आपको कोई देख नहीं सकता ,
क्यों कि किसी को पता नहीं हे यहां की कोई बहुत सुंदर सेक्सी सुडौल गोरी कन्या उनके ही सामने सिर्फ एक चादर में होटल की छत पर बिना कपड़ों की डांस करने वाली हे,
मिमी: हा हा हा हा..........(हस्ती हुई) आइडिया तो अच्छा हे चुचू, पर ऐसे बिना कपड़ों के डांस नहीं करने वाली, डीजे की लेज़र लाइट गलती से ऊपर भी आती हे कभी कभी,
चूचू : अरे नहीं आती यार अब डांस करना शुरू भी करो ना आप,
मिमी: नहीं यार मजा नहीं आएगा ऐसे
चूचू: आप शुरू तो करो मजा आएगा, आप बहुत मस्त कमर हिला कर ठुमके मारती हो,
डांस करो ना आप प्लीज,
मिमी: अरे नहीं चूचू मूड नहीं हो रहा, गाना भी अच्छा नहीं आ रहा कोई,


फिर कुछ देर सन्नाटा छा गया दोनों के बीच


मिमी नीचे उन डीजे पार्टी वाले लोगों को देख कर मुस्कुरा रही थी, और चूचू को नीचे उनको देखने बोल रहीं थी
तभी चूची मिमी के करीब आया और एक झटके से मिमी के बदन पर लपेटी हुई इकलौती चादर को खींच लिया और दूर हो गया,

मिमी हस्ते हुए चिल्लाने लगी और तुरंत नीचे बैठ गई
मिमी: शैतान , बेशर्म , कुत्ते....... क्यों किया ऐसा????
वो चादर यहां ला मुझे दे, नहीं तो बहुत मारूंगी तुझे,
चूचू: आप क्यों नहीं कर रही डांस? प्लीज करो ना
मिमी: पागल हे क्या ऐसे में कोई डांस वांस नहीं करने वाली, वो चादर दे मुझे,
चूचू: नहीं आप डांस करो तब दूंगा
मिमी:मार खाने वाला काम मत कर बहुत पिटेगा तूं आज मेरे से, एक तो अचानक जोर से खींच लेता हे और ऊपर से मुझे ब्लैकमेल करता हे?
तब मिमी नीचे नीचे से ही धीरे धीरे चूचू के पास आती हे और चूचू को पकड़ का चादर को खींचने लगती हे,
पर चूचू नहीं दे रहा ,
मिमी: हेय.....तू मेरा बच्चा हे न?
चादर दे मुझे
चूचू: ना
मिमी: क्या हुआ क्यों मेरी बात नहीं मान रहा ?
चूचू: एक बार थोड़ा सा डांस क्यों नहीं कर रही?
मिमी: में नीचे तेरे रुम में करती हु चल नीचे, और मुझे ये चादर दे अब,
चूचू: नहीं यहां करो
मिमी: नहीं
चुचू: प्लीज
मिमी: नहीं
चूचू: आप क्यों नहीं मान रही मेरी बात
मिमी: बस नहीं
चूचू: अच्छा सोरी मिमी ये लो
मिमी:पागल कही का, बड़ा आया डांस करवाने वाला,
और अपने ऊपर मिमी ने चादर डाल कर बदन को ढक लिया, और डीजे पार्टी देखने गई वापिस
और चूचू वहां का वहां खड़ा रह गया पीछे ही और दूर से मिमी को देखने लगा,

फिर कुछ देर सन्नाटा छा गया दोनों के बीच,
मिमी डीजे देख रही थीं चुप चाप,

तभी एक गाना आया जिस पर मिमी का मूड आया और डांस चालू किया और डांस करती करती अंदर दूर गई
और चूचू को भी बुलाया
डांस करते करते अपने ऊपर चादर गिरती गई पर मिमी ने गिरने नहीं दी,और हस्ते हुए चूचू के गले लग गई,

चूचू का मुंह फूला हुआ था तो वो कोई प्रतिभाव नहीं कर रहा मिमी को ,
तब मिमी मुस्कुराती हुई सामने खड़ी हों गई, और थोड़ा थोड़ा डांस करती रही ठुमके लगाती रही,
मिमी को पता चल गया कि वो रूठ गया हे तो उसे मनाने के लिए अब शरारत करनी पड़ेगी,
तो वो मुस्कुराते हुई डांस करते करते उसके बदन से चादर गिरने लगी थी, कई बार सम्भल लेती थी तो कई बार गिरा कर वापिस पहन लेती थी,
एक बार फिर पूरी चादर गिर गई, और मिमी हस्ती हुई एकदम शांत ऐसी हालत में खड़ी खड़ी चूचू को देखने लगी,
फिर धीरे से चूचू को देखते हुए नीचे झुकी और मुस्कुराती हुई चादर उठाई, फिर से पहनने लगी,
तब अचानक चूचू का मूड बदल गया और मिमी के करीब आया और चादर लेने के लिए मिमी के सामने हाथ किया
मिमी: ये ले ले ले पकड़ तेरी चादर अब तू खुश?
चूचू: मिमी आप फिर से डांस करो ना अच्छी लग रही हो,

तब मिमी बिंदास्त हो कर अच्छी तरह से खुल कर डांस करने लगी,
उछलने से मिमी के दोनों स्तन ऐसे हिल रहे थे जिसको देख कर चूचू का पेनिस एकदम खड़ा ही चुका था, मिकी के बम भी बहुत बार थिरकते हुए देख कर चूच्चू बहुत उत्तेजित हो चुका था,

बहुत देर तक डांस करने से पसीना आने लगा था उसे,
चूचू: रुको रुको आप ,और मिमी के बदन पर आता हुआ पसीना पोछने लगा
मिमी :चूचू में थक गई हु अब और नहीं नाचना मुझे,
चूचू: (मिमी के सीने और कमर को साफ करता हुआ)मैने कब कहा इतना सारा डांस कर ने को? आप बस इतनी देर तक क्यों नाचती रहीं?
मिमी: (चादर खींच कर लेती हुई)आ हा हा हा हा......तूने कैसा मुंह फुलाया था मालूम था मुझे, देखा था मैने तेरा मुंह,
चूचू: मुझे सिर्फ एक झलक देखनी थी,आपकी डांस की,
मिमी: पर एक बार मेरा मूड बन जाए तो में डांस करती रहती हु, मजा आता हे,
चूचू: हा तो ऐसा बोलो ना आप अपनी मर्जी से डांस कर रही थी,
मिमी: हहमममम
नीचे चल अब मुझे सुसु आई हे?

चूचू: अच्छा ठीक हे एक शरारत करु? आपसे?
मिमी: क्या? मुझे अर्जेंट सुसु लगी हे पहले हल्का होने दे मुझे
चूचू: वही करना हे
मिमी: उसमें शरारत कैसी?
चूचू : मिमी यहां पर आप आवाज़ यहां पर किसी ने पुराना ज़माने झूला रखा हे, मुझे तो बहुत पसंद हे में कभी कभी अकेला यहां आता रहेता हु, तब बैठ कर जुला एंजॉय करता हु,
मिमी: पुराने जमाने का हे पर हे तो एकदम मजबूत,पर में कैसे बैठूंगी बहुत धूल मिट्टी वाला हे
चूचू: रुको मे उसे साफ कर देता हु
मिमी: नहीं बहुत खराब हे ये, बहुत समय लगेगा ,मुझे जल्दी नीचे जाना हे
चूचू ने मिमी की चादर ले कर थोड़ा थोड़ा साफ किया और मिमी को लेने आया तब मिमी का फेस देख कर उसे लग गया शोक,
चूचू: अरे हम नीचे नहाने ही तो जा रहा हे ,आपके गोरे गोरे बम थोड़े धूल वाले हो जायेंगे में उसे साबुन से रगड़ रगड़ के अच्छे से प्यार कर के पप्पी कर के धो दूंगा न,
मिमी: अरे यार ......तूने मेरी चादर गंदी कर दी, अब में क्या पहन कर नीचे आऊंगी?

चूचू: अरे हा ना,?
इतनी गंदी चादर आप बिल्कुल नहीं पहन पाओगी,
मिमी पैर पछाड़ते हुए छोटी बच्ची की तरह रोने की आवाज निकालती हुई दूसरी और चलने लगी,
चूचू: रुको मिमी आप मेरी टीशर्ट पहन लो,
मिमी: और नीचे?
चूचू; हम दोनों एडजस्ट कर लेंगे न? उसमें क्या?
में ऊपर से नंगा आप नीचे से नंगी पुंगी नीचे हमारे रूम तक जाओगी,
मिमी: पागल में किसी के सामने ऐसी नहीं जाऊंगी, तू नीचे से मेरे लिए साफ कपड़े ले आना तब तक में यहां कोने में छुपी रहती हु,
चूच्चू :हा ये अच्छा आइडिया हे आप पहले हल्की हो जाओ,
मिमी: पागल पहले हल्की कैसे होउंगी? मेरे कपड़े लाएगा नीचे जायेंगे तब होउंगी न?
चूचू: नहीं में ये बोलने वाला था, मतलब शरारत आपको वो करनी थी कि आप यह इस झूले पर बैठ कर अपनी दोनों टांगे फैला कर ,अपनी ये गुलाबी शिश्निका को अपनी दो उंगलियों से फैला कर सुसु करती ही झुला जुलना था,

मिमी:हाई राम कैसा सोच रखा हे तूने तो बाप रे?
चूचू: मूवी में पोर्न स्टार करती हे वैसा वाली सुसु करो न, करो ना मिमी प्लीज,
मिमी: अरे में कैसे कर सकती हु? ऐसे पैर चौड़ा करके बैठ कैसे सकती हु? कोई जिम या योग एक्सपर्ट थोड़ी हु?
चूचू: बिल्कुल होगा मिमी आप ट्राई तो करो
मिमी: पागल हे तू एक नंबर का और मिमी चलती ही जुले के पास जाती हे
आगे चलती हुई मिमी के मटकते हुई कूल्हे देख कर चूचू फिर उत्तेजित हो गया
चूचू:वाव..
मिमी: क्या हुआ
चूचू: (मिमी के कूल्हे को सहलाते हुए,)आपके ये बम कितने मस्त मटकते हुए बहुत मस्त लग रहे हे मिमी,
मिमी: पर यहां अंधेरा हे कब दिखे तुझे?
चूचू: में आपका वीडियो बना रहा हु तो मोबाइल निकाला था,तब आपका बैक दिखा मुझे,
मिमी: पागल किसी को दिखाना मत की मेरी मिमी ऐसी हो कर सुसु करती हे,
चूचू: पापा को दिखाता हु कि आपकी बीवी अपने बेटे को नीचे सुला कर किसी के साथ छत पर आ कर ऐसी शरारत करती हे,
मिमी:( हस्ती हुई) मार खाना हे क्या तुझे?चल जल्दी बता कैसे क्या करना हे, बता?

चूचू: आप सीधी जुले पर बीचोबीच बैठो और अपने पैर फैलाओ
मिमी ने वैसा किया पर पैर नीचे थे वो ऊपर नहीं आ रहे थे,
चूचू ने मिमी के पास जा कर पैर उठाए पर अकेली मिमी ऐसे हवा में उठा नहीं पाई, और हिम्मत कर के मिमी ने अपने दोनों पैर उठाया तो वो सुसु नहीं कर पाई,
और चूचू के हाथ के सहारे उठाता तो वीडियो में चूचू सामने आ रहा था,
चूचू,: कोई बात नहीं आप अपने पैर घुटने से मुड़ कर बैठो पर जितना हो सके फ़ैला कर बैठो और अपनी इसको २ उंगली से फैला कर सुसु करो,
मिमी: कैसे कैसे काम करने को बोलता हे गंदा कही का
चूचू पूरे झूले को ज्यादा ही खींच कर छोड़ दिया और दूर जा कर मिमी को बोलता हे शुरू करो मिमी डार्लिंग,
मिमी पहले तो डर गई कि वो गिर ना जाए पर देखा कि जुला बहुत बड़ा हे और भारी भी,उसे पक्का नहीं गिराएगा,
तब
मिमी: हस्ती हुए सुसु करने लगती हे पर सुसु नहीं आ रही थी, कुछ देर में शांत हो कर मिमी पुश करती हे तो रोनी सी सकल बना कर उनकी प्यारी गुलाबी शिश्निका से सुसु धीरे धीरे आती हे,
चूचू: स्माइल मिमी ......आप प्लीज मुस्कुराओ, जैसे आप शरारत कर रहीं हो
मिमी ने आंखे बड़ी कर के हस्ती हुई हस्ती हुई सुसु करती हुई चूचू के केमरे देख रही थी,
फिर अपने नीचे के होठों को दांतों से चबा कर बड़ी सेक्सी अदा से मुस्कुरा रही थी,
जुला लम्बा आ जा रहा था तो मिमी की सुसु की धार भी बहुत दूर तक आ जा रही थी तो चूचू के ऊपर 1 बार आ गिरी
मिमी: चूचू सामने से हट ना , क्यों आ रहा हे ?
नहीं तो मेरी सुसु बंद हो जाएगी शर्म से,
चूचू: मिमी बिलकुल मत शर्माना आप प्लीज सुसु उड़ाती रहो अच्छा सीन आ रहा हे मुझे आपकी सुसु से नहलाओ,गर्म गर्म सुसु लग रही हे
मिमी: पागल हे तू एक नंबर का गंदा लगेगा तुझे बॉस आएगी हट न प्लीज
चूचू: ठीक हे
और हल्का हटा और मोबाइल वही रखा और सुसु खत्म होने तक जुला भी शांत हो गया,
चूचू ने अपनी टीशर्ट और शॉर्ट्स मिमी को दे दिया और खुद चादर लपेट लिया,
फिर दोनों नीचे आ कर बाथरूम में नहाने चले गए,
20 मिनिट तक एक दूसरे के साथ नंगे नहाने के बाद मिमी फिर से बैकलेस और डिप नेक वाला ब्लाउज और ट्रास्पेरेंट वाली साडी जैसे सेक्सी कपड़े पहन कर रेडी हो गई,
चूचू:अरे मिमी फिर से जाना हे क्या आपको?
मिमी: हा चूचू मेरी सहेली बुला रही हे,
चूचू: अरे यार ..... मुझे अब सोनल से बात करनी थी उसका कोल आया था पर ठीक हे चलो में आता हु , आप चलो,
मिमी :नहीं तेरे साथ ही आना हे
चूचू: रुको फिर में कपड़े पहन कर आता हु,
फिर मिमी को देखता हे
चूचू: वाव क्या मस्त लग रही हो आप, उस टॉप से अच्छा तो ये हे आप सेक्सी भी लग रही और गलती से आपके ये बोबे बाहर निकल कर खुल्ले भी नहीं हो सकते,

मिमी: उसमें भी नहीं निकलते मेरे....… बो....बे समझे बच्चू? वो फिटिंग वाला टॉप था,
चूचू: अच्छा जरा देखू तो इसमें आपके बोबे बाहर निकल जाते हे क्या?
मिमी: नहीं निकलते यार
चूचू: मिमी की ब्लाउस की डोरी खींचने लगा और खोल दी,
फिर आगे मिमी के सीने में ऊपर से हाथ डाल कर पूरा स्तन पकड़ लिया और ब्लाउज ढीला कर दिया,
मिमी: चूचू ऐसा करेगा तो कोई भी ब्लाउज खुल जाएगी
चूचू: पर मुझे आपकी ब्लाउज खोलने में मजा आता हे,
मिमी: हा वो तो में बचपन से जानती हु तुझे,
मेरा सीने से तुझे बहुत प्यार हे, जब में तेरे दादाजी या तेरे पापा के दोस्त के साथ बैठ कर बाते करने में बिजी होती हु तब तू धीरे धीरे से मेरा साड़ी का पल्लू हटा कर मेरी ब्लाउज के बटन खोल कर ब्लाउज को दौनो बाजू से खोल कर मुझे शर्म से पानी पानी कर देता था,,
चूचू: अच्छा ? पर में क्या करता आप बहुत बाते करती हो और मुझे बोरिंग लगता था तब फिर में मेरे सबसे प्यारे आपके स्तन से खेलने लगता था जो मुझे बहुत पसंद थे हे और रहेंगे, आई लव यू मिमी, और मिमी के निप्पल को चूसने लगता हे
मिमी: पर तू किसी और के सामने मुझे ऐसा खुल्ला कर देता था कि मुझे वहां बहुत शर्माना पड़ता,
फिर तेरे दादू भी मेरे सीने से खेलने लगते तेरे जैसा कॉपी करते रहते थे,
चूचू: और पापा के दोस्त क्या करते आपके साथ,?
मिमी: वो कुछ नहीं करते, बस मेरे साथ बाते करते रहते थे निर्मली, पर अगर में कही और देखने लगती तो वो जरूर मेरे सीने में देखता था,
ऐसा बहुत बार होता था और में हसी रोक रोक कर मेरी हंसी छूट पड़ती थी
चूचू: अच्छा?
मिमी: हा बहुत मजा भी आता था तेरी मासूम हरकतों से,



फिर यहां 2 मिनिट तक मिमी के दोनों निप्पल को गिला कर के वापिस मिमी को ब्लाउज पहनाने लगा
मिमी : अरे यार मेरे स्तन गिले हे पहले पोछने तो दे , देख ब्लाउज गिला कर दिया तूने
चूचू: कोई बात नहीं आप ऐसे हीं चलो , सुख जायेगा, पल्लू आगे कर लो,
और मिमी के बम पर चपेट लगा कर मिमी को आगे भेज कर पीछे चल दिया,

दोनों वहां जा कर हल्का हल्का डांस कर ए लगे
बहुत समय बाद ऐसा डांस करने को मिला था तो मिमी को मजा आने लगा था,
मिमी ने अपनी सहेली को देख लिया था तो वो डांस करते हुए चूचू को खींचते हुए सहेली के पास चली आई
फिर सब कुछ देर डांस करते रहे

फिर चूचू ने मिमी को बोला कि वो सोनल से फोन पर बात करने जा रहा हे आओ सहेली के साथ एंजॉय करो
और आराम से फूल एंजॉय करना, फिर आ जाना सोने,

20_30 मिनिट डांस करती हुए मिमी को नोटिस कर रहा एक हैंडसम लड़का को देख रही थी,
मिमी की हसी छूट गई की कैसे वो एक बड़ी शादी सुधा घर की औरत को डांस करते हुए देख रहा हे,
लड़के ने भी स्माइल किया,
दोनों की आंखों मिली
फिर दोनों डांस करते हुए एक दूसरे को देखते हुए करीब आए
अभय: हाय ब्यूटीफल
मिमी : हा हा हा हा हाई.....ब्यूटीफुल और में? हा हा हा
अभय: अरे हो आओ बहुत सुन्दर
मिमी: थैंक्यू ..... बहुत दिन बाद सुना किसी के मुंह से मेरी तारीफ
अभय: बहुत अच्छी डांस कर रही हो आप बहुत फ्रेश भी लग रही हो
मिमी: बहुत मजा आ रहा हे यहां इसीलिए अच्छा लग रहा हे
अभय: मुझे भी,
फिर दोनों एक दूसरे को देखते नाचने लगे,
कुछ देर बाद मिमी ने देखा अभय उसके सीने को उछलते हुए दिखे जा रहा हे,तो मिमी ने अपना एक हाथ वहां सीने में रख दिया और मुस्कुराती हुईं डांस करती रही,
अभय रुक गया और मिमी की इस शरारत से रूठ कर जाने लगा,
मिमी : हे क्या हुआ
और वो भी पीछे जाने लगी
एक साइड पर बैठ कर अभय डांस देखने लगा वह आ कर मिमी अपने सीने के बीच में हाथ रख कर उसके सामने झुक कर बोली ,
मिमी: क्या हुआ क्यों आ गए? इतना अच्छा डांस कर रहे थे आप,
अभय: बस ऐसे ही, किसी को अपनी खूबसूरती छुपानी हे तो किसी को अपना डांस का हुनर छुपाना हे,क्या करे मजा नहीं आया तो आ गया वापिस,
मिमी: क्यों आपके साथ कौन आया हे? उसके साथ डांस करने चले जाते,?
अभय: कोई नहीं हे में बस ऐसे ही रुक गया यहां पर ,काम ले लिए आया था तो देखा पार्टी चल रही हे, तो रुक गया एक रात के लिए,
मिमी: (सीधी खड़ी होते हुए) अच्छा अकेले आज रात के लिए रुके हो आप यहां?
अभय: हा जी और आप
मिमी: में मेरे बेटे के लिए आई थी यहां 6 महीने से देखा नहीं था तो बस मिलने चली आई,
अभय: अच्छा बहुत छोटा बच्चा हे क्या?
मिमी: नहीं बिजनेसमैन हे बड़ा हे 17 साल का
अभय: क्या बात कर रही हो आप बिल्कुल नहीं लगती सच में आप कोई 17 साल के बेटे की मा हो,
मिमी: बेटी भी हे 19 साल की,
अभय : हाई....... ला........आप प्लीज बोल दो को आप ने शराब पी ली हे और आप नशे में बिल्कुल पागल वाली बात कर रही हों,
मिमी: (हस्ते हुए) पर आज बिल्कुल नहीं पी हे मैने ,
अभय: क्या.........
मिमी: (हस्ते हुए)सच में,
अभय: आप तो कमाल की खूबसूरत हो यार,
मिमी: आज के डिनर में बटर ज्यादा नहीं था ?
अभय: नहीं यार सच में बहुत ज्यादा सुंदर हो आप इस हिसाब से तो,आपकी एज
अभय: बेटे मिलने आप आई वो नहीं आता आपको मिलने?
मिमी: हा क्यों कि बहुत बड़ा प्रोजेक्ट चल रहा हे तो उसने मुझे बुलाया यहां,

कुछ देर शांत रहने के बाद

मिमी: खूबसूरती छुपी हुई होती हे तब वो खूबसूरती अच्छी लगती हे, पर मिस्टर आपका डांस का हुनर तो दिखाना पड़ता हे
ये कोई लॉजिक नहीं हुआ आपको बातों का,

अभय: हा पर दोनों में छुपाना तो एक कॉमन हे न?
मिमी: हा हा हा हा बातों में दम तो हे पर लोजिक नहीं,

फिर मिमी ने अपना पल्लू ठीक किया और अभय के बाजू में थोड़े दूर बैठ गई,

 
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अभय: हा पर दोनों में छुपाना तो एक कॉमन हे न?
मिमी: हा हा हा हा बातों में दम तो हे पर लोजिक नहीं,

फिर मिमी ने अपना पल्लू ठीक किया और अभय के बाजू में थोड़े दूर बैठ गई,

कुछ देर दोनों सामने पार्टी की और देखने लगे

फिर जब मिमी ने सोचा चलो अब फिर से डांस करने जाते हे और अभय को बोलने वाली थी पर देखा तो अभय उसके सीने को जी भर के देख रहा था
मिमी ने अपनी नजर फेर ली और शर्माने लगी,
मिमी:(अपने मन में आय हाय ....ये तो मुझे ही देख रहा हे अब में क्या करूं पल्लू ट्रांसपेरेंट हे इसीलिए सब दिख रहा हे उसे)
मिमी:(बिना अभय को देखे ) अभय........
अगर आपको डांस करने की इच्छा हो तब बता देना हम चलेंगे,

बोलते हुए और मिमी ने मुस्कुराते हुए अपना पल्लू हटा कर फिर से डाला,

अभय : हा चलो में तो ऐसे ही बैठा था आपके साथ डांस करने में मजा आया बहुत, चलो फिर से चलते हे
बोल कर दोनों फिर से बीच में जा कर नाचने लगे,
मिमी बार बार अपना पल्लू ठीक कर रही थी, क्यों कि मिमी के ब्लाउज में से आधे बूब्स खुले हो जाते थे और अभय को दिख जाते थे,

कुछ देर ऐसे ही डांस करने के बाद वे दोनों फिर से अपनी अपनी जगह बैठ जाते हे
मिमी: हाई थक गई री में तो,
अभय: आपको बिल्कुल थक न नहीं चाहिए, आप तो बहुत स्लिम हो न?
मिमी: कहा से तुझे स्लिम दिख रहीं हु में?
अभय : आप स्लिम ही तो हो, आपकी कमर आपके हाथ , आपकी ये बाहें और आपके पैर भी पतले ही होंगे न?
मिमी: (हस्ते हुए) होंगे क्या मतलब?में थोड़ी मोटी भी हु पर लगता नहीं क्योंकी मेरी हाइट ज्यादा हे, आज में शायद इसीलिए थक गई हु क्योंकि में कब से डांस कर रही थी
अभय: पर मैने आपको बहुत कम डांस करते देखा
मिमी: में उससे पहले भी आई थी डांस करने
अभय: जबसे स्टार्ट हुआ तबसे में यही हु आप पहली बार आई हो यहां तो,
मिमी: में तो टे... नहीं में घर में रिहर्सल कर रही थी,

अभय : टे क्या था?
मिमी: (हस्ते हुए) नहीं कुछ नहीं ऐसे ही निकल गया
अभय: ऐसे ही? नहीं कुछ दो गड़बड़ हे भाई
मिमी: (फिर से जोर से हस पड़ी) नहीं सच में कुछ नहीं,
अभय : टे... से टेलीफोन पर किसी के साथ डांस कर रही थी क्या?
मिमी: (फिर से हस पड़ी) नहीं यार
अभय: टेबल पर?
मिमी: (फिर हस पड़ी) नहीं....ही ही बस बस,
अभय: आप बहुत मस्त लगती हो जब ऐसे हस्ती हो तो?
मिमी: (सीरियस हो कर बोली) आप भी अच्छी कॉमेडी कर लेते हो मुझे हंसाने के लिए ,आप बड़े मजाकिया हो,
अभय : आप करती ही ऐसा हो कि क्या बताऊं आपको,
पर एक बात हे आप बहुत सुन्दर हो,
मिमी: (दोनों हाथ अपने मुंह पर रख दिया) बस और कितना ताड़ोगे मुझे?
अभय: क्यों? कोई हे क्या आपके साथ? जिससे आपको डर लगता हे कि अगर आपने मुझे आपके साथ देख लिया तो गड़बड़ हो जाएगी,
मिमी: हा मेरा बेटा हे पर उससे मुझे कोई दिक्कत नहीं वो बहुत अच्छा बेटा हे, मेरे आपके साथ बात करने से उसको कोई दिक्कत नहीं होगी,
अभय: कहा हे
मिमी: चलो मेरे रुम पर होगा,
अभय: नहीं नहीं में तो ऐसे ही पूछ रहा था,
इतनी खूबसूरत लड़की के साथ कभी मैने ऐसे बैठ कर बाते और डांस नहीं किया इसीलिए थोड़ा डर लगा रहा की आप को कोई बाद में सुनाए नहीं की क्यों मेरे साथ बैठी थी,
मिमी: आप तो ऐसे बोल रहे हो जैसे में आपके गोद में सर रख कर लेती हु, या आपको चिपक कर बैठी हु
अभय: नहीं पर फिर भी जनता जनार्दन कुछ भी बन लेते हे,
मिमी: नहीं यहां मुझे पहचान ने वाली एक मेरी सहेली, और एक मेरा बच्चा, और आप हो बस जिसे में अभी अभी मिली हु,
अभय: और अपने उसके साथ दोस्ती भी कर ली,
मिमी: हा हा हा हा हा,....
अभय: क्यों गलत कहा क्या मैने?
मिमी: नहीं तो,
अभय: तो फिर आप हसी क्यों?
मिमी: आज तक ऐसा कोई डांस पार्टनर दोस्त नहीं मिला मुझे इसीलिए,
अभय: आपको फिर से नाचने का मन कर रहा हे,
मिमी: जी बहुत पर थकान हो गई हे मुझे तो, कमर दर्द कर रही हे अब तो,
अभय: कहो तो मालिश कर दु?
ऐसा बोल कर मिमी के कमर में चुटकी काटी,
मिमी: (जोर से चिल्लाई ) आई........ उई मा,
अभय: अरे क्या हुआ
मिमी:( मुस्कुराते हुए) खुद ही मुझे चुटकी काटी और पूछते हो क्या हुआ,
अभय : उसमें क्या हुआ मैने कहा जोर से काटा?
मिमी: आपके हाथ पहाड़ी हे तो मुझे लगता हे बहुत ज्यादा,
अभय : सोरी यार और मिमी के कमर के ऊपर रख दिया और सहलाने लगा, सोरी....
मिमी:( मुस्कुराते हुए) बस बस चलेगा अब
अभय: इतनी नाजुक हो आप तो?
मिमी: हा तो में एक लेडी हु नाजुक तो होंगी भी,
अभय: आपने तो बहुत पतली शादी पहन रखी हे देखूं तो कैसा मटेरियल हे? और बोल कर मिमी का पल्लू खींच लिया
मिमी: हाय हाय ........पागल क्या कर रहा हे कोई हमें देख लेगा ऐसे मत करो, मेरे पास आ कर देखो मेरी साड़ी का कपड़ा,

फिर मिमी ने अपना पल्लू ठीक कर के पहन लिया था तब,
अभय मिमी को देखते हुए उसके पास आ गया
और मिमी का पल्लू हाथ में लेकर देखने लगा,
अभय:(मिमी के चेहरे के एकदम करीब आकर आंखों में प्यार से देखते हुए बोला) इसमें में तो आर पार सब दिखता हे फिर क्या फायदा इसे पहनने का?

मिमी: (अभय की आंखों में देखते हुए) ला दे मुझे अब, ये अभी का स्टाइल हे ऐसी और इसकी घड़ी कर के पहनूंगी तो कुछ भी नहीं दिखता
अभय: (मिमी के सीने में देखते हुए)पर मैने आपका "कुछ" तो देख चुका हु कब से,
और मिमी को पल्लू देता हे,
मिमी: क्या कब?
अभय: डांस करते वक्त,
मिमी:( मुस्कुराते हुए)ये आपने कुछ कुछ क्या लगा रखा हे? कोई मतलब भी हे क्या?
अभय : हा हे ना आपकी ब्लाउज बहुत अच्छी दिख रही हे,
मिमी: (हस्ते हुए बोली )अच्छा ? और कुछ नहीं देख सकते हे क्या ?
अभय: बहुत कुछ।
मिमी: क्या?
अभय: आपका ये खूबसूरत चेहरा ,ये सुंदर सी आंखे,सुंदर गाल,आपकी नाक,आपके सेक्सी होठ,आपके कंधे और आपकी कमर का शेप बहुत कमाल का हे आपके नितंब के कर्व से ऐसा मैच करता हे कि आप एक अप्सरा जैसा फिगर हो, आपने मेंटेन किया होगा ना अपने आप को?
मिमी:बस बस बस, आज तक मेरी इतनी तारीफ किसी ने नहीं की और मेंटेन किया हे मैने जी बिल्कुल,
अभय: वाव आप बहुत अच्छी हो नसीब वालो को मिलती हैं आप जैसी औरत
मिमी: अच्छा?
अभय: हा औरत नहीं अप्सरा हो आप

मिमी: (हस्ते हुए बोली )अच्छा?
अभय: जी हा,
मिमी: पर अभी में आपके साथ बैठी हु न?
अभय: तो मेरी हुई आप?
मिमी: आप मस्त दिखते हो हैंडसम हो आप, आपने भी जिम जा कर बॉडी बनाई हे,
बोल कर मिमी ने अभय के डोले पकड़ कर देखा,
अभय: आपको देखना हे?
मिमी : क्या?
अभय: जो आपने अभी पकड़ा था वो,
मिमी: नहीं तो बस ऐसे ही पकड़ा कितनी अच्छी सेहत हे आपकी ऐसा,
अभय: अच्छा मुझे लगा आपको देखना हे,
कुछ देर के बाद,
मिमी: अच्छा दिखा दो फिर,
अभय :( अपने हाथ को मुठ्ठी बना कर डोले दिखाए,) अब पकड़ कर देखो आप,
मिमी: वाह बहुत कड़क हे आपके डोले तो, बहुत मेहनत कर के बनाया होगा न अपना शरीर,
अभय: अब ठीक से रहना हे तो वर्कआउट तो करने ही होंगा न?
मिमी: हा आज कल का खाना बिना वर्कआउट से नहीं पचाया जाता,
अभय: आपका पेट देख कर तो लगता हे आप कुछ खाती ही नहीं होगी,
मिमी: हा हा हा... नहीं में खाती हु पर ज्यादा नहीं लिमिट में,
अभय: पर में कभी खास और पसंदीदा चीज को ज्यादा खा लेता हु,
मिमी: वो भी लिमिट में ही खाना चाहिए ,
अभय: में आप को खाने की बात कर रहा हु?
मिमी: हे????......क्या मतलब आपका ?
अभय : सोरी मेरे बोलने में गलती हो गई , मेरा मतलब आपकी पसंदीदा चीज को आप जी भर के खाती हो या लिमिट में,
मिमी: खाना मेरा लिमिट में ही होता हे चाहे चीज पसंद आए या ना आए,
कुछ देर शांत बैठे डीजे की और देखने लगे

अभय: आप मुझे आप कह कर मत बुलाओ , आप मुझसे बड़ी हो
मिमी: जी, पर अपने ही बोला था आप लगती नहीं बड़ी?

अभय: हा पर आप महान हो इसीलिए
मिमी: अच्छा फिर बिना लॉजिक की बात बोली तूने।
अभय: आपको पता हे में आपकी रिस्पेक्ट के लिए ऐसा बोल रहा हु,
मिमी: हा वो तो हे
अभय: बहुत समझदार हो आप
मिमी: तू भी तो स्मार्ट बाते करता हे,

अभय: एक पर्सनल सवाल करु?
मिमी: हा... करो बिंदास करो,पूछने की क्या जरूरत,

अभय : (कुछ गंदा पूछने वाला था पर अभी नहीं सोच कर दूसरा सवाल कर दिया)
आप अभी रूम पर जा कर नहाओगे न?


मिमी: हा क्यों पूछा?
अभय: पसीना बहुत आ रहा हे आपको,
मिमी: (हस्ते हुए) हा हा, शारीरिक कसरत से पसीना तो आएगा ही न?
अभय: आपका पसीना सीने में उतर रहा हे आपकी ब्लाउज गिला कर देगा,
मिमी: (खिल खिला के हस्ते हुए) आपको बड़ी फिक्र हे हा मेरी,
अभय: अब आप पसंदीदा अप्सरा हो तो फिक्र तो होगी ही,
मिमी: हमममम
और मिमी ने अपना पल्लू हटाया और देखा तो सच में बहुत पसीना हुआ था खुद को,



फिर मिमी ने अपना सीना पल्लू से साफ़ कर रही थी तब मिमी ने अभय की आंखों को एक झलक में देखा तो उसकी नजर मिमी के सीने को देख रही थी,


मिमी ने धीरे धीरे कर के हल्के हल्के से अपने स्तनों को ऊपर ऊपर से पोछा मिमी ने फिर अभय को देखा तो अभय का मुंह खुला का खुला रह गया था और बिना पलक जबकाए मिमी के सीने को देख रहा था,

तब मिमी को हसी आ गई पर हसी रोक कर उसने सोचा क्यों न कुछ शरारत किया जाय, ये लड़का आज पहली बार यहां आया हे और मुझे अच्छा भी लगता हे , व्यवहार भी अच्छा हे तो क्यों नहीं उसको कुछ एडवांटेज दिया जाए?

तब मिमी को शरारत सूझी,
मिमी ने अपना पल्लू हाथ मे लेकर हवा चलाने लगी,
जिससे मिमी के स्तन जो दिख रहे हे अब तो वो हल्के हल्के थिरकने भी लगे ,
अभय मिमी के सीने को देख कर बहुत उत्तेजित हो रहा था, और मिमी मंद मंद मुस्कुराते हुए उसे देख रही थी ,

मिमी को अब रहा नहीं गया तो मिमी रुक गई,
तब अभय ने देखा कि मिमी तो मुझे देख रही हे और में उनके सीने को देख रहा था, शायद डांटे नहीं तो अच्छा हे,

मिमी अब सीरियस चेहरा बना कर बोली
मिमी: क्या हुआ अभय ? ऐसे क्या देख रहे हो आप मुझे और आपके चेहरे पर बारा क्यों बजे हुए हे?
अभय: अरे आप प्लीज मुझे आप मत बुलाओ,

मिमी: अरे सोरी में भूल जाती हु अभय,
अभय: अच्छा आप भूल भी जाती हो क्या?
मिमी: (हस्ते हुए)अरे नहीं..... हा हा हा बस ऐसे ही
अभय: आप भुलक्कड़ हो तो आपका एडवांटेज ले सकता हु में गलती से क्यों कि आप कुछ देर में भूल जाएगी न?
मिमी: बस बस बस में कोई एडवांटेज नहीं लेने दूंगी याद रहता हे मुझे,
अभय: अच्छा ये बताओ कि आप कितने घंटे से आप मेरे साथ हो?
मिमी: अबे ये कौन याद रखता हे भला? तुझे पता हे ?
अभय: अपनों के साथ वक्त का पता नहीं चलता,पर वक्त के साथ अपनो का पता जरूर चल जाता हे,
मिमी: हा ये बात तो सच हे, फिल्मी बॉय,
अभय : पर फैक्ट हे
मिमी : हा
अभय : आप के साथ और क्या बात करु,
मिमी : कुछ भी जो तेरा दिल करे
अभय: बस सुकून ही सुकून मिल रहा हे आपके साथ से,
मिमी: मुझे भी आप अच्छे लगे आपका बिहेव अच्छा लगा,
अभय: आप की सुंदरता को बस बार बार देखते ही रहने के दिल करता है,

और अभय मिमी की आंखों में तो कभी मिमी के बिना पल्लू वाले सीने को देख ता हे,
मिमी बड़े प्यार से हल्की सी मुस्कुराहट से उसकी आंखों में देख रही थी,और सोची कितना मस्त लड़का हे गौरा चिट्ठा, जो मेरे सीने को जी भर के देख रहा हे, में उसका आनंद लेना बंद नहीं कर सकती,
और अपनी दोनों बाहों को ऊपर ले कर एक लंबी सी अंगड़ाई ली,

अभय : वाव,
मिमी: क्या
अभय: कुछ नहीं बस
मिमी: बताना बिंदास हो कर,
अभय : नहीं मैने वो बात बता दी तो आप पक्का मुझे मारोगी ?
मिमी: (हस्ते हुए अभय के पीछे मारते हुए )बोल क्या सोचा तूने? नहीं बताएगा तब भी मार खाएगा,
अभय: अरे कुछ नहीं बस ऐसे ही,
मिमी: अबे..

अभय: कुछ नहीं वो तो अपने अभी अंगड़ाई ली तब आप बहुत खूबसूरत लगी थी,
मिमी:उसमें क्या हुआ ,
अभय: बस कुछ नहीं आप मस्त लगी
मिमी: अच्छा शायद मेरी ब्लाउस स्लीवलेस है इसलिए मेरी अंडरआर्म दिखाई दी होगी तुझे,
अभय : बाव परफेक्ट गैस किया आपने तो,
मिमी: बहुत मेहनत करनी पड़ती हे शरीर को क्लीन रखने के लिए
अभय: हा और आप सुंदर के साथ साथ अपने आपको नेट एंड क्लिन भी रखती हो ,
मिमी: क्यों तू नहीं रखता क्या?
अभय: हा मे भी रखता हु
मिमी: (हस्ते हुए) हम दोनों कितने गंदे हे न? गंदी गंदी बाते कर रहे हे ,
अभय: हा हा हा पर बस दिख गई आपकी बाहें, तो बोल दिया मैने,
मिमी: हम्ममम,

कुछ देर शांत बैठने के बाद

जब मिमी ने अभय की आंखों में देख तो तब वो अब भी उसके सीने को ही देख रहा था ,जैसे ही मिमी ने उसे देखा तो अभय ने मिमी की आंखों में देखने लगा,

अभय:क्या हुआ?
मिमी: नहीं कुछ नहीं पर तू तो मुझे ही दिखे जा रहा हे डीजे पार्टी में फिर से जाने का इरादा हे या नहीं?
अभय: अपने मना किया फिर क्यों जाना?
मिमी: तू बात किसके साथ कर रहा हे ?
अभय: आपके साथ , क्यू क्या हुआ?
मिमी: तू देख कही और रहा हे और बारे किसी और से कर रहा हे ऐसा क्यों लगा रहा हे मुझे?

अभय: सोरी..... वो.... में आपके सीने को देख रक्षा था क्यों कि
आपके सीने को देखते हुए सांसे अब आपकी थोड़ी धीमी हुई हे बाकी पहले बहुत फास्ट थी ,आ आपने बोला कि डांस करने जाने का इरादा है या नहीं तो, मैने सोचा आपकी सांसे अभी नॉर्मल हो गई हे तो शायद आप भी आए साथ में नाचने के लिए?

मिमी: हाय राम,.... तुझे ये सब कैसे आता चलता हे?
शैतान के बच्चे
अभय : सोरी......
मिमी: बड़ा आया सोरी ..... वाला
और मिमी ने अपना पल्लू से अपना सीना ढक दिया
अभय: अरे सोरी तो बोला न में?
मिमी: हा तो?
अभय: तो आप पहले जैसे कंफर्टेबल रहो न
मिमी: ( हस्ते हुए) में ऐसे ही कंफर्टेबल हु,
ताकि कोई मेरी सांसे को तो नहीं देख सके,
अभय: ओहो तो उसके लिए दिल से सोरी
मिमी: अरे बस बस मेभी मजाक कर रही थी, ऐसा कुछ नहीं हे,
अभय: तो आप कंफर्टेबल हो कर बैठो ना पहले जैसे,
मिमी: ( हस्ते हुए) तू कहना क्या चाहता हे साफ साफ बोल ना,
अभय : पहले जैसे आपका पल्लू आप हाथ ने लेकर बैठी थी वैसा,
मिमी: (खिल खिलाकर हस्ते हुए बोली) क्यों उससे क्या होगा?
अभय: कुछ नहीं ऐसे ही अच्छी दिखते हो आप ऐसे,
मिमी:( मुस्कुराते हुए) ले अब ठीक हु?
और मिमी ने अपने दोनों स्तन को ब्लाउज में ठीक करते हुए अभय की आंखों में देखती रही , कैस लड़का हे ये तो,


अभय : आपके उसके ऊपर जो लाल तिल हे बहुत अच्छा लग रहा हे मिमि,
और मिमी को फिर हसी आ गई।

मिमी: किसके ऊपर?
अभय : आप खुद ही देखलो में किसकी बात कर रहा हु, में बोलूंगा तो आप मारोगी मुझे,
मिमी: पागल ये सब तू देखता रहता हे क्या?
अभय: हा बहुत मस्त लग रहा हे दिल करता हे कि बस देखता रहु आपको
मिमी: (अपनी क्लीवेज पर हाथ रखती हुई) मुझे अब शर्म आ रही हे अभय तुझसे,
अभय: सोरी मिमी मेरा कोई गलत इरादा नहीं हे में तो बस आपकी खूबसूरती की तारीफ के लिए आपके वो लाल तिल को देखने बोला था ,
मिमी: हम्ममम,


कुछ देर ऐसे ही शांत बैठे रहे
मिमी: क्या हुआ बोलना चुप क्यों हे,
अभय: में क्या बोलूं? आप प्लीज 2 मिनिट्स यहां रुको में आया थोड़ी देर में,
और बोल कर चला गया
चलता गया चलता गया,होटल के पीछे अंधेरे में..

तो मिमी भी उसके पीछे चलती हुई गई, ये सोच कर कि अभय शायद अपनी कार में ड्रिंक पीने गया होगा,
तो ड्रिंक तो में नहीं लूंगी पर बस चलते रहेंगे गार्डन में और बाते करेंगे क्यू की रुम पर गई तो चूचू भी अभी सोनल से बाते करने में व्यस्त होगा तो में कैसे अकेली सोऊंगी,?
इससे अच्छा हे अभय के साथ वक्त बिताया जाय थोड़ी देर और,

और चलते जैसे अभय ने दीवार क्रॉस की तो वह एकदम अंधेरा था डीजे की लाइट बिल्कुल नहीं आ रही थी,तो उसने अपना पेनिस निकाल कर सुसु करने लगा,
तभी पीछे से आ रही मिमी को कुछ पता नहीं चला कि वो कहा गया, तो मिमी ने मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाई,
और अभय को देख कर मिमी का मुंह खुला का खुला रह गया,
मिमी: (मन में) ओह माय गॉड ये तो सुसु कर रहा हे, में यहां कैसे आ गई, और मोबाइल की लाइट हटा कर दूसरी और मुंह फेर ली,

पर मिमी के दिल ने जोर किया कि वाव क्या मस्त पेनिस हे लंबा सा पर ढीला पड़ गया हुआ हे और उसके आगे के भाग पर चिकनाहट दिखाई दे रही थी जैसे मिमी के सीने को देखने की वजह से वो आई हो,
मिमी को उसका पेनिस फिर से देखने का दिल किया , और डर रही थी कोई अनजान लड़के के साथ वो यहां आई थी पर उसे विश्वास था कि ये बंदे को अगर मेरे साथ कुछ गलत करना होता तो वो कब का कर चुका होता,

ये मिमी के दिमाग में सब 3_4 सेकंड में हो गया,
मिमी ने फिर लाइट को अभय के पेनिस की और के गई
देखा तो सुसु बंद हो गई थी और अभय उसे झटक रहा था,
मिमी ने देखा और फिर सोचा वाव...... इसकी लुल्ली तो बहुत लंबी हे सोई हुई हे इसलिए पतली दिख रही हे
अभय ने फिर भी अच्छे से एकदम क्लीन शेव्ड करके रखा हे उसको,
और लुल्ली तो काली भी नहीं हे इतनी पर शायद मेरी लाइट से सफेद दिख रखी होगी,
मुझे और भी ठीक अभय की लुल्ली देखने का मन हे क्या करूं करु?
इतने में अभय ने आंखे खोली देखा तो कोई लाइट लगा कर उसके सामने खड़ा हे, तभी वो डर गया और चौक कर मिमी की और देख कर चिल्लाते हुए बोला,


अभय: अरे...... कौन हो..... मिमी आप हो क्या?
मिमी: हा.....हा मे हु,
अभय: अरे क्या यार.......... आप यहां क्यों आई ?
मिमी:सोरी सोरी में यहां ऐसे ही आई थी, तेरे साथ बाते करना अच्छा लगा तो तेरे पीछे पीछे आ गई, सो सोरी मुझे नहीं पता था तू यहां ऐसा करेगा,
अभय: (गुस्से में जोर से बोला) यहां क्या करने आई आप आपको वहां पर वेट करने के लिए बोला था न?
मिमी: (डर गई )हा....आ.....ब.... में यहां आपकी लू......नहीं नहीं लाइट दिखाने आई हु, अंधेरा बहुत हे न?

अभय: मेरे पास भी फोन है लाइट उसमें भी हे भाई,
मीमि: पर फिर भी यहां जंगल हे सांप हो सकता था,
अभय: तो कही सांप दिखा आपको?
मिमी: (हस्ते हुए बोली) नहीं नहीं कुछ भी मिला
अभय: उसमें हंसना क्या हे?
मिमी: कुछ नहीं बस ऐसे ही
अभय: ऐसे ही क्या? में जोकरो वाली हरकत की क्या?
मिमी: नहीं तो?
अभय: बताओ न, आपने मेरा देख लिया इसलिए मुझ पर हस रही हो न?
मिमी: (हस्ते हुए) हा.....कितना लंबा और चमकीला हे तेरा वो तो......

अभय: आप बहुत गंदी हो ऐसे कोई आता हे क्या किसी का नुनु देखने?
मिमी:अरे...में तेरे उसको देखने क्यों आती ? में शादी सुधा हु ,मेरे पति के पास भी बहुत अच्छी और तेरे से भी बड़ी लुल्ली हे हा हा हा हा.....
पर में यहां गलती से आई इसीलिए सो सोरी, गलती हो गई,माफ कर दो
अभय: मुझे भी आपकी वो देखना हे,
मिमी: ऐप मुझे सुसु नहीं आई हे और ने यहां नहीं करने वाली खुली जगह में,
अभय: तो चलो मेरे रुम पर
मिमी:अरे ये क्या कुछ भी बोलता हे तू तो? में ऐसे कैसे तेरे रुम पर आ जाऊ? कोई भी लड़के के साथ?
चलो अब यहां से चलते हे यहां से , टहलते हे यहां आगे गार्डन में,
अभय : हा चलो आप यहा लाइट दिखा कर मेरी केयर करने आई इसीलिए आपका बहुत धन्यवाद,
मिमी: मुझे लगा आप अपनी गाड़ी में ड्रिंक लेने गए होंगे,
अभय: गाड़ी में क्यों जाना ? इतनी बड़ी होटल में जाता?
मिमी: क्या पता वहां से ले कर गाड़ी में घर ले जाने का इरादा होगा तो आपका?
इसीलिए आपके पीछे आई,
अभय: ओके फिर?
मिमी: फिर क्या आप मिल गए,
अभय: आगे
मिमि: आगे कुछ नहीं बस आपकी शेम शेम हो गई ...
हा हा हा हा.....
अभय: हुई नहीं आपने की,
मिमी: हा ..... सोरी पर वो आप ने वहां शेविंग कर के एकदम सफाचट करके रखा हे तो बहुत अच्छे लड़के हो तुम,
अभय:हा मे ऐसा ही हु,

फिर दोनों गार्डन में चलने लगे,
कुछ देर बाद मिमी ने सोच कर बोला
मिमी: आप प्लीज बुरा नहीं मानो तो एक बात करु?

अभय: बुरा क्यों मानूंगा आपसे?
आप बोलो बिंदास में भी आपकी तरह हु बिंदास बोलो,
मिमी: जब तू जब अंधेरे में गायब हो गया तो में डर गई थी ,और मैने लाइट की तब तू दिखा तब मैने गलती से तेरी लंबी लंबी लुल्ली देख ली थी, ही ही ही..
इसीलिए मुझे हसी आ रही थी , पर सोरी....... मुझे ऐसा नहीं आना था ना? गलती करदी मैने,उम्मम,

अभय: अरे बस करो इतनी भी गलती नहीं की आपने, उसमें क्या गलती की आपने? आप सही हो, आप एक दोस्त की तरह हो मेरी और आप मेरे पास निस्वार्थ हो कर आई थी,
मैने थोड़ी आपको कहा था कि में सुसु करने जा रहा हु आप मत आना, और आप आ जाती हो मेरा वो देखने , आपने ऐसा थोड़ी किया?
मिमी: पर आपके मना कर पर भी आ गई में,
अभय :बस बस छोड़ो वो बात को, कोई बात नहीं,सोरी मत बोलो आप बड़े हो मुझसे,
मिमी: एक और बात बताऊं,?
अभय: अब प्लीज आप मेरी लुल्ली के बारे में मत कोई कमेंट करना , नहीं तो वो लुल्ली में से बड़ा लंड बन जाएगा तो आप की हसी बंद हो जाएगी,
मिमी: छी.... तू कैसी गंदी भाषा बोलता हे ऐसा नहीं बोलते अभय गंदा शब्द हे ये, लुल्ली बोल वो अच्छा शब्द हे,
अभय: आप अपनी बात बताओ,
मिमी: में ये बोल रही थी कि,,, अरे यार भूल गई तेरे गंदे शब्द बोलने के चक्कर में,

अभय: क्या में आपको दोस्ती कर के चल सकता हु ?गले में हाथ डाल कर?अगर आप कंफर्टेबल हो तो?
मिमी: तू तो पहाड़ी हो ज्यादा वजन मत डालना मेरे ऊपर
आजा,
अभय ने मिमी के गले के पीछे से दूसरे कंधे पर हाथ रखा फिर मिमी के कंधे से कंधा मिला कर दोनों चलने लगे ,

अभय :आप तो बहुत सॉफ्ट और कोमल हो जी,
मिमी: बस और ज्यादा महसूस करने की जरूरत नहीं हे,
अभय: में तो सिर्फ मेहसूस कर रहा हु पर आपने तो मेरा देख ही किया तो?
मिमी: अरे नहीं देखा मैने कब देखा आपका?
अभय: लो आप ही तो लुल्ली लुल्ली कब से ही तो कर रही थी?
मिमी: देखा थोड़ी मैने?
अभय:तो?
मिमी: गलती से नजर पड़ गई थी मेरी
अभय: तो उसे दिखा हुआ ही बोलते हे मिसिज मिमीजी
मिमी: आप अभी मुझे महसूस कर रहे हे शायद 2 मिनिट हुआ हे ऐसा थोड़ी किया मैने?
अभय : हा ये सही कहा आपने मे आपके साथ ऐसा टहलते हुए बहुत समय बिता सकता हु, आपको स्पर्श कर सकता हु,
मिमी: हा ..... ना..... स्पर्श नहीं पागल सिर्फ दोस्ती करने को कहा हे, और मैने आपकी ही...ही......लुल्ली इतने वक्त थोड़ी देखी है.
अभय: तो आपको देखना हे फिर से?
मिमी: (हस्ते हुए) ........नहीं नहीं में कंपेयर कर रही थी आपकी और मेरी दोनों बातों अलग अलग हे ऐसा,
अभय :हा हा आप जीती बस?
मिमी: अरे में कहा जीती, अभी एडवांटेज तो तू ले रहा है मेरा जो स्पर्श नहीं करने बोल कर भी कंधे पर हाथ रख कर चल रहा हे मेरे साथ,
अभय: तो क्या में हाथ हटा लू? अगर आपको ठीक ना लगे तो?
मिमी: नहीं मैने ऐसा नहीं कहा , हम दोस्त हे तो सब चलता हे न?
अभय: ठीक हे बताओ फिर आप क्या कहना चाहती थी कुछ याद आया?

कुछ देर तक ऐसे ही चलते हुए मिमी को बात याद आ गई
मिमी: हा सो में ये बोल रही थी कि मैने तुझे कही देखा देखा सा लग रहा हे अभय, नाम भी याद हे पर समय और जगह नहीं याद आ रही
अभय: अरे ये में बात आपको बोलने वाला था, आपको देखा देखा सा लग रहा हे
मिमी: खेर छोड़ो याद आएगा तब देखा जाएगा,


अभय को मिमी के स्लीवलेस ब्लाउस में से बाजार निकले हुए हाथों को छूना बहुत अच्छा लग रहा था और मिमी के साथ चलने के कारण मिमी की छाती हल्की हल्की थिरकती हुई नजर आ रही थी पर पल्लू होने से मिमी की क्लीवेज नहीं देख सकता था,

अभय: आप को चलने से फिर से गर्मी लगने लगेगी, तो पसीना होगा आपको,
मिमी: हा तो क्या करे बैठ जाए?
अभय : और भी कुछ कर सकती हो आप?
मिमी: क्या करूं? एक काम तुम करो तुम हाथ पंखा चलाओ मुझ पर।
अभय : काश होता तो जरूर चलता
मिमी: कोई बात नहीं धीरे धीरे चलते हे फिर पसीना नहीं आएगा मुझे, क्यों बांस आ रही हे क्या मेरे बदन से?
अभय: अरे ऐसा नहीं बांस कैसे आएगी? आपके पसीने से तो खुशबू आती हे,
मिमी: ही ही ही ही पागल,...... तुझे कैसे पता ?
क्या आता क्या नहीं? तू तो आज मुझसे मिला हे न?
अभय: आप खूबसूरत हो इसीलिए बोला,
मिमी: बड़ा पता हे आपको तो खूबसूरत लड़कियों के पसीने के बारे में,
अभय : अरे सुना या पढ़ा था अप्सरा के बारे में, उनका पसीने से खुशबू आती हे,
मिमी : चल जुटा,
अभय: अब आपसे कौन जीते?
में आपको पसीने से बचने के लिए आपका ये पल्लू से पोछने के लिये बोलने वाला था,
मिमी: अच्छा ऐसा हे क्या?
फिर मिमी रुक कर अपना सीने से पल्लू हटा कर अपना सीना पोछने लगी, और अभय की आंखों में देखते हुए बोली
मिमी: तुझे एक मिनिट का भी शांति नहीं हे न,?
अभय: क्यों क्या हुआ,?
मिमी: क्यों देख रहा हे मुझे ऐसे?
अभय : आप जैसी खूबसूरत मैने आज तक नहीं देखी इसीलिए, पर आपको अच्छा नहीं लग रहा हे तो आपको नहीं देखता ,
और मुंह फेर लिया अभय ने
मिमी: अरे ऐसी बात नहीं हे में तो मजाक कर रही थी ,तू तो बुरा मान गया,

और फिर मिमी ने ऐसी हालत में अभय के सामने जा कर अभय के कंधे पर अपने दोनों हाथ रख दिए, और अभय की आंखों में देखने लगी,

मिमी: तुझे में इतनी पसंद हु क्या? इतना आज तक मुझे किसी ने नहीं देखा होगा इसीलिए थोड़ी गुस्सा हुई थी,
अभय को मिमी पर प्यार आ गया, क्यू की ऐसी स्थिति में मिमी के दोनों नंगे हाथ पूरे उसके कंधे पर थे और सीने पर पल्लू नहीं था, और मिमी को सीरियस वाला फेस बना कर हो कर शांत खड़ी सांसे ले रही पहली बार देख रहा था,

अभय मिमी के एकदम करीब अपने चेहरे को मिमी के चेहरे के नजदीक ला कर देखते हुए, बोला
अभय: आप बहुत प्यारी हो मिमी जी, इसीलिए आपके अंग उपांग देखने का दिल करता हे , में एक मर्द हु और आप अप्सरा तो मेरी इच्छा होना तो बनता हे न?
मिमी: मुझे भी तू बहुत प्यारा लगा इसीलिए तुझे रूठा हुआ नहीं देखना चाहती, तू साला बहुत क्यूट है तुझे बस देखने का मन कर रहा हे ,

पर मिमी शर्म से मुस्कुराती हुई नीचे देख लेती हे
और मिमी ने अपने दोनों हाथों को अभय की कमर मैसे पीछे ले जा कर हग किया,

अभय: ओह माय गॉड मिमी वाव.......
मिमी: क्या वाव,......
अभय:आप बहुत शर्मीली हो,
मिमी: क्या करूं मिस्टर पहाड़ी तू हैंडसम ही इतना हे , अपने आप ऐप शर्म आ रही हे मुझे की में तेरे साथ यहां अकेली, ऐसे तेरे साथ,
अभय: आप बिंदास और खुले विचारों वाली हो उसमें क्या बुरा हे,?अब आप पूरी की पूरी वॉव .....हो,
मिमी : नहीं तू झूठ बोल रहा हे बता क्या हुआ किसको पहले वॉव बोला?

अभय: अरे आप मारोगी मुझे,
मिमी: नहीं रे पागल क्यों मारूंगी तुझे? तू में मेरे अच्छे हो ,दोस्त को नहीं मारूंगी अब, बता
अभय: जब अपने मुझे हग किया तब आपके सीने से लगा वो बहुत नरम और सॉफ्ट स्पर्श हुआ मेरी छाती में तो बहुत अच्छा लगा,
मिमी: एक और बार करना हे,?
अभय: हा हा करो ना

तब मिमी हाथ छुड़ा कर पीछे मूड कर दौड़ने लगी
और ये बोली कि अब मुझे नींद आ रही हे बाय....बाय दोस्त....अभय
अभय: अरे रुको तो 1 बार एक बात करणी हे
पर मिमी नहीं रुकी
कुछ देर ऐसे ही दौड़ने के बाद अभय ने मिमी को पीछे से पकड़ लिया पर पहली बार में पल्लू हाथ मे आया तो वो मिमी के बदन से निकल गया दूसरी बार में मिमी पूरी आ गई और अभय ने मिमी के आगे आ कर हग कर के कस के दबाया अपने ऊपर, अब बाय..... अब आप सोने जा सकती हो,

मिमी: आई.....हाई......तू साला पहाड़ी पत्थर , कितनी जोर से दबाता हे मुझे, में कोमल कमल का फूल जैसी दोस्त को ऐसे कोई दबाता हे क्या?कुछ तो लियाज कर ,
अभय: ओह...सोरी ,

फिर दोनों चलने लगे,
अभय: मिमी आपका पल्लू नीचे गिरा हुआ हे रुकिए आप अगर आप कहो तो में उसे आपकी कमर में खोस लू क्या?
मिमी: हा हा पूछना क्यों, पर अगर में उसे ऊपर डालना चाहूं तो?
अभय: आप कहा टॉपलेस हो जो छुपा रही हो, अब तो आप अकेली हो मेरे साथ ,कोई पब्लिक प्लेस में थोड़ी हो? जो पल्लू ठीक करना अनिवार्य होता हे,

मिमी: ही ही ही ही मुझे सब पता हे बच्चू तेरा लुल्ली देखा था मैने वो आगे से चमक रहा था मतलब जरूर वो उत्तेजित हुआ था मुझे देख कर तभी वो चिकना हुआ दिख रहा था एकदम,

अभय: क्यू नहीं होगा सामने कितनी मस्त नम्बर 1 हॉट सेक्सी माल जो बैठी थी , मेरा नुनु बड़ा हो गया था , बहुत अनकंफर्टेबल फिल हुआ था इसीलिए सुसु करने आ गया था,

मिमी: तो अब शांत हो गई हे तेरी लुल्ली तो अब क्यों देखना हे तुझे मेरी छाती,
अभय: मुझे पूरी थोड़ी दिखाई दी आपकी छाती?
मिमी: तो?
अभय: तो क्या आपको अब शर्म तो बिलकुल नहीं करनी चाहिए मुझसे, लाओ आपका पल्लू,
और अभय मिमी के सामने नीचे बैठ कर पल्लू को मिमी के पीछे से ले कर टाइट कर के मिमी की कमर में खोस दिया,
अब मिमी ऊपर से एकदम सेक्सी अदा में दिख रही थी,
मिमी: अभय मुझे शर्म आ रही हे कि में तेरे सामने में टॉपलेस हु ऐसा लग रहा हे , अगर तुझे ठीक लगे तो में मेरा पल्लू ऊपर कर दु?

अभय: हा हा कर लो में चला रुम पर सोने बाय, गुड नाइट,
मिमी: (हस्ते हुए) चलो रुको मे मजाक कर रही थी,
अभय : आप बहुत अच्छी लग रही हो ऐसा रहा करो आप,
मिमी: तू भी अपनी टीशर्ट खोल दे,
अभय: मैने आपकी पल्लू ठीक करने में बहुत मदद की हे अब आप ही मेरी टीशर्ट उतारो,

मिमी: नहीं में अपने पति के अलावा किसी के कपड़े नहीं खोले,
अभय: में उतारू या चलेगा?
मिमी: उतारो मुझे ऐसे खुली बेशर्म करके रखा हे और खुद सहनशाह कपड़ों में ढके खड़े हो,
अभय ने तब खुद ही टीशर्ट उतार दी,

अभय का सीना देखकर मिमी का मुंह खुला के खुला रह गया

मिमी: वाव अभय क्या मस्त बॉडी बनाई हे, मिस्टर जिम बॉय,
अभय : thank you for compliment मिमी
मिमी ने उसके सीने पर अपने दोनों हाथों से सहलाया मिमी: वाव अभय तू तो क्यूट के साथ हैंडसम भी बहुत हे, बड़ा सेक्सी बंदा हे रे तू तो,
फिर मिमी ने उसके सीने में 1 किस कर के अपना सीना रख कर एक लंबा हग किया,
अभय: वाव मिमी आप बहुत अच्छी हो पर......
मिमी ने ऊपर देखा और बोली
मिमी:वो पर क्या,?
अभय: कुछ नहीं
मिमी: पल्लू से ढक दु?
अभय अरे आप बात बात पर पल्लू को क्यों बीच में ले आती हो, में बोलता हु न आप शांत रहो न,
मिमी: जल्दी बोल पर..... क्या?
अभय: सीधी सी बात हे में एकदम टॉपलेस हु ओर आप?
मिमी: में भी टॉपलेस ही तो हु, सब कुछ तो मेरा दिख रहा हे,
अभय नहीं दिख रहा
मिमी: क्या
अभय ने अपनी छाती की निप्पल को दिखाते हुए बोला
मिमी: (हस्ते हुए) सब के एक जैसे ही तो होते हे क्यों देखना बाकी सब तो तूने देखा हे न?
अभय: नहीं मुझे पूरा देखना हे
मिमी: पागल तुझे और मुझमें फरक हे
अभय : क्या
मिमी: तू पुरुष हे और में स्त्री
अभय; पर हम दोस्त हे एक दूसरे को अच्छे लगते हे एक दूसरे पर विश्वास हे तो फिर कैसी शर्म
मिमी: सही कह रहा हे पर फिर भी मुझे शर्म आ रही हे तू ही उतार दे मेरी ब्लाउज बस? खुश?
अभय: वाव ........ ये क्या बोली आप ......

सच्ची में आपकी??

मिमी ने अभय को गले लगाते हुए बोला बिल्कुल नहीं पागल मुझे अब सोने जाना हे
अभय : उतारने दो ना मेरी सेक्सी दोस्त हो न आप? प्लीज उतारने दो मुझे देखना हे आपको जी भर के,

और में थोड़ी देर में आपको ब्लाउज पहना भी दूंगा ना
मिमी: हा पर ...... पर......यार यहां मुझे यहा ऐसे किसी ने देख लिया तो?
अभय: हा सब लोग देख सकते हे कि ये दोनों वहां क्या करने गए हे,
मिमी: अब क्या करे
अभय: मेरे रुम पर आप आओ न कोई बोलने वाला नहीं होगा?
मिमी: नहीं वहां होटल में आस आपस मेरा बच्चा होगा तो देखेगा और मुझे बुला लेगा घर , और में अब नहीं जाने वाली घर पर,
तू चल कही और जाते हे घूमने
फिर दोनों अभय की कार में घूमने निकले और वो अंजान रास्ता की तरह निकल पड़े, मिमी को याद आया कि यहां वो खुद चूचू के साथ बहुत बार निर्वस्त्र हुई थी पहले,

रस्ते में मिमी अभय को देखते हुए बोली
मिमी: आगे देख कर गाड़ी चला ना। नहीं तो किसी को उड़ा देगा , मुझे क्यों देख कर गाड़ी चला रहा हे,?
अभय : आगे दूर दूर तक कोई दिख नहीं रहा हे इसीलिए आपको देख कर गाड़ी चला रहा हु,
मिमी: बेशर्म .........दोस्त पर लाइन मारता है,
अभय: क्या करे दोस्त ही ऐसी सेक्सी हो तो?
मिमी: सेक्सी नहीं थी पल्लू निकाल कर तुझे गलत जगह बांध दिया तो में क्या करूं सब दिखेगा ही मेरा तो? और मिमी ने अपने हाथों से सीने को कवर कर लिया,

तिल बहुत अच्छा दिख रहा हे आपके उस पर क्यों छुपा रही हो?
मिमी: (हस्ते हुए )दूसरा भी हे अंदर पर में तुझे नहीं दिखा सकती,

अभय: हा हा वो तो नसीब वाले को ही देखने को मिलता हे हमे कहा?
मिमी: तू तो बिलकुल नसीबदार नहीं हे समझा,
अभय: हा हा में समझ गया पर में ये एक तिल को देख कर ही संतुष्ट हु, ज्यादा लालच नहीं करनी मुझे,
 
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अभय: हा हा वो तो नसीब वाले को ही देखने को मिलता हे हमे कहा?
मिमी: (हस्ते हुए बोली) तू तो बिलकुल नसीबवाला नहीं हे समझा?
अभय: हा हा में समझ गया पर में ये एक तिल को देख कर ही संतुष्ट हु, ज्यादा लालच नहीं करनी मुझे
मिमी: (हस्ते हुए बोली)लालच करनी भी नहीं चाहिए,

अभय: हम्ममम आपका तिल बहुत सुन्दर लग रहा हे आप के उन पर,
मिमी: एक तिल? कौनसा तिल?
अभय: वही देख रहा हे वो
मिमी: कहा?
अभय: (मिमी की आंखों में देखते हुए) आपके लेफ्ट साइड वाले सीने पर वो लाल रंग क्या क्या दिख रहा हे?
मिमी: (नीचे अपने सीने को देख कर,)
अच्छा ये ??? ये तो मेरा बर्थ मार्क हे मेरी मां का भी था ऐसा कई जगह होता हे मेरा यहां हुआ हे,
अभय: बहुत सुन्दर लगता हे आपको शोभा देता हे आपके उन अंगों को,
मिमी: बस बस बहुत तारीफ कर दी तूने तो अब,
अभय: जितनी तारीफ की जाय कम हे आपकी तो
मिमी: अच्छा ऐसा क्या? थैंक्यू थैंक्यू,
अभय:आप मेरे साथ मे यह आई तो बहुत अच्छा लग रहा हे ,
मिमी: अभी तू एक दिन के लिए यहां रुका तो में तेरे साथ नहीं टाइम स्पेंड करु और तेरे साथ नहीं आऊ तो तुझे अच्छा लगेगा?
अभय: हा बिल्कुल नहीं थैंक यू,
मिमी एक मिनिट गाड़ी रोक
अभय : क्या हुआ
मिमी: रुक में आती हु 2 मिनिट में

फिर गाड़ी रुकते ही मिमी रोड के साइड में उतर कर खेतों में जाने लगी, 10 सेकंड में वापिस आ गई
मिमी: अभय मुझे अकेले डर लग रहा हे तू चल न मेरे साध,
अभय: कहा पर,आप तो अकेली गई हुईं थी न?
मिमी: तू जल्दी चल बस, अरे मुझे नहीं बताना यार,

और पेट पर हाथ घुमाने लगी
अभय को पता लग गया ये शायद एक या दो नंबर जाने वाली हे,पर यहां ? खेतों में? वहां होटल में क्यों नहीं गई?
फिर मिमी अभय का हाथ पकड़ कर आगे आगे चलते हुए खेत में अच्छी जगह देख कर अभय को बोली आसमान देख कितना मस्त और साफ हे न?
फिर अभय उसे देखने लगा और बोला
अभय: हा बहुत साफ हे
मिमी: तारे भी कितने अच्छे दिख रहे हे न?
अभय: हा बहुत सुन्दर, पर आप उससे भी सुंदर दिख रही हो,
मिमी: तुझे चंद्र मा दिखाई दे रहा हे क्या?
अभय: हा
मिमी: उसके सबसे पास वाला तारा?
अभय: हा
मिमी:वो दोनों तारे देख एक साथ दिख रहे हे क्या?
इतने में पानी गिरने की आवाज आई तब अभय ने नीचे देखा तो मिमी सुसु की करने की आवाज हे।
अभय ने नीचे देखा तो वाव क्या मस्त नजारा था , चंद की रोशनी में मिमी की ब्लाउस में स्तनों बहुत सुन्दर दिख रहे थे,घुटनों के बल बैठने से ब्लाउस थोड़ा खुल सा गया था,
तभी अभय ने नीचे बैठते हुए कहा,

अभय: अच्छा तो मैडम अपनी टंकी खाली कर रही है और में उसे नहीं देखू इसीलिए मुझे तारे दिखा रही हे तभी तो में सोचूं की अचानक मेडम ऐसा क्यों बोल रही हे,
मिमी चुप चाप आंखे बंद कर के बैठी हुई सुसु कर रही

अभय: वाव क्या खूबसूरत दिख रही हो आप ,आप तो बिल कुल अप्सरा लग रही हो ,
मिमी कुछ नहीं बोली बस आंख बंद किए मुस्कुरा रही थी,
फिर जब सुसु करना बंद हो गया तब

मिमी सुसु कर के अपनी आँखें खोल कर हस्ती हुई
मिमी: तू क्यों नीचे बैठ गया पर? उल्लू का पट्ठा कही का कोई लड़की सुसु करने बैठती हे तो उसे डिस्टर्ब करना नहीं चाहिए ऐसा पता नहीं हे क्या तुझे?
अभय: सोरी गलती हो गई, आज तक कोई लड़की मुझे ऐसे सुसु कर ने नहीं ले गई इसीलिए नहीं पता था ,सो सोरी,
और अभय खड़ा हो गया
मिमी भी खड़ी हो गई और अपना पेटीकोट में से चड्डी को ऊपर लेते हुए ऊपर अभय को देख कर मुस्कुराते हुए बोली
मिमी: तू तो बड़ा बेशर्म दोस्त हे रे मेरा,नीचे क्यों बैठा था,?
अभय: सोरी वो जब पता चला कि आप सुसु कर रही हो तो आप ऊपर से बहुत खूबसूरत लग रही थी तो करीब से आपको देखने का मन किया,
मिमी: में 2 घंटे से तेरे करीब ही तो हु,
अभय: पर अभी आपके घुटने आपके सीने से लगे हुए थे तो आपका ब्लाउज थोड़ा खुल जैसा गया था,
मिमी: तो?
अभय: आपने ब्रा क्यों नहीं पहना हे अंदर?
मिमी: तुझे क्या करना है ब्रा का? तुझे पहननी हे मेरी ब्रा?
अभय:नहीं नहीं कुछ भी तो नहीं बस ऐसे ही पूछा,

मिमी ने कमर पर दोनों हाथ रख कर सवाल वाले नजरिए से पूछा,
मिमी: ऐसे भी कौन पूछता हे किसी दोस्त को उसकी ब्रा नहीं पहनने की वजह?
अभय: बस ऐसे ही, मुझे आपकी ब्लाउज में आपके पहाड़ बिना बादल के दिखाई दिए इसीलिए,
मिमी: अभय किसी लड़की की ब्लाउज में ऐसे देखते हे क्या?
अभय: नहीं तो,
मिमी: फिर?
अभय: जब आसमान में तारे देखते हुए बोर हो गया तो में जमीन पर आ गया और जमीन पर जन्नत देखने को मिला तो में पहाड़ों में खोना खेलना और कूदने का मन किया मुझे,

मिमी: बहुत शैतान है तू, बाते बनाने में,
अभय: क्या करूं जन्नत मिली हे तो आज तक ऐसा अनुभव नहीं किया मैने,
मिमी: यकीन नहीं होता यार,इतने क्यूट बंदे की 3_4 तो होती होगी,
अभय: नहीं सच में नहीं,
मिमी: इसीलिए बच्चे की तरह बात करता हे,ब्रा क्यों नहीं पूछने वाला
अभय: सोरी
मिमी: अरे कोई बात नहीं में मस्ती कर रही थी,
मिमी ने कंधे से ब्लाउज का एक स्ट्रैप उतार कर कंधा दिखाते हुए बोला
मिमी: ये देखो अभय इसमें ब्रा नहीं पहनी जाती क्यों कि ये ब्रालेस ब्लाउस हे,अगर इसमें मैने ब्रा पहनी तो पीछे से मेरी पीठ पर यहां उसकी स्ट्रैप दिखाई देती हे,
और पीछे की पीठ भी दिखाई ,
अभय: अच्छा अब समझा
मिमी: क्या समझे?
अभय: वही की आपके पहाड़ बिना बादलों के खड़े हे, और ये आपकी ब्लाउस के बगैर बिल्कुल खुल्ले है,

और मिमी ने अपनी ब्लाउस की कंधे की स्ट्रैप नीचे करते हुई बोली
मिमी: बेशर्म बस कर अब,

अभय: ऐसे ही रखो न अपने कंधे को, अच्छा लग रहा हे
मिमी: (हस्ते हुए) हा हा फिर तू हा एक एक कर के मेरी ब्लाउस ही उतार ने बोल देना हा?

अभय: नहीं मैने ऐसा नहीं कहा
मिमी: ठीक हे पर आगे का कुछ ऑर्डर मत देना
अभय: नहीं दूंगा क्यों कि मैने आपके दूसरे तिल भी देख लिया हे,
मिमी: (खिलखिलाते हुए हस्ते हुए) शैतान कब किया तूने ऐसा?
अभय: जब आप नीचे बैठी हुई थी तब?
मिमी: बेशर्म, मेरी ब्लाउज ऊपर से हटा कर देखा था क्या?
अभय: नहीं आपके घुटनों की वजह से वो खुद खुल सी गई थी,
मिमी: गधे के बच्चे मुंह फेर लेना था ना, देखता रहा बेशर्म कही का,
अभय: क्या करूं मजा आ रहा था,
मिमी: बड़ा आया मजा लेने वाला,
अभय: सोरी
मिमी: (हस्ते हुए) अब क्या सोरी, तब सोरी फिल होना चाहिए था,
अभय: ओके पर आपके पहाड़ की चोटी बहुत मस्त हे छोटी छोटी?
मिमी: चुप कर अभय यार, मुझे अब शर्म आ रही हे,
और दोनों चलते चलते गाड़ी के पास आ गए,
अभय: मिमी आप ये ब्लाउस में से आप का एक दो फोटो खींचू क्या? बहुत अच्छी लग रही हु
मिमी: ठीक हे पर किसी को दिखाना नहीं,
अभय: जी वादा करता हु,
फिर फोटो शूट हुआ
अभय: थोड़ी आगे झुक कर प्लीज
मिमी आगे झुक कर अपने सीने पर हाथ रख कर फोटो खिंचवाई
अभय: हाथ घुटनों पर रखो न,
फिर मिमी के ना चाहते हुए मिमी के हॉट से हॉट फोटो खींचे,
अभय: एक दो बटन ब्लाउस के खोल सकते हो क्या आप?
मिमी: ना बाबा बा,
अभय: प्लीज प्लीज प्लीज न,
मिमी: नहीं में नहीं खोल सकती
अभय मिमी के पास जा कर उसके चेहरे के पास आ कर विनंती जैसे करने के अंदाज में बोला मिमी जी 1_2 बटन खोलने दो ना बहुत मन कर रहा हे आपके इन पहाड़ों को देखने का, प्लीज ना यार, आई वेरी लाइक यू ना यार,
मिमी को उसकी विनंती पर हंसने लगी, और कुछ नहीं बोली,


फिर अभय मिमी के एक गाल पर किस किया फिर दूसरे पर तब मिमी ने कुछ नहीं कहा तो अभय ने मिमी की कमर को पकड़ कर अपनी और खींच कर मिमी के चेहरे को को बड़े प्यार से देखते हुए होठों से मिमी के लिप्स को बड़े सॉफ्ट स्पर्श से चूमने लगा,
मिमी मुस्कुरा रही थी,
मिमी भी अभय के क्यूट व्यवहार से बड़ी उत्तेजित हो चुकी थी, एक क्यूट और हैंडसम लड़के का प्यार मिल रहा था उसको,
फिर अभय ने लिप किस करने चालू क्या और मिमी ने भी उसका साथ देने लगी, दोनों किस करते हुए एक दूसरे को प्यार करने लगे,
कुछ देर में लगा कि मिमी दूर होने लगी थी तो मिमी को उठा कर कार की डिक्की के ऊपर बिठा कर मिमी को दोनों हाथों से लपेट कर दोनों डूब गए लिपलॉक करने,

बहुत समय तक किस करने के बाद मिमी तृप्त हो रही थी,
फिर अभय अपने हाथों को मिमी के ब्लाउस के बटन खोलने लगा,
मिमी उसके चेहरे को प्यार से देखते हुए सोची

ये लड़के को देखो तो कितना उत्सुकता हे देखो तो मेरे स्तनों को देखने के लिए?
वॉव कितना क्यूट लड़का हे आज तक मैने ऐसा लड़का नहीं देखा सच में, बहुत गोरा भी हे बाहर के देश से आया हुआ ज़ और उसको बिल्कुल भी आता नहीं फ्लर्ट करना स्त्री ओ के साथ ,बिल्कुल पागल लड़का मिला हे मुझे तो,
में बिल्कुल भी नहीं रोकूंगी उसे, और ऐसे ही मिमी खड़ी थी,

अभय ने मिमी के ब्लाउस के 3 बटन खोल दिए थे,
और मिमी को चलने बोला
फिर गाड़ी के अंदर बैठने बोला
फिर ड्राइव करने बोला
फिर बाहर से लिफ्ट मांगने का पोज बनाने बोला
फिर बैठ के टायर पंचर करती हुई मिमी के फोटो लिए,
फिर बोनेट पर बिठाया कई तरह के फोटो लिए,

मिमी को अब कोई शर्म नहीं थी बस उसे अपना दोस्त को खुश करने में लगी हुई थी कभी मटकते हुए चलती कभी कमर पर हाथ रख कर, कभी अपने सीने को हाथ में रख कर चलती,
कभी सीने को ढक कर झुकती
कभी बिना ढके भी झुकती और स्तन कभी खुल्ले दिखाई देते
तब अभय मिमी के पास जा कर बोलता हे
अभय: मिमी थैंक्यू सो मच
मिमी: तू पागल हे तू दोस्त भी बोलता हे और थैंक्यू भी,
अभय: में आपके ब्लाउज के सारे बटन खोल दु क्या? अगर आपको दिक्कत नहीं होगी तो?
मिमी: नहीं
अभय: थैंक्यू ठीक हे
और मिमी के ब्लाउज के लास्ट बटन खोलने जाता हे
तब मिमी उसके हाथ को पकड़ लेती हे और बोलती हे
मिमी: नहीं कहा मैने शैतान, यहां रोड पर नहीं बेशर्म, गाड़ी में तू जो चाहे कर लेना,
अभय: ठीक हे मेरी जानू
मिमी: जानू?
अभय: बस बहुत प्यार आ रहा हे आप पर मुझे,
और फोटो लेने फिर से दूर चल गया,
मिमी तुम और ज्यादा दूर जाओ
तब मिमी ने ऐसा किया जिससे अभय के मुंह में पानी आ गया ,उसके पेनिस तो कब का खड़ा हुआ था पर अब उस में से एक दो बूंद गिर गई

क्यों कि मिमी पीछे मुड़ी और गाड़ी के बोनेट पर चढ़ के बैठ गई,
फिर आराम से बैठ कर अपनी ब्लाउज के दोनों साइड को खोल कर दोनों हाथ फैला दिया, और आसमान में देखने लगी शांति से,
अभय दौड़ते हुए आया और मिमी को देखते हुए बोला वाव मिमी आई लव यू,
मिमी: आई ओल्सो लाइक यू पर अचानक क्या हुआ,
अभय: ये सब के लिए
मिमी: क्या सब के लिए?
अभय: आपने सब खोल देखा उस लिए
मिमी: में पोज दे रही हु पागल , फोटो ले मेरी,
और कई तरह के फोटो खिंचाए मिमी ने,
फिर मिमी कार से नीचे उतर कर ब्लाउज उतार दिया और मुस्कुराते हुए अभय को देने लगी,
मिमी: ये लो मेरी ब्लाउस के दीवाने , रख अपने पास मेरी इज्जत, अब तू खुश?

अभय ने मिमी की दो चार फोटो ले कर मिमी के करीब आया मिमी को हाथ पकड़ कर खींचा और उसके सीने में अपना मुंह रख दिया,
अभय: आई लव यू मिमीजी,
मिमी: अभय यू आर सो गुड,
मिमी उकसे सर पर हाथ रख कर सहला रही थी,
अभय मिमी के निप्पल को चूसने लगा
मिमी: आह अभय धीरे,
अभय: हम्ममम वॉव क्या सॉफ्ट आपके बूब्स हे यार मिमी,
मिमी: सॉफ्ट ही होते हे सभी लड़की औरतों के,
अभय: नहीं कड़क भी होते हे,
मिमी: और किसके दबाए तूने?
अभय : बाद में बताऊंगा मिमी, अभी आपके बहुत मस्त है उसे लूटना हे ,
मिमी: (हस्ते हुए) पागल गाड़ी में चल बाहर कोई आ सकता हे
फिर दोनों का के पीछे गए मिमी को छोड़ नहीं रहा था अभय, और मिमी को बहुत हसी आ रही थी ,की कैसा भूखा लड़का हे ये,
15–20 मिनिट तक खेलने के बाद अभय शांत हुआ तब मिमी ने अपने दोनों स्तन पकड़ कर छुपा लिया और उसे कहा अब तुम दिखाओ अपना बड़ा हुआ ये लुल्ला और फिर से हस पड़ी,
अभय ने अपने पेंट खोल कर चड्डी उतार कर पूरा नंगा हो गया, और मिमी के पास बैठ गया
मिमी मुस्कुराती हुई उसके नुनु को पकड़ देखने लगी,
अभय: वाव ..... मिमी ये अब आपका हे आप जैसे चाहो वैसा खेलो,
मिमी: बहुत बड़ा हो गया अभय ये तेरा लुल्ला तो,
अभय: आपकी खूबसूरती और आपके प्यार का नतीजा हे मिमी डार्लिंग
मिमी: (हस्ते हुए,) मैने कुछ नहीं किया पागल तू मुझे देख देख कर पागल हो गया हे
अभय: कुछ गलत किया क्या मैने?
मिमी: बिल्कुल नहीं मिस्टर, अगर तू गलत होता तो में तेरे साथ यहां नहीं आती,
फिर मिमी ने उसके पेनिस के आगे वाले टॉपी पर एक हल्की सी किस किया और अभय के चेहरे को देख कर हस पड़ी,
अभय: वाव आपके लिप्स का स्पर्श कितना कोमल लग रहा हे मेरे लंड पर आप प्लीज फिर से करो,
मिमी: (हस्ते हुए) छी गंदा,........ मुझे यहां किस करने बोल रहा हे?
अभय: आपको प्यार हो गया हे उससे आप जरूर करोगी
मिमी: हा बहुत प्यारा हे तेरा लुल्ला तो , बहुत अच्छे से ख्याल रखता होगा न?
और मिमी ने फिर से किस कर दी,और मुंह में धीरे धीरे कर के लेने लगी,
30 मिनट तक ऐसे मुंह में चूसने के बाद अभय ने लंबी पिचकारी मारते हुए मिमी के चेहरे को गंदा कर दिया
मिमी बस मुस्कुराती रही थी, उसकी आंखे पर लिप्स पर नाक पर सब जगह लगा था अभय का वीर्य,
मिमी: बस कर अब कितना निकालेगा अपने अंदर से,
अभय: सोरी यार पर में नहीं निकाल रहा हु अपने आप निकल रहा हे, आपके प्यारे हाथों की वजह से,
मिमी ने उसे छोड़ दिया,और देखने लगी,
अभय कुछ देर तक मिमी को गले लगाए हांफ रहा था,
मिमी शांत बैठी उसके सर पर हाथ रख कर सहला रही थी,
फिर अभय बाहर आया नंगा नंगा दौड़ते हुए दूर कही गया, उसके पीछे पीछे मिमी आई वो भी आधी नंगी मैक्सके चलती हुई अपने सीने पर हाथ रख कर चलती हुई आई
अभय सुसु कर ने लगा गया था,वहा मिमी भी पीछे बैठ कर सुसु करने लगी,
जब अभय की सुसु बंद हुई तो सुना कि और किसकी सुसु करने की आवाज आ रही हे?
पीछे देखा को अप्सरा के गोरे गोरे बम बिल्कुल नंगे दिख रहे थे,
अभय: मिमी...
मिमी: हम्ममम
अभय: आई लव यू डार्लिंग
मिमी: मि टू डार्लिंग
अभय: आप भी अब ये पेटीकोट मत पहन ना मैने आपके कूल्हे भी देख लिए हे,
मिमी: में तेरी तरह बेशर्म नहीं हु पागल
और खड़ी हो गई,
मुस्कुराती हुई अभय को जा कर लिपट गई,
अभय: प्लीज़ ना
मिमी: ना
अभय: में अभी आपका पेटीकोट उतार देता हु,
मिमी ना कह कर भागती हुई गाड़ी में पीछे बैठ गई।
अभय आगे बैठ गया और बोला चले अब घर पर सोरी रुम पर?
मिमी: हा ठीक हे चलो
अभय: आप को संतुष्ट करु?
मिमी: तू हो गया न?
अभय: आप बाकी हे न आपने मुझे किया हे,
मिमी: चलेगा कोई दिक्कत नहीं
अभय: आपको भी करता हु,
मिमी: अरे नहीं नहीं बहुत देर हो गई हे मेरा बच्चा मेरा वेट कर रहा होगा घर चलो अब
और मिमी ने ब्लाउज पहन लिया,और बाहर आ गई
अभय ने मिमी को फिर से खींच कर पीछे की शीट पर ले आया
मिमी हस्ती ही बोली अरे क्या कर रहा हे अब घर चलना हे मुझे,
पर अभय नहीं माना और मिमी को उठा कर साड़ी खोलने लगा, पेटीकोट खोल कर मिमी को चड्डी में देखने लगा
अभय: मिमी बाहर चलो ना आपका फोटोशूट करता हु
मिमी: एक मारूंगी तुझे मुझे चड्डी में फोटोशूट करेगा तू?
अभय: बिल्कुल मिमी जी आप कितनी हॉट लग रही हो आप यार,
मिनी: (हस्ते हुए) अभय मार खाएगा मुझे ऐसा नहीं करना हे बहुत शर्म आ रही हे,
कुछ देर कोई कुछ नहीं बोला तो अभय मिमी को किस करते हुए मिमी को प्यार करने लगा
फिर से ब्लाउज खोलने लगा और मिमी के निप्पल को सहलाने लगा, छेड़ने लगा,
मिमी : अभय यार तू क्या कर रहा हे मुझे बहुत मस्त लग रहा हे पर समझ अब बहुत देर हो गई हे कल कर लेना तुम,
अभय ने मिमी की चड्डी को खोलने लगा और मिमी ने भी साथ दिया,
अभय ने मिमी को उठा कर अपनी गोद में बिठाया
मिमी गोद में बैठ गई
अभय ने फिर से थोड़ा उठाया और अपना पेनिस ठीक मिमी की शिश्निका के मुंह पर रख कर मिमी को नीचे आने दिया,
पेनिस जल्द ही मिमी के अंदर चला गया, मिमी की चीख निकल गई, अभय..........क्या किया ये तूने हाई.........बहुत बड़ा हे तेरा तो उई मा.........यार अभय वाव.... बहुत अच्छा लग रहा हे मुझे, तूने तो अपना लुल्ला पूरा मेरे अंदर डाल दिया क्या?
अभय: जी डार्लिंग आपकी प्यारी चूत मेरा लुल्ला खा गई हे पूरा
मिमी: बहुत गंदा बोलता हे तू पागल
अभय: आप तो बहुत अच्छा बोलती हो,
और अभय ने मिमी को उछाल ने लगा अपनी गोद में बैठे बैठे,मिमी अब बिंदास होने लगी थी
और उछलते हुए मुस्कुराने लगी थी,
पागल कही का आखिर में मेरे अंदर डाल ही दिया तूनेतो बेशर्म कही का, वाव उई मा.....बहुत अच्छा फिल हो रहा हे मा.....वाव.......हाई हाई
अभय: मिमी आपको जितना जोर से चिल्लाना हे तो चिल्ला सकती हो आपकी आवाज कोई नहीं सुन सकता
मिमी ने कार के बाहर देखा और चिल्लाते हुए बोली
आई आई आई आई आई आई
मम्मा मम्मा मम्मा आई हाई में गई अभय में गई,
हाई हाई हाई
अभय: मिमी और जोर से चिल्लाओ
मिमी: (सच में जोर से चिल्लाने लगी)
आईं आई आई मम्मी मम्मी आई आई हाई बहुत मजा आ रहा हे अभय आई लव यू डार्लिंग अभय आई आई आई....

में गई अभय में गई, और एक दो झटके अभय के पेनिस पर लगाए और शांत होने लगी और अभय के कंधे पर सर रख दिया ,
10–15 मिनिट में अभय ने उसे देखा मिमी सच में सोने लगी हे उसका पेनिस अभ भी कड़क हो कर मिमी के अंदर हे तो भी मिमी की कोई हरकत नहीं थी,
उसने मिमी को देखा तो देखता ही रह गया कितनी प्यारी लड़की को चोद रहा हे ये सोच कर अभय का पेनिस और झटके लगाने लगा,
मिमी ने हल्के से बोला अभय में संतुष्ट हो गई हु अब मुझे मेरे रुम तक छोड़ देगा प्लीज?
अभय: हा मिमी जरूर और मिमी को अपने खड़े लंड के ऊपर से उठाया तो मिमी ने देखा ये अब भी खड़ा हे?
अभय : हा आपके प्यार से ये फिर से खड़ा हो गया


 
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मिमी ने हल्के से बोला अभय में संतुष्ट हो गई हु अब मुझे मेरे रुम तक छोड़ देगा प्लीज?
अभय: हा मिमी जरूर और मिमी को अपने खड़े लंड के ऊपर से उठाया तो मिमी ने देखा ये अब भी खड़ा हे?
अभय : हा आपके प्यार से ये फिर से खड़ा हो गया
अभय ने सोचा आज के लिए इतना बहुत कुछ कर लिया अब सोने देते हे मैडम को 4–5 घंटे से ये स्त्री को प्यार दे रहा हु तो अब उसे सोने देता हु,
तो अभय ने मिमी को उठाया और गाड़ी के बोनेट पर बिठाया और बोला मिमी सुसु कर लो आप में आप की सुसु वाली जगह साफ कर दूंगा, आप गाड़ी का फिक्र मत करना, आपको जल्द से जल्द रुम तक छोड़ देता हु,
मिमी हल्की सी मुस्कुराहट में बोलीं
मिमी: तू बिल्कुल पागल हे अभय सच में और सुसु करने लगी,
थोड़ी ही सुसु की और बोली बस मेरा हो गया
फिर अभय ने गाड़ी में से टिश्यू पेपर निकाला और मिमी कि योनि को एकदम अच्छे से प्यार से साफ करने लगा फिर और मिमी के वहां किस किया फिर मिमी को उठाया,

नीचे खड़ा किया फिर कार में जा कर मिमी की चड्डी लाया।उसे पहनाते हुए मिमी की योनि को फिर से किस किया,,
फिर पेटीकोट फिर साड़ी पहनाई और बिना ब्लाउज का पल्लू पहना दिया, फिर अभय की हंसी छूट गई मिमी को देख कर तो मिमी ने उसे मारने का इशारा किया तब अभय ने उसे ब्लाउज पहनाया और दोनों चुप चाप गाड़ी में बैठ गए,चुपचाप कार पार्किंग में आई
और मिमी उतर कर अपने रुम की और भागी,
पीछे अभय भी भागा
मिमी को अपने रुम के बाहर आने से पहले अभय ने मिमी को पीछे से पकड़ लिया,
मिमी: शैतान अब क्या हे?जाने दे मुझे
अभय: नहीं
मिमी: अरे मार खाएगा तू अब जाने दे
अभय : ना डार्लिंग मुझे तुम चाहिए आई लव यू ना,
और मिमी के कूल्हे को दबाने लगा
मिमी: (हस्ते हुए) अरे बस कर अभय तू ने बहुत लुटा हे मुझे कुछ याद भी है तुझे?
अभय: हा पर दिल अब भी नहीं भरा प्लीज आप मेरे रुम में चलो न,
मिमी: ठीक हे चल
और दोनों चलने लगे
मिमी आधे रास्ते में अभय के साथ चली और भाग कर अपने रूम की और दाऊदी
अभय ने फिर मिमी के ठीक उसके रूम के बाहर पकड़ लिया
मिमी: (हस्ते हुए) शैतान मेरा चूचू देख लेगा अब छोड़ मुझे,
अभय: डार्लिंग नहीं तू मेरी हे
मिमी: हा पर दोस्त
अभय: हा तो चलो न
मिमी: कल चलूंगी पक्का
अभय: झूठ बोली तो?
मिमी: अरे बाबा मुझे सच में तेरे साथ बहुत मजा आया हे में क्यों नहीं आऊंगी तेरे पेनिस से खेलने?
अभय को विश्वास हो गया कि अब ये नारी पक्का कल आयेगी
तो उसने मिमी को गुड नाइट बोला
मिमी: गुड नाइट अभय
अभय एक मिनट और मिमी के ब्लाउस में हाथ डाल कर एक स्तन को दबा कर गुड नाइट बोला, फिर दूसरे स्तन को दबाया फिर गुड नाइट बोला
ये हरकतों से मिमी की हसी छूट गई
मिमी: तू सब को गुड नाइट बोल दे और साड़ी खोलने लगी पल्लू हटा कर
अभय को मजा आने लगा
मिमी ने फिर पल्लू से अपने आप को ढक लिया,
चल फूट यहां से अब अपने रुम में,
और रुम में आ गई और अभय के मुंह पर डोर बंद करने लगी
पर अभय को देख कर रुक गई,
अभय ने एक हाथ मिमी के लिप्स पर फिराया फिर मिमी की स्तनों के बीच उंगली फिराई और मिमी के ब्लाउज के सारे बटन खोल दिए, फिर हाथ पेट पर फेरता हुआ नाभि में डाली फिर मिमी की शिश्निका को पकड़ कर दबा दिया
मिमी : आउच अभय बस यार माय स्वीट डार्लिंग प्लीज़ अब जाने दे,
और अभय ने लास्ट में फिर से मिमी के मुंह में 2 उंगली डाल कर उसका रस अपने मुंह में चूसते हुए निकल गया
मिमी फिर थोड़ी बाहर निकल के अभय को आवाज दी
मिमी: बाय बाय...... अभय गुड नाइट?
अभय ने पीछे देखा तो मिमी ने अपने दोनों स्तन बाहर निकाला था और उस पर हाथ फेर रही थी,
जब मिमी ने देखा कि अभय फिर से उसकी और आने लगा तो मिमी जल्दी से अपने रुम में आ कर रूम लोक कर दी, और राहत की सांसे ली,
और अंदर गई देखा तो चूचू अब भी सोनल से बाते कर रहा था, तो उसे डिस्टर्ब किए बिना बेडरूम में सोने चली गई,
और साड़ी ब्लाउस सब उतार कर नंगी हो गई फिर टॉवेल लपेट कर चूचू के पास जाने की सोची
पर पैर हिल नहीं पा रहे थे तो वो सोचने लगी नहीं मिमी आज नहीं अब सोना है, तो मिमी ने एक पतली स्लिप निकाली नीचे शॉर्ट्स निकाला पहन कर सोने लगी,
पर नींद नहीं आ रही उसे बस अभय के चेहरा ही दिखाए दे रहा था और हसी आ रही थी, फिर मुस्कुराते हुए सोने लगी,

जब सुबह उठ कर देखा तो कल की सारी बाते याद आ गई और सब सोच कर हसी आ गई , कैसे किसी की गाड़ी में एक मस्त लड़के के साथ चुद रही थी में? बहुत एंजॉय किया मैने कल वो लड़के के साथ बहुत मजा आया था, पागल ने कल बहुत हंसाया था,
खड़ी होने गई पर खड़ी नहीं हो सकी क्यों कि कल बहुत थकाया भी था, और मिमी की हसी छूट निकल गई,
जैसे तैसे कर के मिमी नहाने गई और टॉवेल लपेट कर बाजार आई तो गर्म गर्म नाश्ता की स्मेल आई तो बाहर गई तो देखा नाश्ता पक रहा हे,
फिर मिमी ऐसे ही बाहर आ गई,આજે किचन में बैठ गई,
चूचू नाश्ता ले कर आ गया,
मिमी: तुझे कैसे पता चला कि में रेडी हो गई
चूचू: बाथरूम की आवाज मेडम कल तो आप बहुत नाची बहुत कुड़ीज बहुत खेली, अपनी सहेलियों के साथ,
मिमी: हा इसलिए बहुत थकी हुई हु, फिर से सोना हे मुझे बेटा,
चूचू: ठीक हे मिस सेक्सी स्लीपी हेड,
फिर कुछ देर बाते करने के बाद मिमी उबासी लेने लगी और चूचू मिमी को उठा कर बेड पर लेटा आया,
मिमी खड़ी हो गई
मिमी: अरे बेटा कपड़े तो पहन ने दे मुझे,
फिर मिमी ने टॉवेल निकाला और स्लिप और चड्डी पहनने लगी तभी चूचू ने मदद करते हुए मिमी के बम और बूब्स सहलाए और मिमी को किस करते हुए सोने दिया,

शाम को मिमी खाना खा कर फिर से अभय के रुम में गई
तो अभय भी रेडी हुआ था मिमी को देख कर बड़ा खुश हो गया मिमी को रूम में खींच कर जोर से सीने पर दबा दिया, आई लव यू डार्लिंग, में आपका ही वेट का रहा था,

मिमी: चल झूठा में डीजे में देखा तो वहां तू नहीं था,
अभय: में अब फ्री हुआ डार्लिंग मिमी और आप एकदम सही टाइम पर आई,
मिमी: में एक सही लड़की हु तो सही समय पर ही आऊंगी न?
अभय: जी मैडम आप सच में बहुत ज्यादा सही हो,
और मिमी के लिप्स पर एक किस कर दिया,
और बोला
अभय: चले?
मिमी: कहां
अभय: बारह?
मिमी: क्यों?
अभय: घूमेंगे फिरेंगे नाचेंगे गायेंगे ऐश करेंगे और क्या?
मिमी: यहां नहीं?
अभय: बाद में आयेंगे न?
एक मिनिट यहां से आपका क्या मतलब हे?
मिमी मुस्कुराते हुए शर्मा गई और फिर वो हंसने लगी और बोली चलो चलो बाहर चलो,
अभय: आज आप शैतानी कर रही हो मिमी डार्लिंग जल्दबाजी नहीं करते पगली,
मिमी: मैने क्या किया मिस्टर
अभय : आपकी हसी और आपकी शर्माना सब कुछ आपका इरादा बता देता हे मिमीजी
मिमी: तू गलत समझ रहा हे पागल,
अभय: नहीं रे ऐसा होता तो आप हस्ती नहीं ये बात बोलते हुए,
फिर मिमी ने फिर से शर्म से पानी पानी हो कर हस्ते हुए अभय को जोर से घुसा मारते हुए बाहर की और चलने लगी,
और अभय मिमी के कंधे पर हाथ रख कर बॉय फ्रेंड के जैसे चलने लगा
फिर दोनों डीजे में झूमने लगे ।
 
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