मेरी रंडी , लंड खाने को तैयार हो जा कह कर आसिफ अपने सुपाड़े को मेरी चूत और गांड़ पर रगड़ने लगा , ...आहहह मेरी जान तेरी चूत और गांड़ कितनी गर्म है रे ।
उसके मोटे गर्म सुपाड़े कि रगड़ से मेरी गान्ड और चूत बुरी तरह फड़कने लगी थी ,... में सांस रोक कर आसिफ के लंड के अंदर घुसने का इंतजार करने लगी .... तभी मेरी गान्ड में दर्द की एक टीस सी उठी और गांड़ का छल्ला फैलता हुआ महसूस हुआ ....ईईईईई में एकदम छिटक कर अलग हटी और चीखीं ...ये कहां डाल रहा है .... अभी गांड़ नहीं मरवानी ....गांड़ मुम्बई से वापस आकर चोद लेना , अभी तो चूत में डाल
अरे अम्मी आपकी मोटी गांड़ मारने में बहुत मजा आता है । आसिफ हंसते हुए बोला।
अभी चुपचाप चूत चोद ले , अगर टैक्सी वाला आ गया तो सारा मजा धरा का धरा रह जाएगा।
आसिफ ने दोनों हाथों से मेरी कमर पकड़ कर अपने लंड का एक जोरदार धक्का मेरी चूत पर लगाया , उसका लंड एक बार में ही मेरी चूत की सुरंग को फैलाता हुआ जड़ तक अंदर समा गया।
ऊईईईईईई मरी रे में जोर से चिल्लाईं .... मेंने अपना हाथ पीछे ले जाकर देखा ... आसिफ का 8 इंची मोटा लंड जड़ तक मेरी चूत में घुसा हुआ था अब आसिफ ने धीरे धीरे धक्के लगाने शुरू कर दिये थे।
औहहहहहह हां हां हां ..... मेरे बच्चे ऐसे ही धक्के मार , आहहहह मेरे राजा बहुत मजा आ रहा है , हायययययय रे में कितनी खुशनसीब हूं कि मेरा बेटा ही मेरी चूत चोद रहा ..... थोड़ा तेज मार हां हां और तेज और तेज फाड़ दे अपनी मां की चूत को ... आहहहहह कितना प्यारा है रे तू..... अपनी मां का कितना ख्याल रखता है। आहहहहहह अम्मा री ....में तो खड़े खड़े चुद गई रे।
मेरी सिसकारियों से आसिफ का जोश बढ़ता जा रहा था, उसने ताबड़तोड़ धक्के लगाने शुरू कर दिये थे.... साथ ही मेरे कूल्हों पर थप्पड़ मार रहा था जो कि मेरी पसंदीदा बात थी......ले मेरी रंडी आहहहहह बहुत शौक है ना तुझे चुदाई कराने का.. हूं हूं हूं हूं... साली फाड़ कर रख दूंगा तेरी..... आसिफ ने थप्पड़ मार मार कर मेरे कूल्हे लाल कर दिये थे।
आसिफ को तूफानी धक्के लगाते हुए पन्द्रह मिनट हो गये थे.... मेरे पैर , चूत कूल्हे और हाथ सब दर्द कर रहे थे......ऊईईईई रे आहहहहह मेरे बच्चे में झडने वाली हूं हां हां हां .... आहहहह आहहहह जल्दी जल्दी कर मेंरा निकलने वाला है...... हायययय रे जा रहा है.... में एक हाथ पीछे ले जाकर आसिफ के कूल्हे जकड़ ने की कोशिश कर रही थी ..... तेज और तेज आहहहहहह रे गईईईईईई में तो गई रे ..... मेरी चूत ने भर-भराकर पानी छोड़ दिया और में बिल्कुल निढाल सी हो अपना सारा वजन टेबल पर डाल दिया .... मगर आसिफ अभी भी पूरे जोश से धक्के लगाए जा रहा था।
झड़ने के बाद मेरे लिए खड़ा रहना भी मुश्किल हो रहा था , मेरी चूत में आसिफ लंड की हर चोट मुझे हथोड़े की चोट की तरह महसूस हो रही थी .... में उससे छोड़ने की मिन्नतें करने लगी थी .....आहहहहह बस कर बेटा प्लीज आईईईईईईई ... बहुत दर्द हो रहा है ..... अम्मा री .... थोड़ा धीरे ही कर लें .....ईईईईईई ... में मर जाऊंगी .... में बुरी तरह छटपटा रही थी।
साली आग भी तो तेरी भोंसड़ी मे लगी हुई थी....अब चिल्ला रही है... छोड़ दें ....छोड़ दें.... बहनचोदी आज तेरी पूरी तसल्ली करा कर जाऊंगा.... ताकि पन्द्रह दिन तेरी चूत शांत रहे..... कहते हुए आसिफ हुंकार भरता हुआ जबरदस्त शाट मारने लगा ।
मेरी आंखों के के आगे अंधेरा सा छाने लगा था , खड़े खड़े धक्के खाने से मेरे पैर दर्द करने लगे थे ..... अब छोड़ दें रे .... हाययययय क्यों राक्षस बना हुआ है .... अब निकाल दे अपना.... हायययय ... बहुत थक गयी रे।
तभी काल वेल की आवाज सुनाई दी , शायद टैक्सी वाला आ गया था। .... आ रहा हूं आसिफ जोर से चिल्लाया और तेजी से धक्के लगाने लगा .... आहहह आहहहह मेरी जान आहहहह ... बहनचोदी तो मुझे कुंवारी लड़की जैसी लगती है ...... आहहहह आहहहह तुझे चोदता हूं तो लगता है किसी 19 साल की चूत चोद रहा हूं आहहहह आहहहह ।
आसिफ करीब पांच मिनट तक उसी रफ्तार से चोदता रहा फिर मिमियाने लगा.....हाय रे रेहाना मेरी जान.... मेरी रानी मेरा निकलने वाला है।
आहहहहह ...मेरे राजा डाल दो अपना बीज मेरे अंदर ...... हाय रे मां .... भर दो मेरी चूत अपने वीर्य से .. हाय रे मेरे राजा तूने मुझे जन्नत का मजा दिया है रे ....ईईईई मेरी मां।
आहहहहहह हूं हूं हूं .... मेरी रानी मेरा निकल रहा है आसिफ मेरी पीठ से चिपकता हुआ बोला .....ओओओओओ गया मेरा औहहहहहह आहहहहह करते हुए आसिफ ने अपने वीर्य से मेरी चूत को भर दिया... और मेरी पीठ पर गिर कर लम्बी लम्बी सांसें लेने लगा।
तभी उसके मोबाइल की घंटी बजी ... हां भाई बस हो गया दो मिनट में आ रहा हूं , कपड़े पहन रहा हूं ... टैक्सी वाले का फोन था जो बाहर खड़ा इंतजार कर रहा था।
मेंने जमीन पर से अपनी सलवार उठाई और तुरंत से आसिफ के लंड से हमारे रज और वीर्य के मिश्रण को साफ किया फिर अपनी चूत को ठीक से पोंछ कर , अलमारी में से गाऊन निकाल कर पहन लिया। और दौड कर घर का दरवाजा घोल दिया।
नमस्कार आंटी जी ... टैक्सी वाला मेरे लुटे पिटे चेहरे को देखते हुए मुस्कुरा कर बोला.... आंटी बहुत देर से खड़ा हूं , जरा जल्दी करें।
हां भैया , बस आ रहा है , जरा बाथरूम चला गया था इसलिए लेट हो गया, सौरी ।
नहीं सौरी कि कोई बात नहीं आंटी होता है , हमे तो अक़्सर ऐसी स्थिति का सामना करते हैं ... उसकी मुस्कान और गहरी हो गई थी।
तभी अपनी अटैची और बैग लेकर आसिफ भी बाहर आ गया .... Sorry bro for making you waiting. It was little personal business, you know.
I understand sir , मगर अब जल्दी करें नहीं तो गाड़ी छूटने की नौबत आ सकती है । टैक्सी वालें ने कहा
ओके ओके ... अच्छा अम्मी में चलता हूं अपना ख्याल रखना आसिफ मुझे बांहों में भरता हुआ बोला ।
मेरी चिंता मत कर मगर तुझे जो हिदायतें दी है उनका ध्यान रखना और मन लगा कर काम करना। चल अब जा कहीं गाड़ी ही छूट जाएं।
आसिफ के जाने के बाद मेंने चाय बनाकर पी फिर अपने बिस्तर पर आकर लेट गई , करीब बीस मिनट आराम करने के बाद मेंने रमेश को फोन लगाया।
रमेश ... हाय मेरी जान क्या हाल है , आसिफ गया?
में : हां अभी बीस मिनट पहले ही निकला है , तुम कब आ रहे हो ।
रमेश : अरे डार्लिंग मेरा वश चले तो में तुरंत से उड़ता हुआ आऊं , और सीधा तेरे ऊपर ही लैंड करुं , मगर मजबूरी है अभी आ नहीं सकता कल सुबह आऊंगा , अपनी चूत को अच्छे से चमका कर रखना ।
में : मेरे राजा मेरी चूत तो अभी से अपने आशिक के स्वागत के लिए तैयार है , अभी आ जाओ ना ।
रमेश : मेरी जान अभी आ नहीं सकता , अभी ट्रेन में हूं , कल सुबह बरेली पहुंचूंगा , सुबह नौ बजे तक तेरे पास पहुंच जाऊंगा , पहले तो तेरी चूत का भोग लगाऊंगा फिर नाश्ता करूंगा, बढ़िया सा नाश्ता बना कर रखना।
में : नहीं ऐसे नहीं , अपने कपड़े और जरूरी सामान लेकर आना , अब अगले पन्द्रह दिन में तुम्हें कही जाने नहीं दूंगी।
रमेश : ओ तेरी , तू तो बहुत ख़तरनाक प्रोग्राम बना कर बैठी है , इरादे तो नेक है ।
में : सब पता चल जाएंगे , पहले तुम आ जाओ।
रमेश : ओके , सुबह पहुंचता हूं, अभी डिस्टर्बेंस भी बहुत आ रही है , फोन काटता हूं
रमेश से बात करने के बाद मेंने खाना खाया , फिर अपने बिस्तर पर लेट गई , आने वाले कल के बारे में सोचते हुए कब सो गई पता ही नहीं चला।
आधी रात मेरी नींद खुली मेरी कमर और पीठ के नीचे हिस्से में भीषण दर्द हो रहा था तथा मुझे मेरी चूत भी गीली गीली महसूस हो रही थी , मेने उठ कर लाइट जलाई तो देखा मेरी चादर पर बड़ा सा लाल निशान था। मेरी महावारी आ गई थी।