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मिमी : (हस्ते हुए) नहीं में सुसु करने जा रही हु बहुत पी लिया था न मैने,
चूचू : मुझे भी आया हे ,
मिमी वेट में पहले जाऊंगी बहुत जोर से आई हे बोल कर अपने पेट के नीचे हाथ रख के बाथरूम में गई और डोर बंद नहीं किया,
मिमी ने अपना गाउन उठाया और जैसे ही बैठने गई तो उसे शीशे में अपना प्रतिबिंब देख कर डर गई और जल्दी से भाग कर बेडरुम में चूचू के गले लगने गई
लेकिन चूचू फिर बाथरूम के दरवाजे के बाहर ही खड़ा मिला मिमी फाटक से गले लग गई
चूचू: क्या हुआ मिमी इतना जोर से क्यों आई आप?
मिमी कुछ नहीं बोली बस जोर से सांसे ले रही थी
चूचू थोड़ी देर मिमी को सहलाता रहा माथे के पीछे और सर पर एक पप्पी कर के बोला
चूचू: क्या हुआ मेरी सुंदर और बहादुर मिमी को जो इतना बड़ा पहाड़ से भी नहीं डरती और छिपकली से डर गई?
मिमी: मैने किसी को मेरी तरह दिखती हुई लड़की देखा,
चूचू : मां आप पहले तो लड़की नहीं हो औरत हो और ये लो (लाइट चालू करता हे) यहां मेरे जैसा भी एक पहाड़ी खड़ा हे देखो अंदर
मिमी: (चिल्लाते हुए बोली) जल्दी बाहर आ कोई भूत हे अंदर
चूचू: अरे मिमी चिल्लाओ मत यहां सब सो रहे हे, और आप डरो नहीं यह शिशा लगा हुआ हे
पापा: क्या हुआ बेटा क्यों मस्ती कर रहे हो सो जाओ चुप चाप,
दीदी: भैया क्या हुआ?
चूचू : कुछ नहीं दीदी यहां मिमी ने शायद छिपकली देख ली तभी जोर से डर गई,हम दोनों ठीक हे आप सो जाइए,
मिमी अभी भी चूचू के गले लगी हुई थी और बाथरूम लाइट चालू थी, पापा और दीदी ने कुछ नहीं देखा मिमी और चूचू के प्यार भरे हग को,
चूचू : मां सुसु किया कि बाकी हे? जल्दी करो या मुझे करने दो,
मिमी : मुझे आई हे जोर से, पर डर गई थी तू मेरा हाथ पकड़ में यही नीचे बैठ कर सुसु करती हु फिर साद कर दूंगी,(थोड़ा रोती हुई शकल से बोली)
चूचू : बैठो मिमी सुसु करने फटाफट,
फिर मिमी अपना गाउन उठा कर नीचे बैठते हुए और नजर उपर चूचू को देखते हुए,
चूचू हस पड़ता हे
चूचू: मिमी आप भी ना खा मा खा डर रही थी,कितनी मस्त, सुंदर, बिचारी शकल बना कर बैठी हो मेरे सामने एक दम निर्दोष दिख रही हो मिमी आप,
फिर थोड़ी देर में सी......सीईओई..सी....जैसी आवाज आने लगी चूचू के पैर पर धार आने लगी चूचू ने महसूस किया मिमी उसके पैर पर सुसु किया तो उसने मन में सोचा
चूचू : (मिमी आपने बचपन में मेरा बहुत ख्याल रखा हे आप की सुसु में साफ़ कर दो)
आवाज बंद हो गई थी अब तो मिमी खड़ी हो के गाउन नीचे गिरा दिया और मुड़ कर साफ करने जा ही रही थी कि चूचू ने हाथ खींचते हुए बोला रुको में भी सुसु कर लेता हु सफाई बाद में होगी,और मिमी को बाथरूम से बाहर कर के बाथरूम बंध कर के उसने अपने पैर देखे पहले ,
सोचा वाव......... मिमी का सुसु मिमी की सुंदर शिश्निका में से निकला हुआ जल,थैंक्यू मिमी आपकी इतनी सेवा तो कर ही सकता हु जैसे बचपन में अपने पैरों पर बिठा के मुझे कितनी बार छी छी करवाई होगी आपने एक छोटी सी सेवा तो बनती हे मेरी, और अपने पैरों पर हाथ फेरा के धो दिया और बाथरूम में मिमी ने सुसु किया वो जगह भी पूरी अच्छे से धो का
साबुन + हैंडवाश का पानी सब जगह डाल के सब स्मेल को निकाल के बाथरूम खोलता हे तो मिमी बाहर ही खड़ी मायूस देख रही हे और बाथरूम में अंदर जाते हुए बोली
ला में साफ कर देती हु सब,
चूचू: हो गया साफ अब चलो
मिमी: कमाल हे क्यों किया तूने?
चूचू: तो आपने भी मुझे अपने खूब सूरत पैरों पर बिठा कर छी छी क्यों करवाई?
मिमी: मैने कब ये सब किया?
चूचू: मेरी प्यारी गाय माता जब में पहाड़ी नहीं हुआ करता था में सिर्फ आपका दूदू पिया करता था तब ,
मिमी: ओहो वो तो हर मां अपने बेटे से करती हे,
चूचू : तो मैने भी कुछ बड़ा काम नहीं किया ये साफ कर के,
फिर दोनों बेड पर आ गए
कुछ देर बाद मिमी: चूचू सो गया क्या?एक बात बयानी थी?
चूचू: नींद पता नहीं क्यों नहीं आ रही मुझे बस आपसे प्यार ही करने को मन कर रहा हे,कोई जादू तो नहीं किया न आज अपने बेटे पर,
मिमी हस्ते हुए: हा हा हा हा मुझे जरूरत ही नहीं पड़ी कभी में जो बोलती तू फटाक से कर देता हे
मेरी हर बात तू मान लेता हे तो क्यों जरूर पड़ेगी तुम पर जादू कर ने की?
एक बात तो बता जैसे में डर कर बाथरूम के बाहर आई तो तुम डोर पर क्या करने आया था?
मुझे लगा में पहले सुसु जा रही हु तो डोर भी बंध नहीं किया था बाथरूम का और गाउन ऊपर कर के बैठ ही रही थी, तू फिर मुझे बिना कपड़ों के देख लेता शैतान क्यू आया बता ?
चूचू: में बेड पर बैठे चिल्ला नहीं सकता रहा इसीलिए बाथरूम के डोर पर मुंह लगा के ये बोलना चाहता था कि, मिमी डरना मत अगर छिपकली या और कुछ दिखे तो,
मिमी: ठीक हे शाबाश मेरा शैतान, पर एक बात समझ में नहीं आई तुझे हर वक्त पता कैसे चल जाता हे कि......ये सब होने वाला हे?
चूचू : मतलब?
मिमी: पहले भी टॉवेल वगैरह पूछने आया था और अब डरने से बचने के लिए,
चूचू : पता नहीं आपसे प्यार करता हु इसीलिए दिल का कनेक्शन होगा हमारा,
मिमी: वो तो हे ही पर तुम इस बार मुझ पर कोई जादू तो नहीं कर रहे हो ना? की मिमी हमेशा तुम्हारे वश में रहे,
चूचू : में क्यू करूंगा ?मेरे पास कोई जवाब नहीं हे आपका,
आप बहुत गंदे हो में नहीं बोलता आपसे और पीठ दिखा कर दूसरी और मुंह कर के लेट गया,
मिमी: रुक बेटा मेरे पास जवाब हे तेरा,तू मिमी को ये बोल की "मिमी मेरी नादानियात वाली बात/ इच्छा के अलावा आप सारी बात/इच्छा तो मानती ही हो फिर क्यों करूंगा में आप पर जादू?
चूचू: हा क्यों करूंगा में आप पर जादू?आप सब मेरी बात मानती ही तो हो जिसमें मेरा बचपना ना ही,
अपने बस आज मेरी एक ही छोटी सी बात नहीं मानी पर उसके लिए में जादू थोड़ी करूंगा?(मिमी की और मुड़ते हुए बोला)
मिमी: कौनसी बात नहीं मानी?
चूचू: मिमी में आपके पास में बैठा हु मार नहीं खानी मुझे आपकी,
मिमी: अच्छा? बता जल्दी नहीं तो फिर भी मार खाएगा तू
चूचू : आपको मैने बिकिनी पहन ने के लिया बोला था,
मिमी:अरे उसमें कौनसी मारने वाली बात हो गई?
वो..... तो..... में सोच रही थी कि कल ..... सुबह...... उसे खरीद कर..... उसे पहन कर.........
बीच पर जाए, पर अब नहीं खरीद नी क्यों कि तू जादू कर रहा हे मुझ पर,
चूचू: अरे नहीं कर रहा हु कोई जादू बादू, आपको नहीं पहन न हे इसीलिए जादू का झूठा बहाना कर रही हो
मिमी: तुझे जो लगे में कल बिकिनी नहीं पहन ने वाली,
चूचू: आपको जो ठीक लगे पर में कोई जादू नहीं किया
मिमी: अरे छोड़ तू भी में मजाक कर रही थी तू मेरा अच्छा बेटा हे तू कभी गलत नहीं कर सकता मेरे ऊपर,
चूचू: पर आपको बिकिनी में देखने और फोटो खींचने का में बिल्कुल मजाक में नहीं कहा मिमी,
मिमी: और वो तेरी इच्छा को मैने साफ साफ मना कर चुकी हु,
चूचू: ठीक हे बाय गुड नाइट कल सुबह मिलते हे,
मिमी : (फिर हंसते) हुए कुंभकर्ण कही का,
चूचू: मिमी २:३० बज गए अब कौनसा कुंभकर्ण हुआ में?
मिमी: तू मुझे सुलाए बिना सो रहा हे पागल, में अकेली क्या करुंगी?
चूचू :आप छोटी बच्ची हो क्या? आपको सुलाना पड़ता हे?
मिमी: मुझे देख कर लगता नहीं में तेरी छोटी बच्ची हु?
चूचू : बिल्कुल लगता हे मेरी प्यारी बिटियारानी ,
मिमी हस्ते हुए बोली
मिमी: पापा आप मुझे अपनी बाहों में ले कर सुलाए न,
चूचू : आजा मेरी बिटियारानी आजा मेरी बाहों में आ सुलाता हु तुझे, और सच में उसने मिमी को अपनी बाहों में किया और पीठ और कूल्हे पकड़ कर पूरा अपने ऊपर खींच के सीधा अपने ऊपर सुलाया, और दोनों हाथ मिकी के कूल्हे के पीछे ले जा कर ऊंगलीओ को बंद कर के लेता रहा, फिर कुछ देर में मिमी बोली
मिमी : बेटा मेरा वजन लगेगा तुझे,
चूचू: अपनी बिटिया तो हल्की फुल्की हे कोई वजन नहीं हे
मिमी : पहाड़ी पापा
चूचू : फूल सी बिटिया,
मिमी: गंदे पापा,
चूचू: क्यों ऐसा क्या किया मैने अब तुझे, हा बिटिया?
मिमी: आपके हाथों ने मुझे कहां से पकड़ा हे देखो आप,
चूचू: आपको कहां से फिर पकड़ूं ताकि आप मेरे ऊपर से गिर नहीं जाती, बीच ने पकड़ने से ही आप को बैलेंस कर के रखा हे (बोल के मिमी के बम दबा दिए),
कुछ देर ऐसे ही लेते रहे दोनों फिर
मिमी: बस बेटा तुझे वजन लगेगा मेरा उतारदे मुझे अब नीचे
चूचू: आप लेटी रहो बिटिया मुझे बहुत सुकून मिल रहा हे आपको ऐसे हग कर के,
मिमी: गंदे पापा आपको मेरे कूल्हे दबा के मजा आ रहा हे न?
चूचू: छी कैसी बात करती हो बेटी तुम, अगर ऐसा हे तो छोड़ देता हु तुझे ये लो,
मिमी: मस्ती पापा ,मजाक कर रही थी आपने तो सच में मुझे छोड़ दिया,देखो में नहीं गिरी आपके ऊपर ही हु
चूचू : क्यों कि आप फूल जेसी हो ना इसलिए,
मिमी: चलो बहुत हुआ पापा बेटी का खेल अब सच में सो जाते हे,
चूचू हा मिमी सो जाइए आप,
मिमी: अरे मुझे नीचे तो उतार अपने ऊपर ही सुलाएगा क्या?
चूचू: क्यू मेरा सीने पर सोना आपको पसंद नहीं आया क्या?
मिमी: आई लव यौर चेस्ट बेटा पर वजन रख के कौन सुलाता हे कोई,
चूचू: मुझे तो वजन नहीं लगेगा पर आप को सीधा हो कर सोना होगा क्यों कि आपका सीना दब रहा हे ,
मिमी: में सच में सीधी हो कर सो जाऊंगी देख लेना
चूचू: हा हो जाओ सीधी और सो जाओ?
मिमी: क्यों तुझे मेरे सीने से अपना सीना दबा हुआ हे वो महसूस कर के अच्छा नहीं लग रहा हे क्या?
चूचू: ऐसा क्यों बोल रही हो ,मुझे तो बहुत सुकून महसूस होता हे मिमी आपका सीना मेरे सीने से लगता हे तो, और आज तो आपको साक्षात् देखने भी मिला मुझे, अच्छा कैसे नहीं लगेगा, पर आप ऐसे नींद निकलोगी तो आपको दर्द होगा इसीलिए बोला मैने, मुझे फिकर हे आपके सुंदर सॉफ्ट नरम नरम सीने की जो कहीं दर्द ना हो कल आपको उठ कर,
मिमी: बड़ी फिकर हे तुझे तो मेरी,(चूचू के बाजू में नीचे सरक कर बोली)
चूचू : आपके बदन की भी फिकर हे मिमी,
मिमी : बड़ा आया फिकर करने वाला,
चूचू: हा हु बड़ा तो?
मिमी: मुझे आज नींद क्यों नहीं आ रही हे?
चूचू: क्यों हम सो नहीं रहे हे बस एन्जॉय ही कर रहे हे अभी भी
मिमी : पर मुझे मजा आ रहा हे बहुत पता नहीं क्यों मुझ को चढ़ी तो नहीं फिर भी,
चूचू: और मुझे सुकून मिल रहा हे आपके प्यार से,
मिमी: मेरे प्यार से या मेरे सीने को तूने दिल से निहारा उससे?
चूचू: पता नहीं पर मजा आ रहा हे
मिमी: आज की रात के बारे में किसी को कुछ नहीं बताएगा न?
चूचू: किसी को भी नहीं,(मिमी की छाती में अपना चेहरा छुपाते हुए बोला)जन्नत में हु आज में,
मिमी: जन्नत को फिर से देखना है तुझे?
चूचू: हा हा हा हा कब मिलेगा देखने?
मिमी: (खड़ खडाट हस्ते हुए बोली)शैतान ..... चुप हो जा अब, तू पहले ही देख चुका हे अपनी जन्नत को ,आज और नहीं
चूचू: फिर क्यों पूछा कि देखना हे क्या?
मिमी: मजाक, मस्ती चूचू,
चूचू : मिमी कभी मजाक आपका सच हो जाएगा समझे,
मिमी: में कोई डरती नहीं हु तुझे समझे? बड़ा आया सच करने वाला,
चूचू: सुसु आई हे फिर से आपके मेरे ऊपर लेटने से,
मिमी: जा जल्दी मैने पहेले ही बोला था वजन लगेगा मेरा तुम्हे,
चूचू : तो क्या हुआ कुदरती आती हे सुसु, कोई गलती थोड़ी की आपने मेरे ओर लेट कर,
मिमी : जा जल्दी, नहीं तो बेड गिला कर देगा जैसे छोटा था तब करता था ,
फिर चूचू सुसु कर के बाथरूम का डोर जैसे ही ओपन करता हे तब मिमी ठीक सामने खड़ी थी,तो उसने मिमी के नाक को दांतों से काटा,
मिमी: आउच क्या कर रहा हे दर्द होता हैं
चूचू : सोरी मिमी में बस मस्ती कर रहा था ऐसा बोल के मिमी के नाक को होठों से चूसता हे, धीरे धीरे,
मिमी: हे छोड़ मुझे सांस लेने दे और अगर तुझे चूसना ही हे तो कुछ और चूस ,
चूचू: और क्या चूस सकता हु मिमी?
मिमी: जो चूसा जा सके?जो तेरी मर्जी करे?
चूचू: वाह मिमी आप को क्या हो गया हे,?? आज तक आपने ऐसा कुछ कहा नहीं मुझे,
मिमी: पता नहीं क्यों आज मुझे तेरे ऊपर बहुत प्यार हो रहा हे मेरे पहाड़ी शेर (बोल कर मिमी ने चूचू को गले लगा दिया और अपना हाथ चूचू के पीठ को सहलाने लगी)
चूचू ने भी अपने दोनों हाथ मिमी के कमर पर लपेट कर सहलाने लगा,
कुछ देर और सहलाने पर चूचू बोला
क्या आपको भी सुसु आई हे इसीलिए यहां बाथरूम के बाहर आई हो?
मिमी: नहीं तो ?
चूचू: फिर क्यों आई?
मिमी: तेरे लिए आई चूचू में, आई लव यू माय पहाड़ी चूचू
चूचू: लव यू टू माय लिटल ब्यूटीफुल मिमी,बोलो अब क्यों खड़ी हो कर यहां तक आ गई आप?
मिमी: बस ऐसे ही तेरे से अलग नही होना चाहती इसीलिए आई,तुझे प्यार करने,
चूचू: ठीक हे अब कहा जाएं?
मिमी: तू ही ले चल जहां हम दोनों के अलावा कोई भी नहीं हो,
चूचू: टेरेस पर चले?
मिमी: पर मैने तो गाउन पहना हे होटल वाला देख लेगा मुझे, ऊपर नीचे उतारते हुए,
चूचू: मिमी लोग बिकिनी पहन कर घूमते हे फिर भी नहीं शर्माती और आप गाउन में शर्मा रही हो,
मिमी: ठीक हे चूचू में नहीं शर्माती चल ले चल मुझे,
फिर दोनों होटल की बिल्डिंग की टेरेस पर जाते हे रात को 3 बजे अकेले अकेले,
मिमी: अरे वाव क्या जगह हे यहां की क्या व्यू आ रहा हे पहाड़ का लाइटिंग का भी,
चूचू: हा हमे तो पता ही नहीं कितनी सुंदर जगह हे ये ओर साथ में एक सुंदर परी भी हे मेरे पास तो,
मिमी हस्ते हुए बोली तू मुझे परी बोल रहा हे पागल?
चूचू: हा क्यों आप मेरी परी नहीं हो क्या?
मिमी (हस्ते हुए) हु में तेरी परी और तू मेरा पहाड़ हे,
फिर शांत होते हुए दोनों एक दूसरे को गले लगते हे और एक दूसरे को किस करते हे गाल या सर पर,
मिमी: तू टेरेस का डोर बंध कर दे ना कोई यहां आ नहीं पाए,
चूचू बंध कर के आता हे,
फिर आ कर देखा तो
मिमी एक कोने में नीचे बैठ कर सुसु कर रही थी सीओ ईओ जैसी आवाज आ रही थी और गाउन नीचे कर के रखा था ताकि चूचू देखे तो उसे कुछ नीचे दिखाए नहीं दे,
मिमी की सुसु खत्म होने की आवाज आते हे चूचू ने अपना हाथ दिया और बोला,
चूचू: आ उठ जा ऊपर
मिमी: थैंक यू ,तुझे कैसे पता चला मेरा हो गया?
फिर चूचू बोला: मिमी सीधी सी बात ये आपने सुसु करना बंद कर दिया तो अब नीचे बैठ कर छी छी थोड़ी करेगी?
मिमी: छी गंदा में ऐसे खुले में क्यों करुंगी,
चूचू: एग्जांपल दिया मिमी,
मिमी: गंदा कहीं का, चल घूमते हे यहां वहां,कितना सन्नाटा हे यहां सब जगह पर,
चूचू :हा हम बहुत नसीब वाले ये ये रात का नजारा आज एंजॉय करने को मिला हे हमे,
मिमी: हा
और गोल गोल दौड़ती हुई तो कभी आकाश की और देख कर खेलती रही थोड़ी देर, और फिर शांत हो कर चूचू के पास जाते हुए बोली
मिमी: पता है में आज इतनी खुश क्यों हु?
चूचू: क्यों कि हम आज एंजॉय कर रहे हे,
मिमी: गलत
चूचू: तो फिर आप ही बताओ
मिमी: पहले तू बता की तुझे क्यों सुकून मिल रहा हे?
चूचू: अरे...... फिर याद दिला दिया आपने मिमी यार.....
मिमी: बोल ना शर्मा मत बिंदास बोल पूरा आसमान खाली हे आज,
चूचू : मैने आपकी आंतरिक सुंदरता को गलती से निहार गया इसीलिए बहुत खुशी मिल रही हे,
मिमी: और वो क्या थी?
चूचू: आपकी गोरी गोरी कमर, आपके बिना कपड़ों के कंधे, आपका बिना ज्वेलरी वाला गला,
आपका निर्वस्त्र सीना, और.....
मिमी: और क्या?
चूचू: और आपके ये दूध जैसे गोरे और गोल मटोल स्तन मंडल देख कर मेरा दिल उस पर आ गया,मिमी आई लव यू,
और मिमि के गले लग गया वो,
मिमी: में भी एक बात बताऊं?
चूचू :हा
मिमी: मुझे शर्म आ रही हे तू प्रोमिस कर की मुझे इस बात को ले कर कुछ भी जज नहीं करेगा,
चूचू : वादा रहा पक्का,
मिमी: मुझे भी आज सुकून मिल रहा हे तुझे बिना कपड़ों के देख लिया था (और चूचू के छाती में मुंह छुपा लिया)
में कब से ये बोलना चाहती ही और शर्म से बात नहीं कर पा रही थी , सोरी....... और यहां आ कर हिम्मत आ गई मुझमें,
चूचू : मिमी आप तो बहुत शरारती निकली
मिमी: मैने कोई शरारत नहीं की हम दोनों का एक दूसरे को ऐसे देखना इत्तेफाक था,
चूचू: वो कैसे?
मिमी: पहला तो टॉवेल के लिए जब आवाज लगाने डोर खोला तो तू बिल्कुल निर्वस्त्र हो कर अपनी चड्डी पहन रहा था और तेरा वो नुनु ऐसा वैसा हो रहा था
(हाथ की हथेली को नीचे दाएं बाए घुमा कर कोई एक्शन किया मिमी ने)मुझे बहुत सुकून मिला तुझे ऐसे पहेली बार देख के,शेम शेम बोलने वाली थी पर इतना अच्छा लगा कि बस देखती ही रही तुझे कितना हैंडसम दिख रहा रहा तू नंगा
चूचू : अच्छा आपने मुझे बिना कपड़ों देख लिया?
मिमी: फिर तूने अपनी चड्डी पहन ली तो मैने भी डोर बंध किया फिर जब कुछ देर में दोबारा खोला तो तूने डोर के पास आ कर मुझे भी देख लिया पागल कही का,
चूचू: ये भी तो इत्तेफाक हुआ न,
मिमी: हा आज तो चमत्कार के चमत्कार हो रहे हे चूचू,
चूचू: और शुरुआत दीदी ने करी थी न?
मिकी: एकदम बराबर, हम अच्छे खासे बाइक पर घूम रहे थे फिर तेरी दीदी ने संस्कारी कपड़े पहन कर दिखा दिए और हम अभी इस जगह पर कितनी गंदी गंदी बात कर रहे हे वो भी इतने प्यार से । (फिर मिमी हस पड़ी)
चूचू: तो अच्छा हे ना मुझे तो ऐसा फिलिंग पहली बार आया हे आज तक सब सुना था पर आज दिल सब फिल करने को बोल रहा हे मेरा,
मिमी: सब फिल करना मतलब?
चूचू: गले लगते हुए बोला सब मतलब सब, जो एक स्त्री और पुरुष के बीच में दिल से ,प्यार से,मन से, होता हे वो सब,
मिमी: तू सेक्स की बात तो नहीं कर रहा हे न?
चूचू: सेक्स मिमी किसी स्त्री को मां बनाने के लिए किया जाता हे या फिर ऐसे ही एंजॉय करने के लिए,
पर आप तो माता हो मेरी, जन्म दाता जो हो आप मेरी,
आपकी कोख से मैने जन्म लिया हे,आप देवी हो मेरी, भगवान हो आपके बस दर्शन और स्पर्श से में आपके प्यार से संतुष्ट हो जाता हु,
तो फिर ये सेक्स कोई मायने नहीं रखता मेरे लिए आपको ले कर,
मिमी: वाह क्या बेटा मिला हे मुझे, जैसा मैने सोचा उससे कई गुना ज्यादा अच्छा और अच्छे संस्कार वाला,
मुझे मन हो रहा हे तुझे फिर एक बार ऐसा देखने का,
चूचू: इतनी सी बात लो में अभी मेरा हॉफ पेंट निकाल देता हु, और चूचू ने सच में अपना हॉफ पेंट उतार के बिल्कुल नंगा हो गया,
मिमी: हाय राम वाव........हा...... श......
हाई .......... शैतान
तुझे जरा भी शर्म नहीं आई
मेरी? ,इस दुनिया की, हमारी तरह कोई आया तो? आस पास की होटल के छत या गैलरी में तुझे देख लिया तो?
पार्टी अभी भी चल रही होगी वहां से कोई आजू बाजू की होटल के ऊपर आया होगा तो?
चूचू: मिमी गोवा हे ये किसी को कोई पड़ी नहीं और मुझे भी पड़ी नहीं हे कोई देखे या नहीं,
मिमी: बेशर्म कही का, (फिर मिमी चूचू हग करते हुए )
चूचू: एक और बात बोलनी थी मिमी आपसे ,
मिमी: कौनसी बात,
चूचू : मिमी बताता हु पर आप मुझे गले लगे रहोगे या हम कही बैठ कर बाते करे?
मिमी : बैठने के लिए कुछ होगा या ऊपर टंकी के ऊपर चढ़ के बैठे कोई भी हमें देख पाएगा हमें?
चूचू: मैने कहा न मुझे कोई देखे या नहीं किसी की पड़ी नहीं हे,
मिमी: पर मुझे तो हे ना मुझे कोई देखे तो शर्म बहुत आयेगी, शायद रोना भी आ सकता हे,
चूचू : क्यों? आपने तो अपना गाउन पहना हुआ ही तो हे आपने मेरी तरह कहा उतार के पूरी की पूरी मेरी तरह हो गई?
मिमी: (हस्ते हुए बोली ), अकेले अकेले ही आजादी के मजा लेना हे तुझे ऐसा?
चूचू: मतलब?
मिमी: तू बहुत भोला हे, बिल्कुल शांत स्वभाव का,
चूचू : में भोला ही ठीक हु, अगर चंचल और स्मार्ट बन गया तो फिर में शैतान, बेशर्म और पागल, और जो आप को गाली देना आता हो सब दे देती आप मुझे,
मिमी: बस बस अब ऊपर टंकी पर चढ़े?
चूचू : मिमी सीढ़ी तो हे पर ऊपर चढ़ पावोगी? बहुत दम लगा कर चढ़ना होगा थोड़ा रिस्क हे,
मिमी: में तो चढ़ जाऊंगी हल्की फुल्की हु, पर तू पहाड़ी हे , चल में पहले चढ़ कर तेरा हाथ खींच लूंगी हा? चल,
फिर मिमी ऊपर चढ़ने लगी और उसके पीछे चूचू मिमी के नितंबों को देखते हुए चढ़ रहा था
फिर ऊपर जा कर मिमी तक गई तो बोली
मिमी:चूचू.... हा...... ह.... (जोर से हॉफ रही थी,)
आगे नहीं चढ़ सकती नीचे वापिस चल,
चूचू नहीं चलो आगे,
मिमी: (इशारा से मना करते हुए) नहीं चल सकूंगी आगे पाइप बहुत ऊपर हे इतना ऊपर पर नहीं होगा मेरा,
चूचू : में उठा देता हु आपको चलिए (और मिमी के कूल्हे को सपोर्ट से ऊपर उठाया तो मिमी शर्मा के हस्ते हुए ऊपर चढ़ गई,
मिमी: बहुत ताकत भरी हे मेरे शैतान में तो और चूचू के हाथ को अपनी और खीच के चूचू के गले लग जाती हे,
फिर बैठ कर 5 मिनिट की शांति के बाद
मिमी : तो.... कैसा लग रहा हे खुले आसमान के नीचे बिल्कुल निर्वस्त्र अवस्था में?
चूचू: बहुत बढ़िया मिमी (और मिमी की गोद में सर रख कर लेट जाता हे)
मिमी उसकी चेस्ट पर एक किस करती हुई बोली
मिमी: हा अब बोल नीचे तू कुछ खास बात करने वाला था,
चूचू : हा याद आया,में वो बोल रहा था कि सोरी बोलने वाला था आपको ऐसे देखा इसलिए,
मिमी: बस बहुत हुआ माफी मांगना अब नहीं प्लीज एक बात का कितनी बार माफी मांगेगा?
चूचू : अरे नहीं मिमी एक बात का नहीं मांग रहा हु
मिमी: मतलब कितनी बार की माफी मांग रहा
शैतान , बेशर्म..... जल्दी बोल हरामी,
चूचू : आप ऐसा गुस्सा करोगी तो नहीं बताऊंगा ,आप प्यार से पूछोगी तो ही बताऊंगा,
मिमी: में कहा गुस्सा कर रही हु. ये तो मेरा तुझे प्यार से डांटने का स्टाइल हे, तू इसका बुरा मत मान बेटा,
तू बता तूने क्या किया और कैसे किया,
चूचू: जब हम कल गोरी से मिल कर आए और अपने अलंक ब्रा मुझे दी तब से मुझे सुकून महसूस होने लगा था,
मिमी: उसमें क्या बड़ी बात थी? वो गाउन उस गोरी का था पर सेक्सी नहीं था उसमें से ना तो मेरे सीने कि कोई छोटी सी क्लीवेज या निप्पल कुछ भी नहीं दिखाए देता हे ऐसा हेवी हे वो तो,
चूचू : उसकी भी बात नहीं हे , बात ये कि जब में ने आपको हवा में उठाया था तब आपके नितंब को फिल किया और जब आपको नीचे उतारा तब वो गाउन में से आप नीचे पहले उतरी और बाउन बाद में आपका गाउन नीचे हुआ तभी मैने आपके कूल्हे देख लिए थे बिना कोई कपड़े के,
वॉव मिमी कितनी मस्त दिखी थी, आप के ऐसे
गोल मटोल थिरकते हुए गोरे गोरे बम को देख लिया था
तब से मुझे सुकून महसूस होने लगता था, और रात को और भी ज्यादा कुछ मिल गया आपका
मिमी: हाई..... मुझे जरा भी शक नहीं हुआ था उसका तो,
शैतान कही का और चूचू के गाल पर चपेट मारते हुई बोली,
मिमी: और भी कुछ बोलना बाकी हे या हो गया,
चूचू : मिमी एक बार और मारना हे आपको मुझे
मिमी: शैतान, बदमाश लुच्चा, बोल अब
चूचू : पता हे जब हम गोवा की तैयारी की उससे पहले किसी दिन आपकी तबीयत खराब हुई थी,
फिर जल्दी ठीक भी हो गई थी, और दिन में में आपके बेडरूम में सो गया था,
मिमी:हा याद आया में नहा कर निकली तब तुसे मेरे बेड पर सोते हुए देखा था
चूचू: मारो मुझे मारो, जब आप नहा कर निकली तभी आप बिल्कुल निर्वस्त्र हो कर निकली थी, एकदम गोरे बदन वाली ब्यूटीफुल मिमी को देखा में ने दिल खोल के शायद 5_7 मिनिट तक आपने अपने बाल संवारे थे तो आपके आगे पीछे सब जगह बड़े आराम से देख लिए थे मिमी ही...ही..... पहेली बार बहुत खुश हुआ था में,
मिमी: हा तभी मुझे भी लगा कि तू मेरे रुम में क्यों सो गया था,?पर तेरी एग्जाम थी और ज्यादा पढ़ाई से थक कर सो गया होगा ऐसा सोच कर में बिंदास अपना काम कर रही थी, मुझे क्या पता तू खुश हो रहा हे मुझे देख कर,
चूचू: तब से मेरे दिल में आपकी ऐसी फोटो छपी हुई हे
तब से आप से अलग सा प्यार होने लगा हे मुझे,
आई लव यू मिमी,
मिमी: आई ऑलवेज लव यू, मुझे अब तुजसे कोई शर्म करने को जरूरत नहीं हे क्यू की मेरे प्यारे शैतान
मुझे पूरी देख चुका हे, अब तुझे क्या शर्माना
चूचू : हा आप को अब मुझसे कोई शर्म नहीं करनी चाहिए,
मिमी: और कोई किस्से हे क्या?
चूचू: नहीं और कोई भी किस्सा भी हे आपको बिना कपड़ों को देखा हो ऐसा , आप ने अभी मुझे बिना कपड़े पहने रखा हे और आप देखो तो पूरी पहनी हुई हे, और बोल रही हे मुझसे कोई शर्म नहीं करोगी,
आप बोलती कुछ और करती कुछ और हो मिमी ये चीटिंग नहीं हुई?
मिमी: देखो ना आताशबाजी भी हो रही हे तू नंगा हो जा रहा हे कभी कभी तेरा नुनु बड़ा हो गया हे वो में उसे आसानी से देख पा रही हु।
चूचू: आपके लिए ही तो मैने कपड़े उतारे ताकि आपको सुकून मिले,
मिमी: तुझे मेरे स्तन देखना हे तो यहां आ, दिखाती हु,
और चूचू जल्दी से बैठ गया मिमी के सामने और मिमी ने चूचू को अपनी गाउन को आगे से खींच के चूचू को अंदर दिखाया,
चूचू: मिमी कुछ नहीं दिखा मुझे,
लाइट चालू करूं?
मिमी: हा पर जल्दी जल्दी देख कर बंद कर लेना
फिर चूचू ने ऐसे लाइट जला कर मिमी के गाउन में से मिमी का सीना देख लिया,
चूचू : वाव मजा आ गया बहुत सुंदर हे आपके दूध भरे स्तन...........वाव
चूचू : मुझे भी आया हे ,
मिमी वेट में पहले जाऊंगी बहुत जोर से आई हे बोल कर अपने पेट के नीचे हाथ रख के बाथरूम में गई और डोर बंद नहीं किया,
मिमी ने अपना गाउन उठाया और जैसे ही बैठने गई तो उसे शीशे में अपना प्रतिबिंब देख कर डर गई और जल्दी से भाग कर बेडरुम में चूचू के गले लगने गई
लेकिन चूचू फिर बाथरूम के दरवाजे के बाहर ही खड़ा मिला मिमी फाटक से गले लग गई
चूचू: क्या हुआ मिमी इतना जोर से क्यों आई आप?
मिमी कुछ नहीं बोली बस जोर से सांसे ले रही थी
चूचू थोड़ी देर मिमी को सहलाता रहा माथे के पीछे और सर पर एक पप्पी कर के बोला
चूचू: क्या हुआ मेरी सुंदर और बहादुर मिमी को जो इतना बड़ा पहाड़ से भी नहीं डरती और छिपकली से डर गई?
मिमी: मैने किसी को मेरी तरह दिखती हुई लड़की देखा,
चूचू : मां आप पहले तो लड़की नहीं हो औरत हो और ये लो (लाइट चालू करता हे) यहां मेरे जैसा भी एक पहाड़ी खड़ा हे देखो अंदर
मिमी: (चिल्लाते हुए बोली) जल्दी बाहर आ कोई भूत हे अंदर
चूचू: अरे मिमी चिल्लाओ मत यहां सब सो रहे हे, और आप डरो नहीं यह शिशा लगा हुआ हे
पापा: क्या हुआ बेटा क्यों मस्ती कर रहे हो सो जाओ चुप चाप,
दीदी: भैया क्या हुआ?
चूचू : कुछ नहीं दीदी यहां मिमी ने शायद छिपकली देख ली तभी जोर से डर गई,हम दोनों ठीक हे आप सो जाइए,
मिमी अभी भी चूचू के गले लगी हुई थी और बाथरूम लाइट चालू थी, पापा और दीदी ने कुछ नहीं देखा मिमी और चूचू के प्यार भरे हग को,
चूचू : मां सुसु किया कि बाकी हे? जल्दी करो या मुझे करने दो,
मिमी : मुझे आई हे जोर से, पर डर गई थी तू मेरा हाथ पकड़ में यही नीचे बैठ कर सुसु करती हु फिर साद कर दूंगी,(थोड़ा रोती हुई शकल से बोली)
चूचू : बैठो मिमी सुसु करने फटाफट,
फिर मिमी अपना गाउन उठा कर नीचे बैठते हुए और नजर उपर चूचू को देखते हुए,
चूचू हस पड़ता हे
चूचू: मिमी आप भी ना खा मा खा डर रही थी,कितनी मस्त, सुंदर, बिचारी शकल बना कर बैठी हो मेरे सामने एक दम निर्दोष दिख रही हो मिमी आप,
फिर थोड़ी देर में सी......सीईओई..सी....जैसी आवाज आने लगी चूचू के पैर पर धार आने लगी चूचू ने महसूस किया मिमी उसके पैर पर सुसु किया तो उसने मन में सोचा
चूचू : (मिमी आपने बचपन में मेरा बहुत ख्याल रखा हे आप की सुसु में साफ़ कर दो)
आवाज बंद हो गई थी अब तो मिमी खड़ी हो के गाउन नीचे गिरा दिया और मुड़ कर साफ करने जा ही रही थी कि चूचू ने हाथ खींचते हुए बोला रुको में भी सुसु कर लेता हु सफाई बाद में होगी,और मिमी को बाथरूम से बाहर कर के बाथरूम बंध कर के उसने अपने पैर देखे पहले ,
सोचा वाव......... मिमी का सुसु मिमी की सुंदर शिश्निका में से निकला हुआ जल,थैंक्यू मिमी आपकी इतनी सेवा तो कर ही सकता हु जैसे बचपन में अपने पैरों पर बिठा के मुझे कितनी बार छी छी करवाई होगी आपने एक छोटी सी सेवा तो बनती हे मेरी, और अपने पैरों पर हाथ फेरा के धो दिया और बाथरूम में मिमी ने सुसु किया वो जगह भी पूरी अच्छे से धो का
साबुन + हैंडवाश का पानी सब जगह डाल के सब स्मेल को निकाल के बाथरूम खोलता हे तो मिमी बाहर ही खड़ी मायूस देख रही हे और बाथरूम में अंदर जाते हुए बोली
ला में साफ कर देती हु सब,
चूचू: हो गया साफ अब चलो
मिमी: कमाल हे क्यों किया तूने?
चूचू: तो आपने भी मुझे अपने खूब सूरत पैरों पर बिठा कर छी छी क्यों करवाई?
मिमी: मैने कब ये सब किया?
चूचू: मेरी प्यारी गाय माता जब में पहाड़ी नहीं हुआ करता था में सिर्फ आपका दूदू पिया करता था तब ,
मिमी: ओहो वो तो हर मां अपने बेटे से करती हे,
चूचू : तो मैने भी कुछ बड़ा काम नहीं किया ये साफ कर के,
फिर दोनों बेड पर आ गए
कुछ देर बाद मिमी: चूचू सो गया क्या?एक बात बयानी थी?
चूचू: नींद पता नहीं क्यों नहीं आ रही मुझे बस आपसे प्यार ही करने को मन कर रहा हे,कोई जादू तो नहीं किया न आज अपने बेटे पर,
मिमी हस्ते हुए: हा हा हा हा मुझे जरूरत ही नहीं पड़ी कभी में जो बोलती तू फटाक से कर देता हे
मेरी हर बात तू मान लेता हे तो क्यों जरूर पड़ेगी तुम पर जादू कर ने की?
एक बात तो बता जैसे में डर कर बाथरूम के बाहर आई तो तुम डोर पर क्या करने आया था?
मुझे लगा में पहले सुसु जा रही हु तो डोर भी बंध नहीं किया था बाथरूम का और गाउन ऊपर कर के बैठ ही रही थी, तू फिर मुझे बिना कपड़ों के देख लेता शैतान क्यू आया बता ?
चूचू: में बेड पर बैठे चिल्ला नहीं सकता रहा इसीलिए बाथरूम के डोर पर मुंह लगा के ये बोलना चाहता था कि, मिमी डरना मत अगर छिपकली या और कुछ दिखे तो,
मिमी: ठीक हे शाबाश मेरा शैतान, पर एक बात समझ में नहीं आई तुझे हर वक्त पता कैसे चल जाता हे कि......ये सब होने वाला हे?
चूचू : मतलब?
मिमी: पहले भी टॉवेल वगैरह पूछने आया था और अब डरने से बचने के लिए,
चूचू : पता नहीं आपसे प्यार करता हु इसीलिए दिल का कनेक्शन होगा हमारा,
मिमी: वो तो हे ही पर तुम इस बार मुझ पर कोई जादू तो नहीं कर रहे हो ना? की मिमी हमेशा तुम्हारे वश में रहे,
चूचू : में क्यू करूंगा ?मेरे पास कोई जवाब नहीं हे आपका,
आप बहुत गंदे हो में नहीं बोलता आपसे और पीठ दिखा कर दूसरी और मुंह कर के लेट गया,
मिमी: रुक बेटा मेरे पास जवाब हे तेरा,तू मिमी को ये बोल की "मिमी मेरी नादानियात वाली बात/ इच्छा के अलावा आप सारी बात/इच्छा तो मानती ही हो फिर क्यों करूंगा में आप पर जादू?
चूचू: हा क्यों करूंगा में आप पर जादू?आप सब मेरी बात मानती ही तो हो जिसमें मेरा बचपना ना ही,
अपने बस आज मेरी एक ही छोटी सी बात नहीं मानी पर उसके लिए में जादू थोड़ी करूंगा?(मिमी की और मुड़ते हुए बोला)
मिमी: कौनसी बात नहीं मानी?
चूचू: मिमी में आपके पास में बैठा हु मार नहीं खानी मुझे आपकी,
मिमी: अच्छा? बता जल्दी नहीं तो फिर भी मार खाएगा तू
चूचू : आपको मैने बिकिनी पहन ने के लिया बोला था,
मिमी:अरे उसमें कौनसी मारने वाली बात हो गई?
वो..... तो..... में सोच रही थी कि कल ..... सुबह...... उसे खरीद कर..... उसे पहन कर.........
बीच पर जाए, पर अब नहीं खरीद नी क्यों कि तू जादू कर रहा हे मुझ पर,
चूचू: अरे नहीं कर रहा हु कोई जादू बादू, आपको नहीं पहन न हे इसीलिए जादू का झूठा बहाना कर रही हो
मिमी: तुझे जो लगे में कल बिकिनी नहीं पहन ने वाली,
चूचू: आपको जो ठीक लगे पर में कोई जादू नहीं किया
मिमी: अरे छोड़ तू भी में मजाक कर रही थी तू मेरा अच्छा बेटा हे तू कभी गलत नहीं कर सकता मेरे ऊपर,
चूचू: पर आपको बिकिनी में देखने और फोटो खींचने का में बिल्कुल मजाक में नहीं कहा मिमी,
मिमी: और वो तेरी इच्छा को मैने साफ साफ मना कर चुकी हु,
चूचू: ठीक हे बाय गुड नाइट कल सुबह मिलते हे,
मिमी : (फिर हंसते) हुए कुंभकर्ण कही का,
चूचू: मिमी २:३० बज गए अब कौनसा कुंभकर्ण हुआ में?
मिमी: तू मुझे सुलाए बिना सो रहा हे पागल, में अकेली क्या करुंगी?
चूचू :आप छोटी बच्ची हो क्या? आपको सुलाना पड़ता हे?
मिमी: मुझे देख कर लगता नहीं में तेरी छोटी बच्ची हु?
चूचू : बिल्कुल लगता हे मेरी प्यारी बिटियारानी ,
मिमी हस्ते हुए बोली
मिमी: पापा आप मुझे अपनी बाहों में ले कर सुलाए न,
चूचू : आजा मेरी बिटियारानी आजा मेरी बाहों में आ सुलाता हु तुझे, और सच में उसने मिमी को अपनी बाहों में किया और पीठ और कूल्हे पकड़ कर पूरा अपने ऊपर खींच के सीधा अपने ऊपर सुलाया, और दोनों हाथ मिकी के कूल्हे के पीछे ले जा कर ऊंगलीओ को बंद कर के लेता रहा, फिर कुछ देर में मिमी बोली
मिमी : बेटा मेरा वजन लगेगा तुझे,
चूचू: अपनी बिटिया तो हल्की फुल्की हे कोई वजन नहीं हे
मिमी : पहाड़ी पापा
चूचू : फूल सी बिटिया,
मिमी: गंदे पापा,
चूचू: क्यों ऐसा क्या किया मैने अब तुझे, हा बिटिया?
मिमी: आपके हाथों ने मुझे कहां से पकड़ा हे देखो आप,
चूचू: आपको कहां से फिर पकड़ूं ताकि आप मेरे ऊपर से गिर नहीं जाती, बीच ने पकड़ने से ही आप को बैलेंस कर के रखा हे (बोल के मिमी के बम दबा दिए),
कुछ देर ऐसे ही लेते रहे दोनों फिर
मिमी: बस बेटा तुझे वजन लगेगा मेरा उतारदे मुझे अब नीचे
चूचू: आप लेटी रहो बिटिया मुझे बहुत सुकून मिल रहा हे आपको ऐसे हग कर के,
मिमी: गंदे पापा आपको मेरे कूल्हे दबा के मजा आ रहा हे न?
चूचू: छी कैसी बात करती हो बेटी तुम, अगर ऐसा हे तो छोड़ देता हु तुझे ये लो,
मिमी: मस्ती पापा ,मजाक कर रही थी आपने तो सच में मुझे छोड़ दिया,देखो में नहीं गिरी आपके ऊपर ही हु
चूचू : क्यों कि आप फूल जेसी हो ना इसलिए,
मिमी: चलो बहुत हुआ पापा बेटी का खेल अब सच में सो जाते हे,
चूचू हा मिमी सो जाइए आप,
मिमी: अरे मुझे नीचे तो उतार अपने ऊपर ही सुलाएगा क्या?
चूचू: क्यू मेरा सीने पर सोना आपको पसंद नहीं आया क्या?
मिमी: आई लव यौर चेस्ट बेटा पर वजन रख के कौन सुलाता हे कोई,
चूचू: मुझे तो वजन नहीं लगेगा पर आप को सीधा हो कर सोना होगा क्यों कि आपका सीना दब रहा हे ,
मिमी: में सच में सीधी हो कर सो जाऊंगी देख लेना
चूचू: हा हो जाओ सीधी और सो जाओ?
मिमी: क्यों तुझे मेरे सीने से अपना सीना दबा हुआ हे वो महसूस कर के अच्छा नहीं लग रहा हे क्या?
चूचू: ऐसा क्यों बोल रही हो ,मुझे तो बहुत सुकून महसूस होता हे मिमी आपका सीना मेरे सीने से लगता हे तो, और आज तो आपको साक्षात् देखने भी मिला मुझे, अच्छा कैसे नहीं लगेगा, पर आप ऐसे नींद निकलोगी तो आपको दर्द होगा इसीलिए बोला मैने, मुझे फिकर हे आपके सुंदर सॉफ्ट नरम नरम सीने की जो कहीं दर्द ना हो कल आपको उठ कर,
मिमी: बड़ी फिकर हे तुझे तो मेरी,(चूचू के बाजू में नीचे सरक कर बोली)
चूचू : आपके बदन की भी फिकर हे मिमी,
मिमी : बड़ा आया फिकर करने वाला,
चूचू: हा हु बड़ा तो?
मिमी: मुझे आज नींद क्यों नहीं आ रही हे?
चूचू: क्यों हम सो नहीं रहे हे बस एन्जॉय ही कर रहे हे अभी भी
मिमी : पर मुझे मजा आ रहा हे बहुत पता नहीं क्यों मुझ को चढ़ी तो नहीं फिर भी,
चूचू: और मुझे सुकून मिल रहा हे आपके प्यार से,
मिमी: मेरे प्यार से या मेरे सीने को तूने दिल से निहारा उससे?
चूचू: पता नहीं पर मजा आ रहा हे
मिमी: आज की रात के बारे में किसी को कुछ नहीं बताएगा न?
चूचू: किसी को भी नहीं,(मिमी की छाती में अपना चेहरा छुपाते हुए बोला)जन्नत में हु आज में,
मिमी: जन्नत को फिर से देखना है तुझे?
चूचू: हा हा हा हा कब मिलेगा देखने?
मिमी: (खड़ खडाट हस्ते हुए बोली)शैतान ..... चुप हो जा अब, तू पहले ही देख चुका हे अपनी जन्नत को ,आज और नहीं
चूचू: फिर क्यों पूछा कि देखना हे क्या?
मिमी: मजाक, मस्ती चूचू,
चूचू : मिमी कभी मजाक आपका सच हो जाएगा समझे,
मिमी: में कोई डरती नहीं हु तुझे समझे? बड़ा आया सच करने वाला,
चूचू: सुसु आई हे फिर से आपके मेरे ऊपर लेटने से,
मिमी: जा जल्दी मैने पहेले ही बोला था वजन लगेगा मेरा तुम्हे,
चूचू : तो क्या हुआ कुदरती आती हे सुसु, कोई गलती थोड़ी की आपने मेरे ओर लेट कर,
मिमी : जा जल्दी, नहीं तो बेड गिला कर देगा जैसे छोटा था तब करता था ,
फिर चूचू सुसु कर के बाथरूम का डोर जैसे ही ओपन करता हे तब मिमी ठीक सामने खड़ी थी,तो उसने मिमी के नाक को दांतों से काटा,
मिमी: आउच क्या कर रहा हे दर्द होता हैं
चूचू : सोरी मिमी में बस मस्ती कर रहा था ऐसा बोल के मिमी के नाक को होठों से चूसता हे, धीरे धीरे,
मिमी: हे छोड़ मुझे सांस लेने दे और अगर तुझे चूसना ही हे तो कुछ और चूस ,
चूचू: और क्या चूस सकता हु मिमी?
मिमी: जो चूसा जा सके?जो तेरी मर्जी करे?
चूचू: वाह मिमी आप को क्या हो गया हे,?? आज तक आपने ऐसा कुछ कहा नहीं मुझे,
मिमी: पता नहीं क्यों आज मुझे तेरे ऊपर बहुत प्यार हो रहा हे मेरे पहाड़ी शेर (बोल कर मिमी ने चूचू को गले लगा दिया और अपना हाथ चूचू के पीठ को सहलाने लगी)
चूचू ने भी अपने दोनों हाथ मिमी के कमर पर लपेट कर सहलाने लगा,
कुछ देर और सहलाने पर चूचू बोला
क्या आपको भी सुसु आई हे इसीलिए यहां बाथरूम के बाहर आई हो?
मिमी: नहीं तो ?
चूचू: फिर क्यों आई?
मिमी: तेरे लिए आई चूचू में, आई लव यू माय पहाड़ी चूचू
चूचू: लव यू टू माय लिटल ब्यूटीफुल मिमी,बोलो अब क्यों खड़ी हो कर यहां तक आ गई आप?
मिमी: बस ऐसे ही तेरे से अलग नही होना चाहती इसीलिए आई,तुझे प्यार करने,
चूचू: ठीक हे अब कहा जाएं?
मिमी: तू ही ले चल जहां हम दोनों के अलावा कोई भी नहीं हो,
चूचू: टेरेस पर चले?
मिमी: पर मैने तो गाउन पहना हे होटल वाला देख लेगा मुझे, ऊपर नीचे उतारते हुए,
चूचू: मिमी लोग बिकिनी पहन कर घूमते हे फिर भी नहीं शर्माती और आप गाउन में शर्मा रही हो,
मिमी: ठीक हे चूचू में नहीं शर्माती चल ले चल मुझे,
फिर दोनों होटल की बिल्डिंग की टेरेस पर जाते हे रात को 3 बजे अकेले अकेले,
मिमी: अरे वाव क्या जगह हे यहां की क्या व्यू आ रहा हे पहाड़ का लाइटिंग का भी,
चूचू: हा हमे तो पता ही नहीं कितनी सुंदर जगह हे ये ओर साथ में एक सुंदर परी भी हे मेरे पास तो,
मिमी हस्ते हुए बोली तू मुझे परी बोल रहा हे पागल?
चूचू: हा क्यों आप मेरी परी नहीं हो क्या?
मिमी (हस्ते हुए) हु में तेरी परी और तू मेरा पहाड़ हे,
फिर शांत होते हुए दोनों एक दूसरे को गले लगते हे और एक दूसरे को किस करते हे गाल या सर पर,
मिमी: तू टेरेस का डोर बंध कर दे ना कोई यहां आ नहीं पाए,
चूचू बंध कर के आता हे,
फिर आ कर देखा तो
मिमी एक कोने में नीचे बैठ कर सुसु कर रही थी सीओ ईओ जैसी आवाज आ रही थी और गाउन नीचे कर के रखा था ताकि चूचू देखे तो उसे कुछ नीचे दिखाए नहीं दे,
मिमी की सुसु खत्म होने की आवाज आते हे चूचू ने अपना हाथ दिया और बोला,
चूचू: आ उठ जा ऊपर
मिमी: थैंक यू ,तुझे कैसे पता चला मेरा हो गया?
फिर चूचू बोला: मिमी सीधी सी बात ये आपने सुसु करना बंद कर दिया तो अब नीचे बैठ कर छी छी थोड़ी करेगी?
मिमी: छी गंदा में ऐसे खुले में क्यों करुंगी,
चूचू: एग्जांपल दिया मिमी,
मिमी: गंदा कहीं का, चल घूमते हे यहां वहां,कितना सन्नाटा हे यहां सब जगह पर,
चूचू :हा हम बहुत नसीब वाले ये ये रात का नजारा आज एंजॉय करने को मिला हे हमे,
मिमी: हा
और गोल गोल दौड़ती हुई तो कभी आकाश की और देख कर खेलती रही थोड़ी देर, और फिर शांत हो कर चूचू के पास जाते हुए बोली
मिमी: पता है में आज इतनी खुश क्यों हु?
चूचू: क्यों कि हम आज एंजॉय कर रहे हे,
मिमी: गलत
चूचू: तो फिर आप ही बताओ
मिमी: पहले तू बता की तुझे क्यों सुकून मिल रहा हे?
चूचू: अरे...... फिर याद दिला दिया आपने मिमी यार.....
मिमी: बोल ना शर्मा मत बिंदास बोल पूरा आसमान खाली हे आज,
चूचू : मैने आपकी आंतरिक सुंदरता को गलती से निहार गया इसीलिए बहुत खुशी मिल रही हे,
मिमी: और वो क्या थी?
चूचू: आपकी गोरी गोरी कमर, आपके बिना कपड़ों के कंधे, आपका बिना ज्वेलरी वाला गला,
आपका निर्वस्त्र सीना, और.....
मिमी: और क्या?
चूचू: और आपके ये दूध जैसे गोरे और गोल मटोल स्तन मंडल देख कर मेरा दिल उस पर आ गया,मिमी आई लव यू,
और मिमि के गले लग गया वो,
मिमी: में भी एक बात बताऊं?
चूचू :हा
मिमी: मुझे शर्म आ रही हे तू प्रोमिस कर की मुझे इस बात को ले कर कुछ भी जज नहीं करेगा,
चूचू : वादा रहा पक्का,
मिमी: मुझे भी आज सुकून मिल रहा हे तुझे बिना कपड़ों के देख लिया था (और चूचू के छाती में मुंह छुपा लिया)
में कब से ये बोलना चाहती ही और शर्म से बात नहीं कर पा रही थी , सोरी....... और यहां आ कर हिम्मत आ गई मुझमें,
चूचू : मिमी आप तो बहुत शरारती निकली
मिमी: मैने कोई शरारत नहीं की हम दोनों का एक दूसरे को ऐसे देखना इत्तेफाक था,
चूचू: वो कैसे?
मिमी: पहला तो टॉवेल के लिए जब आवाज लगाने डोर खोला तो तू बिल्कुल निर्वस्त्र हो कर अपनी चड्डी पहन रहा था और तेरा वो नुनु ऐसा वैसा हो रहा था
(हाथ की हथेली को नीचे दाएं बाए घुमा कर कोई एक्शन किया मिमी ने)मुझे बहुत सुकून मिला तुझे ऐसे पहेली बार देख के,शेम शेम बोलने वाली थी पर इतना अच्छा लगा कि बस देखती ही रही तुझे कितना हैंडसम दिख रहा रहा तू नंगा
चूचू : अच्छा आपने मुझे बिना कपड़ों देख लिया?
मिमी: फिर तूने अपनी चड्डी पहन ली तो मैने भी डोर बंध किया फिर जब कुछ देर में दोबारा खोला तो तूने डोर के पास आ कर मुझे भी देख लिया पागल कही का,
चूचू: ये भी तो इत्तेफाक हुआ न,
मिमी: हा आज तो चमत्कार के चमत्कार हो रहे हे चूचू,
चूचू: और शुरुआत दीदी ने करी थी न?
मिकी: एकदम बराबर, हम अच्छे खासे बाइक पर घूम रहे थे फिर तेरी दीदी ने संस्कारी कपड़े पहन कर दिखा दिए और हम अभी इस जगह पर कितनी गंदी गंदी बात कर रहे हे वो भी इतने प्यार से । (फिर मिमी हस पड़ी)
चूचू: तो अच्छा हे ना मुझे तो ऐसा फिलिंग पहली बार आया हे आज तक सब सुना था पर आज दिल सब फिल करने को बोल रहा हे मेरा,
मिमी: सब फिल करना मतलब?
चूचू: गले लगते हुए बोला सब मतलब सब, जो एक स्त्री और पुरुष के बीच में दिल से ,प्यार से,मन से, होता हे वो सब,
मिमी: तू सेक्स की बात तो नहीं कर रहा हे न?
चूचू: सेक्स मिमी किसी स्त्री को मां बनाने के लिए किया जाता हे या फिर ऐसे ही एंजॉय करने के लिए,
पर आप तो माता हो मेरी, जन्म दाता जो हो आप मेरी,
आपकी कोख से मैने जन्म लिया हे,आप देवी हो मेरी, भगवान हो आपके बस दर्शन और स्पर्श से में आपके प्यार से संतुष्ट हो जाता हु,
तो फिर ये सेक्स कोई मायने नहीं रखता मेरे लिए आपको ले कर,
मिमी: वाह क्या बेटा मिला हे मुझे, जैसा मैने सोचा उससे कई गुना ज्यादा अच्छा और अच्छे संस्कार वाला,
मुझे मन हो रहा हे तुझे फिर एक बार ऐसा देखने का,
चूचू: इतनी सी बात लो में अभी मेरा हॉफ पेंट निकाल देता हु, और चूचू ने सच में अपना हॉफ पेंट उतार के बिल्कुल नंगा हो गया,
मिमी: हाय राम वाव........हा...... श......
हाई .......... शैतान
तुझे जरा भी शर्म नहीं आई
मेरी? ,इस दुनिया की, हमारी तरह कोई आया तो? आस पास की होटल के छत या गैलरी में तुझे देख लिया तो?
पार्टी अभी भी चल रही होगी वहां से कोई आजू बाजू की होटल के ऊपर आया होगा तो?
चूचू: मिमी गोवा हे ये किसी को कोई पड़ी नहीं और मुझे भी पड़ी नहीं हे कोई देखे या नहीं,
मिमी: बेशर्म कही का, (फिर मिमी चूचू हग करते हुए )
चूचू: एक और बात बोलनी थी मिमी आपसे ,
मिमी: कौनसी बात,
चूचू : मिमी बताता हु पर आप मुझे गले लगे रहोगे या हम कही बैठ कर बाते करे?
मिमी : बैठने के लिए कुछ होगा या ऊपर टंकी के ऊपर चढ़ के बैठे कोई भी हमें देख पाएगा हमें?
चूचू: मैने कहा न मुझे कोई देखे या नहीं किसी की पड़ी नहीं हे,
मिमी: पर मुझे तो हे ना मुझे कोई देखे तो शर्म बहुत आयेगी, शायद रोना भी आ सकता हे,
चूचू : क्यों? आपने तो अपना गाउन पहना हुआ ही तो हे आपने मेरी तरह कहा उतार के पूरी की पूरी मेरी तरह हो गई?
मिमी: (हस्ते हुए बोली ), अकेले अकेले ही आजादी के मजा लेना हे तुझे ऐसा?
चूचू: मतलब?
मिमी: तू बहुत भोला हे, बिल्कुल शांत स्वभाव का,
चूचू : में भोला ही ठीक हु, अगर चंचल और स्मार्ट बन गया तो फिर में शैतान, बेशर्म और पागल, और जो आप को गाली देना आता हो सब दे देती आप मुझे,
मिमी: बस बस अब ऊपर टंकी पर चढ़े?
चूचू : मिमी सीढ़ी तो हे पर ऊपर चढ़ पावोगी? बहुत दम लगा कर चढ़ना होगा थोड़ा रिस्क हे,
मिमी: में तो चढ़ जाऊंगी हल्की फुल्की हु, पर तू पहाड़ी हे , चल में पहले चढ़ कर तेरा हाथ खींच लूंगी हा? चल,
फिर मिमी ऊपर चढ़ने लगी और उसके पीछे चूचू मिमी के नितंबों को देखते हुए चढ़ रहा था
फिर ऊपर जा कर मिमी तक गई तो बोली
मिमी:चूचू.... हा...... ह.... (जोर से हॉफ रही थी,)
आगे नहीं चढ़ सकती नीचे वापिस चल,
चूचू नहीं चलो आगे,
मिमी: (इशारा से मना करते हुए) नहीं चल सकूंगी आगे पाइप बहुत ऊपर हे इतना ऊपर पर नहीं होगा मेरा,
चूचू : में उठा देता हु आपको चलिए (और मिमी के कूल्हे को सपोर्ट से ऊपर उठाया तो मिमी शर्मा के हस्ते हुए ऊपर चढ़ गई,
मिमी: बहुत ताकत भरी हे मेरे शैतान में तो और चूचू के हाथ को अपनी और खीच के चूचू के गले लग जाती हे,
फिर बैठ कर 5 मिनिट की शांति के बाद
मिमी : तो.... कैसा लग रहा हे खुले आसमान के नीचे बिल्कुल निर्वस्त्र अवस्था में?
चूचू: बहुत बढ़िया मिमी (और मिमी की गोद में सर रख कर लेट जाता हे)
मिमी उसकी चेस्ट पर एक किस करती हुई बोली
मिमी: हा अब बोल नीचे तू कुछ खास बात करने वाला था,
चूचू : हा याद आया,में वो बोल रहा था कि सोरी बोलने वाला था आपको ऐसे देखा इसलिए,
मिमी: बस बहुत हुआ माफी मांगना अब नहीं प्लीज एक बात का कितनी बार माफी मांगेगा?
चूचू : अरे नहीं मिमी एक बात का नहीं मांग रहा हु
मिमी: मतलब कितनी बार की माफी मांग रहा
शैतान , बेशर्म..... जल्दी बोल हरामी,
चूचू : आप ऐसा गुस्सा करोगी तो नहीं बताऊंगा ,आप प्यार से पूछोगी तो ही बताऊंगा,
मिमी: में कहा गुस्सा कर रही हु. ये तो मेरा तुझे प्यार से डांटने का स्टाइल हे, तू इसका बुरा मत मान बेटा,
तू बता तूने क्या किया और कैसे किया,
चूचू: जब हम कल गोरी से मिल कर आए और अपने अलंक ब्रा मुझे दी तब से मुझे सुकून महसूस होने लगा था,
मिमी: उसमें क्या बड़ी बात थी? वो गाउन उस गोरी का था पर सेक्सी नहीं था उसमें से ना तो मेरे सीने कि कोई छोटी सी क्लीवेज या निप्पल कुछ भी नहीं दिखाए देता हे ऐसा हेवी हे वो तो,
चूचू : उसकी भी बात नहीं हे , बात ये कि जब में ने आपको हवा में उठाया था तब आपके नितंब को फिल किया और जब आपको नीचे उतारा तब वो गाउन में से आप नीचे पहले उतरी और बाउन बाद में आपका गाउन नीचे हुआ तभी मैने आपके कूल्हे देख लिए थे बिना कोई कपड़े के,
वॉव मिमी कितनी मस्त दिखी थी, आप के ऐसे
गोल मटोल थिरकते हुए गोरे गोरे बम को देख लिया था
तब से मुझे सुकून महसूस होने लगता था, और रात को और भी ज्यादा कुछ मिल गया आपका
मिमी: हाई..... मुझे जरा भी शक नहीं हुआ था उसका तो,
शैतान कही का और चूचू के गाल पर चपेट मारते हुई बोली,
मिमी: और भी कुछ बोलना बाकी हे या हो गया,
चूचू : मिमी एक बार और मारना हे आपको मुझे
मिमी: शैतान, बदमाश लुच्चा, बोल अब
चूचू : पता हे जब हम गोवा की तैयारी की उससे पहले किसी दिन आपकी तबीयत खराब हुई थी,
फिर जल्दी ठीक भी हो गई थी, और दिन में में आपके बेडरूम में सो गया था,
मिमी:हा याद आया में नहा कर निकली तब तुसे मेरे बेड पर सोते हुए देखा था
चूचू: मारो मुझे मारो, जब आप नहा कर निकली तभी आप बिल्कुल निर्वस्त्र हो कर निकली थी, एकदम गोरे बदन वाली ब्यूटीफुल मिमी को देखा में ने दिल खोल के शायद 5_7 मिनिट तक आपने अपने बाल संवारे थे तो आपके आगे पीछे सब जगह बड़े आराम से देख लिए थे मिमी ही...ही..... पहेली बार बहुत खुश हुआ था में,
मिमी: हा तभी मुझे भी लगा कि तू मेरे रुम में क्यों सो गया था,?पर तेरी एग्जाम थी और ज्यादा पढ़ाई से थक कर सो गया होगा ऐसा सोच कर में बिंदास अपना काम कर रही थी, मुझे क्या पता तू खुश हो रहा हे मुझे देख कर,
चूचू: तब से मेरे दिल में आपकी ऐसी फोटो छपी हुई हे
तब से आप से अलग सा प्यार होने लगा हे मुझे,
आई लव यू मिमी,
मिमी: आई ऑलवेज लव यू, मुझे अब तुजसे कोई शर्म करने को जरूरत नहीं हे क्यू की मेरे प्यारे शैतान
मुझे पूरी देख चुका हे, अब तुझे क्या शर्माना
चूचू : हा आप को अब मुझसे कोई शर्म नहीं करनी चाहिए,
मिमी: और कोई किस्से हे क्या?
चूचू: नहीं और कोई भी किस्सा भी हे आपको बिना कपड़ों को देखा हो ऐसा , आप ने अभी मुझे बिना कपड़े पहने रखा हे और आप देखो तो पूरी पहनी हुई हे, और बोल रही हे मुझसे कोई शर्म नहीं करोगी,
आप बोलती कुछ और करती कुछ और हो मिमी ये चीटिंग नहीं हुई?
मिमी: देखो ना आताशबाजी भी हो रही हे तू नंगा हो जा रहा हे कभी कभी तेरा नुनु बड़ा हो गया हे वो में उसे आसानी से देख पा रही हु।
चूचू: आपके लिए ही तो मैने कपड़े उतारे ताकि आपको सुकून मिले,
मिमी: तुझे मेरे स्तन देखना हे तो यहां आ, दिखाती हु,
और चूचू जल्दी से बैठ गया मिमी के सामने और मिमी ने चूचू को अपनी गाउन को आगे से खींच के चूचू को अंदर दिखाया,
चूचू: मिमी कुछ नहीं दिखा मुझे,
लाइट चालू करूं?
मिमी: हा पर जल्दी जल्दी देख कर बंद कर लेना
फिर चूचू ने ऐसे लाइट जला कर मिमी के गाउन में से मिमी का सीना देख लिया,
चूचू : वाव मजा आ गया बहुत सुंदर हे आपके दूध भरे स्तन...........वाव