शानदार अपडेट है । लगता है रात को पार्टी के बाद ढेर सारी मस्ती होने वाली है । उससे पहले निक्की ने अपना काम शुरू कर दिया देखते हैं श्वेता की पहले कोन सील तोड़ता हैtv देखते हुए मुझे ध्यान आया दीदी ने दो वॉइस क्लिप भेजे थे और मैंने दूसरा वाला नही सुना था ....... मैंने वो दूसरा ऑडियो प्ले किया ...... दीदी की आवाज़ ..... सुनो जानू तुम आज रात विकास को दूसरे रूम में शिफ्ट कर देना और मैं रात में तुम्हारे रूम में आ जाऊंगी आधे घंटे के लिए उतनी देर में तुम्हे पूरी आज़ादी रहेगी तुम जो चाहो कर सकते हो मेरे साथ .......
प्रतीक- सच कह रही हो जान ...... जो चाहूं वो .....
दीदी- हां जानू जो चाहो वो अगर तुम मेरी खुशी के लिए इतना कुछ करते हो मैं तुम्हारे लिए इतना भी नही कर सकती क्या जान ....... लेकिन एक बात बोलूं तुमने उस दिन वो जो विकास वाली बात की थी ना उसके बाद से मुझे कुछ कुछ हो रहा है ......
प्रतीक-विकास वाली बात कौन सी बात मैं समझा नही .....
दीदी- वही जानू विकी से चुदने वाली बात मैंने कई दिन सोचा इस बारे में और सोच सोच कर मेरी बुर गीली हो जाती है .....
प्रतीक- ओहहह तो सोचो ना जान जब सिर्फ सोच के बुर गीली हो रही है तो रियल में कितना मज़ा आएगा जब विकास तुम्हारी बुर में अपना लंड डालेगा ......
दीदी- जानू मैंने तो एक और बात सोची है .......
प्रतीक- बताओ ना जान तुमने सोचा है तो अच्छा ही होगा ......
दीदी- मैं सोच रही थी अगर श्वेता और विकी की भी शादी हो जाये तो ........
प्रतीक- तो .....
दीदी- तो तुम सारी जिंदगी अपनी बहन को चोद पाओगे और ...... वो तुमसे कभी बहोत दूर नही होगी ....... और शायद तुम मुझे और श्वेता को एक साथ भी चोद पाओ यानी कि थ्रीसम ......
प्रतीक- aaahhhh जान आईडिया तो सुपर है .... मुझे कोई प्रॉब्लम नही है मैं तैयार हूं विकास मुझे पसन्द है अपनी बहन के लिए ...... और हां तुम विकास से चुद लो तो भी मुझे कोई प्रॉब्लम नही है बस मेरी एक ख्वाइश है एक बार मैं तुम्हे विकास से चुदते हुए देखना चाहूंगा ........
दीदी- जानू आगर तुम मेरी बात मानते रहोगे तो मैं तुम्हारी हर एक ख्वाइश पूरी करने की कोशिश करूंगी .........
प्रतीक- ओहहह निकी मेरी जान मैं तो आज से तुम्हारा गुलाम हूँ जो कहोगी सर झुका के मानूंगा बस मेरी सारी चाहतें पूरी करती जाना .......
दीदी- मेरी जान मैं तो श्वेता को गरम कर रही हूं ...... और अपनी पैंटी पर तुम्हारा माल देख कर उसकी भी बुर में कुछ तो असर हुआ ही होगा ....... चिंता ना करो शादी के कुछ दिन बाद ही उसे तुम्हारे लंड पे चढ़ा दूंगी .......
प्रतीक- ओहहह जानू मेरा तो खड़ा हो गया है रात का इंतजार कैसे करूं अभी आ जाओ ना प्लीज......
दीदी- अभी नही आ सकती ना मेरे पति जी रात में आती हूँ फिर ....... सब कुछ ..... अच्छा रखती हूं कोई आ रहा ........
ये सब सुन कर मुझे अंदर से थोड़ी खुशी भी हुई और थोड़ा दुख भी ....... निकिता दीदी मेरे लिए कितना सोच रही थी..... मुझे पता था कि प्रतीक के साथ वो सिर्फ एक समझौता कर रही हैं ...... उनके दिल मे सिर्फ मेरे लिये जगह है और मैं भी पता नही क्यों बस निकिता दीदी से प्यार करना चाहता था सिर्फ उन्हें अपने दिल मे बसाना चाहता था लेकिन श्वेता ...... उस से शादी यानी कि अपना प्यार बांटना .......
मैंने आंखे बंद कर ली ...... फिर सोचा अभी तो सिर्फ बातें हैं जरूरी नही ऐसा हो ही ...... जब होगा तब देखा जाएगा ....... और तभी मेरे व्हाट्सएप्प पर एक मैसेज आया चेक किया तो दीदी का मैसेज था ........
मस्त सीन देखना है तो श्वेता के रूम की खिड़की पर आओ मैंने जरा सी खिड़की खोल दी है आवाज़ मत करना उसे पता ना चले ।
मैसेज पढ़ कर मैं मुस्कुरा दिया और उठ कर दबे पांव श्वेता के कमरे की ओर चल दिया ...... और खिड़की से झांक कर देखा अंदर दीदी बेड पर बैठी थी और श्वेता उनके सामने खड़ी थी और दीदी कह रही थी .......
देखो श्वेता वादा किया है तो निभाना पड़ेगा अभी मैं सिर्फ पहली शर्त पूरी करवा रही हूं ...... बाकी दो बाद में वक़्त आने पर ....... और अब तुमने मुझे फ्रेंड मान ही लिया है तो भरोसा करो मुझ पर इसमे तुम्हे बहोत मज़ा आने वाला है पर अपनी शर्म को थोड़ा कम करो इतना शर्माने की कोई जरूरत नही जो तुम्हारे पास है वही मेरे पास है ........ यकीन ना हो तो दिखाऊँ ......
श्वेता बोली भाभी वो मैं जानती हूं पर मैं आज तक किसी के सामने नंगी नही हुई आपके सामने कैसे होऊं ......दीदी हंसते हुए बोली हाय मेरी बन्नो यही बात शादी के बाद अपने दूल्हे से भी कहती रहना उम्र भर और उस बेचारे को लंड हिला कर जिंदगी बिताने पर मजबूर कर देना क्योंकि बिना नंगे हुए तो चुदाई होगी नही ........
श्वेता ने कहा उफ़्फ़फ़ ये भी सही है शादी के बाद तो नंगा होना ही पड़ेगा उनके सामने ...... दीदी बोली वही तो जो काम एक दिन करना ही है वो आज ही कर लो प्रक्टिस हो जाएगी ...... अच्छा अगर तुम्हे बहोत शर्म आ रही है तो एक काम करती हूं मैं भी नंगी हो जाती हूँ तुम्हारे साथ ठीक है ना .......?
श्वेता ने सर झुका गके धीरे से हां में हिला दिया और उसकी रजामंदी मिलते ही दीदी ने झट से बेड से उठ कर अपनी कुर्ती निकाल दी और बोली चलो तुम भी अपनी शर्ट निकालो ....... श्वेता ने सर झुकाए हुए धीरे धीरे अपनी शर्ट के बटन खोलने शुरू कर दिए और कुल 6 बटन खोलने में उसे 4-5 मिनट लग गए ......
दीदी हंस कर बोली हाय मेरी ननद रानी इतना धीरे कपड़े उतरोगी तो तुम्हारा पति मुठ मार के सो जाया करेगा ...... ये कहते हुए दीदी ने अपनी ब्रा भी खोल कर फेंक दी और दीदी के सुडौल तने हुए गोरे चिकने चूचे सर उठा कर खड़े हो गये दीदी अपनी चूचो पर हाथ फिराते हुए बोली come on श्वेता जल्दी करो वरना मम्मी आ जाएंगी ..... श्वेता बड़े गौर से दीदी की नंगी चुचियाँ देख रही थी और फिर उसने धीरे से शर्ट को बाहों से निकाला और उतार कर बेड पर फेंक दिया ....... व्हाइट कॉटन की नरम ब्रा में कसी उसकी चुचियाँ नुमाया हुई वो दीदी जितनी गोरी तो नही थी पर बेहद सेक्सी और क्यूट थी किसी का भी लंड खड़ा कर देने की छमता थी उसके जिस्म में ...... और मेरा लंड भी अंदर दो दो जवान लड़कियों की नंगी चुचियाँ देख कर पूरी तरह तन चुका था दीदी ने श्वेता के पीछे जा कर उसकी ब्रा का हुक एक झटके से खोल दिया और श्वेता की ब्रा ढीली हो कर उसकी चुचियों पर झूल गयी दीदी ने श्वेता की ब्रा को उसकी बाहों से निकालते हुए उसकी चुचियाँ नंगी कर दी ........ वाओ एकदम सुडौल दीदी से छोटी मगर एकदम कसी हुई चुचियाँ थी श्वेता की और निप्पल एकदम मटर के दाने जैसे नन्हे नन्हे जबकि दीदी के निप्पल काले अंगूर जैसे लंबे और फूले हुए थे .......
दीदी ने पीछे से ही उसे बाहों में भर कर उसकी सीने पर हाथ फिराते हुए उसकी चुचियाँ सहला दी और निप्पल्स को उंगली से छेड़ने लगी ...... श्वेता के बदन में झुरझुरी सी होने लगी उसकी आंखें बंद होने लगी और उसने अपना सर दीदी के सीने से टिका दिया ...... दीदी कुछ देर तो उसकी चुचियों से खेलती रही ...... फिर उसके गाल को चूम कर बोली ....... श्वेता चलो अब अपनी जीन्स भी उतारो जल्दी से ....... और ये सुन के श्वेता ने आंखे खोली और अपनी जीन्स का बटन खोला ज़िप खोली और उसे घुटनो तक सरका दिया लेकिन जीन्स एकदम टाइट फिट थी उसे जा कर बेड पर गांड़ टिकानी पड़ी और फिर उसने झुक के अपनी टांगों से खींच कर जीन्स को निकाल ही दिया ...........
दीदी खड़ी बड़े गौर से उसे नंगी होते देख रही थीं। ....... . जीन्स उतार के उसने दीदी की ओर देखा मानो कह रही हो तुम भी अपनी सलवार उतारो ना और दीदी ने उसकी बात समझते ही झट से अपनी सलवार निकाल कर बेड पर फेंक दी उफ़्फ़फ़ दो जवान मस्त खूबसूरत गदराई हुई जवानियाँ सिर्फ पैंटी में मेरी आँखों के सामने थी .......
श्वेता ने अपनी जीन्स नीचे कर दी थी पर अभी वो उसकी टांगों में ही फंसी हुई थी और दीदी ने कहा श्वेता इसे बाहर निकालो ना श्वेता कुछ शर्मा रही थी इसलिए वो घूम गयी और अपनी व्हाइट पैंटी में फंसे हुए चूतड़ मेरी ओर कर लिए और फिर वो झुक कर अपने पैर से जीन्स को निकालने लगी ......
हांलाकि वो शर्म की वजह से घूमी थी पर उस बेचारी को क्या पता वो जो छुपा रही थी उस से ज्यादा हसीन नजारा वो हमें दिखा रही थी ....... और जैसे ही उसने जीन्स निकाल कर एक ओर रखी ....... वो सीधी हो गयी और दीदी के उसके नजदीक जा कर अपने हाथ उसकी पैंटी में फंसे अधंनगे चूतड़ों पर रखे और .......
मुट्ठी में भर कर मसलने लगी श्वेता फिर से बहकने लगी और बोली उफ़्फ़फ़ भाभी ये क्या कर रही हो ....... दीदी बोली क्या करूँ ननद रानी तेरी गदराई गांड़ है ही इतनी मस्त जी करता है इसे खूब मसलू सहलाऊँ ....... इतना कहते हुए दीदी नीचे बैठ गईं और श्वेता के चूतड़ों पर अपने गुलाबी होंठ रगड़ने लगी ....... ऊऊम्म्ममम्म ऊऊम्म्ममम्म उफ़्फ़फ़फ़ क्या गांड़ है श्वेता तेरी कोई भी देखे तो दीवाना हो जाएगा ......
श्वेता बोली ....... उफ़्फ़फ़फ़ भाभी ऐसा क्यों कह रही हो आपकी भी तो मुझसे कम नही है ना बल्कि मुझे तो आपकी ज्यादा अच्छी लग रही है ....... दीदी ने कहा दूसरे की ही सबको अच्छी लगती है श्वेता रानी क्यों कि अपनी से खुद मज़ा नही ले सकते मज़ा लेने के लिए दूसरे की ही चाहिए और श्वेता पीछे मुड़ के दीदी को देख कर मुस्कुराने लगी .......
दीदी ने श्वेता की पैंटी में उंगलियां फंसाई और श्वेता की मुस्कुराहट गायब हो गयी वो घबरा कर बोली नही भाभी इसे नही प्लीज ..... लेकिन उसे देर हो गई दीदी ने एकदम से उसकी पैंटी खींच दी नीचे और उसकी गोल तरबूज जैसी साफ सुथरी नंगी गांड़ देख कर मेरे लंड में भी हड़कंप मच गया ........
और एक बार तो मेरे मन मे भी लालच आ गया उस गोल मटोल मांसल कुंवारी गांड़ को चोदने का और मैंने लंड बाहर निकाल कर सहलाना शुरू कर दिया ........ उधर श्वेता लगभग उछलते हुए पेट के बल बेड पर कूद गई अपना चेहरा गद्दे में छुपा कर बोली भाभी कितनी गंदी हो आप और दीदी ने मौके की भांपते हुए उपर बेड पर चढ़ कर श्वेता की दोनो टाँगे पकड़ कर विपरीत दिशा में फैलाते हुए झुक कर उसकी गांड़ के छेद पर होंठ पर रख दिये और श्वेता मानो उछल सी गयी जैसे किसी ने उसे बिजली का नंगा तार छुवा दिया हो उसके गले से तेज आह निकली ....... हाय्य्य्य भाभी ये क्या कर रही हो ....... दीदी ने उसे कोई जवाब ना देते हुए अपने होंठ उसकी गांड़ की दरार में फिराते हुए जीभ निकाल कर सीधा उसकी गांड़ पर हमला बोल दिया और श्वेता की गांड़ का रसपान करने लगी ....... श्वेता का उछलना अब धीमा हो गया था और वो बस सिसकते हुए आहें भरते हुए ...... इस नये आनंद का अनुभव ले रही थी .......
दो मिनट तक गांड़ चाटने से वो अब अपनी कमर को ऊपर उठा कर दीदी के मुह पर दबाने लगी और दीदी ने अगला वार करते हुए एक हाथ उसकी टांगों के जोड़ में घुसा उसकी चूत का दाना मसल दिया श्वेता ने एकदम से अपनी कमर को झटका दिया और बोली ....... aaahhhhh भाभी उफ़्फ़फ़फ़ क्या हो रहा है मुझे और दीदी ने अपनी उंगली उसके चूत की कसी हुई दरार में फिरानी शुरू कर दी श्वेता यह सब झेल नही पाई और जल्दी ही हाय्य्य्य भाभी aahhhhhh उफ़्फ़फ़फ़ सीईईईईई करती हुई एकदम से झड़ गयी ....... दीदी ये मौका कहाँ चूकने वाली थीं उन्होंने अपनी जीभ जल्दी से श्वेता की बुर पर फिराते हुए बुर से छलकी कुछ बूंदों को चख लिया ......
और दीदी श्वेता के बगल में लेट गयीं ...... कुछ देर बाद श्वेता ने सर घुमा कर दीदी को देखा दीदी ने मुस्कुरा कर पूछा मज़ा आया मेरी ननद रानी को ....... श्वेता शर्मा कर लेकिन मुस्कुरा कर बोली भाभी आप बहोत गंदी हो ये भी कोई चाटने की चीज है ....... दीदी बोली वो सब छोड़ ये बता मज़ा आया कि नही ...... उसने धीरे से हां में सर हिला दिया दीदी ने कहा जल्दी से ये शर्म दूर कर ले मेरी जान फिर देखना कितना मज़ा देती हूं मैं तुझे .......
चल अब जल्दी जल्दी से कपड़े पहन लें आज रात में और मज़े दूंगी तुझे और दीदी ने श्वेता पर झुकते हुए उसके होंठ चूम लिए और उठ कर बोली चलो जल्दी से कमरे की सजावट कर लेते हैं ........ मैं यहां आ जाऊंगी तो रोज तेरी बुर चाटूंगी बड़ी रसीली बुर है तेरी ........ श्वेता कुछ नही बोली बस उठ कर कपड़े पहनने लगी ..... दीदी ने जल्दी जल्दी अपनी सलवार कुर्ती पहनी और मैं बाहर आ कर tv देखने लगा पर मेरे लंड की हालत खराब थी वो बस झड़ना चाहता था .......
तभी दीदी बाहर आईं और मेरे बगल में बैठ कर धीरे से बोली कैसा रहा शो मैंने कहा एक नंबर मेरी जान मज़ा आ गया अभी तो बस दिल कर रहा एक बार रगड़ के चोद दूँ तुम्हे ....... दीदी ने कहा यार गरम तो मैं भी बहुत हूँ लेकिन अभी चुदवा नही सकती एक काम करो ऊपर चलो मैं आती हूँ श्वेता से बहाना मार के .......
मैं उठ कर ऊपर चला गया और प्रतीक के कमरे के बगल वाले कमरे में जा कर बेड पर लेट कर दीदी का इंतजार करने लगा ....... 5 मिनट बाद ही दीदी कमरे में आई और दरवाजा अंदर से बंद कर के बेड पर आ कर मेरी ज़िप खोलते हुए मेरा लंड बाहर निकालने लगीं ..... मैंने कहा निकिता वो बोली हां राजा मैंने कहा अभी तुम्हारे मुह में श्वेता की गांड़ और बुर का स्वाद होगा ना .......
और मेरी बात समझते ही दीदी ने मेरा लंड बाहर निकाल कर मसलते हुए ऊपर खिसक कर मुझ पर झुकते हुए अपने रसीले मेरे होंठो पर चिपका दिए और चूसने लगी जल्द ही उनकी जीभ मेरे मुह के अंदर थी और मुझे लगा मैं श्वेता की गांड़ और चूत चूस रहा हूँ ....... दो मिनट तक मेरे होंठो और जीभ को चूस कर दीदी अपना चेहरा ऊपर कर के कामुक नजरो से मुझे देखने लगी मैंने उन्हें यूँ खुद पर झुके देख कर अपना मुह खोल दिया और दीदी ने एकदम से मेरे मुह में थूक दिया ........
aaahhhh दीदी के थूक में जैसे श्वेता की कुंवारी बुर का रस भी घुला था और मैं उसे चूसते हुए निगल गया ...... और फिर दीदी ने नीचे आ कर मेरा लंड गप्प से मुह में लिया और तेजी से लंड को दबा दबा कर चूसने लगी ....... और बस एक मिनट में अंदर ही मेरे सुपाड़े से गरम गरम वीर्य उबलता हुआ दीदी के मुह में गिरने लगा दीदी आंखे बंद कर के उसे किसी सॉफ्टी जैसे चूसते हुए वीर्य निगल निगल कर पीने लगी और आखिरी बून्द तक चूसने के बाद उठी और मुझे देख कर आंख मार कर बोली आज तो कुछ ज्यादा ही माल निकाला लगता है श्वेता की गांड़ पसन्द आ गयी मेरे पति को .............
मैं मुस्कुरा कर बोला मेरी बीवी की गांड़ से सुंदर किसी की गांड़ नही दुनिया मे और दीदी के चूतड़ पर चपत लगा दी ......., दीदी हंस पड़ी और बोली मैं सब समझती हूं तुम्हारी बटरिंग ...... पर श्वेता तुम्हारे लिए अच्छी जीवनसाथी साबित होगी हर तरह से ...... मैंने कहा अभी हमारी शादी की उम्र कहाँ दीदी वो बोली अभी नही तो क्या कभी तो होगी कभी तो शादी करोगे तुम तो अभी से उस बारे में सोचने में क्या खराबी है .......
मैंने कहा ठीक है आप जैसा चाहो दीदी पर अभी नीचे चलें किसी को शक ना हो ..... वो बोली ठीक है चलो शाम की पार्टी की तैयारी करते हैं .......
मैंने दरवाजा खोला और चौंक गया बाहर प्रतीक खड़े थे ...... मुझे देख कर बोले चलो यार नीचे सारी तैयारियां बाकी हैं .........
और हम सब नीचे आ गए ।
बहुत ही शानदार अपडेट है पार्टी में तो कुछ हंगामा और कुछ मजे आए पार्टी में श्वेता की फ्रेंड के कहने पर श्वेता विकास से प्यार कर सकती है देखते हैं आखिर क्या होता है अगले अपडेट मेंनीचे आ कर हम सब ने मिल कर ड्राइंग रूम को अच्छी तरह सजाया ....... फिर मां जी भी आ गईं वो भी हमारी मेहनत देख कर खुश हुई .......... और वो सब निपटाते हमे 4 बज गये प्रतीक बोले अच्छा चलो अब सब फटाफट तैयार हो जाओ ....... उन्होंने मुझसे कहा विकास श्वेता के कमरे से म्यूजिक सिस्टम ला कर यहां लगा दो ...... और मैं अंदर चला गया उसके कमरे में .......
सोनी का म्यूजिक सिस्टम था मैं पहले दोनो साउंड ले आया और दोबारा प्लयेर और रिमोट लेने गया तभी मेरी नजर तकिए के नीचे से झांक रही श्वेता की पैंटी पर पड़ी और मैंने जल्दी से उसे उठा कर अपनी जेब के हवाले किया ........ और बाहर आ कर सिस्टम को सही जगह पर लगा दिया सारी तैयारियां पूरी थी तभी केक वाला डिलीवरी ले कर आ गया मैंने उसे ला के सेंटर टेबल पर रख दिया .......
दीदी बोली चलो अब हम लोग तैयार हो लें और वो श्वेता के साथ अंदर चली गईं ...... मैं भी ऊपर आ गया प्रतीक भी मेरे साथ आये और बोले विकास तुम वो बगल वाले रूम में चले जाओ और उसे ही इस्तेमाल करो उसमे भी बाथरूम अटैच है और रात में भी वहीं सो जाना मुझे आज रात में कुछ इम्पोर्टेन्ट काम निपटाना है आफिस का तो तुम्हे डिस्टर्ब होगा .......
मैं उस रूम में आ गया और कपड़े उतार के श्वेता की पैंटी ले के बाथरूम में घुस गया और मैंने श्वेता की पैंटी सूंघी उफ़्फ़फ़फ़ मस्त खुशबू आ रही थी कुछ देर तक उसकी पैंटी से खेलने के बाद मैंने नहा के कपड़े बदल लिए और श्वेता की पैंटी तकिए के नीचे छुपा दी ..... प्रतीक अभी भी अपने रूम में थे मैं नीचे आ गया और थोड़ी देर में रेस्टोरेंट वाले लड़के खाना दे गए सब तैयारी पूरी थी फिर प्रतीक भी आ गया .......
और थोड़ी देर में मेहमान आने लगे कुछ ज्यादा नही थे बस 7-8 प्रतीक के फ्रेंड इतनी ही श्वेता की फ्रेंड और मुहल्ले की कुछ लड़कियां और भाभियां ..........
मां जी और प्रतीक ने सबका स्वागत किया और मेरा इंट्रो करवाया सब से और फिर थोड़ी देर बाद दो बेहद खूबसूरत लड़कियां ड्राइंग रूम में दाखिल हुई श्वेता और दीदी .......
श्वेता ने व्हाइट कलर का गाउन पहना था जिसमे रेड पैटर्न की डिजाइन की हुई थी और दीदी ने गोल्डन कलर की साड़ी पहनी हुई थी दोनो ही जानलेवा लग रही थी ..... प्रतीक के मुह में तो पानी सा आ रहा था दोनो को देख कर और मेरी भी हालत कुछ ऐसी ही थी ........
और दीदी हम दोनों के मन के हाल समझ कर मुस्कुरा रही थीं ........, सभी लोग आ चुके थे ...... श्वेता ने सबसे पहले केक काटा और अपने हाथों से मां जी दीदी और प्रतीक को खिलाया ....... प्रतीक ने उसे टोका विकास भी हमारे घर का हिस्सा है उसे भी खिला दो ........
वो कुछ हिचकिचाती हुई मेरे पास आई और केक का पीस मेरे मुह की ओर बढ़ाया मैंने उसके हाथ से केक लेते हुए कहा thanks shweta ....... Millions of wishes ...... hundreds of smiles ...... lots of love ......and thousands of greetings ........ Wish you a very Happy Birthday dear ........
और केक खा कर ऊपर भाग गया मैं दोनो गिफ्ट पैक ले कर नीचे आया और दीदी को ड्रेस वाला बॉक्स दिया और कहा श्वेता के गिफ्ट दे दो उसे ........ और खुद वाच वाला बॉक्स ले कर श्वेता के पास गया उसकी फ्रेंड्स उसे घेरे खड़ी थीं ....... मैंने पास जा कर कहा excuse me girls ...... मुझे जगह मिलेगी क्या और सब मुड़ कर मेरी ओर देखने लगी और एक किनारे हो गईं .......
मैंने जा के श्वेता को वो बॉक्स दिया और बोला your gift b'day girl ...... उसने मुस्कुरा कर मुझे देखा और बॉक्स ले कर तुरन्त ही उसकी पैकिंग खोल दी और वो वाच देख कर बोली wow ...... so beautiful vikas ...... thanks you so much ...... मैंने मुस्कुरा कर रहा ...... हां पर तुम ज्यादा खूबसूरत हो ......
वो शर्मा के मुस्कुरा दी .......
तभी दीदी भी आ गईं और उन्होंने भी श्वेता को गिफ्ट दिया और विश किया ...... फिर बाकी सब भी श्वेता को गिफ्ट देने लगे और प्रतीक ने मुझे आवाज़ दी मैं उनके पास जाने लगी तभी मेरे कानों में एक आवाज़ पड़ी ...... श्वेता या तो तू इसे पटा ले नही तो मुझे ही नंबर दिला दे क्या हैंडसम बन्दा है यार ......
मैं मुस्कुराता हुआ प्रतीक के पास आया उन्होंने 6 लड़को की ओर इशारा किया और बोला इन लोगों को ऊपर वाले कमरे में ले जाओ और बियर पिला दो साले मरे जा रहे हैं फोकट की पीने के लिए और कोल्ड ड्रिंक की बोतलें ले आओ यहां सब को कोल्ड ड्रिंक सर्व करा दो .......
मैं उन्हें ले कर ऊपर आया और अपने वाले कमरे में छोड़ कर फ्रीज से बियर निकाल कर रख दीं वो सब बियर पर टूट पड़े ....... मैं कोल्ड ड्रिंक की बोतलें ले कर नीचे आ गया और दीदी मेरे साथ किचन में आई ग्लास में कोल्ड ड्रिंक डाल कर हम ट्रे में ले कर आये और सबको देने लगे .......
थोड़ी देर में प्रतीक भी ऊपर चले गए और अपने दोस्तों के साथ बियर पार्टी करने लगे ....... तब तक श्वेता ने सांग प्ले कर दिया और वो अपनी फ्रेंड्स के साथ डांस करने लगी ...... और फिर उसने दीदी को भी खींच लिया ...... दोनो गज्जब के ठुमके लगा रही थीं ....... तभी मां जी ने मुझे आवाज़ दे के कहा बेटा खाना लगवा दो ...... तो सब शुरू करें खाना पीना और मैंने एक लड़के को पकड के अंदर से एक और बड़ी मेज़ लगवा कर ...... उस पर खाना लगवा दिया और किचन से प्लेट्स और चम्मच वगैरह ला कर रखे खाना शुरू करवा दिया .......
मुहल्ले के लोग खाना खाने लगे और श्वेता का डांस चलता रहा उसकी एक फ्रेंड जो कि दुबली पतली और लंबी सी मॉडल टाइप लड़की थी वो बस मुझे ही ताड़ रही थी लेकिन मेरी नजर बस श्वेता और दीदी पर थी .......
तभी दो लड़के अंदर आये उनमें से एक ठिगने कद का एकदम काला मोटा से लड़का था और दूसरा लंबा दुबला वो लेट आये थे और प्रतीक को पूछने लगे मैंने बताया वो ऊपर है तो उन्होंने प्रतीक को कॉल लगाई और प्रतीक ने मुझे कॉल कर के कहा कि इन लड़को को ऊपर भेज दो उनका स्टाफ है ...... मैंने उन्हें ऊपर का रास्ता बताया और वो डांस कर रही लड़कियों को कुत्ते जैसे घूरते हुए चले गए ........
फिर थोड़ी देर में प्रतीक भी अपने स्टाफ/ दोस्तों के साथ ऊपर से आ गया और उनसे कहा खाना खा लो तुम लोग वो सब खाने लगे ....... बाकी सब तो ठीक था पर वो दो लड़के जो बाद में आये थे वो भूखे कुत्ते जैसे वहां मौजूद लड़कियों को ताड रहे थे ...... बियर पीने के बाद उनकी आंखें लाल हो चुकी थीं ....... और वो मुझे खटक रहे थे .......
मैं खाने की मेज के पास ही खड़ा था तभी वो दोनो प्लेट ले कर मेज़ के पास आये और उनमें से जो एकदम काला और मोटा सा था उसने अपने आगे वाले लौंडे जो कि लंबा और दुबला था उस से कहा यार ये व्हाइट सूट वाली लौंडिया को देख के तो मेरा खड़ा हो रहा है दिल कर रहा है इसे घोड़ी बना दूँ ........ ये सुन कर मेरा खून खौल गया वो श्वेता के बारे में बोल रहा था ........
मैंने किसी तरह बर्दाश्त किया क्यों कि मैं नही जानता था वो कौन है फिर वो खाना ले कर टहलते हुए उस ओर चले गए जहां लड़कियां डांस कर रही थीं ........ मेरा मूड खराब हो चुका था मैं भी धीरे से घूमता हुआ उनके पीछे की ओर से आ कर उनके नजदीक खड़ा हो गया ....... तभी वो दुबला वाला बोला साले उस से मस्त तो ये साड़ी वाली लग रही गांड़ देख साली की मिल जाये तो इसकी गांड़ में पेल दूँ मैं .......
ये सुन कर मेरा कंट्रोल खत्म हो गया ....... और मैंने पीछे से ही दोनो के कॉलर पकड़े और पूरी ताकत से उनके सर आपस मे टकरा दिए उनकी खोपड़ियां तेजी से आपस मे टकराई औए दुबले वाले कि प्लेट हाथ से छूट कर तेज आवाज़ के साथ गिर गयी .......
वो नशे में थे और काले वाले लौंडे ने माथा सहलाते हुए मेरी ओर देखा और मुझ पर झपटने की कोशिश की तो मैने जूते की भरपूर ठोकर उसके घुटने पर दे मारी और वो हाय हाय करता हुआ घुटना पकड़ के बैठ गया ......... सब चौंक कर इस ओर देखने लगे म्यूजिक बंद हो गया ....... प्रतीक भाग कर मेरे पास आये और मेरे हाथों से उनके कॉलर छुड़ाते हुए बोले क्या हुआ विकी क्यों इन्हें मार रहा .......
मैंने कहा इन हरामजादों से ही पूछ लो निकी दीदी और श्वेता के बारे में क्या बोल रहे थे ....... मेरी बात सुन कर प्रतीक समझ गया कि कुछ गड़बड़ है उसने उन दोनों की बांह पकड़ी और बोला बाहर आओ विकी मैं उन लोगों के साथ बाहर आया और प्रतीक ने उनसे पूछा ये सब क्या है वो सर झुका कर खड़े हो गए प्रतीक ने दाँत भींचते हुए कहा इस से पहले की मैं भी तुम लोगों की खाल उधेड़ना शुरू करूँ निकल जाओ यहाँ से .........
तब तक दीदी श्वेता और बाकी लड़कियां भी बाहर आ कर पूछने लगी कि क्या हुआ मैंने कहा कुछ नही तुम लोग अंदर जाओ ....... इस सब हंगामे की वजह से बाकी लौंडे भी खा पी कर जल्दी ही सरक गए और फिर बस हम पांच घर वाले और श्वेता की 3 फ्रेंड्स बची ........ सभी थोड़ा डिस्टर्ब थे इस मार पीट की वजह से ...... तो मैंने फिर से सांग प्ले कर दिया और श्वेता और प्रतीक का हाथ पकड़ कर खींच लिया और बोला लेट्स डांस ....... दीदी भी आ गईं और श्वेता की फ्रेंड्स भी और सब ने खूब जम के डांस किया श्वेता की वो फ्रेंड मुझसे ज्यादा ही चिपकने की कोशिश कर रही थी और मैं बार बार उस से दूर हट जाता था .......
आखिर 5 गानों पर डांस करने के बाद हम सब थक गए और फिर श्वेता की बाकी 3 फ्रेंड्स भी खाना खा कर चली गईं ........ तब दीदी ने पूछा हुआ क्या था और प्रतीक ने बताया वो दोनो लड़के उसके बैंक में कुछ दिन पहले ही जॉइन हुए थे उसने स्टाफ के नाते उन्हें भी इनवाइट कर लिया था पर उसे नही मालूम था वो ऐसी हरकत करेंगे ........
दीदी ने फिर पूछा कि आखिर किया क्या था उन्होंने मैंने धीरे से कहा श्वेता के बारे में बहोत गलत और गंदे कमेंट्स कर रहे थे एक बार तो मैंने इग्नोर किया लेकिन दोबारा में कंट्रोल नही कर पाया ....... प्रतीक ने कहा तुमने सही किया विकी वो इसी लायक थे ........ फिर प्रतीक ने कहा श्वेता तुम मम्मी को खाना खिला दो वो आराम करें ....... हम दोनों ऊपर जा रहे हैं तुम लोग भी मम्मी को खिला कर ऊपर आ जाना .......
श्वेता बोली ठीक है भैया फिर मैं और प्रतीक ऊपर आ गए और प्रतीक ने फ्रीज से बियर निकाली और मुझे पकड़ाते हुए बोले चिल करो यार भूल जाओ उनको अब ...... मैंने कहा उन्हें तो कब का भूल गया जीजू और बियर खोल कर पीने लगा ........ हम दूसरी बियर खत्म करने वाले थे कि दीदी और श्वेता भी आ गईं .......
हमे बियर पीता देख कर श्वेता ठिठक गयी ....... लेकिन दीदी हमारे पास आ कर बोली wow तो यहां पार्टी चल रही स्पेशल वाली ........ प्रतीक ने कहा विकास और ले आओ ना निकी के लिए मैं जा कर 4-5 बियर और ले आया ....... और स्टूल पर रख दी ......... प्रतीक ने दीदी से कहा निकी लो ना ....... दीदी ने एक बियर उठा कर खोलते हुए श्वेता की ओर देखा और बोली हम तीन पी रहे हैं और श्वेता बेचारी देख रही ये गलत है .......
प्रतीक बोले तो उसे किसने मना किया है आज वो 18 की हो गयी है बालिग हो चुकी है वो चाहे तो ले सकती है ....... श्वेता ने ना में सर हिलाते हुए कहा मैं नही पीती दीदी ने उसे हौसला देते हुए कहा come on श्वेता एक बियर से कुछ नही होता और अपने हाथ मे ली हुई खुली कैन उसे पकड़ा दी .......
उसने पकड़ तो ली लेकिन सहमी हुई सी प्रतीक को देखने लगी और प्रतीक ने मुस्कुरा कर कहा एन्जॉय श्वेता अब तुम बच्ची नही रही ....... और श्वेता ने एक घूंट लिया और मुह बना कर बोली कितना गंदा टेस्ट है इसका ....... दीदी ने दूसरी कैन खोल कर घूंट भरते हुए कहा इतना भी गंदा नही है यार ....... आराम से पियो फिर थोड़ी देर बाद मज़ा आएगा .......
हम बातें करते हुए बियर पीते रहे और मैंने और प्रतीक ने 3-3 दीदी ने 2 और श्वेता ने एक कैन निपटा दी ....... फिर प्रतीक अपने रूम से अपना गिफ्ट ले आये और श्वेता को दे कर उसे गले से लगा लिया श्वेता भी थोड़ा सुरूर में थी तो कस के लिपट गयी प्रतीक से ....... प्रतीक ने उसके माथे पर किस किया और बोले चलो हम भी खाना खा लेते हैं फिर हम सब नीचे आ गए .......
सबने खाना खाया ....... और फिर श्वेता और दीदी बर्तन वगैरह समेटने लगी तो प्रतीक ने बोला ज्यादा परेशान ना हो सुबह विमला(काम वाली बाई) आ कर सब सफाई कर देगी अब आराम किया जाए ........
फिर श्वेता और दीदी अपने कमरे में चली गईं और मैं और प्रतीक ऊपर आ गए अपने अपने कमरे में ....... मैंने दरवाजा बंद कर लिया ........ कपड़े निकाल कर हेंगर पर टांग दिए और अपना फोन ले कर सिर्फ अंडरवियर बनियान में बेड पर लेट गया ।
श्वेता के बर्थडे पार्टी में लड़कियां मोहित हो रही थी विकास पर लेकिन उसका ध्यान तो सिर्फ निकिता और श्वेता पर ही टिकी हुई थी । कभी कभी टेस्ट चेंज भी कर लेना चाहिए ।मैं आराम से लेटा हुआ फोन पर पोर्न देख रहा था ....... 3 बियर के बाद एकदम टाइट था मैं और बस सेक्स का मूड बन रहा था ..... तभी मुझे याद आया श्वेता की पैंटी मेरे पास है और मैंने तकिए के नीचे से उसे निकाला और अपनी नाक से लगाया उसे सूंघते ही लंड अपनी औकात में आ गया ........
तभी दीदी की कॉल आयी मैंने रिसीव की तो वो फुसफुसा कर बोलीं कहाँ हो .......
मैं - ऊपर हूँ
दीदी- मेरा मतलब किस रूम में प्रतीक के साथ या ......
मैं- उसी में जिसमे दोपहर को तुमने मेरा लंड चूसा था ......
दीदी- ok live पोर्न देखनी है ??
मैं- उछलते हुए हां पर कैसे .....
दीदी- मैं वीडियो कॉल करती हूं रिसीव कर लेना श्वेता बाथरूम गयी है ....... मैं फ़ोन कहीं सेट कर देती हूं रूम में लेकिन उधर से म्यूट कर देना कॉल इधर आवाज़ नही आनी चाहिए ........
मैं- ठीक है जान ......
और दीदी ने कॉल काट के अगले ही मिनट व्हाट्सएप्प पर वीडियो कॉल की मैंने रिसीव की और देखा दीदी ने अभी सिर्फ ब्रा पहनी हुई है वही नेट वाली ब्रा ....... दीदी ने मुझे देख के स्माइल दी और फिर उन्होंने वीडियो कॉल को बैक कैमरे पर डाला और फिर उन्होंने फोन को कमरे की अलमारी में कोने में रख दिया .......
मुझे बेड सहित पूरा कमरा साफ नजर आ रहा था ....... और फिर मैंने अपनी साइड से कॉल म्यूट कर दी ........ दीदी वापस जा कर बेड पर लेट गयीं उन्होंने सिर्फ ब्रा पैंटी पहनी थी ....... थोड़ी ही देर में बाथरूम का दरवाजा खुला और श्वेता भी आ गयी उसने एक क्रीम कलर की सिल्क की नाइटी पहनी थी और खुले बालों में और चश्मे में वो बेहद खूबसूरत लग रही थी ......
उसने लाइट ऑफ कर दी तो दीदी बोली...... लाइट ऑन करो ना श्वेता अंधेरे में मज़ा नही आता मुझे और उसने लाइट ऑन कर दी ....... फिर वो भी बेड पर आ गयी ...... और बोली सोना नही है क्या ...... दीदी बोली इतनी जल्दी अभी तो मुझे मज़े लेने हैं अपनी ननद रानी से और श्वेता का हाथ पकड़ कर अपनी ओर खींच लिया .......
अब श्वेता भी इस सब की अभ्यस्त हो रही थी और शायद उसे भी इस खेल में मज़ा आने लगा था और आज वो पहली बार बियर के नशे में भी थी वो खिंची हुई आ कर दीदी के सीने से चिपक गयी और दीदी ने उसकी पीठ सहलाते हुए उसके होंठो पर अपने होंठ चिपका दिया और दोनो जवान और सेक्सी लड़कियां एक लंबे और गरम चुम्बन में मशगूल हो गईं वो देखते हुए मैंने भी अपना लंड निकाला और श्वेता की पैंटी लंड पर लपेट कर उन कामुक दृश्यों का आनंद लेने लगा .........
2 मिनट चले इस लंबे किस के बाद दीदी ने श्वेता के चेहरे को अपनी जीभ से चाटना शुरू कर दिया और उसकी गांड़ के ऊपर से नाइटी को खींचते हुए उसकी गांड़ नंगी कर दी और फिर उसकी पैंटी में कसे हुए चूतड़ों को कस कस के मसलती हुई बोली श्वेता सच बता मज़ा आ रहा है या नही ........ श्वेता नशे में लड़खड़ाती आवाज़ में बोली हां भाभी अच्छा लग रहा है ......, फिर मानेगी ना मेरा कहना ....... ह हां भाभी .. .. . गुड चल फिर जल्दी से नंगी हो जा सारे कपड़े निकाल दे ......
और श्वेता ने बैठ कर अपनी नाइटी निकाल दी फिर ब्रा भी खोल कर रख दी अब उसके बदन पर सिर्फ एक पैंटी थी ....... दीदी ने कहा इसे भी निकाल ना जल्दी से वो खड़ी हुई और पैंटी को भी टांगो से निकाल कर फेंक दिया ....... दीदी ने भी लेटे हुए अपनी पैंटी निकाल दी और श्वेता से कहा ....... आओ श्वेता come on मेरे मुह पर बैठ जाओ अपनी चूत रख कर आज हम 69 करेंगे .......
श्वेता बोली ये क्या होता है भाभी और दीदी उसे किसी टीचर जैसे 69 के बारे में बताने लगी और उसने भी एक अच्छे स्टूडेंट जैसे सब समझा और फिर दीदी के ऊपर आ गयी ........ और दोनो लकड़ियां एक दूसरे की चूत को सहलाने लगीं और फिर दीदी ने श्वेता की चूत को चूम लिया श्वेता सिहर उठी और बोली भाभी अच्छा लग रहा है ........
दीदी बोली तुम भी मेरी चूत चाटो श्वेता मुझे भी अच्छा लगेगा और फिर श्वेता ने झिझकते हुए दीदी की चूत पर होंठ रखे दीदी ने अपना हाथ उसके सर पर फिराते हुए उसका सर अपनी चूत पर दबा लिया और बोली जीभ डाल कर चाट ना अच्छे से मेरी जान ....... और खुद अपनी जीभ श्वेता की चूत पर फिराने लगी .....
श्वेता मस्ती में डूबने लगी और फिर उसने दीदी की चूत की मज़े से चाटना शुरू कर दिया और दोनों एकदम मज़े से एक दूसरे की चूत चाटते हुए सिसियाने लगी और दीदी ने श्वेता की चूत की दाने को होंठो में दबा लिया श्वेता ने तेज आह भरी और बोली aaahhhh भाभी बस इसे ही चूसो .......
दीदी के कुछ देर उसकी चूत का दाना चूसा और फिर उसकी गांड़ के छेद को निशाना बनाया दीदी की जीभ उसके नंगे चूतड़ों पर लपलपाती हुई उसकी गांड़ की दरार में समा गई श्वेता बेतहाशा मचलने ....... दीदी ने कहा श्वेता मेरी जान उंगलियां डाल दे मेरी बुर में उफ़्फ़फ़फ़ और श्वेता ने दो उंगलियां दीदी की बुर में पेल दी और उंगलियों से दीदी की बुर चोदने लगी ...... और दीदी श्वेता की गांड़ के भूरे छेद को मुह में भर कर पीने लगीं साथ ही उनकी उंगली श्वेता की चूत की गीली दरार में हरकत कर रही थी .......
इस दोतरफे हमले श्वेता की जान सी निकलने लगी और किसी चुदासी कुतिया जैसे किकियाते हुए झड़ने लगी और तेज तेज सांसे लेने लगी ........ और दीदी ने उसकी अनचुदी चूत पर जीभ फिराते हुए उसका सारा रस चूस लिया .......
एक और बार जीवन के इस अद्भुत सुख को महसूस करने के बाद श्वेता खिसक कर दीदी के बगल में लेट गयी और आंखे बंद किये हुए उस सुख को याद कर के मुस्कुराने लगी दीदी ने करवट ले कर श्वेता की नंगी चुचियों पर हाथ फिराते हुए कहा श्वेता सच मे तेरी बुर का स्वाद बड़ा मस्त है तेरा पति तो दिन रात तेरी बुर में मुह डाले पड़ा रहेगा .........
दीदी के ये बात सुन कर मेरे होंठो पर एक मुस्कान आ गयी ...... और श्वेता ने आंख खोल कर दीदी को देखते हुए कहा भाभी थैंक्स मुझे तो इस सब के बारे में कुछ पता ही नही था ........ मैं तो बस इतना जानती थी लड़के लड़की दोस्ती करते हैं और उसके बाद किसिंग करते हैं मैं तो उसी को सेक्स समझती थी ........ दीदी बोली अभी हमने जी किया उसे भी सेक्स नही कहते मेरी जान ये तो बस मस्ती थी जो जवान लड़कियां अक्सर आपस मे कर लेती हैं ..........
श्वेता हैरानी से बोली ओहहह भाभी फिर सेक्स में क्या होता है ......? दीदी मुस्कुरा कर बोली जब कोई मोटा लंड तेरी इस बुर में घुसेगा और रगड़ रगड़ कर घंटे भर तेरी चुदाई करेगा तब तुझे पता चलेगा सेक्स क्या होता है मेरी बन्नो और दीदी ने उसकी चूची का निप्पल मसल दिया श्वेता सिसकते हुए बोली हाय्य्य्य भाभी दर्द होता है धीरे से .......
दीदी बोली मैं तो धीरे से करूंगी पर कोई मर्द तो बेदर्दी से ही चोदेगा तुझे मौका मिलने पर मर्दों को दर्द दे कर चोदने में ही मज़ा आता है वैसे चुदवाने का मज़ा भी तब ही आता है जब चुदने के बाद बदन में दर्द हो और अंगों में टीस उठे ....... फिर वो बोली श्वेता तूने तो कभी चुदाई भी नही देखी होगी ......
श्वेता बोली एक बार मेरी एक फ्रेंड ने कॉलेज में दिखाई थी फोन पर मैं देख कर बहुत घबरा गई थी मेरी हिम्मत नही हुई देखने की ...... दीदी बोली चिंता ना करो मैं तुम्हें व्हाट्सएप्प पर बढ़िया बढ़िया क्लिप्स भेज दिया करूंगी उन्हें देख कर चूत में उंगली कर लिया करना क्यों कि अब तो तुम्हारा मन करेगा रोज ये मज़े लेने को .........
श्वेता बोली हां भाभी मन तो करेगा वाकई बड़ा मजा आता है जब बुर से कुछ निकलता है ...... दीदी बोली अच्छा अब तुम आराम करो मैं थोड़ी देर में आती हूँ ...... श्वेता बोली आप कहाँ जा रही हो भाभी ...... दीदी बोली तुम्हारे भैया के पास बेचारे बहोत तरस रहे हैं मुझसे अकेले में मिलने को .......
श्वेता बोली ओहहह पर वो अकेले में क्यों मिलना चाहते हैं आपसे ..... दीदी ने उसका गाल खींच कर कहा एकदम पागल है तू भी मैं उनकी होने वाली बीवी हूँ वो मुझसे अकेले में क्यों मिलना चाहेंगे सोच ले ...... श्वेता बोली आपका मतलब सेक्स करने के लिए ...... दीदी बोली हां वही मतलब है मेरा वैसे भी तूने चाट चाट आकर मुझे गरम तो कर दिया है अब मेरी बुर की गर्मी तेरे भैया का लंड ले कर ही शांत होगी ......
श्वेता बड़े गौर से दीदी को देखने लगी ...... और दीदी ने उठ कर अपने बैग से एक नाइटी निकाली ये वही ब्लैक वाली सेक्सी नाइटी थी और उसे पहन कर अपने बाल कंघी कर के बोली ok श्वेता मैं जा रही ....... दीदी दरवाजे के पास पहुंची ही थीं कि श्वेता बोली भाभी ...... दीदी ने मुड़ कर उसे देखा ...... श्वेता ने कहा भाभी मुझे देखना है .......
दीदी वापस उसके पास आ गईं और बोली क्या कहा फिर से बोल ...... श्वेता ने कहा .......मुझे देखना है आपको सेक्स करते हुए ...... दीदी को भी थोड़ा आश्चर्य हुआ वो ऐसा कुछ एक्सेप्ट नही कर रही थीं ....... दीदी ने कुछ सोचते हुए कहा ठीक है तुम मेरी फ्रेंड हो तो तुम्हारे लिए इतना तो करूंगी ही ...... लेकिन तुम अभी पूरी तरह से खुल कर नही बोल रही हो ...... सेक्स कहने में उतना मज़ा नही आता यार ...... श्वेता ने इस बार बड़े कॉन्फिडेंस से कहा ok भाभी मुझे तुम्हारी और भैया की चुदाई देखनी है ...... दीदी ने उसका गाल खींच कर कहा गुड गर्ल ...... चलो फिर नाइटी तो पहन लो या ऐसे ही नंगी चलोगी .......
श्वेता नाइटी पहनते हुए बोली पर भाभी आप तो अंदर चली जाओगी और भैया दरवाजा बंद कर लेंगे फिर मैं कैसे ....... दीदी ने कहा खिड़की तो होगी ना उनके कमरे में ..... श्वेता ने कहा हां बाहर बॉलकनी की ओर खुलती है दीदी ने कहा मैं चुपके से खोल दूंगी जरा सी उसी से अंदर देख लेना .......
श्वेता ने कहा ठीक है भाभी थैंक्स ...... दीदी ने कहा वैसे तेरी उम्र अब चुदाई देखने की नही चुदने की है ...... अच्छा एक बात बताऊं राज की ....... श्वेता बोली हां बताओ ना भाभी आपकी तो बातें भी मज़ेदार होती हैं ...... दीदी बोली सिर्फ बातें .....? श्वेता जल्दी से बोली नही नही सब कुछ ....... दीदी हंस दी और बोली मैं तेरे भैया दोनो चाहते हैं कि तेरी और विकास की शादी हो जाये ...... तुझे विकास कैसा लगता है ....... श्वेता ये सुन कर एकदम से शर्मा गयी और बोली ...... भाभीईईई अभी मेरी शादी की उम्र है क्या आज ही 18 कि हुई हूँ और अभी मेरी स्टडी चल रही है ......
दीदी हंस कर बोली आज ही थोड़े कर रहे हैं यार मेरा मतलब था हम ऐसा सोच रहे हैं जब उम्र होगी शादी की तभी करेंगे लेकिन तुम्हें विकास कैसा लगता है अपने लिए वो पूछ रही थी मैं .........
इन सब बातों को सुन कर मेरे लंड के साथ साथ कान भी खड़े हो चुके थे .......
श्वेता बोली ठीक है हैंडसम है स्मार्ट है समझदार है केयरिंग है और आज शाम पार्टी में उसका वो उन बेहूदे लड़कों को पीटना मुझे बहोत अच्छा लगा ...... पर इससे ज्यादा मैंने कुछ सोचा नही अभी उसके बारे में ...... दीदी बोली ठीक है आराम से सोच लेना पर इतना मैं हिंट दे देती हूं तेरे लिए वो परफेक्ट है हर तरह से ...... चल मैं जा रही ऊपर तुम थोड़ी देर बाद आना जब मैं मैसेज करूँ ok .......
और फिर दीदी मुझे फोन की स्क्रीन पर अपनी ओर आती दिखी और फोन उठा कर कमरे से बाहर निकल गईं सीढ़ियों के पास पहुंच कर उन्होंने काल को फ्रंट कैमरे पर एडजस्ट किया और मुझे देख कर मुस्कुरा कर thumbsup का इशारा किया मैंने भी उन्हें फ्लाइंग किस दी और ऊपर चढ़ते हुए उन्होंने bye करते हुए कॉल डिसकनेक्ट कर दी .......
मैं इस टाइम एकदम चुदाई के मूड में था पर दीदी तो अभी प्रतीक के रूम में जा रही थीं ........ मैंने श्वेता की पैंटी को तकिए के नीचे डाल कर अपना खड़ा लंड अंदर किया और एक लोअर पहन लिया ...... एक खिचड़ी मेरे दिमाग मे भी पकने लगी थी ...... और तभी मेरे रूम का दरवाजा धीरे से नॉक हुआ मैंने जा कर दरवाजा खोला तो दीदी अंदर आ गईं और बोली विकी सॉरी जान मन तो तेरे साथ चुदाई का कर रहा है लेकिन अभी जाना पड़ेगा प्रतीक के पास .......
मैंने कहा कोई नही दीदी उसे तो सिर्फ आधे घंटे मिलेंगे मेरे पास तो पूरी जिंदगी है अपनी बीवी को प्यार करने के लिए ...... दीदी एकदम से मेरे सीने से लिपट गयीं और मेरे होंठ चूसने लगी और फिर अलग होते हुए बोली अभी श्वेता आएगी ऊपर देख लेना अगर कुछ जुगाड़ बन सके तो बना लेना ..........
मैंने कहा यार मैं भी कुछ सोच तो रहा था दीदी बोली ok अब मैं जाऊं...... कैसा इत्तेफाक था मेरी दीदी जो अब मेरी बीवी भी थी मुझसे इजाजत मांग रही थी अपने होने वाले पति से चुदने के लिए ....... मैंने हां में सर हिला दिया ...... दीदी ने पूछा बुरा लग रहा है जानू ...... मैंने कहा हां लग तो रहा है पर जाओ ...... मैंने ही इस शादी के लिए जिद की थी तुमसे ...... दीदी बोली जान एक न एक दिन तो ये होना ही था ......
और बस इसीलिए मैं श्वेता की शादी की तुमसे करवाना चाहती हूं कि अगर प्रतीक मुझे चोदेगा तो तुम भी उसकी बहन चोदोगे ...... मैंने कहा जाओ आप ....... और दीदी दरवाजा खोल कर निकल गयीं ....... मैंने दरवाजा पूरी तरह बंद नही किया और वही दरवाजे के पास एक कुर्सी डाल कर बैठ गया ...... कमरे की लाइट मैंने ऑफ कर दी थी ........
दीदी को प्रतीक के कमरे में गए 2 मिनट हो रहे थे और अब मैंने खुद के मन को समझा लिया था कि मुझे दीदी और प्रतीक के रिश्ते को ले कर इतना पजेसिव नही होना चाहिए क्योंकि मैं ऐसा चाहता था तभी दीदी ने इस रिश्ते के लिए हां की थी ...... और दीदी किसी भी कंडीशन में सारी जिंदगी मेरे साथ नही रह सकती थीं ...... हां ये सब जो वो कर रही थीं उस कंडीशन में हमे बहोत सारा मौका और टाइम मिलने वाला था एक दूसरे को प्यार करने का और एक दूसरे के साथ जिंदगी बिताने का ........ ये सबसे बेस्ट पॉसिबल प्लान था ....... जिसमे हम सब मैरिड लाइफ के साथ साथ एक दूसरे के साथ अपने प्यार के रिश्ते को भी निभा सकते थे और परिवार और समाज का भी कोई डर नही था ........
(उधर प्रतीक के कमरे में ....... क्या हुआ ये दीदी ने मुझे लखनऊ से वापसी के रास्ते मे बताया था पर मैं उसका वर्णन अभी कर रहा हूँ )
दीदी ने मेरे रूम से निकल कर प्रतीक का डोर नॉक किया और प्रतीक ने झट से दरवाजा खोला ....... और दीदी को देख कर किनारे हटते हुए बोला वेलकम स्वीटहार्ट मेरे रूम में पहली बार तुम्हारा स्वागत है ...... दीदी अंदर आईं और प्रतीक ने दरवाजा बंद कर लिया ........
दीदी ने गौर से एक बार पूरे कमरे का जायजा लिया और बोली बढ़िया है मेरा बैडरूम ....... शादी के बाद ये मेरा भी कमरा होगा प्रतीक बोला ये अभी भी तुम्हारा ही कमरा है जानू ना सिर्फ ये कमरा बल्कि ये घर और मैं सब तुम्हारा ही है निकी ...... और और प्रतीक ने दीदी के करीब आ कर दीदी को अपनी बाहों में भर लिया दीदी ने भी अपनी बाहें उसके इर्द गिर्द कस दीं........
प्रतीक ने दीदी के माथे को चूम कर कहा ओहहह मेरी जान जिस दिन से तुम्हे देखा था बस तुम्हे अपनी बाहों में लेने के लिए बेकरार था और दीदी ने अपने होंठ उसके होंठो पर रख दिये और दोनो एक दूसरे को बेतहाशा चूमने लगे ........ दीदी भी इस समय एकदम गरम थीं और प्रतीक तो था ही भूखा ....... ठरकी .........
तभी दीदी ने कहा जानू तुमने अपना वो वाश किया है नही ...... प्रतीक बोला शाम को नहाया था उसके बाद से तो नही किया ...... दीदी बोली जाओ फिर उसे धो कर आओ तभी मैं उसे मुह में लुंगी ....... प्रतीक ने मुस्कुरा कर किसे ....... दीदी ने उसके लोअर में बने हुए टेंट की ओर इशारा किया ....... प्रतीक ने कहा नाम भूल गयी क्या इसका ....... दीदी ने कहा भूली नही हूँ लेकिन सामने बोलने में शर्म आती है ना फोन पर तुम देखते थोड़े हो मुझे इसलिए बोल देती हूँ ....... प्रतीक ने कहा एक बार बोलो ना जान प्लीज तुमने कहा था कुछ भी ..........
दीदी शर्माने की जानदार एक्टिंग करते हुए बोली करने को कहा था बोलने को नही ...... प्रतीक बोला ठीक है फिर आज कर ही लेता हूँ सब अपने मन की ....... बातें तो फोन पर होती ही रहेंगी ....... और वो बाथरूम का दरवाजा खोल के अंदर घुस गया ...... दीदी ने जल्दी से फोन उठा के श्वेता को मैसेज भेजा ...... आ जाओ ऊपर ......... और खिड़की के पास जा कर एक पल्ले की चटकनी खोल कर उसे जरा सा खोल दिया फिर वो आ कर बेड पर बैठ गईं ........
दो मिनट में प्रतीक वापस आया सिर्फ अंडरवियर में और दीदी उसे इस हालत में देख कर मुस्कुरा दी ....... उसने कहा तो कितना वक्त है मेरे पास ....... दीदी ने कहा वैसे तो मैंने आधा घंटा दिया था तुम्हें लेकिन तुम जो करना चाहते हो कर लो जी भर के और ये सुनते ही प्रतीक ने दीदी के पास आ कर उनके सामने खड़े हो कर अपना अंडरवियर भी सरका दिया और उसका 8 इंच का मोटा लंड दीदी की नजरों के सामने आ गया .......
उसका लंड देख कर दीदी की आंखों में खुशी और लालच के भाव आ गए और दीदी ने उसे मुट्ठी में भर कर उसके सुपाड़े को चूम लिया ऊम्म्म्म और बोली हाय राजा बड़ा मस्त है तुम्हारा ....... लंड ...... प्रतीक ने कहा पसन्द आया तुम्हे ...... दीदी बोली हां जानू ऐसा तो किसी को भी पसन्द आएगा ....... और दीदी ने सुपाड़े को होंठो में दबा कर चूसना शुरू कर दिया और प्रतीक हाय हाय कर उठा ........ जल्दी ही दीदी प्रतीक का लंड 5-6 इंच तक मुह में ले कर चूसने लगी और प्रतीक ने अपना हाथ उनकी नाइटी के गले में घुसा कर उनकी चुचियाँ पकड़ कर मसलनी शुरू कर दी दीदी भी मस्त होने लगी और एक हाथ से प्रतीक के आंड़ मसलने लगी ......
उधर श्वेता ने मोबाइल पर मैसेज पढा औए धीरे से दरवाजा खोल कर बाहर निकली और सीढ़ियों की ओर चल पड़ी ...... उसका दिल तेजी से धड़क रहा था आज से पहले उसकी लाइफ में सब एकदम सामान्य तरीके से चल रहा था सुबह स्कूल जाना शाम को वापस आना अपनी पढ़ाई घर के काम और मम्मी और भैया के साथ प्यार से गुजरती जिंदगी बस इतना ही था उसकी लाइफ में 4-5 कॉलेज फ्रेंड थीं वो भी सब उस जैसी ही सीधी सादी एक वो ही फ्रेंड कुछ चालू थी जो शाम को पार्टी में उसे मुझे पटाने की सलाह से रही थी उसका नाम कृति था और वो एक साथ दो तीन लड़को से सेटिंग रखती थी ......
हांलाकि वो भी अभी चुदी नही थी पर बाकी मज़े ले चुकी थी और कई बार श्वेता को भी अपने और अपने bf के किस्से सुनाया करती थी और एक बार उसी ने श्वेता को फोन पर पोर्न दिखाई थी ...... ऐसी सीधी सादी लड़की को पिछले दो दिनों से झटके पर झटके लग रहे थे सबसे पहले कल सुबह जब वो नहाने के बाद वापस अपने कपड़े धुलने गयी थी तो उसकी पैंटी पर लगा हुआ वो चिपचिपा ग्लू जैसा पता नही क्या था वो उस बारे में कृति से पूछना चाहती थी लेकिन कल से उसे मौका ही नही मिला ...... अकेले में उस से बात करने का ......
और आज सुबह निकिता और विकास के आगमन के बाद से उसके हाथ जो जो हुआ था ...... एक ही दिन में वो काफी कुछ सीख समझ गयी थी पहली बार तो उसे सब अजीब लगा लेकिन जब उसके भैया प्रतीक ने कहा कि वो अब बड़ी हो गयी है एडल्ट हो चुकी है और चाहे तो ड्रिंक कर सकती है तो उसे लगने लगा कि अब वो सच मे बड़ी हो गयी है बालिग हो गयी है और वो जो भी काम जो गलत होते हैं छुप कर किये जाते हैं वो सब अब वो भी कर सकती है .........
और आज अपनी भाभी के साथ किये गए लेस्बियन सेक्स में उसे भी काफी मज़ा आया था और अब वो सब कुछ जानना चाहती थी चुदाई क्या होती है कैसे होती है कैसे इस नन्हे से छेद में मोटा सा लंड चला जाता है देखने की इच्छा प्रबल हो गयी थी उसके नादान मन में ........
इन्ही ख्यालों में खोई हुई वो थोड़ी डरी हुई ये सोंचती हुई कि अपने सगे भैया को वो कैसे नंगा देखेगी उफ़्फ़फ़फ़ इतना सोचने भर से उसके बदन में सिहरन होने लगी ....... वो तो बियर का सुरूर था जो वो इतनी हिम्मत कर बैठी ऐसे तो वो कभी ऐसा नही कर पाती .......
ऊपर पहुंच कर उसने दरवाजे से अंदर झांक कर तसल्ली की सभी कमरों के दरवाजे बंद थे और फिर वो दबे पांव तेजी से बॉलकनी की ओर भागी और फिर खिड़की के पास पहुंच कर दुबक के बैठ गयी ....... एक मिनट तक सब ओर देख कर तसल्ली करने और सब ठीक ठाक पाने के बाद उसने सर उठा कर खिड़की के पल्ले में बनी हुई दराज पर आंख लगाई ........
ठीक इसी वक्त निकिता ने प्रतीक का लंड मुह में लेना शुरू किया था ...... और वो लंड देखते ही श्वेता की आंखे चौड़ी हो गई ....... उफ़्फ़फ़फ़ इतना बड़ा मोटा और किसी डंडे जैसा सख्त लंड ....... और भाभी कितने मज़े से चूस रही है इसे जैसे कोई लॉलीपॉप हो ....... यानी कि लंड चूसने में मज़ा आता है उसके मन ने उसके सवाल किया ...... और फिर मन ने ही जवाब दिया जरूर आता होगा अभी भाभी की चूत चाटने में भी तो मज़ा आ रहा था मुझे कुछ ऐसा ही या शायद इस से भी ज्यादा मज़ा आता होगा .......
और मैं दरवाजे की झिरी से श्वेता को ऊपर आते फिर बॉलकनी में जाते और फिर खिड़की से अंदर झांकते वो सारी हरकतें देख रहा था .........
उधर अंदर प्रतीक के कमरे में दीदी ने प्रतीक का लंड चूस चूस कर अपने थूक से तर कर दिया था ...... और अब उसे मुठ मारते हुए उसके फूल कर लटके वीर्य से भरे आंड़ पर जीभ फिराने लगी थीं और प्रतीक के मुह से आहें निकल रही थीं ....... aaahhh निकी क्या मस्त लंड चूसती हो तुम जानू उफ़्फ़फ़ मेरी जान मैं तो रोज एक बार तुम्हे लंड चुसाने वाला हूँ शादी के बाद अब बस करो ना जान नही तो झड़ जाऊंगा तुम्हारे मुह में ही ....... और आखिर दीदी ने उसका लंड छोड़ दिया .......
प्रतीक ने कहा तुम कमाल हो जान लव यू सो मच ...... अब मेरी बारी ये कहते हुए उसने दीदी की नाइटी को डोरी खींच दी और उसे उतार दिया अंदर दीदी ने कुछ भी नही पहना था तो नाइटी हटते ही उनका नंगा बदन देख प्रतीक की आंखे चुंधिया गयीं ...... और वो दीदी को बेड पर लिटा कर उनके ऊपर चढ़ सा गया और उनके चेहरे को चूमने चाटने लगा ....... दीदी की गर्दन से होंठ रगड़ते हुए वो उनकी नंगी चुचियाँ चूमने लगा और फिर निप्पल को मुह में भर कर चूसने लगा दीदी की भी गर्मी तीव्र होती जा रही थी और वो अपने दूसरे निप्पल को सहलाने लगी ये देख कर प्रतीक ने उनका हाथ उनके निप्पल से हटा कर खुद ही दूसरे निप्पल को मसलना शुरू कर दिया और अचानक उसकी नजर दीदी की आर्मपिट से झांक रहे लंबे लंबे बालों पर पड़ी और ये नजारा देखते ही वो बेकाबू सा हो कर दीदी के हाथों को उनके सर से ऊपर उठा कर उनकी आर्मपिट को सूंघने और चाटने लगा ..........
किसी भूखे कुत्ते की तरह जी भर कर दीदी की बगलों को चाटने के बाद वो सरक कर दीदी की चूत पर आ गया और दीदी की घनी झांट वाली बुर को देखते ही वो सिसिया कर बोला aaaahhhh निकी thanks जानू तुम्हारी बुर की झांटे देख कर मज़ा आ गया मुझे भी और मेरे लंड को भी और उसने दीदी की बुर को चूमना शुरू कर दिया और बेतहाशा चाटने लगा ......
दीदी उसका सर हाथो से पकड़ कर अपनी बुर पर दबाते हुए बोली जानू तुम्हारे कहने से ही झांटे बड़ी की हैं तुम्हें पसन्द है ना झांटो वाली बुर ....... प्रतीक हां मेरी जान लव यू ऊऊम्म्म्म्म और फिर वो अपनी जीभ दीदी की बुर में घुसा कर अंदर तक बुर चाटते हुए दीदी की बुर का स्वाद लेने लगा ...... दीदी ने मस्ती में अपनी टांगें हवा में उठा दी और अपनी गांड़ उठाते हुए बोली उफ़्फ़फ़फ़ ऐसे ही चाटो राजा अंदर तक बड़ी गुदगुदी हो रही मेरी बुर में और प्रतीक ने बुर के अंदर जीभ घुमा कर निकाली और फिर जीभ को गांड़ के छेद पर फिराने लगा ........
मैं चुपचाप श्वेता को देख रहा था तभी मुझे ऐसा लगा श्वेता ने अपनी नाइटी ने हाथ डाला और शायद अपनी चूत सहलाने लगी ....... और मैं धीरे से दरवाजा खोल कर बाहर निकला और फिर नीचे उतर गया श्वेता अंदर चल रही चुदाई देखने मे इतनी खोई थी कि उसे पता ही नही चला मैं उसके पीछे से गुजर गया हूँ .......
नीचे जा कर मैंने किचन वाले फ्रीज के पानी की बोतल निकाली और ....... दो घूंट पी कर बोतल लिए हुए बड़े आराम से सीढियां चढ़ता हुआ ऊपर आने लगा आखिरी सीढ़ियों पर पहुंच कर मैं जान बूझ कर पैर तेजी से रखने लगा ताकि श्वेता को मेरे आने की आहट मिल जाये ....... और हुआ भी वही जैसे ही मैं सीढ़ियों से ऊपर पहुंचा तो देखा श्वेता बॉलकनी में खड़ी सड़क की ओर देख रही थी ....... (अब वो बेचारी इतनी जल्दी कहीं गायब भी तो नही हो सकती थी)
उसने मेरी ओर देखा मैंने चौंकने की एक्टिंग करते हुए कहा अरे आप इस वक़्त यहाँ ....... हांलाकि मेरा सवाल बेवकूफी भरा था ये उसका घर था वो कभी भी कहीं भी हो सकती थी ........ उसने एकदम धीरे से जवाब दिया कि ...... मुझे नींद नही आ रही थी तो सोचा यहां खुली हवा में कुछ देर ....... मैंने कहा सही है ...... फिर वो बोली आप अभी सोए नही ...... मैंने कहा सो गया था लेकिन प्यास लगी तो नींद खुल गई ....... उसके चेहरे पर थोड़ी परेशानी और उलझन के भाव थे ...... उसे लगा शायद मैंने जाते समय उसे प्रतीक के रूम में झांकते देखा होगा .......
और वो बेहद धीरे बात कर रही थी इस डर से कहीं कमरे में मौजूद प्रतीक उसकी आवाज़ ना सुन ले ....... मैंने कहा अगर नींद नही आ रही तो चलिए कुछ देर बातें करते हैं ........ उसे मानो वहां से हटने की वजह मिल गयी और वो बोली हां चलो आपके कमरे में चलते हैं और ये कहते हुए वो सीधा मेरे कमरे की ओर बढ़ गयी .......
पीछे से मैं भी कमरे में आ गया ..... वो बेड पर बैठ गयी और मैं भी उसके पास ही बैठ गया ....... कुछ देर तक हम अपनी पढ़ाई और सब्जेक्ट के बारे में डिस्कस करते रहे ........ फिर वो बोली आपका गिफ्ट बहोत खूबसूरत था और उसकी मुझे जरूरत भी थी मेरी वाच कुछ दिन पहले ही खराब हुई थी ....... और मैं सोच रही थी नई लेने के लिए पर आपने दे दी .......
मैंने कहा चलो अच्छा है मेरा गिफ्ट हर टाइम आपके साथ रहेगा जितनी बार आप टाइम देखोगी शायद मुझे याद करोगी ....... वो मुस्कुरा दी ...... चश्मे वाली लकड़ियां वाकई खूबसूरत होती हैं .......... उसने कहा आपने आज शाम उन लड़कों की बढ़िया धुलाई की लेकिन उन्होंने ऐसा क्या किया था वो कोई नही बता रहा ..........
मैंने कहा किया तो कुछ नही था पर आपके बारे में एकदम बेहूदी बात कर रहे थे वो बस वो सुन कर मुझे गुस्सा आ गया और ....... और आपने उन्हें धो डाला कहती हुई वो हंस पड़ी ...... मैं भी मुस्कुरा दिया ....... फिर वो एकदम गौर से मेरी ओर देखने लगी जैसे कसाई बकरे को देखता है ....... और मैंने पूछ लिया ऐसे क्या देख रही हो ...... वो बोली देख रही हूं आप कैसे लगते हैं ........
उसकी अजीब सी बात सुन कर मैं हंस दिया ....... और कहा मतलब मैं समझा नही ....... वो बोली किसी ने मुझसे पूछा आप मुझे कैसे लगते हैं ....... मैंने कहा अच्छा तो बता दीजिए मैं आपको कैसा लगता हूँ ....... वो बोली एक बात कहूँ आप मुझे आप कहना बन्द कीजिये मैं छोटी हूँ आपसे मैंने कहा ठीक है लेकिन तुम भी मुझे तुम कहोगी ....... वो बोली ok .......
मैंने फिर पूछा तो बताओ तुम्हें मैं कैसा लगा ......? वो बोली ठीक हो ...... मैंने कहा पर मुझे तुम बहोत अच्छी लगी बहोत प्यारी एकदम क्यूट सी और शायद इसीलिए तुम्हारे बारे में गलत सुन कर मुझे गुस्सा आ गया ..... वो हंस दी और बोली अच्छा ऐसी बात है मैंने कहा हां ऐसी ही बात है .......
फिर उठ खड़ी हुई और बोली ....... अच्छा मैं चलती हूँ किसी ने देख लिया तो मुसीबत होगी ...... मैंने कहा श्वेता कुछ कहना है तुमसे उसने बड़ी अदा से मेरी ओर देखा और बोली मैं जानती हूं ...... मैंने हैरानी से कहा कैसे जानती हो तुम ...... उसने तकिए के नीचे से झांक रही अपनी पैंटी की ओर इशारा कर के कहा ये ...... इसने बता दिया कि तुम क्या कहना चाहते हो और मैं एकदम से घबरा गया और हकलाते हुए कहा ...... क क क्या कह रही हो ये क्या है मैं नही जानता ........ वो बोली अब झूठ मत बोलो विकास मैं दोपहर से ही इसे ढूंढ रही थी ....... और आज सिर्फ तुम और भाभी ही गए थे मेरे रूम में ..... अब भाभी तो इसे यहां ला कर रखेंगी नही इतना मैं भी जानती हूं .........
मैंने नजरें झुका ली और अचानक वो हंसने लगी जोर जोर से और हंसते हुए बोली इतना डर क्यों गए तुम.........
मैं किसी से शिकायत नही करूंगी डरो मत उसे हंसता देख मेरी जान में जान आयी और मैंने कहा सॉरी श्वेता वो बस इस पर नजर पड़ी और मैं खुद पर काबू नही कर पाया उसने आगे बढ़ कर अपनी पैंटी को तकिए के नीचे से निकाला उलट पलट कर देखा और बोली हां तो तुम कुछ कहना चाहते थे ........
इतना सब होने के बाद मैं रिलैक्स था और खुश था की उसने इस बात को ज्यादा इश्यू नही बनाया था मैंने कहा श्वेता मुझे तुम बहोत पसन्द हो ......, बहोत अच्छी लगती हो ....... वो मुस्कुरा कर बोली विकास अच्छे तो तुम भी लगने लगे हो मुझे ....... और फिर उसने अपनी पैंटी मेरे हाथ पर रखते हुए कहा लो इसे तुम ही रखो अब ....... और वो कमरे से भाग कर नीचे चली गयी .......
मैं दरवाजा बंद कर के वापस बेड पर लेट गया और श्वेता की पैंटी को सीने से लगा कर सो गया .......।
Amazing update Nikki ne Sweta ko akhir kar mana hi liya usne vikash se bola tha ki wo Sweta ki seel vikas se hi tudwayegi lagta h agle apdate me me ye bhi ho jayega Nikki to vikash se bhut pyar karti h uske liye to wo kuch bhi kar sakti hमैं गहरी नींद में सोया हुआ था कि तभी फोन की घण्टी से मेरी नींद खुली मेरा फोन तकिए के नीचे पड़ा था तो एकदम हल्की रिंग के साथ वाइब्रेशन हुआ और मैं जाग गया ...... देखा तो दीदी का कॉल था मैंने रिसीव किया .......
दीदी- एकदम धीमी आवाज़ में बोली ....... कितनी देर से मैसेज और कॉल कर रही हूं सो गए थे क्या ......
मैंने टाइम देखा ...... 2:40 हो रहे थे .......
मैं- इतनी रात और क्या करता यार सोने के अलावा .....
दीदी- ह्म्म्म ok सो जाओ फिर ......
मैं- बस यही पूछने के लिए कॉल की थी .....
दीदी- नही .....
मैं- बोलो भी अब .....
दीदी- मुझे लगा शाम से सीन देख देख कर मुझे और श्वेता को नंगी देख कर तुम्हारा बड़ा मन कर रहा होगा ......
मैं- हां मन तो कर रहा था लेकिन यहां कुछ नही हो सकता ना इसलिए सो गया था टांगों के बीच दबा के ......
दीदी- कहो तो आ जाऊं.....
एक बार तो मेरा मन हुआ की बुला ही लूं लेकिन फिर ये सोचा कि कहीं प्रतीक या श्वेता को पता लगा तो पता नही क्या सोचे वैसे प्रतीक की मुझे इतनी परवाह नही हो रही थी उसे दीदी ने हैंडल कर लेना था पर श्वेता उसे शायद बुरा लगता मुझे दीदी के साथ देख कर यही सब सोच कर मैंने कहा ..... रहने भी दो रिस्क लेने से क्या होगा ..... कल तो वापस चलना ही है फिर मज़े करेंगे ........
दीदी- ह्म्म्म ok चलो फिर सोते हैं .........
सुबह 8 बजे मेरी नींद खुली वो भी जब श्वेता ने मेरी बांह हिलाते हुए कहा ...... उठिए 8 बज गए हैं ...... मैं तो उठ गया पर साथ ही कोई और भी उठा हुआ था ...... जी हां मेरा लंड कल दिन भर की घटनाओं के प्रभाव से वो इस समय तन कर खड़ा था और मेरे लोअर में तंबू बना हुआ था ........
श्वेता हाथ मे चाय की ट्रे लिए हुए खड़ी थी और उसमे दो कप चाय थी ...... मैं जल्दी से उठ कर बैठ गया और एक तकिया उठा कर गोद में रखते हुए बोला गुड मॉर्निंग श्वेता ........
उसने मेरी हड़बड़ाहट देख कर मुस्कुराते हुए कहा गुड मॉर्निंग विकास ...... चाय ले लो मैंने चाय का कप उठा लिया और सिप करने लगा ...... उसने दूसरा कप खुद ले लिया और वहीं बेड पर बैठ कर मेरे साथ ही चाय पीने लगी ........
चाय पीते हुए उसने कहा रात नींद आयी थी या नही ...... मैंने कहा हां आ ही गयी थी ...... फिर मैंने कहा श्वेता i am sorry ...... मुझे वो हरकत नही करनी चाहिए थी ...... और उसने नजरें झुका कर कहा ...... its ok विकास किसी और ने वो हरकत की होती तो मैं उसका बुरा हाल करती पर तुमने की है तो कोई बात नही ...... मैं तुमसे नाराज़ नही हूँ .......
अब मेरा कॉन्फिडेंस बढ़ गया था मैंने कहा एक और बात कहनी है मुझे तुमसे ...... इस बार उसने मेरी आंखों में देखते हुए कहा क्या ......?
मेरी चाय खत्म हो चुकी थी मैंने खाली कप ट्रे में रख कर उसका हाथ अपने हाथ मे थाम लिया ....... उफ़्फ़फ़ कितना नरम था उसका हाथ ...... वो बड़े गौर से मेरी ओर देखने लगी चश्मे में उसकी प्यारी सी स्माइल ...... मेरा दिल धड़क उठा ......
मैंने कहा ...... श्वेता ....... i love you ..... तुम मुझे बहोत अच्छी लगती हो ....... प्यार हो गया है तुमसे ........ वो शर्मा गयी और सर झुका के बोली वो तो मैं तभी समझ गयी थी जब मैंने अपनी पैंटी तुम्हारे तकिए के नीचे देखी थी ......... मैंने कहा मैं तुम्हारा जवाब चाहता हूं .......
उसने कहा वो मैं बाद में दे दूंगी ...... मैंने कहा अपना नंबर तो दे दो ना मैं घर जा कर तुमसे बात करूंगा ...... उसने कहा अपनी दीदी से ले लेना और उठ कर ट्रे ले कर भाग गई .......... पर मुझे उसका जवाब मिल चुका था ...... मैं बाथरूम गया और नहा धो के नीचे आ गया सभी नाश्ते के लिए बैठे मेरा इंतजार कर रहे थे ......
प्रतीक ने कहा आओ भाई बड़ी देर तक सोते हो ....... मां जी कल दिन भर भाग दौड़ में लगा था रात को भी देर हुई थी सोने में तो सो लिया बेचारा ...... मैं बैठ गया और दीदी और श्वेता ने नाश्ता लगा दिया ....... ब्रेकफास्ट कर के प्रतीक बोले मैं तो आफिस जा रहा हूँ विकास , दोपहर में आ जाऊंगा 2 बजे तक पर आज जाना जरूरी है कुछ अर्जेंट काम है ........
तुम दिन में अपनी दीदी और श्वेता के साथ लखनऊ घूम लेना ......... मैंने कहा जीजू अगली बार घूम लेंगे पर आज हम निकल जाएंगे घर पर बहोत काम फैला है मम्मी पापा परेशान हो रहे होंगे ....... वो बोले यार एक दिन तो रुको कल आये और आज भाग रहे हो वैसे परसों आना था तुम्हे पर एक दिन लेट आये तो तो एक दिन लेट जाओ ......
श्वेता भी दीदी का हाथ पकड़ कर जिद करती हुई बोली प्लीज भाभी रुक जाओ ना आज कल चली जाना ....... दीदी बोली देखो मैं तो विकास के साथ आईं हूँ और इसी के साथ जाऊंगी . ........ रोकना है तो इसे रोको ये रुका तो मैं तो रुकी ही हूँ ....... प्रतीक बोले मैं निकल रहा हूँ मुझे लेट हो रहा है देख लो विकास हो सके तो कल चले जाना ....... बाकी तुम्हारी मर्ज़ी ..... और वो निकल गए .......
उनके जाने के बाद मां जी भी उठ कर अपने कमरे में चली गईं ...... वहां हम 3 ही बचे मैं दीदी और श्वेता ....... और श्वेता ने मुझसे कहा तो तुम रुक रहे हो ना ....... मैंने कहा रुक तो जाऊं पर मैं बोर हो रहा हूँ यहां दीदी और जीजू तो आपस में व्यस्त हैं मुझे कोई कंपनी मिल ही नही रही मैं तो बस इधर उधर पड़ा हूँ ........
और मुझे मेरी बात का जवाब भी नही देता कोई ....... दीदी उठी और अंदर जाते हुए बोली भाई तुम्हे रुकना है उसे रोकना है अब तुम लोग आपस ने डिसाइड कर लो जो नतीजा निकले मुझे बता देना। ....... और वो कमरे में चली गईं ..........
श्वेता ने कहा विकास प्लीज रुक जाओ ना मैं दूंगी तुम्हे कंपनी मैंने कहा ok पर पहले मुझे जवाब चाहिए अभी के अभी ....... उसने कहा थोड़ा टाइम दो ना ....... मैंने कहा क्यों बाद में जवाब बदल दोगी क्या ...... वो बोली नही ना ...... मैंने कहा फिर अभी बोलो वो बोली ....... यहां पर मैंने कहा फिर कहाँ पर वो बोली धत्त तुम्हे तो प्रपोज करना भी नही आता ........
इसीलिए तो कह रही हूं रुक जाओ फिर अच्छे से जवाब दूंगी तुम्हे ...... मैंने कहा ऐसा है तो रुकना ही पड़ेगा ...... मेरी बात सुन कर वो खुश हो गयी और मुस्कुरा दी ...... मैंने कहा याद रखना सिर्फ तुम्हारी वजह से रुक रहा हूँ मैं ....... वो बोली thanks मेरी बात रखने के लिए .......
फिर वो भी अंदर चली गयी दीदी के पास और मैं अकेले बैठा सोचने लगा सही तो कह रही है श्वेता मुझे तो ठीक से प्रपोज करना भी नही आता और मैं घर से निकल गया ....... यूँ ही घूमता हुआ मेन रोड पर आ गया .......
तभी मेरी नजर एक फूलों की दुकान पर पड़ी और मैं बस अंदर घुस गया ...... 50 रुपये एक खूबसूरत लाल गुलाब खरीद कर उसे पेपर में पैक करवा एक शॉप से डेरी मिल्क सिल्क का बड़ा पैक ले के मैं वापस घर आ गया ........
घर मे शांति फैली हुई थी मैं चुपचाप ऊपर चला आया और दीदी को कॉल की लेकिन उन्होंने रिसीव नही की ...... उन्होंने दो मिनट बाद कॉल बैक की मैंने कहा दीदी अगर रुके ही हैं तो चलो फिर कहीं घूम के आते हैं .....
दीदी की सांसे बड़ी तेज चल रही थीं ...... उन्होंने कहा ठीक है बस थोड़ी देर रुको मैं और श्वेता तैयार हो लें फिर चलते हैं ........ मैंने कहा दीदी श्वेता को ऊपर भेजो ना मेरे पास किसी बहाने से ........ तभी उनकी हल्की सी सिसकी मुझे सुनाई दी मैंने पूछा क्या हुआ लगता है श्वेता के साथ प्रोग्राम चल रहा है ....... वो बोली ह्म्म्म मैंने कहा ok पहले आप निपटा लो अपना कार्यक्रम फिर उसे भेज दो ऊपर ....... वो बोली बस 5 मिनट में भेजती हूँ .......
मैंने कॉल काट दी ........ और कोई 15 मिनट बाद श्वेता चाय ले कर आई ऊपर ...... उसने बिस्तर पर बैठते हुए कहा चाय पीनी थी तो मुझसे कहते भाभी से क्यों कहा ...... मैंने कहा तुम कहीं दिख नही रही थी और तुम्हारा नंबर भी नही मेरे पास .......
श्वेता बोली तो भाभी से ले लेते मेरा नंबर मैंने कहा सब कुछ उनसे ही लूं तुम कुछ नही दोगी क्या .....? मेरी दोअर्थी बात सुन कर वो मुस्कुरा कर बोली ठीक है नंबर मैं ही दिए देती हूं ........ लो नोट करो 76925687XX और बाकी सब अपनी दीदी से ही लेना अब ........
मैंने जल्दी से नंबर अपने फोन में सेव किया और बोला ठीक है अब जो भी चाहिए होगा तुमसे ही मांग लूंगा ....... मैंने चाय का कप ले कर साइड की टेबल पर रखा और टेबल पर रखा हुआ गुलाब उठा कर उसकी पैकिंग खोल दी और श्वेता के सामने झुकते हुए कहा ........ a beautiful rose for a beautiful girl ....... please accept my love shweta ...... i love you ......
उसने मुस्कुरा कर गुलाब ले लिया और बोली ....... love you to dear ...... फिर मैंने उसे चॉकलेट निकाल कर दी और बोला for a sweet girl ..... उसने वो भी ले ली और मुस्कुराते हुए उठ कर भाग गई ....... बड़ी खुशी हुई मन में उसका जवाब सुन कर ....... हांलाकि मुझे पता था पहले ही पर सुनने का अलग ही मज़ा होता है ....... और चाय तो दीदी का बहाना था उसे ऊपर भेजने का ....... मैंने चाय पी ली तभी दीदी ऊपर आईं और बोली हुआ कुछ मैंने कहा क्या होना था ......?
वो बोली उसे बुलाया था न ऊपर मैंने कहा हां बुलाया तो था ....... तो कुछ हुआ या ऐसे ही दीदी ने पूछा...... मैंने कहा अरे यार उसे बस ऐसे ही बुलाया था rose देने के लिए ...... दीदी बोली वाह जी अपनी बीवी को तो कभी नही दिया rose ......
मैंने कहा दीदी प्लीज आप कभी इस तरह से कंपेयर मत करना इस सबको ....... आप अपनी जगह हो वो अपनी जगह है ....... आप से मेरा अलग जुड़ाव है ...... दिल से प्यार करता हूँ आपको ....... पर श्वेता के प्रति मैं सिर्फ आकर्षित हूँ ....... रही बात उस से शादी की तो वो सिर्फ आपकी नजदीकी का एक जरिया होगी ...... अब अगर उससे शादी करूंगा भविष्य में तो उसे निभाना भी पड़ेगा ....... इसलिये आप दोबारा कभी ऐसा कोई ताना मत मारना मुझे आपके लिए मैं जान भी दे सकता हूँ ....... और आप सिर्फ एक गुलाब की बात कर रही हो ......
मेरी बात सुन कर दीदी ने मुझे एकदम से गले लगा लिया और बोली ...... सॉरी जानू मेरा इरादा तुम्हे दुख देने का नही था मैं सिर्फ मज़ाक में बोली वो बात पर मैं वादा करती हूं दोबारा से कभी ऐसा मज़ाक नही करूंगी ....... मैंने कहा मुझे पता है आप मज़ाक ही कर रही हो ...... लेकिन कल को आपकी शादी के बाद आपको भी प्रतीक के साथ पत्नी के तौर पर रहना पड़ेगा उस रिश्ते को निभाना पड़ेगा उसकी बातें माननी पड़ेंगी ....... और हो सकता है कभी कुछ ऐसा भी हो जो मुझे तकलीफ दे परेशान करे लेकिन मुझे उसे बर्दाश्त करना सीखना पड़ेगा .......
दीदी बोली सॉरी ना जान अपनी बीवी की इस गलती को माफ कर दो प्लीज और कान पकड़ कर मुस्कुरा दी ....... मैं उनकी इस अदा पर हंस दिया और वो बोली बस ऐसे ही हंसते हुए अच्छे लगते हो मेरे स्वीट हबी ...... फिर वो बोली अच्छा चलो कहीं चलते हैं घूमने मैंने कहा चलो ना मैं तो कब से बोर हो रहा हूँ .........
हम नीचे आ गये दीदी ने आज नेवी ब्लू कलर का सूट पहना था जो उनके गोरे बदन पर खूब जँच रहा था और श्वेता ने जीन्स और टॉप पहना था ब्लैक जीन्स और पिंक टॉप ....... में खुले बालों और चश्मे में वो हमेशा की तरह क्यूट लग रही थी .......
मैंने कार निकाली और दीदी और श्वेता पीछे बैठ गईं मैंने कहा कोई आगे भी आ जाओ मैं ड्राइवर थोड़े हूँ जो दोनो पीछे बैठ गयी ....... दीदी ने कहा श्वेता तुम आगे जाओ तुम्हें यहां के रास्तों के आईडिया होगा ...... मैंने पूछा पर चलना कहाँ है ....... श्वेता आगे आ कर बैठते हुए बोली जू चलते हैं मैंने कहा ok
और मैंने उससे रास्ता पूछा वो कंधे उचका कर बोली मुझे क्या पता मैं तो बस अपने कॉलेज कोचिंग और मार्केट का रास्ता जानती हूं ...... मैंने गूगल मैप की हेल्प ली और आधे घंटे में हम जू पहुंच गये ...... 3 टिकट ले के हम अंदर दाखिल हुए और घूमते हुए जानवरों को देखने लगे .......
लेकिन जब साथ मे दो जनलेवा लड़कियां हों तो जानवर किसे अच्छे लगते हैं यार ....... दोपहर का टाइम था जू में इक्का दुक्का लोग ही थे ....... हम काफी आगे आ चुके थे ...... जेब्रा के बाड़े के सामने ...... तभी श्वेता ने कहा भाभी वो देखो ये हिरन कितने सुंदर हैं ...... हम उस ओर देखने लगे एक मैदान में ढेरों हिरन झुंड में घूम रहे थे हम उस ओर चल पड़े और नजदीक जा कर देखने लगे तभी एक नर हिरन ने मादा की चूत सूंघते हुए उसे चाटना शुरू कर दिया ......
मैं और दीदी उसकी हरकत देख कर मुस्कुराने लगे लेकिन श्वेता उस चीज को नोटिस नही कर पाई और अगले ही पल हिरन ने मादा पर चढ़ कर अपना सुर्ख लाल लंबा सा लंड पेल दिया उसकी चूत में और धक्के लगाने लगा वो बड़ी तेजी से धक्के लगा रहा था ...... ये देख कर श्वेता एकदम हकबका गयी और धीरे से बोली भाभी ये क्या है दीदी बोली चुदाई चालू है और उसके गाल लाल हो गए और वो बोली चलिए यहां से .......
मैं वो सीन देख कर थोड़ा आगे बढ़ गया था पर उनकी खुसुर फुसर पर मेरे कान लगे हुए थे ....... दीदी ने कहा क्यों देख कर चूत गीली हो रही क्या तुम्हारी ...... श्वेता बोली क्या भाभी आप को हर टाइम यही सूझता है क्या दीदी बोली एक बार चुद लो मेरी जान फिर तुम्हे भी हर टाइम यही सूझेगा .......
औए फिर श्वेता उनका हाथ पकड़ कर खींचती हुई आगे आ गयी ...... अगले बाड़े में तेंदुआ था हम उसे देखने लगे ..... तभी दीदी बोली विकी यहां टॉयलेट कहाँ है मैंने कहा अभी पीछे मिला तो था वो पूछने लगी कहाँ मैंने उन्हें बताया जिधर से आये हैं उसी ओर कोई 200 मीटर पीछे था टॉयलेट वो बोली ok तुम लोग यहीं रुको मैं हो के आती हूँ ....... और वो चली गईं ........
अब वहां सिर्फ मैं और श्वेता थे ....... मैंने कहा श्वेता वो बोली हां ...... मैंने कहा तुमने कहा था कुछ चहिए हो तो मांग लेना ..... वो बोली हां कहा तो था मैने कहा कुछ चाहिए मुझे मांग लूं ...... वो बोली यहां क्या चाहिए यहां क्या दूँ मैं ...... मैंने कहा यहीं चाहिए वो बोली क्या ......?
मैंने उसकी आँखों मे देखते हुए कहा एक किस ....... इन गुलाबी रसीले होंठो की ..... और ये सुनते ही वो एकदम से शर्मा गयी ...... उसमे कोई जवाब नही दिया बस नजरें झुका ली ....... मैंने कहा प्लीज दे दो ना श्वेता वो फिर भी ना कुछ बोली ना कोई रियेक्ट किया ........ मैंने उसका हाथ पकड़ लिया वो शर्मा के और सिमट सी गयी पर मैंने उसे अपनी ओर खींच कर बाहों में भरते हुए उसके होंठो पर होंठ रख दिये और चूसने लगा उसके नरम गुलाबी रसीले होंठो को ........ उसने भी आंखे बंद कर ली और खुद को ढीला छोड़ दिया मेरी बाहों में ........
मैं सब भूल कर चूसे जा रहा था उसके होंठो का रस और मेरे हाथ उसकी पीठ पर फिसल रहे थे ......... और पता नही कब मेरी जीभ उसके मुह में दाखिल हो गयी और उसने मुह खोल कर मेरी जीभ को अपने मुह में आने दिया और उसे अपनी जीभ से सहलाने लगी ....... मैंने अपने हाथ नीचे सरकाते हुए उसकी कमर पर और फिर चूतड़ों पर रख दिये और जीन्स में कसी हुई उसकी गांड़ को मसलने लगा ........ इसका असर ये हुआ कि श्वेता ने मेरी जीभ को चूसना शुरू कर दिया ....... पूरे 7-8 मिनट तक हमारा ये किस चलता रहा और श्वेता की सांसे भारी होने लगी वो हांफने सी लगी थी ........
तभी दीदी की आवाज़ हमारे कानो में पड़ी बस बस सब कुछ यही करने का इरादा है क्या ....... कुछ घर चल कर भी कर लेना ...... हम एकदम से छिटक कर अलग हो गए वो श्वेता बोली कुछ नही भाभी वो मेरी आँख में तिनका पड़ गया था वही देख रहा था विकास ....... दीदी हंसते हुए बोली हाय मेरी बन्नो बहाना तो बड़ा मस्त बनाया लेकिन मैं भाभी हूँ तेरी मुझसे तेरी चालाकियां नही चलने वाली .......
अगर अभी और कुछ करने का मूड हो तो मैं आगे चलती हूँ तुम लोग निपट कर आ जाना कहते हुए दीदी ने श्वेता के चूतड़ सहला दिए ....... श्वेता एकदम से गनगना कर बोली उफ़्फ़फ़फ़ भाभी प्लीज विकास देख रहा है दीदी बोली मैं भी तो कब से देख रही थी तुम दोनों की चुम्मा चाटी ....... लगता है जल्दी ही शादी करवानी पड़ेगी तुम्हारी .......
मैंने हंसते हुए कहा मैं तो आज ही तैयार हूं दीदी और श्वेता बोली मैं जा रही हूं हाथी देखने ...... दीदी पीछे से बोली हाथी का मत देखना मेरी बन्नो बहोत मोटा होता है फाड़ देगी तेरी कसी कसी ...........
मैं भी हंस दिया दीदी की बात पर और बोला क्या दीदी तुम तो बेचारी की लेने पर तुली हो दीदी बोली है ही इतनी सेक्सी मैं लड़का होती तो इसकी चोद चोद के ढीली कर देती ....... मैंने कहा अच्छा हुआ तुम लड़का नही हो वरना मेरा क्या होता ....... फिर हम ऐसे बातें करते हुए आगे आ गए श्वेता मुह झुकाए खड़ी थी ......
दीदी ने कहा क्या यार श्वेता हंसी मजाक तो चलता रहता है तुम इतनी जल्दी शर्मा कर भागने क्यों लगती हो ....... वो बोली क्यों कि मैं आप जितनी बेशर्म नही हूँ दीदी बोली अच्छा मेरी जान रात को तो बड़ी मस्ती कर रही थी नंगी हो कर अब बड़ी शर्मीली बन रही पर मैं भी तेरी भाभी हूँ तुझे बेशर्म बना कर ही रहूंगी ........ वैसे भी आजकल के लड़कों को बेशर्म लड़कियां ही पसन्द आती हैं तेरे भैया तो 20 बार कह चुके हैं मुझसे ये बात की उन्हें बेशर्म बीवी चाहिए जो खुल के मज़े ले और दे ...........
मौका देख कर मैंने कहा दीदी मुझे भी आप जैसी बेशर्म बीवी चाहिए ....... दीदी बोली फिर तुम मुझसे ही शादी कर लो ...... अब श्वेता भी हंसने लगी और बोली आप लोगों की बातें भी गजब हैं ....... दीदी बोली सिर्फ बातें नही हम लोग भी गज़ब हैं ....... श्वेता बोली भाभी मैं समझी नही आप क्या बोल रही हो ....... दीदी बोली धीरे धीरे सब समझ जाओगी .........
तभी मुझे एक कैंटीन दिखी मैंने कहा मैं कुछ खाने पीने को ले के आता हूं ...... और मैं कैंटीन की ओर चल दिया ....... मैंने चिप्स और कोल्ड ड्रिंक लिया और वापस उन लोगों के पास आने लगा देखा तो दीदी और श्वेता एक पेड़ के नीचे आपस मे चिपक कर बैठी थीं ....... और कुछ खुसुर फुसुर कर रही थीं ....... मुझे लगा पता नही दीदी उसे क्या समझा रही हों ....... मैं थोड़ा घूम कर दबे पांव उस पेड़ के पीछे से जा कर उनकी बातें सुनने लगा .........
दीदी कह रही थीं इसमे इतना भी कुछ अजीब नही है श्वेता माना कि हम भाई बहन हैं पर एक दूसरे से बहोत प्यार करते हैं और एकदम फ्रेंडली रहते हैं हमारे बीच कुछ नही छुपा और हम एक दूसरे से हर तरह की बातें कर लेते हैं ....... और मुझे उम्मीद है कि ये सारी बातें तुम अभी सिर्फ अपने तक रखोगी ....... मैं जानती हूं कि तुम्हे ये सब अजीब लग रहा होगा लेकिन इसमें इतना अजीब कुछ भी नही है आजकल बहोत से भाई बहन आपस मे चुदाई भी करते हैं और जो नही करते वो करना चाहते हैं ....... हां ये और बात है कि हर कोई इस सब को जाहिर नही करता पर मन मे ये इच्छा तो सभी के आती है कभी ना कभी ......
श्वेता बोली भाभी इसका मतलब प्रतीक भैया भी मुझे ...... दीदी बोली क्यों नही तुम इतनी सेक्सी हो खूबसूरत हो एक ही घर मे रहते कभी ना कभी तो उन्होंने कभी तुम्हे ऐसे रूप में देखा होगा की वो उत्तेजित हुए हों ...... अब वो अलग बात है कि उस उत्तेजना को उन्होंने किसी और तरीके से शांत किया हो ...... और अपनी भावनाओ को जाहिर ना किया हो ...... श्वेता बोली भाभी एक बात बताऊं ...... दीदी ने कहा हां बता ना ...... उसने कहा एक दिन मैं नहा कर अपने गंदे कपड़े बाथरूम में छोड़ कर आ गयी भैया उस टाइम नीचे ही थे वो थोड़ी देर बाद बाथरूम में घुस गए थे ....... फिर एक घंटे बाद मैं बाथरूम में गयी अपने कपड़े धोने तो मेरी पैंटी में कुछ लगा था ........ चिपचिपा सा गीला गीला ......
दीदी बोली ओहहह इसका मतलब है तेरे भैया ने तेरी पैंटी पर मुठ मार कर लंड का पानी टपकाया होगा तेरी पैंटी पर ........ श्वेता ने कहा उफ़्फ़फ़ भाभी पर भैया ने ऐसा क्यों किया क्या वो भी मेरे साथ ....... दीदी उसकी बात काटते हुए बोली हां इसके बाद तो कोई डाउट ही नही है तेरे भैया भी तुझे चोदना चाहते हैं बस वो कभी अपनी ये ख्वाइश तुझ पर जाहिर नही कर पाए ........
श्वेता ने अगला सवाल दाग दिया भाभी क्या विकास भी आपको ....... मेरा मतलब आपके साथ सेक्स करना चाहता होगा .....? दीदी ने सम्हलते हुए उसके सवाल का जवाब दिया वो अक्सर मेरे चूचे और गांड़ घूरता रहता है और कई बार मुझे भी मेरी पैंटी गायब मिली है अपने बाथरूम से ....... लगता तो है मुझे भी की वो भी मुझे चोदने की इच्छा रखता है ........ श्वेता बोली भाभी तो आप चाहो तो चुदवा लो आप तो पहले भी सेक्स कर चुकी हो ....... दीदी बोली अच्छा तुम उस से प्यार करती हो और चुदवा मैं लूं ये क्या बात हुई मैं तो कल रात तुम्हारे भैया से चुदी थी हां अगर तुम चाहो तो मैं विकास से तुम्हारा जुगाड़ बनवा दूँ आज रात तुम चुद लो उससे ........
श्वेता बोली नही भाभी मैं अकेले नही मुझे डर लगता है मैंने पहले कभी नही करवाया ....... दीदी बोली क्या यार तुम भी हर लड़की को पहली बार मे डर लगता है और हर लड़की को पहली बार करवाना भी पड़ता है अगर एक बार करवा लोगी तो रोज रोज करवाने का मन होगा ....... मुझसे तो अब एक भी दिन नही रहा जाता बिना चुदवाए ....... उफ़्फ़फ़ भाभी आपकी बातों से पता नही मुझे क्या हो रहा है ........ ये विकास पता नही कितनी देर लगा रहा है ...... उसने झांक कर कैंटीन की ओर देखा पर मैं तो उनके पीछे खड़ा था वहां कैसे दिखता ........
दीदी बोली श्वेता देख लो एक बार फिर सोच लो मैं तुम्हारे लिए कर सकती हूं इतना ले लो मज़ा यही उम्र है चुदाई के मज़े लेने की ...... श्वेता कुछ सोच कर बोली भाभी मन तो करता है पर अकेले हिम्मत नही होती ...... दीदी बोली हाय अब मैं अपने सामने तुझे चुदवाऊं अपने भाई से और अगर मेरे भी मूड बन गया तो .......? .
और श्वेता का जवाब सुन कर मैं दंग रह गया ...... वो बोली तो आप भी चुदवा लेना अपने भाई से आप ही तो कह रही थीं वो भी आपको चोदना चाहते हैं ....... दीदी बोली क्या बोल रही हो श्वेता ...... प्रतीक भी तो तुम्हे चोदना चाहते हैं तो क्या तुम भी उससे चुदवा लोगी ...... श्वेता बोली उस बारे में तो मैने अभी कुछ सोचा नही भाभी पर अगर आप और विकास सेक्स कर सकते हैं तो मैं भी सोचूंगी उस बारे में .......
दीदी ने कहा लेकिन ये सब बातें तुम किसी से कहोगी तो नही अपनी फ्रेंड्स से या किसी और से ....... श्वेता बोली भाभी अब इतनी तो समझ है मुझे की कौन सी बात कही जा सकती है और कौन सी बात छुपानी चहिए ...... और फिलहाल तो आप ही मेरी बेस्ट फ्रेंड हो जो कहना सुनना होगा आप से ही कहूंगी ....... दीदी बोली ह्म्म्म देख श्वेता सिर्फ तेरी खातिर मैं विकास के साथ सेक्स करने के बारे में सोच रही हूं लेकिन ध्यान रहे इस सब का पता किसी को नही चलना चाहिए और ....... यही मेरी दूसरी शर्त है अभी दो शर्तें बाकी थी पूरी करने को याद है या भूल गयी ......
श्वेता सर हिलाते हुए बोली सब याद है भाभी आपकी एक एक बात याद है आपकी बातें और आपको कोई कैसे भूल सकता है ...... आप हो ही इतनी अच्छी ...... thanks भाभी आपकी सारी बातें मानूँगी मैं आप मेरे लिए कितना कुछ कर रही हो ...... और आज श्वेता ने हिम्मत दिखाते हुए दीदी के होंठो को चूम लिया
ऊम्म्म्म कि आवाज़ कानो में पड़ते ही मेरा लंड झनझना उठा मेरी आँखों के आगे श्वेता और निकिता के नंगे जिस्म घूमने लगे और मैं खुद को सम्हालते हुए चिप्स और कोल्डड्रिंक ले कर उन दोनों के सामने आ गया और उनके पास बैठते हुए बोला क्या प्लानिंग बन रही है गर्ल्स ...... दीदी बोली बड़ी मज़ेदार है भाई तुम्हे बड़े मजे आने वाले हैं ....... और फिर हम तीनों चिप्स खाते हुए कोल्ड ड्रिंक पीने लगे ........
खाने पीने के बाद मैंने टाइम देखा 1 बज रहे थे मैंने कहा चलो अब चलते हैं किसी होटल में लंच किया जाए फिर घर चलें ...... दीदी बोली ठीक है और हम जू से बाहर आये और फिर एक बढ़िया से होटल में हमने लंच किया श्वेता ज्यादा ही खुश थी उसने बताया पूरे एक साल बाद वो घर से बाहर खाना खा रही है ....... दीदी ने कहा क्यों तेरे भैया तुझे कभी घुमाने नही ले जाते ...... श्वेता ने कहा नही उन्हें सिर्फ संडे को छुट्टी मिलती है उस दिन वो देर तक सोते हैं फिर दोपहर में लंच कर के अपने दोस्तों के पास चले जाते हैं और देर रात को वापस आते हैं ........
दीदी बोली मुझे आने दे फिर देखना कैसे सुधारती हूँ तेरे भैया की आदतें ...... हमने लंच खत्म ही किया था कि प्रतीक का कॉल आया दीदी के फोन पर वो पूछ रहे थे हम लोग कहाँ हैं दीदी ने बताया कि हम लंच कर के घर के लिए निकल रहे हैं वो बोले ठीक है मैं भी घर के लिए निकल रहा हूँ आ जाओ .......
फिर हम घर पहुंचे और 10 मिनट बाद ही प्रतीक भी आ गए ....... मां जी और प्रतीक के लिए हम खाना पैक करवा के लाये थे ...... श्वेता और दीदी ने किचन में जा कर उन दोनों के लिए खाना लगाया और फिर सब वहीं बैठ गए मां जी और प्रतीक खाना खाने लगे ......
खाने के बाद प्रतीक बोले विकास मैं सोच रहा हूँ तुम्हारी दीदी को अपने साथ घुमा दूँ लखनऊ ...... मैं समझ गया वो दीदी के साथ अकेले में टाइम बिताना चाहते हैं मैंने कहा जरूर जीजू आप ले जाइए दीदी को ....... वो बोले निकिता तैयार हो जाओ चलते हैं ...... दीदी बोली ठीक है 10 मिनट में आती हूँ ...... वो अंदर गयीं और श्वेता को आवाज़ दे कर अपने पास बुला लिया ......
कोई 10 मिनट बाद दीदी बाहर आईं और मेरी ओर देख कर मुस्कुराते हुए बोली विकी मैं जा रही हूं मैंने तुम घर पर मम्मी और श्वेता का ख्याल रखना मैंने कहा ok दीदी और फिर प्रतीक और दीदी निकल गए ....... प्रतीक की कार में ...... घर पर बस हम 3 मां जी श्वेता और मैं बचे .......
श्वेता अपने कमरे में चली गयी मां जी भी अपने रूम में चली गईं और मैं ड्राइंग रूम में आ कर tv देखने लगा ..... थोड़ी देर में ही दीदी का मैसेज आया ..... मैंने चेक किया .......
मैंने श्वेता को समझा दिया है वो तैयार हो गयी पर अभी उसे चोदना मत सिर्फ मज़े ले लेना ....... मैसेज पढ़ के मैं मुस्कुरा दिया कितनी फिक्र है दीदी को मेरी ......
तभी मां जी बाहर आईं और बोली बेटा मुझे पास वाले मंदिर तक छोड़ देना वहां कथा शुरू हो रही है आज से ...... मैंने कहा चलिए माँ जी और उन्हें अपनी कार से मंदिर तक छोड़ आया ....... और जब मैं वापस लौट रहा था तो मेरा दिल तेजी से धड़क रहा था .........
अब घर में सिर्फ हम दोनों ही थे श्वेता और मैं .......।
श्वेता
Awesome updateमैंने कार रोकी और बाहर आया ...... इस वक़्त मेरे मन मे एक खलबली सी मची थी ........ गेट बंद कर के मुख्य दरवाजा खोल कर मैं ड्राइंग रूम में आया पर पूरे घर मे सन्नाटा पसरा पड़ा था ....... मैं आंगन में आया और देखा श्वेता के कमरे का दरवाजा बंद था ...... और अंदर कोई हलचल नही थी दो मिनट मैं वही खड़ा रहा और फिर वापस बाहर आ गया ......
मैं ड्राइंग रूम में भी कुछ देर रुका रहा फिर ऊपर अपने कमरे में आ गया यहां भी श्वेता कहीं नजर नही आई ....... मैंने फोन निकाल कर श्वेता का नंबर डायल किया ........ घण्टी गयी और बस दो रिंग के बाद श्वेता की आवाज़ मेरे कान में गूंजी ....... हेलो कौन ....?
उसके पास मेरा नंबर नही था ......
मैंने शरारत करने की सोची ...... और जेब से रुमाल निकाल कर माइक को कवर कर के आवाज़ थोड़ी भारी कर के बोला ......
तुम श्वेता बोल रही हो ना .....?
श्वेता- हां पर आप कौन .....?
मैं- मैं वही बोल रहा हूँ जिसकी कल रात पार्टी में बेज्जती हुई थी और अपनी इस बेज्जती का बदला मैं जरूर लूंगा उस लौंडे को तो मैं जान से मार दूंगा ....... जिसने तुम्हारे सामने मेरी इज्जत का जनाजा निकाला था ......
श्वेता ये सुनते ही भड़कते हुए बोली ...... ओ दो कौड़ी के इंसान कल इतना पिट के भी तुझे अक्ल नही आई और तेरी इतनी हिम्मत की तू मुझे कॉल कर एक धमकी दे रहा है साले मर्द है तो उसी से भिड़ आ के जिसने कल तेरी मरम्मत की थी ....... लेकिन मुझे लगता है अभी तेरी मरम्मत में कुछ कमी रह गयी थी ...... तू एक बार और आजा यहां फिर देख वो क्या हाल करता है तेरा पिछली बार तो तू अपने पैरों पर चल कर गया था लेकिन इस बार स्ट्रेचर पर जाएगा ........
मैं- ओहहह बड़ा यकीन है तुम्हें उस कल के लौंडे पर लेकिन मेरे पास गन है एक गोली अंदर और भेजा बाहर .......
श्वेता- चीखते हुए रुक साले तेरी ऐसी की तैसी ...... अभी पुलिस को कॉल करती हूं शाम तक तू अपनी गन समेत जेल में ना दिखा तो मेरा नाम बदल देना साला हरामी कुत्ता गोली मारेगा मेरे विकास को ...... अभी तेरी औकात बताती हूँ तुझे .......
मेरे विकास को ...... ये तीन शब्द मेरे दिल मे उतर गए ........
लेकिन उसका बाकी का गुस्सा और डायलॉग सुन के मेरी हंसी छूट गयी और मैं जोर जोर से हंसने लगा ......
उसने फिर बड़े ताव में बोल बड़ी हंसी आ रही तुझे हरामखोर तेरी सारी हंसी बन्द करती हूं मैं तू देखता जा अब मैं क्या करती हूं ......
मैंने जल्दी से रुमाल हटा कर अपनी रियल वॉइस में कहा अरे अरे मेरी लेडी डॉन मैं हूँ विकास ...... पुलिस मत बुलाना मुझे डर लग रहा है .......
वो चौंक कर बोली विकास ये तुम हो मैंने कहा हां बस एक छोटा सा प्रैंक कर रहा था ...... वो गुस्से से बोली कितने गंदे हो तुम डरा दिया था मुझे ...... मैंने कहा अच्छा ..... पर तुम तो कहीं से भी डरी हुई नही लग रही थी ....... उल्टा मैं डर गया था तुम्हारा गुस्सा देख के ......
वो इस बार थोड़ा प्यार से बोली तो गुस्सा नही आएगा क्या कोई तुम्हारे बारे में उल्टा सीधा बोलेगा तो ...... मैंने कहा इतना प्यार करती हो क्या मुझसे ....... वो चुप हो गयी ...... मैंने कहा अच्छा ये बताओ हो कहाँ तुम मुझे कंपनी देने का वादा कर के रोक लिया और खुद गायब हो ......
वो बोली मैं तो अपने रूम में ही हूँ इंतजार कर रही थी कि तुम आओगे यहीं पर ...... मैंने कहा आया तो था कमरे के दरवाजे तक लेकिन फिर वापस लौट आया ...... वो बोली हां देखा था मैने आंगन में खड़े खोपड़ी खुजा रहे थे फिर चले गए ....... अंदर क्यों नही आये.......
मैंने कहा एक जवान अकेली लड़की के कमरे में घुसना ये मेरी आदत नही ..... ओहहो बड़े शरीफ हो मैंने कहा तुम्हें कोई शक है मेरी शराफत पे ....... वो हंस कर बोली शरीफ लोग जवान लड़कियों की पैंटी नही चुराते ....... और मेरी बोलती बंद हो गयी ........ 10 सेकेंड की खामोशी के बाद वो खिलखिला कर हंसी और बोली क्या हुआ डर गए मैंने कहा यार अब गुनाह तो हो ही गया मुझसे जो चाहे सज़ा दे दो .......
वो शोखी से बोली मुजरिम सामने आए तो सज़ा सुनाऊं या सारा मुकदमा फोन पर ही चलेगा मैंने कहा तुम ही आ जाओ न ऊपर मुझे डर लग रहा है कहीं अपने कमरे में बुला के तुम ........ वो बोली क्या ...... बात तो पूरी करो ......
मैंने कहा मेरा रेप ना कर दो........ वो खिलखिला कर हंस दी और बोली इतना डरते हो मुझसे ....... फिर शादी कैसे करोगे मुझसे ......? मैंने कहा वो तो कर लूंगा बड़े आराम से ..... उसने कहा चलो ठीक है मैंने रोका है तो मैं ही आती हूँ ....... और उसने फोन काट दिया और कुछ ही पलों में वो मेरे कमरे में आई थोड़ी शरमाई सी कुछ घबराई सी .......
वो आ के बेड के पास खड़ी हो गयी मैंने कहा बैठो श्वेता वो बैठ गयी ........ अभी भी उसने वही जीन्स और ढीला सा टॉप पहना हुआ था वो बैठ गयी सर झुका के मैंने कहा दीदी और जीजू तो वहां एन्जॉय कर रहे होंगे ....... और हम यहां बस timepass कर रहे ........ कह के मैंने श्वेता के हाथ पर हाथ रखा और उसका हाथ पकड़ के खींच लिया अपनी ओर वो खींची हुई चली आयी और मेरे सीने से लगा गयी ........
मैंने दोनो हथेलियों में उसका चेहरा थाम लिया और उसकी आँखों मे देखने लगा चश्मे के अंदर उसकी गहरी आंखों में झांकते हुए मैंने उसके होंठो पर अपने होंठ रख दिये और वो सिसक कर मुझे चूमने लगी बेतहाशा ........ हमारे होंठ आपस मे गुंथे हुए थे और जैसे हममें कॉम्पटीशन चल रहा थे कौन किसके होंठ ज्यादा से ज्यादा चूस सकता है ....... ये मुकाबला चलता रहा और मैंने श्वेता को कंधों से पकड़ कर बेड पर लिटा दिया और मेरे हाथ उसकी बांहों से गुजरते हुए उसके सीने की ओर बढ़ने लगी ........
श्वेता के दिल धड़कने मुझे सुनाई दे रही थीं ........ और फिर मेरे हाथ उसकी तनी हुए कसी और सख्त चुचियों पर घूमने लगी और आखिर मैंने उसकी चुचियाँ मुट्ठी में भर कर मसल दीं और उसने तड़प कर अपनी जीभ मेरे मुह में घुसा दी ........ हमारी जीभ आपस मे टकराने लगी और श्वेता की चुचियाँ कुछ देर मसलने बाद मेरी गिरफ्त उसके छोटे मटर के दाने जैसे फूल रहे निप्पल्स पर बढ़ गयी और मैं उसे चुटकी में भर कर मसलते हुए उसकी जीभ चाटने लगा ......
मेरा लंड एकदम ताव में था और मैंने श्वेता एक हाथ पैंट के ऊपर से अपने खडे लंड पर रखते हुए उसे जोर से दबा दिया और श्वेता एकदम से मुझसे लिपट गयी और मेरे लंड को मुट्ठी में भरने की कोशिश करने लगी ....... पर जीन्स में कैद होने की वजह से वो ऐसा कर ना सकी .........
मैंने अब अपना के हाथ श्वेता के टॉप में नीचे की ओर से डालते हुए उसके नंगे पेट को सहलाते हुए अपने हाथ को ऊपर उसकी ब्रा में कसी चुचियों की बढ़ाना शुरू कर दिया और जल्द ही उसकी ब्रा के कप समेत उसकी चूची मेरी मुट्ठी में थी ........ और दूसरे हाथ से मैंने अपनी ज़िप खोलते हुए अपने लंड को अंडरवियर की कैद से आज़ाद कर दिया ........
नंगे गर्म सख्त लंड की गर्मी अपने हाथ मे महसूस कर के श्वेता ने मेरे होंठो से ध्यान हटा कर नीचे लंड को देखा और खड़े लंड को देखते ही वो एकदम से घबरा सी गयी ....... और अपना हाथ हटा लिया ......
मैंने एक बार फिर से उसका हाथ लंड पर रखते हुए कहा डरो मत ये कुछ नही करेगा ........ और इस बार उसने हिम्मत कर के लंड को मुट्ठी में पकड़ लिया ...... मैंने उसके हाथ पर हाथ रख कर उसे हाथ को ऊपर नीचे करते हुए लंड से खेलना सिखाया और उसने अपने हाथ की नीचे सरकाते हुए लंड की स्किन खोल दी .......
गुलाबी मोटे सुपाड़े को वो बड़े गौर से देख रही थी ...... मैंने कहा श्वेता इसे प्यार करोगी ...... वो ना में सर हिलाने लगी ..... मैंने कहा कर के देखो ना अच्छा लगेगा ...... वो फिर भी कुछ नही बोली ....... तो मैंने अपना हाथ पीछे उसकी पीठ पर ले जाते हुए उसकी ब्रा के हुक खोल दिये ......., उसकी चुचियों पर झूलती ब्रा में हाथ घुसा कर उसकी नंगी चुचियाँ पकड़ ली और हल्के हल्के से दबाने लगा मसलने लगा ......
और आखिर में मैंने उसे बेड पर लिटाते हुए झुक कर उसकी एक निप्पल पर जीभ फिरा दी वो सिसक उठी और आंखे बंद कर के अपने कड़े निप्पल पर मेरी जीभ की हरकत को महसूस करते हुए अपनी जांघे भींचने लगी ....... मैंने बारी बारी से दोनो निप्पल को चाटते हुए एक हाथ नीचे ले कर जीन्स के ऊपर से उसकी चूत को दबोच लिया उसने एकदम से अपनी गांड़ ऊपर उठायी और बोली aaahhhhh विकास .......
मैं समझ गया ये एकदम गरम है और झड़ने के कगार पर है ....... मैंने एक निप्पल को होंठो में दबा कर चूसना शुरू कर दिया और उसकी जीन्स का बटन खोल दिया उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोली प्लीज मत करो ना मुझे शर्म आती है .......
मैंने कहा कुछ भी ना करूँ ......? वो चुपचाप मेरी ओर देखने लगी ....... मैंने फिर पूछा जाऊं मैं ...... उसने कहा नाराज़ हो गए ...... मैंने कहा एकदम नही ...... वो बोली विकास सॉरी पर मैं अभी इसके लिए तैयार नही हूँ ........ मैंने कहा कोई नही और मैंने वापस उसकी जीन्स के बटन बंद कर दिया और अपना लंड अंदर कर के कपड़े सही करते हुए बैठ गया उसके पास .......
उसने सर झुका कर कहा सॉरी विकास मैंने तुम्हारा मूड खराब कर दिया ....... मैंने कहा एकदम नही यार तुम मुझे प्यार करती हो ये बहोत है रही बात सेक्स की तो वो तो एक ना दिन होना ही है ....... उसने कहा अगली बार मैं नही रोकूंगी तुम्हे ........
उसने अपनी ब्रा ठीक करते हुए कहा विकास मैं कुछ पूछना चाहती हूं ...... मैंने कहा हां पूछो ना ......
श्वेता- समझ नही आ रहा कैसे कहूँ .....
मैं- एकदम रिलैक्स हो कर आराम से कहो यार मैं दोस्त हूँ तुम्हारा .........
श्वेता- तुम अपनी दीदी को कितना प्यार करते हो .....?
मैं- बहोत ज्यादा ...... जितना तुमसे करता हूँ शायद उतना ही .......
श्वेता- सिर्फ बहन के नजरिये से या कुछ और भी है तुम्हारे मन में ........
मैं- वो मेरी बहन तो है ही पर उससे बढ़ कर वो मेरी सबसे अच्छी दोस्त भी हैं इसीलिए हम हर एक टॉपिक पर खुल कर बात कर लेते हैं ..... और हमारा कुछ भी नही छिपा है एक दूसरे से ........
श्वेता- वो तो मैं देख रही हूं तुम दोनों को बॉन्डिंग लेकिन मैं ये जानना चाहती हूं कि इसके अलावा भी तुम अपनी दीदी से कुछ और चाहते हो क्या.....?
मैं- साफ साफ पूछो ना क्या पूछना चाहती हो .....?
श्वेता- मेरा मतलब की तुम उनसे सेक्स करना चाहते हो ......
मैं- सब से पहले तुम हमारे रिश्ते को हमारे प्यार को समझ लो और फिर उसे शुरू से ....... विनय वाली घटना से ले कर दिल्ली में जो कुछ हुआ वो सब उसे बताता चला गया सिवा इसके कि हमने शादी की है और सेक्स भी कर चुके हैं ....... यहाँ तक कि मैंने उसे ये भी बता दिया कि मैं और दीदी अक्सर ओरल सेक्स कर लेते हैं एक दूसरे के साथ .......
वो शांति से सब सुनती रही और जब मैं चुप हुआ तो बोली सच मे विकास भाभी किस्मत वाली हैं जो उन्हें इतना प्यारा और समझदार भाई मिला ....... मैंने कहा सॉरी श्वेता मैं तुमसे प्यार करता हूँ मगर मैं दीदी से भी उतना ही प्यार करता हूँ ....... और तुम्हें इस से कोई प्रॉब्लम हो तो अभी बोल दो क्यों कि मैं दीदी के प्रति अपना प्यार कभी कम नही कर सकता .....
वो बोली नही मुझे कोई प्रॉब्लम नही है वैसे भाभी भी तुम्हे बहोत प्यार करती हैं ....... एक बात बताऊं वो तो तुम्हारे साथ सेक्स भी कर लेंगी अगर तुम चाहो तो .....(उसने इस अंदाज में ये कहा मानो कोई बहोत राज़ की बात बता रही हो) और मैंने भी ये सुन कर हैरान होने की एक्टिंग की और बोला ......
ये शायद ठीक नही होगा श्वेता इसीलिए मैंने कभी उनसे ये इच्छा जाहिर नही की हांलाकि शायद मैं ऐसा चाहता हूं पर ठीक है उनका जितना प्यार मुझे मिल रहा है वो भी काफी है .......
और श्वेता ने मेरे गले लगते हुए कहा विकास तुम बहोत अच्छे हो मुझे तुम्हारी ये सच बोलने की आदत बड़ी पसन्द आयी ...... कुछ भी नही छिपाया तुमने सब बता दिया साफ साफ ....... बिना डरे की इस सब के बारे में जान कर मेरा क्या रिएक्शन होगा ......
मैंने कहा झूठ बोलने से कोई फायदा नही था कभी कभी ना तो ये सच तुम्हारे सामने आ ही जाता ...... और शायद उस दिन तुम मुझे माफ़ ना करती इस सब के लिए श्वेता बोली सही कह रहे हो अगर मुझे किसी और तरीके से ये पता चलता तो शायद मैं बर्दाश्त ना कर पाती पर तुमने और भाभी ने ही सब बता दिया मुझे तो अब मुझे स्वीकार है तुम्हारा ये प्यार भरा रिश्ता ......
मैंने श्वेता के गाल को चूम कर कहा thanks श्वेता तुम जितनी खबसूरत हो उतनी ही समझदार भी ....... श्वेता ने मुस्कुरा कर रहा अच्छा जी मक्खन लगा रहे हो मैंने कहा होने वाली बीवी को मक्खन तो लगाना ही पड़ेगा तभी अगली बार कुछ भला होगा मेरा आज तो सूखा सूखा गुजारा करना पड़ रहा है ........
वो कुछ सोचते हुए बोली विकास मेरी एक रिक्वेस्ट है ....... मैंने कहा बोलो यार तुम रिक्वेस्ट मत करो आर्डर दो फिर देखो मैं कैसे हर बात मानता हूँ तुम्हारी ...... वो बोली मैं चाहती हूं जब हम दोनों पहली बार सेक्स करें तो मेरी भाभी और आपकी प्यारी दीदी भी हमारे साथ मौजूद हों ....... और आप उनके साथ भी सेक्स करें उन्हें भी उनका प्यार हासिल हो और मुझे मेरा मतलब हम तीनों को .......
मैंने उसकी आँखों मे देखते हुए कहा ..... क्या सच मे तुम ऐसा चाहती हो ....... मुझे दीदी के साथ देख कर तुम्हें कोई तकलीफ नही होगी ....... उसने कहा मुझे कभी किसी और के साथ देख कर तुम्हें तकलीफ होगी क्या......? मैंने कहा ये परिस्थितियों पर निर्भर होगा अगर तुम किसी को पसन्द करती हो उसके साथ समय बिता कर तुम्हें खुशी होती है तो तुम्हारी खुशी के लिए मुझे वो कबूल होगा लेकिन अगर तुम मुझसे छुपा कर झूठ बोल कर ऐसा कुछ करोगी तो जरूर मुझे तकलीफ होगी .........
वो बोली बस ऐसे ही जब मैं कह रही हूं तो मुझे क्यों तकलीफ होगी ....... और फिर तुम भाभी जितना ही प्यार मुझे भी करते हो ना बस ....... मैंने कहा ठीक है पर दीदी से इस बारे में मैं कोई बात नही करूंगा ये काम तुम्हे ही करना होगा वो बोली ठीक है मैं कर लुंगी .......
बातों बातों में काफी टाइम बीत गया था 6 बजे मुझे माँ जी को लेने जाना था सो मैं गाड़ी ले कर मंदिर चला आया और माँ जी को ले कर वापस घर आ गया ...... माँ जी मुझसे बड़ी खुश थीं और ढेरों आशीर्वाद देने लगी ...... मैं वहीं उनके पास बैठ कर बातें करने लगा ....... और श्वेता किचन में रात के खाने की तैयारी करने लगी ........
8 बजे तक दीदी जीजू भी आ गए और वो दोनो काफी खुश और रिलैक्स दिख रहे थे ....... फिर रात के खाने के बाद सब अपने अपने कमरों में चले गए कल हमे निकलना था ........ ।
इस रात कुछ खास नही हुआ और अगली सुबह एकदम सवेरे 5 बजे किसी ने मुझे जगाया मैं उठ कर बैठ गया तो देखा श्वेता थी उसने मुझे गुड मॉर्निंग बोला और मेरे पास बैठ कर अपना हाथ मेरे लोअर पर रख कर मेरा लंड जो कि हर सुबह खड़ा ही होता है सहलाने लगी ....... मैंने उसकी गुड मॉर्निंग का जवाब दिया और उसकी इस हरकत पर थोड़ा हैरान होते हुए पूछा ये क्या है जान ........
वो मुस्कुरा कर बोली मुझे भाभी ने भेजा है मैंने कहा किसलिये वो बोली तुम्हारे इसको प्यार करने के लिए ....... मैंने कहा पर कल तो तुम घबरा रही थी और बोल रही थी अगली बार ...... वो बोली हां पर कल रात मैंने भाभी को सब बताया ...... हमारे बीच जो हुआ वो भी और हमारी जितनी बातें हुईं वो भी ....... मैंने कहा फिर ...... वो बोली फिर क्या भाभी ने मुझे समझाया कि जब किसी का मूड बना हो तो उसे रोकना या मना नही करना चाहिए ......
इसलिए मैं सुबह सुबह आ गयी कि जाने से पहले ज्यादा नही तो एक बार इसे थोड़ा सा प्यार ही कर लूं ....... मैं उसकी नादानी पर मुस्कुरा दिया मैंने कहा थोड़ा सा यानी कल की तरह आज भी सारा दिन मैं तड़पता रहूं तुम्हारी याद में ....... मैंने कहा देखो जब करना पूरा प्यार करना ये आधे अधूरे से बस प्यास बढ़ती है .......
वो कुछ उदास सी हो कर बोली सॉरी विकास कल के लिए ....... मैंने कहा कोई नही यार मैं समझता हूं तुम एक लड़की हो और पहली बार के लिए खुद को तैयार करने में समय लगता है वो बोली तुम सच मे बहोत अच्छे हो विकास ........ अच्छा एक काम तो कर दो मेरे लिए ...... मैंने कहा बोलो उसने कहा मुझे एक बार इससे वो निकाल कर दिखाओ .......
मैंने जान बूझ कर अंजान बनते हुए कहा किस से क्या निकाल कर दिखाऊँ ...... वो लंड को मुट्ठी में दबा कर इस से वो निकलता है ना सेक्स के टाइम ...... मैंने कहा तुम्हें इसका नाम नही पता ...... वो बोली पता है ...... मैंने कहा फिर ये वो क्या कर रही हो साफ साफ बोलोगी तो दिखाऊंगा ....... वो हकलाते हुए बोली मुझे अपने ल लंड से वो रस निकाल कर दिखाओ न .......
मैंने कहा ठीक है दिखाता हूँ लेकिन मुझे भी कुछ देखने को मिले तो मुझे भी अच्छा लगेगा ...... उसने कहा क्या देखना है बोलो ...... मैंने कहा एक काम करते हैं हम दोनों ही कपड़े निकाल देते हैं और फिर मैं तुम्हे मुठ मार कर अपने लंड का रस निकाल कर दिखाऊंगा ......
ठीक है ना ...... उसने बड़ी मुश्किल से हां में सर हिलाया मैंने कहा चलो फिर शुरु हो जाओ और मैंने अपनी बनियान निकाल कर फेंक दी वो उठी और कमरे का दरवाजा बंद कर के वापस आ गयी उतनी देर में मैं लोअर भी उतार चुका था और अंडी में मेरा खड़ा लंड उभरा हुआ नजर आ रहा था ....... उसने बेड के पास आ कर अपनी नाइटी खोलते हुए निकाल कर बेड पर डाल दी और मेरे लंड के उभार को देखते हुए ब्रा खोलने लगी .......
मैंने उसके नंगे दूधिया चिकने जिस्म को देखते हुए अपना अंडरवियर सरकाते हुए खड़ा लंड बाहर निकाला और उसे मुठियाने लगा ....... उसने बड़े गौर से लंड को देखते हुए अपनी ब्रा भी निकाल कर रख दी और फिर पैंटी में उंगलियां फंसा कर उसे भी नीचे सरकाते हुए टांगो से निकाल दिया ......
वो एकदम नंगी हो चुकी थी और मैं उसकी चूत देखता ही रह गया ......... घनी रेशमी झांटो से भरी अनचुदी कुंवारी चूत के लिप्स आपस मे एकदम चिपके हुए थे ...... मैं उसकी चूत देख कर अपने होंठो पर जीभ फिराते हुए तेजी से लंड पर हाथ चलाने लगा और फिर मैने बेड पर पड़ी उसकी पैंटी उठा ली और उसे अपनी नाक पर रख कर सूंघते हुए मुठ मारने लगा ........
वो मुस्कुराते हुए मेरी हरकतें देख रही थी ........ मैंने कहा श्वेता प्लीज अपनी बुर खोल कर दिखाओ ना ...... वो बोली कैसे मैंने उसे बेड पर चौपाया बनने को बोला और वो बेड पर चढ़ कर झुकते हुए अपनी गांड़ उभार कर घोड़ी बन गयी अब उसकी चूत के साथ गांड़ की दरार और छेद भी मुझे साफ नजर आ रहा था इतनी खूबसूरत गांड़ देख कर मेरे मुह में पानी औए सुपाड़े पर प्रिकम की बूंदें आ गयी ........
मैंने एक हाथ से उसकी नंगे चूतड़ सहलाते हुए मुठ मारनी जारी रखी और बोला उफ़्फ़फ़फ़ श्वेता बहोत खूबसूरत हो तुम ....... love you मेरी जान ...... उसने गर्दन मोड़ कर मुझे देखा और मुस्कुरा कर बोली ....... love you to विकास ....... मैंने कहा दीदी होती तो मेरे लंड का रस चूस कर पी जाती वो कभी मुझे लंड का रस जमीन पर नही गिराने देती हैं ......
उसने हैरानी से कहा इसे पिया भी जाता है क्या मैंने कहा हां लड़कियां तो बहोत पसन्द करती हैं लंड का रस पीना ...... वो बोली ह्म्म्म तो मैं भी try कर लूं क्या आज मैंने कहा जैसी तुम्हारी मर्ज़ी पर फिलहाल तो मेरा दिल तुम्हारी गांड़ के इस नन्हे से छेद पर आ गया है ....... और मैंने झुक कर श्वेता की गांड़ पर अपने होंठ रख दिये वो मेरे होंठो की गर्मी अपनी गांड़ पर बर्दाश्त नही कर पाई और उसके मुह से एक तेज aaahhh निकली .......... और मैं तेजी से उसकी गांड़ के छेद को जीभ से कुरेदते हुए अपने लंड को मुठियाने लगा ........ श्वेता उत्तेजित हो कर तेजी से सिसिया रही थी .......
मुझे लगा वो झड़ने वाली है उसका बदन अकड़ने लगा था और वो अपनी गांड़ मेरे मुह पर दबाते हुए आहें भर रही थी मैंने अपने दूसरे हाथ को उसकी चूत पर रखा और उसकी झांटो को सहलाते हुए चूत की दरार में उंगली फिराई उसकी चूत में काफी नमी थी ...... और मैंने जीभ को गांड़ से फिराते हुए उसकी चूत की दरार तक का सफर तय करने दिया और फिर उसकी चूत के बंद होंठो को जीभ से खोलने की कोशिश करने लगा ........ बस 8-10 चूत पर जीभ फिराते ही वो कांपने लगी और बोली aaahhhhh विकास ....... उफ़्फ़फ़फ़ ससीईईईईई उसकी चूत के होंठ फड़फड़ाये और कुछ खट्टी कसैली बूंदे मुझे अपनी जीभ पर महसूस हुई मैं उस रस को चाट चाट कर पीने लगा और दो मिनट बाद जब मैने उसकी बुर से छलकी एक एक बूंद को गले से नीचे उतार लिया तब मैं बेड से नीचे उतरा मैं भी अब झड़ना चाहता था कल से मेरा लंड अनगिनत बार खड़ा हो चुका था पर हर बार उसे मायूसी ही मिलती थी ......
श्वेता ने मुड़ कर मुझे देखा मैंने कहा श्वेता इधर बैठो सीधी हो कर मेरे सामने और वो उठ कर बेड पर पैर लटका कर बैठ गयी ....... मैं उसके पास आ गया और उसके चेहरे के ठीक सामने अपना लंड तेजी से मुठियाने लगा वो गौर से लंड को देख रही थी मैंने कहा श्वेता एक बार मुह में लो ना इसे...... और उसने अपना मुह खोलते हुए सुपाड़े को मुह में दबा लिया और जीभ को उस पर फिराने लगी ........
मेरा आंड़ सिकुड़ने लगे ....... मैंने कहा aaahhhhhh श्वेता लो मेरी जान पी लो मेरे लौड़े का रस और इसी के साथ मेरे सुपाड़े से फव्वारे की तरह वीर्य की बारिश होने लगी ........ श्वेता ने चौंकते हुए पीछे हटना चाहा पर मैंने एक हाथ से उसके सर को पकड़ लिया और पहली दो फुहारे उसके मुह में मारने के बाद अगली सारी फुहारे उसके गोर मासूम चेहरे पर और उसके चश्मे के ग्लास पर मेरा वीर्य बहता हुआ उसके गाल पर टपकने लगा आखिरी बूंदे उसके गुलाबी होंठो पर टपकाने के बाद मैंने उसे छोड़ा और देखा तो वो मुह फुलाये हुए मुझे देख रही थी उसके मुह में मेरा वीर्य था उसने इशारे से पूछा इसका क्या करूँ मैंने कहा टेस्ट अच्छा लगा हो तो पी लो ........ उसने मुह में भरे हुए वीर्य को गुटक लिया और गहरी सांस ले कर बोली ....... कितना गरम और चिपचिपा था ...... फिर वो अपना चश्मा उतार कर बोली इसे भी गंदा कर दिया तुमने मुझे कुछ दिख नही रहा ये लगा के मैंने कहा एक काम करो चाट के साफ कर लो इसे ......
और वो सच मे चश्मे के शीशे पर जीभ फिराते हुए उस पर से मेरा वीर्य चाटने लगी ........ चश्मा साफ कर के उसने एक ओर रख दिया और उठ कर बाथरूम में चली गयी दो मिनट बाद वो अपना चेहरा साफ कर के आयी और अपने कपड़े पहनने लगी मैंने भी अपने कपड़े पहन लिए 5:40 हो रहे थे ...... वो कपड़े पहन कर मेरे पास आई और मुझे गले लग कर बोली thanks viky you are so sweet love you so much ......
मैंने उसके होंठ चूम लिए और वो बोली अब मैं जाती हूँ सबके उठने का समय हो रहा ...... फिर वो कमरे से निकल गई और मैं वापस लेट गया ....... फिर 8 बजे तक नहा कर मैं भी नीचे आ गया ...... सबके साथ नाश्ता किया और प्रतीक ऑफिस जाने लगे तो मैंने उनके पैर छुए और कहा आप तो अब शाम को ही आओगे हम लोग निकल जाएंगे तब तक .......
वो बोले ठीक है पर दोपहर का खाना खा कर आराम से जाना ....... मां जी बोली मैं वैसे भी ऐसे नही जाने दूंगी इन दोनों को ........ और फिर प्रतीक चले गए ....... दीदी और श्वेता वहीं बैठ कर बातें करने लगी ....... और मैं ऊपर चला आया ...... दोपहर में 2 बजे दीदी ने कॉल किया कि आओ खाना खा लो मैं नीचे आया सबने खाना खाया ....... और फिर 3 बजे हम मां जी के पैर छू कर वहां से निकल पड़े .......
वापस प्रयागराज की ओर ......।
रास्ते मे दीदी ने मुझे अपनी और श्वेता की सारी मस्ती के बारे में बताया और ये भी की वो भी मानसिक रूप से हमारे रिश्ते को स्वीकार कर चुकी है बस एक बार हमारी ग्रुप में चुदाई हो गयी तो सब सही हो जाएगा ....... मैंने कहा thanks दीदी मेरे लिए कितना कर रही हो तुम .....
वो मुस्कुरा कर बोली तुम्हारे लिए नही जान हमारे लिए अपने लिए ....... फिर उन्होंने ये भी बताया कि कल शाम जब प्रतीक उन्हें ले कर गया था तो वो अपने एक फ्रेंड के फ्लैट पर ले गया जहां उन्होंने एक घन्टे जम के चुदाई का मज़ा लिया ....... मैंने कहा सही है शादी से पहले ही सुहागरात सुहागदीन सब मना लो वो बोली शादी तो हो चुकी है मेरी पहले ही ....... और गले मे पहने हुए मंगलसूत्र को पकड़ लिया ........ ऐसे ही बातें करते हुए हमारा रास्ता कट रहा था .......।
बहुत ही कामुक और गरमागरम अपडेट है एक बार फिर निक्की के दोनो छेद की जम कर चूदाई हो गई मजा आ गयाहमारी कार तेज गति से हाइवे पर दौड़ती चली जा रही रही शाम के साढ़े 5 बज रहे थे हल्का धुंधलका होने लगा था ...... और तभी सड़क के किनारे वो जगह आ गयी जहां उस रात हम दोनों डॉक बंगले में रुके थे मैंने कार की गति धीमी कर ली ...... और डॉक बंगले तक पहुंचते पहुंचते कार रोक दी ...... दीदी ने पूछा क्या हुआ जान क्यों रुक गए ......
मैंने कहा पता नही क्यों पर ये जगह हमेशा याद रहेगी हमारा पहला मिलन ...... दीदी ने मेरे गाल को चूम कर कहा अगर चाहो तो आज की रात भी यहीं गुजार लेते हैं सुबह घर चलेंगे ...... मैंने कहा नही घर पर भी काम फैला पड़ा है और मम्मी पापा परेशान होंगे ....... (मेरे लिए हमेशा सेक्स पहली प्रथमिकता नही रहा , सेक्स में रुचि है पसन्द है पर मैं कभी सेक्स में अंधा नही हुआ सोच समझ कर निर्णय लेना मेरी आदत में है)
दीदी बोली ok जैसी तुम्हारी मर्ज़ी पर ये जगह अच्छी है कभी फिर मौका मिला तो मैं तुम्हारे साथ यहां रात गुजारना चाहूंगी ....... मैंने कार आगे बढ़ाते हुए कहा ...... मैं भी कभी ना कभी एक रात जरूर अपनी दोनो बीवियों के साथ इस डॉक बंगले में गुजारूँगा ....... दीदी बोली फिलहाल तो आज रात घर पहुंच कर मुझे अपने पति की जी भर के सेवा करनी है दो दिन से तुम कैसे बर्दाश्त कर रहे होंगे मै समझती हूं ......
मैंने हंस कर कहा आज रात मैं भी कोई रहम नही करने वाला तुम पर मेरी जान ..... दीदी बोली करना भी मत राजा तुम्हारी बेरहमी भी मज़े देती है मुझे ....... मैंने कहा अच्छा ये बताओ यार पहले तो तुमने कहा था कि प्रतीक से शादी से पहले सेक्स नही करोगी ....... फिर अचानक से तैयार कैसे हो गयी ....... दीदी मुस्कुरा कर बोली इसके पीछे भी एक वजह है ...... मैंने कहा कैसी वजह ......?
वो बोली तुमने दो बार मुझे चोदा और मेरी बुर में झड़े हो मान लो अगर मैं प्रेग्नेंट हो गयी तो दुनिया को क्या बोलूंगी किस का बच्चा है ये ...... औए सच कहूं मैं अपना पहला बच्चा तुमसे ही चाहती हूं जान ...... तुम्हारा अंश हम दोनों के प्यार की निशानी ....... इसलिए मैंने प्रतीक से भी सेक्स किया पर मैंने बड़ी चालाकी से उसके झड़ते समय उसका लंड बाहर निकाल दिया लेकिन अगर मैं प्रेग्नेंट हुई तो प्रतीक के साथ की गई चुदाई का बहाना मार दूंगी ......
दीदी की बात सुन कर मैं अंदर तक हिल गया ....... इतना प्यार वो अपना पहला बच्चा भी मुझसे चाहती हैं ...... उनकी इस बात पर मेरा दिल भर आया ....... और मैंने उन्हें बांह से पकड़ कर अपनी ओर खींच कर अपने सीने से लगा लिया ....... ऊऊम्म्म्म्म लव यू सो मच निक्की ...... उनके माथे को चूम लिया मैंने .......
दीदी ने अपनी बाहें मेरे गले मे डाल दीं और मेरे सीने से लग गईं ........ अगला एक घंटे का सफर हमने एक दूसरे को चूमते सहलाते दुलार करते तय किया और जब कार शहर में एंटर हुई तो दीदी अलग हो कर आराम से बैठ गईं........ हम बस घर पहुंचने वाले थे कि दीदी बोली विकी अब तो बिना पिए सेक्स का मज़ा फीका सा लगता है ...... ले लो ना ......
और मैंने कार एक बियर शॉप के सामने रोकी और 4 बियर ले कर आ गया ...... फिर हम घर पहुंचे 8 बज चुके थे मम्मी पापा ड्राइंग रूम में ही मिल गए हम वहीं जम गए फिर घण्टे भर तक ढेर सारी बातें ...... मम्मी पापा लखनऊ की एक एक बात पूछते रहे और दीदी मज़े से उनको सारे किस्से सुनाती रहीं ....... साथ ही दीदी उन सब की बड़ी तारीफ कर रही थीं ....... आखिर में मम्मी बोली हमारी बेटी बड़ी भाग्यशाली है जो इतना अच्छा घर परिवार और पति मिला उससे ...... और दीदी मेरी ओर देख कर मुस्कुरा कर बोली सही कहा मम्मी ...... मेरा पति बड़ा प्यारा है .......
फिर मम्मी बोली चलो अच्छा तुम दोनो जल्दी से खाना खा कर आराम करो थके होगे सफर से ..... और उन्होंने फटाफट खाना लगा दिया ..... हमने खाना खाया और अपना बैग ले कर ऊपर आ गए ...... मैं तो कमरे में आ कर सीधा बाथरूम में घुस गया दीदी भी अपने कमरे में चली गईं ......
मैंने नहा कर सिर्फ एक टॉवल लपेट लिया और कमरे में आ के एक बियर खोल ली ...... कोई 20 मिनट बाद दीदी भी कमरे में आ गईं ....... उन्होंने भी नहा कर एक नाइटी पहन ली थी ....... और उनकी चुचियों की हलचल बता रही थी कि नाइटी के अंदर वो नंगी हैं ....... कमरे में आ कर उन्होंने दरवाजा बंद कर लिया और मेज़ पर रखी बियर में से एक कैन खोलते हुए सीधा बेड पर चढ़ कर मेरी गोद मे बैठ गईं .....
टॉवल के अंदर मेरा लंड दीदी के नरम चूतड़ों का अहसास करके सर उठाने लगा और जल्दी ही दीदी की गांड़ में ठोकर मारने लगा ....... दीदी ने एक हाथ नीचे ला के टॉवल के ऊपर से लंड को पकड़ते हुए कहा कितनी जल्दी कड़ा हो जाता है मैंने कहा मेरी बीवी है ही इतनी सेक्सी की देखते ही लंड चुदाई को तैयार हो जाता है ......
दीदी ने लंबे लंबे घूंट मारते हुए 5 मिनट में कैन खाली कर दी और मेरी गोद से उठ कर सामने खड़ी हो गईं और बोली आज तो बड़ी मस्ती चढ़ रही है मुझे ...... जानू आज मुझे चोद चोद के मेरी बुर की सारी मस्ती निकाल दो ....... ये कहते हुए उन्होंने अपनी नाइटी खोल कर एक ओर फेंक दी और एकदम नंगी हो कर अपनी झांटो भरी बुर को सहलाने लगी ........ ये दृश्य देख कर मेरे बदन का तापमान बढ़ने लगा और मैंने अपने घुटनों पर बैठ कर दीदी के चूतड़ों को मुट्ठी में भरते हुए अपने होंठ दीदी की झांटो पर रगड़ने शुरू कर दिए ....... दीदी ने मेरे सर के बालों को सहलाते हुए अपनी मुट्ठी में पकड़ लिया और मेरा मुह अपनी चूत पर दबाते हुए सिसिया कर बोली ........ aaaahhhhh विकी तुम्हे अपनी बीवी की बुर का स्वाद बहोत पसन्द है ना ....... मैंने कहा हां मेरी जान जी करता है बस जीभ डाल कर चूसता ही रहूं अपनी सेक्सी बीवी की रसीली बुर और अपनी जीभ से बुर के दाने को चाटने लगा ....... दीदी ने अपनी गांड़ को पुश करते हुए बुर को मेरे पूरे चेहरे पर रगड़ना शुरू कर दिया और उनकी बुर का चिपचिपा रस मेरे थूक के साथ मेरे चेहरे को गीला करने लगा ......... दीदी का ये कामुक रूप मुझे पसन्द आ रहा था ....... और मैंने अपने हाथों की उंगलियां उनके नरम चूतड़ों में धँसाते हुए सख्ती से उनकी गांड़ को थाम कर उनकी कमर को स्थिर करते हुए अपनी पूरी जीभ उनकी गीली गर्म रस से भरी बुर में अंदर तक घुसा दी और रगड़ रगड़ कर चाटने लगा ....... दीदी सिसक उठीं और अपने हाथों से अपनी नंगी चुचियाँ सहलाते हुए बोली aaahhhh जानू काश इस वक़्त श्वेता भी साथ होती तो वो मेरे निप्पल चूसती और मज़ा आ जाता मुझे .........
दीदी की बात सुन कर मैंने उनकी पूरी बुर अपने मुह में भर कर उनकी बुर को पीना शुरू कर दिया और दीदी की टाँगे कांपने लगी ........ मैंने उनकी बुर को मुह से आज़ाद कर दिया और उनकी आंखों में देखते हुए कहा घूम जाओ मेरी जान ....... दीदी घूम गयीं अपनी उभरी हुई मस्त गांड़ मेरे सामने कर के वो थोड़ा सा झुक कर अपने पैर फैला कर अपने हाथ से अपने चूतड़ों को फैला कर बोली गांड़ चाटनी है ना मेरी जान को ....... मैंने कहा हां रानी सब पता है तुम्हे और मैंने अपना मुह दीदी की गांड़ में घुसा कर उनकी गांड़ की गहरी दरार को ऊपर से नीचे तक चाटते हुए गीला कर दिया और आखिर में उनकी गांड़ के छेद को चूसते हुए जीभ से कुरेदने लगा .........
दीदी अपनी गांड़ को शेक करते हुए बोली aaaahhhhhh जानू कितना सुख दे रहे हो तुम अपनी पत्नी को ऐसे ही चाटो राजाजी रगड़ के चाटो अपनी बीवी की गांड़ को ..... और मैं दीवानों जैसे दीदी की गांड़ चाटने लगा ........ कुछ देर बाद दीदी वापस घूम गयीं और झुक कर मेरे होंठो को चूसने लगी ऐसे झुकने से उनकी नंगी चुचियाँ एकदम मेरे सामने लटकने लगी दीदी की लटकी हुई नंगी चुचियों पर नजर पड़ते ही मैंने दोनो हाथ चुचियों पर रख कर उन्हें मुट्ठी में भर लिया और सहलाते हुए दबाने लगा उधर दीदी की जीभ मेरे मुह में दाखिल हो चुकी थी और झुकने की वजह से उनका गाढ़ा मीठा थूक उनकी जीभ से होता हुआ मेरे मुह में आ रहा था दीदी के थूक का स्वाद भी कमाल था मैं उनका थूक चूसते हुए निगल रहा था और हर पल मेरा लंड और गरम होता जा रहा था .........
आखिर मैंने दीदी के दोनो निप्पल चुटकी में पकड़ कर पूरी ताकत से मसलते हुए जोर से उमेठ दिए और दीदी एकदम से चीख पड़ी ..... हाय्य्य्य जालिम धीरे से दर्द होता है उफ़्फ़फ़फ़ ..........
और दीदी ने फौरन मेरे सामने कुतिया जैसे झुक कर मेरे लंड को टॉवल के अंदर से निकाल लिया और नंगे लंड को चूमना शुरू कर दिया वो लंड के एक एक इंच हिस्से को अपने होंठो से रगड़ते हुए चूम रही थीं और फिर लंड को मेरे पेट से चिपका कर नीचे लटक रही गोलियों को जीभ से चाटने लगी ........ कुछ देर तक आंडों को चाटने के बाद उन्होंने मेरी आँखों मे देखते हुए बड़ा सा मुह खोल कर एक साथ दोनो आंड़ मुह में भर लिए और उन्हें चूसते हुए लंड को तेजी से मुठियाने लगी ........
उफ़्फ़फ़फ़ मैं तो एकदम पागल सा हो रहा था ....... मैंने कहा ओहहह मेरी जान तू बहोत मस्त है ....... दीदी मुह से आंड़ निकाल कर बोली बीवी किस की हूँ आखिर ...... और फिर मुह खोल कर सुपाड़े को जीभ फिराते हुए चाटने लगीं और पूरे लंड पर ऊपर से नीचे तक जीभ फिराने लगी मेरे बर्दाश्त से बाहर हो रहा था मैं बस अपना लंड दीदी के किसी गीले गर्म छेद में डाल कर धक्के लगाना चाहता था ..........
मेरे पैर जवाब दे रहे थे और मैं बेड पर लेट गया ....... मेरे लेटते ही दीदी मेरे सीने पर चढ़ गयीं और अपने नंगे मांसल चूतड़ मेरे सीने पर रख कर बैठ गयी मेरे लंड की ओर मुह कर के और झुक कर मेरा लंड मुह में ले लिया ....... झुकने से उनकी गांड़ एकदम खुल कर मेरी आँखों के सामने आ गयी और मैंने गौर से देखा दीदी की गांड़ के छेद के इर्द गिर्द भी कुछ बाल उगे हुए थे वो सीन देख कर मुझसे रहा नही गया और मैंने अपनी मिडल फिंगर को मुह में ले कर चूसा और दीदी के गांड़ के छेद पर रख कर एकदम से पेल दिया दीदी की कसी हुई गांड़ में तेजी से उंगली को अंदर बाहर करते हुए दीदी की गांड़ उंगली से चोदने लगा ........
गांड़ में उंगली घुसते ही दीदी जोर से सिसियाते हुए मेरे लंड पर अपना मुह दबाते हुए लंड को गले मे उतार कर अपना सर हिला हिला कर लंड से अपना मुह चोदने लगी और फिर लंड को मुह से निकाल कर मुह में भरा थूक मेरे लंड पर उगल दिया जो बहता हुआ मेरी गांड़ तक चला गया और फिर से वो लंड को चाटने लगी ......
एक बात तो थी बियर पीने के बाद दीदी बहोत ज्यादा मस्ती में आ जाती थीं और फिर उनको चोदने का मज़ा ही अलग था ......... मैंने दीदी की गांड़ से उंगली निकाली और उंगली मुह में डाल कर चूसने लगा ....... अभी मेरे दिमाग पर भी बस चुदाई का नशा छाया हुआ था और उंगली चूसने के बाद मैं फिर से दीदी की गांड़ के छेद को जीभ फिराते हुए चाटने लगा उम्ममम्महहहह ....... ओहहह मेरी जान क्या लौड़ा चूसती है मेरी बीवी .......
दीदी जीभ की नोक से सुपाड़े के छेद को चाटती हुई बोली इतना मस्त लंड है मेरे पति का जी नही भरता मेरा इसे चूस कर ...... मैंने कहा अब चुदवा ले ना रानी या सारी रात चूसती ही रहेगी ....... दीदी ने एक बार लंड के सुपाड़े को होंठो में दबा कर अच्छे से चूसा और पेशाब की नली में आये हुए प्रीकम को चूस कर उसका स्वाद लेते हुए बोली .......
बड़ा मन कर रहा क्या अपनी बीवी की बुर पेलने का राजा ...... मैंने आहह भरते हुए कहा ....... हां रानी मेरा दिल कर रहा है अपनी बीवी को पटक कर उसकी बुर में लौड़ा पेल के हुमच हुमच कब चोदने का ........ मेरी बात सुन के दीदी मेरे ऊपर से उठी और नीचे उतर कर मेज़ से बियर का एक कैन उठा कर खोल ली और फिर उन्होंने बेड के सिरहाने से एक तकिया खड़ा कर के रख दिया और उस पर पीठ टिका कर अपनी टाँगे फैला कर बैठ गयी . ..... और बोली आओ ना राजा कर लो अपने मन की देखो तुम्हारी बीवी नंगी बैठी है चूत खोल के ........
इतना कह कर वो बियर के घूंट लेने लगी और मैं उनकी टांगो के बीच आ कर घुटनो पर बैठ गया और दीदी की टाँगे उठा कर अपनी नंगी जांघो पर चढ़ा कर अपने लंड का सुपाड़ा दीदी की क्लिट पर चिपका दिया ....... दीदी ने aaahh भरी और मेरी ओर नशीली आंखों से देख कर बोली विकी बहोत गरम है तुम्हारा लंड मेरी जान .........
मैंने एक हाथ से लंड पकड़ कर सुपाड़ा उनकी बुर के दाने पर तेजी से रगड़ते हुए कहा उफ़्फ़फ़ जानू तेरी बुर भी तो एकदम गरम रसीली और चुदासी है मेरी रानी ........
और मैंने दीदी के हाथ से कैन ले कर एक तगड़ा घूंट भरा बियर का ....... अब दीदी नीचे से अपनी गांड़ उठा कर लंड को बुर में लेने की कोशिश कर रही थीं लेकिन मैं हर बार लंड को हिला कर इधर उधर कर देता था ....... 5-7 कोशिशों के बाद भी जब दीदी चूत में लंड नही ले पाईं तो चिढ़ कर बोली बड़ा मजा आता है ना अपनी बीवी को ऐसे तड़पाने में ........ मैंने कहा नही ऐसा नही है पर मुझे तेरी बुर पर लंड रगड़ने में बड़ा मजा आ रहा है ....... दीदी बोली ऐसे ही रगड़ रगड़ के झड ना जाना........
मैंने कहा इतनी जल्दी नही झड़ने वाला मेरी जान फिक्र ना कर ....... मैंने एक और तगड़ा घूंट कर कैन दीदी को दे दी और झुक कर दीदी का एक निप्पल चाटने लगा ...... दीदी ने फौरन अपने हाथ से अपनी चूची पकड़ी और मेरे मुह में ठेलते हुए बोली aahhhhh चूसो जान पूरी चूची मुह में ले लो खा जाओ इसे ...... और मैं मुह में जितनी समा सकती थी उतनी चूची मुह में भर कर पीने लगा ......... नीचे मेरा सुपाड़ा दीदी की पनियाई चिपचिपी बुर के ठीक मुह पर आ कर रुक गया था ....... दीदी मेरे बालो को सहलाते हुए मुट्ठी में भर कर अपनी चूची को और जोर से मेरे मुह में ठेल रही थी और जोर से सिसक रही थीं ........
मैं उत्तेजना से भरता जा रहा था और फिर मैंने दीदी की दूसरी चूची के निप्पल को अंगूठे और उँगलियों के बीच पकड़ कर पूरी ताकत से मसल दीदी और मुह में भरी हुई चूची के निप्पल पर दांत गड़ा कर जोर से काट लिया ....... दीदी काफी जोर से चीख पड़ी और नीचे से अपनी कमर उछाल दी और मेरा लंड दीदी की बुर की दीवारों को फाड़ता हुआ अंदर समा गया ......... आनंद से दीदी की आंखे बड़ी हो गईं और उनका मुह खुल गया .......
अगले ही पल मैने कमर को पीछे खींचते लंड को सुपाड़े तक बुर से बाहर निकाला और फिर निप्पल को उमेठते हुए एक तेज प्रहार किया ....... दीदी आंनद से बेसुध सी हुई आ रही थीं ....... उनकी आंखें बंद हो गईं और वो सिसियाते हुए बड़बड़ाने लगी ....... aaahhhh चोद विकी और तेज धक्के लगा फाड़ दे आज मेरी बुर को ....... पेल दे अपना लौड़ा जड़ तक aaahhhhhh मेरी जान और चोद राजा और ....... मेरी कमर की गति उनके मुह से निकले हर शब्द के साथ बढ़ती गयी और कमरे में थप थप फच्च फच्च की मधुर ध्वनि गूंजने लगी और हम दोनों की आहें और सिसकारियां उस ध्वनि को और मधुर बनाने लगी ....... जल्दी ही दीदी की गांड़ में हरकत होने लगी और वो भी नीचे से अपनी गांड़ उछाल कर लंड को और अंदर लेने की कोशिश करने लगी पर लंड तो पहले ही उनकी बुर के आखिरी छोर पर सर पटक रहा था ........ दीदी ने एकदम से आंखे खोल कर हाथ मे पकड़ी कैन को मुह से लगा कर एक बार मे बची हुई बियर गटकी और खाली कैन फेंकते हुए मेरी गर्दन में हाथ डाल कर ऊपर सर उठाते हुए मेरे होंठो को चूसना शुरू कर दिया ....... और मैंने भी दीदी की गर्दन दोनो हाथो से पकड़ कर जनक होंठ और जीभ चूसते हुए फुल स्पीड ने अपने घोड़े यानी लौड़े को उनकी चूत रूपी मैदान में दौड़ाना शुरू कर दिया ........
दीदी की आहें प्रतिपल तेज होती जा रही थीं उनका बदन कांपने लगा ....... और उनके गले से एक किलकारी निकली ...... aaahhhhh my love मैं गयी रे विकी झड़ गयी तेरी दीदी की बुर ले राजा पी ले दीदी की बुर का पानी अपने लौड़े को पिला दे मेरी बुर का रस aaahhhhhhh ssssssseeeeeee ......... और उनकी कमर को झटके से लगने लगे ....... और उनका बदन कमान की तरह तन गया ........
मैंने धक्कों की गति कम कर दी पर रुका नही ....... दीदी की बुर इतनी गीली हो चुकी थी कि लंड बड़े आराम से फिसल कर अंदर जा रहा था ....... कुछ पल बाद दीदी ने बंद आंखे खोल कर मेरी ओर देखा उनकी आंखें इतनी लाल और नशीली हो रही थीं कि मुझे लगा उन्होने दारू की पूरी बोतल चढ़ा रखी हो ........ और मुझे ख्याल आया जब दो बियर पी कर दीदी इतनी मस्त और बेशर्म हो जाती हैं तो दारू पी के तो ये पूरी रण्डी ही बन जाएंगी ........
और ये सोच कर ही मेरे लंड ने एक ठुमकी मारी दीदी की बुर के अंदर और उसे महसूस कर के दीदी ने भी अपनी बुर सिकोड़ कर मेरे लंड को अपनी बुर से पकड़ सा लिया ......... दीदी ने बड़े प्यार से मेरी ओर देखते हुए अपना मुह खोल कर जीभ बाहर निकाल दी और मैं बस उनकी बुर में लंड घुसाये हुए उनकी आंखों में देखने लगा और फिर झुक कर उनकी जीभ चाट ली ........ दीदी ने कहा जानू ......
अब गांड़ का भी नंबर लगा दो ना ...... मैंने मुस्कुरा कर कहा आज सारे छेद एक साथ चुदवाने की इच्छा है क्या दीदी बोली मेरी इच्छा तो एक साथ चूत और गांड़ मरवाने की है लेकिन वो इच्छा दूसरी शादी के बाद ही पूरी होगी जब मेरे दोनो पति एक साथ मुझे अपने लौड़ो का मज़ा देंगे फिलहाल तो बारी बारी ही सही ..........
दीदी की बार सुन कर मैंने उनकी बुर से लंड निकाला और जल्दी से झुक कर उनकी गीली रस बहाती हुई बुर को मुह में भर लिया और जोर से चूसने लगा कोई डेढ़ दो चम्मच गाढ़ा गाढ़ा गर्म सा जूस मेरे मुह में आ गया जिसका स्वाद बेमिसाल था ....... मैं उसे मुह में लिए फिर से पोजिशन में आया और एक तकिया दीदी की कमर के नीचे डाल दिया दीदी ने अपने हाथों पर उचक कर गांड़ ऊपर उठा दी तकिए पर चूतड़ रख कर टाँगे फैला दी ........ मैंने अपनी मिडल फिंगर से गांड़ के छेद को सहलाया वो नन्हा सा छेद बुर के रस से एकदम भीगा हुआ था और मैंने बड़े आराम से उंगली दीदी की गांड़ में सरका दी और गोल गोल घुमाने लगा ......
और फिर मैने उंगली को दीदी की गांड़ से निकाल कर अपना सुपाड़ा गांड़ के छेद पर रख दिया और कमर का दबाव डालते हुए मोटे सुपाड़े को गांड़ के छल्ले में फंसा कर रुक गया दीदी का बदन सिहर गया ....... और मैंने दीदी की गांड़ से निकाली हुई उंगली को उनके होंठो पर रगड़ दिया दीदी ने अपनी जीभ निकाली और मेरी उंगली चाटने लगी और मैंने उंगली उनके मुह में ही डाल दी .......
वो मज़े से मेरी उंगली चूसने लगी ....... और मैंने कमर का दबाव बढ़ाते हुए लंड उनकी गांड़ में पेलना शुरू कर दिया ....... कोई 5 इंच लंड गांड़ में सरका कर मैं रुक गया और दीदी ने एक गहरी सांस ली ....... मेरे मुह में अभी भी दीदी की बुर का रस भरा हुआ था जिसमे मेरा थूक मिक्स होता जा रहा था........
और मैंने लंड को हल्का सा खींच के एक तेज धक्का दिया और पूरा लंड की गांड़ में समा गया दीदी एकदम से गनगना गयी दर्द और मस्ती की लहर में उनका मुह एक बार फिर से खुल गया ...... और मैंने अपने मुह में भरा उनकी बुर के रस और थूक का मिक्स्चर उनके खुले हुए मुह में टपकाते हुए ....... धीरे धीरे लंड के धक्के लगाने शुरू कर दिए ....... मुह में कुछ टपकने के अहसास होते ही दीदी ने आंखे खोल कर मेरी ओर देखा और मुझे अपने मुह में थूकता देख उन्होंने जीभ बाहर निकाल दी ........
मैं उनकी जीभ पर थूक टपकाते हुए उनकी गांड़ में कस कस के धक्के लगाने लगा और फिर मैंने दीदी का मुह एक हाथ से दबा लिया और तेजी से लंड पेलने लगा दीदी की गांड़ में दीदी के मुह में मेरे मुह से टपका थूक और बुर का पानी भरा हुआ था उनके गलेसे अजीब सी आवाज़ें आ रही थी और मैं पागलों जैसे उनकी गांड़ चोदे जा रहा था ..........
आखिर दीदी ने अपने मुह में जमा तरल को निगल कर गले से नीचे उतारा और मेरा हाथ अपने मुह से हटा कर तेजी से सांस लेने लगी और मैं पूरी ताकत से अपना लंड उनकी गांड़ में पेलते हुए दीदी को चोदने लगा ........ aaahhhhh मेरी जान ले चुद ले बहन की लौड़ी उफ़्फ़फ़फ़ कितनी गरम माल है मेरी बीवी ...... साली मक्खन जैसी गांड़ है तेरी ....... फाड़ दूंगा आज चोद चोद के .........
5 मिनट तक ऐसे दीदी को पेलने के बाद मेरे आंड़ सिकुड़ने लगे और मुझे लगा मैं झड़ने वाला हूँ तो मैंने एकदम से लंड बाहर खींच लिया ....... दीदी ने आश्चर्य से मेरी देखा ......., और मैंने लंड को सहलाते हुए कहा कुतिया बन जा ...... दीदी फुर्ती से उठी और अपना सर तकिए पर रख कर गांड़ उठा कर अपने हाथों से गांड़ फैला कर बोली come on जानू तेरी कुतिया रेडी है गांड़ खोल कर मार ले अपनी कुतिया की गांड़ चोद ले राजा फिर ना कहना दीदी चुदती नही है .......
मैं एक हाथ से लंड मुठियाते हुए दीदी के पीछे आया और दीदी के चूतड़ को सहला कर एक थप्पड़ पूरी ताकत से दीदी के गोर चूतड़ पर लगा दिया ......., चटाक की आवाज़ गूंजी और दीदी का चूतड़ थरथरा कर हिल गया ....... और दीदी सिसक कर बोली हाय्य्य्य राजा ऐसे ही ....... एक और मार ना प्लीज जानू दूसरे वाले पर भी ....... और इस बार मैंने दुगनी ताकत से दूसरे चूतड़ पर भी थप्पड़ लगा दिया .......
दीदी चीख पड़ी ......., दर्द से बिलख उठी मगर उन्होंने दर्द को पीते हुए कहा aaahhhhh जान लव यू बेबी ...... अब लंड पेल दो मेरी गरम गांड़ में और मैंने सुपाड़ा गांड़ पर टिका कर दीदी के बालों को मुट्ठी में पकड़ कर अपनी ओर खींचते हुए एक तेज धक्के के साथ पूरा लंड दीदी की गांड़ में पेल दिया और उन्हें कुतिया जैसे चोदने लगा ........ aaahhhhh ले मेरी रानी मेरी बीवी मेरी दीदी ख़ा लौड़ा साली चुद ले बुझा ले अपनी बुर की प्यास aaahhhhhh कुतिया ....... दीदी अपनी गांड़ लंड पर दबाते हुए धक्के खाते हुए चुद रही थीं और उन्होंने एक हाथ टांगों के बीच घुसा कर ......., अपनी बुर को रगड़ना शुरू कर दिया .........
मेरे धक्कों की गति बढ़ती जा रही थी और दीदी ने अब दो उंगलियां चूत में डाल ली थीं और वो उंगली से अपनी चूत चोदते हुए एक साथ डबल पेनरेशन का मज़ा लेने में डूबी थीं ......... वो बोली हाय्य्य्य जब उंगली और लंड इतना मज़ा दे रहा है तो जब एक साथ दोनो छेदों में लंड जाएगा तो मैं मर ना जाऊं मज़े से ....... aaahhhhh उफ़्फ़फ़फ़ विकी मेरी जान मेरे शोना aaahhhhh गयी तेरी दीदी फिर से और एक बार फिर से दीदी की बुर से रस छलक उठा ...... मैं भी एकदम से झड़ने की कगार पर था मैंने चूतड़ों को टाइट कर के पूरी रफ्तार से गांड़ में लंड पेलना शुरू किया और दीदी भी समझ गयी मैं झड़ने वाला हूँ वो बोली हां राजा ऐसे ही ठोकते रहो मेरी गांड़ में और भर दो मेरी गांड़ को अपने बीज से aaahhhh जानू और मैं एकदम से दीदी की पीठ से लिपट गया और जड़ तक लंड पेल कर अपना वीर्य उगलने लगा उनकी गर्म गांड़ के अंदर aaahhhhhhh मेरे मुह से बस आहें निकल रही थी और मैं एक के बाद एक पिचकारियां मारता रहा दीदी की गांड़ में ........ और फिर मैं वैसे ही दीदी की पीठ पर पसर सा गया मेरा मन नही कर रहा था उनकी गांड़ से लंड निकालने का ........
दीदी भी बस धीरे से पैर सीधे कर के पेट के बल लेट गयीं करवट लेकर और मैं पीछे से उनकी गांड़ में लंड डाले हुए उनसे चिपक कर कब सो गया मुझे भी नही पता चला .......।