2 बजे दरवाजे की घंटी बजती है लेकिन कोई दरवाजा नहीं खोलता 3 बार घंटी बाजने पर दरवाजा खुल जाता हैं सामने एक शख़्स खड़ा होता जो अभी थका हुआ बीमार दिख रहा रहा और उसके मुह से शराब की बदबू आ रही थी सामने 3 बच्चे खड़े होते हैं तबी एक बची बोलती हैं क्या पापा आप ने इतनी देर से दरवाजा खोला देखो धूप के कारण मेरा रंग काला हो गया उस आदमी के चेहरे पर मुस्कान आ जाती हैं और वो उस बच्चे को बाहों में उठा लेता हैं
य़ह सबसे छोटी ननी परी नाम कोमल उम्र 12 साल
अरे मेरी प्यारी गुड़िया मुझे माफ करना मुझे नींद आने के कारण दरवाजा खोलने में देरी हो गई
तबी दूसरी ल़डकियों पापा मुझे कोण गोद में उठाएगा य़ह दूसरी बड़ी लड़की नाम तन्वी उम्र 13 साल
वो आदमी हस्ते हुए उसे भी दूसरे बाजू से उठा लेता हैं
य़ह एन बच्चों का पिता हैं सूरज पटेल उम्र 35 साल
वो उन दोनों ल़डकियों को उठा कर अंदर चल देता हैं तबी पीछे से एक आवाज आती हैं जिसमें गुस्सा और शरारत महसूस होती हैं मुझे कोई प्यार नहीं कर्ता पापा मैं भी इस घर मे रहता हू कोई मुझे भी उठा लो गोद मे लेकिन कोई उसका जवाब नहीं देता नहीं उन बाप बेटी से कोई पीछे देखता जिसके कारण वो लड़का और भी ऊँची आवाज मे चलाता हुया अंदर आता हैं
य़ह लड़का एन दो बहनो का बड़ा भाई और सूरज पटेल का बेटा नाम समीर उम्र 14 साल
उस लड़के को चलाते हुए सुनकर कोमल अपने पापा को आँख मारते हुए मुस्कान देती है
जिसे देख कर बड़ी लड़की जोर जोर से हसने लगती है
पापा देखो बंदर का मुह कैसे लाल हो रहा
कोमल नहीं दी बड़े भाई को बंदर नहीं बोला करते और साङ face बना लेती है जिसे देख समीर और भी परेशान हो जाता है
सूरज बेटा बड़े भाई को बंदर नहीं बोलते तो फिर क्या बोलते है और मुस्करा देता हैं
समीर अभी घूर घूर कर कोमल को देख रहा होता और बोलता आज कोई मेरे हाथ से मरने वाला है
कोमल पापा की गोद से नीचे उतर जाती है और साथ मे तन्वी भी और दोनों बहनो जल्दी से अपने स्कुल बैग सोफ़े पर फेंक कर रूम की ओर भागती है
रूम के दरवाजा खोल जल्दी से दरवाजा बंद हो जाता है
समीर भी बैग सोफ़े पर रख पानी पीने लगता तभी
पापा भाई को बंदर नहीं सुअर बोलते हैं
य़ह आवाज कोमल की थी जो अपने बड़े भाई को दरवाजे के होल से किचन में जाकर पानी पीते हुए देख दरवाजा खोल बोलती है
समीर फुर्ती से गिलास सेल्फ पर रख जल्दी से भागता हुया दरवाज़े के पास जाता
लेकिन कोमल जल्दी से हस्ती हुयी दरवाजा बंद कर देती है
समीर दरवाजे को देखता हुया मुस्करा देता हैं और वापिस अपने पापा की तरफ चल देता
जी हाँ य़ह इनकी छोटी सी हस्ती खेलती दुनिया हैं और हर दिन दोनों छोटी बहने समीर को परेशान करने में लगी रहती हैं
इन लोगों का यही प्यार हैं समीर अपने पापा और अपनी बहनो से बहुत प्यार कर्ता हैं
सूरज बेटा समीर जाओ और फ्रेश हो लो और तब तक मैं खाना गरम कर्ता हू
समीर के जाते ही सूरज खाना गर्म कर्ता और 20 मिनट बाद समीर और तन्वी कोमल को खाने के लिए आवाज देता हैं हैं
तन्वी और कोमल कुर्सी पर बेथ समीर के रूम की तरफ देखती हैं
दस मिनट बाद समीर बाहर आता और अपनी बहनो के साथ खाने के लिए बेथ जाता हैं
चारो खाना सुरू करते हैं कोमल नीचे देखे हुए भाई के चेहरे को देख मुस्करा रही होती हैं
सूरज बेटा तुम लोगों की पढाई कैसे चल रहीं हैं सभी सूरज की सवालों का अच्छा जवाब देते हैं
बीवी के मरने के बाद सूरज ने अपने बच्चों की परवरिश की कभी अपने बच्चों को माँ की कमी महसूस नहीं होने दी जब समीर 8 साल का था तब उसकी माँ पूजा पटेल सूरज की वाइफ पूजा की केंसर के कारण मौत हो गयी थी सूरज ने बहुत कोशिश की एक कार एक्सीडेंट मे मर
गयी पूजा अपनी कार से आपने ऑफिस की mitteng के लिए स अपने शहर से दूसरे शहर जा रही थी रास्ते मे बस का कार के साथ एक्सीडेंट होता हैं जिस कारण पूजा की पहाड़ी नीचे गिरते बेह रही नदी मे चली जाती है जब सूरज को पता वो पूजा की बहुत तलाश कर्ता लेकिन कार के पहाड़ी से गिरते ही टुकड़े हो जाते है कार का मालवा मिल जाता लेकिन पूजा की लाश नहीं मिलती
सूरज ने अपने बच्चों को बहुत अच्छे संस्कार दिए कभी बुरा विचार नहीं आने दिया अपने बच्चों के दिल मे
तन्वी पापा आज समीर ने फिर फोटो नहीं साफ किया और आज मैंने ही फोटो साफ किए और माँ की आरती की
सूरज समीर की तरफ देखता है लेकिन समीर जल्दी खाना छोड़ अपने कान पकड माफी मांगता
समीर sorry पापा स्कूल के लिए लेट हो रहा था तो जल्दी निकलने के चक्कर मे भूल गया
कोमल पापा हर बार भाई यही बोलते है आज आप भाई की पिटाई करो
सूरज समीर बेटा य़ह तुम्हारे लिए गलत बात हैं हम सब अपनी अपनी दिन तस्वीरें साफ करते हैं और आरती तुम हर बार बहाना बना लेते हो बेटा मैं तुम्हें कुछ नहीं कह सकता य़ह बोलते ही सूरज का चेहरा उदास हो जाता हैं
जिसे देख समीर कोमल और तन्वी भी उदास चेहरे बना लेते है
समीर अपनी कुर्सी से खड़ हो अपने पापा के गले में बाहें डाल sorry बोलता हैं है और पापा के सिर पर किस कर्ता
समीर पापा मुझे आज के दिन माफ कर दो आगे से मैं कभी ऐसा नहीं करूगा अब हर दिन मैं तस्वीरें साफ कर मम्मी की आरती करूगा और एक रोटी का निवाला लेकर अपने पापा को खिला देता हैं फिर तनु और कोमल छोटे छोटे रोटी के टुकड़े पापा को खिलते है इनका रोज का काम था तस्वीरे साफ करना और पूजा की फोटो पर फूल की माला पहनाकर आरती करना एक दिन समीर एक दिन तनु एक दिन कोमल और एक दिन सूरज सभी बारी बारी करते थे एक तस्वीर मे सूरज पूजा कोमल और तनु समीर थे दूसरी तस्वीर सिर्फ पूजा की थी तीसरी तस्वीर सूरज समीर तनु और कोमल जो कांच के फेम लगी थी जिसको सूरज ने खास बनवाया था सभी अपना खाना खत्म करने पर समीर बर्तन उठा किचन मे चाला जाता पीछे दोनों बहनो भी समीर के हेल्प करने चली जाती है बर्तन साफ कर तीनों घर की सफ़ाई करने पर अपने पापा के पास चले जाते है
तनु पापा आप य़ह शराब छोड़ दो य़ह अच्छा नहीं आपको ऐसे देख हमे बिल्कुल अच्छा नहीं लगता समीर हाँ पापा आप छोड़ दो पापा आप पहले से कितने बदल गए है आप बीमार हो आप शराब छोड़ दो
कोमल की आँखों मे अंशु आ जाते है जिसे देख सूरज उसे गले लगा लिया
सूरज मेरी गुड़िया रोने लगी पापा को कुछ नहीं होगा पापा हमेशा आपके साथ रहेगे कभी तुमसे दूर नहीं होंगे कोमल पापा आप ही माँ के बाद हमारे है आप य़ह शराब छोड़ दो मैंने कभी आपसे कुछ नहीं माँगा क्या आपसे मैं कुछ मांगू तो आप मना तो नहीं करोगे
सूरज मेरी गुड़िया मैं कभी तुझे मना नहीं करूगा तुम जो भी माँगना हो मांग लो तुम्हारे पापा तुम्हें सब देंगे
कोमल पापा कल मेरा बर्थडे है मैं आपसे बर्थडे गिफ्ट चाहती हू सूरज क्या चाहिए मेरी गुड़िया को अपने बर्थडे पर तभी तनु कोमल को बोलती है कोमल मेरी गुड़िया एक मिनट मेरी बात सुने कोमल क्या हुआ दी तनु तनु रूम से बाहर चल देती है और कोमल को पीछे आने के लिए बोलती है कोमल तनु के पीछे बाहर जाती है तभी तनु कोमल को पकड दूसरे कमरे मे ले जाती है तनु कोमल से पूछती है तुम्हें बर्थडे गिफ्ट क्या चाहिए पापा से
कोमल दी मुझे जो बड़ा वाला टेडी देखा था माल मे आपके साथ 20000 हज़ार का मुझे वो चाहिए तभी तनु प्यार मुस्करा देती है अपनी छोटी गुड़िया को देख और बोलती है गुड़िया तुम वो गिफ्ट अगले साल ले लेना कोमल नहीं दी मुझे इसी साल चाहिए तनु कोमल को समझते हुए बोलती है तुम्हें वो गिफ्ट इसी साल मिलेगा लेकिन समीर भाई के बर्थडे पर कोमल दी मुझे मेरा गिफ्ट मेरे बर्थडे पर चाहिए भाई के क्यूँ तनु कोमल से कहती है पापा बहुत शराब पीने लगे है और जिसके कारण वो बहुत बीमार है पापा तुमसे बहुत प्यार करते है तुम पापा से वादा करो के पापा शराब छोड़ दे इस साल हमे पापा चाहिए टेड़ी तो हम कभी भी ले लेंगे कोमल अपनी बहन की बात समझ अपनी दी को गले लगा लेती है फिर दोनों मुस्कराते हुए अंदर चल देती है
सूरज अच्छा तो बताओं गुड़िया तुम्हें क्या चाहिए
कोमल पापा मुझे वो वो सूरज बोलो बेटा कोमल पापा आप नहीं देंगे मुझे मुझे नहीं चाहिए सूरज मेरी गुड़िया मेरी प्यारी बेटी बोलो क्या चाहिए पापा तुम्हें सब देंगे कोमल नाटक करते हुए बोलती है पापा मुझे नहीं लगता आप मुझे देंगे
समीर गुड़िया बताओं क्या चाहिए पापा तुम्हें पक्का तुम्हारा गिफ्ट देगे हे ना पापा
तनु मांगू गुड़िया पापा गिफ्ट जरूर जरूर देंगे
कोमल नाटक करते हुए नहीं दी मुझे नहीं चाहिए
समीर बता दो कोमल पापा गिफ्ट देंगे सूरज पटेल नाम है पापा का सूरज की तरह बड़ा दिल अपने पापा हवा देने काम समीर कर्ता साथ मे तनु भी हामी भरी
सूरज खुस होते हा बोलो गुड़िया
कोमल नाटक करते हुए ठीक है पापा पहले आप वादा करो जो मुझे चाहए आप मुझे देंगे
सूरज बिना सोचे कोमल का हाथ अपने सिर पर रख कसम खाते बोलता है गुड़िया जो तुम्हें चाहिए मैं तुम्हें दूंगा कोमल पापा मुझे आप चाहिए सूरज बेटा य़ह कैसा गिफ्ट है और मैं तो हमेशा तुम्हारा ही हू कोमल पापा आप ने मेरी कसम खाई है जो मुझे चाहिए आप देगे सूरज हाँ मेरी गुड़िया मिलेगा कोमल पापा आप शराब नहीं पायेगे कभी भी मुझे मेरे पापा चाहिए पहले जैसे
सूरज कोमल को देखते बेटा य़ह नहीं हो सकता कोमल पापा आपने मेरी कसम खाई है सूरज बेटा तुम कुछ और मांग लो तभी कोमल आँखों मे अंशु लेकर भारी आवाज मे बोलती है पापा मुझे पता था आप नहीं देंगे मैं आपसे कभी बात नहीं करेगी और अपने रूम की तरफ चल देती है तभी कोमल को रोना देख सूरज बेड से उठ कोमल को पीछे पकड़ गोद मे उठा लेता है सूरज रोते हुए कोमल मेरी गुड़िया मैं तुमसे बहुत प्यार कर्ता हू तुम लोगों के लिए कुछ कर दूंगा अपनी जान भी बिना सोचे दे दूंगा बस कभी तुम लोग मुझे नाराज नहीं होना समीर रोते हुए पापा मान लो कोमल की बात तनु हाँ पापा मान लो छोड़ दो शराब सूरज अपने बच्चों को रोता हुआ देख बोलता गुड़िया तुमने मुझसे गिफ्ट चाहिए मेने कसम खाई है तुम्हें गिफ्ट जरूर दूंगा मेरे बचो मैं कभी शराब को हाथ भी नहीं लगाएगा कभी नहीं शराब पीने वाला लेकिन आज मुझे मत रोकना आखिरी बार आज का दिन मुझे शराब पी लेने दो य़ह सुन तीनों के चेहरे पर खुसी आ जाती है और तीनों अपने पापा के गले लग खुसी से रोने लगते है कुछ देर बाद सूरज सबको अलग कर्ता है फिर सबी बाते करने लगते है तभी तनु बोलती है भाई आपके दिमाग को मान गए सूरज और कोमल देखते समीर की तरफ कोमल भाई ने क्या किया य़ह तो मेरा और आपका प्लान था तनु मुस्कराते हुए नहीं गुड़िया य़ह भाई का प्लान था भाई ने मुझे बोला तुम्हें य़ह सब करने के लिए मैं तुमसे गिफ्ट की बात करने वाली थी आज रात लेकिन तुमने पहले ही बोल दिया पापा को सूरज सुनकर मुस्करा कार अपने बच्चों को गले लगा लेता है कुछ देर बाद समीर और कोमल तनु अपना स्कूल का होमवर्क करते है रात को सभी खाना खाते है और सूरज अपने रूम मे चाला जाता बाद मे समीर और तनु भी रूम मे चले जाते है सूरज दारू पीते हुए पूजा को याद कर रोने लगता अगर उस दिन मीटिंग मे मैं चाला जाता तो आज पूजा जिंदा होती सूरज अपनी गलती को याद कर रोने लगता और शराब पीने लगता सूरज अपनी गलती मान इस दर्द को आज तक सूरज अपने दिल मैं रखे रोता रहता फिर शराब का सहारा ले दर्द को जीने लगता जपूजा का गुनाहगार समझ अपने आप को कभी माफ नहीं किया पूजा की यादो और शराब के कारण कब सूरज की आँख लगी पता नहीं चला
दूसरी तरफ समीर बीच मे सोया हुआ और कोमल और तनु दोनों बहनो समीर के गले बाहें डाल सो रही थी समीर अपनी बहनो के साथ लेट कार याद कर रहा था कैसे माँ हमे रात मे लोरी सुनाया करती करती कितना प्यार करती थी माँ समीर मासूम था जब पूजा से साथ छूट गया एक मासूम माँ का प्यार नहीं समीरा सोच रहा था क्या गलती हो गयी मुझे जो भगवान उस से उसकी माँ को छीन लिया क्या गलती मेरी मासूम बहन तनु की जिसने कभी किसी को रोने नहीं दिया सबको प्यार किया क्या गलती मेरी प्यारी गुड़िया की जिस मासूम को माँ प्यार नहीं मिला आँखों मे अंशु हर रात की तरह दर्द दिल मे लिए कब सोया कोई खबर नहीं