Update 35
शिवा अपने रूम से निकल कर नाश्ता करने बाहर आया ,सुबह के 8 बज गए थे सब लोगो ने मिलकर नाश्ता किया ,शिवा आज कुछ ज्यादा ही खुश दिख रहा था ,सबको ऐसा लगा कि कॉलेज जाने की खुशी की वजह से वह खुश है ,पर शिवा की खुशी का राज खुद उसको पता नही था ,नास्ता करने के बाद आज सब लेडीज शॉपिंग पर गए ,उन्होंने शिवा को भी चलने को कहा पर वो नही माना
शिवा ने अपने पैसों में से 1 करोड़ रुपये नरगिस को दिए थे घर का डिपाजिट और 2 साल के भाड़े के तौर पर, जो नरगिस ने बहुत मना करने के बावजूद उसको लेने पड़े शिवाने 5 लाख रुपये के 6 एटीएम कार्ड बनावकर सबको दे दिये थे शफ़ी चाचा, जीनत चाची, और 4 लड़कियां ,सबको उसने यही बताया था कि किसिको बोलना नही इसमे इतने पैसे है ,पूछे तो बताना सिर्फ 10 हजार है ,तुमको जितने लगे उतने इसमे से खर्च करना ,सिर्फ फिजूल खर्च नही करना ,तुमको जिस चीज की जरुरत हो तुम लेने से पीछे हटना नही है ,अगर तुम मुझे अपना मानती हो तो मेरी बात नही मानोगी और अपना मानती हो तो रख लो ,और सबको अपनी कसम देकर यह बात मानने को लगाई ,और सबको यही बताया कि यह पैसे उसको स्कोलरशिप का मीला है ,जो आजतक उसने बचाके रखा था, जीनत को भी उसने यही कहा पहले भी उसने जीनत को डेढ़ लाख दिए थे, वो और शफ़ी चाचा मान नही रहे थे ,जीनत को तो प्यार से मना लिया शिवाने ,और शफ़ी चाचा को इतना ही बोला कि वह झट से मान गये ,अगर में आप का असली बेटा होता तो आप ऐसा करते ,
शिवा के पास 4 करोड़ में से अब 2 करोड़ 40 लाख बचे थे ,उसको पैसे का कोई लालच नही था ना शान ओ शौकत का,उसमे इतनी ताकत थी कि वो सबसे अमीर शख्स बन सकता था अपनी चमत्कारी ताकद के सहारे ,पर उसको अपनी मेहनत के पैसे की कमाई ही पंसद थी ,ना के हराम के काम की कमाई ,
आज जब सब शॉपिंग को जा रहे थे तब शिवा ने नरगिस के हाथ मे भी एक एटीएम कार्ड रख दिया और उसे कहा, जब भी तुमको यहाँ कुछ लेना हो तो तुम इस कार्ड से ही खरीदना ,मुझे अच्छा लगेगा अगर तुमने ऐसा किया तो ,इसमें शिवाने 2 करोड़ रुपये रखे थे ,नरगिस तो शिवा के इसी अंदाज की दीवानी थी, जिसकी दौलत के लिये उसके पीछे लोग प्यार का नाटक करते ,उसके दौलत को कभी शिवा ने कोई तूल ही नहीं दी थी ,
शफ़ी चाचा अभी चल नही सकते थे ,उनको ठीक से चलने में 6 महीने लगने वाले थे ,वो अपने कमरे में आराम कर रहै थे ,शिवा अपने कमरे में जाकर लेट गया ,उसे वापिस सुनीता की याद आ रही थी ,उसने अपनी शक्ति से देखा सुनीता बाथरुम में नहा रही थीं उसकी चुत से बहती पानी के बूंदे मोती जैसी चमक रही थी ,जब वह अपने गांड के छेद में उंगली घुसाकर साफ करती तो वो छेद कपकपा जाता शिवा यह देखकर फिर गायब होकर सुनीता के रूम में पहुंचा वहा पर एक खूबसूरत औरत बैठ कर नास्ता कर रही थी ,उसको देखते हुवा शिवा बाथरूम में घुस गया, उसने अपने कपड़े अपने घर पर ही निकाल के आया था ,उसने पहले सुनीता के मुह पर हाथ रखा ताकि वह उसके आवाज से चीखे नही ,
सुनीता में हु ,क्या में इस ताजी चुत से बहता पानी पी सकता हु ,मुझे बहुत प्यास लगी है
अपने मुह पर अचानक किसी का हाथ लगने से सुनीता का बदन ऐंठ गया पर शिवा की आवाज से वह सम्भल गयी ,
शिवा ने नीचे बैठकर सुनीता के चुत में मुह घुसा दिया ,उसके पहले ही उसने शॉवर बन्द कर दिया था ,सुनीता की चुत और गांड को अपनी जीभ से कुरेद रहा था वो ,सुनीता भी उसको निराश किये बिना जल्द ही अपने चुत से अपना पानी छोड़ कर उसकी प्यास बुझाने लगी ,
सुनीता मुझे तुम्हारी कहती खट्टी मीठी पेशाब नही पिलाओगी, सुनीता ने अपने अंगलियो से अपने चुत के होठ फैलाकर पेशाब करना शुरु किया ,शिवा ने पेशाब पीकर सुनीता के गांड में अपना लंड जड़ तक उतार दिया ,शिवाने बीस मिनिट तक सुनीता की गांड को इतनी बुरी तरह मारा की वह अपनी चुत से झडते वक्त पेशाब भी कर दी ,वो तो अच्छा, उसके होठो को अपने मुह में लेके शिवा चूस रहा था ,अपना माल निकालने तक ,शिवा के छोड़ने पर सुनीता की टांगो पर खड़ी ना रह सकी और नीचे बैठ गई और अपनी सांसो को ठीक करने लगीं ,शिवा ने सुनीता को अपनी गोद मे उठाकर ,उसकी टांगो को अपनी कमर में लपेट कर उसकी गांड के परखच्चे उडा दिए थे ,शिवा ने सुनिता को सहारा देकर उठाया और सुनीता के साथ वो भी अच्छे से नहाकर ,सुनीता को एक किस करके चला गया,
सुनीता नहाकर बाहर आई ,तो उसको किसीने कहा
दीदी 1 घण्टे से नहा रही हों आप ,शांति दीदी दो बार आयी थी देखने आप को ,उन्होंने आप को उनके रूम में ही बुलाया है नास्ता करके ,मेरा तो हों गया ,आप जल्दी कीजिये ,
सुनीता ,अरे नीता आज बाल धोने में ज्यादा वक्त हों गया ,चल में नास्ता करती हूं ,फिर चलकर देखते है शांति क्या कहती है ,
शिवा घर आकर अपने कमर में बैठा सोच रहा था ,इस सुनीता के बदन का ऐसा क्या नशा हो गया मुझपे जो में इसका इतना दीवाना बन गया हूं,सुनीता के जैसा मजा सिर्फ ज्वाला को चोदने में ही आया था ,बेचारी को मैने वापिस ना मिलकर बहुत गलत किया ,सुनीता के हाल देखकर मुझे उसके दिल पर क्या बीत रही है इसका अंदाजा आ गया है ,मुझे उसको भी सुनीता जैसे गायब रहकर मिलना होगा
चलो देखते है कहा है वह अभी ,
शिवाने ध्यान लगाकर देखा तो ज्वाला वही होटल में किसी से फोन पर बात कर रहीं थी
पृथ्वी में कल घर वापिस आ रही हु ,और इतना बोलकर उसने फोन रख दिया ,शिवाने देखा वो मन मे उसी के बारे में सोच रही है ,ज्वाला को शिवा न मिलने से बहुत बुरा लग रहा था ,उसकी आँखों से आंसू बह रहे थे ,शिवा को लगा कि उसको ज्वाला से मिलकर एक बार बात करनी चाहिए, उसने पहले देखा लड़कियां क्या कर रही शॉपिंग में और उनको कितना वक्त लग सकता है आने में ,सब लडकिया शिवा को ही कपड़े ले रही थी ,शिवा का कॉलेज शुरू होने वाला था कल से, तो शिवा कॉलेज में अच्छे और अपने पसन्द के कपड़े पहने ,यही सोच कर वो एक दूसरे से छुप कर पहले शिवा की शॉपिंग करने वाली थी,बाद में खुद को ,उनको आने को और 3 घण्टे आराम से लगने वाले थे ,शिवा पूरी तैयारी के साथ ही ज्वाला के पास गायब होकर पहुच गया मतलब पूरा नंगा
शिवाने देखा ज्वाला की आंखों में आंसू टपक रहे है ,अपने बदन की गर्मी से और उस अनजान शख्स के ना मिलने से , शिवाने उसके पास बैठकर सबसे पहले उसके आँसू पोछकर कहा ,ज्वाला डरना नही, पहले मेरी बात सुन लेना फिर कोई फैसला करना में गलत हु या नही ,
ज्वाला पहले आवाज सुनकर चौक गई ,फिर कुछ सोचकर बोली ,अच्छा तुम गायब रहते हो ,इसिलए में तूमको ढूंढ नही पा रही थी ,मेने अपनी सारी शक्तिया लगा दी तुम्हे ढूंढने में लेकिन में नाकामयाब ही रही ,जरूर तुम में कुछ खास है जो मुझको भी तुम्हारा पता नही चल पा रहा था
शिवा उसकी बातें सुनके अपने मन मे ,साला इसके पास भी शक्तिया है ,जो मिलती है उसमें शक्तियां होती है ,अब इसकी भी पूरी कुंडली निकलनी पड़ेगी सुनीता जैसी ,
ज्वाला तुम मुझे किस लिये ढूंढ रही थी,और तुम क्यो रो रही थी
में तुमको हम दोनों के बीच क्या हुवा यह सब बताता हूं पहले फिर शिवाने ज्वाला को वो होटल के दरवाजे पर कैसी बेहोश मिली ,वो कैसे नशे में थी ,किस तरह उसने सेक्स किया जबरदस्ती यह सब बता दिया ,
ज्वाला आखिर में भी एक जवान हु ,कब तक तुम जैसी सुंदर औरत ,जो नंगी होकर मुझसे सेक्स करने के लिये जबरदस्ति कर रही हो उसको ना कह सकू ,
ज्वाला मन मे ,में तुमसे नाराज नही हु ,में तो इस बदन की गर्मी से परेशान हु,मुझे तुम्हारे वीर्य को पीना है ,मेरे जबान पर अभी भी उसका स्वाद है ,मेरी चुत और गांड तो मेरा पति भी मारता है पर जो तुम्हारे लंड का चस्का मेरी चुत और गांड को एक दिन में लग गया ,वैसा आज तक किसी का नही लगा है ,,शिवा ऊसकी सारी बाते सुन रहा था , मुझे ही कुछ करना होगा इसके शक्ति के बारे में जानने के लिये ,
शिवा ,ज्वाला उस दिन तुम्हारे साथ मेने संभोग किया वो मेरे लिये सबसे यादगार रहा ,क्या एक बार मे तुम्हारे इस सुंदर शरीर का रस पी सकता हु ,बस आखरी बार ,
ज्वाला मन मे,अरे मेरी मन की बाते यह कर रहा है ,में तो जब तक जिंदा हु तब तक इसके साथ चुदने को तैयार हूं ,इसको हा, बोलके अपने साथ ही रखना होगा ,यह फिर गायब हो गया तो परेशानी होगी, या फिर मुझे मिले ही नही ,
आप को मेरी भी एक शर्त माननी होगी ,ज्वाला
आप के साथ एक बार संभोग करने के लिये ,हमे कोई भी शर्त मंजूर है ,शिवा
आप एक बार नही जब आपका मन करे मेरे शरीर का भोग कर सकते हो और जब मुझे लगे तब भी आपको मेरी प्यास बुझानी होगी,यही मेरी एक शर्त है ,ज्वाला
जी मुझे मंजूर है ज्वाला ,शिवा
ज्वाला ने 1 मिनिट में ही अपने कपड़े उतार दिये ,और बेड पर जाकर लेट गयी ,शिवाने किसी कुतिया की तरह उसे चोदा 2 घण्टे तक उसने उसकी चुत ,गांड ,मुह हर छेद अपने माल से भर दिये थे ,वो तो इतनी शिवा के माल के गर्मी से कब सो गई उसे पता भी नही चला ,शिवा उसको सोता छोड़के घर वापिस आ गया ,क्योकि लड़कियां घर आने वाली थी और उनके साथ एक बहुत बड़ी मुसीबत भी आने वाली थी शिवा के पास , ।