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आप देख सकते हैं कि क्यु नेताजी इन्हें नींबु कहते है और इनको हमेशा रगड रगड कर निप्पलस सुजाए रखते है, गेस कीजिए नेताजी श्रेया की चुत कैसे रखते है, साफ सुथरी या झांटदार?
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आप देख सकते हैं कि क्यु नेताजी इन्हें नींबु कहते है और इनको हमेशा रगड रगड कर निप्पलस सुजाए रखते है, गेस कीजिए नेताजी श्रेया की चुत कैसे रखते है, साफ सुथरी या झांटदार?
आप देख सकते हैं कि क्यु नेताजी इन्हें नींबु कहते है और इनको हमेशा रगड रगड कर निप्पलस सुजाए रखते है, गेस कीजिए नेताजी श्रेया की चुत कैसे रखते है, साफ सुथरी या झांटदार?
ऐसे माल को तो साफ सुथरी ही रखना चाहिए।आप देख सकते हैं कि क्यु नेताजी इन्हें नींबु कहते है और इनको हमेशा रगड रगड कर निप्पलस सुजाए रखते है, गेस कीजिए नेताजी श्रेया की चुत कैसे रखते है, साफ सुथरी या झांटदार?
कश्मकश
बात फेन्टेसी की होती तो इसको में कई मोड़ दे कर कहीं पर खत्म कर देता, पर संयोगवश यह स्टोरी मैंने किसी से प्रेरित हो कर शुरू की थी, एक ऐसा झटका जिसने मुझे विचलित कर दिया. ज़ी हाँ, इस कहानी की नायिका फ़िलहाल एक राजनैतिक पार्टी की किसी बहुत ही छोटे मोटे पद पर कहीं स्ट्रगल कर रही है, छोटी उम्र में कहीं किसी भाषण प्रतियोगिता में कुछ जीता या जिताया गया, वहां से सफर शुरू हुआ, अधेड़ उम्र के नेता ने धीरे धीरे राजनैतिक स्वप्न दिखाते हुए नायिका का शारीरिक शोषण शुरू किया, फिर शुरू हुआ, अलग अलग बड़े नेताओ के साथ फोटो खिंचवाने का शौक, और उनमे से कुछ नेता नायिका को कहीं प्रमोट करते और हाथ साफ कर जाते. सत्य बताऊँगा और जिसको ज्यादा इन्टरेस्ट हो DM करे मैं नायिका के कुछ पिक्चर भी शेयर कर सकता हूं. नियमित रूप से अलग अलग नेता, छुटभैये से नेता, नायिका को चोदते है, रगड़ रगड़ कर कम उम्र में जवान कर दिया है, और सबसे बड़ी बात है, यह सब सहमती से होता है बस आगे बढ़ने की चाह में.
मुझे पता है काफी लोग कहानी को आगे पढ़ना चाहते है, पर क्षमा चाहूँगा मैंने गलत प्रेरणा से कहानी शुरू कर दी, अतः इसे खत्म नहीं कर पाऊँगा, अगली कहानी मैं फिक्शनल सोच रहा हूँ, उसे सही तरीके से लिखूँगा और पूरा करूंगा. एक सामान्य गृहिणी के बलात्कार के पश्चात, धीरे धीरे आदि हो जाना, इस थीम पर रहेगी.
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