अगली सुबह जब करण सोकर उठा तो उसके सिर से एक बहुत बड़ा बोझ उतर चुका था और अब वो अच्छा महसूस कर रहा था क्योंकि कल हुई दिल और दिमाग की जंग उसका दिमाग जीत गया था।
वो फ्रेश होकर जैसे ही अपने कमरे से बाहर निकला तो उसकी नजर नीचे खड़ी हुई राम्या पर पड़ी जो अपनी प्रैक्टिस कर रही थी। राम्या ने एक बहुत सेक्सी ड्रेस पहनी हुई थी जिसमें से उसके जिस्म के कटाव साफ दिख रहे थे।
ये सब देखकर करण एक टक उसकी तरफ देखने लगा तो तभी उसे याद आया कि नहीं उसने खुद से वादा किया है कि एक ऐसा नहीं करेगा । ये सब सोच कर उसने अपनी नजर दूसरी तरफ घुमा ली और सड़क की तरफ देखने लगा। उसके दिल में लालच पैदा हुआ था कम से कम एक बार और अपनी बेटी के जिस्म को अच्छे से देखने का।
लेकिन वो हिम्मत नहीं कर पा रहा था। उधर राम्या अपनी प्रैक्टिस खतम कर चुकी तो वो उपर की तरफ आने लगी और जल्दी ही छत पर आ चुकी थी। करण अपने विचारो में खोया हुआ था और खुद से ही जंग कर रहा था कि अपनी बेटी की तरफ देखे या ना देखे।
तभी राम्या ठीक उसके सामने आकर खड़ी हो गई तो करण की लालची आंखे अपनी बेटी के जिस्म का दीदार करने लगी। वो सब अपनी सब कसमे वादे भूल चुका था और बहुत गौर से अपने बेटी को घूर रहा था। प्रैक्टिस की वजह से राम्या की धड़कने बढ़ी हुई थी और उसकी सेब के आकर की दो मस्त चूचियां सांसे के साथ उपर नीचे हो रही थी और करण उन्हें ही देखे जा रहा था।
तभी राम्या ने उसकी आंखो के आगे चुटकी बजाई तो करण जैसे सपने से जागा तो राम्या बोली:
" कहां खो गए थे पापा, "
करण ने शर्म से अपने नजरे नीचे कर ली और जमीन की तरफ देखते हुए बोला:
" क क कहीं नहीं ब ब बेटी"
राम्या उसके मजे लेने के लिए बोली : तो आपकी जुबान क्यों लड़खड़ा रही है मेरे प्यारे पापा"
करण कुछ जवाब नहीं देता और नजरे नीची किए हुए ही अपने कमरे में चला गया तो राम्या हैरान हो गई कि उसके बाप को अचानक से क्या हो गया।
वो पीछे पीछे उसके रूम में चली गई और उसके सामने एक कुर्सी पर बैठ कर और बोली:
क्या हुआ पापा आपकी तबियत तो ठीक हैं ? बताओ मुझे।
करण: बेटी में बिल्कुल ठीक हूं बस सोच रहा था कि जल्दी ही तुम मजा इंडिया बन जाओगी फिर तो अपने बाप को भूल जाओगी बस इसलिए परेशान हू
करण ने जितनी सफाई से बात घुमा दी थी और राम्या ने उससे कहीं ज्यादा सहजता से अपने बाप की बात पर यकीन कर लिया। वो उठी और अपने बाप के गले लग गई और उसकी आंखो में देखते हुए बोली:
"अपने बाप को भी कोई भूलता है क्या पापा" देखना अगर मैं जीत गई तो आपके लिए मेरे दिल में प्यार और इज्जत और भी ज्यादा बढ़ जाएगी क्योंकि हर कदम पर आपने मेरा साथ दिया है और एक अच्छा बाप होने का हर फ़र्ज़ अदा किया हैं।
करण ने जैसे ही राम्या के मुंह से ये सब सुना तो उसकी आंखे भरभरा गई और दिल अंदर ही अंदर रो पड़ा। जैसे ही राम्या को उसकी हालत का एहसास हुआ तो उसने अपने बाप के आंसू पूछे और उसके गले लग गई।
राम्या: पापा मैं आपको कभी नहीं भूल पाऊंगी और ना ही आपको छोड़कर कभी कहीं जाऊंगी।
करण का धैर्य अब जवाब दे गया और वो फुट फुट कर जोर जोर से रोने लगा ये सोचकर कि वो अपनी बेटी के जिस्म का फायदा उठाने की सोच रहा है। काम्या ने अपने दोनो हाथ उसकी ठुद्दी पर लाते हुए उसका चेहरा उपर उठाया और उसके आंसू साफ किया और फिर उसे गले लगाकर प्यार से उसकी कमर थपकने लगी मानो उसे सांत्वना से रही हो कि पापा मैं आपको छोड़कर कहीं नहीं जाऊंगी।
जल्दी ही करण के आंसू सूख गए और उसने एक बार खुद से वादा किया कि वो अपनी बेटी को अब हवस की नजर से नहीं देखेगा । एक बाप होने के सारे फ़र्ज़ अदा करेगा वो भी बिना किसी लालच के चाहे उसे कुछ भी करना पड़े।
राम्या अब चैन कि सांस लेती हैं क्योंकि अब करण के आंसू थम चुके थे । वो अपने बाप के गाल पर किस करती हैं और धीरे से उसके कान में बोलती हैं:
पापा आई लव यू सो मच।
करण हैरान सा रह गया अपनी बेटी के मुंह से ये सब सुनकर । राम्या कल प्रैक्टिस के लिए जाना था इसलिए उसने करण को बाय बोलते हुए जोर से अपनी चूत उसके लंड पर दबा दी और एक प्यारा सा किस उसके गाल पर कमरे अपने रूम की तरफ चल पड़ी।जैसे ही चूत लंड पर लगी तो करण जैसे सपने से बाहर आ गया।।
करण ने दरवाजे से बाहर जाती हुई राम्या की तरफ देखा तो उसे उसकी थिरकती हुई गांड़ देखकर उसकी आंखे फिर से लालच से खुल गई और जैसे ही राम्या अपने कमरे में घुसने वाली थी तो उसने एक बार बहुत ही सेक्सी अंदाज के साथ अपने गर्दन पीछे घुमाई तो उसे पता चला कि करण उसकी उछलती हुई गांड़ को देख रहा है तो उसने अपने प्यासे होंठो कर जीभ फिराई और एक सेक्सी स्माइल उसे देकर अपने कमरे में घुस गई।
उफ्फ अपनी बेटी के इस कामुक अंदाज को देखकर करण तो जैसे बौखला सा गया था , उसका लंड से फिर से सिर उठने लगा था तो उसे हैरानी हुई और वो आपको को संभालते हुए अपने कमरे में घुस गया।
थोड़ी देर बाद ही राम्या की एक ट्रेनिंग थी मॉडलिंग पर इसलिए वो जल्दी ही तैयार होकर बाहर आई और दोनो बाप बेटी ट्रेनिंग सेंटर की तरफ चल दिए । वहां जाकर राम्या को तो अंदर एंट्री मिल गई जबकि करण को नहीं मिल पाई तो राम्या थोड़ा उदास थी तो करण ने इसे समझाया कि बेटी कोई बात नहीं हैं वैसे भी मॉडल तुम्हे बनना हैं मुझे नहीं इसलिए सिर्फ तुम्हारी ट्रेनिंग होगी।
उसके बाद राम्या अंदर ट्रेनिंग में चली गई जबकि करण टाइम पास करने के लिए मूवी देखने चला गया। मूवी खतम होते होते शाम हो गई तो करण राम्या के सेंटर की तरफ चल पड़ा , राम्या की भी ट्रेनिंग खतम हो गई थी और वो बाहर ही करण का इंतजार कर रही थी।एक दूसरे को देखते ही दोनो के चेहरे पर स्माइल आ गई।
करण:कैसी रही तुम्हारी ट्रेनिंग बेटी ?
राम्या: बहुत अच्छी थी पापा, ट्रेनिंग के बाद एक एग्जाम भी हुआ था जिसमें मैंने टॉप किया पापा और मुझे ये मेडल भी मिला हैं "
और वो अपने गले में पहना हुआ मेडल अपने बाप को दिखाने लगी तो करण बहुत खुश हुआ और बोला:"बहुत बढ़िया राम्या , देखना इस बार ये प्रतियोगिता सिर्फ तुम्हीं जीतोगी।
राम्या खुश हो गई और अपने बाप गले लग गई।
राम्या: हां पापा , मैं पक्का जीतने की कोशिश करूंगी और अगर में जीती तो इसका पूरा श्रेय आपको जाएगा। "
दोनो को भूख लगी थी इसलिए दोनो खाना खाने के लिए एक शानदार होटल में चले गए। वहां उन दोनों में बहुत ही स्वादिष्ट खाने का लुत्फ उठाया।
खाना खाकर जैसे ही दोनों बाहर आए तो शाम के 5 बज चुके थे । दोनो घूमने के लिए एक पार्क के अंदर चले गए । दोनो घूमते रहे और आखिरकार एक ऐसी जगह पर पहुंच गए जहां पर चारो और बड़ी बड़ी खूबसूरत झाड़ियां थी । वो दोनो आराम से बैठ गए और मुंबई की हसीन शाम का आनंद लेने लगे। तभी पास की झाड़ियों से एक लड़की की कामुक सीत्कार उनके कानो में पड़ी।
" आह पापा, पूरी मुंह में लेकर चूसो । हाय कितना अच्छे हो आप पापा।
ये सिसकियां सुनते ही दोनो के रोंगटे खड़े हो गए और दोनों की आंखे आपस में मिली तो राम्या के होंठो पर सेक्सी स्माइल आ गई।
करण कुछ बोलना चाहता था लेकिन इसे राम्या ने चुप रहने का इशारा किया और उसका हाथ पकड़ कर दबे पांव झाड़ी के दूसरी तरफ चल दी जहां से सब कुछ साफ़ नजर आ रहा था।
उफ्फ क्या मस्त सीन था, एक अल्हड़ उमर की लड़की ने अपने दोनो हाथों से अपनी टी शर्ट ब्रा सहित उपर उठा रही थी और उसकी गोद में बैठा हुआ उसका बाप उसकी चूचियां चूस रहा था।
दोनो की आंखे मस्ती से बंद थी और चुसाई का पूरा मजा ले रहे थे। राम्या को बहुत अजीब लगा और खुशी भी हुई कि दुनिया में उन दोनों के अलावा कोई और बाप बेटी भी है जो आपस में प्यार करते हैं। ये सब देखकर राम्या की धड़कन बढ़ गई और उसकी भारी चूचियां उपर नीचे होने लगी तो उसकी चूत ने भी टपकना शुरू कर दिया था।
उसने अपने बाप की आंखो में देखते हुए उसका हाथ पकड़ कर उसे एक दूसरी बड़ी झाड़ी के पीछे खीच लिया तो करण ना चाहते हुए उसके साथ खींचता चला गया । जैसे ही दोनो झाड़ी के पीछे गए तो महसूस हुआ कि ये झाड़ी एक दम अंधेरे में हैं और चारो और और से घिरी हुई है बस उपर से हल्की हल्की शाम की गुलाबी रोशनी अंदर आ रही थी। अंदर घुसते ही राम्या ने अपने बाप के होंठो को चूसना शुरू कर दिया और उससे चिपक गई तो करण चाहकर भी कुछ नहीं कर पाया।
करण को पता था कि अगर उसकी बेटी को ये प्रतियोगिता जीतनी हैं तो उसका खुश रहना कितना जरूरी हैं इसलिए उसने राम्या को अपने गले लगा लिया।
आज पहली बार जैसा हो रहा था कि वो अपनी बेटी की खुशी के लिए उसे बांहों में लिए हुआ था।
राम्या ने अपनी जीभ अपने बाप के मुंह में घुसा दी और उसकी जीभ पकड़कर चूसने लगी तो करण भी सब कुछ भूल गया और उसके दोनो हाथ अपनी बेटी की मोटी भारी भरकम गांड़ पर आ गए और दबाने लगा।
राम्या की गांड़ पर जैसे ही करण के हाथ पड़े तो वो उससे और ज्यादा जोर से लिपटती चली गई। राम्या की लंबाई 6 फीट थी तो उसकी चूत सीधे अपने बाप के लंड से जा लगी। उफ्फ राम्या जैसे जोश से पागल हो उठी और वो वहीं घास पर बैठ गई और अपनी टी शर्ट को बिना किसी शर्म के ब्रा सहित उपर उठा दिया जिससे उसकी दोनो मोटी ठोस चूचियां एक दम पूरी नंगी हो गई ।
करण तो एक तक उन मस्त चुचियों को देखने लगा। राम्या ने करण की तरफ देखते हुए अपने होंठो पर जीभ फिराई और करण को अपनी चूची चूसने का इशारा किया तो करण एक दम से उसकी गोद में आ गया तो राम्या ने उसके मुंह पर अपनी चूचियां झुका दी और करण ने उसकी एक चूची को मुंह में भर लिया और चूसने लगा।
राम्या की तो मजे से हालत खराब हो गई , उसकी दोनो आंखे बंद हो चुकी थी। करण पूरे मजे से उसकी चूचियां चूस रहा था।
तभी राम्या का मोबाइल बज उठा तो जैसे दोनो होश में आए। राम्या ने देखा कि शीला मैडम की कॉल थी ।
उसने कॉल पिक किया ।
शीला: हेल्लो राम्या कैसे हो ' कहां रह गई हो तुम? मैंने घर पर एक ड्रेस डिजाइनर को बुलाया हैं ताकि वो तुम्हारे फिगर के हिसाब से तुम्हारे लिए ड्रेस तैयार कर सके।
राम्या: मैडम मैं पापा के साथ अाई रही थी , बस 20 मिनट के अंदर पहुंच रही हूं।
दोनो बाप बेटी जल्दी दे अपने कपड़े ठीक किए और चल दिए वापिस शीला मैडम के घर की तरफ।ड्रेस डिजाइनर आ गई थी और उसने राम्या का फिगर चेक किया और उसके हिसाब से ड्रेस बनाने का वादा किया।
दोनो बाप बेटी ने शाम का खाना शीला मैडम के साथ उनके घर पर ही किया और फिर राम्या थकी होने के कारण अपने कमरे में सोने के लिए चली गई।
अब हॉल में करण शीला मैडम और ड्रेस डिजाइनर रह गए थे। करने उन दोनों के गुज़ारिश करता हैं कि चाहे कितना भी पैसा लग जाए लेकिन उसकी बेटी की सबसे अच्छी ट्रेनिंग और ड्रेस मिलनी चाहिए।
शीला उसे बताती हैं कि राम्या तुम्हे टाइम ज्यादा दे रही हैं जिस कारण वो अपनी प्रैक्टिस पर पूरा फोकस नहीं कर पर रही हैं इसलिए तुम्हे प्रतियोगिता तक उसके साथ नहीं रहना चाहिए।
करण शीला को वादा करता हैं कि वो अभी निकल जाएगा और सीधे प्रतियोगिता में ही आएगा क्योंकि ये उसकी बेटी की इच्छा हैं।
उसके बाद करण अपना बैग उठाकर वहां से चला गया और अपनी बेटी के लिए एक लेटर छोड़ गया।
अगले दिन सुबह जैसे ही राम्या उठी तो उसे करण दिखाई नहीं दिया तो वो उसे ढूंढने लगी , जब मिला तो उसने शीला मैडम से पूछा तो उसने बताया कि वो किसी जरूरी काम की वजह से चले गए हैं और हां जाते हुए तुम्हारे लिए ये लैटर भी छोड़ गए हैं ।
राम्या की आंखो में पानी आ गया और उसने वो लैटर पढ़ना शुरू किया:
मेरी प्यारी बेटी राम्या।
मुझे किसी बहुत जरूरी काम के चलते वापिस जाना पड़ रहा हैं लेकिन मेरा प्यार और आशीर्वाद हमेशा तुम्हारे साथ हैं। मेरा सबसे बड़ा सपना अब बस ये हैं कि मैं तुम्हे मिस इंडिया बनते हुए देखना चाहता हूं और प्रतियोगिता वाले दिन तुम्हारे पास लौट आऊंगा। मुझे उम्मीद हैं कि तुम अपने बाप की निराश नहीं करोगी।
तुम्हारा बाप
करण।
राम्या जैसे ही लैटर पढ़ती हैं तो उसकी आंखो में आंसुओ की झड़ी लग गई और फिर उसने अपने आंसू साफ करते हुए खुद से वादा किया कि वो अपने बाप के सपने को जरूर पूरा करेगी।