Update 3 Husan e Pari
सोनू ने टप्पू से kiss तोडा और सिर उठा के देखा तो उसको तब अपनी तरफ़ कोई आता हुआ देखा सोनू अभी टप्पू की ऊपर बठी थी ऐसे की सोनू की गांड सीधे टप्पू की लैंड पर रगड़ रही थी टप्पू भी सोनू की गंद का वजन अपनी नुन्नु पर महसूस कर पा रहा था और किसी तराह से उस वजन को अपने नुन्नु से हटाना चहेता था जिस के लिए वो अपनी बॉडी को थोड़ा झटका देता है पर इस झटके से उसका नुन्नु सोनू की बम की छेद ने जाने लगा हैं सोनू टप्पू की दिया इस झटके से मंत् मुग्ध होने लगती है तभी उसकी नजरे सामने से आते इंसान पर पड़ती है।
सोनू की नज़रे उस इंसान के पैरो से होती हुई उसके face की तरफ बड़ रही थी सोनू को तेज बारिस के बीच चिकने leg दिखाई दिय टांग एकदम सफेद रंग की गोरी चिट्टी थी एकदम चिकनी थी बारिश की बूंदे टांगों के ऊपर से वहकर नीचे आ रही थी फिर भी ऐसा लग रहा था कि वह टांग बारिश में बिल्कुल गीली नहीं हुई है संगमरमर से सफेद थी वह टांगे सोनू की नजरें उन टांगों से धीरे-धीरे ऊपर की ओर बढ़ रही थी घुटनों के ऊपर पहुंच कर उसको कपड़े का टुकड़ा नजर आया यह एक मिनी स्कर्ट थी जो घुटनों से काफी ऊपर थी देखा जाए तो सोनू की स्कर्ट की तरह यह बस उसके गांड से तनिक ही नीचे थी थोडी और ऊपर सोनू की नजरें गयी तो सामने नंगी पतली कमर थी एकदम चिकनी कमर बिल्कुल ऐसी लग रही थी जैसे सफेद दूध से नहाई हो बिल्कुल साफ पानी के बूंदों से भीगी भीगी कमर पर एक प्यारा सा सफेद नाभि का छेद जिससे पानी की बुँदे टकराकर उसकी स्कर्ट पर से नीचे गिर रही थी कमर एक फिल्मो की heronie जिसी पतली थी
सोनू की नज़रे थोड़ी और उठी तो trunk top मे उठे हुए तो उभार थे
उभार क्या वो तो दो पहाड़ थे जो छते की कारण गिले होने से बचे ही रहे थे
ट्रक टॉप की नीचे से झलकती सी एक नीली bra की पट्टी भी सोनू की नज़रों मे थी
नजरे थोड़ी और उपर उठी तो दो बड़े बड़े pink lips थे जो बिना lipskict के भी ऐसे pink थे जिसे गुलाबी रंग मे अभी डुबा कर निकले हो गुलाब की पंखुड़ियों से मुलायम होंठ
थोड़ी आँखे और उपर गयी तो सोनू और उस इंसान की आँखों का मिल हुआ नीले रंग की नसीली आँखे थी ऐसा लगा था की जिसे आँखों मे चाँद बस गया हो और उनकी चमक चाँदनी जैसे आसपास सब कुछ मंत्र मुग्ध कर रही हो
आखरी नज़र उसके सुनहरे काले बालों पर पड़ी ये काली जुल्फ़े जिनपर हलका golden कॉलर भी था कंधों से होकर गांड तक आरहे थे
ये खुबसुरती की मलिका अपने कोमल कदमो से सोनू और टप्पू की तरफ बढ़ रही थी।
धीऱे से इस हुस्न ए परी ने छते को उठाया और अपनी विश्व रूपी सुंदरता का परिमंड दिया कितना खूबसूरत face था एकदम दूध सा सफेद।
छाता हटते ही सोनू को पता चला ये खूबसूरती की देवी हमारी प्यारी बबिता जी थी
जिनका दीवाना सारा जमाना था।