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तभी माही का जिस्म जोर जोर से उछलने लगता हैं और उसकी चूत कांप उठती हैं और वो मजा बढ़ जाने के कारण जोर से सिसक पड़ती है
माही: आह समर मै तो गई ।और ऐसा बोलते हुए समर के सिर को जोर से अपनी चूत पर दबा देती हैं मानो उसे पूरा अन्दर घुसा देना चाहती हो और जोर से सिसकते हुए झड़ जाती हैं और उसकी चूत से काम रस समर के होंठो को पूरा भिगो देता हैं और चूत से एक के बाद एक कई पिचकारियां निकलने लगती हैं । समर कुछ देर ऐसे ही उसकी चूत देखता रहता हैं और फिर जैसे ही माही की सांसे नॉर्मल होने लगती है तो वो देखता हैं कि चूत अब इतनी गीली हो चुकी हैं कि लंड आराम से घुस जायेगा और बार फिर से चूत को चूसते हुए अपनी जीभ से पूरी गीली कर देता हैं। समर अपने लंड माही के होंठो की तरफ ले जाता है , माही उसका इशारा समझ जाती हैं और उसके लंड को मुंह में लेते हुए पूरा गीला कर देती हैं और एक किस उसके लंड पर कर देती हैं। अब समर इसके उपर आ चुका था उसकी चूत फाड़ने के लिए और माही समर की आंखो में देखते हुए उसके पत्थर हो चुके लंड को पकड़ कर अपनी चूत के होंठो को फैलाते हुए इसके सुपाड़े को चूत के मुंह पर रख देती हैं । डर के मारे माही का दिल जोर जोर से धड़क रहा था। वो एक बार प्यासी नजरो से समर की तरफ देखती हैं और बहुत ही कामुक अंदाज में अपना जीभ अपने होंठो पर फिराते हुए उसे अंदर घुसने का इशारा करती हैं । इससे पहले कि समर के लंड का धक्का उसका चूत पर पड़ता माही को पेट में बहुत तेज दर्द का एहसास होता हैं और उसकी चूत से खून बाहर आने लगता हैं।
माही को पीरियड आ चुके थे और एक बार फिर उसकी चूत प्यासी की प्यासी रह जाती है। समर को तो कुछ समझ ही नहीं आता तो वो माही उसे बताती है कि मुझे पीरियड हो गए हैं ।समर जैसे ही ये सुनता हैं उसका मूड खराब हो जाता है वो गुस्से से अपना लन्ड माही के मुंह में घुसा देता हैं । माही भी उसकी तड़प समझते हुए उसका लन्ड चूसने लगती हैं। माही के पेट में बहुत तेज दर्द हो रहा था और चूत जैसे दर्द से फटी जा रही थी । लेकिन वो सब झेलते हुए उसका लन्ड जोर जोर से चूसने लगी थी और समर भी अपना लन्ड उसके मुंह में गुस्से से ऐसा घुसा रहा था मानो उसकी चूत चोद रहा हो जिस कारण माही का मुंह दुखने लगा था ।माही उसे हटाना चाहती थी क्योंकि उससे अब दर्द बर्दाश्त नही हो रहा था और समर तो जैसे पागल हो गया था वो एक पागल सांड की तरह धक्के मार रहा था मानो उसका मुंह ही फाड़ देना चाहता हो। दर्द के कारण माही की आंखो से आंसू बहने लगते हैं और समर आंखे बंद किए हुए धक्के पर धक्का मार रहा था ।तभी समर को लगता है कि उसके जिस्म की सारी ताकत उसके लंड में आ गई है और वो माही के सिर के पीछे हाथ लाते हुए पूरी ताकत से जोरदार धक्का मारता हैं जिससे पहली बार उसका लन्ड जड़ तक माही के मुंह में उतर जाता है और समर का जिस्म झटके खाने लगता है और उसका लन्ड पानी छोड़ने लगता हैं और वो माही के सिर को लंड पर और जोर से दबा देता है जिससे लंड उसके हलक में टक्कर मारते हुए पिचकारी पर पिचकारी छोड़ देता है। जैसे ही पूरा लंड माही के मुंह में घुसता हैं उसका मुंह फट सा जाता है और और उसे तेज दर्द होता है लेकिन लंड मुंह में होने के कारण वो चाहकर भी बोल नहीं पाती हैं और उसकी आंखो के साथ साथ उसका दिल भी रो पड़ता है।
जब लंड ढीला पड़ जाता हैं तो वो उसके मुंह से बाहर निकाल जाता हैं और तूफान गुज़र जाने के बाद समर को जैसे होश आता है तो उसे माही की आंखो में आंसू दिखाई देते हैं तो वो माही को अपने गले लगा लेता हैं ।
माही एक झटके के साथ उससे अलग होती है और गुस्से से उसकी तरफ देखती हैं।
माही: समर मुझे तुम से ये उम्मीद नहीं थी । तुमने मेरी हालत की जरा भी परवाह नहीं करी और मेरे साथ जानवरो जैसा सलूक किया । मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि तुम ऐसा निकलोगे । आई हेट यू" ।
समर को तो जैसे लकवा सा मार गया था इससे पहले की उसे कुछ समझ आता माही उसके कमरे से बाहर निकाल चुकी थी। समर जैसे होश में आते हुए इसके पीछे आता हैं मगर तब तक माही अपने कमरे का गेट बंद कर चुकी थी।
समर उसका गेट नॉक करता हैं लेकिन माही कोई जवाब नहीं देती और बाथरूम में जाकर अपने चूत को साफ करने लगती हैं।
समर: माही प्लीज़ गेट खोल दो। मुझे माफ़ कर दो । मुझसे गलती ही गई । मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था।
लेकिन माही बाथरूम में थी और उस तक समर की आवाज नहीं पहुंच पा रही थी और अगर पहुंच पाती तो भी वो गेट खोलने वाली नहीं थीं
समर: प्लीज़ गेट खोल दो। मुझे माफ़ कर दो ।अगर तुमने गेट नहीं खोला तो मैं सारी रात यहीं बाहर बैठा रहूंगा।
माही अच्छे से अपनी चूत साफ करने के बाद पैड लगाती हैं और फिर आकर बेड पर लेट जाती हैं और जो कुछ उसके साथ समर ने किया वो सोचते हुए उसकी आंखे नम हो जाती है मुंह अभी भी दर्द कर रहा था। । कितना प्यार किया था उसने समर से, रिश्ते नाते सब भूल थी ,अपने आपको पूरी तरह से उसके हवाले कर कर दिया था और उसने उस सबका क्या सिला दिया।
धीरे धीरे ये सब सोचते हुए उसकी आंखे भारी होने लगती हैं और उसे नींद आ जाती है।
उधर समर तो उसके रूम के बाहर ही बैठ गया था और जो कुछ उसने किया माही के साथ वो सब सोचकर उसे खुद पर ही शर्म आने लगी थी। कितना प्यार करती हैं वो उससे। सब कुछ तो मेरे मेरे हवाले कर दिया था , और उसकी क्या गलती थी जो मैंने उसके साथ जानवरो जैसा सलूक किया। मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था । समर अभी तक पूरी तरह से नंगा था । वो कुछ होश नहीं था कि वो किस हालत में हैं वो तो सब रोए जा रहा था। सुबह के चार बज चुके थे और वो पिछले तीन घंटे से ठंड में माही के रूम के बाहर बैठा हुआ रो रहा था जिस करना उसे अब बहुत ठंड लग रही थीं । ठंड के मारे उसका पूरा बदन कांप रहा था।
माही: आह समर मै तो गई ।और ऐसा बोलते हुए समर के सिर को जोर से अपनी चूत पर दबा देती हैं मानो उसे पूरा अन्दर घुसा देना चाहती हो और जोर से सिसकते हुए झड़ जाती हैं और उसकी चूत से काम रस समर के होंठो को पूरा भिगो देता हैं और चूत से एक के बाद एक कई पिचकारियां निकलने लगती हैं । समर कुछ देर ऐसे ही उसकी चूत देखता रहता हैं और फिर जैसे ही माही की सांसे नॉर्मल होने लगती है तो वो देखता हैं कि चूत अब इतनी गीली हो चुकी हैं कि लंड आराम से घुस जायेगा और बार फिर से चूत को चूसते हुए अपनी जीभ से पूरी गीली कर देता हैं। समर अपने लंड माही के होंठो की तरफ ले जाता है , माही उसका इशारा समझ जाती हैं और उसके लंड को मुंह में लेते हुए पूरा गीला कर देती हैं और एक किस उसके लंड पर कर देती हैं। अब समर इसके उपर आ चुका था उसकी चूत फाड़ने के लिए और माही समर की आंखो में देखते हुए उसके पत्थर हो चुके लंड को पकड़ कर अपनी चूत के होंठो को फैलाते हुए इसके सुपाड़े को चूत के मुंह पर रख देती हैं । डर के मारे माही का दिल जोर जोर से धड़क रहा था। वो एक बार प्यासी नजरो से समर की तरफ देखती हैं और बहुत ही कामुक अंदाज में अपना जीभ अपने होंठो पर फिराते हुए उसे अंदर घुसने का इशारा करती हैं । इससे पहले कि समर के लंड का धक्का उसका चूत पर पड़ता माही को पेट में बहुत तेज दर्द का एहसास होता हैं और उसकी चूत से खून बाहर आने लगता हैं।
माही को पीरियड आ चुके थे और एक बार फिर उसकी चूत प्यासी की प्यासी रह जाती है। समर को तो कुछ समझ ही नहीं आता तो वो माही उसे बताती है कि मुझे पीरियड हो गए हैं ।समर जैसे ही ये सुनता हैं उसका मूड खराब हो जाता है वो गुस्से से अपना लन्ड माही के मुंह में घुसा देता हैं । माही भी उसकी तड़प समझते हुए उसका लन्ड चूसने लगती हैं। माही के पेट में बहुत तेज दर्द हो रहा था और चूत जैसे दर्द से फटी जा रही थी । लेकिन वो सब झेलते हुए उसका लन्ड जोर जोर से चूसने लगी थी और समर भी अपना लन्ड उसके मुंह में गुस्से से ऐसा घुसा रहा था मानो उसकी चूत चोद रहा हो जिस कारण माही का मुंह दुखने लगा था ।माही उसे हटाना चाहती थी क्योंकि उससे अब दर्द बर्दाश्त नही हो रहा था और समर तो जैसे पागल हो गया था वो एक पागल सांड की तरह धक्के मार रहा था मानो उसका मुंह ही फाड़ देना चाहता हो। दर्द के कारण माही की आंखो से आंसू बहने लगते हैं और समर आंखे बंद किए हुए धक्के पर धक्का मार रहा था ।तभी समर को लगता है कि उसके जिस्म की सारी ताकत उसके लंड में आ गई है और वो माही के सिर के पीछे हाथ लाते हुए पूरी ताकत से जोरदार धक्का मारता हैं जिससे पहली बार उसका लन्ड जड़ तक माही के मुंह में उतर जाता है और समर का जिस्म झटके खाने लगता है और उसका लन्ड पानी छोड़ने लगता हैं और वो माही के सिर को लंड पर और जोर से दबा देता है जिससे लंड उसके हलक में टक्कर मारते हुए पिचकारी पर पिचकारी छोड़ देता है। जैसे ही पूरा लंड माही के मुंह में घुसता हैं उसका मुंह फट सा जाता है और और उसे तेज दर्द होता है लेकिन लंड मुंह में होने के कारण वो चाहकर भी बोल नहीं पाती हैं और उसकी आंखो के साथ साथ उसका दिल भी रो पड़ता है।
जब लंड ढीला पड़ जाता हैं तो वो उसके मुंह से बाहर निकाल जाता हैं और तूफान गुज़र जाने के बाद समर को जैसे होश आता है तो उसे माही की आंखो में आंसू दिखाई देते हैं तो वो माही को अपने गले लगा लेता हैं ।
माही एक झटके के साथ उससे अलग होती है और गुस्से से उसकी तरफ देखती हैं।
माही: समर मुझे तुम से ये उम्मीद नहीं थी । तुमने मेरी हालत की जरा भी परवाह नहीं करी और मेरे साथ जानवरो जैसा सलूक किया । मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि तुम ऐसा निकलोगे । आई हेट यू" ।
समर को तो जैसे लकवा सा मार गया था इससे पहले की उसे कुछ समझ आता माही उसके कमरे से बाहर निकाल चुकी थी। समर जैसे होश में आते हुए इसके पीछे आता हैं मगर तब तक माही अपने कमरे का गेट बंद कर चुकी थी।
समर उसका गेट नॉक करता हैं लेकिन माही कोई जवाब नहीं देती और बाथरूम में जाकर अपने चूत को साफ करने लगती हैं।
समर: माही प्लीज़ गेट खोल दो। मुझे माफ़ कर दो । मुझसे गलती ही गई । मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था।
लेकिन माही बाथरूम में थी और उस तक समर की आवाज नहीं पहुंच पा रही थी और अगर पहुंच पाती तो भी वो गेट खोलने वाली नहीं थीं
समर: प्लीज़ गेट खोल दो। मुझे माफ़ कर दो ।अगर तुमने गेट नहीं खोला तो मैं सारी रात यहीं बाहर बैठा रहूंगा।
माही अच्छे से अपनी चूत साफ करने के बाद पैड लगाती हैं और फिर आकर बेड पर लेट जाती हैं और जो कुछ उसके साथ समर ने किया वो सोचते हुए उसकी आंखे नम हो जाती है मुंह अभी भी दर्द कर रहा था। । कितना प्यार किया था उसने समर से, रिश्ते नाते सब भूल थी ,अपने आपको पूरी तरह से उसके हवाले कर कर दिया था और उसने उस सबका क्या सिला दिया।
धीरे धीरे ये सब सोचते हुए उसकी आंखे भारी होने लगती हैं और उसे नींद आ जाती है।
उधर समर तो उसके रूम के बाहर ही बैठ गया था और जो कुछ उसने किया माही के साथ वो सब सोचकर उसे खुद पर ही शर्म आने लगी थी। कितना प्यार करती हैं वो उससे। सब कुछ तो मेरे मेरे हवाले कर दिया था , और उसकी क्या गलती थी जो मैंने उसके साथ जानवरो जैसा सलूक किया। मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था । समर अभी तक पूरी तरह से नंगा था । वो कुछ होश नहीं था कि वो किस हालत में हैं वो तो सब रोए जा रहा था। सुबह के चार बज चुके थे और वो पिछले तीन घंटे से ठंड में माही के रूम के बाहर बैठा हुआ रो रहा था जिस करना उसे अब बहुत ठंड लग रही थीं । ठंड के मारे उसका पूरा बदन कांप रहा था।