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Incest परिवार बिना कुछ नहीं।

ruby mittal

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दोनो बाप बेटी तैयार हो गए और शीला मैडम से विदा ली और एयरपोर्ट की तरफ चल पड़े जहां से वापिस उन्हें अपने घर लौट जाना था।

राम्या अपने घर नहीं जाना चाह रही थी । वो एक प्लान करती हैं और करण को उसमे फसाने की कोशिश करती हैं।

राम्या: पापा आपने मेरे लिए इतना कुछ किया ,क्या आप मेरी आखिर इच्छा पुरी नहीं करना चाहते हैं?

करण: बेटी की हर इच्छा पूरी करना बाप का धर्म होता हैं, बताओ ?

राम्या अपनी चाल चलती हैं।
" पापा मुझे 3 दिन का टूर मिला है और मैं ये टूर आपके साथ बिताना चाहती हूं,प्लीज़ मना मत करना आपको मेरी कसम।"

करण फंस चुका था। वो अपनी बेटी की बात टालकर उसका दिल नहीं तौड़ना चाहता था। इसलिए वो मान गया। करण ने मुंह से हां सुनते ही राम्या अपने बाप के गले लग गई।

राम्या: तो बताओ पापा कहां पर चले ? जो आपको बेहद पसंद हो वो जगह बताए।

करण: बेटी मुझे तो स्विट्जरलैंड बहुत पसंद है!

राम्या: पापा वो तो मेरा भी पसंदीदा हैं, तो चलते हैं वहीं ।

थोड़ी देर बाद ही उनकी फ्लाइट उड़ गई । और वो शाम के 2 बजे तक स्विट्ज़रलैंड पहुंच चुके थे। एक ऐसी जगह जो दोनो का सपना थी।

वहां जाकर राम्या ने एक शानदार हनीमून सुइट बुक करा दिया।


रिसेप्शन: मैडम किस नाम से बुक करने हैं ?
राम्या: राम्या ठाकुर
रिसेप्शन: मैडम आपके पति का नाम भी बता दीजिए।
राम्या एक बार अपने बाप की तरफ देखती हैं और फिर बोलती हैं:
करण ठाकुर हैं मेरे पति का नाम।


करण हैरानी से अपनी बेटी का मुंह देखने लगा। उसे उम्मीद नहीं थी कि राम्या ऐसा भी बोल सकती है।

करण: अरे बेटी हनीमून सुइट की क्या जरूरत थी? बहुत पैसा खर्च हो जाएगा।

राम्या: अरे पापा आपके लिए पैसा क्या चीज है मैं तो सब लुटाने के लिए तैयार हूं, आप एक बार बोलकर तो देखो"

और ऐसा कहकर वो अपनी चूचियां उभार देती हैं। करण की तो जैसे बोलती बंद हो गई थी।

वो दोनो अंदर सुइट में चले गए तो दोनो की आंखे खुली की खुली रह गई। उफ्फ कितना सुन्दर सजा हुआ था कमरा। चारो तरफ दीवारों पर उत्तेजक पोस्टर, कमरे में जलता हुआ लाल रंग का नाइट बल्ब, तेज परफ्यूम की महक और बजता हुआ रोमांटिक संगीत।

राम्या तो जैसे खुशी से झूम उठी और उसने करण को अपनी बांहों में भर लिया। माहौल का असर उस पर भी हो रहा था इसलिए उसके हाथ भी अपनी बेटी की कमर पर कस गए।

राम्या ने करण का गाल चूम लिया और उसके कान में बोली:
" पापा आप खुश तो हैं ना?

करण: हां बेटी मैं बहुत खुश हूं, मैं तो सपने में भी यहां आने के बारे में नहीं सोच सकता था। "

राम्या: पापा मैं देख रही हूं कि जब से मैं मिस इंडिया बनी हूं आप मुझसे दूर भाग रहे हैं? क्या आपको अच्छा नहीं लगा?

करण :" नहीं बेटी ,। मुझे तो सबसे ज्यादा खुशी हुई हैं, मेरा तो सपना था कि तुम मिस इंडिया बनो।

राम्या: तो जब मैं मिस इंडिया बन गई हू तो आप मुझे मेरे पहले वाले पापा लौटा दीजिए जो मुझे बहुत प्यार करते थे। "
और ऐसा कहकर वो अपने बाप के सीने पर अपनी नाजुक उंगलियां घुमाने लगी।

करण: प्यार तो मैं अब भी तुमसे बहुत करता हूं, राम्या बेटी"

राम्या: पापा एक बात बोलूं आपको?अगर बुरा ना माने तो।

करण: बोलो राम्या?

राम्या: पापा आई लव यू सो मच"
पापा मैं आपको बहुत ज्यादा चाहने लगी हूं, और अपना सब कुछ आप पर लूटा देना चाहती हो। "

करण चुप चाप खड़ा हुआ उसका मुंह देखता रहा और फिर बाथरूम में घुस गया। दोनो बाप बेटी फ्रेश हो चुके थे।

तभी गेट पर नॉक हुआ तो एक मस्त लड़की अंदर आ गई और करण को कुछ बीयर की बोतल दी और बोली:

," सर चादर सफेद ही रहने दू बेड पर या कोई रंगीन बिछा दू,"
दरअसल अगर लड़की कुंवारी हो तो सफेद चादर लाल होने का खतरा होता है "

राम्या के होंठो पर स्माइल आ गई , उसने एक बार अपने बाप की तरफ देखा और लड़की को बोली,:
" आप सफेद ही रहने दीजिए , लाल होने पर चादर मुझे दे देना ताकि मैं अपने साथ ले जा सकू और मुझे हमेशा ये एहसास याद रहे।"


लड़की राम्या की बात सुनकर स्माइल करती हैं और करण को बोलती हैं:
" बहुत खुश किस्मत हो जो कली को फूल बनाने का मौका मिल रहा है आपको",।

और फिर राम्या की तरफ देखती है और उसे हैप्पी सुहागरात बोलकर बाहर निकल गई।

राम्या: पापा नीचे डिस्को बार हैं, क्या आप मेरे साथ चल सकते हो ,"

और ऐसा कहकर उसने बिना उसका जवाब सुने ही उसका हाथ पकड़ कर बाहर की तरफ ले जाने लगी। राम्या आज पूरे जोश में थी। जल्दी ही वो दोनो डिस्को के गेट पर थे। राम्या ने दो टिकट ली और बाप बेटी अंदर चले गए। अंदर जाकर सबसे पहले वो बियर बार में गए और उन्होंने अपना टिकट जमा किया तो दो बहुत सेक्सी लड़की बियर की कैन लेकर आ गई और एक ही कैन से बारी बारी से करण और राम्या दोनो को पिलाने लगी।

जैसे ही बॉटल खत्म हुई तो वो दोनो स्टेज की तरफ चल पड़े जहां कपल डांस हो रहा था।जोड़े एक दूसरे में पूरी तरह से खोए हुए थे और एक दूसरे के अंगों को सहलाते हुए नाचने का ड्रामा कर रहे थे। स्टेज पर रोशनी बस नाम के लिए ही थी जिसका पूरा फायदा लोग उठा रहे थे।


राम्या ने अपने जिस्म पर से एक लंबा कोट उतार दिया और सिर्फ एक पतले झीने से कपडे की बनी हुई जालीदार लिंगरी में आ गई
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राम्या अपने बाप को आज पूरे जलवे दिखा रही थी। वो पलट गई और अपनी गांड़ अपने बाप की और कर दी।

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राम्या ने अपने बाप का हाथ पकड़ा और उसे स्टेज पर खीच लिया। राम्या ने अपनी बांहे उसके गले में डाल दी और उससे चिपक कर डांस करने लगी। राम्या करण की आंखो में देखते हुए डांस कर रही थी। माहौल का करण पर भी असर हो रहा था और बियर का नशा भी उस पर छाने लगा तो उसने भी अपने दोनो हाथ अपनी बेटी की कमर पर रख दिए और हल्के हल्के सहलाते हुए उसके साथ थिरकने लगा। करण की नजर आस पास नाच रहे जोड़ो पर गई तो उसने देखा कि कोई किस में डूबा हुआ था तो किसी के हाथ लड़की की शर्ट में घुसे हुए थे तो कोई पेंटी में उंगली कर रहा था। चारो तरफ मादक सिसकियां गूंज रही थी।

राम्या को देख कर हर कोई वहां तड़प रहा था। राम्या अपने बाप से और ज्यादा चिपकती जा रही थी और अपने उंगलियां अब उसके कंधो से हटाकर उसकी कमर पर ले गई और सहलाते हुए थिरकने लगी। राम्या का जिस्म करण पर अपना जादू चला रहा था, आखिर वो भी एक इंसान था और उसकी बांहों में मिस इंडिया थी ।

राम्या करण से और ज्यादा चिपक गई और अपनी चूचियां उसके सीने से मिला दी तो करण के जिस्म में आग लग गई। उसने राम्या की कमर को अपने हाथो से भींच दिया । राम्या अपने बाप को जोश में आते देखकर मस्त हो गई और जोर से उसका गाल चूस लिया और फिर अपने होठ उसकी गर्दन से रगड़ने लगी । करण का लंड पूरी तरह से तन चुका था जिस कारण दोनो की टांगो के बीच दूरी बनने लगी जिसे राम्या मिटा देना चाहती थी। उसने एक बार प्यार से अपने बाप की आंखो में देखा और उसको तड़पाते हुए अपने होंठो पर जीभ निकाल कर घुमाने लगी, करण पागल होता जा रहा था।

तभी राम्या उससे और ज्यादा जोर से लिपट गई तो खड़ा हुआ लंड सीधे उसकी चूत पर अड गया। उफ्फ दोनो बाप बेटी एक साथ तड़प उठे। अब करण का धैर्य जवाब दे गया और उसने अपने दोनो हाथ राम्या की गांड़ पर रख दिए और हल्के हल्के दबाने लगा। राम्या भी अपनी चूत को अपने बाप के लंड पर रगड़ती जा रही थी। तभी राम्या ने अपनी एक टांग को थोड़ा सा घुमा कर खोल दिया जिसे लंड सीधे उसकी चूत पर अड गया। राम्या की चूत पुरी तरह से भीग रही थी और उसमें से रस टपक रहा था जिस कारण करण की पेंट लंड के उभार पर से गीली होने लगी।

लंड पर चूत का दबाव बढ़ता जा रहा था। दोनो बाप बेटी एक दूसरे की आंखो में खोए हुए थे।

राम्या: पापा मुझे नीचे कुछ चुभ रहा हैं , आपकी जेब में कोई मोटा केला तो नहीं है?

करण उसकी आंखो में देखते हुए: नहीं बेटी, मेरी जेब में तो कुछ भी नहीं है।"

राम्या": लेकिन मुझे कुछ चुभ रहा है पापा, लगता हैं आप भूल गए हैं केला जेब में रख कर। मै खुद ही देख लेती हूं।

इतना कहकर उसने अपना अपने बाप की जेब में घुसा दिया और लंड को पकड़ लिया और उसे सहलाने लगी।

राम्या लंड सहलाते हुए: " झूठे कहीं के, देखो कितना मोटा तगड़ा केला हैं आपकी जेब में"
लेकिन ये कपडे में क्यों छुपा हुआ था ?
करण का लंड पुरी तरह से रोड बन चुका था और राम्या हाथ में हल्के हल्के झटके मार रहा था।

राम्या: पापा ये कैसा केला हैं आपके पास ये तो काले नाग की तरह फुंफकार रहा है " मुझे इसका फन कुचलना पड़ेगा ,!

राम्या की बाते सुनकर करण पूरी तरह से गरम हो चुका था। उसने दोनो हाथो में उसकी गांड़ को भर लिया और जोर जोर से दबा रहा था। राम्या अमर बेल की तरह अपने बाप से लिपटी हुई थी। डांस तो जैसे खतम सा हो गया था बस बीच बीच में हल्का हल्का थिरक रहे थे।

राम्या ने अपने नाखून से करण की पेंट को जेब के अंदर से फाड़ दिया और अपना हाथ उसके अंडर वियर में घुसा दिया। जैसे ही लंड पर राम्या का हाथ लगा तो करण तड़प उठा।

राम्या ने उसके लंड को सहलाना शुरु कर दिया। कभी प्यार से हाथ फेरती तो कभी जोर से दबा देती

राम्या: पापा ये केला नहीं है ये तो मोटा सांप हैं आपकी जेब में " ! पापा इसको थोड़ा समझा कर रखना कहीं ऐसा ना हो कि किसी को डस ही ले, "

करण भी अब पूरा मदहोश हो गया था उसने भी अपनी बेटी की बातो का जवाब देना शुरू कर दिया!

करण: बेटी ये पालतू सांप हैं, मेरी मर्जी के बिना किसी को नहीं डस पाएगा। "
राम्या: क्या पापा , जब ये आपकी मर्जी के बिना अपना फन उठा सकता है तो डस भी सकता हैं!

( राम्या उसे समझाती हैं कि आपका लंड आपकी मर्जी के बिना खड़ा हो गया )

करण: " अरे बेटी जब कोई इसे बार बार छेड़ेगा तो ये अपना फन तो उठाएगा ही"

करण अपने हाथ को अब उसकी गांड़ की दरारो में घुसा देता हैं और उसके गांड़ के छेद को सहलाने लगता हैं तो राम्या पूरी तरह से खुल जाती हैं," ।

राम्या: "पापा लगता हैं मुझे ही इसका फन कुचलना पड़ेगा" !


और ऐसा कहकर लंड का सुपाड़ा कस कर दबा देती है तो करण मस्ती से तड़प उठा और उसने अपने हाथ को थोड़ा नीचे लाते हुए अपनी बेटी की चूत पर रख दिया। चूत पर हाथ रखते ही उसकी उंगलियां ही नहीं बल्कि पूरी हथेली चूत रस से भीग गई।

चूत पर हाथ लगते ही राम्या के मुंह से सिसकियां निकल गई और उसने अपने होंठ अपने बाप के होठों पर रख दिए। दोनो मस्ती से एक दूसरे के होठ चूसने लगे। तबी राम्या अपनी जीभ अपने बाप के मुंह में घुसा देती हैं तो करण उसकी जीभ पकड़कर मजे से चूसने लगा।
राम्या उसके लंड को पागलों की तरह दबा रही थी,मसल रही थी।

करण ने अपनी एक उंगली का दबाव चूत पर बढ़िया तो उंगली कपडे सहित चूत में घुस गई।

" आह पापा, थोड़ा प्यार से , दर्द होता हैं आपकी मिस इंडिया को,"
हाय पापा आप कितने अच्छे हो,"

दोनो बाप बेटी पूरी तरह से मदहोश हो चुके थे। राम्या लंड छोड़कर अपने बाप से चिपक गई और अपनी चूत को लंड पर दबाने लगी। नशा दोनो के उपर पूरी तरह से हावी हो चुका था। रिश्ते मान मर्यादा सब भूल चुके थे दोनो।

राम्या की चूत से होता हुआ उसका रस उसकी जांघो तक आ रहा था। राम्या धीरे से अपना एक हाथ नीचे अपनी चूत पर लाती है और अपनी चूत में एक उंगली घुसा लेती हैं।

अपनी उंगली को वो खूब अच्छे से गीला करती हैं और करण के होंठो पर फेर देती हैं। करण अपनी जीभ निकाल कर अपने होठ चाट लेता हैं तो राम्या अपनी उंगली उसके मुंह में घुसा देती हैं जिसे करण मजे से चूस लेता हूं।

राम्या अपनी चूत को पूरी तरह से करण के लंड पर चिपका देती हैं और प्यार से उसके कान में बहुत ही सेक्सी आवाज में बोलती हैं"

" कैसा लगा पापा आपको उंगली का स्वाद?

करण:" बेटी मुझे पता हैं वो किसका स्वाद था , लेकिन बहुत मजेदार था"!

राम्या अपनी चूत को लंड पर रगड़ते हुए: उंगली का नहीं था तो फिर किसका था पापा"?

करण : बेटी कहीं बुरा तो नहीं मान जाएगी तुम "

(राम्या अपने मन में सोचती हैं अरे मेरे बुद्धु बाप अगर बुरा मानना होता तो क्या तुम्हे अपनी चूत का रस चटवा देती?)

राम्या : नहीं पापा आप मजे से बोलिए ! मुझे बुरा नहीं लगेगा "


करण:" वो बेटी तुम्हारी च च चूत का रस था"!

आखिरकार जैसे तैसे करके करण अपनी बात पूरी करता हैं तो राम्या अपने बाप के मुंह से चूत सुनकर जोश में आ गई और अपने बाप के होंठो को चूस लिया

राम्या:" पापा आपको सच में पसंद आया क्या उसका स्वाद?"

करण उसे छेड़ते हुए: " किसका स्वाद बेटी"

राम्या शर्म से लाल हो गई। उफ्फ मैं पापा को कैसे बताऊं कि मेरी चूत का!!

करण: बताओ बेटी किसके स्वाद की बात कर रही हो? अपने बाप पर इतना जुल्म मत करो"!

राम्या: " जाइए पापा आपको सब पता हैं क्यों मुझे बेशर्म बनाना चाहते हो!!

करण अनजान बनते हुए" बता दो मा मेरी मिस इंडिया एक बार अपने मुंह से?

राम्या जैसे ही अपने बाप के मुंह से मिस इंडिया सुनती हैं तो उसकी चूत में आग सी लग गई।

वो कस कर अपने बाप से चिपक गई और धीरे से उसके कान में बोली:" पापा वो आपकी मॉडल साहिबा की च च च "चूत" के रस का स्वाद था।

और शर्म के मारे अपना सिर अपने बाप के कंधे पर झुका देती हैं।राम्या के मुंह से चूत सुनकर करण खुशी से झूम उठा।

करण फिर से उसकी उंगली पकड़ कर चूसने लगा तो उसे कोई स्वाद नहीं आया तो उसने शिकायती नजरो से अपनी बेटी की तरफ देखा।

राम्या:" पापा अब उंगली पर नहीं है वो स्वाद । वो तो आपको अब खुद ही ढूंढ़ना पड़ेगा। "

करण: " यहां सबके सामने कैसे ढूंढू वो तो एक बहुत गहरी और अंधेरी गुफा में हैं जिसका रास्ता तुम अच्छे से जानती हो।

राम्या:" पापा अब तो आपको ही ढूंढ़ना पड़ेगा , स्वाद आपको लेना हैं तो मेहनत भी आप करो।"

करण उसकी चूत पर हाथ फेरते हुए:" अगर मेरी मॉडल साहिबा की इजाज़त हो तो कमरे में चल कर ढूंढ लू आराम से?

राम्या अपने बाप की गोद में चढ़ जाती हैं और अपने दोनो हाथ उसकी गर्दन में लपेट कर उसकी आंखो में देखते हुए उसे रूम में चलने का इशारा कर देती हैं।

करण उसे गोद में उठाए हुए अपने रूम की तरफ बढ़ जाता हैं और सभी लोग आंखे फाड़ फाड़ कर उन्हें देखने लगते हैं। लेकिन उन्हें तो किसी की परवाह ही नहीं थी।

जैसे ही दोनो रूम के अंदर घुसते हैं तो अपने बाप की गोद में चढ़ी हुई राम्या गेट को लॉक कर देती हैं है और करण उसे लेकर बेड की तरफ बढ़ गया।
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करण ने राम्या को बेड पर लिया दिया तो राम्या ने अपनी दोनो बांहे फैला कर उसे इशारा किया किया तो करण बेड पर आकर सीधा उसके उपर लेट गया और उसे जोर से अपनी बांहों में भर लिया तो राम्या ने भी अपनी बांहे उसकी कमर पर जोर से कस दी।

करण अपनी बेटी की आंखो में प्यार से देखते हुए: राम्या एक बात फिर से सोच लो, कहीं हम गलत तो नहीं कर रहे ?

राम्या तड़प उठी अपने बाप के मुंह से ये बात सुनकर। उसने अपने बाप को और ज्यादा जोर से कस लिया।
राम्या: " पापा मैं आपसे प्यार करती हूं और मुझे बस आपका प्यार चाहिए। मुझे इससे ज्यादा कुछ नहीं सोचना। "

और ऐसा कहकर वो और जोर से अपने बाप को अपने बांहों में कस लेती हैं। करण भी अब सभी रश्मो रिवाज़, समाज, रिश्ते नातों को ताक कहीं पीछे छोड़ देता हैं और प्यार से राम्या के चेहरे की तरफ देखने लगता हैं। दोनो एक दूसरे की आंखो में खो से गए थे , ऐसा लग रहा था जैसे वक़्त कहीं थम सा गया हो।

करण उसकी आंखो में देखते हुए ही बोलता हैं :
" तुम सचमुच बहुत खूबसूरत हो राम्या, एक दम प्यार करने के लिए "!

नारी स्वभाव के कारण राम्या अपनी तारीफ सुनकर खुश हो गई।

राम्या:" पापा जब मैं प्यार करने के लायक हू तो फिर करो ना मुझे प्यार , मेरा रोम रोम आपके प्यार के लिए तरस रहा हैं पापा"!


और ऐसा बोलकर राम्या अपनी जीभ निकाल कर अपने होंठो पर फेर देती है। करण के सब्र का अब बांध टूट गया और उसने अपनी बेटी के माथे को चूम लिया । उफ्फ माथे पर अपने बाप का पहला किस राम्या को ये समझा गया कि उसका साफ सच में उससे प्यार करता है उसके जिस्म से नहीं। उसका रोम रोम अपने बाप पर फिदा हो गया।

करण फिर अपनी बेटी की आंखो पर किस करता है और उसके गाल सहला देता हैं तो राम्या के चेहरे पर हया की लाली दौड़ गई । फिर करण ने राम्या के गालों पर अपनी जीभ फेरना शुरु कर दिया तो राम्या का जिस्म खुशी से भर उठा। करण ने उसके गाल को मुंह में भर लिया और चूसने लगा, उफ्फ इस एहसास से राम्या की धड़कने बढ़ गई और उसकी चूचियां लिंगरी में से उपर नीचे होने लगी। करण जोर जोर से उसके गालों को चूसने लगा और एक गाल को पूरा मुंह में भर कर दांत गडा दिए तो राम्या के मुंह से दर्द भरी आह निकल पड़ी।

राम्या ने शिकायती नजरों से अपने बाप की तरफ देखा तो करण उसके गाल को जीभ से चाटने लगा मानो उसका दर्द भगा रहा हो। राम्या ये देखकर मदहोश होती चली गई। फिर करण ने उसके दूसरे गाल को चूमना शुरू कर दिया और मुंह में भर कर चूसने लगा। कभी जीभ से तो कभी दांतो से हल्का हल्का काट रहा था। फिर उसने आगे बढ़ कर अपने होंठ राम्या की कान की लौ पर रख दिए और अपने जीभ से सहलाने लगा। उफ्फ इस एहसास से राम्या का पूरा जिस्म सुलगने लगा और उसकी चूत में फिर से नमी आने लगी। फिर करण ने एक बार प्यार से राम्या के होंठो को देखा और उसकी आंखो में देखते हुए अपनी लिप्स को अपनी बेटी के रसीले नाजुक लिप्स पर रख दिया।
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जैसे ही दोनो के लिप्स टकराए तो मजे से दोनो की आंखे बंद हो गई और करण ने बहुत प्यार से अपने बेटी के होंठो को चूसना शुरू कर दिया तो राम्या भी अपने बाप का साथ देते हुए उसके होंठो को चूसने लगी। दोनो एक दूसरे से होंठो को चूम रहे थे, चूस रहे थे, काट रहे थे।

तभी करण ने अपने जीभ जीभ बाहर निकाली और उसका दबाव राम्या के होंठो पर बढ़ा दिया तो राम्या ने अपना मुंह खोलकर करण की जीभ को रास्ता दे दिया और जीभ अंदर घुस गई। करण ने अच्छे से अपनी जीभ से अपनी बेटी के मुंह का मुआयना किया। कभी दांतो पर तो कभी उसके होंठो पर अंदर से जीभ घुमाई । फिर उसने अपनी बेटी की जीभ को अपनी जीभ से पकड़ लिया और चूसना शुरू कर दिया। राम्या उस एहसास से थरथरा उठी और उसने भी अपने बाप की जीभ को अपनी जीभ से चूसना शुरू कर दिया। दोनो एक दूसरे की जीभ चूस रहे थे। प्यार से शुरू हुआ किस धीरे धीरे तूफानी। होता चला गया और वो जोर जोर से एक दूसरे की जीभ को चूसने, काटने लगे। दोनो में से कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं था। जब दोनो की सांसे उखड़ने लगी तो दोनो एक साथ अलग हो गए।

जैसे ही सांसे नॉर्मल हुई किस फिर से शुरु हो गया। उसके बाद करण ने अपनी बेटी की गर्दन को अपनी जीभ से पूरी लंबाई से चाटना शुरु कर दिया तो रमय्या ने जोश में आकर अपने दोनों हाथों से अपने बाप की कमर को सहलाना शुरु कर दिया । राम्या और करण दोनो अपने पैरो की उंगलियां एक दूसरे से रगड़ने लगे और उन्हें सहला रहे थे।

राम्या अपने जिस्म को पूरी तरह से अपने बाप के हवाले कर चुकी थी और करण अपनी मर्जी से उसके जिस्म को प्यार कर रहा था।

करण ने अब अपने मुंह को नीचे लाते हुए राम्या की दोनो चूचियों को जी भर कर देखा तो एक नेट वाली लिंगरी में से साफ़ दिख रही थी। राम्या की चूचियां एक दम ठोस और गोल गोल थी , उफ्फ क्या कमाल की चूचियां थी राम्या की, ऐसी तो उसकी मा काम्या की भी अपनी जवानी में नहीं थी। करण ने जैसे ही उसकी चूची पर हाथ फेरा तो राम्या का जिस्म सुलग उठा और उसकी चूत से रस टपकना शुरू हो गया।

करण ने उसकी चूचियों को अपने दोनो हाथों से ढक दिया और सहलाना शुरू कर दिया। राम्या के जिस्म में मस्ती की तरंगे दौड़ने लगी। करण ने अपने हाथो का दबाव उसकी चूचियों पर बढ़ा दिया और जोर जोर से दबाने लगा तो राम्या को एक मीठे मीठे दर्द की अनुभूति होने लगी।

राम्या ने अपनी चूचियों को थोड़ा और ज्यादा उभार दिया जिससे वो करण के हाथो में और ज्यादा भर गई और उसने राम्या की सपोर्ट मिलते ही चूचियों को और जोर से दबाना शुरु कर दिया और फिर अपनी जीभ निकाल कर उसकी एक चूची पर फेर दी। उफ्फ राम्या की दोनो चूचिया अपने नेट के कपडे में कैद थी । कहीं पर जीभ का एहसास हुआ तो कहीं पर नहीं हुआ । ये राम्या के लिए बिल्कुल नया एहसास था। करण लिंगरी के उपर से उसकी चूचियां चूसने लगा।

राम्या की मजे से आंखे बंद हो गई और उसने अपने बाप के सिर को अपनी चूची पर दबाना शुरू कर दिया। करण ऐसे ही उसकी चूची चूसता रहा।

करण का लंड पुरी तरह से खड़ा हो चुका था और अपने बेटी की चूत पर लगा हुआ था मानो चूत को आगे होने वाली चुदाई के बारे में समझा रहा हो।


करण ने अब अपनी बेटी के पेट को अपनी जीभ से चाटना शुरु कर दिया अपने दोनो हाथों से फिर से उसकी चूचियां दबाने लगा। रम्या अब अपने होश में नहीं थी , वो अपने बाप की हर हरकत पर मजे से झूम रही थी।

फिर करण ने अपनी बेटी की जांघो को चूमना शुरू कर दिया तो राम्या का बदन हवा में लहराने लगा। फिर समर ने अपनी बेटी की दोनो टांगो को पूरा फैला दिया और अपने नजरे उसकी चूत पर चिपका दी।

हल्की गुलाबी रंग की उसकी चूत जिसमें से रस टपक रहा था और चूत के दोनो लिप्स आपस में पूरी तरह से चिपके हुए थे। करण ने अपनी बार इतनी कसी हुई और खूबसूरत चूत देखी थी।

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समर की उंगलियोंअपने आप ही उसकी नाजुक चूत को सहलाने लगी तो राम्या की चूत ने अपने रस की कुछ बूंदे बहाकर अपने बाप का अभिवादन स्वीकार किया। ।



अब करण का धैर्य भी जवाब दे गया । वो उठा और एक झटके के साथ अपने सारे कपड़े उतार कर पूरा नंगा हो गया तो उसका लंड पूरी तरह से तन कर राम्या की आंखो के आगे लहरा गया। उसका लंड कोई दो इंच मोटा और सात इंच लम्बा था।

उफ्फ लंड की लम्बाई और चौड़ाई देख कर राम्या के बदन में सिरहन सी दौड़ गई। उसने रहम भरी नजरो से अपनी चूत की तरफ देखा मानो उसे आने वाले मुसीबत के लिए तसल्ली दे रही हो।

करण ने राम्या की लिंगरी को उसकी आंखो में देखते हुए उतार दिया और अपनी बेटी को पूरी तरह से नंगा कर दिया

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। नंगा होते ही राम्या का चेहरे शर्म से लाल हो गया और उसकी नजरे झुक गई। सांसे बहुत तेज होती चली गई जिस कारण उसकी चूचियां उछालने लगी।

करण अब राम्या उपर चढ़ गया और फिर से उसके रसीले होंठों को चूसने लगा। राम्या भी अपने बाप का साथ देने लगी। अब राम्या की नंगी चूचियां करण के सीने में चुभ रही थी और उसका लंड राम्या की चूत पर रगड़ खा रहा था। करण अपने लंड को आगे पीछे करते हुए चूत पर रगड़ रहा था जिस करण चूत और ज्यादा रस छोड़ रही थी। राम्या भी अपनी चूत लंड पर रगड़ रही थी जिससे दोनो के प्रयास के कारण रगड़ ज्यादा तेज हो रही थी।

अब समर ने राम्या की नंगी चूचियो को हाथो में थाम लिया और दबाने लगा तो राम्या को तीखा तीखा मीठा मीठा दर्द महसूस होने लगा । तभी करण ने अपनी जीभ निकाल कर उसके एक निप्पल पर फिराई तो राम्या के मुंह से आह निकल पड़ी।

" आह पापा, जान लोगे क्या अपनी मॉडल साहिबा की , हाय मा री ।"

फिर करण ने उसकी एक चूची को मुंह में भर लिया और चूसने लगा



। राम्या आपे से बाहर होने लगी मजे के कारण और उसने जोर जोर से अपनी चूत लंड पर दबानी शुरू कर दी जिससे लंड का सुपाड़ा हर बार चूत पर पहले से ज्यादा दबाव डाल रहा था।
करण ने उसकी पूरी चूची को चूसने में भर लिया और जोर जोर से चूसने लगा तो मजा बढ़ जाने के कारण राम्या का मुंह खुलता चला गया।

" आह पापा चूस लो अपनी बेटी की चूचियां। हाय मा री , उफ्फ पापा आपकी जीभ कितनी अच्छा हैं" आह बस मेरी चूची कितना मजा हैं,"

अपनी बेटी की सिसकियां सुनकर वो जोर जोर से उसकी चूचियां चूस रहा था और धीरे से एक हाथ से राम्या की चूत को सहलाना शुरू कर दिया। राम्या का जिस्म हवा में लहराने लगा और उसने अपने बाप के लंड को पकड़ लिया और जोर जोर से अपनी चूत पर दबाने लगी।

" आह पापा अब मत तरसाओ मुझे , आ जाओ मेरे उपर चढ़ जाओ मेरी चूत पर "!

राम्या पूरी तरह से मदहोश हो चुकी थी। जो मन में सा रहा था वो बोलती जा रही थी। करण ने अब उसकी दूसरी चूची को चूसना शुरू कर दिया तो मजे के कारण राम्या की आंखे बंद हो गई और उसने जोर जोर से लंड को अपनी चूत के छेद पर दबाना शुरू कर दिया जिस कारण लंड का दबाव पूरी तरह से चूत पर पड़ने लगा और उसकी पंखुड़ियां हल्की हल्की सी खुलने लगी। राम्या को एक मीठे मीठे दर्द का एहसास होने लगा ।

उसकी चूचियों को जी भर कर चूसने के बाद जैसे ही करण उसकी चूत की तरफ जाने लगा तो लंड चूत पर से हट गया जिससे राम्या को बुरा लगा और उसने फिर से अपने बाप को अपने उपर खींच लिया जिससे लंड फिर से चूत पर अड गया।
करण लंड के सुपाड़े से अपनी बेटी की चूत को सहलाने लगा। राम्या से अब बर्दाश्त नहीं हो रहा था इसलिए उसने एक हाथ से पकड़ कर लंड को चूत के छेद पर लगा दिया और नीचे से अपनी चूत लंड पर उछाल दी तो एक झटके के साथ करण का मोटा सुपाड़ा उसकी चूत में जा घुसा।

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सुपाड़े के घुसते ही राम्या की चूत के होंठ फैल कर फट से गए और उसके मुंह से एक दर्द भारी सिसकी निकल पड़ी।

" हाय मा री, मर गई री, बहुत मोटा है पापा आपका लंड " हाय दर्द हो रहा है मेरी चूत में। ये पूरा नहीं घुस पाएगा। "


करण से अपनी बेटी का दर्द बर्दाश्त नहीं हुआ और उसने अपने सुपाड़े को बाहर निकाल लिया तो वो चूत की दीवारों को रगड़ते हुए बाहर निकल गया।
राम्या ने शिकायती नजरों से अपने बाप की तरफ देखा तो करण ने आगे बढ़कर उसके गाल चूम लिए और उसके कान में बोला: " थोड़ा सब्र करो मेरी जान, जल्दी ही पूरा लंड तुम्हारी चूत में होगा। पहले बस एक बार चूत चूस कर चिकनी कर लेने दो।

अपने बाप के मुंह से पूरा लंड चूत में होने की बात सुनकर डर के मारे राम्या की चूत फूलने पिचकने लगी, हाय भगवान कैसे घुसेगा ये सांड जैसा लंड उसकी नाजुक सी चूत में ये विचार मन में आते ही उसकी कंपकपी छुट गई।


करण उसकी जांघो के बीच में आ गया और राम्या ने खुद ही अपनी टांगो को पूरा खोल दिया ताकि उसका बाप अच्छे से उसकी चूत चूस सके। करण ने चूत को दोनो हाथों से फैलाया और उपर नीचे तक उसकी चूत पर अपनी जीभ निकाल कर फिराई। राम्या की सिसकी निकल पड़ी। उसने अपने बाप का मुंह पकड़कर अपनी चूत से चिपका दिया
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। करण ने जीभ से अपनी बेटी की चूत को चाटना शुरू कर दिया तो रम्या का पूरा बदन उछलने लगा और वो किसी घोड़ी की तरह दुल्लती मारने लगी।
करण ने अपने जिस्म से उसके पूरे जिस्म को अच्छे से दबा दिया और उसकी चूत में अपनी जीभ अंदर घुसा दी और चूत की दीवारों को जोर जोर से चूसना शुरू कर दिया। करण चुदाई के इस मौके को अपनी बेटी के लिए यादगार बना देना चाहता था।इसलिए उसने अपनी पूरी जीभ अंदर घुसा दी और चूत को अंदर तक चूसने लगा जिस कारण मजे से राम्या का मुंह खुल गया।

," आह पापा कितना मज़ा आ रहा है, हाय मेरी चूत , और चूसो मेरे पापा , ऐसे ही जोर जोर से चूस लो, खा जाओ अपनी बेटी की चूत आज , हाय चूत री।

राम्या की चूत अब पूरी तरह से गीली हो रही थी। रस पूरी तरह से टपक रहा था। अब राम्या से अपनी चूत की खुजली बर्दाश्त नहीं हुई और उसने अपने बाप को अपने उपर खीचं कर चढ़ा लिया और लंड अपने आप चूत पर जा लगा।

राम्या ने खुद ही अपने हाथ से अपनी चूत के होंठो को खोलकर सुपाड़े को अपनी चूत के मुंह पर टिका दिया और अपने बाप की तरफ प्यासी नजरो से देखने लगी

करण ने लंड के सुपाड़े को अच्छे से चूत रस से चिकना कर दिया।

राम्या की चूत में आग लगी हुई थी , उसने नीचे से खुद ही अपनी चूत लंड पर उछाल दी तो लंड फिसल कर चूत के मुंह से हट गया। राम्या ने अपने बाप की तरफ देखते हुए कहा,:

" क्यों तड़पा रहे हो पापा , घुसा दो ना लंड अपनी मिस इंडिया की चूत में मेरी जान,"

और ऐसा कहकर उसने लंड का सुपाड़ा फिर से अपनी चूत के मुंह पर लगा दिया। करण ने उसकी आंखो में देखते हुए अपने मुंह से ढेर सारा थूक निकाल कर अपनी बेटी की चूत को पूरा चिकना कर दिया। राम्या ने भी जोश में आते हुए अपने मुंह में थूक निकाल कर अपने बाप के लंड को उससे पूरा नहला दिया।

राम्या ने अपने बाप की तरफ देखते हुए अपने होंठो पर जीभ फिराई और करण को लंड घुसाने का इशारा कर दिया।

करण ने राम्या के बदन को अच्छे से अपने नीचे दबा लिया और अपनी बेटी की आंखो में देखते हुए एक तगड़ा धक्का उसकी कुंवारी चूत में लगाया तो एक ही बार में उसका आधा लंड राम्या की चूत को फाड़ते हुए अंदर घुस गया। जैसे ही लंड अंदर घुसा राम्या दर्द से तड़प उठी और उसने अपने होंठ हाथ अपने बाप की गरदन में लपेट दिए और उससे कस कर चिपक गई।

" आह, मर गई मेरी मा बचा ले,m आह नहीं, बहुत मोटा है, फट गई मेरी चूत," है भगवान बचा मुझे"!

राम्या की आंखो में आंसू छलक आए और करण ने उन्हें चाटना शुरू कर दिया।

चूत फटकर लंड के चारों ओर कस गई थी। करण ने आधे लंड को बाहर खींचा तो लंड पुरी तरह से फसा हुआ था । जैसे ही उसने पूरी तरह से खींचा तो लंड के साथ साथ चूत के होंठ भी खींचते चले गए।

करण ने फिर से आधे लंड को अपनी बेटी की चूत में घुसा दिया तो राम्या की आंखे फिर से दर्द से फैल गई लेकिन इस बार हल्का सा मजा भी आया। करण ने राम्या की आंखे में देखा तो उसने इशारे से समझाया कि अब दर्द कम हैं ।फिर करण ने उसकी चूचियों को चूसते हुए आधे लंड से अपनी बेटी की चूत को चोदना शुरू कर दिया। राम्या की मजा आने लगा, लंड बिलकुल फस कर चूत में जा रहा था। राम्या ने खुशी के मारे अपने बाप का मुंह चूम लिया और उसके कान में बोली:
" पापा चूत में आगे आपके लिए गिफ्ट है जो हर मर्द का सपना होता हैं"!

करण ने खुशी के मारे अपनी बेटी के होंठ चूम लिए तो राम्या ने अपनी दोनो टांगे अपने बाप की टांगो पर चढ़ा कर उसे इशारा किया कि उसका गिफ्ट कुबूल करे!

करण ने आगे झुक कर राम्या की एक चूची को मुंह में भर लिया और उसकी आंखो में देखते हुए अपने लंड को बाहर निकाल कर एक पूरी ताकत से धक्का लगाया तो लंड उसकी सील तोड़ते हुए एक ही झटके में पुरा जड़ तक जा घुसा।
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जैसे ही लंड घुसा तो राम्या की दोनो आंखे दर्द से फैल गई,उसने दोनो हाथो से बेडशीट को दबोच लिया और जोर से चिल्लाई

" मर गई मेरी मा री, आह नहीं , फट गई मेरी चूत, आह बचाओ मुझे," पापा बहुत दर्द हो रहा है"!

करण ने अपनी बेटी की चूची को चूसना शुरू कर दिया और दूसरी को हल्का हल्का दबाने लगा। राम्या की चूत पुरी तरह से फट चुकी थी । चूत से निकलकर खून की बूंदे सफेद चादर लाल करने लगी।
करण के चूची चूसने के कारण राम्या को अच्छा लगने लगा और उसने अपने दोनो हाथ अपने बाप की कमर पर रख कर सहलाने लगी।

करण उसका इशारा समझ गया और उसने जोर से लंड को बाहर खींचा तो लंड में साथ चूत भी खींची चली अाई।
करण ने फिर से हल्के से धक्के के साथ लंड को आधा अन्दर घुसा दिया। लंड का सुपाड़ा चूत की दीवारों को रगड़ते हुए अंदर घुस गया। राम्या की दर्द तो हुआ लेकिन मजा बहुत आया । उसने अपने दोनो हाथ अपने बाप की गांड़ पर रख दिए और दबाने लगी।

करण की आंखो में देखते हुए उसने अपने बाप को चोदने का इशारा कर दिया तो करण ने अपने लंड को बाहर निकाला और पूरी ताकत से जड़ तक अन्दर घुसा दिया तो राम्या फिर से दर्द से कराह उठी और अपनी खुद ही अपनी चूची चूसने लगी।

करण ने अब राम्या की दोनो चूचियों को हाथ में भर कर और पूरी ताकत से भींचने लगा। उसने लंड को अपनी बेटी की चूत में अंदर बाहर करना शुरू कर दिया। कुछ धक्कों के बाद लंड आराम से अन्दर बाहर होने लगा तो दर्द जैसे बिल्कुल गायब हो गया और अब राम्या को बहुत मजा आने लगा। उसने अपने बाप के होठ चूम लिए और उसकी आंखों में देखते हुए अपनी चूत लंड पर उछालनी शुरू कर दी।

करण ने अब उसकी टांगो को अपनी टांगो पर चढ़ा लिया और पूरी ताकत से उसकी चूत चोदने लगा । लंड हर बार पूरा अन्दर बाहर हो रहा था जिस कारण हर धक्के पर राम्या की चूत पूरी खुल रही थी और मजा बढ़ जाने के कारण चूत से ज्यादा उसका मुंह खुल रहा था।

" आह पापा, हाय मेरी चूत !! आखिर मैं चुद ही गई अपने पापा से, मार लो मेरी चूत पापा, जोर जोर से चोदो अपनी बेटी को , हाय री मेरी चूत"!!

करण अपनी बेटी की सिसकियां से जोश में आ गया और पूरी ताकत से उसकी चूत मारने लगा। हर धक्के पर राम्या की गांड़ उछल उछल पड़ रही थी, वो पूरे मजे से चुद रही थी, । मोटा लन्ड उसकी चूत को पूरा रगड़ रहा था जिस कारण उसकी चूत में हलचल होना शुरू हो गई।

" आह पापा, पूरा जोर से चोदो, उफ्फ पूरा लंड घुस गया री मा मेरी चूत में। हाय कितना अच्छा हैं लंड। '!!

तभी करण के धक्के पूरे तेजी से पड़ने लगे और पागलों की तरह लंड घुसाने लगा तो पूरे कमरे में फच फच फच का मधुर संगीत गूंजने लगा। पूरे कमरे में दोनो की मादक सिसकियां गूंज रही थी। राम्या की चूत में तूफान सा आने लगा तो वो अपने बाप की तरफ देखते हुए पूरी ताकत से अपनी चूत लंड पर उछालने लगी।

" हाय मा री, मेरी चूत , आह पापा मेरी चूत में कुछ हो रहा हैं पापा"
हाय बहुत मज़ा आ रहा है चुदकर,पूरी ताकत से चोदो अपनी मिस इंडिया को मेरे बाप"_!!

करण ने जैसे ही कुछ बहुत तगड़े धक्के उसकी चूत में लगाए तो राम्या ने अपनी गांड़ पूरी ताकत से उछाल कर लंड पुरा जड़ तक घुसा लिया और उसको चूत में उबाल सा आ गया और उसकी चूत ने अपना रस छोड़ना शुरु कर दिया।

"आह पापा, मर गई मेरी चूत, उफ्फ ये कैसा आनंदमय एहसास हैं, चुद गई मेरी चूत, हाय पापा गई मैं तो। ,"


जैसे ही करण के लंड पर अपनी बेटी का गरम रस पड़ा तो वो भी अपने आपको नहीं रोक पाया और उसने भी पूरी ताकत से एक आखिरी धक्का अपनी मिस इंडिया की चूत में लगा दिया और उसकी चूत में वीर्य की पहली बौछार करने लगा।
जैसे ही वीर्य की पिचकारी चूत में गिरने लगी तो राम्या की जलती हुई चूत को ठंडक मिलने लगी और वो अपने बाप से कर कर चिपक गई। उसका बाप भी अपनी बेटी की चूचियों पर ढेर हो गया।
My god kya scene create kiya h
Gazabbb
 
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दोनो मा बेटे सुबह देर तक सोते रहे। पहले काम्या की आंख खुली तो अपने आप को अपने बेटे की बांहों में नंगी पाकर उसके होंठो पर स्माइल आ गई ।

वो सोचने लगी उफ्फ क्या जबरदस्त चुदाई हुई है रात मेरी । मेरे बेटे के लंड ने मेरी चूत का रोम रोम महका दिया हैं, जिस्म और रूह दोनो को एक सुकून मिल गया है। उसने अपने जिस्म पर पड़े अपने बेटे के दांतों के निशान देखे, पूरा जिस्म जगह जगह से लाल पड़ गया था चूचियों पर काटे जाने के निशान थे । चूत जो हर टाइम भट्टी की तरह सुलगती रहती थी आज लंड की मार से अपना मुंह दबाए पड़ी हुई थी ,उसकी प्यास बुझ चुकी थी कम से कम अगले कुछ दिनों के लिए ।

काम्या एक बार समर की तरफ देखती हैं तो उसे अपने बेटे पर बहुत प्यार आया और उसने उसका मुंह चूम लिया। काम्या सोचने लगी कि उसका बेटा उससे इतना प्यार करता हैं थी उसे भी अपने बेटे को अब ज्यादा नहीं तरसाना चाहिए।

उफ्फ तो क्या मैं उससे अपनी गांड़ मरा लू, उफ्फ नहीं उसका मोटा लंड चूत में ही बड़ी मुश्किल से घुसता है , गांड़ का तो गाजियाबाद बना देगा मेरी।

क्या करू एक मन तो करता है कि अपने बेटे की तड़प शांत करनी चाहिए, लेकिन क्या मेरी गांड़ लंड को झेल पायेगी। लंड तो शुरु में चूत भी नहीं झेल पाई थी लेकिन अब पूरा लंड घुस जाता हैं मेरी चित में लेकिन चूत में अभी भी दर्द होता हैं जब घुसता हैं, उफ्फ लेकिन बाद में मजा भी बहुत ज्यादा आता हैं।


अगर चूत में घुस गया हैं तो गांड़ में भी घुस जाएगा, हाय उस दिन तो उसने एक ही धक्के में मेरी गांड़ में घुसा दिया था, उफ्फ लेकिन दर्द से मेरी जान निकल गई थी। इतना दर्द मै नहीं झेल पाऊंगी।


लेकिन अगर लंड धीरे धीरे घुसा तो क्या इतना ही दर्द होगा। अगर मैं खुद धीरे धीरे अन्दर लू तो दर्द कम होना चाहिए लेकिन अगर ज्यादा हुआ तो !!
मेरा बेटा मेरे उपर अपनी जान छिड़कता हैं तो एक मा होने के नाते मेरा फ़र्ज़ बनता हैं कि
मुझे अपने बेटे के लिए एक बार कोशिश करके देखना चाहिए,


ये विचार मन में आते ही एक फ्रेश होने के लिए बाथरूम में घुस गई और अच्छे से नहाकर अपनी गांड़ के छेद को बाथरूम में लगे शीशे में देख कर निहारने के। उफ्फ कितना छोटा सा हैं ये ,एक दम पूरी तरह टाइट हैं,

उसने दोनो हाथो से अपने चूतड़ों को अच्छे से फैलाया तो गांड़ पूरी तरह से खुल गई। उसने एक उंगली को अपनी गांड़ के छेद पर फिराना शुरू किया तो उसे अजीब सा मज़ा आने लगा, गांड़ का भुरा छेद बंद और खुलने लगा।

तभी उसने अपनी सबसे छोटी उंगली को मुंह में भर कर अच्छे से गीला किया और अपनी गांड़ के छेद पर रगड़ने लगी। उसने शीशे में एक बार अपनी आंखों में देखा तो उसके होंठो पर स्माइल आ गई और उसने उंगली का दबाव अपनी गांड़ पर बढ़ा दिया तो उंगली गांड़ की मांसपेशियों को खोलने लगी तो उसके मुंह से मस्ती भरी सिसकारियां निकल पड़ी। उसने थोड़ा सा ज्यादा दबाव बढ़ाया तो उसकी गांड़ में दर्द का एहसास हुआ तो उसने अपनी उंगली पर दबाव कम कर दिया।

कैसे घूसेगा इतना मोटा लंड जब उंगली ही नहीं घुस पा रही है। तभी उसके मन में एक विचार आया और उसने अपने मुंह से ढेर सारा थूक निकाल कर उंगली को फिर से गीला किया और अपनी गांड़ के छेद पर रख दिया। उसने अपनी गांड़ की मांसपेशियों को बाहर की तरफ खोला तो उसकी गांड़ का छल्ला खुलता चला गया और उंगली अपने बाप अंदर घुसने लगी। काम्या को दर्द हो रहा था लेकिन उंगली की रगड़ गांड़ की मांसपेशियों को अच्छे से रगड़ रही थी जिस कारण मजा बहुत
आ रहा था। हल्का सा और दबाव डालते ही पूरी उंगली अंदर घुस गई और उसने अपनी गांड़ को कस दिया जिससे उंगली अंदर भींच गई । इस मस्त एहसास से उसके मुंह से आह निकल पड़ी

" आह, उफ्फ हाय पूरी उंगली घुस गई मेरी गांड़ में , अच्छा लग रहा है हाय मा री।

तभी उसके मन में सॉफ्ट जेल क्रीम का विचार आया तो वो अपनी गांड़ में उंगली घुसाए हुए ही समर के बेडरूम में आ गई जो अभी तक सोया हुए पड़ा था। समर का लंड पुरी तरह से तन कर हवा में लहरा रहा था जिसे देखकर आज पहली बार काम्या की गांड़ में हलचल हुई।

उसने लंड को देखते हुए बेड की दराज से सॉफ्ट जेल क्रीम निकाली और अपनी गांड़ को अच्छे से फैलाकर ट्यूब का मुंह अपनी गांड़ में घुसा कर ट्यूब पर दबाव बढ़ा दिया जिस कारण सॉफ्ट जेल क्रीम उसकी गांड़ में भर गई।

काम्या ने ट्यूब की एक तरफ रख दिया और फिर से एक उंगली को अपनी गांड़ में लंड को देखते हुए घुसाने लगी। काम्या पूरी तरह से बेशर्म हो चुकी थी उसे कोई शर्म नहीं थी।

गांड़ में उंगली घुसा कर उसने अच्छे से क्रीम को गांड़ के अंदर तक लगा दिया ताकि उसकी गांड़ की मांसपेशिया थोड़ी नरम पड़ जाए।उसके बाद उसने अपनी उंगली को गांड़ से बाहर निकाल लिया और उंगली पर लगी क्रीम समर के लंड पर चुपद दी। ऐसा करते हुए उसकी गांड़ अपने आप खुल बंद होने लगी मानो काम्या जी को बता रही हो कि मैं लंड लेने के लिए तैयार हूं।

फिर काम्या ने अपने मुंह से ढेर सारा थूक निकाल कर अपने बेटे के लंड को पूरा जड़ तक चिकना कर दिया और उसकी कमर के दोनो और अपनी टांगे करके बैठ गई । गांड़ का छेद ठीक लंड के सुपाड़े पर था। उसने अपने आपको आने वाले दर्द के लिए तैयार किया और धीरे धीरे लंड पर दबाव डालने लगी और दोनो हाथो से अपनी गांड़ के छेद को पूरा फैला दिया। काम्या ने अपनी गांड़ को बाहर की तरफ खोला तो सुपाड़ा हल्का सा अंदर घुसने लग लगा जिस कारण दर्द की एक तेज लहर काम्या के जिस्म में दौड़ गई। काम्या समझ गई कि अभी उसकी गांड़ पूरी तरह से लंड लेने के लिए तैयार नहीं है।


काम्या की चूत पुरी तरह से गीली होकर टपक रही थी। उसने एक बार थूक से अपनी चूत को अच्छे से गीला किया और लंड को चूत के छेद पर सेट करके एक ही झटके में लंड पर बैठ गई। लंड पुरा जड़ तक काम्या की चूत में घुस गया और काम्या के मुंह से फिर से दर्द भरी सिसकारियां निकलने लगी।


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"आह घुस गया मेरी चूत में लंड, उफ्फ गांड़ में क्यों नहीं घुस जाता ऐसे ही हाय, मेरी चूत अब फिर से चुदेगी।

लंड चूत में घुसते ही समर की आंख खुल गई और उसने काम्या की चूचियों को दबाना शुरू कर दिया।चूचियों पर अपने बेटे का हाथ पड़ते ही काम्या जोश में आ गई और लंड पर उछलने लगी जिससे उसकी गांड़ पूरी तरह से उछल रही थी और गांड़ की मांसपेशियों पर लगी सॉफ्ट जेल क्रीम गांड़ को अंदर से और ज्यादा चिकना कर रही थी। चूत में लंड पुरी स्पीड से अंदर बाहर हो रहा था , मजे से काम्या की आंखे बंद हो गई थी।

तभी समर ने अपनी मा को धक्का देकर बेड पर लिटा दिया और उसकी टांगों को घुटनों से मोड़ दिया तो काम्या बेड पर घोड़ी बन गई जिससे उसकी चूत और गांड़ दोनो पूरी तरह से खुल कर उसके बेटे के सामने आ गए।

उफ्फ समर ने गांड़ के छेद पर जैसे ही जेल क्रीम लगी हुई देखी उसकी आंखे खुशी से चमक उठी। उफ्फ मा ने खुद ही अपनी गांड़ पर क्रीम लगाई हैं इसका मतलब वो मुझसे अपनी गांड़ मराने के लिए तैयार हैं।

समर ने लंड को सीधे काम्या की गांड़ के छेद पर टिका दिया और एक जोरदार धक्का लगाया तो काम्या ने अपनी गांड़ डर के मारे अंदर को भींच ली जिससे लंड नहीं घुस पाया।


समर ने शिकायती नजरों से अपनी मा की तरफ देखा तो काम्या अपनी चूत को लंड पर धकेलते हुए बोली:

" शाम तक रुक जा मेरे लाल, थोड़ा और नरम पड़ जाने से अंदर से, देख तेरे लिए ही तो सॉफ्ट जेल क्रीम लगाई हैं । उफ्फ अभी तू मेरी चूत मार अच्छे से।

समर अपनी मा की बेट सुनकर जोश में आ गया और अपने लंड का एक बड़ा ही तगड़ा धक्का उसकी चूत में लगा दिया जिससे लंड जड़ तक जा घुसा।

" आह, चोद ऐसे ही, पूरा घुसा घुसा कर चोद अपनी मा की चूत,

हर धक्के पर काम्या की गांड़ का छेद खुल और बंद हो रहा था। समर ने अपनी एक उंगली को गीला करते हुए उसकी गांड़ पर टिका दिया तो काम्या ने उसकी तरफ देखते हुए अपनी गांड़ उंगली पर दबा दी जिससे एक ही झटके में समर की आधी उंगली काम्या की गांड़ में घुस गई। समर की उंगली की मोटाई काम्या की उंगली से दो गुनी थी । उंगली घुसते ही काम्या को दर्द का एहसास हुआ और उसकी आह निकल पड़ी।

" हाय मा री , तेरी उंगली नहीं कितनी मोटी हैं , दर्द करती हैं ये भी, चूत मार अपनी मा की , चूत में मजा हैं बहुत, हाय मेरी चूत_!!


समर ने उसकी चूत में तेज धक्के लगाने शुरू कर दिए और उंगली को काम्या की गांड़ में अंदर बाहर करने लगा। जल्दी ही पूरी उंगली काम्या की गांड़ में चली गई। गांड़ से दर्द जैसे गायब हो गया और अब उंगली की रगड़ से काम्या को मजा आने लगा। वो अब अपनी गांड़ उंगली पर धकेल रही थी लेकिन लंड चूत में घुस रहा था।
काम्या को आज से पहले इतना मजा कभी नहीं आया था।

वो किसी मशीन की तरह अपनी गांड़ आगे पीछे कर रही थी, आज वो पूरी तरह से झूम रही थी।

" आह मेरी चूत, गांड़ में पूरी उंगली घुस गई, चोद मेरी चूत, उफ्फ रात को तुझे गांड़ तोहफे में दूंगी , तेरे मा खुद अपने जन्म दिन पर तेरा लंड अपनी गांड़ में लेगी। हाय मेरी चूत, उफ्फ मा री मर गई तो""!!

समर ने काम्या को पूरी ताकत से चोदना शुरू किया तो उसकी गांड़ हिलने लगी और लंड बच्चेदानी को टकराने लगा। काम्या की चूत लंड की मोटी गांठ की रगड़ नहीं झेल पाई और इसकी चूत में कम्पन शुरू हो गई।

"। हाय मेरे बच्चे, तेरी मा का निकलने वाला है, और चोद मेरी चूत,

तभी समर ने एक तगड़ा धक्का लगाया और लंड जड़ तक काम्या की चूत में घुस गया। साथ ही समर की उंगली भी काम्या की गांड़ में घुस गई। काम्या से दोहरा हमला बर्दाश्त नहीं हुआ और उसकी चूत ने भी अपना रस बहा दिया।


" हाय समर, मर गई मेरी चूत, गई में तो"!!


और काम्या बेड पर गिर पड़ी तो समर भी अपनी मा के उपर गिरता चला गया और लंड काम्या की चूत में पूरे अंदर तक घुस कर वीर्य की बौछार करने लगा। दोनो मा बेटे ऐसे ही पड़े रहे। लंड मुरझा कर बाहर निकल गया। काम्या लंड की तरफ देखते हुए बोली:..

" तैयार रखना अपने घोड़े को, आज इसे मेरी गांड़ की गुफा में दौड़ लगानी हैं।"!!


समर उसकी मोटी उभरी हुई गांड़ को हाथो से भींच देता है।

" मा मेरी जान कम्मो, आज तेरी गांड़ की खैर नहीं, अच्छे से क्रीम ले, मेरा घोड़ा आज अपनी टापो से इसका नक्शा बदल देगा।

काम्या और समर दोनो फ्रेश हो गए और फिल्म देखने चले गए।काम्या आज अपनी गांड़ को पुर मटका मटका कर चल रही थी जिससे क्रीम अन्दर गांड़ के अंदर फैलती जा रही थी और समर अपनी मा की मटकटी हुई गांड़ को देख कर आंहे भर रहा था और लंड तो जैसे आज पागल हो रहा था। उफ्फ समर को अपनी मा की गांड़ सबसे ज्यादा अच्छी लगती थी क्योंकि काम्या की गांड़ एक दम पूरी तरह से बाहर को निकली हुई थी मानो दो ढोल जोड़ दिए गए हो।

पूरे दिन काम्या अपने बेटे पर ज़ुल्म पर ज़ुल्म करती रही, समर का लंड इतना टाइट हो रहा था मानो दबाव से फट ही जाएगा, समर से बर्दाश्त नहीं हो रहा था ।


मूवी खतम होते होते शाम होने लगी तो समर अपनी मा को लेकर एक बढ़िया होटल में गया जहां दोनो मा बेटे ने अच्छे से खाना खाया। फिर वो दोनो अपने घर की तरफ लौट पड़े,जैसे जैसे घर नजदीक आता जा रहा था समर का लंड खुशी से और ज्यादा उछल रहा था जबकि काम्या जो आज सुबह से समर को तड़पा रही थी उसकी धड़कने बढ़ने लगी। उसकी चूत पुरी गीली हो चुकी थी और गांड़ में गुदगुदी सी हो रही थी। गांड़ का छेद अपने आप खुल और बंद हो रहा था, काम्या को अब कहीं ना कहीं लंड से थोड़ा डर लग रहा था।

जैसे ही दोनो घर पहुंचे तो समर ने गाड़ी को पार्क किया ।बाहर पूरी तरह से अंधेरा हो चुका था,समर और काम्या गाड़ी से बाहर निकले और घर की तरफ चल पड़े। काम्या आगे आगे चल रही
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थी जबकि समर उसकी गांड़ पर नजर टिकाए पीछे चल रहा था।

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काम्या की गांड़ अब ज्यादा नहीं मटक रही थी क्योंकि लंड का डर उसके उपर हावी हो चुका था। समर तेजी से आगे आया और एक हाथ से काम्या की गांड़ को जोर से मसल दिया। काम्या के मुंह से एक दर्द भरी आह निकल पड़ीं । दोनो अभी बाहर ही थे पार्किंग के इसलिए काम्या डर गई कि कोई पड़ोसी ना देख ले।

काम्या: अरे बेशर्म कुछ तो शर्म कर , अंदर तो चलने दे कहीं किसी ने देख लिया तो !!

समर :" क्या मा मुझे किसी का डर नहीं है, अपनी मा को प्यार कर रहा हूं,

काम्या: " ऐसे खुलेआम मा को प्यार मत कर मेरे लाल, मुझे जमाने की फ़िक्र हैं समझा कर !!

समर एक बार ध्यान से इधर उधर देखा और फिर काम्या को आगे बढ़ कर अपने गोद में उठा लिया । काम्या की डर के मारे हालत खराब हो गई, समर तेजी से उसे लेकर घर के अंदर घुस गया ।

अंदर जाते ही काम्या ने अपने दोनो हाथ अपने बेटे की गर्दन में लपेट दिए और उससे चिपक गई। समर जैसे ही आगे बढ़ने लगा तो काम्या ने उसका गाल चूमते हुए अपने गांड़ का दबाव उसके लंड पर बढ़ा दिया और फिर धीरे से फुसफुसाई:
" गेट तो लॉक करने से मुझे, इतनी जल्दबाजी ठीक नहीं होती मेरी जान।!!

काम्या ने एक हाथ से गेट का लॉक कर दिया और फिर से अपने बेटे से चिपक कर उसके होंठ चूमने लगी। समर ने अपनी मा की गांड़ पर दोनों हाथो का दबाव बढ़ा दिया और जोर जोर से काम्या की गांड़ सहलाने लगा।

तभी समर ने पूरी ताकत से अपनी मा की गांड़ को भींच दिया तो काम्या के मुंह से एक दर्द भरी आह निकल पड़ी।

" आह उफ्फ शैतान कहीं का, थोड़ा प्यार से नहीं दबा सकता था। "

और काम्या उसकी गोद से उतर गई और उसकी पैंट खोलकर लंड को बाहर निकाल लिया और उसका लंड पकड़ते हुए उसे अपने बेडरूम की तरफ ले जाने लगी। समर ने सपने में भी नहीं सोचा था कि उसकी मा उसका लंड पकड़कर उसे अपने बेडरूम में ले जाएगी। समर पुरी तरह से मस्त हो चुका था।

काम्या ने उसे बेड पर लिया दिया और उसके लंड को चूम लिया तो समर के जिस्म में मस्ती की एक तेज लहर दौड़ गई। समर ने जैसे ही अपने हाथ से काम्या का मुंह लंड पर दबाना चाहा तो काम्या उठकर बाहर की तरफ जाने लगी तो समर तड़प उठा।

समर :" मा मत जाओ, आ जाओ मेरे पास मुझे प्यार करो आओ मेरी कम्मो "!!

काम्या उसे अपनी जीभ दिखाते हुए:
" थोड़ा सा सब्र कर मेरे लाल, सब्र का फल मीठा होता है, मुझे नहा कर आने दे और तू भी जल्दी से फ्रेश हो जा।
काम्या ने अपनी गांड़ अच्छे से समर की आंखो के सामने हिला दी तो समर अपनी पलके तक झपकाना भूल गया। काम्या बाथरूम की तरफ बढ़ गई और अंदर जाकर दरवाजा बंद कर दिया।

तभी समर के मन में एक विचार आया और उसने बेकरी वाले को एक केक का ऑर्डर कर दिया और फिर नहाने चला गया। समर दोनो मा बेटे अपने अपने जिस्म को अच्छे से चमका रहे थे, रगड़ रहे थे ताकि दोनो एक दूसरे से ज्यादा सुन्दर लग सके।


समर जल्दी ही नहा कर बाहर आ गया और अपनी मा का वेट करने लगा। समर सिर्फ एक अंदर वियर और बनियान पहने हुए था।

काम्या का जिस्म पूरी तरह से साफ हो चुका था। उसने टिश्यू पेपर से अपनी गांड़ के छेद को अच्छे से अंदर तक बहुत अच्छी तरह से साफ किया और अपने बेटे का पसंदीदा परफ्यूम अपनी गांड़ पर छिड़क दिया। फिर उसने अपने बाल खुले ही छोड़ दिए और सिर्फ एक टॉवेल लपेट कर बाहर की तरफ चल पड़ी।


जैसे ही वो हॉल में पहुंची तो उसे समर दिखाई दिया ,काम्या को इस रूप में देखते ही वो खुश हो गया। काम्या धीरे धीरे अपने बेडरूम मक की तरफ बढ़ रही थी और पीछे से समर काम्या की चिकनी जांघो को घूर रहा था, गांड़ पूरी तरह से टॉवेल के अंदर छिपी हुई थी।

काम्या जानती थी कि उसकी बेटा उसकी गांड़ को निहार रहा हैं इसलिए उसने जानबूझकर टॉवेल पर अपने हाथो की पकड़ ढीली कर दी जिससे टॉवेल उसके जिस्म से फिसलता हुआ नीचे फर्श पर गिर गया। काम्या का नंगा जिस्म समर की आंखो के आगे लहरा गया।

तभी काम्या जमीन से टॉवल उठाने के लिए झुकी तो उसकी गांड़ पुरी तरह से खुल कर समर की आंखो के सामने आ गई। समर ये जानेलवा नजारा देख कर जोश में आ गया और अपने लंड को बाहर निकाल कर मसलने लगा।

काम्या ने टॉवेल को उठाया और फिर धीरे धीरे अपनी गांड़ को मटकाती हुई उपर की तरफ उठने लगी । गांड़ पूरी तरह से हिल रही थी जिस कारण समर का धैर्य जवाब दे गया वो उठा और अपनी मा की तरफ बढ़ा। काम्या समझ गई कि उसका काम हो गया है इसलिए वो तेजी से अपने बेडरूम की तरफ भागी और गेट को अंदर से बंद कर दिया। समर पूरी तरह से तड़प रहा था।

समर:" मा गेट खोल, मुझे मत तड़पा और ज्यादा "!!

काम्या उसे जवाब नहीं देती और चुप चाप एक लिंगरी पहन लेती हैं और अच्छे से अपना मेक अप करके दरवाजा खोल दिया। समर तेजी से अंदर घुसा , उसे डर था कि कहीं फिर से उसकी मा गेट बंद ना कर लें।

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समर ने अपनी मा को देखा तो देखता ही रह गया। काम्या ने काले रंग की नेट वाली लिंगरी पहनी हुई थी और वो उसका बूब्स लगभग पूरे ही बाहर थे और चूत को आधे से ज्यादा बाहर झांक रही थी। काम्या को इस खूबसूरत लिंगरी में देख कर अपने पर काबू नहीं रख पाया और काम्या को अपनी बांहों में भर लिया। काम्या भी अब तक पूरी तरह से पिघल चुकी थी इसलिए उसने भी अपने दोनो हाथ अपने बेटे की कमर पर कस दिए। समर ने अपनी मा के लाल सुर्ख लिपस्टिक लगे होंठो पर अपने होंठ रख दिए। दोनो की आंखे इस मखमली एहसास से बंद हो गई और दोनो ने एक दूसरे के होठों को चूसना शुरू कर दिया। दोनो बारी बारी से एक दूसरे के होठों का रस पी रहे थे। तभी काम्या ने अपनी जीभ अपने बेटे के मुंह में घुसा दी और दोनो मा बेटे एक दूसरे की जीभ को चूसने लगे। दोनो पूरी तरह से किस में डूबे हुए थे कि तरवाजे पर नॉक हुई।

दोनो एक दम से होश में आ गए। एक पल के लिए तो समर भी डर गया फिर उसे याद आया कि केक वाला आया होगा इसलिए उसने काम्या को छेड़ते हुए कहा:

" मा अब पता नहीं कौन आ गया कवाब में हड्डी बनने के लिए, पता नहीं कौन है और क्यों आया हैं"!

काम्या तो बुरी तरह से डर गई थी। उसे लगा कि कोई गड़बड़ ना हो जाए ।आज की रात के लिए उसने कुछ सपने देखे थे, आज वो पूरी तरह से अपने बेटे की हो जाना चाहती थी।
काम्या ने उदास नजरो से समर की तरफ देखते हुए कहा:
" चाहे कोई भी अंदर मत आने देना , बाहर से ही भेज देना कोई भी बहाना बनाकर। आज हमारे बीच में कोई नहीं आ सकता।

समर अपनी मा का मुंह चूम लेता है और फिर धीरे से अपने कपड़े ठीक करके गेट की तरफ चल देता है। जैसे जैसे समर गेट की तरफ जा रहा था काम्या की धड़कने बढ़ रही थी। उसके दोनो हाथ जुड़ चुके थे,
" है भगवान आज मुझे मेरे बेटे का प्यार पा लेने दे। मुझ पर दया करना।

तभी समर गेट खोल दिया तो केक लेकर लड़का अंदर आ गया और समर ने केक लेकर उसे पैसे दिए तो वो लड़का चला गया। उसके जाते जी जैसे ही समर ने डोर बंद किया तो काम्या खुशी के मारे भागती हुई अाई और समर की कमर से चिपक गई।

समर ने काम्या को अपनी बांहों में उठा लिया और उसे लेकर बेडरूम की तरफ चल पड़ा, जल्दी ही केक टेबल पर सज चुका था। काम्या को समझ नहीं आ रहा था कि आज समर ने केक क्यों मंगाया हैं।

तभी समर काम्या को प्यार से देखते हुए उपर छत की तरफ चला गया और जल्दी से बियर की कुछ कैन लेकर वापिस आ गया। बियर देखकर काम्या की आंखे चमक उठी। वो आगे बढ़कर समर की गोद में बैठ गई और फिर बीयर की कैन उठा कर एक घूंट पिया और फिर कैन उसने समर के होंठो पर लगा दी तो समर काम्या को आंखो में देखते हुए पूरी कैन एक ही सांस में पी गया।

उसके बाद समर ने कैन उठाकर अपनी मा के होंठो से लगा दी तो काम्या ने एक तगड़ा घूंट भर कर अपने होंठ समर के होंठो पर रख दिए और अपना मुंह खोलकर बियर उसके मुंह में उड़ेल दी। दोनो मा बेटे थोड़ी ही देर में 4 कैन पी चुके थे जिस असर असर उन पर साफ दिख रहा था ।समर की आंखे लाल सुर्ख हो चुकी थी जबकि काम्या का पूरा जिस्म मस्ती से लहरा रहा था। समर ने एक बार फिर से अपनी मा के होंठो को चूसना शुरू कर दिया तो काम्या भी उसके साथ लग गई और दोनो एक दूसरे के होठों को चूसने, चूमने काटने लगे।

जैसे ही किस खत्म हुआ तो काम्या ने अपने बेटे को बेड पर लिया दिया और खुद उसके उपर लेट गई । काम्या की चूत लिंगरी से हल्की सी बाहर निकल रही थी जिस कारण समर का मोटा लन्ड उस पर दबाव डाल रहा था। काम्या ने अपने बेटे की आंखो में देखते हुए उसके बनियान को अपने नाखूनों से फाडकर अपने बेटे को उपर से नंगा कर दिया।
उसने ध्यान से अपने बेटे की चौड़ी छाती को ध्यान से देखा जिस पर घने सारे काले बाल उगे हुए थे जिन पर उसने हाथ फिराना शुरू कर दिया। छाती पर अपनी मा के हाथ लगते ही समर ने दोनो हाथो से अपनी मा की लगभग नंगी गांड़ हो पकड़ लिया और जोर जोर से दबाने लगा जिस कारण काम्या मस्ती में आ गई और उसने समर की छाती पर अपनी जीभ से लाइन खींचनी शुरू कर दी। समर इस एहसास से मस्ती से भर उठा और उसने अपनी मा की गांड़ को पूरी ताकत से दबाना शुरू कर दिया। काम्या की मोटी सख्त गांड़ पूरी तरह से समर के हाथो में आ गई जिसे वो मसल रहा था।

काम्या ने अपना मुंह नीचे लाते हुए समर के एक निप्पल पर अपनी जीभ फेर दी तो उसके मुंह से एक मस्त आह निकल गई। समर का पूरी जिस्म मस्ती से झूम उठा। काम्या ने समर की आंखो मद देखते हुए उसके निप्पल को अपने मुंह में भर लिया और जीभ से चाटने लगी तो कभी दांतो से हल्का हल्का काटने लगी। समर का बुरा हाल हो गया , आज उसे अपनी की दवाई का स्वाद मिल रहा था , गुदगुदी के कारण सी अपनी मा का मुंह अपने निपल्स से हटाने लगा तो काम्या ने शिकायती नजरों से उसकी तरफ देखा तो समर ने अपने हाथ फिर पीछे कर लिए और फिर से अपनी मा की गांड़ को दबोच लिया ।

काम्या फिर से समर की निप्पल चाटने लगी तो समर का धैर्य जवाब दे गया और उसके मुंह से एक के बाद एक मादक सिसकियां निकलने लगी। काम्या की जीभ की रगड़ समर को पागल कर रही थी जिस कारण वो मजे की नई ऊंचाइयों को छू रहा था। काम्या ने उसकी निप्पल चूसते चूसते ही अपने एक हाथ को नीचे लाकर अपनी चूत पर से लिंगरी को हटा दिया जिस से समर का लंड चूत पर अड गया। काम्या धीरे धीरे अपनी चूत का दबाव अपने बेटे के लंड पर बढ़ाने लगीं जिससे लंड पुरी तरह से खड़ा हो चुका था और आज इतना टाइट हो गया था मानो लंड माशपेशियों से बना ना होकर कोई लोहे की रॉड हो।

आज काम्या समर से अपना पूरा बदला ले रही थी। जहां एक ओर वो अपनी जीभ से अपने बेटे के निप्पल चूस रही थी तो दूसरी तरफ अपनी चूत से उसके लंड को तरसा रही थी , तड़पा रही थी। समर पूरी तरह से तड़फ रहा था, उसके जिस्म का रोम रोम प्यार मांग रहा था। समर ने अपने दोनो हाथों से अपनी मा की गांड़ को पकड़ कर फैलाते हुए अपनी उंगली को उसकी लिंगरी हटाकर काम्या के गांड़ के छेद पर रख दिया। काम्या से अपनी गांड़ पर अपनी उंगली की रगड़ बर्दाश्त नहीं हुई और समर का निप्पल उसके मुंह से निकल गया।

काम्या ने समर की एक हरकत का जवाब देने के लिए अपने आपको थोड़ा सा नीचे किय और अपने दांतो से पकड़ कर उसका अंडर वियर उतारने लगी । समर ने अपने हाथो को थोड़ा सा और आगे बढ़ा दिया जिससे उसकी उंगलियां फिर से काम्या की गांड़ पर छु गई और उसने अपनी उंगली को काम्या की गांड़ के छेद पर गोल गोल घुमाना शुरू कर दिया। काम्या फिर से मस्ती से भभक उठी और उसने दांतो से पकड़ कर अपने बेटे का अंडर वियर नीचे सरका दिया तो समर का वो खतरनाक लंड आजाद होते हुए सीधे उसके माथे से टकरा गया।लंड इतना टाइट था कि काम्या को अपने माथे पर दर्द का एहसास हुआ और उसने एक हाथ से लंड को पकड़ कर जोर से दबा दिया तो उसे हैरानी हुई कि लंड आज दबने के लिए तैयार नहीं था। वो तो गांड़ मिलने की खुशी से अपना पूरा शक्ति प्रदर्शन कर रहा था। काम्या ने लंड की सारी अकड़ निकालने का फैसला किया और उसके लंड पर अपनी जीभ फिरा दी। समर मस्ती से भर उठा और उसने अपनी उंगली का दबाव काम्या की गांड़ के छेद पर बढ़ा दिया। काम्या फिर से पूरे लंड पर उपर से नीचे अपनी जीभ फिराने लगी तो काम्या की खुरदरी जीभ की रगड़ समर से बर्दाश्त नहीं हुई और अपने अपने उंगली को काम्या की गांड़ से हटाते हुए अपने मुंह में भर कर पूरा गीला कर लिया और फिर से अपनी थूक से भीगी हुई उंगली की अपनी मा की गांड़ के छेद पर टिका दिया। काम्या ने एक बार समर की आंखो में देखा तो समर ने उसे इशारा किया तो काम्या ने अपना मुंह खोलकर लंड के सुपाड़े को मुंह में भर लिया ।

जैसे ही लंड का सुपाड़ा मुंह में घुसा तो समर ने भी जोश में आते हुए अपनी उंगली को काम्या की गांड़ पर दबा दिया और उसकी उंगली का एक पोर काम्या की गांड़ में घुस गया। काम्या का जिस्म दर्द से भर उठा, तो उसके मुंह से सुपाड़ा बाहर निकल गया।
काम्या ने फिर से हिम्मत करके लंड का सुपाड़ा मुंह में भर लिया और चूसने लगी। इस बार जैसे ही समर की उंगली का दबाव उसे गांड़ पर बढ़ता हुआ महसूस हुआ तो उसने अपनी गांड़ का छल्ला बाहर की तरफ खोल दिया जिस कारण समर की मोटी उंगली काम्या की गांड़ में पूरी घुस गई। काम्या को दर्द तो हुआ लेकिन मजा बहुत ज्यादा आया और उसने अपने मुंह को पूरी ताकत से फैलाते हुए लंड को पूरा अपने मुंह में घुसा लिया।

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दोनो बाप बेटे एक साथ मस्ती से भर गए ।

जैसे ही लंड पुरा जड़ तक घुसा तो लंड की गांठ ने काम्या का मुंह पूरी तरह से फैला दिया और उसके लाल लिपस्टिक रंगे होंठ लंड के चारो और कस गए। काम्या ने धीरे से अपनी जीभ को लंड पर घुमाना शुरू कर दिया तो समर के मुंह से एक के बाद सिसकियां निकलने लगी और उसने जोश में आकर उंगली को अपनी मा की गांड़ में प्यार से अंदर बाहर करना शुरू कर दिया।काम्या को शुरु में तो दर्द का एहसास हुआ लेकिन जब उंगली अंदर घुसती तो वो गांड़ का छल्ला बाहर को खोल देती और उंगली आराम से अंदर घुस जाती। काम्या को बहुत मज़ा आ रहा था क्योंकि उंगली उसकी गांड़ की दीवारों को पूरी तरह से रगड़ रही थी।

काम्या पूरी तरह से मस्ती में आ गई और लंड को पूरा मुंह के अन्दर बाहर करके चूसना शुरू कर दिया। काम्या की जीभ की रगड़ समर से बर्दाश्त नहीं हो रही थी इसलिए उसने अपना हाथ गांड़ पर से हटा कर काम्या के सिर पर लाते हुए उसका मुंह लंड पर पूरी तरह से झुका दिया और लंड काम्या के हलक में जाकर अड गया। काम्या की आंखो में नमी आ गई लेकिन लंड को चूसना नहीं छोड़ा। समर ने एक हाथ से काम्या की चूचियां पकड़ ली और दबाना शुरू कर दिया। जैसे ही समर ने जोर से काम्या की चूची दबाई तो उसने अपने दांत बहुत प्यार से लंड पर गड़ाए तो समर की पकड़ अपने आप चूचियों पर कमजोर पड़ गई। काम्या पूरी स्पीड से लंड चूसने लगी जिससे जीभ का असर सीधे लंड पर हो रहा था और लंड पुरी तरह से फस कर जा रहा था इसलिए समर के टट्टो में उबाल आना शुरू हो गया। उसने पूरी ताकत से काम्या का सिर लंड पर दबा दिया और नीचे से अपनी गांड़ उठाकर लंड से उसके मुंह में धक्के मारने लगा मानो उसकी चूत चोद रहा हो। काम्या ने एक हाथ से समर के टट्टो को सहलाना शुरू कर दिया तो समर का धैर्य जवाब दे दिया और उसने एक तेज धक्के के साथ लंड को काम्या के मुंह में घुसेड़ दिया और वीर्य की पिचकारी अपनी मा के मुंह में मारने लगा। जैसे ही पिचकारियां निकलनी शुरु हुई मस्ती से समर का मुंह खुल गया।

" आह मम्मी, मेरी कम्मो निकल गया मेरे माल, उफ्फ चूस ले सारा माल" हाय मम्मी।

काम्या मजे से उसका लंड चूसती रही जब तक कि आखिरी बूंद को नहीं चाट लिया । समर की मजे से दोनो आंखे बंद थी और वो लम्बी लम्बी सांसें ले रहा था, जैसे ही वीर्य निकलना बंद हुआ तो उसने अपनी मा को अपने उपर खीचं लिया और काम्या ने अपने होंठ अपने बेटे के होंठो पर रख दिए और दोनो फिर से एक दूसरे के होठों को चूसने लगे। हल्का हल्का वीर्य का स्वाद समर भी चख रहा था। दोनो काफी देर तक एक दूसरे को किस करते रहे ।


दोनो मा बेटे नंगे पड़े हुए पीने सांसे दुरुस्त कर रहे थे। जैसे ही दोनो की सांसे नॉर्मल हुई तो काम्या ने समर की आंखो में देखते हुए कहा:

" बिल्कुल जानवर बन जाते हो, मेरे मुंह में ऐसे धक्के लगा रहे थे मानो मेरी चूत मार रहे हो।"!!

समर उसकी कमर पर हाथ फेरते हुए:
" क्यों मजा नहीं आया क्या आपको ?

कम्मो:" मजा तो आया लेकिन दर्द भी हुआ ज़ालिम , मेरा मुंह दुख रहा है अब तक "!!


समर अपनी मा का मुंह चूम लेता हैं मानो उसका दर्द ठीक कर रहा हो। काम्या को अपने बेटे पर बहुत प्यार आया और उसने उसे अपने गले से लगा लिया। दोनो मा बेटे ऐसे ही एक दूसरे से चिपके हुए पड़े रहे ।

कमर धीरे धीरे काम्या की कमर पर हाथ फिराता रहा और काम्या अपने बेटे के माथे को चूम रही थी।

काम्या:" अरे आज केक क्यों मंगा लिया रात तो काटा था ?

समर अपने हाथ अपनी मा की गांड़ पर ले गया और दबाते हुए कहा:
" मा आज तुम्हारी गांड़ का उदघाटन समारोह हैं इसलिए केक मंगवाया हैं:"!!

काम्या के होंठो पर स्माइल आ गई और उसको धीरे से मारते हुए बोली: " तुम भी एक नंबर के शैतान हो और तुमसे ज्यादा तुम्हारा ये "मोटू "!

ऐसा कहते हुए वो अपनी चूत लंड पर दबा देती हैं तो समर के जिस्म में मस्ती दौड़ गई। उसने काम्या की गांड़ को पकड़ कर जोर जोर से दबाना शुरू कर दिया। काम्या भी जोश में आ गई और लंड के उपर उपर अपनी चूत रगड़ने लगी।काम्या की चूत पुरी तरह से गीली थी जिस कारण लंड का सुपाड़ा भीगने लगा और लंड ने फिर से मुंह उठाना शुरू कर दिया तो काम्या ने खुश होते हुए अपने बेटे के होंठो को चूम लिया और अपनी चूत को लंड की पूरी लंबाई पर रगड़ने लगी। लंड पुरी तरह से अकड़ता चला गया और अपने पूरे आकर में आ गया तो समर ने अपनी मा को एक पलटा देकर अपने नीचे कर लिया और अपनी मा पर चढ़ गया। अब काम्या समर के नीचे पड़ी हुई थी और समर ने अपनी मा के मुंह में अपनी जीभ घुसा दी और दोनो एक दूसरे की जीभ को चूसने लगे। काम्या नीचे से अपनी चूत लंड पर रगड़ने लगीं तो समर भी लंड का दबाव चूत पर बढ़ाने लगा। लंड चूत पर पूरा दबाव डाल रहा था जिस कारण दोनो मा बेटे मजे से बहक रहे थे।

समर ने अपनी मा की चूचियों पर हमला कर दिया और एक को दबाने लगा तो दूसरी को मुंह में लेकर चूसने लगा। काम्या का जिस्म मजे से उछलने लगा और उसके मुंह से मस्ती भरी सिसकारियां निकलने लगी।

" आह बेटा चूस ले, खा जा मेरे लाल, जोर जोर से चूस अपनी मा की चूचिया।

समर ने काम्या की चूचियों को पुर मुंह में भर कर चूसना शुर कर दिया तो काम्या नीचे से पूरी ताकत से अपनी चूत लंड पर उछालने लगी । समर का लंड पुरी तरह से सीधा खड़ा हुआ था और चूत पर पूरा दबाव डाल रहा था, काम्या की चूत लंड की रगड़ से पानी पानी हो रही थी।


काम्या से लंड की रगड़ बर्दाश्त नहीं हुई और एक हाथ से लंड को पकड़ कर सीधा पकड़ा और नीचे से अपनी चूत लंड पर उछाली तो लंड का मोटा पहाड़ी टमाटर जैसा सुपाड़ा चूत के अंदर घुस गया।

" आह समर , घुस गया अंदर, हाय मा री कितना मोटा हैं ये ,मेरी चूत चुद जायेगी उफ्फ


समर अपने मुंह को अपनी मा के कान के पास ले गया और बहुत प्यार से बोला:

" कम्मो आज अपनी गांड़ दे दे मुझे, अब बर्दाश्त नहीं होता, ।


काम्या समर की आंखो में देखते हुए उसे अपने ऊपर से हटा देती हैं और अपने होंठो पर जीभ फेरते हुए अपने बेटे के आगे घुटने के बल झुक गई। उफ्फ क्या सेक्सी नजारा था। काम्या की गांड़ और चूत दोनो खुलकर पूरी तरह से समर की आंखो के सामने आ गई।


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समर ने देर ना करते हुए अपने दोनो हाथो से पकड़ कर अपनी मा की गांड़ को फैला दिया तो गांड़ का छेद पूरी तरह से खुल कर सामने आ गया। उफ्फ समर तो जैसे मदहोश हो गया क्योंकि गांड़ पर उसका पसंदीदा परफ्यूम लगा हुआ था। उसने सीधे अपने होंठ अपनी मा की गांड़ पर रख दिए और गांड़ से लेकर चूत तक पर एक लम्बी जीभ फिरा दी। काम्या का बदन मस्ती से लहरा उठा। समर ने उसकी गांड़ के छेद को चाटना शुरू कर दिया तो काम्या के मुंह से सिसकाियां निकल पड़ी।

" आह बेटे वहां मत चाट, मान जा गुदगुदी होती हैं मुझे"!!

समर हाथ आगे बढ़ा कर उसकी चूचियों को थाम लेता हैं और दबाते हुए बोलता हैं :

" क्यों अच्छा नहीं लग रहा क्या मा" ,

ऐसा कहकर अपनी जीभ को अच्छे से उसकी गांड़ पर रगड़ देता है।

काम्या को ऐसा मस्त एहसास ज़िन्दगी में नहीं हुआ था इसलिए उसका मुंह मस्ती से खुल गया।

" आह हाय, अच्छा तो लग रहा है, उफ्फ चाट ले अब तो ऐसे ही मुझे मजे दे मेरे बेटे।

समर अपनी जीभ को आगे से झुका कर उसके छेद में घुसाने लगता है तो काम्या मस्ती से बिफर उठी। उसने अपनी गांड़ को अपने बेटे के मुंह पर रगड़ना शुरू किया तो समर भी उसका साथ देते हुए अपनी जीभ की स्पीड बढ़ाने लगा।


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जैसे ही जीभ थोड़ी सी अंदर घुसी तो काम्या से बर्दाश्त नहीं हुआ और उसने समर को अपने उपर चढ़ जाने का इशारा कर दिया तो समर ने बेड पर पड़ी हुई सॉफ्ट जेल क्रीम उठाई और काम्या में खुद अपने हाथ से क्रीम निकाल कर अपने बेटे के लंड को पूरा चिकना कर दिया। समर ने भी अब ट्यूब का मुंह अपनी मा के गांड़ के छेद पर लगा कर पूरी तने को खाली कर दिया अच्छे से उसकी गांड़ को चिकना कर दिया और उसकी टांगों के बीच में आ गया । उफ्फ काम्या के मुंह के ठीक सामने केक रखा हुआ था जिस में एक चाकू उपर रख हुआ था। काम्या ने चाकू को अपने हाथ में पकड़ लिया और अपनी गांड़ को अपने बेटे के लंड पर सटा दिया। काम्या को लंड का सुपाड़ा आज ज्यादा जी मोटा तगड़ा लग रहा था क्योंकि गांड़ का छेद चूत के मुकाबले बहुत छोटा था। काम्या की गांड़ का पुर छेद लंड के सुपाड़े ने ढक दिया था। काम्या की गांड़ के ठीक सामने उसका ड्रेसिंग टेबल लगा हुआ था जिससे उसे सब कुछ साफ़ नजर आ रहा था। काम्या ने समर को इशारे से समझा दिया कि वो गांड़ पर धक्का ना लगाए वो धीरे धीरे खुद लंड घुसा लेगी।
समर अपनी मा की बात मान गया और अपने दोनो हाथों से गांड़ को पूरी तरह से चौड़ा कर दिया तो गांड़ के छेद खुल और बंद हो रहा था। समर ने धीरे से अपने एक उंगली को अपनी मा की चूत में घुसा दिया और अंदर बाहर करने लगा। काम्या की प्यास भड़क उठी और उसने शीशे में देखते हुए अपनी गांड़ के छेद को बाहर की तरफ खोल दिया और अपनी गांड़ का दबाव लंड पर बढ़ा दिया तो लंड ने गांड़ को फैलाना शुरू कर दिया तो काम्या को दर्द महसूस होने लगा।

समर ने भी अपने लंड पर हल्का सा दबाव बढ़ा दिया और काम्या ने भी अपने दांत भींचते हुए गांड़ का दबाव थोड़ा और ज्यादा बढ़ाया तो गांड़ के छेद पूरी तरह से खुलने लगा और आधा सुपाड़ा गांड़ में घुस गया तो काम्या के होंठो से दर्द भरी आह निकल पड़ी और उसने चाकू का दबाव केक पर बढ़ा दिया तो चाकू धीरे धीरे केक में घुसने लगा। काम्या का पूरा बदन दर्द के मारे ऐंठ रहा था , उसके चेहरे पर दर्द भरी लकीरें उभर आई और और जबड़े भींच गए। उसने फिर से दर्द को बर्दाश्त करते हुए गांड़ का दबाव थोड़ा और लंड पर बढ़ाया तो पुट की आवाज के साथ गांड़ का छेद खुल गया और लंड का सुपाड़ा पूरा अन्दर घुस गया और इसके साथ ही काम्या के हाथ में थमा चाकू थोड़ा और केक में घुस गया
। काम्या के होंठो से एक दर्द भरी आह निकल पड़ी
" आह, मर गई मा री, टोपा घुस गया मेरी गांड़ में हाय राम, मर जाऊंगी मैं दर्द से।

समर ने अपनी उंगली को उसकी चूत कि क्लिट पर रगड़ना शुरू किया और दूसरे हाथ से उसकी कमर को सहलाते हुए उसकी पीठ चूमने लगा।

काम्या का चेहरा पूरा पसीने से भीग चुका था उस अब कुछ आराम मिला तो उसने देखा कि उसकी गांड़ का छेद पूरी तरह से फैल गया था। उसे दर्द में भी खुशी हुई कि उसकी गांड़ में मोटा तगड़ा सुपाड़ा अन्दर घुसा लिया था।

उसने अपनी आंखे समर की आंखो से मिला दी तो दोनो मा बेटे एक साथ मुस्कुरा दिए। फिर से काम्या ने अपनी गांड़ का दबाव लंड पर थोड़ा और बढ़ाया तो लंड एक इंच और अंदर घुस गया। काम्या की गांड़ की मांसपेशिया पूरी तरह से लंड पर कसी हुई थी मानो उसका रास्ता रोक रही हो। दोनो मा बेटे उस अद्भुत एहसास से बहुत ही सुखद महसूस कर रहे थे। समर को लग रहा था कि जैसे उसका लंड किसी जलती हुई भट्टी में घुस रहा हैं। उससे बर्दाश्त नहीं हुआ तो अपने अपने लंड का दबाव जैसे ही बढ़ाया तो काम्या को तेज दर्द हुए और इसके हाथ से लंड को आगे बढ़ने से रोक दिया। समर तड़प उठा तो काम्या ने उसे प्यार से इशारा किया कि थोड़ा सब्र करे

समर:" मा घुसा लेने दो मुझे,, मेरे लंड में दर्द हो रहा है , उफ्फ ऐसा लगता हैं जैसे फट जाएगा।"!

काम्या ने अपने बेटे के लंड पर गांड़ का दबाव बढ़ाते हुए कहा:
" थोड़ा सा और सब्र कर, कहीं ऐसा ना हो कि मैं दर्द के मारे उस दिन की तरह बेहोश ना हो जाऊ।

समर को अपनी गलती का एहसास हुआ और उसने अपनी मा की पीठ चूमकर जता दिया कि वो ऐसी गलती नहीं करेगा। काम्या खुश हो गई और उसने फिर से अपनी गांड़ का दबाव थोड़ा सा और बढ़ाया तो एक इंच और घुस गया और लंड की पहली गांठ गांड़ पर आ लगी। लंड के घुसते ही काम्या के हाथ का दबाव चाकू पर पड़ा और वो भी थोड़ा सा और अंदर केक में घुस गया। दोनो मा बेटे तड़प रहे थे क्योंकि काम्या का लंड घुसने के कारण दर्द हो रहा था तो काम्या की बिल्कुल टाइट गांड़ ने समर के लंड को पूरी तरह से कस रखा था। समर ने अपनी मा की चूची पकड़ ली और निप्पल को मसलने लगा और दूसरी उंगली से उसकी चूत कि क्लीट रगड़ रहा था। काम्या ने एक बार अपने बेटे की तरफ देखा और उसने समर को लंड का दबाव बढ़ाने का इशारा किया और खुद भी अपनी गांड़ लंड पर धकेल दी तो गांड़ पर दबाव पड़ने का कारण उसका छेद खुल गया और पहली गांठ के साथ दो इंच लंड और घुस गया तो काम्या ने दर्द से कराहते हुए चाकू को केक में घुसा दिया। उफ्फ काम्या को अब बहुत तेज दर्द हो रहा था ऐसा लग रहा था मानो उसकी गांड़ चिर रही हैं । उसकी आंखों से आंसू टपक रहे थे इसलिए उसने अपना चेहरा झुका कर ही रखा क्योंकि वो नहीं चाहती थी कि उसका बेटा उसके आंसू देखे। समर ने शीशे में अपने मा के आंसू देख लिए और प्यार से उसकी पीठ पर सहलाने लगा, चूमने चाटने लगा और दो उंगलियां अपनी मा की चूत में घुसा दी और अंदर बाहर करने लगा।

थोड़ी देर बाद काम्या का दर्द कम हुआ तो उसने बेडशीट पर अपना चेहरा साफ किया और प्यार से अपने बेटे की तरफ देखते हुए उसे इशारा किया और खुद भी अपनी गांड़ का दबाव बढ़ाया तो लंड गांड़ के हल्का सा खोल दीया लेकिन अंदर नहीं घुस पाया तो दोनो मा बेटे एक साथ तड़प उठे।
काम्या ने फिर से थोड़ा ज्यादा दबाव बढ़ाया तो लंड फिर से अंदर नहीं घुस पाया क्योंकि आखिर मोटी गांठ रुकावट डाल रही थी। काम्या ने अपने बेटे की आंखो में देखते हुए अपने मुझ से थूक निकाल कर लंड की मोटी गांठ पर लगा दिया और बोली:

" आह उफ़ घुस नहीं पायेगी तेरी कम्मो से ये, बहुत ज्यादा मोटी हैं तू खुद ही अपने तरीके से घुसा दे" हाय अब घुसा दे पूरा कम्मो की गांड़ में लंड "!!

ऐसा कहकर कम्मो ने अपने दर्द सहने के लिए अपने होंठ भींच लिया तो समर ने पूरी ताकत से अपने लंड को थोड़ा सा पीछे खींचा और एक खूंखार धक्का अपनी मा की गांड़ में लगा दिया तो लंड गांड़ को पुर फाड़ते हुए अंदर जड़ तक घुस गया।

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ही लंड अंदर घुसा तो काम्या की दर्द भरी चींखं पूरे घर में गूंज गई

" आह मर गई मेरी मा बचा ले है भगवान, आह नहीं, सआईआई उफ्फ फट गई तेरी कम्मो की गांड़" !!


और उसने चाकू को केक में पूरा घुसा दिया और चाकू से केक की धज्जियां उड़ाने लगी। गांड़ ने लंड को इस कदर कस लिया था मानो वो उसका ही कोई हिस्सा हो। गांड़ की कसावट का असर ये हुआ कि समर के लंड में दर्द होने लगा। समर ने अपनी मा की चूत में दोनो उंगलियां जड़ तक घुसा दी और अंदर से उसकी चूत की दीवारें सहलाने लगा और काम्या की कमर पर किस की बरसात सी कर दी। काम्या को सुकून मिला तो उसने थोड़ा सा केक हाथ में लिया और समर की तरफ बढ़ा दिया तो समर ने आगे बढ़कर काम्या के होंठो से लगा दिया और बोला:
" गांड़ उदघाटन का केक मुबारक हो मेरी मा"

दर्द में भी कम्या के होंठो पर स्माइल आ गई और उसने थोड़ा सा केक खाया और फिर समर की तरफ बढ़ा दिया तो समर ने केक अपने हाथ से पकड़ खाने लगा तो दोनो मा बेटे एक साथ मुस्कुरा उठे।

काम्या:"समर अब कर ले अपनी मनमानी , जैसे तेरा मन करे मैं नहीं रोकूंगी तुझे ,

समर ने पूरी ताकत से लंड को बाहर की तरफ खींचा तो लंड बड़ी मुश्किल से बाहर निकला मानो अंदर फस सा गया हो और फिर उसके पूरा लंड लंड बाहर निकाल कर एक तगड़े धक्के में पूरा अन्दर घुसा दिया । काम्या फिर से दर्द से तड़प उठी और उसका मुंह से सिसकियां निकलने लगी।

" आह मा मर गई , थोड़ा प्यार से चोद , बहुत दर्द हैं अभी मेरी गांड़ में समर"!!

समर ने अपनी मा की बात मानते हुए आधे लंड को बाहर निकाल कर हल्के हल्के धक्के लगाने शुरू कर दिए तो काम्या की गांड़ धीरे धीरे लंड के हिसाब से खुलने लगी । काम्या को हल्का हल्का मजा आने लगा लेकिन दर्द अभी भी बहुत था जिसे वो बड़ी मुश्किल से बर्दाश्त कर रही थी।

समर काम्या की चूत में उंगलियां अंदर बाहर करने लगा तो काम्या को मजा आने लगा और वो अपनी चूत उंगलियों पर आगे पीछे करने लगी। गांड़ भी अपने आप ही लंड पर दबाव बढ़ाने लगीं तो समर का उत्साह बढ़ गया और उसके जोर जोर से अपनी मा की गांड़ को फाड़ना शुरू कर दिया।

" आह बेटा, थोड़ा प्यार से मार मेरी गांड़ , दर्द होता हैं तेरी कम्मो को बहुत"!!

समर तो जैसे अब कुछ सुनने के मूड में ही नहीं था उसने पूरी ताकत से अपनी मा की गांड़ को मारना शुरू कर दिया। हर धक्के पर दोनो गांठ अंदर बाहर हो रही थीं जिससे गांड़ पर पूरी रगड़ पड़ रही थी। कुछ धक्कों के बाद ही काम्या की गांड़ लंड के हिसाब से एडजस्ट हो गई और दर्द की जगह मजे ने ले ली तो काम्या के मुंह से मस्ती भरी सिसकारियां निकलने लगी


"आह समर, मार मेरी गांड़ , उफ्फ मा चूत से भी ज्यादा मजा आ रहा है , है भगवान उफ्फ और मार जोर जोर से मार अपनी कम्मो मा की गांड़"!!


काम्या ने पूरी ताकत से अपनी गांड़ समर के लंड पर धकेलने शुरू कर दी तो धक्के में पूरी तेजी आ गई और समर ने काम्या के बाल पकड़कर जोर जोर से धक्के मारने शुरू कर दिए तो काम्या को दिन में ही तारे नजर आने लगे, हर धक्के पर उसे जन्नत का नजारा दिख रहा था। वो केक को चाकू से पहली की तरह काट रही थी। उसकी जोरदार सिसकियां पूरे घर में गूंज रही थी।

" हाय। एसआईआईआईआई उफ्फ मार ली तूने मेरी गांड़ भी, मार और जोर से मार, उफ्फ हआय्य मा मेरी गांड़ री""!!


समर एक पागल सांड की तरह कम्मो की गांड़ मारने लगा और टाइट गांड़ का असर लंड पर होने लगा तो समर की स्पीड और तेज हो गई , तभी समर को लगा कि उसका लंड फट रहा है तो उसने पूरा लंड बाहर निकाल कर एक तगड़ा धक्का अपनी मा की गांड़ में लगा दिया और लंड जड़ तक घुसा दिया। इसके साथ ही समर के लंड ने अपने वीर्य की पिचकारी कम्मो की गांड़ में मारने शुरु कर दी

" आह मेरी कम्मो, गया मैं तो मेरी मा , हाय उफ्फ कम्मो कम्मो कम्मो मेरी कम्मो मा मा!

वीर्य की पिचकारी पड़ते ही काम्या की चूत ने भी रस बहा दिया तो काम्या का मुंह भी मजे से खुल गया।

" हाय आह आरआईआईआई सआईआईआईआईआई उफ्फ गई मेरी चूत भी, मर गई मेरी गांड़ मेरे लाल आह गांड़ उफ्फ मेरी गांड़!!


जैसे ही वीर्य की आखिरी पिचकारी निकली तो समर अपनी मा की कमर पर ही गिर पड़ा तो काम्या ने उसे पकड़ कर अपने उपर खीचं लिया और दोनो मा बेटे चिपकते चले हुए।
 

Sunil Ek Musafir

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Wow......

Kammi ki Kunwari Gaand ka Udghatan Samaroh bhi Sampann ho gaya....

Mubarak ho Bhai.....
 
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Sunil Ek Musafir

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Super Hot and Erotic Update Bhai....
 

Sunil Ek Musafir

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Pk8566

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थोड़ी देर बाद काम्या का दर्द कम हुआ तो उसने बेडशीट पर अपना चेहरा साफ किया और प्यार से अपने बेटे की तरफ देखते हुए उसे इशारा किया और खुद भी अपनी गांड़ का दबाव बढ़ाया तो लंड गांड़ के हल्का सा खोल दीया लेकिन अंदर नहीं घुस पाया तो दोनो मा बेटे एक साथ तड़प उठे।
काम्या ने फिर से थोड़ा ज्यादा दबाव बढ़ाया तो लंड फिर से अंदर नहीं घुस पाया क्योंकि आखिर मोटी गांठ रुकावट डाल रही थी। काम्या ने अपने बेटे की आंखो में देखते हुए अपने मुझ से थूक निकाल कर लंड की मोटी गांठ पर लगा दिया और बोली:

" आह उफ़ घुस नहीं पायेगी तेरी कम्मो से ये, बहुत ज्यादा मोटी हैं तू खुद ही अपने तरीके से घुसा दे" हाय अब घुसा दे पूरा कम्मो की गांड़ में लंड "!!

ऐसा कहकर कम्मो ने अपने दर्द सहने के लिए अपने होंठ भींच लिया तो समर ने पूरी ताकत से अपने लंड को थोड़ा सा पीछे खींचा और एक खूंखार धक्का अपनी मा की गांड़ में लगा दिया तो लंड गांड़ को पुर फाड़ते हुए अंदर जड़ तक घुस गया।





ही लंड अंदर घुसा तो काम्या की दर्द भरी चींखं पूरे घर में गूंज गई

" आह मर गई मेरी मा बचा ले है भगवान, आह नहीं, सआईआई उफ्फ फट गई तेरी कम्मो की गांड़" !!


और उसने चाकू को केक में पूरा घुसा दिया और चाकू से केक की धज्जियां उड़ाने लगी। गांड़ ने लंड को इस कदर कस लिया था मानो वो उसका ही कोई हिस्सा हो। गांड़ की कसावट का असर ये हुआ कि समर के लंड में दर्द होने लगा। समर ने अपनी मा की चूत में दोनो उंगलियां जड़ तक घुसा दी और अंदर से उसकी चूत की दीवारें सहलाने लगा और काम्या की कमर पर किस की बरसात सी कर दी। काम्या को सुकून मिला तो उसने थोड़ा सा केक हाथ में लिया और समर की तरफ बढ़ा दिया तो समर ने आगे बढ़कर काम्या के होंठो से लगा दिया और बोला:
" गांड़ उदघाटन का केक मुबारक हो मेरी मा"

दर्द में भी कम्या के होंठो पर स्माइल आ गई और उसने थोड़ा सा केक खाया और फिर समर की तरफ बढ़ा दिया तो समर ने केक अपने हाथ से पकड़ खाने लगा तो दोनो मा बेटे एक साथ मुस्कुरा उठे।

काम्या:"समर अब कर ले अपनी मनमानी , जैसे तेरा मन करे मैं नहीं रोकूंगी तुझे ,

समर ने पूरी ताकत से लंड को बाहर की तरफ खींचा तो लंड बड़ी मुश्किल से बाहर निकला मानो अंदर फस सा गया हो और फिर उसके पूरा लंड लंड बाहर निकाल कर एक तगड़े धक्के में पूरा अन्दर घुसा दिया । काम्या फिर से दर्द से तड़प उठी और उसका मुंह से सिसकियां निकलने लगी।

" आह मा मर गई , थोड़ा प्यार से चोद , बहुत दर्द हैं अभी मेरी गांड़ में समर"!!

समर ने अपनी मा की बात मानते हुए आधे लंड को बाहर निकाल कर हल्के हल्के धक्के लगाने शुरू कर दिए तो काम्या की गांड़ धीरे धीरे लंड के हिसाब से खुलने लगी । काम्या को हल्का हल्का मजा आने लगा लेकिन दर्द अभी भी बहुत था जिसे वो बड़ी मुश्किल से बर्दाश्त कर रही थी।

समर काम्या की चूत में उंगलियां अंदर बाहर करने लगा तो काम्या को मजा आने लगा और वो अपनी चूत उंगलियों पर आगे पीछे करने लगी। गांड़ भी अपने आप ही लंड पर दबाव बढ़ाने लगीं तो समर का उत्साह बढ़ गया और उसके जोर जोर से अपनी मा की गांड़ को फाड़ना शुरू कर दिया।

" आह बेटा, थोड़ा प्यार से मार मेरी गांड़ , दर्द होता हैं तेरी कम्मो को बहुत"!!

समर तो जैसे अब कुछ सुनने के मूड में ही नहीं था उसने पूरी ताकत से अपनी मा की गांड़ को मारना शुरू कर दिया। हर धक्के पर दोनो गांठ अंदर बाहर हो रही थीं जिससे गांड़ पर पूरी रगड़ पड़ रही थी। कुछ धक्कों के बाद ही काम्या की गांड़ लंड के हिसाब से एडजस्ट हो गई और दर्द की जगह मजे ने ले ली तो काम्या के मुंह से मस्ती भरी सिसकारियां निकलने लगी


"आह समर, मार मेरी गांड़ , उफ्फ मा चूत से भी ज्यादा मजा आ रहा है , है भगवान उफ्फ और मार जोर जोर से मार अपनी कम्मो मा की गांड़"!!
 
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