HalfbludPrince मुसाफिर क्या कर दिए हो... निशा की कबीर के साथ इतना लगाव व सूरजभान का पुनः कबीर के प्रति असीम घ्राण व अपने इगो को संतुष्ट करने के लिए
कबीर निशा पर अनावश्यक आक्रमण फिर से निशा कबीर का रुद्र रूप व सूरज को जिवित छोड़ देना.. अपने भाई के वचन की खातिर व सभी को आने वाले समय की मांग अनुरूप बदलने के लिए कहना.. अद्भुत
निशा के संग विवाह व उनका अप्रतिम प्रेम, पुजारी का अपनी दकियानूसी परंपरा पर अड़े रहने के बाबजूद कबीर निशा का मंदिर में विवाह कर उसे घर ले जाना व घर पर सभी भाभी अंजु चाची द्वारा पूरा स्वागत सत्कार करना...
प्रेम के लिए ढेरो खुशियां लेकर आए इंन विगत अंकों ने कहानी की दूसरी पारी शुरू कर दिया है
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अब तो निशा की क्या कहानी है क्या सच्चाई है क्यों वो डाकन कहलाती है ओर भी बहुत सारे प्रश्न है उनके उत्तर आने वाले समय में मिल जाएगे..
कई अनसुलझे घटनाक्रम है तो कई नए घटनाक्रम इंतजार कर रहे हैं
आप के इस रोमांचक, रहस्यमय, एक्शन से भरपूर बेहद मन भावन रचना के अगले अध्याय के इंतजार में