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Update पढते- पढते मेरा लंड फटने को हो गया थाUpdate 94
काल के बाहो में तेजा किसी बच्चे की तरह लिपटकर उसके साथ खुर्सी पर बैठी थी ,काल ने अपने समयमनी मे उसे लेकर जाने लगा तो तेजा ने अपनी आंखें खोल दी ,आप के पास मय की बनी समयकुंजी मनी है ना ,क्या में वो मनी देख सकती हूं ,काल ने बिना बोले वो मनी तेजा के हाथ मे दे दी ,तेजा ने अपने हाथ मे वो समयकुंजी मनी को लेकर अपनी आंखें बंद कर दी उसके हाथों में वो समयकुंजी मनी एकदम चमकने लगी ,और कुछ देर बाद उस समयमनी का प्रकाश कम हो गया ,तेजा ने वो समयमनी काल के हाथ मे देकर कहा ,यह लीजिये समयकुंजी मनी अब मेंनें इसमें एक बदलाव किया है ,पहले इसमें 24 घण्टा रहने पर बाहर की दुनिया मे 1 घण्टे का समय बीत जाता था और उल्टा करने पर इसमे 1 घण्टा रहने पर बाहर 24 घण्टे बित जाते थे पर अब इसमें 24 घण्टे रहने पर बाहर की दुनिया मे सिर्फ 1मिनीट का ही समय बीत सकेगा और उल्टा करने पर बाहर की दुनिया मे 24 घण्टे खत्म होने पर इसमे 1 मिनिट का ही समय खत्म होगा ,काल तेजा की बात सुनकर हैरत में पड़ गया जिस समयमनी को सिर्फ त्रिदेव ही देख सकते है ,नष्ट कर सकते है उसे तेजा ने अपनी ताकद से पल में बदल दिया ,काल को बिना बोले ही तेजा ने अपनी ताकद का एक नमूना दिखा दिया था ,काल समझ गया था तेजा में उससे कही ज्यादा ताकद और शक्तिया है ,काल उसके सामने कभी खड़ा हुवा तो एक पल में काल को मिटा सकती है ,काल ने अपने हाथ मे समयमनी लेकर और अपने साथ तेजा को लेकर समयमनी में आ गया ,उसने तेजा से एक सवाल किया ,क्या आप मेरा मन भी पढ़ सकती है ,
तेजा के चेहरे पर पहली बार मुस्कान दिखी काल को जिसको देखकर काल को ऐसा लगा कि कोई इतना प्यारा कैसे हस सकता है ,तेजा की हर अदा काल के मनमंदिर में बस रही थी ,अपने दिलोदिमाग में वो इस हसीना के इस हसते सुंदर मुख को बसा रहा था ,काल को ऐसा लग रहा था वो हमेशा ऐसी ही हसती रहे और काल उसको देखता ही रहे ,तेजा के इस मोहजाल से काल उसके आवाज से बाहर आया ,आप मुझे देखकर ऐसे कहा खो जाते है ,शादी के वक्त भी आप ऐसे ही खोए से दिख रहे थे ,कमरे में आकर भी आप मुझे ऐसे ही एकटक देख रहे थे ,और अभी भी कही खो गए हो ऐसा लग रहा है ,
काल ,क्या तुमने शादी के वक्त मेरी तरफ देखा था ,में तो जान ही नही पाया ,कब देखा था तुमने मेरी तरफ ,कालने बड़ी उत्सुकता से पूछा ,तेजा ने शरमाते हुवे कहा ,जब आप मेरी मांग में सिंदूर लगा रहे थे ,आपकी तरफ तब मेंनें देखा था ,आप ने सिंदूर लगाने के बाद भी मेरे सर से हाथ नही निकाला था ,अपने मेरी मांग ही नही मेरे पूरे सर के बालों में सिंदूर भर दिया था ,तेजा की बात सुनकर ,काल को भी अब शर्म आ रही थी अपने कृत्य की उसने तेजा से कहा ,माफ कीजिए पर आपको देखकर में आपकी सुंदरता में खो सा गया ,उसकी वजह से मुझसे गलती हो गयी होगी शायद ,में आपसे माफी मांगता हूं मेरी इस हरकत के लिये ,काल की बाते सुनकर तेजा नाराजगी भरे स्वर में बोली ,मेंनें आपसे कोई शिकायत नही की इस बात की ,आज आप को मुझसे एक वादा करना होगा ,आप कभी मुझसे माफी नही मांगेगे ,काल तेजा की तरफ देखकर ,तेजा आप से माफी तो बहुत सी बातों की मांगने वाला था पर तुम मुझसे वादा मांग रही हो तो नही मांगूगा में तुमसे कभी माफी ,पहली बार तुमने कुछ मांगा है तो में तुम्हे निराश नही करूँगा ,
तेजा ,आप को में एक और बात बता देती हूं ,में आपका मन नही पढ सकती ,और आप भी कभी मेरा मन नही पढ सकते ,में आप भले ही मेरे बारे में कुछ नही पुछने वाले पर मुझे एक बात आपको बतानी है ,में अभीतक अविवाहित थी ,मेरे साथ कभी गरुड़ लोक के महाराज ने शादी नही की ,मेंरे पहले और सदा के लिये आप ही पतीं है ,मुझे मेरे जन्म से ही इस गरुड़लोक की महारानी बना दिया था ,आपसे शादी मेंनें आपको देखकर या पसन्द करके नही बल्कि जो सिंहार बनकर गरुड़ लोक भी नया राजा बनेगा उसीसे शादी करनी थी ,और आपके साथ मेंनें विवाह कर लिया है ,अगर आप सबकुछ जानना चाहते है तो में आपको बताने को तैयार हूं ,
काल ,नही तेजा मुझे नही जानना है कुछ मेंनें तुम्हे पहले ही बता दिया है ,मुझे बस इतना ही पता है कि तुम जैसी हसीन और सौंदर्य वती औरत जो दिल से भी उतनी ही खूबसूरत है वो मेरी पत्नी है ,मेरे लिये इतना ही बहुत है ,में तुम्हारे साथ जितना भी वक्क्त रहू बस तुम्हारे प्यार में ही वो वक्क्त बिताना चाहता हु ,में तुम्हे अपनी आत्मा में बसाना चाहता हु ,क्या मुझे यह मौका नही मिलेगा ,तेजा ने काल की आंखों में देखते हुवे कहा ,आप ही नही में भी आपको अपनी आत्मा में बसाना चाहती हु ,हर एक पल आपके साथ जीना चाहती हु,आपकी बाहो में खोना चाहती हु,आपकी महक को अपने अंदर हमेशा के लिये बसाना चाहती हु ,आपके बाहो में लिपटकर चैन की नींद सोना चाहती हु ,जिंदगी का हर सुख आपके साथ लेना भी चाहती हु और आपको देना भी ,
तेजा ने काल के सामने ही एक सुहाग की सेज बनाकर एक दुल्हन के लिबास में बैठ गई ,काल तेजा की बात सुनकर आंखों में प्यार लिये तेजा की हरकत देख रहा था ,तेजा एक दुल्हन के लिबास में बैठी थी जिसके रूप को देखकर काल मदहोशी के आलम में डूब गया था ,तेजा को अपने सामने देखकर काल के कदम तेजा की तरफ अपने आप चले गए ,तेजा के सुंदर से नाजुक हाथो में लाल मेहंदी ,हाथो की चूड़ियां बहुत ही ज्यादा जच रही थी ,लाल सुर्ख जोड़े में तेजा किसी चाँद की तरह चमक रही थी ,काल ने उसके चेहरे को अपने दोनो हाथो से पकड़कर ऊपर उठाया ,तेजा की नीली आंखों में देख रहा था जहाँ पर सिर्फ काल का ही अक्स दिख रहा था ,और एक समर्पण का भाव ,काल ने उसके तरफ देखकर कहा ,मेरी किस्मत इतनी हसीन होगी इसका मुझे अंदाजा भी नही था ,काल ने यह कहकर उसकी आँखों को अपने होठो से चूम लिया ,तेजा के चेहरे पर एक मनमोहक मुस्कान फैल गई थी ,तेजा ने काल के ओठो से अपने गलाबी ओठो से चूमकर कहा ,आप से मोहब्बत मिलना ही मेरी खुशनसीबी होगी ,काल के होठो को वो इतने प्यार से चूम रही थी कि काल कुछ बोलने के हालात में ही नही था वो इस अमृत की रस को पी रहा था ऐसा सुख उसके दिल मे उतरकर उसकी रूह तक जा रहा था ,जब तेजा ने अपनी नाजुक सी जीभ काल के होठो से अंदर उसके जीभ को चुसने लगी तो काल के बदन का हर एक रोया खड़ा हो गया ,तेजा के इस मुख सागर से मिलता आनंद उसे स्वर्गलोक की सैर करवा रहा था ,काल को अपने ऊपर लेकर तेजा कब पीठ के बल लेट गयी काल को समज ही नही आया ,तेजा ने अपने दोनो हाथो से काल के हाथ पकड़ कर अपने स्तनों पर रख दिये ,तेजा के नग्न स्तनों का मखमल के सा अहसास होते ही काल को भान हुवा की ना तो उसके बदन पर कोई कपड़ा है ना तेजा के ,तेजा ने अपनी शक्तियों के इस्तेमाल से दोनो को निर्वस्त्र कर दिया था ,काल अपने दोनो हाथो से उसके स्तन को प्यार से मसलता तेजा के होठो का रस पीने में लगा था ,तेजा ने जब खुद अपने होठो को अलग किया तो काल की नजर तेजा के वे गोरे गुलाबी स्तनों के ऊपर ध्यान गया,तेजा के स्तन इतने बड़े और दिलकश थे कि काल के दोनो हाथो में भी एक पूरा नही बैठ सके ,काल ने तेजा के उन्नत स्तनों पर एक गोलाकर मोटे से नीपल को अपनी दोनो अंगलियो में मसला तो तेजा के पूरे बदन में बिजली दौड़ गई ,काल ने उस निप्पल को अपने मुह में लेकर चुसने लगा ,तेजा काल की इस हरकत से मचल रही थी ,वो काल के बालों में अपनी उंगलियों को घुमाती उसे और ज्यादा अपनी छाती में दबा रही थी ,काल भी उसके निप्पल के साथ स्तन को अपने मुह में भरकर चुसने लगा ,काल ने दोनो स्तनों को अपने दांतों से हल्के से काटता और उन्हें दबाता काल ने बहुत देर तक तेजा के दोनो स्तनों का आंनद लिया ,फिर उसके सपाट पेट को चूमता नीचे आने लगा ,तेजा की नाभि के अंदर अपनी जीभ को घुमाकर उसकी नाभि को भी चुसने चाटने लगा ,तेजा के मुह से मादक सी सिसकिया निकल रही थी,काल ने जब तेजा की दोनो जांघो को अलग करके उसके चुत को देखा तो उसकी नाजुक छोटी सी चुत की सुंदरता से मोहित होकर उसने होठो से उस परी को चूम लिया, काल ने तेजा की चुत सी आती इस महक से सूंघ कर उसके नशे में अपने वजुद को भुल गया था ,काल तेजा की चुत को अपने होठो और जीभ का कमाल दिखा रहा था ,तेजा के चुत से निकल रहा पानी मजेसे पी रहा था ,काल के लगातर हमले से अपने चुत में उठ रहे तूफान से तेजा एक धनुष की तरह तन गईं,उसकी चुत में हजारो साल के कैद लावा तेजीसे बाहर निकलने लगा ,जिसकी महक और स्वाद ने काल यह बता दिया कि यह रस अब तक का सबसे अवर्णनीय है ,काल ने उस को पूरा चाट के साफ कर दिया था ,काल ने अपनी आंखें उठाकर तेजा की तरफ देखा तो उसकी आँखों मे एक निमंत्रण था अपने ऊपर आने का तेजा की कामुक नजरो से इशारा मिलते ही उसपर एकदम तेजीसे सवार हो गया ,काल के होंठों को चूसती तेजा काल के लन्ड अपनी नरम गुलाबी चुत घिसने लगी ,जैसी ही एक दो बार घिसने के बाद काल का मोटा सुपडा उसे लाल छेद से टकराया ,तेजा की चुत ने उसे अपनी अंदर किसी अजगर के तरह पूरा निगल लिया ,तेजा की चुतसे खून की एक तेज धार बहकर काल के लन्ड से होती बिस्तर पर टपक रही थी,पर तेजा की चुत काल को एकदम जकड़ के पकड़े हुवे थी ,काल ऐसी अद्भुत हरकत से स्तब्ध रह गया ,तेजा की आँखों में एक अलग ही तरह ही चमक उठ रही थी ,काल के लन्ड को अपने अंदर लेकर मानो उसे ऐसा लग रहा था कि आज वो पूरी हो गई है ,उसके अंदर के खालीपन को काल ने अपने लन्ड से पूरी तरह भर दिया था ,मानो वह कह रहा हो तुम्हे मेरी ही तलाश थी जो आज पूरी हो गयी हो ,काल के लन्ड को भी अपने लन्ड से ज्यादा गर्म चीज का अहसास तेजा की चुत दे रही थी ,काल के लन्ड पर उसकी पकड़ काल को अलग ही मजा दे रही थी ,काल ने जब उसकी चुत से अपना लन्ड निकलाने लगा तो मानो उसकी चुत सब समझ गयी थी ,उसने काल को अपनी पकड़ से थोडी हलकीं कर दी और जब वापिस काल के लन्ड ने उसमे घुसने की कोशिश की तो उसे जकड़ के अपने अंदर खीच लिया ,काल तेजा को चूमता उसकी बड़ी सी गोल गांण्ड को अपने हाथों में थामकर तेजा को अपने लन्ड के ताल पर नचाने लगा ,तेजा भी अपनी गांण्ड उठाकर उसके लन्ड को जड़ तक अंदर लेकर उसके ताल से ताल मिला रही थी ,काल लन्ड हर बार उसके गर्भाशय के अंदर तक चोट दे रहा था ,काल और तेजा दोनो एक दूसरे को अपनी ताकद आज चुत और लन्ड से दिखा रहे थे ,दोनो पसीने से लथपथ हो गए थे ,तेजा की चुत ने पहले हथियार डाल कर अपने लावे को काल के लन्ड पर उगल दिया पर साथ उसकी चुत ने काल के सुपाडे को ऐसा जकड़ कर अपने अंदर दबाया की उसके मुह से हुँकार निकल गई और अपने लन्ड से गर्म माल की पिचकारियां तेजा के गर्भ में भरने लगा ,आज पहली बार काल इतना झडा था ,दोनो संतुष्ट होकर एक दूसरे के बाहो में अपनी सा साँसे दुरस्त करने लगे ,पर जैसी ही उनकी साँस सम्भल गई दोनो एक दूसरे की तन की आग से फिर भड़क उठे ,पता नही कितनी बार काल एक ही आसन में उसकी चुत में खाली हुवा होगा न तेजा का मन भर रहा था काल के गर्म वीर्य को अपने गर्भ में सोखकर न काल का लन्ड तक रहा था ,पर काल को उसकी गांण्ड को देखने का मोह ज्यादा बर्दाशत नही हो रहा था ,कबसे वो तेजा की नरम गांण्ड को मसल रहा था ,उसके छेद को छेड़ कर उसमे अपनी उंगलिया डालकर उसकी गहराई और लचीलापन देख चुका था ,उसकी अंगलियो को चाट कर उसका स्वाद भी ले चुका था बस उसके पूरे दर्शन करने हेतु जब उसने तेजा को घोडी बनाया तो उसके सारे अरमान पूरे हो गए ,उसके सोच से भी कहीं ज्यादा खूबसूरत गांण्ड के दर्शन से उसकी सुंदरता में मोहित होकर उसे चूमने लगा ,काटने लगा ,उसके गांड़ के गुलाबी छेद को जब वो चाटने और कुरेद कर अंदर डालने लगा तो ,तेजा के मुह से ऐसी मादक सिसकिया निकलने लगी कि उसे सुन कर काल का लन्ड फटने पर आ गया ,कालने तेजी से अपने लन्ड की तड़प को उसके चुत में एक जोरदार धक्के से मिटाई ,काल किसी जंगली घोड़े की तरह इस सुंदरी की चुदाई में जुट गया ,काल तेजा के साथ चुदाई मव उससे मिलते प्रतिसाद से उसका गुलाम हो गया था ,तेजा को घोडी बनाकर उसकी चुत में अपना माल भरता अपनी मालकिन की चुत को खुश करने लगा ,मालकिन भी काल के चाहत को समझ कर अपने गांण्ड के छेद को खोंलने और बन्द करने लगी और उसे बताने लगी अब तुमको कहा से मेरे अंदर आना है ,काल ने भी उसके चुत में अपना माल भरकर उस अनोखे लाल छेद में अपने लन्ड को एक ही वार में अंदर तक उतार दिया ,तेजा के गांण्ड से भी खून के बुन्दे निकल कर काल के लन्ड का तिलक करती उसका पहली बार आने का स्वागत करने लगी ,काल के लन्ड को अपने गांण्ड के छेद की नरमी और गर्मी दिखा कर तेजा उसके लन्ड पर अपनी गांण्ड बहुत तेजीसे पटक कर खुशी का इजहार करती काल को मादक सिसकियों से भड़काने लगी ,काल भी तेजा की गांण्ड को दबादबाकर उसमे अपने लन्ड से गहरे वार करने लगा ,दोनो अपनी ही धुन में लगे रहे जब तक काल का मन नही भरा उसकी गांण्ड में अपने माल को भरता रहा और फिर उसकी गांण्ड मारता रहा ,पसीने से लथपथ दोनो के बदन को देखकर कालने कुछ देर आराम करने की सोची, वो तेजा के बगल में ही पीठ के बल लेट गया ,तेजा की नजर काल उस खूबसूरत गोरे लाल लन्ड पर गयी ,तेजा ने उसके खड़े लन्ड को पकड़ कर अपने हातो में पकड़ लिया ,उसके नाजुक से दोनो हाथो में वो लन्ड पूरा नही आ रहा था ,तेजा ने उसकी खुश्बू लेकर देखी जो उसे भी पसंद आयी और जब उसने काल के लन्ड को चाट कर देखा तो मानो काल के मुह स्व खुशी की सीत्कार निकल गई ,काल को मिलती खुशी देखकर तेजा काल के पुरे लन्ड को चाटने लगी ,उसे अब काल के लन्ड का स्वाद भा गया था ,वो जड़ से सुपाडे तक अपनी गुलाबी जीभ घुमाती ,कभी सुपाडे को थोड़ा मुह में लेकर चूसती तो ,कभी उसकी एक संतरे जैसे गोल अण्डों को मुह में लेकर उसे चुस्ती ,काल के लन्ड को चूसते हुवे उसने उसको पूरा अपने गले मे उतार लिया ,और काल की गोटिया को दोनो हाथो से दबाने लगी ,काल का लन्ड पहली बार किसिने पूरा अपने मुह में ले लिया था ,तेजा जब काल की गोटिया दबाने लगी तब काल ने उसे इस हरकत का इनाम अपने गर्म गाढ़ी सफेद मलाई पिलाकर दिया ,जो तेजा मजैसे चटकारे लगाकर पी गयी ,काल की मलाई तेजा को इतनी पंसद आयी कि वो उसके लण्डपर किसी भुकी बिल्ली की तरह टूट पड़ी काल ने भी उसका मन और पेट भरने तक अपनी मलाई थोड़ी थोड़ी देर बाद पिलाता रहा ,तेजा ने काल को आज साबित कर दिया था कि उसके लिये तेजा ही सर्वोत्तम है ,काल जैसे नर को ऐसी ही मादा संभल सकती है और ठंडा कर सकती है ,काल तेजा को अपनी बाहो में भरकर उसकी आगोश में लिपटकर सुकून से सो गया ,,दोनो आज पहली बार इतने चैन की नींद सोए होंगे ,
काल गरुड़ लोक के अनुसार 9 बजे तेजा को समयमनी में लेकर आया था जो सुबह 7 बजे ही उसके साथ बाहर आया था ,समयमनी पूरे 600 दिन एक दूसरे के साथ बिताकर आये थे तेजा और काल ,तेजा के बदन में गजब का निखार आ गया था पहले से उसके स्तन और गांण्ड का आकर विलक्षण भराव का था काल ने उसमे दिन रात की चुदाई से बहुत ज्यादा बढ़ोतरी कर दी ,काल के वीर्य को पीकर और अपने चुत में पचाकर तेजा एकदम चमकने लगी थी ,उसकी चाल में एक लचक आ गयी थी जो बहुत ज्यादा जानलेवा लगतीं थी ,काल के साथ तेजा शरीर से नही बल्कि आत्मा से भी एक हो गईं थी ,तेजा के हर अरमान ,ख्वाब ,चाहत को काल ने पूरा किया था ,जिसकी वजह से उसके चेहरे पर एक मुस्कान दिखने लगी थी ,अपनी माँ और महारानी को लामी ,कामी और ओमी ने देखा तो अपनी माँ के मुस्कान को और उनके निखार से उन्हें बहुत खुशी हुवीं ,और जिसकी वजह से यह मुमकिन हो पाया था उस काल को तीनों ने आज अपना सर्वस्व देने की सोच ली थी ।
जबरदस्त ,कामुक, रसप्रद
वैसे तो मे ज्यादातर Sex seen skip कर देता हुं
लेकीन उसुक्ता थी की तेजा के साथ चुदाई करते करते ही काल निपट ना जाए इसलिये पढ लीया Sex seen
पर मजा आ गया पढकर,,,,,
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