इधर नगमा आखिर कब तक बिना चुदाई के रह पाती घर में कामवाली और बच्चे बड़े हो गए थे तो दिन भर यूँ ही TV और फ़ोन पर गुजरने लगा ,
राजा भी 18 साल का जवान मर्द हो चुका था मगर अब तक चूत केवल ब्लू फिल्म में ही देखी थी , पार्लर की लड़कियों के साथ अक्सर हंसी मजाक कर के उसका दिन तो गुजर जाता था मगर रात मुठ मार कर ही गुजरती थी।
एक रात जब पार्लर बंद कर के घर आया तो देखा उसके दोनों भाई और अम्मी सोई हुई है ,
वक़्त के साथ साथ और सरदार से दमदार चुदाई की वजह से नगमा की गांड काफी मोटी हो गयी थी , राजा को मैक्सी में उसकी मोटी गांड दिखी जिसके बाद शायद वो पलक झपकना भूल गया
अगले पल उसको अहसास हुआ उसका हाथ उसके लंड पर है अब उसकी सासें उखड़ने लगीं और फिर मस्ती में आ कर बिना हिचक के वहीं पैंट की ज़िप खोल कर लंड निकाल लिया और
आहहहहह अम्मी उफ़्फ़फ़ क्या गांड है , एक बार चुदवा लो आहहहहहहहह आहहहहहहहहह अम्मी हाय क्या गांड है आहहहहहहहह उफ़्फ़फ़
राजा तेजी से मुठ मारते हुए अपनी अम्मी की मोटी गांड को घूरे जा रहा था तभी उसको किसी के कदमों की आहट हुई और वो जल्दी से वहीं कमरे के पास लगी खिड़की के पर्दे में छिप गया ।
तभी एक साया अंदर आया और जब उसने उसके चेहरे की तरफ देखा तो हैरान रह गया।
ये उसके अब्बू सरदार के चचा और उसके दादा थे जिसने नगमा की चूत के चक्कर में अपने सगे बेटे और खुद नगमा के शौहर सरदार का खून करवाया था