• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Adultery तेरे प्यार मे.... (Completed)

HalfbludPrince

मैं बादल हूं आवारा
12,548
88,205
259
हमे तो लगा की इस बार भी आदमखोर कबीर के हाथो से छूटकर भाग जायेगा लेकिन दोनो में लड़ाई हुई और एक बार वह छुटकर भाग गया पहले तो हमे अंजू पर शक था लेकिन भाभी की बातो से लगता है कि वह नही है बहुत मजा आया जो भी हुआ उसमे ....
असली मजा तो शुरू भी नहीं हुआ है
 

HalfbludPrince

मैं बादल हूं आवारा
12,548
88,205
259
Tridev, khandhar, chacha, kua aur adamkhor ka rahasya suljhane men safal hona hai toh.
Mere yaha vichar hai ki kabir ko pahle Nisha ke bare me janna jaruri hai
Asal me Nisha kon hai aur Dayan kaise bani aur bhabhi ko kaise janti hai
Kabir ke liya yah Sab janna jaruri hai na
कबीर जानता है निशा के बारे मे
 

HalfbludPrince

मैं बादल हूं आवारा
12,548
88,205
259
भैया और भाभी को कबीर की फिक्र है इसलिए वो हमेशा उसे रोकते आए हैं और उसे थोड़ा बहुत बताते हैं लेकिन अब जो भी करना है वह कबीर को ही करना है भैया को करना होता तो कब के कर चुके होते उन्होंने सब बातो पर पर्दा डालकर परिवार को एक डोर में बांधा है लेकिन लगता नही अब ऐसा कुछ हो पाएगा
पहली बार तो कबीर ने दीवार पर क्या लिखा देखा। और भाभी किस का नाम बताने वाली है देखते हैं.....

भाभी ने राय साहब का नाम लिया जैसा हमने सोचा था मंगू राय साहब के लिए क्यू काम करता है ऐसी क्या वजह है जो चंपा राय साहब कि हवस मिटाती है और मंगू उसके हर पाप में सहभागी है लगता है दोनो भाई बहन का जमीर मर गया है
भाभी की चिंता जायज है क्योंकि आने वाले समय में राय साहब और कबीर का आमना सामना होगा और कबीर अपने सवाल पूछेगा और उनका जवाब शायद राय साहब न दे सके और उनका व्यक्तित्व उनको झुकने नही देगा और उसका परिणाम बहुत बुरा होगा
भाभी और भईया सब जानते हैं उन्होंने सब देखा है भाभी इसलिए चुप रहती है कि कही कबीर का दिल ना टूट जाए और सब से उसका भरोसा उठ जाए अगर ऐसा हुआ तो सबसे ज्यादा दुख भैया और भाभी को होगा
निशा जहा कबीर को ले गई है वह सुनैना की समाधि है तो फिर राय साहब ने जो दिखाया था वो क्या था और अंजू ने बताया था की समाधि के नीचे सोना है तो फिर ये क्या कबीर को गुमराह करने की अंजू और राय साहब की साजिश थी देखते हैं आगे क्या होता है
बस कुछ भाग और उसके बाद कोई सवाल नहीं बचेगा
 
Top