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Adultery तेरे प्यार में .....

R_Raj

Engineering the Dream Life
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#12



“ज्यादा जल्दी है तो ऊपर से ले जा ना ” मैंने कहा और आगे बढ़ गया. नशे में मालूम ही नही था की मैं रोड के बीच में चल रहा हूँ, गाडी ने दुबारा से हॉर्न दिया.

“बहुँत दिनों बाद यादे आई थी तुमको भी बर्दाश्त नहीं है तो जाओ यार ” कहते हुए मैं पलटा ही था की दो बाते एक साथ हो गयी. एक बरसात और दूजा सनम का दीदार. गाड़ी में वो शक्श था जो कभी अपना हुआ करता था . धीमे से गाड़ी से बाहर आई वो . भीगा मौसम , भीगी धड़कन , और भीगी ये मुलाकात . कभी सोचा नहीं था की हालातो के आगे इतना मजबूर हो जायेगे, मेरा जहाँ मेरे सामने खड़ा था और हिम्मत नहीं हो रही थी उसे सीने से लगाने की.

“कबीर ” बहुत मुश्किल से बोल पायी वो . हाथ से बोतल छुट कर गिर गयी.

“मेरी सरकार ” बस इतना ही कह सका मैं क्योंकि अगले ही छाती से आ लगी थी वो . डूबती रात मे बरसते मेह में अपनी जान को आगोश में लिए बहुत देर तक रोता रहा मैं न बोली कुछ वो ना मैंने कुछ कहा. बस दिल था जो दिल से बात कर गया.

“तू मेरा कबीर नहीं है, तू वो कबीर नहीं है जिसकी बनी थी मैं ” अचानक से उसने मुझे धक्का दे दिया.

मैं- पहले जैसा तो अब कुछ भी नहीं रहा न सरकार.

निशा- तू बोल रहा है या ये नशा बोल रहा है , अरे अपनी नहीं तो अपनों का सोचा होता ,वो कबीर जो सबके लिए था वो कबीर जो सबका था वो नशे में कैसे डूब गया . किस बात का गम है तुझे जो शराब को साथी बना लिया.

“वो पूछ ले हमसे की किस बात का गम है , तो फिर किस बात का गम है अगर वो पूछ ले हमसे ” मैंने कहा.

निशा- गम, दुनिया के मेले में झमेले बहुत, तू एक अकेला तो नहीं नजर उठा कर तो देख जग में अकेले बहुत है.

मैं- सही कहाँ तुमने मेरी जान, मैं अकेला था नहीं अकेला हो गया हूँ

निशा- मेरे इश्क में शर्ते तो नहीं थी , सुख की कामना तेरे साथ की थी तो वनवास तू अकेला भोगेगा कैसे सोच लिया. कितने बरस बीत गए. कोई हिचकी नहीं आई जो अहसास करा सके की कोई है जिसके साथ जीने का सपना देखा था मैंने , खुदगर्जी की बात करता है. अकेले तूने ही विष नहीं पिया कबीर .

बारिश थोड़ी तेज हो गयी थी .

“मुझे याद नहीं आई तेरी, मुझे. मेरी प्रतीक्षा इतनी की सदिया तेरा इंतज़ार कर सकू, मेरी व्याकुलता इतनी की एक पल तेरे बिना न जी सकू ” मैंने कहा .

“”



“चल मेरे साथ अभी दिमाग ख़राब है कुछ कर बैठूंगी , दिल तो करता है की बहुत मारू तुझे ” उसने बस इतना कहा और फिर गाड़ी सीधा मंजू के घर जाकर रुकी.

“आँखे तरस गयी थी तुम्हे साथ देखने को . ” मंजू ने हमें देखते हुए कहा .

निशा- भूख लगी है बहुत, थकी हुई हु. इसे बाद में देखूंगी.

निशा ने अपना बैग लिया और अन्दर चली गयी. .

मंजू- क्या कहा तूने उसे

मैं- कुछ नहीं.

हम तीनो ने खाना खाया .

मंजू- मैं दुसरे कमरे में हु तुम यही रहो.

निशा- जरुरत नहीं है. मैं बस सोना चाहती हु. अगर जागी तो कोई शिकार हो जायेगा मेरे गुस्से का.

मंजू मुस्कुरा दी. वैसे भी रात थोड़ी ही बची थी . सुबह जागा तो निशा मुझे ही देख रही थी.

“नशा उतर गया ” थोड़ी तेज आवाज में बोली वो.

मैं कुछ नहीं बोला.

निशा- बोलता क्यों नहीं

मैं- कुछ भी नहीं मेरे पास कहने को तेरा दीदार हुआ अब कोई और चाहत नहीं

निशा- फ़िल्मी बाते मत कर कुत्ते, ऐसी मार मारूंगी की सारा जूनून मूत बन के बह जायेगा

मैं- एक बार सीने से लगा ले सरकार, बहुत थका हूँ दो घडी तेरी गोद में सर रखने दे मुझे . मेरे हिस्से का थोडा सकून तो दे मुझे , ये नाराजगी सारी कागजी मेरी . इस चाँद से चेहरे को देखने दे मुझे

फिर उसने कुछ नहीं कहा मुझे , वो आँखे थी जो कह गयी निशा मेरी पीठ से अपनी पीठ जोड़ कर बैठ गयी.

“शहर में काण्ड नहीं करना था तुझे जोर बहुत लग गया तेरे फैलाये रायते को समेटने में ” बोली वो

मैं- छोटी सी बात थी हाँ और ना की बस बात बढ़ गयी.

निशा- इस दुनिया के कुछ नियम -कायदे है

मैं- तू जाने ये सब . कायदे देखता तो उस लड़की का नाश हो जाता ,इन खोखले कायदों को न कबीर ने माना है ना मानेगा

निशा- तेरी जिद कबीर, सब कुछ बर्बाद करके भी तू ये बात कहता है . इसी स्वाभाव इसी जिद के कारण देख तू क्या हो गया

मैं- जिद कहाँ है सरकार, जिद होती तो तेरी मांग सुनी ना होती , तेरे हाथो में मेरी चूडिया होती . मेरा आँगन मेरी खुशबु से महक उठता , मोहब्बत थी इसलिए तुझसे दूर हु मोहब्बत की इसलिए आज मैं ऐसा हु. सीने में जो आग लगी है ज़माने में लगाने के देर नहीं लगती

निशा- उस आग का धुआं अपनी मोहब्बत का ही तो उठता कबीर.बद्दुआ लेकर अगर घर बसा भी लेती तो सुख नहीं मिलता .

मैं- अपने हिस्से का सुख मिलेगा जरुर . वैसे ज़माने में खबर तो ये ही है की निशा ने भाग कर कबीर संग शादी कर ली

निशा- मालूम है ,पर फिर दिल इस ख्याल से बहला लिया की चलो ख्यालो में ही सही हम साथ तो है पर तू गायब क्यों था इतने दिन . कोशिश क्यों नहीं की तूने

मैंने निशा को तमाम बात बताई की उस रात क्या हुआ था .

निशा- आखिर क्या वजह हो सकती है

मैं- पता चल जायेगा वो जो भी है उसे ये मालूम हो ही गया होगा की मैं वापिस आ गया हूँ तो उम्मीद है की वो फिर कोशिश करेगा.

निशा- मुझे चाचा के घर जाना है, आज संगीत का प्रोग्राम है

मैं- मत जा , तुझे जी भर कर देखने दे

निशा- जाना पड़ेगा, घर का बेटा गायब हो जायेगा तो बहु को अपने फर्ज निभाने ही पड़ेंगे न. मैं हमेशा रहूंगी परिवार के लिए


मैंने निशा के माथे को चूमा की तभी मंजू आ गयी फिर वो दोनों चाचा के घर चली गयी . मैं हवेली चला गया एक बार फिर से पिताजी की यादो को तलाशने .................
Sandar Update !

Nisha to bhabhi ka farj nibhane pahuch gyi
kabir bhai ka farj nibhane jayega kya ??

Aur Intezar Hai Ki Fir kab hamla hoga kabir se dubara
fir kuch chhota mota suraj hath lage !
 

HalfbludPrince

मैं बादल हूं आवारा
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बहुत ही खुबसुरत लाजवाब और शानदार मदमस्त अपडेट है भाई मजा आ गया

बहुत ही सुंदर लाजवाब और अद्भुत मनमोहक अपडेट हैं भाई मजा आ गया
अगले रोमांचकारी धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा

Mast story
Thanks
 

HalfbludPrince

मैं बादल हूं आवारा
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शानदार अपडेट फौजी भाई
आपकी स्टोरी से पहले राज भाई की सुप्रीम पर एक रीडर ने भी धर्मवीर भारती की गुनाहों का देवता को पढ़ने का सुझाव दिया
यहाँ आपने गुनाहों का देवता का वर्णन किया है तो जाहिर है कि किसी ना किसी किरदार ने अवश्य ही ऐसा कोई कांड किया होगा
बेशक आपको वो पढ़नी चाहिए सुधा और चंद्र कालजयी किरदार है
 

HalfbludPrince

मैं बादल हूं आवारा
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अब सबसे पहले तो गुनाहों के देवता padhne हैं.....


बहुत ही सुंदर updates.....


पूरे गाँव में शोर हैं कि भाग के ब्याह कर लिया... Aur ये मकान मालकिन के साथ रह रहे और निशा पुलिस में
बेशक पढ़नी चाहिए, इश्क मे जुदाई ना हो तो फिर क्या खाक इश्क हुआ
 

HalfbludPrince

मैं बादल हूं आवारा
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Manju ke Saath mast pyar Bharat pal gujara
Ab poori pariwar hi nafrat karta h tow koyi bhi ho Sakta h hamla Karne Wala
Dekhte h aage kabhi pata chalega kia ki kisne kaia tha

Wah Bhai pita ji tow saali me Lage huwe the sahi h ab saali h tow it a haq tow banta hi tha
Tow Nisha ke Bhai or uske pariwar wale yeh samjh rehe h ki dono ne bhaag kar Karli
Chachi ki tow aisa muh fer chale gaye jaise samne koyi tha ho nahi
Baherhal ab yeh gaadi Wala Kon h Jo horn Baja Raha h
परिवार की साजिश बड़ी निर्ममता से लिखी जाती है भाई
 

HalfbludPrince

मैं बादल हूं आवारा
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बहुत ही सुंदर लाजवाब और एक भावनात्मक आवाहन से भरा अपडेट है भाई मजा आ गया
अगले रोमांचकारी धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा
दिल की बाते है भाई दिल से लिखी जाती है
 
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