Ajju Landwalia
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मेरी कहानी मोक्ष के पहले भाग के 49 अपडेट पोस्ट हो गए सिर्फ 2 अपडेट और आने थे उसके बाद अन्य 4 भाग आने थे
लेकिन मेरी कहानी........... मेरी ही कहानी है........... केवल पात्र और स्थान के नाम परिवर्तित हैं, घटनाएँ और उनकी समायावधि लगभग वास्तविक है
तो....... वास्तविक जीवन में घाट रही कुछ घटनाओं के कारण उसे रोक दिया था
अब जल्दी ही शुरू करूंगा ............ लेकिन यदि आपने मोक्ष पढ़ी है तो आपके लिए एक दुखद सूचना है ................. इस प्रथम खंड के मुख्य पात्र "विक्रमादित्य" या "विक्रम" की मृत्यु पिछले महीने हो गयी है वास्तविक जीवन में......... और मेरे जीवन की विडम्बना ये हैं कि मेरे द्वारा दाह संस्कार किया गया वो चौथा व्यक्ति है और संभवतः अभी 3 और व्यक्तियों का दाह संस्कार भी मेरे ही हाथों होना है भविष्य में
आज भी में अपने परिवार के लगभग 37 या 38 वें अंतिम संस्कार में शामिल होकर यहाँ अब ऑनलाइन हुआ हूँ ..... लेकिन आज जिनकी मृत्यु हुयी है उनका उतना दुख नहीं.... मेरी दादी लगती थीं वो और 98 वर्ष की थीं, बाबा-उनके पति 99 वर्ष के अभी जीवित हैं लेकिन कब तक हैं पता नहीं
मोक्ष शीघ्र शुरू होगी............ फिर से
Kamdev Bhaiyya,
Ye jeewan ka chakra isi tarah ghumta he......kisi ki hisse kewal khushiya aati he to kisi ke hisse dukh ya mila jula swarup