Kya Khoob. Ek acha dost, ek pyar karne wala aur ek sath dene wala pariwar. Insan ko isse jyada sacchi khushi ke liye aur kuch nahi chaiye hota aur yahan to sab kuch hai. Khubsurat update.
very nice updateमैं उनकी बात सुनकर बोली
मैं : काहे का प्यार यार तेरे भाई ने अभी तक तो प्रपोज करना तो दूर सही से बात भी नही किया है और तुम लोगो ने मुझे भाभी मान लिया है और वह है कि अभी तक दोस्ती भी नही किया है अब तुम ही बताओ ऐसे में मैं तुम्हारे भाई को किस अधिकार से बचाऊ।
सरिता दी : तो भाभी जी आप इंतजार किसका कर रही हैं अगर वह प्रपोज नहीं कर रहा है तो आप ही कर दीजिए जरूरी तो नहीं है कि लड़के ही हर बार प्रपोज करें कभी कभी लड़कियों को भी आगे आना चाहिए।
जुही भाभी : नहीं सोनिया तुम अपनी बात पर अड़े रहो नहीं तो अगर एक बार उसके सामने झुक गई तो बार-बार झुकना पड़ेगा और मैं यह कभी नहीं चाहूंगी कि मेरी बहन किसी के सामने झुके ।
वही हम लोग आपस में बातें कर रहे थे और बाहर कुछ दूर पर खड़ा होकर जय हम लोगों की सारी बातें सुन रहा था जिसे मैं देख चुकी थी इसलिए मैं अपनी बात उस तक पहुंचाने के लिए बोली कि
मैं : दीदी बात झुकने की तो है ही नहीं बात दरअसल यह है कि हर लड़की यह चाहती है कि उसका बॉयफ्रेंड या होने वाले पति प्यार का इजहार करें वॉइस का इंतजार करती रहती है । इसलिए अब मैं भी इंतजार ही कर सकती हूं कि मेरे होने वाले पति जी कब मुझे अपना बनाएंगे वैसे तो बाहर बहुत घूमते रहते हैं लेकिन घर पर कब आएंगे यही देखना है।
(अब यंहा से कहानी जय की जुबानी )
आज उस बात को गुजरे पूरे 1 हफ्ता बीत चुका था और इस बीच मैंने भी कॉलेज ज्वाइन कर लिया था सोनिया के कहने पर लेकिन फिर भी मेरे दिल में उसकी कही हुई बात ही घूम रही थी मैं जब भी उसके सामने जाता था तो उसकी आंखों में एक चमक ही दिखाई देती थी और बेचैनी सी रहती थी मैं यह बात जानता था कि वह बोलना तो बहुत कुछ चाहती है लेकिन मेरे बोलनेे का इंतजार कर रही है मैं भी सही समय का इंतजार कर रहाा था क्योंकि रूबी ने मुझे बता दिया था कि आने वाली 20 तारीख को उसका जन्मदिन है और मैंने सोचा कि इससे बढ़िया दिन और क्या हो सकता है उसे प्रपोज करने का और आज वही दिन है मैं पिछले 2 दिनों से आज के दिन की तैयारी कर रहा था और मैंने इस बारे में सिर्फ रूबी को ही बताया था और इस बात के लिए सख्त मना किया था कि सोनिया को इस बात की खबर नही होनी चाहिए ।आज सभी लोग ने सोनिया को बर्थडे विश किया सिवाय मेरे क्यूंकि आज मैं सुबह सबके उठने से पहले ही घर से गायब हो चुका था और वह भी इसलिए क्यूंकि मैं नही चाहता था कि जब तक मैं उसे प्रपोज करू तबतक उसे बर्थडे विश करू मैं आज उसे अपना बना लेने के बाद ही बर्थडे विश करू। उधर सोनिया सुबह से मेरे घर से गायब होने से गुस्सा थी क्यूंकि कल शाम को जब सभी लोग उसके बर्थडे पार्टी की बात कर रहे थे तब मैं वंही पर बैठा था उसके बावजूद मैंने उसे आज विश तक नही किया इस बात का उसे बहुत दुख हुआ था लेकिन मैं यह बात भी जानता था कि आज जब शाम को मैं उसे प्रपोज करूंगा तो उसे सारी खुशियां एक साथ मिल जाएगी अगर उसके लिए उसे थोड़ा दुख भी देना पड़े तो कोई बड़ी बात नहीं है।
मैं और रूबी मिलकर दोनों आज शाम की सरप्राइज पार्टी के लिए तैयारी कर रहे थे रूबी ने भी आज उसको बर्थडे विश नहीं किया था वह भी मेरे ही कहने पर मैं रूबी को एक पैकेट देते हुए बोला कि
मैं : रूबी जी आज आप मेरा यह काम कर दो मैं आपका जीवन भर एहसानमंद रहूंगा।
रूबी : इसमें एहसान वाली कोई बात नहीं है वह मेरी बॉस बाद में है पहले एक बहुत अच्छी दोस्त है एक ऐसी दोस्त जिसके जीवन में खुशियां सिर्फ नाम मात्र के लिए ही आई है उसकी खुशी के लिए तो मैं हंसते-हंसते अपनी जान दे दो फिर यह तो थोड़ी सी नाटक ही करना है ना मैं कर लूंगी आप चिंता ना करो।
इतना बोल कर रूबी वहां से चली जाती है सीधे सोनिया के पास आज उसने ऑफिस से छुट्टी हुई हुई थी कि उससे कुछ जरूरी काम है फिर भी वह ऑफिस गई तो सोनिया उससे पूछती है कि
सोनिया : क्या बात है रूबी आज तो तुम छुट्टी पर थी फिर ऑफिस कैसे आना होगा तुम तो बोल रही थी कि कोई जरूरी काम है।
रूबी : सॉरी यार तुम इतने दिनों से इतनी परेशान थी इसलिए मैं अच्छा कर भी तुम्हें एक बात नहीं बता पाई मेरी आज सगाई है इसी के लिए आज तुम को इनविटेशन देने आई हूं और यह ड्रेस है जिसे मैंने अपनी पसंद से लेकर आई हूं तुम्हें यही पहन कर आना है।
सोनिया : रूबी मुझे तुमसे यह उम्मीद नहीं था कि तुम इतनी बड़ी बात मुझसे छुपाओगी मैं मानती हूं कि मैं कुछ परेशानियों में घिरी हुई थी लेकिन इसका मतलब यह तो नहीं है कि तुम मुझे अपने बारे में कुछ भी ना बताओ मैं तो तुम्हें अपना सब कुछ बताती थी हर सुख-दुख बांटती थी पर शायद तुम मुझे अपना दोस्त नहीं मानती हो अगर अपना दोस्त मानती रही होती तो इतनी बड़ी बात मुझसे नहीं छुपाती शायद आज का मेरा दिन ही खराब है जिसे सबसे ज्यादा उम्मीद लगाकर बैठी थी उन सब ने मुझे धोखा दे दिया चलो कोई नहीं तुम अपना सुख मुझसे नहीं बांट सके लेकिन मैं अपनी खुशी जाहिर करने के लिए आज जरूर आऊंगी।
रूबी ( मैं जानती हूं सोनिया तुम को इस बात से बहुत दुख हुआ है कि मैंने तुम्हें अभी तक बर्थडे विश नहीं किया और जय ने भी नहीं किया है पर आज शाम को तुम्हारी सारी शिकायतें दूर हो जायेंगी और अगर तुम्हारी थोड़ी खुशी के लिए मुझे झूठ बोलना पड़ा तो कोई बात नहीं मैं बाद में तुम्हें समझा लूँगी।) अच्छा तो सोनिया मैं चलती हूं तुम इस एड्रेस पर ही आ जाना लेकिन शाम को 7:00 बजे जरूर आ जाना नहीं तो तुम समझ सकती हो कि
सोनिया : हां यार तुम बिल्कुल निश्चिंत रहो मैं जरूर आऊंगी लेकिन क्या जरूरी है कि यह ड्रेस पहन कर आओ कोई और नहीं।
रूबी : सच में अगर तुम मुझे अपना दोस्त मानती हो तो यही ड्रेस पहन कर आओगी और कोई दूसरा नहीं।
सोनिया : ठीक है कोई बात नहीं मैं जरूर आऊंगी। इसके बाद रूबी वहां से चली जाती है पर पीछे छोड़ जाती है सोनिया को एक सोच में क्योंकि घर वालों में भी आज बहुत मन से उसके लिए बर्थडे पार्टी का इंतजाम किया है अब उसे यह समझ में नहीं आ रहा था कि वह करे तो क्या करें क्योंकि वह ना रूबी को छोड़ सकती है और ना ही घर वालों को वह किसी को भी दुखी नहीं करना चाहती थी इसलिए उसे समझ में नहीं आ रहा था कि अब वह क्या करें फिर सोचती है कि चलो रूबी के यहां जल्दी से जाकर घर पर चली जाऊंगी जहां पर घर वालों ने पार्टी रखी हुई है।
इधर शाम का बेसब्री से इंतजार कर रहा था और जिस घड़ी का है इंतजार कर रहा था वह बस जल्दी ही आने वाली थी क्योंकि जो टाइम हम ने सोनिया को दिया था वह टाइम हो चुका था अपने समय के मुताबिक सोनिया वही ड्रेस पहनकर आई थी मुझे इतना तो यकीन था कि अगर फिर भी कुछ भी बोलेगी उससे तो वह बिना किसी संकोच के उसकी बात मान लेगी इसलिए मैंने यह काम रूबी को बोला था क्योंकि एक वही थी जो इस काम को इतनी सफलता से कर सकती थी वरना मेरी बहन ने तो सब कुछ चौपट कर देती मुझे यह भी मालूम था कि घर पर सभी लोग इसका इंतजार कर रहे होंगे इसलिए मुझे यहां पर जो कुछ भी करना है जल्द से जल्द करना होगा मैं भी इन्हीं सब सोचो मैं गुंठा की सोनिया उस पार्टी हॉल में आ गई जहां पर मैंने उसके लिए एक छोटी सी पार्टी रखी हुई थी जिसमें सिर्फ मैं और वह और कोई भी नहीं था सोनिया अभी वहां पर पहुंची ही थी कि पूरे हाल में अंधेरा हो जाता है और जब अंधेरा हुआ तो मैं एक रिंग लेकर ठीक उसके सामने घुटनों के बल बैठ गया रूबी को जो समय दिया था मैंने उसके बाद वह लाइट को जला दी जब सामने लाइट जली तो मुझे अपने घुटनों के बल बैठे हुए देखकर सोनिया चौक उठे वह अभी कुछ बोल दी इससे पहले ही मैं उससे बोला कि
मैं : हैप्पी बर्थडे जान आपको जन्मदिन की बहुत बहुत सुभकामनाये i love you सोनिया
सोनिया को यह सबसे बड़ा झटका था उसने तो ऐसा सोचा ही नही था कि ऐसा भी कुछ हो सकता है। वह हस भी रही थी और उसकी आँखों से आँशु भी गिर रहे थे जो कि खुशी के थे या गम के यह तो मुझे नही मालूम पर मुझे लगा कि सोनिया को यह बुरा लगा तो मैं बोला कि
मैं : प्लीज आप रोइए मत मैं तो सिर्फ आपको खुश देखना चाहता था इसलिए जो मुझे ठीक लगा मैंने वह किया लेकिन अगर आपको बुरा लगा तो प्लीज़ मुझे माफ़ कर दीजिए।
इतना बोलते वक्त मेरे आंखों में आँशु आ गए जिसकी वजह से सोनिया का दिल तड़प उठा और वह तुरन्त मुझे उठा कर गले लगाते हुए बोली कि
सोनिया : नही जय मुझे बुरा नही लगा बस इस बात की उम्मीद नही थी इसलिए थोड़ा चकित रह गयी और i love u too जय तुम नही जानते मैं यह सब्द सुनने के लिए कबसे तड़प रही थी और इतना बोल कर उसने अपने होंठ मेरे होंठो से चिपका दिया और हम दोनों प्यार के सागर में गोता लगाने लगे और मुझे तो ऐसा लग रहा था कि मानो वक्त थम सा गया हो और आज तक मैंने कितनो को किस किया पर ऐसा फील कभी नही हुआ इसमे थोड़ी सी भी वासना नही थी बस प्यार था और कुछ नही
अभी हम लोग किस में और भी डूबे रहते पर हर अच्छे काम मे कोई न कोई बाधक जरूर रहता है तो यंहा पर भी कुछ ऐसा ही था मैं तो भूल ही चुका था कि यंहा पर रूबी भी है पर वह अपनी मौजूदगी दर्ज करा ही दी
रूबी : अरे यार हम भी है यंहा पर थोड़ा तो शर्म कर लो ।
उसकी आवाज सुनकर हम दोनों बुरी तरह शर्मा गए और सोनिया तो जाकर उसके गले लग गयी तो रूबी बोली
रूबी : हैप्पी बर्थडे स्वीट फ्रेंड आज मैं तुम्हारे लिए बहुत खुश हूं तुम्हारे चहरे पर यह खुशी देखने के लिए मानो आंखे तरस गयी थी और इसके बाद उसने एक गिफ्ट जो अपने साथ लायी थी वह उसे दे दी तो मुझे भी याद आया कि मैंने भी उसके लिए गिफ्ट लिया था पर मैंने यह गिफ्ट अपने खुद के पैसे से लिया था जो कि बापू ने तब मुझे दिए थे जब हम गांव में रहते थे उस टाइम पर जो कुछ भी मैंने बचाया था वह सारे पैसे आज खर्च हो गए और इसके लिए मैंने किसी से कोई पैसा घर से नही लिया था जो भी पूजी थी सब इसमे ही खत्म हो चुकी थी बस कुछ हजार रुपये ही बचे थे तो मुझे कुछ समझ मे नही आया कि मैं क्या लू फिर भी एक गिफ्ट लिया था मैं उसे देते हुए बोला
मैं : सोनिया मैं जानता हूं कि ज्यादा मंहगा तो नही है फिर भी अगर तुम इसे कबूल कर लो तो मुझे खुसी होगी
सोनिया मेरी बात को सुनकर तड़प उठी और बोली
सोनिया : जान आज जो गिफ्ट तुमने मुझे दिया उसके आगे तो हर चीज छोटी है और गिफ्ट कोई महंगा सस्ता नही होता बस उसे देने वाले के दिल मे प्यार हो यही काफी होता है
Wow so sweet ek bahut hi khubsurat update dostमैं उनकी बात सुनकर बोली
मैं : काहे का प्यार यार तेरे भाई ने अभी तक तो प्रपोज करना तो दूर सही से बात भी नही किया है और तुम लोगो ने मुझे भाभी मान लिया है और वह है कि अभी तक दोस्ती भी नही किया है अब तुम ही बताओ ऐसे में मैं तुम्हारे भाई को किस अधिकार से बचाऊ।
सरिता दी : तो भाभी जी आप इंतजार किसका कर रही हैं अगर वह प्रपोज नहीं कर रहा है तो आप ही कर दीजिए जरूरी तो नहीं है कि लड़के ही हर बार प्रपोज करें कभी कभी लड़कियों को भी आगे आना चाहिए।
जुही भाभी : नहीं सोनिया तुम अपनी बात पर अड़े रहो नहीं तो अगर एक बार उसके सामने झुक गई तो बार-बार झुकना पड़ेगा और मैं यह कभी नहीं चाहूंगी कि मेरी बहन किसी के सामने झुके ।
वही हम लोग आपस में बातें कर रहे थे और बाहर कुछ दूर पर खड़ा होकर जय हम लोगों की सारी बातें सुन रहा था जिसे मैं देख चुकी थी इसलिए मैं अपनी बात उस तक पहुंचाने के लिए बोली कि
मैं : दीदी बात झुकने की तो है ही नहीं बात दरअसल यह है कि हर लड़की यह चाहती है कि उसका बॉयफ्रेंड या होने वाले पति प्यार का इजहार करें वॉइस का इंतजार करती रहती है । इसलिए अब मैं भी इंतजार ही कर सकती हूं कि मेरे होने वाले पति जी कब मुझे अपना बनाएंगे वैसे तो बाहर बहुत घूमते रहते हैं लेकिन घर पर कब आएंगे यही देखना है।
(अब यंहा से कहानी जय की जुबानी )
आज उस बात को गुजरे पूरे 1 हफ्ता बीत चुका था और इस बीच मैंने भी कॉलेज ज्वाइन कर लिया था सोनिया के कहने पर लेकिन फिर भी मेरे दिल में उसकी कही हुई बात ही घूम रही थी मैं जब भी उसके सामने जाता था तो उसकी आंखों में एक चमक ही दिखाई देती थी और बेचैनी सी रहती थी मैं यह बात जानता था कि वह बोलना तो बहुत कुछ चाहती है लेकिन मेरे बोलनेे का इंतजार कर रही है मैं भी सही समय का इंतजार कर रहाा था क्योंकि रूबी ने मुझे बता दिया था कि आने वाली 20 तारीख को उसका जन्मदिन है और मैंने सोचा कि इससे बढ़िया दिन और क्या हो सकता है उसे प्रपोज करने का और आज वही दिन है मैं पिछले 2 दिनों से आज के दिन की तैयारी कर रहा था और मैंने इस बारे में सिर्फ रूबी को ही बताया था और इस बात के लिए सख्त मना किया था कि सोनिया को इस बात की खबर नही होनी चाहिए ।आज सभी लोग ने सोनिया को बर्थडे विश किया सिवाय मेरे क्यूंकि आज मैं सुबह सबके उठने से पहले ही घर से गायब हो चुका था और वह भी इसलिए क्यूंकि मैं नही चाहता था कि जब तक मैं उसे प्रपोज करू तबतक उसे बर्थडे विश करू मैं आज उसे अपना बना लेने के बाद ही बर्थडे विश करू। उधर सोनिया सुबह से मेरे घर से गायब होने से गुस्सा थी क्यूंकि कल शाम को जब सभी लोग उसके बर्थडे पार्टी की बात कर रहे थे तब मैं वंही पर बैठा था उसके बावजूद मैंने उसे आज विश तक नही किया इस बात का उसे बहुत दुख हुआ था लेकिन मैं यह बात भी जानता था कि आज जब शाम को मैं उसे प्रपोज करूंगा तो उसे सारी खुशियां एक साथ मिल जाएगी अगर उसके लिए उसे थोड़ा दुख भी देना पड़े तो कोई बड़ी बात नहीं है।
मैं और रूबी मिलकर दोनों आज शाम की सरप्राइज पार्टी के लिए तैयारी कर रहे थे रूबी ने भी आज उसको बर्थडे विश नहीं किया था वह भी मेरे ही कहने पर मैं रूबी को एक पैकेट देते हुए बोला कि
मैं : रूबी जी आज आप मेरा यह काम कर दो मैं आपका जीवन भर एहसानमंद रहूंगा।
रूबी : इसमें एहसान वाली कोई बात नहीं है वह मेरी बॉस बाद में है पहले एक बहुत अच्छी दोस्त है एक ऐसी दोस्त जिसके जीवन में खुशियां सिर्फ नाम मात्र के लिए ही आई है उसकी खुशी के लिए तो मैं हंसते-हंसते अपनी जान दे दो फिर यह तो थोड़ी सी नाटक ही करना है ना मैं कर लूंगी आप चिंता ना करो।
इतना बोल कर रूबी वहां से चली जाती है सीधे सोनिया के पास आज उसने ऑफिस से छुट्टी हुई हुई थी कि उससे कुछ जरूरी काम है फिर भी वह ऑफिस गई तो सोनिया उससे पूछती है कि
सोनिया : क्या बात है रूबी आज तो तुम छुट्टी पर थी फिर ऑफिस कैसे आना होगा तुम तो बोल रही थी कि कोई जरूरी काम है।
रूबी : सॉरी यार तुम इतने दिनों से इतनी परेशान थी इसलिए मैं अच्छा कर भी तुम्हें एक बात नहीं बता पाई मेरी आज सगाई है इसी के लिए आज तुम को इनविटेशन देने आई हूं और यह ड्रेस है जिसे मैंने अपनी पसंद से लेकर आई हूं तुम्हें यही पहन कर आना है।
सोनिया : रूबी मुझे तुमसे यह उम्मीद नहीं था कि तुम इतनी बड़ी बात मुझसे छुपाओगी मैं मानती हूं कि मैं कुछ परेशानियों में घिरी हुई थी लेकिन इसका मतलब यह तो नहीं है कि तुम मुझे अपने बारे में कुछ भी ना बताओ मैं तो तुम्हें अपना सब कुछ बताती थी हर सुख-दुख बांटती थी पर शायद तुम मुझे अपना दोस्त नहीं मानती हो अगर अपना दोस्त मानती रही होती तो इतनी बड़ी बात मुझसे नहीं छुपाती शायद आज का मेरा दिन ही खराब है जिसे सबसे ज्यादा उम्मीद लगाकर बैठी थी उन सब ने मुझे धोखा दे दिया चलो कोई नहीं तुम अपना सुख मुझसे नहीं बांट सके लेकिन मैं अपनी खुशी जाहिर करने के लिए आज जरूर आऊंगी।
रूबी ( मैं जानती हूं सोनिया तुम को इस बात से बहुत दुख हुआ है कि मैंने तुम्हें अभी तक बर्थडे विश नहीं किया और जय ने भी नहीं किया है पर आज शाम को तुम्हारी सारी शिकायतें दूर हो जायेंगी और अगर तुम्हारी थोड़ी खुशी के लिए मुझे झूठ बोलना पड़ा तो कोई बात नहीं मैं बाद में तुम्हें समझा लूँगी।) अच्छा तो सोनिया मैं चलती हूं तुम इस एड्रेस पर ही आ जाना लेकिन शाम को 7:00 बजे जरूर आ जाना नहीं तो तुम समझ सकती हो कि
सोनिया : हां यार तुम बिल्कुल निश्चिंत रहो मैं जरूर आऊंगी लेकिन क्या जरूरी है कि यह ड्रेस पहन कर आओ कोई और नहीं।
रूबी : सच में अगर तुम मुझे अपना दोस्त मानती हो तो यही ड्रेस पहन कर आओगी और कोई दूसरा नहीं।
सोनिया : ठीक है कोई बात नहीं मैं जरूर आऊंगी। इसके बाद रूबी वहां से चली जाती है पर पीछे छोड़ जाती है सोनिया को एक सोच में क्योंकि घर वालों में भी आज बहुत मन से उसके लिए बर्थडे पार्टी का इंतजाम किया है अब उसे यह समझ में नहीं आ रहा था कि वह करे तो क्या करें क्योंकि वह ना रूबी को छोड़ सकती है और ना ही घर वालों को वह किसी को भी दुखी नहीं करना चाहती थी इसलिए उसे समझ में नहीं आ रहा था कि अब वह क्या करें फिर सोचती है कि चलो रूबी के यहां जल्दी से जाकर घर पर चली जाऊंगी जहां पर घर वालों ने पार्टी रखी हुई है।
इधर शाम का बेसब्री से इंतजार कर रहा था और जिस घड़ी का है इंतजार कर रहा था वह बस जल्दी ही आने वाली थी क्योंकि जो टाइम हम ने सोनिया को दिया था वह टाइम हो चुका था अपने समय के मुताबिक सोनिया वही ड्रेस पहनकर आई थी मुझे इतना तो यकीन था कि अगर फिर भी कुछ भी बोलेगी उससे तो वह बिना किसी संकोच के उसकी बात मान लेगी इसलिए मैंने यह काम रूबी को बोला था क्योंकि एक वही थी जो इस काम को इतनी सफलता से कर सकती थी वरना मेरी बहन ने तो सब कुछ चौपट कर देती मुझे यह भी मालूम था कि घर पर सभी लोग इसका इंतजार कर रहे होंगे इसलिए मुझे यहां पर जो कुछ भी करना है जल्द से जल्द करना होगा मैं भी इन्हीं सब सोचो मैं गुंठा की सोनिया उस पार्टी हॉल में आ गई जहां पर मैंने उसके लिए एक छोटी सी पार्टी रखी हुई थी जिसमें सिर्फ मैं और वह और कोई भी नहीं था सोनिया अभी वहां पर पहुंची ही थी कि पूरे हाल में अंधेरा हो जाता है और जब अंधेरा हुआ तो मैं एक रिंग लेकर ठीक उसके सामने घुटनों के बल बैठ गया रूबी को जो समय दिया था मैंने उसके बाद वह लाइट को जला दी जब सामने लाइट जली तो मुझे अपने घुटनों के बल बैठे हुए देखकर सोनिया चौक उठे वह अभी कुछ बोल दी इससे पहले ही मैं उससे बोला कि
मैं : हैप्पी बर्थडे जान आपको जन्मदिन की बहुत बहुत सुभकामनाये i love you सोनिया
सोनिया को यह सबसे बड़ा झटका था उसने तो ऐसा सोचा ही नही था कि ऐसा भी कुछ हो सकता है। वह हस भी रही थी और उसकी आँखों से आँशु भी गिर रहे थे जो कि खुशी के थे या गम के यह तो मुझे नही मालूम पर मुझे लगा कि सोनिया को यह बुरा लगा तो मैं बोला कि
मैं : प्लीज आप रोइए मत मैं तो सिर्फ आपको खुश देखना चाहता था इसलिए जो मुझे ठीक लगा मैंने वह किया लेकिन अगर आपको बुरा लगा तो प्लीज़ मुझे माफ़ कर दीजिए।
इतना बोलते वक्त मेरे आंखों में आँशु आ गए जिसकी वजह से सोनिया का दिल तड़प उठा और वह तुरन्त मुझे उठा कर गले लगाते हुए बोली कि
सोनिया : नही जय मुझे बुरा नही लगा बस इस बात की उम्मीद नही थी इसलिए थोड़ा चकित रह गयी और i love u too जय तुम नही जानते मैं यह सब्द सुनने के लिए कबसे तड़प रही थी और इतना बोल कर उसने अपने होंठ मेरे होंठो से चिपका दिया और हम दोनों प्यार के सागर में गोता लगाने लगे और मुझे तो ऐसा लग रहा था कि मानो वक्त थम सा गया हो और आज तक मैंने कितनो को किस किया पर ऐसा फील कभी नही हुआ इसमे थोड़ी सी भी वासना नही थी बस प्यार था और कुछ नही
अभी हम लोग किस में और भी डूबे रहते पर हर अच्छे काम मे कोई न कोई बाधक जरूर रहता है तो यंहा पर भी कुछ ऐसा ही था मैं तो भूल ही चुका था कि यंहा पर रूबी भी है पर वह अपनी मौजूदगी दर्ज करा ही दी
रूबी : अरे यार हम भी है यंहा पर थोड़ा तो शर्म कर लो ।
उसकी आवाज सुनकर हम दोनों बुरी तरह शर्मा गए और सोनिया तो जाकर उसके गले लग गयी तो रूबी बोली
रूबी : हैप्पी बर्थडे स्वीट फ्रेंड आज मैं तुम्हारे लिए बहुत खुश हूं तुम्हारे चहरे पर यह खुशी देखने के लिए मानो आंखे तरस गयी थी और इसके बाद उसने एक गिफ्ट जो अपने साथ लायी थी वह उसे दे दी तो मुझे भी याद आया कि मैंने भी उसके लिए गिफ्ट लिया था पर मैंने यह गिफ्ट अपने खुद के पैसे से लिया था जो कि बापू ने तब मुझे दिए थे जब हम गांव में रहते थे उस टाइम पर जो कुछ भी मैंने बचाया था वह सारे पैसे आज खर्च हो गए और इसके लिए मैंने किसी से कोई पैसा घर से नही लिया था जो भी पूजी थी सब इसमे ही खत्म हो चुकी थी बस कुछ हजार रुपये ही बचे थे तो मुझे कुछ समझ मे नही आया कि मैं क्या लू फिर भी एक गिफ्ट लिया था मैं उसे देते हुए बोला
मैं : सोनिया मैं जानता हूं कि ज्यादा मंहगा तो नही है फिर भी अगर तुम इसे कबूल कर लो तो मुझे खुसी होगी
सोनिया मेरी बात को सुनकर तड़प उठी और बोली
सोनिया : जान आज जो गिफ्ट तुमने मुझे दिया उसके आगे तो हर चीज छोटी है और गिफ्ट कोई महंगा सस्ता नही होता बस उसे देने वाले के दिल मे प्यार हो यही काफी होता है
Nahi dost mafi ki koi jarurat nahi hai bahut hi sundar posts haiदोस्तो प्लीज आप लोग मुझे माफ़ कर दीजियेगा क्यूंकि जैसा मैंने चाहा वैसा तो लिख नही पाया और इस अपडेट में जो कमी रह गयी है उसके लिए आपका छोटा भाई होने के नाते माफी मांगता हूं आप लोगो से और आप लोगो ने इस कहानी को इतना पसन्द किया उसके लिए मैं आप सभी लोगो का दिल से आभारी हूं