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Incest जीजा जी की चाहत (incest)

Lib am

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सुबह 6 बजे मेरी आँख खुली दीदी अब भी नंगी मेरी बाहों में सिमटी सो रही थीं ...... उनके मासूम चेहरे पर प्यारी सी मुस्कान खुशी और संतुष्टि थी ..... मैंने दीदी के होंठो पर किस किया ऊऊम्म्म्म्म और उठने लगा इस हलचल से दीदी जाग गयीं ...... और मेरी बांह पकड़ कर एकदम से लिपट गयीं मुझसे और बोली गुड मॉर्निंग मेरी जान .......


उनकी नंगी चूची मेरी बांह से चिपकी हुई थी और सुबह सुबह मेरा लंड फिर से सर उठाने लगा था ...... गुड मॉर्निंग स्वीटहार्ट मैंने दीदी को रिप्लाई करते हुए खड़े हो रहे लंड को दबा कर शांत करने की कोशिश की ........

लेकिन दबाने से कभी लंड शांत हुआ है दीदी के हार्ड निप्पल की चुभन बांह पर महसूस करते ही और वो और तेजी से सर उठाते हुए झटके मारने लगा ......... दीदी वो नज़ारा देख कर हंसने लगी फिर मैं उठ कर बाथरूम चला गया और फ्रेश हो कर नहा कर रेडी हो कर नीचे आ गया ........

थोड़ी देर में दीदी भी नहा कर नीचे आ गईं आज उन्होंने येलो ड्रेस पहनी हुई थी और गजब की सुंदर दिख रही थीं कल रात हुई गरमा गरम मस्ती से उनके चेहरे की चमक मानो और बढ़ गयी हो .......

तभी पापा भी तैयार हो कर नाश्ते के लिए आ गए और हम सब ने साथ मे नाश्ता किया ....... पापा ने पूछा कि मैंने कुछ काम शुरू किए या नही मैंने कहा बस आज से सब शुरू करना है पापा , तभी मम्मी बोली मैं सोच रही थी कि ऊपर तीसरी मंजिल पर दो कमरे और एक बाथरूम और बनवा लें तो ठीक रहेगा शादी के घर मे मेहमान आएंगे चार कमरों में बिस्तर लगवा देंगे तो सही रहेगा....... और इसी टाइम ऊपर वाले तीनो कमरों का फर्श भी फिर से बनवा दें ...... ऊपर के तीनों कमरों में बस साधारण फर्श था मम्मी चाहती थीं कि उनमें भी टाइल्स या मार्वल लग जाएं।

उनकी बात हम सभी को जंची और तय हुआ कि जल्दी से ऊपर काम शुरू करवा दिया जाए और बुकिंग वगैरह का काम निपटा दिया जाए बाकी बाद में देखा जाएगा .........

फिर हम सब निकल पड़े अपने अपने रास्ते पापा आफिस और मैं दीदी को कॉलेज छोड़ कर अपने कॉलेज ....... कॉलेज में संजय मिला वो भी अब बहोत खुश था और इसी खुशी में मैंने उसे अपना पिछड़ा कॉलेज वर्क पूरा करने की जिम्मेवारी दे दी जिसे उसने खुशी से स्वीकार भी कर लिया.......

फिर लंच में मैंने उससे कहा यार ऊपर कुछ काम करवाना है ....... कोई बढ़िया बन्दा चाहिए जो जिम्मेवारी से सब काम कर दे ........ वो बोला तू टेंशन ना ले मेरी बुआ का लड़का प्रकाश यहीं प्रयागराज में ठेकेदारी का काम करता है उसके पास सारा इंतजाम है मैटेरियल से ले कर लेबर इलेक्ट्रिशियन प्लम्बर सब का जुगाड़ वो कर देगा और घर का बन्दा है तो बढ़िया काम भी करेगा .........

मैंने कहा फिर उसे जल्दी से बुला ले काम शुरू करवा देते हैं वो बोला ठीक है मैं शाम को उससे बात करता हूँ ......

फिर 3 बजे मैं दीदी को ले कर घर पहुंचा और खाना खाते हुए संजय का कॉल आया उसने बताया कि प्रकाश से बात हो गयी है और वो उसे ले कर मेरे घर आ रहा है .......


फिर आधे घंटे में प्रकाश और संजय आ गए मैंने सबको साथ ले जा कर ऊपर अपनी रिक्वायरमेंट बताई प्रकाश ने सब ठीक से समझा और बोला ठीक है भाई जी सब हो जाएगा कमरे और बाथरूम बनवाने से ले कर प्लम्बर इलेक्ट्रिशियन का सारा काम उसके बाद पूरे घर की पेंटिंग वगैरह सब मैं करवा दूंगा .......


फिर हम नीचे आ गए मम्मी ने सबको चाय नाश्ता कराया और जाते जाते संजय ने प्रकाश को हिदायत भी दी कि काम बढ़िया होना चाहिए और फालतू पैसा नही खर्च होना चाहिए ......


प्रकाश बोला भैया आप मुझे एक लाख रुपये दे दो मैटेरियल गिरवाने के लिए मैं कल सब इंतजाम करवा के परसों से काम शुरू करवा देता ....... मैंने उसे तुरंत एक लाख की चेक पकड़ाई और वो ले कर चला गया ......


फिर मैंने संजय को बाकी कामो के बारे में बताया उसने कहा हर रोज एक काम निपटाएंगे तो हफ्ते 10 दिन में सब हो जाएगा सबसे पहले तो एक बढ़िया मैरिज हाल या लॉन बुक करना था चूंकि नवंबर में शादी थी तो ज्यादा ठंड नही होनी थी इसलिए मैं ओपन लॉन से करना चाहता था ........

फिर मैंने बाइक उठाई संजय के साथ अपने एरिया के दो तीन सबसे अच्छे लॉन गया उन्हें देखा समझा रेट पता किया ........ उनके वीडियोस बनाये और घर आ कर मम्मी और दीदी के साथ डिस्कस करने लगा ....... तभी पापा भी आ गए मैं उन्हें भी दिखाने लगा तो वो बोले भाई ये सब तू और निकी ही देख ले जो भी पसन्द आये .......


फिर दीदी ने एक लॉन सेलेक्ट किया यहां काफी ज्यादा खुला स्पेस था और साथ ही 12 बड़े कमरे भी थे स्टेज भी शानदार और बड़ा था ....... आखिर में वही फाइनल हुआ और फिर ........ मैं संजय को घर छोड़ने चला गया वापस आ कर हम सबने खाना खाया और फिर रोज की तरह हम अपने कमरों में पहुंच गए .......


दीदी चेंज कर के मेरे रूम में आईं दरवाजा बंद कर के लेट गयी मेरे बगल में उन्होंने मुझसे चिपकने की कोशिश की पर मैंने उन्हें बाहों में भर के किस किया और बोला दीदी आज सोने दो ना कल से बहोत भाग दौड़ करनी है दीदी बोली ठीक है ......

आज प्रतीक का कॉल भी नही आया ..... और हम जल्दी ही सो गए ......


अगले दिन सुबह रोज की तरह दीदी ने पहले उठ कर मुझे जगाया और मैं उन्हें किस कर के जल्दी से रेडी हो कर नीचे आ गया थोड़ी देर में ही प्रकाश का काल आया उसने बताया कि भैया ईंट और मोरंग भेज दिया है आप उसे जगह बता देना उतारने की मैंने कहा ठीक है और फिर थोड़ी देर में ही ईंट मोरंग की गाड़ियां और 3 लेबर आये मैंने घर के बाहर ही वो सब उतरवा दिया और थोड़ी देर में ही प्रकाश भी आ गया वो मजदूरों को ले कर ऊपर आया और उसने कहा कि ये तीनो कमरे 20-25 दिन के लिए खाली करने पड़ेंगे ...... ये सुन कर मुझे बड़ा बुरा लगा साला अपना कमरा छोड़ना किसी मुसीबत से कम नही .......

लेकिन काम करवाना था तो करना ही पड़ेगा तो ये तय हुआ कि दीदी मम्मी के कमरे में शिफ्ट होंगी और मैं नीचे वाले गेस्ट रूम में रहूंगा ......

और फिर मैंने और दीदी ने अपने अपने कमरों से जरूरी सामान निकाल कर नीचे वाले कमरों में शिफ्ट किया और बाकी का सामान अलमारी में भर कर लॉक कर दिया ......


प्रकाश ने ही कहा कि भैया इन कमरों में आप ताला लगा दो क्यों कि मजदूरों का कोई भरोसा नही कब क्या सामान पार कर दें मौका पा कर दिन में वैसे भी घर पर सिर्फ मम्मी होती हैं वो अकेली कहाँ कहाँ नजर रख पाती और हमारे कमरे फिलहाल के लिए बंद हो गए .........

दीदी का मूड थोड़ा ऑफ था इस वजह से ....... की अब हमें काफी दिनों तक कोई मौका नही मिलने वाला था साथ मे सोने का कॉलेज जाते हुए रास्ते मे वो इस वजह से काफी उखड़ी हुई थीं और मुझसे बोली पहले ऊपर का काम करवा लेते उसके बाद हमारे रूम खाली करते मैंने कहा यार फर्श का काम ज्यादा से ज्यादा 8-10 दिन में हो जाएगा उसके बाद हम रह सकते हैं अपने कमरों में ....... फिर भी उनका मूड सही नही हुआ ....... वो बोली बड़ी मुश्किल से तुझे मनाया था तो अब ये नई मुसीबत .......

खैर अब उनका मूड सही करने का मेरे पास कोई इंतजाम फिलहाल तो नही था तो उन्हें कॉलेज ड्राप कर के मैं अपने कॉलेज निकल गया ........ पहला पीरियड ऑफ था तो मैं फील्ड में निकल गया और प्रकाश को कॉल की उसने कॉल रिसीव की तो मैंने कहा यार एक काम करो तुम सबसे पहले ऊपर वाले तीनो कमरों का फर्श बनवा दो और भले ही ज्यादा आदमी लगें पर जल्दी जल्दी से उनका काम फिनिश करवा के उनकी सीलिंग बनवा कर पेंट करवा के सब ok करवाओ ताकि हम अपने कमरों में शिफ्ट हो सकें बाकी काम करवाते रहना ..........

वो बोला भाई जी फर्श का काम वैसे भी दूसरा मिस्त्री करेगा मैं आज ही फर्श तोड़ने के लिए 4 लेबर लगा देता हूँ कल तक वो फर्श तोड़ लेंगे और परसो से मैं फर्श का काम शुरू करा दूंगा उपर के कमरों और बाथरूम का काम दूसरे लोग करेंगे .......

बस आप आज या कल में थोड़ा टाइम दो मुझे और फर्श के लिए टायल्स सेलेक्ट कर लो मैंने कहा ठीक है शाम को चलते हैं .........


वो बोला ठीक है मैं शाम को आपको कॉल करूंगा और फर्श का काम 4-5 दिन में निपट जाएगा उसके बाद बस एक एक दिन तीनो कमरों की सीलिंग में और दो दिन पेंटिंग में ...... मैं 10 दिन में आपके वो तीनो कमरे फिनिश करवा देता हूं ....... मैंने कहा भाई तेरा बहोत अहसान होगा वो बोला क्या भाई जी मैं कौन सा फ्री में करवा रहा हूँ पैसे भी तो दे रहे हो आप ...........

फिर सारा दिन कॉलेज में बिता कर शाम 3 बजे घर पहुंच कर खाना खा कर मैं निकल गया मैरिज लॉन वाले से बात कर के उसे एडवांस दे कर बुकिंग फाइनल की और वहां से निकलते ही प्रकाश का कॉल आ गया उसने एक शॉप का एड्रेस दिया और बोला आप वहां जा कर सैम्पल देख कर माल सेलेक्ट कर को जो भी लगवाना हो बस फिर आप फ्री हो उसके बाद मेरी जिम्मेवारी .........

मैं वहां से सीधा शॉप पर गया और फर्श के लिए खूबसूरत डिजाइनर टायल्स सेलेक्ट कर के घर निकल गया ........ शाम के 7 बजे मैं घर पहुंचा ......., कपड़े बदल कर एक बार ऊपर गया मेरे और दीदी के कमरे का कबाड़ बना हुआ था सारा फर्श उधड़ा पड़ा था और चारो ओर धूल जमी हुई थी ....... मैं नीचे आ गया और tv देखने लगा तभी पापा आये और मुझसे आज दिन भर की जानकारी लेने लगे मैंने आज की रिपोर्ट दी उन्हें ....... फिर हमने खाना खाया और दीदी और मम्मी , मम्मी के कमरे में पाप गेस्ट रूम में और मैं ड्राइंग रूम में पड़े सोफे पर ही लेट गया .........


जल्दी ही मुझे नींद आने लगी और मैंने tv ऑफ की और सो गया ...... रात के 11 बजे मुझे ऐसा लगा कोई मुझे किस कर रहा है और मेरी आँख खुल गयी देखा तो दीदी मुझ पर झुकी हुई मुझे किस कर रही थीं ....... मैंने फुसफुसा कर कहा क्या कर रही हो यहां जाओ अपने कमरे में किसी ने देख लिया तो मुसीबत होगी ...... वो मुह फुला कर खड़ी हो गईं और बोली अच्छा अब एक किस भी नही मिलेगी उसके लिए भी तरसना पड़ेगा ...... मैं उनकी बात सुन कर मुस्कुरा दिया और एक बार मम्मी और पापा के कमरों की ओर देखा वहां एकदम शांति थी फिर मैंने उनकी गर्दन में हाथ डाल कर उन्हें अपनी ओर खींचा और उनके गुलाबी नरम होंठो को अपने होंठो में दबा कर चूसने लगा ........


पूरे दो मिनट तक हम एक दूसरे के होंठो को चूसने चाटने में मगन रहे और फिर मैंने दीदी को अलग करते हुए कहा बस अब जाओ आप दीदी ने बड़ी लाचारगी से मेरी ओर देखा उनका मन नही कर रहा था जाने का लेकिन फिर वो मुड़ी और चली गई मम्मी के रूम में .........

और मैं दोबारा सोने की कोशिश करने लगा ....... आखिर नींद आ ही गयी और मैं सो गया ........

अगले 13 दिन बड़ी भाग दौड़ और व्यस्तता रही रोज का वही रूटीन सुबह नहा धो कर कॉलेज और वापस लौट कर संजय के साथ कभी हलवाई कभी माली कभी लाइट और बैंड और कभी आतिशबाजी और घोड़ी ........


लेकिन इस मेहनत का नतीजा ये निकला की सारे बुकिंग के काम निपट गए अब सिर्फ शॉपिंग का काम बाकी था मैं रोज के रोज मम्मी पापा को सारी रिपोर्ट दे देता था पिछले 10 दिन से मैं ऊपर गया ही नही था वहां इतनी गंदगी फैली हुई थी चारो ओर धूल मिट्टी ........



लेकिन आज शाम को घर आने के बाद प्रकाश आया और मैंने उस से अब तक काम की रिपोर्ट मांगी उसने बताया कि भैया ऊपर वाले कमरों का काम निपट गया है मैं उसके साथ ऊपर आया अपने कमरे में ....... कमरे की रंगत एकदम बदल चुकी थी नया चमचमाता हुआ फर्श छत पर डिजाइनर सीलिंग और पूरे कमरे में पेंट की गंध फैली हुई थी .......


मुझे पेंट की स्मेल से एलर्जी है और फौरन ही मुझे छींक आने लगी एक बार कमरे का मुआयना कर के संतुष्ट हो के मैं बाहर आ गया और फिर बाकी बाकी दोनो कमरों का भी निरीक्षण किया यहां का सब काम बढ़िया तरीके से हो चुका था फिर और ऊपर छत पर गया तो देखा नए कमरो की दीवारें खड़ी हो चुकी थीं ..........

और छत डालने के लिए शटरिंग लग रही थी ....... प्रकाश ने बताया कि बस कल छत ढल जाएगी फिर 10 दिन बाद फिनिशिंग का काम शुरू करा दूंगा और 10-12 दिन में सब खत्म मैं काम की गति से सन्तुष्ट था ....... उसने कहा भैया पैसा खत्म हो गया है कुछ पेमेंट और मिल जाता तो मैंने उसे दो लाख रुपये का एक चेक और दिया वो खुशी खुशी चला गया ........

अभी कमरे में पेंट की गंध तेज थी तो मैंने सोचा एक दो दिन और इंतजार कर लूं और मैंने सभी कमरों के खिड़की दरवाजे खोल कर पंखे चला दिए .........

फिर मैं नीचे आया और रात का खाना खा कर हम सब सोने चले गए अपनी अपनी जगह पर इन 13 दिनों में मुझे और दीदी को बस थोड़ी बहुत चुम्मा चाटी का ही मौका मिला था ...... लेकिन कल संडे था ....... ।
vikki lagata hai ab apne papa ko retirement dilwane waala hai. Kya shaadi se pahle vikki aur nikki mein kuch hoga. Sunder update.
 

tpk

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मैंने अपनी उँगली दीदी की गांड़ के कसे हुए छेद पर घुमाते हुए कहा दीदी एक बात पूछूं ........

दीदी ने लंड को कस के मुठियाते हुए कहा अब तुम मुझसे इजाजत ले कर कुछ पूछोगे तुम्हारा हक है कुछ भी पूछने का .......

मैंने कहा आप मुझसे और प्रतीक से इतना प्यार करती हो लेकिन कभी आपको ये पता चले कि मैंने किसी दूसरी लड़की से प्यार किया या सेक्स किया तो आपको बुरा लगेगा या नही ...... मेरी बात सुन के दीदी कुछ सोच में पड़ गईं ...... फिर बोली नही एकदम नही लगेगा ...... क्यों कि ये जरूरी नही हम जिससे सेक्स कर लें उस से प्यार भी हो और ये भी जरूरी नही की जिस से प्यार करते हो उस से सेक्स भी करें ....... दीदी की बात सुन कर मैं मन मे मुस्कुरा उठा ठीक यही बात उस दिन मेरे मन मे भी थी हमारी सोच कितनी कॉमन थी .......


दीदी बोली मैं जानती हूं तुम मुझसे बेहद प्यार करते हो पर शादी किसी और से करोगे और जिससे शादी हो उसे प्यार ना करो तो ये उसके साथ भी गलत होगा ...... रही बात सेक्स की तो ये शारीरिक आकर्षण है कई बार किसी को देख कर एकदम से सनसनी होती है मन उसके बारे में गंदा सोचने लगता है .......

और उसके साथ सेक्स का मन करने लगता है ये सब नेचुरल है सभी के साथ होता है ....... इसलिए तुम बेफिक्र हो कर किसी के साथ भी प्यार करो उसकी चुदाई करो मुझे कोई समस्या नही है ...... मैंने कहा और अगर शादी के बाद तुम्हे कभी प्रतीक के बारे में कुछ पता चले तो ......


दीदी बोली तो क्या ...... अच्छा एक बात बताओ तुम्हे तो पहले से पता था मेरे और विनय के चक्कर के बारे में और ये भी की हम सेक्स कर चुके हैं उसके बावजूद भी तुमने मुझसे प्यार करना छोड़ दिया क्या ..... और बाद में प्रतीक को भी ये सब पता चला लेकिन उसके भी मेरे प्रति प्यार में मुझे कोई फर्क महसूस नही हुआ तो .......


मैं कैसे तुम लोगों की किसी बात को मैटर बना सकती हूं मुझे कोई प्रॉब्लम नही होगी किसी के किसी भी रिलेशन से बशर्ते की उसकी वजह से तुम लोगों का मेरे प्रति प्यार कम या प्रभावित ना हो .........


दीदी का शानदार और तर्कपूर्ण जवाब सुन कर मेरा मन खुश हो गया ....... और मैंने कहा दीदी अब लंड पर रहम खाओ हाथो से कितना सहलाओगी उसे अब तो उसे अपने मुह का रास्ता दिखा दो ...... मेरी बात सुन कर दीदी झट से उठ गई और बोली तुम तकिए की टेक लगा कर बैठ जाओ अपने पैर फैला कर ......


मैं आराम से पैर लंबे कर के बैठ गया तकिया पीठ के पीछे टिका कर दीदी ने अपनी नाइटी निकाल दी और एकदम नंगी हो कर मेरी जांघ पर सर रख लेट गयीं ....... और मेरे लंड की स्किन खोल कर सुपाड़ा बाहर निकाला और उसे जीभ से चाटने लगी ....... मैंने एक हाथ से दीदी कड़ी चूची सहलाते हुए कहा दीदी .......



अब मैं तुम्हे अपनी बारे में एक और नई बात बताने जा रही हूं ...... दीदी ने लंड चाटते हुए कहा बताओ मैं सुन रही हूं ...... फिर मैं दीदी को अपनी और रानी की चुदाई के बारे में बताया और ट्रेन में प्रीति के साथ हुए ओरल सेक्स के बारे में भी पूरी डिटेल में बताया ......


मेरी पूरी बात सुन कर दीदी ने मेरा लंड मुट्ठी में जोर से दबा कर कहा ..... सही है विकी तुम हो ही इतने प्यारे कोई लड़की तुम पर फिदा हो जाएगी मेरी तरह ........ लेकिन तुम रानी को वो सब दे देते हो और मुझे मना कर देते हो ये ठीक नही और सुपाड़े को होंठों में दबा कर चूसने लगी .......


मेरा दिमाग उत्तेजना से भर कर सोचने समझने की शक्ति खो चुका था ........ आआहहहहहह निक्की मेरी जान एक बार निकाल दो मेरे लंड का पानी अब बर्दाश्त नही होता ........ और मैंने दीदी की निप्पल को जोर से मसल दिया ....... दीदी ने एक गहरी सांस ले कर बड़ा सा मुह खोलते हुए लंड को जड़ तक मुह में भर कर तेजी से अपना सर हिलाते हुए चूसना शुरू कर दिया ........


और फिर उन्होंने एकदम से लंड को मुह से बाहर निकाल लिया मैं बस अगले 10-15 सेकेंड में झड़ने वाला था पर बीच मे रुकावट होने से मुझे गुस्सा आया कल से मेरा लंड बस गरम था पर उसकी गर्मी निकल नही पा रही थी। ........


दीदी उठी और बेड से नीचे उतर कर मेरे हाथ पकड़ कर बोली विकी इधर आ जाओ बेड के किनारे पर ....... और मैं खिसक कर बेड एक किनारे पर बैठ गया ....... अपने पैर नीचे लटका कर दीदी मेरी टांगों के बीच अपने पंजो पर बैठ गयी ....... अपने थूक से भीगे मेरे सख्त लंड को मुठियाते हुए बोली विकी ........ कल मैंने एक वीडियो देखी थी फेशियल cumshot वाली ....... और मैं आज तुम्हारा गरम रस अपने पूरे फेस पर महसूस करना चाहती हूं ...........

दीदी की बात सुन कर मेरे लंड ने झटका दे कर जैसे उनकी बात का समर्थन किया हो और उन्होंने झुक कर सुपाड़ा मुह में दबा कर चूसते हुए तेजी से लंड को मुठ मारनी शुरू कर दी ....... मेरे मुह से आहें निकलने लगी मैं एक बार फिर से स्खलन की मंजिल की ओर तेजी से बढ़ चला .. .. .


दीदी एक हाथ से मेरे वीर्य से भरे अण्डों को सहलाते हुए जीभ की नोक से सुपाड़े के छेद को चाट रही थीं ...... मैं मस्ती और उत्तेजना में दीदी के चिकने चेहरे को देखते है उनके मुह की गर्मी और चिकनाहट अपने लंड पर महसूस करते हुए बोला ........ आआहहहह निक्की मेरी जान मैं झड़ने वाला हूँ ....... दीदी ने हाथ की गति को और बढ़ाते हुए मेरी आँखों मे देख कर कहा ........ उफ़्फ़फ़ विकी मेरे भैया झड़ जा निकाल दे अपने लौड़े का पानी ....... भिगो दे मेरे बदन को अपने गरम वीर्य से झड़ जा मेरी जान ...... तेरे लंड से निकलती फुहार मुझे बड़ी अच्छी लगती है ......... इतना बोल कर दीदी ने बड़ा सा मुह खोल कर लंबी से जीभ बाहर निकाली और सुपाड़े को जीभ पर रगड़ते हुए मेरी आँखों मे देखते हुए मुझे आंख मार दी ........

दीदी की इस कामुक हरकत से मेरे लंड से वीर्य की तेज फुहार पिचकारी की तरह निकली और उनके होंठो और नाक से जा टकराई , अचानक हुए इस हमले से वो चौंक सी गयी लेकिन फिर ये महसूस करते ही कि ये मेरे वीर्य की फुहार है वो मुस्कुराने लगी और लंड को दबा दबा कर मसलते हुए उसे हिला हिला उन्होंने अगली दो फुहारे अपने गोरे गोरे गालों पर गिरने दी और फिर पूरा चेहरा वीर्य से भीगने के बाद उन्होंने जल्दी से सुपाड़ा मुह में भरा और उसे चूसते हुए लंड से टपक टपक कर बहता हुआ गाढ़ा रस चूस कर पीने लगीं ........

आखिरी बून्द तक निचोड़ने के बाद उन्होंने सुपाड़े को मुह से निकाला और हाथ से दबाते हुए बड़ी कामुक नजरो से मेरी ओर देखा और बोली हो गया मेरा फेशियल ....... फिर उनकी अगली हरकत मुझे झड़ने के बाद फिर से उत्तेजित करने लगी उन्होंने अपनी उंगली से अपने गालों नाक और माथे पर जमा हुआ वीर्य समेट कर अपने मुह में डालना शुरू किया और पूरा वीर्य पोंछ पोंछ कर चाट कर पी गयी ....... और चटकारा लेती हुई बोली बहोत टेस्टी हो तुम जानू .......


फिर दीदी उठी और बोली अब तुम आराम करो मेरी जान थके होगे ........ मैंने दीदी की नंगी चुंचिया पकड़ कर कहा इतना भी नही थका हूँ कि अपनी बारी पर पीछे हट जाऊं....... मुझे पता है आप भी प्यासी हो गरम हो ....... दीदी मुस्कुरा कर बोली हूँ तो लेकिन अभी नही ....... सुबह होने वाली है अभी मम्मी भी आवाज़ दे देंगी जाना पड़ेगा .........


आज रात में जी भर के प्यार करेंगे हम विकी पर अभी तुम आराम करो और मुझे कॉलेज भी छोड़ देना आज ........ मुझे इनकी बात ठीक लगी और ये चीज भी पसन्द आयी कि दीदी आज सेक्स के लिए उतावलापन नही दिखा रही खुद पर काबू कर रही हैं ........


फिर मैं सो गया ऐसे ही और दीदी कपड़े पहन कर बाथरूम में घुस गई .......


8 बजे दीदी ने मुझे हिलाते हुए जगाया और बोली सोते रहोगे क्या आज नहाना धोना नही है क्या ........ मैंने आंख खोल कर कहा ...... गुड मॉर्निंग स्वीट हार्ट ....... नहाना तो है लेकिन धोना नही है क्योंकि मुझे अपने लंड पर तुम्हारे मुह का अहसास अभी तक हो रहा है धो लूंगा तो खत्म हो जाएगा ....... दीदी शोखी से मुस्कुरा कर बोली खत्म हो जाने दो मौका मिलते ही फिर से वही अहसास दे दूंगी ना अपनी जान को ........


मैं उठ कर जल्दी से बाथरूम में घुस गया ....... और जल्दी से तैयार हो कर नीचे आया मम्मी पापा के पैर छुए तो वो लोग प्रतीक के घर परिवार के बारे में पूछने लगे ......... मैंने नाश्ता करते हुए उनके घर की भव्यता और पारिवारिक रहन सहन के बारे में बताया तो मम्मी पापा भी उस से प्रभावित हुए और खुश भी हुए ये मम्मी बोली हमारी निकी उस घर मे राज करेगी .........

फिर पापा आफिस और मैं दीदी को ले कर कॉलेज निकल पड़े ...... दीदी को कॉलेज छोड़ते हुए मैंने कहा दीदी आज 2 बजे आ जाऊंगा लेने बैंक चलना है कुछ काम है ....... दीदी बोली ok मैं 2 बजे छुट्टी ले लूंगी .......

फिर मैं सीधा राजेश चाचा के पास पहुंचा ........ वो चौकी में ही मिल गये मुझे देखते ही अंदर वाले रूम में ले कर गए मैंने उनके पैर छुए वो थोड़ा सा नाराज़ दिख रहे थे पर मैंने उनके हाथ पैर जोड़ कर दो चार इमोशनल डायलॉग मारे तो उनका गुस्सा काफूर हो गया .......



फिर उन्होंने बताया विनय की लाश उसी रात बरामद हो गयी थी और पुलिस ने उसकी कार की मदद से शिनाख्त कर के विनय के बाप को सूचना दे दी है ......... वहां की लोकल पुलिस ने अपनी जांच में ये नतीजा निकाला है विनय अल्कोहल की ओवरडोज में था और रास्ता भूल कर उस रेलवे ट्रैक की ओर चला गया ........ और पेशाब करने या किसी और वजह से ट्रैक पर गया और नशे की अधिकता से ट्रेन की चपेट में आ गया ........

लेकिन विक्रम सिंह ने चाचा को फोन कर के शक जाहिर किया था कि हो सकता है विनय की हत्या हुई हो ....... चाचा ने उसे ये कहा की हो सकता है ये हत्या हो लेकिन अगर विक्रम ने इस शक के आधार पर अपने रसूख और पावर का इस्तेमाल कर के उच्च स्तरीय जांच करवाई तो विनय के सारे कुकर्मो का चिट्ठा भी अवश्य खुलेगा और एक मेरी दीदी के अलावा पता नही कितनी लड़कियों के साथ कैसा मामला रहा हो वो सब जांच में सामने आएगा और ये सब पब्लिक होने के बाद उसकी प्रतिष्ठा को जो नुकसान होगा वो चुनाव जीतने की बात तो भूल ही जाए ........ चाचा की बात उसे समझ आ गयी थी और उसने अपने राजनीतिक करियर को बचाने के लिए कोई कंप्लेन ना करने का फैसला करते हुए विनय की लाश का अंतिम संस्कार करने का निर्णय ले लिया था ........

चाचा की बात सुन कर मेरे दिमाग मे रही सही फिक्र भी खत्म हो गयी ........ अब दीदी एकदम सुरक्षित थीं और शायद हम सब भी ........ फिर चाचा ने पर्स से एक चेक निकाल कर मुझे दिया 25 लाख का चेक ....... वो ले कर मैंने एक बार फिर चाचा को धन्यवाद दिया और उनके पैर छू कर हॉस्पिटल की ओर चल पड़ा वहां पहुंच कर रानी से मिला तो पता चला उसकी मम्मी अब एकदम ठीक हैं और 3-4 दिन में डिस्चार्ज हो जाएंगी ........


रानी मुझसे बहोत प्रभवित थी और वो मेरे सामने पूरी तरह खुद को समर्पित कर रही थी ....... फिर वो बोली चलो तुम्हे मम्मी से मिलवाती हूँ मैंने कहा रुको आता हूँ ...... फिर हॉस्पिटल के बाहर एक शॉप से मैंने दो किलो सेब 1 दर्जन केले और 1 किलो कीवी ली और रानी के पास आ कर कहा अब चलो .......

मेरे हाथों में इतने फल देख कर वो बोली मम्मी अकेले एडमिट हैं यहां इतने फल कौन खायेगा ....... मैंने कहा वो ही खाएंगी जब तक यहां रहेंगी ....... फिर हम उनके प्राइवेट रूम में आये रानी ने उनसे मेरा परिचय अपने दोस्त के रूप में करवाया ...... और उन्हें बताया कि इन्होंने ही उनके ऑपरेशन के पैसे दिए हैं और सारा इंतज़ाम किया ये सुन कर उन्होंने मेरे आगे हाथ जोड़ दिए ........


मैंने उनके हाथ पकड़ कर ऐसा मत करिए माँ जी दोस्त की मदद करना हर इंसान का फर्ज है ........ फिर रानी बोली मम्मी आप अब काफी बेहतर हो अगर आप मुझे थोड़ी देर की परमिशन दो मैं घर चली जाऊं दो दिन से यही कपड़े पहन रखे हैं नहाई भी नही हूँ ........ मैं नहा कर कपड़े बदल के कुछ खाना बना कर ले कर शाम तक आ जाती हूँ यहाँ तो नर्स है ही आपकी देखभाल के लिए ...... विकास मुझे घर छोड़ देगा ....... ये कहते हुए उसने अर्थपूर्ण नजरों से मेरी ओर देखा ........

उसकी मम्मी बोली हां तू हो आ घर मैं एकदम ठीक हूँ ...... फिर मैंने एक सेब उनको चाकू से काट कर खिलाया और वो बोली अब जाओ तुम लोग फिर हम बाहर आ गए ....... रानी बोली घर चलें मैंने कहा चलो ........ लेकिन निकलने से पहले मैंने संजय को कॉल की और उसने झट से कॉल रिसीव की और बोला जिंदा है क्या तू भोसड़ी के मैं तो सोच रहा था मर गया साले चार दिन से तेरे चक्कर मे मुठ मार मार के टोपा सुजा लिया मैंने ........

उसकी बात सुन कर मैं हंसते हुए बोला बस बस आज दिलाता हूं ना तुझे ....... मेरी बात सुन कर वो चिढ़ कर बोला साले अपनी गांड़ में डाल ले नही चाहिए मुझे बस उम्मीद जगा के KLPD कर देता है बार बार ......., मैंने कहा अच्छा सुन जल्दी से इस अड्र्स पर पहुंच मैं तुझे यहीं मिलता हूँ ........

वो भुनभुनाते हुए बोला साले हरामखोर अगर आज भी मुझे चुतिया बनाया तो तेरी गांड़ मार लूंगा और फोन काट दिया ....... रानी मेरी बातें सुन कर हंस रही थी फिर बाइक पर बैठती हुई बोली यही है ना आपका दोस्त जिस के बारे में कह रहे थे ........


मैंने कहा हां यार यही है इसी ने इस विनय वाले मामले में मेरी पूरी मदद की है ....... लेकिन मैंने इस से वादा किया था जब भी किसी लकड़ी की लेंगे तो एक दूसरे की दिलवाने में मदद करेंगे एक दूसरे की अब मेरा काम पहले हो गया तो नाराज़ है मुझसे ........


रानी पीछे से अपनी भारी चूची मेरी पीठ पर दबाते हुए बोली आज आपके दोस्त की ख्वाइश भी पूरी कर देती हूं ...... फिर हम रानी के घर पहुंचे वो मुझे अंदर ले गयी और कमरे में बिठा कर नहाने चली गयी ........ नहा कर वो यूँ ही नंगी कमरे में आ गयी उसके बालों से भी पानी टपक रहा था और उसका ये गीला हसीन बदन देख कर मेरा मूड बनने लगा .......


मेरा लंड जीन्स के अंदर सर उठाने लगा ........ तभी संजय का कॉल आया वो आ चुका था ....... मैंने रानी से कहा संजय आ गया है तुम कपड़े पहन लो वो बोली क्या करूंगी पहन के अभी तो फिर उतारने पड़ेंगे मैंने कहा ऐसे नंगी उसके सामने आ गयी तो वो हर्ट अटैक से ही मर जायेगा उसने आज तक नंगी लड़की नही देखी है .......


मेरी बात सुन कर रानी जोर से हंसती हुई अंदर वाले कमरे में चली गई और मैंने बाहर आ कर गेट खोल दिया ....... संजय थोड़ी दूर पर ही कान से फोन लगाए खड़ा था मैंने उसे आवाज़ दे कर बुलाया वो जल्दी से फ़ोन जेब मे रख कर भागता हुआ आय उसका उतावलापन देख कर मुझे हंसी आ रही थी ........


मुझे हंसता देख कर वो कुढ़ के बोला साले ले ले मज़े किसी दिन मैं भी कोई लड़की पटा कर चोदूगा फिर मैं भी मज़े लूंगा तेरे ....... मैंने कहा बकचोदी बाद में कर लेना चूतिये पहले लड़की चोद ले चल अंदर ......


वो मेरे साथ अंदर आया और बेड पर बैठ गया औ इशारे से पूछा कहां है मैंने कहा सब्र कर आ रही है फिर उसने जेब से कंडोम निकाल कर दिखाया मुझे और बोला पूरा इंतजाम कर के आया हूँ आज ...... मैंने कफ फिर इसे लगा कर रेडी हो जा वो बोला पहले देखूं तो सही कैसी है ....... मैंने कहा उस दिन वीडियो दिखाया तो था तुझे वो बोला सामने से देखने की और बात है बे .......



तभी रानी अंदर से बाहर आई उसने एक रेड कलर का फिटिंग सूट पहने था और बालों को सुखा कर जूड़ा सा बांध रखा था रानी को देखते ही उसकी बकचोदी बंद हो गयी वो बार बार थूक गटकने लगा मैंने कहा रानी ये मेरा दोस्त संजय है .......


रानी संजय के बगल में बैठ कर उसके कंधे पर हाथ रख कर बोली संजय जी नमस्ते मैं हूँ रानी ....... और संजय सहम सा गया रानी मुझसे बोली आपके दोस्त तो बड़े शर्मीले दिख रहे हैं ....... मैंने कहा नही बातें तो बड़ी बड़ी चोद लेता है हां चूत कभी नही चोदी इसने वो अलग बात है संजय मुझे घूरने लगा .......


मुझे हंसी आ रही थी लेकिन मैं जानता था इस टाइम हंसा तो संजय मुझे जूता फेंक के मारेगा तो मैंने उठते हुए कहा ठीक है रानी संजय तुम लोग एक दूसरे से बातें करो मैं चला मुझे बैंक जाना है एक जरुरी काम है.........


मैं उठ कर बाहर आया तो संजय भागता हुआ बाहर आया और बोला भाई तू रुक ना कहाँ जा रहा है मुझे अकेला छोड़ के ...... मैंने कहा तू जा मज़े कर मैं क्या यहां तुझे चोदने का तरीका बताऊंगा वो बोला बता दियो बे मेरा पहली बार है मैंने कहा रानी को सब आता है उससे पूछ लियो मुझे भी उसी ने सिखाया था .........


मेरी बात सुन कर उसे थोड़ी तसल्ली हुई और वो बोला थैंक्स भाई और मुझे गले लगा लिया मैंने कहा जी भर के चोद लियो साले फिर मत कहना कि मैंने चूत नही दिलवाई तुझे ..........


1:20 हो रहे थे मैं दीदी के कॉलेज की ओर चल दिया और फिर उन्हें पिक कर के बैंक आ गया यहां मैंने दीदी के एकाउंट में मेरा नाम भी ऐड करा कर इसे जॉइंट कराया और वो 25 लाख की चेक एकाउंट में लगा दी फिर मुझे बैंक के कर्मचारी ने ही बताया सर इस एकाउंट का एटीएम आ गया है वो भी ले लीजिए एटीएम ले कर हम बैंक से बाहर आये ........


दीदी बोली विकी इतने सारे पैसे का क्या करेंगे मैंने कहा दीदी धूमधाम से आपकी शादी करेंगे और खूब धमाल करेंगे ........ फिर मैं दीदी को ले कर एक माल में आ गया और उन्हें ढेर सारी शॉपिंग कराई ...... दीदी बोली ये किस खुशी में मैंने कहा अपनी गर्ल फ्रेंड को शॉपिंग कराने की कोई वजह नही होती ......., मेरी सेक्सी स्वीट जानू के लिए कुछ ऐसी ड्रेस लेनी है मुझे जिन्हें पहन कर मेरी जान और भी जनलेवा दिखे ......... ,



फिर दीदी ने दो सेक्सी ड्रेस ली एक लहंगा चोली और दूसरा स्कर्ट टॉप ...... लहंगा बड़े घेर वाला था साथ मे मैंने उनके लिए दो सेट महंगी और स्टाइलिश अंडर गारमेंट्स भी लिए बदन को छुपाते कम दिखाते ज्यादा थे .........


फिर हम उसी माल में बने हुए रेस्टोरेंट में आ गए और हमने शानदार लंच किया आज दीदी बहोत खुश थीं ........

जब हम बाइक लेने पार्किंग में आये तो वहां कोई नही था ........ एकदम सन्नाटा देख कर दीदी ने मुझे कस के गले लगा लिया और मेरे होंठ चूम कर बोली थैंक्स विकी लव यू सो मच मेरी जान ........ बस ऐसा ही बॉयफ्रेंड चाहिए था मुझे मैंने भी उनके बाहों में भर लिया और उनके चूतड़ों की गोलाइयाँ दबाते हुए कहा लव यू टू स्वीटी .......



दीदी बोली अभी मैं भी बदले में एक रिटर्न गिफ्ट देना चाहती हूं आंखे बंद करो ......., मैंने आंखे बंद की और दीदी ने जल्दी से नीचे बैठ कर मेरे जीन्स की ज़िप सरका दी मैंने कहा दीदी ये पार्किंग है प्लीज यहां नही ........ दीदी बोली पर कोई नही है ना यहां ....... और नहाने के बाद तुम्हारे लंड से मेरे मुह का अहसास खत्म हो गया था ना फिर से देना है मुझे .........


फिर वो मेरा हाथ पकड़ कर मुझे दो कारों के बीच मे ले गयी और फिर मेरा लंड बाहर निकाल कर उसे मस्ती में चूसने लगी ........ पूरे दो मिनट तक अच्छे से लौंड़ा चूसने के बाद दीदी ने उसे अंदर करते हुए ज़िप बंद की और बोली अब चलें .........


मैंने बुरा सा मुह बनाते हुए कहा तुम भी ना बस आग लगा कर छोड़ देती हो ......,, वो हंसते हुए बोली अच्छा तो अब तुमसे भी सब्र नही होता ........


फिर मैंने बाइक स्टार्ट की और हम घर की ओर चल पड़े ......., घर पहुंच कर मम्मी ने सब कपड़े देखे तो उन्हें भी पसन्द आये वो पूछने लगी कि इतने कपड़े क्यों ले लिए तो दीदी मेरा मुह ताकने लगी मैंने कहा वो प्रतीक ने कहा था कि दीदी को कपड़े दिला देना उनकी तरफ से ........,


ये जान कर मम्मी भी खुश हुई कि उनका होने वाला दामाद उनकी बेटी को कितना प्यार करता है ........ मम्मी ने खाने को कहा तो दीदी ने बताया कि वही रेस्तरां में लंच कर लिया हमने .......... ,


फिर मैं और दीदी दोनो उपर आ गए ....... दीदी अपने अंडरगारमेंट्स को ले कर एक्साइटेड थीं ......., और मैंने उन्हें वो कपड़े बैग से निकाल कर दिखाए जो प्रतीक ने उन्हें और मुझे दिलाये थे दीदी के लिए एक रेड कलर का डिजाइनर गाउन था और मेरे लिए एक शर्ट और जीन्स सारे कपड़े महंगे और ब्रांडेड थे ..........



ये सब देख कर दीदी का चेहरा खुशी से और भी दमकने लगा था दीदी ने तुरंत ही प्रतीक को कॉल की और बोली फोन स्पीकर पर डाल कर बोलीं .........,


दीदी- लव यू सो मच माय स्वीट हबी ....... आपने ड्रेस तो भेजी बहोत अच्छी है ........

प्रतीक - लव यू माय लव पर वो अच्छी तब ही लगेगी जब मेरी स्वीट वाइफ उसे पहनेगी ......

दीदी - ok जानू आज रात ही पहन कर दिखाउंगी तुम्हें ....... और तुम्हे बहोत सारा थैंक्स जान .......


प्रतीक - वो किसलिये ....... दीदी बोली मुझे इतना सारा प्यार देने के लिए विकी के साथ मिल कर मेरी सारी परेशानियां दूर करने के लिए ........, मेरे बारे में सब जान कर भी अपना प्यार बरकरार रखने के लिए ........ और मेरे साथ साथ मेरे विकी को भी उतना ही लगाव देने के लिए........

प्रतीक - हसंते हुए बोले बस बस ........ ये लिस्ट बहोत लंबी होती जा रही है लेकिन इनमें से कुछ भी ऐसा नही है जिसके लिए तुम मुझे थैंक्स बोलो ........ ये सब मैंने अपनी जान निकी अपनी होने वाली वाइफ के लिए किया है उसकी खुशी के लिए किया है और सारी जिंदगी करता रहूंगा तो क्या तुम हर रोज मुझे थैंक्स बोलोगी .........

दीदी - चंचलता से बोली अभी दूर हूँ तो थैंक्स ही बोल सकती हूं जब साथ रहूंगी तब तो तुम्हे प्यार कर के तुम्हे थैंक्स बोलूंगी .......


प्रतीक- मेरी जान बहोत तड़प रहा हूँ तुम्हारे लिए .......


दीदी - मैं भी तड़प रही हूं ना जानू तुम्हारे लिए तुम्हारे प्यार के लिए ..........

प्रतीक - इतना मत तड़पो ना कुछ इंतजाम कर लो .......

दीदी - मुस्कुरा कर ......... कैसा इंतजाम ...... प्रतीक बोले उंगली कर लो ना



दीदी - ....... आज रात में करूंगी .......करनी ही पड़ेगी बहोत गीली हो रही है.........


प्रतीक - अकेले???


दीदी - नही तुम्हारे साथ ....... मस्ती करते हुए .......


प्रतीक,- फिर तो आज मैं बियर पार्टी कर लेता हूँ फिर मज़ा आएगा ........ तुमने कभी बियर पी है निक्की ............


दीदी- हिचकिचाते हुए बोली ........ नही मैंने कभी नही पी .........

प्रतीक- यार पी कर करने में ज्यादा मज़ा आता है.......


दीदी- ok तो तुम पी लेना न मैं कहाँ रोक रही हूं ........

प्रतीक- मैं तुम्हारी बात कर रहा हूँ जान मैं सोच रहा था अगर दोनो ने पी हो तो और भी मज़ा आएगा .........


दीदी- पर मैं कैसे ......?

प्रतीक- यार कुछ करो न एक बियर का इंतजाम कैसे भी ........

दीदी मुझे देख कर मुस्कुराते हुए बोली........

मैं कैसे मैं थोड़े जाऊंगी बियर लेने .......

प्रतीक - ये बात तो है तुम थोड़े जाओगी लेने ........


दीदी- तुम परेशान ना हो मैं ऐसे ही कर लूंगी .......


प्रतीक- ok जान आज तो तुमने मुझे एकदम से खुशी से दे दी मैं तो रात के बारे में सोच सोच कर ही एक्सिटेड हो रहा हूं.........


दीदी- मैं भी ....... अच्छा अब रखती हूं रात में मिलते हैं जान ....... लव यू ....... और दीदी ने कॉल काट दी .......।


फिर दीदी नीचे चली गईं और मैं फ़ोन पर गेम खेलने लगा तभी प्रतीक की कॉल आयी मैंने रिसीव की ........

प्रतीक- यार विकास मेरा एक छोटा सा काम कर दो प्लीज ......

मैं- अरे आप आदेश करिये जीजा जी मैं फौरन करता हूँ ......


प्रतीक- यार देखो कुछ गलत ना समझना पर आज निकी से बात करते हुए मैंने पूछ लिया कि तुमने कभी बियर पी है या नही वो बोली नही तो मैंने कहा एक बार पी कर देखो ........ उसने कहा कि उसका मन तो होता है पर वो लेने नही जा सकती तो प्लीज तुम उसे एक बियर ला कर दे दोगे ........

मैं- ठीक है अगर आप ऐसा चाहते हैं तो मैं ला दूंगा उसमे क्या है .......

प्रतीक- थैंक्स विकी ......


मैं- लेकिन अगर दीदी गुस्सा की मुझ पर तो .......?


प्रतीक- नही करेगी मैं हूँ ना चिंता ना कर ...........


मैं- फिर ठीक है जीजू मैं आपका काम कर दूंगा ........

उन्होंने कॉल काट दी और मैं सोचने लगा इनको कैसे मालूम होगा कि अगर ये आज ना भी कहते तो मैं दीदी की पिलाने वाला था ............


तभी संजय का काल आया वो बहोत खुश था बोला मेरे भाई दोस्त हो तो तेरे जैसा ....... मज़ा आ गया यार मैंने पूछा कितनी बार ली वो डींग मारता हुआ बोला 4 बार ली बहोत रगड़ के चोदा मैंने कहा ठीक है चल तुझे चूत मिल गयी अब कल से दीदी की शादी के इंताजाम में लगना है हमे ........ वो बोला साले तेरे कहने की जरूरत नही है मेरी भी दीदी है तू चिंता ना कर कल से स्कूल के बाद रोज दो घंटे तेरे नाम ........


फिर शाम को 7 बजे मैं बाजार गया पैदल घूमते हुए और 4 बियर और दो सिगरेट ले कर चुपके से अपने कमरे में रख आया .........

फिर हम सब ने रात का खाना खाया और थोड़ी देर पारिवारिक बातचीत के सब अपने अपने कमरों की ओर चल दिये .......।
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सुबह 8 बजे मुझे दीदी ने जगाया आज संडे था और कोई भाग दौड़ नही थी इसलिए सभी देर से उठे थे ....... और जागते ही फ्रेश होने के बाद मैंने दीदी से कहा ....... दीदी हमारे कमरों का काम खत्म हो गया है बस थोड़ी सी साफ सफाई कर ली जाए तो आज से ऊपर निकल लें हम ........


ये सुन के दीदी एकदम से खुश हो गईं और अपना दुपट्टा कमर में बांधते हुए झाड़ू उठा ली और बोली बस आधे घंटे में मैं सब चमका देती हूं ....... मैंने कहा चलो मैं भी मदद कर देता हूँ आपकी ....... दीदी बोली चलो फिर और उन्होंने एक बाल्टी में पानी लिया उसमे लाइज़ोल डाला पोंछा और बाल्टी मुझे पकड़ा के वो ऊपर चल दीं.......

मैं भी पीछे से बाल्टी ले कर आने लगा सीढियां चढ़ते हुए दीदी के भरे हुए सुडौल चूतड़ लेफ्ट राइट होते देख कर मेरा लंड गरम होने लगा ....... ऊपर आ कर दीदी सबसे पहले अपने रूम में घुस गयीं उन्होंने ऊपर ऊपर की धूल साफ की और मैं फर्श पर झाड़ू मारने लगा ....... सारा कचरा साफ करने के बाद दीदी ने पोंछा उठाया और पोंछा मारने लगी उन्होंने अपनी कुर्ती पीछे से ऊपर उठा कर मोड़ दी थी और लैगी उनके चूतड़ों पर एकदम कस के चिपकी थी वो कभी कभी घुटनो पर हो कर आगे तक हाथ बढ़ाती तो उनकी गांड़ एकदम ऊपर उठ जाती ........


ये सीन देख कर मेरा मूड बनने लगा और मैंने एकदम से दीदी के पीछे जा कर उनकी गांड़ के छेद को लैगी के ऊपर से सहला दिया मेरी इस हरकत से दीदी एकदम चिहुँक कर उछल गयी फिर मेरी ओर देख कर शरारत से बोली और करो ना अच्छा लगता है .......


मैं दीदी के पास ही बैठ गया और उनकी गांड़ की दरार को और गांड़ के छेद को उंगली से सहलाते हुए मज़े लेने लगा और दीदी कसमसाती हुई पोंछा लगाने लगी उनकी गति कम हो गयी थी छोटे से कमरे में पोंछा लगाने में कोई 15 मिनट लग गए उन्हें लेकिन इतनी देर में मेरा लंड खूंटे जैसा सख्त और दीदी की बुर भी शायद गीली हो चुकी थी ..........


इस कमरे का काम खत्म कर के हम मेरे कमरे में आ गए ...... और इसकी साफ सफाई में जुट गये ....... और इस बार फर्श पर पोंछा लगाना शुरु करने से पहले दीदी बोली मैं टॉयलेट हो के आती हूँ ....... 2 मिनट में दीदी आयी और यहां भी पोंछा लगाने लगी उसी तरह कुर्ती उठा के और चूतड़ फैला के ....... मेरी नजर वहां पड़ी और देखते ही मेरा दिल उछल के मेरे मुह में आ गया दीदी की लैगी की सिलाई एकदम गांड़ के सामने कोई दो तीन इंच खुली हुई थी और उस छोटे से बने हुए छेद में से दीदी की गांड़ का चिकना कसा हुआ छेद झांक रहा था .........



मुझे याद था अभी उनके कमरे में वो लैगी एकदम सही थी ....... कोई सिलाई नही खुली थी उसकी उफ़्फ़फ़ दीदी ने जानबूझ कर बाथरूम जा कर अपनी पैंटी निकाल कर अपनी लैगी की सिलाई खोली थी ....... उनकी ये हरकत मुझे पागल कर गयी और मैंने बस उनके पीछे जा कर झुकते हुए उनके चूतड़ पकड़े और अपने होंठ उस खुले हुई सिलाई से उनकी गांड़ के नंगे छेद पर रख कर उसे चूम लिए ........


मेरे होंठो का स्पर्श अपनी गांड़ पर होते ही दीदी के मुह से एक तेज सिसकी निकली और उन्होंने अपना एक हाथ पीछे ला कर मेरे बाल अपनी मुट्ठी में भरे और मेरा मुह अपनी गांड़ पर दबाते हुए अपने चूतड़ हिला हिला कर अपनी गांड़ मेरे मुह पर रगड़ने लगी .......



मैंने भी जीभ निकाली और दीदी की गांड़ की गर्मी को अपनी जीभ पर महसूस करते हुए उनकी गांड़ रगड़ रगड़ कर चाटने लगा दीदी की सिसकियां अब आहों में तब्दील होने लगी थीं ....... तभी मम्मी की आवाज़ कानो में पड़ी ....... निकिता विकास कहाँ गए तुम दोनों .......



और हम हड़बड़ाते हुए जल्दी से अलग हो गए दीदी वहीं से चिल्ला कर जवाब दी मम्मी हम यहां ऊपर सफाई कर रहे हैं और वो जल्दी जल्दी पोंछा लगाने लगी ....... दीदी का जवाब सुन कर मम्मी बोली ठीक है जल्दी से ऊपर का काम खत्म कर के नीचे आ जा और मेरी मदद कर आज देर हो गयी मुझे भी उठने में .........



मेरे कमरे का काम निपटा कर हम तीसरे कमरे में घुस गए ....... यहां भी साफ सफाई शुरू कर दी मैंने कहा दीदी लैगी क्यों फाड़ ली आपने फालतू में नुकसान कर लिया ....... दीदी मुस्कुराते हुए बोली इतने नुकसान के बदले जितना फायदा हुआ है अगर वैसा फायदा होता रहे तो मैं रोज ऐसे नुकसान करती रहूं .......,


दीदी झाड़ू लगा रही थीं थोड़ा झुक कर मैं पास गया और दरवाजे की ओर देखते हुए एक हाथ उनके कुर्ते के गले मे घुसाते हुए उनकी चूची पकड़ ली और मसलने लगा ........

दीदी सिसिया कर बोली aaahhhhh आज तो लगता है मेरा भाई ज्यादा ही जोश में है वरना रोज तो मुझे खुशामद करनी पड़ती थी इसके लिए ........

मैंने कहा बस आज का दिन और गुजार लो किसी तरह रात को आपके सारे अरमान पूरे कर दूंगा ...... दीदी खुशी से बोली सारे ........ मैंने जल्दी से कहा सारे मतलब वो छोड़ के सारे ...... और दीदी ने गुस्से से मुह फुला लिया उनका नकली गुस्सा देख के मुझे हंसी आ गयी और उनका निप्पल हल्के से मसल दिया दीदी ने एकदम से मेरा लंड पकड़ लिया और बोली अगर मैं अपनी पे आ गयी ना तो तुझे यही पटक कर अपनी चूत में ले लुंगी तेरा लंड उनका ये रूप देख कर मैं थोड़ा सहम सा गया और उनकी कुर्ती से हाथ निकाल कर पोंछा उठा लिया और लगाने लगा......

पोंछा लगाते हुए मैंने पूछा प्रतीक से बात नही हो रही क्या आजकल दीदी बोली कम हो रही है ना के बराबर ...... मैंने उन्हें बता दिया है की ऊपर काम चल रहा है तो मैं मम्मी के साथ सो रही हूं ....... फिर हमने इस कमरे का काम भी खत्म किया कमरे तो चमकने लगे थे लेकिन हम काफी गंदे हो चुके थे ....... फिर हमने कमरों के बाहर इकट्ठा कूड़ा करकट इकट्ठा किया और मैं उसे समेट कर बाहर कूड़ेदान में डाल आया .......

फिर मैं ऊपर वाले बाथरूम में और दीदी नीचे नहाने चली गईं नहा कर हम सब ने साथ में नाश्ता किया ...... ऊपर लेबर आ चुके थे वो तीसरी मंजिल पर अपने काम मे लगे हुए थे....... नाश्ता खत्म करते करते प्रकाश आ गया वो अपने साथ प्लम्बर और फिटिंग का सामान लाया था नए वाले बाथरूम का काम होना था मैंने उसे बताया कि इसमें बाथटब भी लगेगा सारा कुछ उसे समझा कर मैं पापा के कमरे से अपने कपड़े और बाकी सामान ले कर अपने रूम में आ गया ....... और फिर सब कुछ व्यवस्थित करने लगा ........ दीदी भी धीरे धीरे अपना सामान ऊपर ला कर अपना कमरा सेट करने लगीं ........ ये सब निपटाते सवा बारह बज गया था ।

हमारे कमरे एकदम नए से लग रहे थे लेकिन पर्दे पुराने थे जो मुझे अच्छे नही लगे ......... अभी मेरे पास कोई खास काम नही था तो मैं दीदी के कमरे में आया वो अपनी अलमारी सही कर रही थीं बाकी सब व्यवस्थित हो चुका था उनके कमरे में .......

मैंने कहा निक्की जल्दी से काम खत्म करो वो बोली क्यों कुछ काम है मैंने कहा हां जरूरी काम है वो अलमारी बन्द कर के बोली बोलो मेरा काम खत्म हो गया ....... मैंने कहा फिर जल्दी से तैयार हो जाओ आज तुम्हे घुमाने ले जा रहा हूँ ........


दीदी ये सुनते ही खुश हो गईं और फिर से अलमारी खोल कर उन्होंने वो लहंगा निकाला जो उस दिन मैंने खरीदा था उनके लिए ....... ग्रे कलर का खूबसूरत डिजाइनर लहंगा चोली और नेट का दुपट्टा .......... कपड़े निकाल कर बेड पर रखने के बाद वो बाथरूम में घुस गयीं ........


मैं भी अपने रूम में आ गया ....... चेंज किया ब्लैक पैंट ब्लैक टीशर्ट ब्लैक शूज मुझे तैयार होने में खास टाइम नही लगा और मैं तैयार हो के नीचे आ गया ......



पापा कहीं गए हुए थे बाइक ले कर मम्मी अपने रूम में लेटी थीं मुझे देख कर बोली कहीं जा रहे हो ......? मैंने कहा हां मम्मी काफी दिनों से भाग दौड़ कर के थक गया हूँ आज दीदी के साथ मार्केट जा रहा पर्दे बदलने हैं कमरों के उसका कपड़ा लेना है और फिर एक मूवी देखने का मन है मम्मी बोली ठीक है ....... अभी घूमने फिरने की उम्र है तुम लोगों की जाओ ........



और तभी दीदी कमरे में आ गईं ......... उस लहंगे और चोली में वो बला की खूबसूरत दिख रही थीं उन्होंने चॉकलेट कलर की लिपस्टिक लगाई थी बालों को बांध कर जूड़ा बनाया था और पैरों में खूबसूरत नागरा जूतियां ......



दीदी को देख कर मम्मी ने कहा ओहहो लगता है किसी शादी में जाने की तैयारी है तुम लोगों की ...... मैंने कहा शादी में तो अभी दो महीने बाकी हैं मम्मी और हम हंस दिए ........



फिर मैंने कार निकाली और दीदी को अगला दरवाजा खोल कर आगे बिठाया वहां से हम सीधा सिविल लाइन आ गए विनायक में हमने अपने कमरों के लिए पर्दे के कपड़े लिए मैंने एक साथ पूरा थान ले लिया था जिस से पूरे घर मे एक जैसे पर्दे लग सकें ....... उसे कार में रख कर हम थियेटर की ओर चल पड़े तभी दीदी बोली विकी भूख लगी है मुझे भी भूख लग रही थी .......



तो हम मॉल में ही बने हुए रेस्तरां में आ गए एक कॉर्नर टेबल पकड़ कर मैंने कहा दीदी भूख तो मुझे भी लगी है लेकिन पहले कुछ पीने का मन है ....... दीदी बोल पड़ी चल फिर बियर पीते हैं मैंने कहा चलो वेटर हमारी ओर आ ही रहा था हमे जाता देख कर वो बोला सर क्या हुआ मैंने कहा यार भूख लगी थी तो सोचा कुछ खा लें लेकिन फिर खाने से पहले पीने का मन हो गया तो पहले कुछ पी कर आते हैं उसने कहा तो कहां जा रहे हैं आर्डर करिये क्या लाउं ......


मैंने हैरान हो कर पूछा यहां पीने का भी जुगाड़ है क्या वो बोला हां सर सारी सर्विस मिलेगी और आप चाहो तो प्राइवेट केबिन भी ले सकते हैं सिर्फ 300 रुपए में एक घण्टे के लिए वहां आपको कोई डिस्टर्ब नही करेगा ....... मैंने कहा सही है यार फिर चलो जल्दी मेरी जल्दबाजी देख कर वेटर मुस्कुराने लगा ...... वो हमें लवर कपल समझ रहा था ..... और शायद ठीक ही समझ रहा था .........


वो आगे चल दिया और हम उसके पीछे चल पड़े रेस्तरां के कॉमन हाल के एकदम पीछे की ओर गोल सीढ़िया थी वो उन पर चढ़ने लगा मैं और दीदी भी उसके पीछे हो लिए ऊपर जा कर वो हमें एक बड़े हाल में ले आया जिसमे बीच मे एक 8 फीट चौड़ी लंबी सी गैलेरी थी और उसके दोनो ओर आमने सामने छोटे छोटे केबिन से बने थे जिन्हें प्लाईवुड से पार्टीशन कर के बनाया गया था ....... मैं यहां पहले भी दो बार आया था पर साला ई व्यवस्था के बारे में अब पता चला .........

हर केबिन के दरवाजे पर एक तख्ती डोरी की मदद से लटकी थी उसने एक दरवाजे पर जिसकी तख्ती पर फ्री लिखा था उसे पलट दिया अब वो इंगेज हो गया था और उसने दरवाजा खोल कर हमें अंदर जाने का इशारा किया मैंने दीदी से कहा अंदर चलो मैं आता हूं ........

दीदी अंदर गयीं और मैंने वेटर के कान में कहा दो टुबर्ग ले आओ और साथ कुछ स्नैक्स वो बोला सर फ्राइड एग और फिंगर चिप्स ले आऊं या आप मेन्यू देख लो अंदर है मैंने कहा यार कुछ भी ले आ हमे बस खाने पीने से मतलब वो बोला ok सर आप बैठो मैं 5 मिनट में लाता हूँ.......


वो गायब हो गया और मैं अंदर आ गया ये छोटा सा 6×6 का केबिन था जिसमे एक थ्री सीटर सोफा शीशे की टेबल और एक स्टूल रखा था साफ सुथरा था और ac की ठंडक फैली हुई थी ..... दीदी सोफे पर बैठी हुई थी मैंने दरवाजा बंद किया और दीदी के पास बैठ गया ........

दीदी मुझे देख कर मुस्कुराने लगी ...... मैंने कहा निक्की आज बड़ी सेक्सी लग रही हो दिल कर रहा है तुम्हारी चूत चाट लूं ....... दीदी मुस्कुरा कर बोली तो चाट लो ना विक्की बाबू इस चूत पर पहला हक तुम्हारा ही है ..........


और इतना कहते हुए दीदी उठ खड़ी हुई और सोफे और टेबल की बीच की जगह पर खड़ी हो कर टेबल पर हाथ रखते हुए झुक गयीं और अपना लहंगा ऊपर उठाते हुए अपनी गांड़ नंगी कर दी मैंने उनकी ये हरकत देख कर जल्दी से उनका लहंगा नीचे किया और बोला ये क्या है यार तुमसे तो कुछ कहा नही और शुरू हो गयी ..........

दीदी मुह बनाते हुए बैठ गयी और बोली एक तो तुम्हारे दिल की करो ऊपर से डाँट खाओ मैंने दीदी का हाथ पकड़ कर दबाते हुए कहा निक्की मैं भी ये चाहता हूं पर ये जगह इसके लिए सही नही है हो सकता है यहाँ कहीं कोई हिडेन कैम लगा हो और मैं एकदम नही चाहता कि मेरी प्यारी निक्कू फिर से किसी नई मुसीबत में पड़े ........

मेरी बात समझ कर दीदी एकदम शर्मिंदा हो गयी और बोली सॉरी विक्की तुम्हारे साथ मैं एकदम बहकने लगती हूँ सही गलत सब भूल जाती बस तुम्हे प्यार करने का और तुम्हारा प्यार करने का दिल करता है ........

मैंने दीदी की कमर में हाथ डाल कर कहा लव यू मेरी जान बस थोड़ा सा सब्र और करो अभी थियेटर में हमे मौका मिलेगा फिर नही रोकूंगा मैं अपनी जान को कर लेना अपने मन की मेरी बात सुन कर दीदी मुस्कुरा कर बोली मुझे तो बस आज रात का इंतजार है उस रात तूने मुझे बहोत सताया था आज मेरी बारी है ....... तभी डोर नॉक हुआ मैंने दरवाजा खोला और वेटर ने एक ट्रे हमारी टेबल पर रख दी ........

2 बियर मग 2 बियर कैन प्लेट्स में सजे हुए फ्राइड एग फिंगर चिप्स और सॉस उसने सब करीने से सजा दिया ....., और बोला सर कुछ और चाहिए तो वो स्विच दबा दीजिएगा मैंने देख सोफे के बगल में एक बेल स्विच लगा हुआ था ....... मैंने सर हिला दिया और वो चला गया मैंने कैन खोल कर मग भर दिए और खाने पीने लगे 5 मिनट में हमारी बियर खत्म हो गयी लेकिन स्नैक्स अभी भी बाकी था मैंने स्विच दबाया और अगले मिनट वेटर बाहर से बोला यस सर मैंने कहा 2 बियर और ले आओ सिगरेट मिलेगी वो बोला मिलेगी सर मैंने कहा ले आओ एक वो भी ........ कुछ ही देर में वो सब ले कर हाजिर हुआ मैंने दरवाजे पर ही उस से सब सामान ले लिया और फिर से मग भर दिए और घूंट भरते हुए सिगरेट जला ली .......


2-2 बियर और ढेर सारा स्नैक्स खा कर हमारे पेट तो तृप्त हो गए थे लेकिन अब हमारे अंदर एक और आग सुलग रही थी ....... वासना की आग ......

खा पी कर हम वहां से निकल आये नीचे आते ही वो वेटर सामने प्रकट हो गया मैंने बिल pay किया इतने से सामान के 1200 रुपये ज्यादा थे लेकिन दीदी खुश थीं तो ये कुछ भी नही था ........ वेटर को 1300 रुपये पकड़ा कर हम दोनों रेस्तरां से बाहर आये दीदी के कदम थोड़ा सा बहक रहे थे तो मैंने उनका हाथ कस के पकड़ लिया फिर हम थियेटर की ओर चल पड़े .........

यहां 3 थियेटर थे जिनमें रुस्तम , हॉउसफुल 3 और बागी रनिंग थी .......

मैंने दीदी से पूछा कौन सी देखनी है वो अपने होंठो पर जीभ फिराते हुए बोली जिसमे कम भीड़ हो ......., मैंने बागी के नेक्स्ट शो के दो टिकट लिए इस काउंटर पर 5-7 लोग ही थे ....., बाकी दोनो पर भीड़ थी शो 20 मिनट में स्टार्ट होना था .......

टिकट ले कर हम वहीं गैलेरी में टहलने लगे दीदी ने मेरा हाथ कस के पकड़ा हुआ था ........ दो चार लड़के और वहां यूँ ही घूम रहे थे हमारे जैसे 3-4 कपल और भी थे वहां ....... तभी दो लड़के हमारे पीछे की ओर से आये और पीछे से मेरे कानों में धीमी सी आवाज़ आयी मस्त माल है साली की गांड़ तो जबरदस्त है मिल जाये तो एक झटके में पेल दूँ इसे ....... ये सुनते ही मैं फुर्ती से पीछे घूमा........

दो लड़के थे दोनो की ऐज 20-21 की होगी एक दुबला सा बकरे जैसी दाढ़ी वाला दूसरा थोड़ा तगड़ा लेकिन छोटे कद का दोनो ने घिसी हुई जीन्स पहन रखी थी दाढ़ी वाले के मुह में गुटका भरा था उनकी नजर दीदी की कमर पर टिकी थी लेकिन मुझे मुड़ता देख कर आपस मे एक दूसरे को देख कर खी खी करते हुए हंसने लगे .......... मैंने सीधा उनके पास जा कर दाढ़ी वाले का कॉलर पकड़ा और उल्टे हाथ का एक झन्नाटेदार थप्पड़ उसके मुह पर जड़ दिया चटाक की आवाज़ गूंजी और सब हमारी ओर देखने लगे ....... ठिगने वाला ये देख कर मेरी ओर झपटा लेकिन मैंने बाएं पैर की एक जोरदार किक उसके घुटने पर मारी और वो लड़खड़ा कर वहीं बैठ गया अपना घुटना पकड़ के और मैंने एक पंच उसके माथे पर मारा वो पीछे को पलट कर गिरा और गहरी सांसें लेने लगा दाढ़ी वाले ने सम्हलते हुए मेरे मुह पर मुक्का मारना चाहा तो मैं तेजी से सर की नीचे झुका लिया और दो तीन थप्पड़ पूरी ताकत से उसके मुह पर जड़ दिए उसके होंठो से खून टपकने लगा और उसने मेरे हाथ जोड़ कर कहा बस कर भाई माफ कर दे .........

मैंने गुस्से से भभकते हुए कहा मादरचोद क्या बोल रहा था अब बोल ना भोसड़ी के वो कान पकड़ कर बोला भाई भाई गलती हो गया दोबारा से कभी ऐसा नही करूंगा ....... माफ कर दो भाई .........

ये सब बस कुछ पलों में हो गया अब लोग इकट्ठा हो गए थे हमारे चारो ओर और पूछने लगे क्या हुआ है तभी एक लड़का और लड़की जो हमारे पास ही खड़े थे वो भी भीड़ में आगे आये और वो लड़की बोली ......


आपने अच्छा सबक सिखाया इन कमीनो को कब से ये घूम घूम कर लड़कियों पर गंदे कमेंट्स कर रहे थे ....... ये सुनते ही भीड़ में से दो तीन लौंडे आगे आये और उन दोनों को दो चार हाथ और पड़े ........, इतनी देर में थियेटर का गॉर्ड और मैनेजर भी वहां आ गया .......

उन्हें जब सब मालूम हुआ तो सभी से माफी मांगने लगे और गॉर्ड ने उन दोनों को कॉलर से पकड़ा और बाहर धकेलने लगा मैंने गॉर्ड से कहा रुको .......


और मैंने तुरंत राजेश चाचा का नंबर डायल किया दो रिंग में ही फोन रिसीव हुआ मैंने चाचा को सारा मामला बताया वो हंसते हुए बोले कितनी मारा मारी करता है भाई तू ....... मैंने कहा मैंने कुछ गलत किया क्या चाचा वो निकिता के बारे में ऐसा बोल रहे थे ........

चाचा हंसते हुए बोले ना बेटा तू गलत तो कर ही नही सकता रुक मैं लोकल थाने से किसी को भेजता हूँ वहां उन दोनो को बुक करवाता हूँ .......

मैंने फोन काट कर मैनेजर से बोला पुलिस आ रही है इन दोनों को पकड़ के रखना तब तक ....... और मैनेजर की भी थोड़ा सा फटी मुझसे , मैंने भीड़ से बाहर आ कर देखा दीदी एक कोने में सहमी सी खड़ी थी मुझे देखते ही वो भाग कर मेरे पास और बोली तुम ठीक हो ना विकी मैंने कहा मैं एकदम ठीक हूँ पर उन दोनों की हालत खराब है ज्यादा पिट गए साले ......

और दीदी ने एकदम से मुझे सबके सामने गले से लगा लिया ...... मैंने उनकी पीठ सहलाते हुए उन्हें सम्हाला ...... 5 मिनट बाद दो कांस्टेबल वहां पहुंचे और बोले विकास कौन है यहां .........? मैंने कहा मैं हूँ वो बोले सर ने भेजा है कहाँ हैं वो दोनो लफंगे मैंने मैनेजर की ओर इशारा किया और वो उन्हें अपने साथ ले गया .......

वहां मौजूद सभी लोग मुझसे प्रभावित दिख रहे थे फिर सब इधर उधर होने लगे और ....... वो लड़की जो अपने बॉयफ्रेंड के साथ मूवी देखने आई थी एक कोने में उसके साथ खड़ी उसे घुडक रही थी देखा उसे कैसे वो एक भी शब्द नही सुन पाया अपनी girlfrend के लिए और पीट दिया उन लड़कों को एक तुम हो कि मैंने दो बार तुमसे कहा भी की मुझे देख कर कमेंट कर रहे हैं लेकिन तुमसे कुछ ना हो सका ....... और वो बेचारा सर झुकाए अपनी gf की लताड़ सुन रहा था .........

मुझे हंसी आयी उसकी हालत पर ......., तभी मैनेजर आया और बोला सर भेज दिया उनको ....... आप आइए अंदर मेरे केबिन में बैठ जाइए शो शुरू होने वाला है मैं दीदी के साथ उसके केबिन में आ गया और सोफे पर बैठ गया ........ उसने मेरे मना करने के बाद भी कोल्डड्रिंक मंगवाया और हम लोग कोल्डड्रिंक पीने लगे उसने एक बार फिर से कहा इस सब के लिए मैं शर्मिंदा हूँ ये मेरी जिम्मेवारी है कि यहां ऐसे लोग ना आ पाएं मैंने कोई बात नही किसी के माथे पर थोड़े लिखा है वो कैसा है ........

और फिर फाइनली पहला शो खत्म हुआ और मैनेजर खुद हमे हमारी सीट तक छोड़ कर गया ....... उसके जाने के बाद हम अपनी सीट पर बैठे कार्नर से दो सीट छोड़ कर तीसरी और चौथी सीट थी हमारी कोई 20-22 लोग और आये हाल में और फिर लाइट्स ऑफ हो गयी और मूवी शुरू .......

अंधेरा होते ही दीदी मेरी ओर झुक आयी और मेरे कंधे पर अपना सर रख दिया और बोली विक्की इतनी बड़ी बात भी नही हुई थी उन्होंने एक कमेंट ही तो किया था और मैं तो सुन भी नही पाई ...... क्या कहा उन्होंने और तुमने इतना बखेड़ा खड़ा कर दिया ....... अगर कहीं तुम्हे कुछ हो जाता तो ....... और उन्होंने मेरा हाथ अपने हाथों में कस लिया ........ मैंने भी अपनी बांह उनकी गर्दन के पीछे से डाल कर उन्हें अपने सीने से लगा लिया और उनकी ओर झुकते हुए उनके लिपस्टिक लगे होंठो पर अपने होंठ रख दिये और चूसने लगा ........ कोई 5-7 मिनट तक हम सब कुछ भूल कर बस एक दूसरे के होंठो का रस पीते रहे हमारी सांसे उखड़ने लगी तब हम अलग हुए ........ हल्की रोशनी में दीदी की नशीली आंखों में नशा और प्यार झलक रहा था उनके होंठ थरथरा रहे थे और उन्होंने कांपती आवाज़ में कहा लव यू मेरी जान विकी ......... और फिर से मेरे होंठो को चूसने लगी ........ और मेरे सीने पर हाथ फिराने लगी .........


मैंने अपना सर पीछे करते हुए कहा बस होंठ ही चूसोगी क्या जान ...... दीदी बोली नही सब कुछ चूसूँगी ...... मैंने कहा और मूवी कौन देखेगा दीदी शरारत भरी आवाज़ में बोली मेरी फेवरेट मूवी तो ये है और मेरा लंड पकड़ कर सहलाने लगी ..........।
 

neeRaj@RR

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आज का दूसरा अपडेट हाजिर जिसमे एक्शन रोमांस प्यार और सेक्स सारे फ्लेवर डालने की कोशिश की है प्रयास कैसा है कमेंट के माध्यम से अवश्य बताएं 🙏
 

neeRaj@RR

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Pratik kya Sweta ko chodane ka mauka milega to nahi chhodega agar aisa nahi hota to o roleplay nahi karta jab ki vikas aisa nahi kiya to vikas pratik jaisa kaise hogya ha Maana ki vikas ko bin mange kuchh Jada hi milvaya hai
किसने कहा विकास प्रतीक जैसा है ??? कोई किसी के जैसा नही होता सब अपने जैसे होते हैं
 

neeRaj@RR

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Ek prasn hai mera Jo Priti ki chudai ke baad karunga apse
प्रीति की चुदाई पता नही होगी भी या नही फिर आपका प्रश्न कैसे होगा ईसलिये आप प्रश्न कर ही लीजिए
 
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