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Erotica द मैजिक मिरर (THE MAGIC MIRROR) {A tell of Tilism} PART-II ( Unexpected Desire of Darkness )

Froog

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Rocksanna999 भाई आपने चाहे जो कुछ भी लिखा हो वही रखें​

उसमें किसी भी प्रकार की बदलाव किसी के कहने पर न करें आप एक अच्छे लेखक हैं जो कुछ भी लिखा हो वही रखें
हाँ आगे चाहे तो पाठकों की राय अनुसार कुछ बदलाव करना चाहें तो करें
सप्ताह में किस दिन अपडेट देंगे निश्चित करें
 

Rocksanna999

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Apke dvara likhi gayi ye kahani wakai me lajwab hai pahla part padhke to maja hi aa gaya aur padhke kahi se bhi nahi laga ki vah part khtm ho gaya hai lekin aapne dusara part start Kiya aur vahi se suru kiya to achha laga....
Pahale part me dadaji to Raj ko rajkumari Naina ke bare me kuchh dusara bataye aur Raj ko apane jaal me fasakar khud ko aajad karwa liya ab dekhate hai ki aage kya hota hai......
Ek baat kaungi ki yadi aapne yah kahani Puri likh Li hai to use daily update kare ya fir ye bata de ki agala update kab aayega kyoki aapne sayad kahani ka yah part Puri likh Li hogi jaisa ki aapne comment karke bataya hai to update dete rahe........

Waiting for next update.......
Ji update taiyaar hai lekin is kahani mei modification ki jahan gunjaish hogi wo mei karunga is liye har update par readers ka reaction aur suggestion dono matter karte hai... Time ki kami ke kaaran daily update nhi kar sakta dusra kaafi readers ko pictures ke saath kahani ko imagination karna pasand hai to kuch pictures dhundne mei waqt to lagta hi hai isliye is kahani ke weekly update aayenge ..
 

Rocksanna999

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Rocksanna999 भाई आपने चाहे जो कुछ भी लिखा हो वही रखें​

उसमें किसी भी प्रकार की बदलाव किसी के कहने पर न करें आप एक अच्छे लेखक हैं जो कुछ भी लिखा हो वही रखें
हाँ आगे चाहे तो पाठकों की राय अनुसार कुछ बदलाव करना चाहें तो करें
सप्ताह में किस दिन अपडेट देंगे निश्चित करें
Ji update aur direction of story will be same wo mei change nhi karunga lekin agar kuch valuable suggestion readers ke milenge aur wo mujhe laga is kahani mei daalna chahiye to zarur daalunga nhi to un suggestions ko meri nyi kahaniyon mei use karunga.
 

Rocksanna999

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Meri teenon kahaniyon ke update week end par aayenge either Saturday night or Sunday night. Saath Bane rahe, apne valuable comment karte rahe.
 

Xabhi

"Injoy Everything In Limits"
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प्रस्तुत कहानी के सभी पात्र और घटना क्रम काल्पनिक है। इस कहानी का किसी भी जीवित या मृत व्यक्ति से कोई संबंध नही है। यदि कोई संबंध होता है तो इसे मात्र एक संयोग कहा जायेगा। " द मैजिक मिरर (The Magic Mirror)" ये कहानी एक टीन एज लड़के की है जिसे 24 वीं सदी में किश्मत से एक चमत्कारी आईना मिल जाता है। लेकिन चमत्कारी आईने का एक खास राज भी है ये आईना इस्तेमाल करने वाले व्यक्ति की ख़्वाहिशें तभी पूरी कर सकता है जब वो व्यक्ति उस आईने के लिए अपनी सबसे खास चीज का त्याग करे। ये आईना काले जादू और तंत्र से करीब 100000 साल पहले रानी नेत्रा ने अपने राज्य के तांत्रिकों से बनवाया था। क्योंकि तांत्रिक राजभक्त थे लेकिन राजभक्त होने के साथ साथ वो लोभी भी थे तो उन्होंने इस आईने में जेड 5 हीरों मैं अपनी-अपनी आत्माओं को क़ैद कर दिया। उनकी आत्मा इस आईने में कैद होने से अब ये आईना अपनी एक ख़्वाहिश के बदले में इस्तेमाल करने वाले को पूरा एक दिन देता है । इस एक दिन मैं आईने का मालिक जो भी ख़्वाहिश करेगा उसे पूरा करने के लिए ये आईना बाध्य था। आईने का इतिहास और उस आईना का कहानी के हीरो तक पहुंच ने तक का सफ़र आप पहले अध्याय में पढ़ेंगे। दूसरे अध्याय में आप हीरो द्वारा आईने का प्रयोग और आईने के प्रयोग के लिए किया गया त्याग पढ़ेंगे। तीसरे अध्याय में आप कहानी अंत देखेंगे।



अध्याय-2


अपडेट - 1


राज़ नैना के ऊपर चढ़ा हुआ धक्के लगा रहा था और नैना की आंखों से आंसू निकल रहे थे। जो ना तो बिस्तर पर गिरते है और ना ही उसके गाल से नीचे टपकते है बल्कि आंख से निकल कर गालों तक आते आते गायब हो जाते है। तभी राज़ अपना पानी नैना के भीतर छोड़ देता है। और एक पत्थर जो आईने से राज़ ने पहले ही निकाल लिया था उस से आईने पर चोट करता है। आईने एक दम से हवा में उछलने लगता है घूमने लगता है अचानक से राज़ एक रोशनी की भांति उस आईने में समा जाता है और साथ ही नैना भी...

उधर रानी , कोमल और सोनिया भी वापस उड़ते हुए आईने की तरफ खींची आती है लेकिन कुछ ही देर में आईना बिस्तर पर गिर जाता है..........

करीब 5 मिनट ही बीते थे कि अब फिर से समय चक्र प्रारम्भ हो गया था।
रानी और सोनिया कोमल के साथ दौड़ते हुए राज़ के कमरे के भीतर आती है तो देखती है एक बुड्ढा आदमी तेजी से जवान हो रहा है। तभी रानी बोल पड़ती है
रानी : दादाजी........?????


कोमल और सोनिया रानी की बात सुनकर , इसका मतलब राजकुमारी नैना सच बोल रही थी। राज़ खतरे में है?.......

पिछले अंश में आपने देखा की किस प्रकार से राज को तिलिस्मी आईना मिला और कैसे उसके जीवन में परिवर्तन हुआ, उसके परिवार और उसके जीवन की गुत्थी तिलिस्मी आईने के जाल में उलझ गयी थी जिसे सुलझाने के लिए कोमल जो की राज की प्रेमिका है और सोनिया और रानी जो की राज की दोनों बहने है ने ज़िम्मेदारी ली है या फिर कहें नियति ने उन्हे इस काम के लिए चुना है



अब आगे.......


करीब 5 मिनट ही बीते थे कि अब फिर से समय चक्र प्रारम्भ हो गया था।
रानी और सोनिया कोमल के साथ दौड़ते हुए राज़ के कमरे के भीतर आती है तो देखती है एक बुड्ढा आदमी तेजी से जवान हो रहा है। तभी रानी बोल पड़ती है
रानी : दादाजी........?????


कोमल और सोनिया रानी की बात सुनकर , इसका मतलब राजकुमारी नैना सच बोल रही थी। राज़ खतरे में है?.......

रानी और सोनिया अपने दादा जी को देख कर एक दम सदमे मे थी रानी अपने दादाजी जो की मर चुके है अचानक से कैसे वापस ज़िंदा हो सकते है? और इतने जवान? अरे ये तो धीरे धीरे जवान हो रहे है मानो जैसे की समय उल्टा चल रहा हो?

रानी के मन में बहुत सारे विचार चल रहे थे लेकिन उन विचारों का अंत होने से पहले ही एक और चमत्कार हुआ...

राज के दादा जी ने अपना हाथ ऊपर उठा कर एक ग्रीक भाषा से मिलता जुलता कोई शब्द पुकारा और वो शब्द बहुत ही गंभीर और तेज आवाज में पुकारे गए थे जिन्हें सुन कर रानी अपने ख्यालों से वापस बाहर आ गयी और एक आईना बिजली की रफ्तार से उड़ता हुआ राज़ के दादा जी के हाथ मे आकर ठहर गया।




राज के दादा जी :- हा हा हा हा हा हा हा मेरा अपना आईना हा हा हा हा हा हा हा (रानी और सोनिया और कोमल की तरफ देखते हुये) तुम लोग जानते हो इसे पाने के लिए कई जाने गयी है कई और जाने जाएंगी लेकिन इसने मुझे चुना , इसने मुझे चुना अपने मालिक के तौर पर हा हा हा हा हा हा हा। और वो वो जो इसे मुझसे लगभग जीत ही चुका था आज वो इसे के जाल में फंस चुका है हा हा हा हा हा हा हा।

रानी : दादा जी ये आप कैसी बाते कर रहे है? कौन इसे जीतने वाला था? और ये क्या है?

दादा : ये एक तिलिस्मी आईना है जिनहे सप्त ऋषियों के द्वारा बनाया गया था लेकिन ये काली शक्तियों से युक्त है क्यू की वो सप्त ऋषि नही सप्त तंत्र के मालिक ओझा तांत्रिक थे। उन्होने इसे सतो गुण, रजो गुण और तमो गुण का मालिक बना कर रखा था। लेकीन उन तांत्रिकों मे एक तांत्रिक तामसिक प्रव्रती का था तो उसके तामस गुण से ये रज और सत के बीच में समानता नही रही और तामस अपना स्थान और मजबूत करता गया।
जब ये आईना बन कर तैयार हुआ तो इसे राजकुमारी नैना को दिया गया था लेकिन राज कुमारी नैना में तामस नहीं था इसलिए इस आईने ने उनके राज मंत्री और उनके आस पास रहने वाले लोगो से नकारात्मक शक्ति को एकत्रित करना प्रारम्भ कर दिया था लेकिन ये बात कोई नही जानता था सिवा राजकुमारी नैना के......

रानी : ये झूठ है अगर राजकुमारी नैना को ये सब पता होता तो वो कभी भी इस आईने का इस्तेमाल नही करती।

दादा: मेरी बात बीच में मत काट लड़की और सुन राजकुमारी नैना को ये पता चल गया था की ये आईना नकारात्मक शक्तियों का संग्रह करता है लेकिन उन्हे ये पता नही था की ये आईना इसे प्रयोग करने वाले में संग्रह की हुयी शक्तियों का एक अंश डाल देता है। जब इस आईने ने राजकुमारी नैना पर अपना असर दिखाना शुरू किया तो राज कुमारी नैना में वो अवगुण अपना स्थान बनाने लगा जो उनमे आ ही नहीं सकता था।

रानी : कौनसा अवगुण?

दादा: राज कुमारी नैना महल में पाली थी तो उन्हे किसी चीज का लालच नही था, वो राजकुमारी थी तो उन्हे क्रोध दिलाने का किसी में साहस नहीं था। उन्हे अपनी प्रजा से ज्यादा किसी और चीज से मोह नहीं था। ऐसे में आईने द्वारा राजकुमारी में तामस प्रव्रती को बढ़ा दिया जिससे राजकुमारी के गुण ही अवगुण बन गए। तामसी व्यक्ति काम , क्रोध, मद , लोभ, मोह इनमे सिमट कर रेह जाता है। ये सब मानुषी गुण है और यही अवगुण भी है इन गुणों में से कोई भी गुण आवश्यकता से अधिक हो जाये तो अवगुण बन जाता है। राज कुमारी सुंदर थी तो उनमे काम वासना ने स्थान बना लिया जिसके चलते उन्हे क्रोध और लोभ दोनों को स्थान देना पड़ा।

रानी : लेकिन ....

दादा : बस बहुत हुआ इससे ज्यादा तुम्हें जानने की ज़रूरत नही है क्यू की तुम अब वह जाने वाली हो जो मुझसे इस आईने को जीत चुका था।

रानी: राज????

दादा: नैनाSSSSSSSSSS (ज़ोर से चिल्लाता है) अचानक से राज कुमारी नैना किसी परी की तरह वहाँ आ जाती है। नैना जिस काम के लिए तुझे बुलाया है मेंने वो खत्म करो अभी।

राज कुमारी नैना: जी मालिक इतना कहने के साथ ही नैना अपने हाथ ऊपर अंधेरे आकाश की और उठाती है और कुछ अनजानी भाषा में उच्चारण करने लगती है जिसके बोलते ही अचानक से राज के बाग से एक जादुई किताब निकाल कर बाहर आ जाती है ।देखने में वो कोई काले जादू की किताब लग रही थी



नैना कुछ बोलती है तो उस किताब के पन्ने अपने आप खुलने लगते है और उन पन्नों पर जो मंत्र लिखे हुये थे वो खुद ब खूब जैसे अग्नि से जल रहे हो ऐसे जलते हुये एक कतार मे हवा में घूमने लगे पहले तो धीरे धीरे और फिर अचानक से इतनी तेज की वो शब्द एक गोलाकार घेरा बना ने लग गए थे



सोनिया : ये क्या कर रही है?

दादा: ये वो मंत्र है जिनका उचारण नहीं किया जा सकता ये विधुत की भाषा में उच्चरित होते है इसलिए इन मंत्रों को केवल दिव्य मंत्रों से ही बोला जा सकता है।


रानी : हाँ लेकिन ये कर क्या रही है।

कोमल : कुंडलिनी......

रानी चौंक कर कोमल की और देखती है

रानी: क्या ?


कोमल ऊपर आसमान की और इशारा करती है




नैना : जल , अग्नि, वायु, प्रथ्वि, आकाश, और दशों दिशाओं के अंश (अचानक से कमरे मे रखे ग्लास का पानी नीले रंग की भाप बनकर ऊपर उड़ने लगा )


ऊपर एक लाल रंग का चक्र बन गया था



इस चक्र में चार चोर बने हुये थे जिनमे से एक मे जल दूसरे में वायु तीसरे मे आकाश और चौथे में अग्नि का अंश समा जाता है फिर अचानक से मिट्टी बवंडर बन कर इन चारों भूतों को एक साथ एक चक्र में बांधती है

जब इस चक्र को पाँच भूतों से बना कर बांध लिया जाता है तब दशों दिशाओं को निर्देश दिया जाता है की इस चक्कर का अपनी अपनी परिधि में संचालन करे। तो नैना ने अपनी मंत्रों को भाषा में कुछ उच्चारण किया दशों दिशाओं से एक रोशनी तेजी से निकल कर उस चक्र में पड़ने लगी और देखते ही देखते पराव्र्त चक्र तैयार हो गया।


इस चक्र में एक चक्र के भीतर दस चक्र होते है।

जैसे ही पराव्र्त चक्र तयार होता है नैना अपने गर्भ से राज का बीज (वीर्य) का एक अंश मंत्रों की साधना से चक्र में स्थापित कर देती है और फिर सोनिया , रानी और कोमल का नाम पुकारती है।

दादा ; ये क्या कर रही हो ? नहीSSSSSSSS


नैना अचानक से आईने में समा जाती है और नैना के आईने में जाते ही सोनिया कोमल और रानी तीनों उस आईने में समा जाती है



आईने का दूसरा चोर की जंगल में था


what is my display


जंगल के दूसरे छोर पर तीनों लड़कियां बेहोश थी।

Ye dada to bada kamina nikla, sala Apne pote ko hi us aine me fasa diya, Rani Naina se apne hero ki Vo jadui kitab ke mantro ka prayog karke dada kuchh karna chah rha tha pr uski chaal Lagta hai ulti pad gyi hai, jo Naina ne apne hero ki tino bahano ko bhi us aine ke andar bhej diya or khud bhi chali gyi, dada bas muh takta rah gya...

Tino bahne aine ke andar behosh padi hai or apne hero ka kahi aata pta nhi hai ki Vo Kis haal me hai, Dekhte hai kya plan bnaya tha hero ne or Naina ki ankho me vo ansu kyo aa rhe the...

Superb update bhai sandar jabarjast lajvab
 

Rocksanna999

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Ye dada to bada kamina nikla, sala Apne pote ko hi us aine me fasa diya, Rani Naina se apne hero ki Vo jadui kitab ke mantro ka prayog karke dada kuchh karna chah rha tha pr uski chaal Lagta hai ulti pad gyi hai, jo Naina ne apne hero ki tino bahano ko bhi us aine ke andar bhej diya or khud bhi chali gyi, dada bas muh takta rah gya...

Tino bahne aine ke andar behosh padi hai or apne hero ka kahi aata pta nhi hai ki Vo Kis haal me hai, Dekhte hai kya plan bnaya tha hero ne or Naina ki ankho me vo ansu kyo aa rhe the...

Superb update bhai sandar jabarjast lajvab
ye to aapko kahani padhne par pata lagega aakhir asli kameena kaun hai? challiye agla update aapko aur confuse karne ke liye de deta hu aaj aur abhi
 

Rocksanna999

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अपडेट – 2

नैना अचानक से आईने में समा जाती है और नैना के आईने में जाते ही सोनिया कोमल और रानी तीनों उस आईने में समा जाती है



आईने का दूसरा छोर जंगल में था




जंगल के दूसरे छोर पर तीनों लड़कियां बेहोश थी।







अब आगे.....

वर्तमान में दादा चारों और देखता है की समय की धारा अभी तक रुकी हुयी है कोई हिल भी नहीं रहा। अचानक से दादा को चक्कर से आते है है और वो वही घर के बाहर बैठ जाता है। दादा अपने सर पर हाथ फेरता है दादा कुछ समझ नहीं पा रहा था अचानक से दादा को ऐसा लगता है जैसे उसके दिमाग से कुछ यादें डिलीट हो गयी हो एक दम फिल्म की तरह । ये एक तरह का साइड इफैक्ट था जब कोई समय की धारा के साथ छेद चाड करता है तो जो कुछ भी पहले था वो सब कुछ बादल जाता है और एक नयी टाइम लाइन शुरू हो जाती है क्यू की दादा राज़ से जुड़ा है और किसी और टाइम लाइन से है तो उसकी मेमोरी खतम हो गयी दादा एक पल को ये भी भूल गया की वो कहा है और क्या कर रहा है?


वहीं दूसरी और आईने में सोनिया रानी और कोमल तीनों धीरे धीरे होश में आने लगती है।

कोमल:- रानी सोनिया उठो...


रानी अपना सर पकड़ते हुये उठ बैठ ती है फिर सोनिया को भी उठाती है।


कोमल चारों और नज़र घूमा कर देखती है तो सब कुछ उल्टा नज़र आता है तभी रानी चोंकते हुये पुछती है....


रानी: राजकुमारी नैना कहाँ है?


रानी के इस सवाल से कोमल भी चोंक जाती है और सोनिया भी रानी के सवाल पर इधर उधर राजकुमारी नैना को ढूंढने की कोशिश करती है लेकिन राजकुमारी नैना कहीं भी नज़र नहीं आती।


तभी रानी को जंगल के बीच से एक रास्ता नज़र आता है।


रानी: चलो उस रास्ते से चलते है।


कोमल : कोनसे रास्ते से?


सोनिया: अरे हमारे सामने तो है देखो वह पर कोई बस्ती या गाँव सा नज़र आ रहा है

कोमल: मुझे तो कोई रास्ता नज़र नही आ रहा।

रानी और सोनिया कोमल की और देख कर झुँझला जाती है।


रानी कुछ बोलने के लिए अपना मुह खोलने ही वाली होती है की अचानक से उन तीनों के पीछे से एक आवाज आती है।


उसे ये रास्ता नज़र नहीं आएगा......


रानी और सोनिया कोमल के साथ एक दम से दर कर पीछे पलटती है और डर जाती है।


उनके सामने कोई फटे से कपड़े पहने एक 70 या 80 साल की बुद्धि औरत पेड़ का सहारा लिए बैठी हुयी थी।


कोमल: आप कौन? और यहा कब आई।


रानी और सोनिया का भी यही सवाल था


बूढ़ी: मेरी छोड़ो क्या तुम्हें पता है तुम लोग यहाँ क्यू आई?


रानी और सोनिया : अपने भाई को बचाने और क्यू?


बूढ़ी: तुम उसे बचाओगी ? तुम ये सोचो अपने आप को कैसे बचाओगी उससे।


रानी और सोनिया: क्या बकवास कर रही है आप ?


कोमल: (रानी और सोनिया को चुप करवाते हुये) आप कहना क्या चाहती है?


बूढ़ी: तुम लोग ठीक वैसा ही कर रही हो जैसा उसने सोचा था। ऐसा लगता है जैसे आईने की दुनिया और तुम्हारी दुनिया दोनों पर उसने काबू पा लिया है।


कोमल : किसने ?


बूढ़ी: राज़ ने............

रानी और सोनिया: कौन राज़?


बूढ़ी: वही राज़ जिसे तुम बचना चाहती हो। तुम्हारा अपना भाई राज़।


कोमल सोनिया और रानी तीनों के मुह से एक साथ आवाज निकलती है :- क्याSSSSSSSSSSSSSSSS


बूढ़ी: जानती हो तुम दोनों को ही वो रास्ता क्यू नज़र आ रहा है?(रानी और सोनिया की और देखते हुये) और तुम्हें क्यू नही नज़र आ रहा? (कोमल की और देखते हुये)

तीनों अपनी नज़र ना में हिलाती है।

बूढ़ी: नीलांकर..... तुम दोनों निलांकर ग्रहण कर रखी हो।


रानी और सोनिया: नहीं हमने कभी कोई इस नाम की चीज नही खायी।


बूढ़ी: क्या तुम दोनों ने राज़ के साथ संभोग किया है? या फिर उसका वीर्य पिया है?


रानी: क्या बकवास है हम राज़ की बहन है हम कभी ऐसा नही कर सकती।


बूढ़ी: हो ही नहीं सकता । राज़ एक मात्र ऐसा है जिसने निलांकर पिया है और तुम दोनों उस रास्ते को देख सकती हो इसका मतलब तुम दोनों में निलांकर का अंश है। इसका मतलब साफ है या तो तुम दोनों के गर्भ में राज का वीर्य है या फिर तुम दोनों ने उसके वीर्य का पान किया है।


कोमल: (मन मे) ओह तो चंचल ने जो कप केक में राज का वीर्य मिलकर इन दोनों को खिलाया था उसी वक़्त शायद राज़ के वीर्य के साथ निलांकर भी इनके शरीर में गया हो गा।



रानी और सोनिया तिलमिला कर : ये क्या बकवास पर बकवास किए जा रही हो । आप जानती ही क्या है हमारे बारे में?


कोमल : तुम दोनों चुप रहो । (बूढ़ी औरत की और देख कर) अम्मा आप कौन है? आप राज़ के बारे में इतना सब कुछ कैसे जानती है? और उसके परिवारवालों के बारे में भी आप सब जानती है?

बूढ़ी: अरे में तो ये भी जानती हूँ इस वक़्त वो शैतान राज़ है कहाँ? इस वक़्त ऐसी अवस्था में है की अगर तुम लोग उसे ऐसे ही रहने देती हो तो वो कभी भी इस आईने की दुनिया से बाहर नही निकल पाएगा। लेकिन अगर तुम लोगो ने उसकी मदद की तो तुम लोगो को उसकी दासी बनकर रहना पड़ेगा।

कोमल : क्या मतलब ?


बूढ़ी : ये आईने का काला जादू और ये सब घटनाए किसी और ने नहीं बल्कि उसी शैतान राज का किया धरा है। यहाँ तक की उसने समय के साथ भी छेड छाड़ की है। इसी कारण से आज राज़ फंसा हुआ है?


रानी और सोनिया: क्या मतलब है आपका? क्या इन सब के पीछे दादा जी नहीं है?

बूढ़ी : तुम्हारे दादा में इतना दिमाग इतनी बुद्धि कहाँ.... लेकिन तुम्हारे भाई मे बुद्धि की कोई कमी नहीं उसमे 10000 साल का अनुभव है।


कोमल : क्या मतलब ?


बूढ़ी : वो सब बाद में पहले ये बताओ तुम राज को क्यू बचाना चाहती हो?


कोमल: में राज से बहुत प्यार करती हूँ और उसके लिए कुछ भी कर सकती हूँ।


रानी और कोमल : हम भी राज से बहुत प्यार करती है और वो हमारा भाई है इस लिए हम उसे बचाने के लिए कुछ भी कर सकती है।


बूढ़ी: ये जानते हुये भी की इन सब के पीछे राज़ ही है और वो यही चाहता है की तुम लोग उसे हमेशा हमेशा के लिए आईने की और समय की क़ैद से आज़ाद कर दो?


तीनों लडकीयाँ: हाँ

कोमल : लेकिन आपने अभी तक ये नही बताया की आप कौन है?


बूढ़ी: ये जानकार क्या करोगी लेकिन अगर तुम्हें राज को बचाना है तो एक काम करना होगा ।


तीनों : क्या?

बूढ़ी : नीलांकर धारण की हुयी लड़कियों को राज़ के साथ संभोग करना होगा और राज़ की संतानों को जन्म देना होगा ।


तीनों:क्या?


सोनिया: पागल औरत तुझे एक बार में समझ नही आता क्या हम राज की बहन है ।


बूढ़ी : तुम्हारी दुनिया में तो तुम राज के साथ संभोग करने को मरी जा रही थी इसका मतलब तुम दोनों आईने के प्रभाव में हो।


कोमल : क्या मतलब है आपका?


बूढ़ी: आईना वास्तविकता का उल्टा स्वरूप होता है। यदि तुम लोग राज़ से प्रेम करती हो तो आईने में तुम लोग बहुत जल्द राज़ से नफरत करने लगोगी फिर तुम कभी भी राज़ को नही बचा पाओगी।


रानी: और तुम हमारे मन में राज़ के प्रति जहर घोल रही थी ताकि हम लोग जल्द से जल्द राज़ से नफरत करने लगे।


बूढ़ी: अगर ऐसा होता तो में कभी नही बताती की तुम राज़ को कैसे बचा सकती हो । अब एक बात और सुन लो जब तो लोग राज की सनताओं को जन्म दोगी तब राज तुम तीनों को वास्तविक दुनिया में ले जाएगा लेकिन तुम लोगो की संतान आईने और समय की क़ैद में रहेंगी केवल यही एक रास्ता है समय और आईने को गुमराह करने का। केवल इसी एक तरीके से राज़ एक ही समय पर तुम्हारी दुनिया में भी रह पाएगा और समय और आईने की क़ैद में भी रहगा।


कोमल : लेकिन मुझे ये नहीं समझ आ रहा की आखिर राज ने किया क्या है? राज़ क्यूँ आईने की क़ैद में है? और राज़ समय चक्र की भी क़ैद में है ? और सबसे बड़ी बात आप कौन है जो राज के बारे में इस तरह से हमे भड़का रही है?
 

Froog

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शानदार अपडेट भाई
 

Rusev

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Nice update bro aag laga di
 
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