कल रात दिल मे दबा हुआ गुस्सा बाहर निकाल मस्त नींद आया सुबह के अलार्म से नींद खुली आज मैं अपने आप को हल्का महसूस किया सुबह सुबह नहा कर कालेज पहुंचा वहां पयाल के साथ भी अच्छा वक्ता बिता
पयाल के साथ कैन्टीन मे लांच करने गया वहां प्रिया रोहित उनका पूरा ग्रुप बैठा था मैंने हाथ हिला कर उन्हें हैलो किया और पयाल के साथ अलग टेबल पर बैठ गया और हम लांच करते हुए बाते करने लगे
तनु और कोमल मुझे हमारी तरफ आते हुए दिखे जिनके चेहरे पर उदासी साफ दिखाई दे रही थी
तनु
क्या हम यहा बैठ सकते है समीर
मैं
हाँ क्यूँ नहीं बैठो कैसे हो आप दोनों
पयाल ने दोनों को इग्नोर कर वहां से उठ कर चली गयी कोमल और तनु से बात तक नहीं की
मैं
क्या पीना पसंद करोगी आप दोनों
कोमल नहीं हमे कुछ नहीं चाहिए हम तुमसे बाते करने आए थे
मैं
हाँ हाँ दोस्त तो होते ही बाते करने के लिए है
तनु
तुम मेरे भाई समीर हो ना इतना कहते ही दोनों मेरी तरफ देखने लगी
मैं
मैं ही आपका भाई समीर हू
जिसे सुन कर दोनों के चेहरे खिल उठा
मैं आप भूल गई खुद ही तो कल आपने मुझे अपना भाई बनाया था
मेरी आगे की बात सुनकर दोनों के चेहरे फिर से मायूस हो गए
कोमल
क्या मतलब तुम हमारे भाई नहीं हो
मैं
मैंने ऐसा तो नहीं कहा कल तनु ने बोला उसका कोई भाई नहीं तो मुझे भाई बना लिया
तनु
समीर क्या तुम पहले कभी हमारे घर पर आए किसी के साथ
मैं
कैसी बाते करती हो आप मैं इस शहर मे नया हू यहा और आपके घर तो कल पहली बार आपके साथ ही गया था लेकिन आप ऐसा क्यूँ पूछ रही हो कुछ हुआ है क्या
तनु
नहीं बस ऐसे ही पूछा तुमसे मुझे लगा तुम मेरे भाई समीर जैसे कल हमारे डॉग चार्ल्स तुम्हारे साथ किया ऐसा वो सिर्फ मेरे भाई के साथ कर्ता था
मैं
आप कुछ यादा ही सोच रही हो तनु वैसे भी हम दोस्त है आपका कोई भाई नहीं इस लिए मैंने कह दिया मैं आपका भाई बन जाता हू
कोमल
तुमने हमे अपने बारे ठीक से नहीं बताया तुम कोण हो तुम्हारी परिवार मे कोण है
मैं
मुझे लगता आप सोच रही हो मैं आपका भाई समीर हू आपको ऐसा ही शक है ना मुझ पर और क्या जानना चाहती हो आप मुझ से मेरे बारे तो मैं इतना बता देता हू मेरी माँ थी जो अब इस दुनिया मे नहीं मेरे पापा की एक्सीडेंट मे मौत हो गई
और मेरे परिवार मे कोई है नहीं
कोमल
तुम्हारे कोई भाई बहन भी नहीं है क्या
मैं
मैंने कहा ना मेरे कोई भाई बहन नहीं वैसे भी अच्छा ही है ना मेरी कोई बहन नहीं कितने ऐसी बहने है जो अपने भाई का बुरे वक़्त मे साथ छोड़ देती है उनको मौत के मुह तक ले जाती है अभी तक मैं जिंदा हू क्योंकि मेरी कोई बहन
मैं य़ह उनकी आँखों मे देख कर कह रहा था कोमल और तनु सोच रही थी य़ह समीर उन्हें कह रहा दोनों की आँखों बता रही थी कि दोनों रोने वाली है तभी कोमल के मेरे गालों पर थापर मारने सुरु कर दिए
कोमल
रोते हुए नहीं मारा मैंने भाई को नहीं मारा मैंने नहीं मारा कोण होते हो तुम य़ह सब कहने वाले भाई था मेरा वो कैसे मैं अपने भाई को मार सकती
सभी लोग कैन्टीन मे बैठे हमारी तरफ देखने लगे प्रिया रोहित सभी भाग कर आए यहा तनु भी रोये जा रही प्रिया और साक्षी ने आकार दोनों को संभाला तब तक कोमल मेरी गालों को थापर मार मार कर लाल कर चुकी थी
साक्षी
क्या किया तुमने क्या कहा मेरी बहन
प्रिया
सुना नहीं क्या किया तुमने एन दोनों के साथ बोलते क्यूँ नहीं ऐसे बोलते ही मेरे मुह पर थापर मार देती है
मैं
Sorry मुझे सच मे नहीं पता था एन दोनों को मेरी बातों का बुरा लगेगा मैंने तो ऐसे ही बोल दिया
जो हुआ मैंने सब बता दिया
प्रिया कुछ सोचते हुए
प्रिया
समीर तुम्हें ऐसा नहीं कहना चाहिए आगे से ध्यान रखना हम दोस्त है ऐसी बाते दोस्ती मे नहीं की जाती कोमल को तनु को साथ लेकर वो वहां से चले जाते है
मेरा भी दिल अब नहीं था आज कुछ करने का तो मैं भी आपने घर की तरफ निकल गया
रास्ते पर दो गाड़ियां की टक्कर हुई थी यहा काफी लोग खड़े देख रहे थे लेकिन कोई भी आगे नहीं जा रहा था
जब मैं वहां भीड़ के अंदर जाकर देखा तो एक औरत खून से सानी साथ मे एक 6 साल की बच्चों रो रहीं थीं दूसरी गाड़ी मे एक औरत बेहोश होकर पडी थी
मैं भागते हुए जिस कार मे बची थी वहां गया तो देखा कोई यादा चोट तो नहीं थी कार का कांच टूट कर सिर पर लगने से खून बेह रहा था मैंने मैंने लोगों से मदद मांगी इंसानियत के नाम पर कोई
नाम एक शख़्स अपनी गाड़ी रोक मेरी मदद करने लगा मैंने उस औरत और उसकी बेटी को गाड़ी मे डाला फिर दूसरी कार मे देखा तो वो कोई और नहीं माया थी आकाश की बहन मैंने उसको भी उस आदमी की कार मे डाला उन्हें हॉस्पिटल लेके गए जब उस औरत को होश आया जिसके साथ बची थी उसने अपने पति को फोन किया कुछ ही देर मे उसका पति आया उसकी औरत ने मेरे बारे बताया तो वो मेरे पास आया और मुझ से कहने लगा
आदमी
थैंक्स भाई आपका कैसे धन्यवाद करूं आज आप की वज़ह से मेरी पत्नी सही सलामत है
मैं
मैंने तो इंसानियत के नाम पर किया सायद आप भी ऐसा ही करते
आदमी
मेरा नाम संतोष त्रिपाठी मैं पेशे से एक वकील हू आप ने मुझ पर एहसान किया है कभी भी आप को कोई काम हो मुझे याद करना वैसे क्या नाम है आपका
मुझे बाद मे पता चाला य़ह बड़े नामी वकील है
मैं
आप मुझे समीर कह सकते हो
अब कैसी है अपकी वाइफ और बेटी
संतोष
सब ठीक है मैं उसे नहीं छोड़ सकता जिसकी वजह से मेरी पत्नी और बेटी की जान जाने वाली थी
मैं
भाई अपकी पत्नी और बेटी तो ठीक है आप अब उन्हें माफ कर दो वैसे भी गलती दोनों की थी
हमने कुछ देर बाते की एक दूसरे के फोन नंबर लिए फिर वो चला गया अपनी पत्नी के पास और मैंने माया के केबिन की ओर चल पड़ा यहा माया लेटी हुयी थी
मैं
कैसी हो आप अब कैसी है अपकी तबीयत
माया
अब ठीक है थैंक्स तुमने जो किया मुझे यहा लेकर आए
मैं
वो तो मेरा फर्ज था इंसान ही इंसान के काम आता है
माया
काफी समझदार हो क्या नाम है तुम्हारा
मैं
समीर नाम है और आपका क्या नाम है आपके परिवार से कोई आया नहीं
माया
मैंने अभी किसी को बताया नहीं अपने बारे मे परिवार वालों को और माया नाम है मेरा
मैं
अपकी तरह आपका नाम भी बहुत खूबसूरत है अच्छा तो अब मैं चलता हु आप अपना खयाल रखना
माया
रुको मुझे तुम मेरे लैब तक छोड़ देंगे मेरी गाड़ी तो अब खराब है
मैं
लेकिन आपको तो आराम की जरूरत है आपको चोट लगी है
माया
मैं ठीक हू डॉक्टर से मेरी बात हुयी अब मैं जा सकती हू
फिर हम दोनों वहां से निकले रास्ते मे हमने काफी बाते की यहा मुझे माया ने अपने बारे मे बताया फिर मैं माया को लैब छोड़
माया
समीर कल मुझ से लैब पर मिलना तुमने मेरे लिए इतना किया है तो मैं तुम्हें कुछ देना चाहती हू अभी तो मैंने ठीक से थैंक्स भी नहीं किया
मैं माया से कल आने का बोल कर अपने घर निकल गया
मैंने अपने घर पर हर जगह कैमरे लगाए हुए थे जिन्हें मैं रोज घर आने के बाद देखता था आज भी देखा तो कुछ खास नहीं दिखा घर के बाहर
वही आज का दिन रेणु बहुत परेशान थी बहुत गहरी सोचा मे समीर की बाते उसके कानो मे गूंज रही थी कोई लड़का उसके बारे मे ऐसा बोल सकता जिस रेणु पटेल की तरफ कोई आँख उठा कर नहीं देख सकता उसे रङी बोला जलील किया
वो कैसे मेरे बारे मे इतना जान सकता कैसे पता मेरे माँ पापा का एक्सीडेंट हुआ कैसे पता मेरे सास ससुर का एक्सीडेंट कैसे पता चला मेरी मेरे पति के एक्सीडेंट के बारे मे कोण हो सकता वो उसकी इतनी हिम्मत मुझ से पंगा लिया अब मैं उसको वो सजा दूंगी जो उसने सोचा भी नहीं होगा
दूसरी तरफ प्रिय रोहित इनका ग्रुप अपना अलग प्लान बना रहे थे बदला लेने का सब लोगों के दिल मे बदला लेने की चाहत ने भुला दिया समीर की कहीं हुयी बातों को